राज्य सरकार ने जानबूझकर विनय चौबे के खिलाफ़ चार्जशीट दायर नहीं कर जमानत का मार्ग प्रशस्त किया.....बाबूलाल मरांडी

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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवम नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शराब घोटाला में जेल में बंद आईएएस अधिकारी विनय चौबे को जमानत मिलने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी।

कहा कि इस मामले में राज्य सरकार की कार्रवाई शुरू से शक के घेरे में है।

कहा कि राज्य सरकार तकरीबन 1000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में हेमंत सोरेन जी के पूर्व सचिव के खिलाफ एसीबी ने जानबूझकर 90 दिनों के भीतर चार्जशीट दाखिल नहीं की, जिससे उनकी जमानत का रास्ता आसान हो गया।

कहा कि दरअसल हेमंत सरकार ने अपने ही पूर्व सचिव की गिरफ्तारी का नाटकीय षडयंत्र इसलिए रचा था, ताकि ईडी की जांच प्रभावित हो सके और सबूतों को मिटाया जा सके।

कहा कि ईडी के निदेशक को जनता के हजारों करोड़ की लूट में शामिल इन भ्रष्टाचारियों पर कठोर और विधिसम्मत कार्रवाई कार्रवाई करनी चाहिए।

एनटीपीसी ने सतर्कता जागरूकता अभियान 2025 की शुरुआत की

नई दिल्ली: एनटीपीसी लिमिटेड ने 18 अगस्त से 17 नवंबर, 2025 तक चलने वाले अपने तीन महीने के सतर्कता जागरूकता अभियान का शुभारंभ किया है। इस अभियान का उद्देश्य संगठन में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देना है।

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एनटीपीसी की मुख्य सतर्कता अधिकारी (सीवीओ) श्रीमती रश्मिता झा ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इस अभियान का उद्घाटन किया। उन्होंने "सतर्कता: हमारी साझा जिम्मेदारी" विषय पर जोर दिया और सभी सतर्कता अधिकारियों से केंद्रीय सतर्कता आयोग द्वारा निर्धारित मुख्य क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया।

इन क्षेत्रों में शामिल हैं:

लंबित शिकायतों का समय पर निपटान।

'iGOT कर्मयोगी' जैसे डिजिटल प्लेटफार्मों के माध्यम से कर्मचारियों की क्षमता बढ़ाना।

प्रभावी संपत्ति प्रबंधन सुनिश्चित करना।

बेहतर पारदर्शिता के लिए डिजिटल पहलों को मजबूत करना।

श्रीमती झा ने कहा कि इस अभियान में कर्मचारियों, विक्रेताओं और आम जनता सहित सभी हितधारकों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने जागरूकता फैलाने के लिए नाटक, क्विज़, वीडियो और जिंगल जैसे रचनात्मक तरीकों का उपयोग करने पर भी जोर दिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि यह अभियान एनटीपीसी की पारदर्शिता के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा।

झारखंड में 20 अगस्त को आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश का अलर्ट

रांची: मौसम विभाग ने बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव (लो प्रेशर) के क्षेत्र के कारण 20 अगस्त को झारखंड के कई हिस्सों में आंधी-तूफान और भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह मौसमी सिस्टम राज्य में मॉनसून को और सक्रिय करेगा, जिससे अच्छी वर्षा होने की संभावना है।

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पूर्वी और मध्य झारखंड में विशेष असर

मौसम विभाग ने विशेष रूप से पूर्वी और मध्य झारखंड के जिलों जैसे रांची, जमशेदपुर, धनबाद, बोकारो और गिरिडीह में तेज हवाओं और गरज के साथ बारिश की चेतावनी दी है। इन क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर वज्रपात (बिजली गिरने) की भी आशंका है, इसलिए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। किसानों को खेतों में काम करते समय विशेष सावधानी बरतने को कहा गया है।

मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान सुरक्षित स्थानों पर रहें और पेड़-पौधों तथा बिजली के खंभों से दूर रहें। यह बारिश राज्य में सूखे जैसी स्थिति को कम करने में भी मदद कर सकती है।

