कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता व पर्यावरण संरक्षण पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित

खजनी गोरखपुर।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अनुसांगिक संगठन अखिल भारतीय विद्या भारती द्वारा संचालित सरस्वती शिशु मंदिर खजनी में आज कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन जागरूकता बढ़ाने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। आयोजन के संयोजक एवं अध्यक्षता कर रहे विद्या भारती के प्रदेश निरीक्षक जियालाल ने बताया कि आज के दौर में बिखरते जा रहे परिवार, सामाजिक संबंधों में तेजी से बढ़ती जा रही कटुता और विद्वेष के कारण सामाजिक समरसता में लगातार गिरावट आ रही है, इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण के प्रति उदासीनता की भावना मानव समाज की मुश्किलें बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि हमारा नैतिक व्यवहार हमारी सभ्यता और संस्कृति के ठीक विपरीत हो गया है, जियो और जीने दो तथा प्रकृति से सिर्फ अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए लेना हमारी सभ्यता और संस्कार थे किन्तु अब हम प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण करने के बजाए उसे क्षति पहुंचा रहे हैं।

इसी प्रकार "पुत्र कुपुत्र हो सकते हैं किन्तु माता कुमाता नहीं होती" यह हमारी सभ्यता संस्कृति है किन्तु आज माताएं अपने पुत्र और पति की हत्या कर रही हैं। इन सामाजिक विसंगतियों को दूर करने और जन जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है।

इस अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य बृजराज मिश्र

कार्यशाला की गतिविधियों के क्षेत्रीय संयोजक शिवाजी राय कुशीनगर जिले के सामाजिक

समरसता प्रभारी रामाश्रय

सिद्धार्थनगर जिले के पर्यावरण संरक्षण प्रमुख रामदास पांडेय

गोरखपुर के पर्यावरण संरक्षण प्रमुख क्षत्रपति शुक्ला सिद्धार्थनगर जिले के कुटुंब प्रबोधन प्रमुख

संदीप मिश्रा सहित विभिन्न जिलों से आए कार्यशाला के विशेषज्ञ एवं प्रशिक्षु दर्जनों की संख्या में उपस्थित रहे।

*खेल और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन को सरकार प्रतिबद्ध : मुख्यमंत्री*

गोरखपुर, 29 जुलाई। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खेलों से संबंधित अवस्थापना सुविधाओं के विकास और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है। विगत आठ सालों में इसके परिणाम भी सामने आए हैं। एक तरफ ग्रामीण स्तर तक स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है तो दूसरी तरफ पदक विजेता खिलाड़ियों को सम्मानजनक पुरस्कार राशि देने के साथ उन्हें सरकारी नौकरी की सुविधा दी जा रही है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलों के माध्यम से देश-प्रदेश का मान बढ़ाने वाले खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने के मामले में उत्तर प्रदेश देश का अग्रणी राज्य है।

सीएम योगी मंगलवार को गोरखनाथ मंदिर परिसर में नागपंचमी के अवसर पर खेल विभाग और जिला कुश्ती संघ की ओर से आयोजित दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय सीनियर प्राइजमनी पुरुष कुश्ती प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में पिछले 