झारखंड शराब घोटाला मामले में जेल में बंद निलंबित आईएएस विनय चौबे को बड़ी राहत, एसीबी कोर्ट ने दी जमानत

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शराब घोटाला मामले में आरोपी आइएएस विनय कुमार चौबे को बड़ी राहत मिली है। एसीबी कोर्ट ने विनय कुमार चौबे को डिफॉल्ट बेल की सुविधा प्रदान की है। 91 दिनों बाद विनय चौबे को एसीबी के स्पेशल कोर्ट से सशर्त जमानत मिल गयी है।

चार्जशीट दाखिल नहीं होने पर मिली जमानत

एसीबी के स्पेशल कोर्ट ने विनय चौबे को सशर्त जमानत दे दी है। 90 दिनों की समय सीमा पूरी होने के बाद भी चार्जशीट दाखिल नहीं होने पर जमानत मिली है। विनय चौबे की ओर से अधिवक्ता देवेश आजमानी ने कोर्ट में पैरवी की। कोर्ट ने बीएनएसएस की धारा 187(2) के तहत विनय चौबे को डिफॉल्ट बेल दी है। बता दें किसी भी मामले में आरोपी के जेल में रहते हुए जांच अधिकारी को 60 या 90 दिनों में जांच पूरी कर चार्जशीट दाखिल करनी होती है।

कोर्ट ने रखी ये शर्तें

कोर्ट ने शर्त रखी है कि जमानत पर रहने के दौरान उन्हें राज्य से बाहर जाने से पहले अदालत को सूचना देनी होगी। इसके अलावा वे ट्रायल के दौरान अपना मोबाइल नंबर नहीं बदल सकते हैं। जमानत के लिए अदालत ने 25-25 हजार रुपये के दो निजी मुचलके भरने की शर्त भी लगाई है।

20 मई को हुई थी गिरफ्तारी

बता दें कि एंटी करप्शन ब्यूरो ने 20 मई 2025 को करीब छह घंटे की पूछताछ के बाद विनय चौबे को गिरफ्तार किया था। इस घोटाले से संबंधित प्रारंभिक एफआईआर में चौबे समेत कुल 13 लोगों को नामजद किया गया था। अब तक झारखंड, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।

क्या है मामला?

बता दें कि विनय चौबे झारखंड के उत्पाद विभाग के सचिव, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सचिव और कई अन्य अहम पदों पर कार्य कर चुके हैं। झारखंड में शराब घोटाले की शुरुआत वर्ष 2022 में हुई थी, जब छत्तीसगढ़ की तर्ज पर नई एक्साइज पॉलिसी लागू की गई थी। इस पॉलिसी को लागू करने के लिए छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉरपोरेशन लिमिटेड से करार किया गया। जांच में सामने आया कि नीति लागू करने की प्रक्रिया के दौरान बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हुईं।

आरोप है कि विशेष सिंडिकेट को लाभ पहुंचाने के लिए टेंडर की शर्तों में मनमाना बदलाव किया गया। इस सिंडिकेट ने छत्तीसगढ़ की एक कंसल्टेंट कंपनी के सहयोग से झारखंड में शराब सप्लाई और होलोग्राम सिस्टम के ठेके हासिल किए। जांच में यह भी पाया गया कि टेंडर प्रक्रिया के दौरान जमा की गई बैंक गारंटियां फर्जी थीं, जिससे राज्य सरकार को भारी आर्थिक नुकसान हुआ।

रांची के अनगड़ा में नर्सिंग छात्रा ने की आत्महत्या

रांची: झारखंड की राजधानी रांची के अनगड़ा थाना क्षेत्र में एक 21 वर्षीय नर्सिंग छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। यह घटना अनगड़ा के हेसल मिलन चौक के पास महतो होटल लॉज में हुई, जहां छात्रा रहती थी।

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मृतका की पहचान गुमला जिले के डुमरी थाना क्षेत्र की निवासी अनिशा श्वेता के रूप में हुई है। अनिशा ने सोमवार की रात अपने कमरे में पंखे से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। घटना की सूचना मिलने पर आज सुबह करीब 9 बजे अनगड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची।

पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें छात्रा ने अपनी मौत के लिए खुद को ही जिम्मेदार बताया है। बताया जा रहा है कि अनिशा कुछ समय से डिप्रेशन में थी और अपने कमरे में अकेले रहती थी। उसके पिता केरल में कार्यरत हैं।

अनगड़ा थाना प्रभारी हीरालाल साह ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए रिम्स भेज दिया गया है। पुलिस फिलहाल मामले की हर पहलू से जांच कर रही है।

शिबू सोरेन और रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली हुई सीटों पर मंथन

रांची: झारखंड में पिछले एक महीने के भीतर दो बड़े नेताओं, दिशोम गुरु शिबू सोरेन और शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के निधन से राज्य की राजनीति में बड़ा बदलाव आया है। इन दोनों नेताओं के निधन से राज्यसभा और कैबिनेट में एक-एक सीट खाली हो गई है, जिन पर अब झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को जल्द ही फैसला लेना होगा।

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रामदास सोरेन की जगह उनके बेटे सोमेश सोरेन को मौका

झामुमो सूत्रों के अनुसार, शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन की खाली हुई कैबिनेट सीट उनके बड़े बेटे सोमेश चंद्र सोरेन को दी जा सकती है। सोमेश अपने पिता के साथ लंबे समय से राजनीति में सक्रिय रहे हैं और विधानसभा क्षेत्र में उनके कामों को संभालते रहे हैं। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इस पर अंतिम फैसला लेना है, लेकिन सोमेश का नाम सबसे आगे है।

इसके अलावा, रामदास सोरेन के निधन के बाद खाली हुई घाटशिला विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना तय है। नियमों के अनुसार, छह महीने के भीतर चुनाव कराना अनिवार्य है। इस उपचुनाव में 'इंडिया' गठबंधन की ओर से झामुमो का उम्मीदवार होगा, और माना जा रहा है कि पार्टी इस सीट की बागडोर भी रामदास सोरेन के परिवार को ही सौंपेगी। सोमेश चंद्र सोरेन का इस सीट से चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा है।

शिबू सोरेन की राज्यसभा सीट पर सबकी नजर

सबसे बड़ा सवाल यह है कि शिबू सोरेन की खाली हुई राज्यसभा सीट किसे मिलती है। उनका कार्यकाल 21 जून 2026 तक था। उनके निधन के बाद होने वाले राज्यसभा चुनाव के लिए झामुमो में कई नेता दौड़ में हैं। पार्टी ऐसे उम्मीदवार का चयन करने की कोशिश करेगी जिससे एक मजबूत राजनीतिक संदेश जाए। संभावना है कि पार्टी कैडर और शिबू सोरेन के करीबी रहे नेताओं को इस पद के लिए मौका मिल सकता है।

रमना में निःशुल्क आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन, 200 से अधिक मरीजों का हुआ इलाज

गढ़वा, झारखंड: गढ़वा जिले के रमना प्रखंड मुख्यालय में सोमवार को एक निःशुल्क आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें करीब 200 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया और मुफ्त दवाइयां बांटी गईं। यह शिविर स्वतंत्रता सेनानी स्व. जनारायण प्रसाद की स्मृति में संत जे.पी. स्कूल परिसर में आयोजित किया गया था।

शिविर का शुभारंभ भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ हुआ। इसके बाद पटना राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज अस्पताल के पूर्व प्राचार्य, प्रख्यात आयुर्वेदाचार्य डॉ. दिनेश्वर प्रसाद, ने पूरे दिन शिविर का संचालन किया। उन्होंने मरीजों की जांच की और उन्हें निःशुल्क दवाएं प्रदान कीं।

इस अवसर पर, कस्तूरबा अस्पताल के संचालक डॉ. पारस नाथ ने भी मरीजों को सलाह दी और आयुर्वेदिक जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। शिविर में किडनी, हृदय रोग, शुगर, ब्लड प्रेशर, पेट और श्वास रोग जैसी कई बीमारियों की जांच की गई। डॉ. दिनेश्वर प्रसाद ने मरीजों को उनके खान-पान, दिनचर्या और घरेलू नुस्खों के माध्यम से स्वस्थ रहने के तरीके भी बताए।

ग्रामीणों ने इस तरह के निःशुल्क शिविर को अपने लिए एक बड़ी सौगात बताया। मरीजों ने कहा कि गांव में बड़े डॉक्टरों से इलाज और मुफ्त दवा मिलना किसी वरदान से कम नहीं है। आयोजकों ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी ऐसे शिविरों का आयोजन जारी रहेगा, ताकि स्वास्थ्य सुविधाएं गांव-गांव तक पहुंच सकें और ग्रामीण सीधे तौर पर इसका लाभ उठा सकें।

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खाद्य आपूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए मुख्य सचिव ने की समीक्षा बैठक

रांची: झारखंड की मुख्य सचिव, श्रीमती अलका तिवारी, ने सोमवार को राज्य में खाद्य आपूर्ति और सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार को लेकर एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की। उन्होंने सभी उपायुक्तों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी योग्य लाभार्थी सरकारी योजनाओं से वंचित न रहे।

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मृत लाभार्थियों को हटाकर नए लोगों को जोड़ें

मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे मृत लाभार्थियों की पहचान कर उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सूची से हटाएं, ताकि नए और योग्य लाभार्थियों को जोड़ा जा सके। उन्होंने इस प्रक्रिया में डेटा त्रुटियों को ठीक करने और लाभार्थियों के केवाईसी को पूर्ण करने पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने यह भी कहा कि हर महीने इसका भौतिक निरीक्षण किया जाए और रिकॉर्ड को अद्यतन रखा जाए।

धोती-साड़ी वितरण में तेजी लाने का निर्देश

बैठक में मुख्य सचिव ने राज्य के निर्धन लोगों को साल में दो बार धोती-साड़ी वितरण की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि उड़नदस्ता टीम बनाकर वितरण की जांच की जाए ताकि किसी भी तरह की अनियमितता न हो। इसके अलावा, उन्होंने योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थानीय भाषा में होर्डिंग, नुक्कड़ नाटक और अन्य माध्यमों का उपयोग करने पर जोर दिया, ताकि लाभार्थियों को यह पूरी जानकारी हो कि उन्हें क्या, कितना, कहां और कब मिलेगा।

गोदामों को कार्यशील बनाने पर जोर

श्रीमती तिवारी ने राज्य के सभी गोदामों को समयबद्ध तरीके से कार्यशील बनाने का निर्देश दिया। समीक्षा में पाया गया कि मामूली कमियों के कारण कई गोदाम उपयोग में नहीं हैं। उन्होंने उपायुक्तों को 20 सितंबर तक इन कमियों को दूर कर गोदामों को उपयोगी बनाने की समय सीमा दी। उन्होंने दिसंबर से शुरू होने वाली धान खरीद और उसके भंडारण की सुगम व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सहकारिता विभाग के गोदामों का भी उपयोग किया जाए और नए स्वीकृत गोदामों के निर्माण में तेजी लाई जाए।

समीक्षा बैठक में खाद्य सचिव श्री उमाशंकर सिंह सहित विभाग के अन्य अधिकारी और ऑनलाइन माध्यम से राज्य के सभी उपायुक्त मौजूद थे।

झारखंड में सेना भर्ती रैली 22 अगस्त से रांची में

रांची: झारखंड राज्य के लिए वर्ष 2025-26 की सेना भर्ती रैली 22 अगस्त से 4 सितंबर, 2025 तक रांची में आयोजित की जाएगी। इस संबंध में आज उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी रांची, श्री मंजुनाथ भजन्त्री की अध्यक्षता में एक बैठक हुई, जिसमें भर्ती प्रक्रिया की तैयारियों की समीक्षा की गई।

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बैठक में अपर समाहर्ता श्री रामनारायण सिंह, अनुमंडल पदाधिकारी सदर श्री उत्कर्ष कुमार, पुलिस अधीक्षक नगर श्री अजीत कुमार, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण श्री प्रवीण पुष्कर, डायरेक्टर रिक्रूटिंग रांची, कर्नल विकास भोला, जिला जन संपर्क पदाधिकारी श्रीमती उर्वशी पांडेय और अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।

युवाओं को सेना में शामिल होने का सुनहरा अवसर

डायरेक्टर रिक्रूटिंग, कर्नल विकास भोला ने कहा कि उनका लक्ष्य रांची के अधिक से अधिक युवाओं को सेना में भर्ती कराना है। उन्होंने कहा कि रैली के दौरान उम्मीदवारों के लिए आवश्यक सुविधाएं, जैसे विधि-व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन, चिकित्सा सुविधाएँ, और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उपायुक्त रांची ने आश्वासन दिया कि जिला प्रशासन हर संभव मदद उपलब्ध कराएगा।

दलालों से सावधान रहने की सलाह

कर्नल विकास भोला ने सेना में शामिल होने के इच्छुक युवाओं को दलालों से दूर रहने की सख्त सलाह दी। उन्होंने स्पष्ट किया कि सेना भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी होती है और जो उम्मीदवार सभी अर्हताओं को पूरा नहीं करते, उनकी भर्ती किसी भी हालत में नहीं हो सकती। उन्होंने उम्मीदवारों से दलालों के बहकावे में न आने की अपील की।

पूर्व विधायक अंबा प्रसाद को जान का खतरा, अपनी ही सरकार की पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

रांची: खनिज संपदा से भरपूर झारखंड में अब सत्ताधारी दल की नेता भी खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और बड़कागांव की पूर्व विधायक अंबा प्रसाद ने अपनी ही सरकार की पुलिस और प्रशासन पर गंभीर सवाल उठाते हुए अपनी जान को खतरा बताया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि खनन माफिया और पुलिस की मिलीभगत से उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है।

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कंपनी के मालिक पर धमकी देने का आरोप

अंबा प्रसाद ने रांची में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में काम कर रही रितविक कंपनी के मालिक, जो आंध्र प्रदेश के बीजेपी सांसद भी हैं, उनके भाई उन्हें लगातार धमकी दे रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि धमकी देने वाले ने उनका राजनीतिक करियर खत्म करने की बात कही है। अंबा प्रसाद ने कहा कि यह धमकी इसलिए दी जा रही है क्योंकि वह अवैध खनन के खिलाफ लगातार आवाज उठा रही हैं।

पुलिस पर मिलीभगत और उत्पीड़न का आरोप

अंबा प्रसाद ने अपनी ही सरकार के प्रशासन पर सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि बड़कागांव में पुलिस के संरक्षण में अवैध खनन हो रहा है। प्रशासन इस पर कार्रवाई करने के बजाय उनके परिवार के सदस्यों—पिता योगेंद्र साव (पूर्व मंत्री), मां (पूर्व विधायक)—और उनकी सुरक्षा में लगे लोगों पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि कंपनी के कहने पर उनके घर पर 400 पुलिसकर्मियों को भेजा गया और उनके ड्राइवर और निजी गार्ड को गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने आशंका जताई कि जिस तरह गोड्डा में बोरियों के पूर्व प्रत्याशी सूर्या हांसदा का एनकाउंटर हुआ था, उसी तरह उनके साथ भी कोई दुर्घटना हो सकती है। उन्होंने कहा, "मैं कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव हूं और झारखंड में हमारी ही सरकार है, इसके बावजूद प्रशासन मेरे खिलाफ काम कर रहा है।" उन्होंने बताया कि उन्होंने इस संबंध में स्थानीय थाने में शिकायत भी दर्ज कराई है।

ईडी की कार्रवाई का भी जिक्र

इस घटनाक्रम के बीच यह भी सामने आया है कि 24 घंटे पहले ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अंबा प्रसाद के भाई अंकित राज के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी लगभग ₹3 करोड़ की अवैध संपत्ति अटैच कर ली है। वर्ष 2024 और 2025 में भी ईडी ने अंबा प्रसाद और उनके करीबी लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की थी।

अंबा प्रसाद के इन गंभीर आरोपों ने राज्य के राजनीतिक और प्रशासनिक गलियारों में हलचल मचा दी है। यह देखना बाकी है कि झारखंड सरकार इस मामले पर क्या कदम उठाती है।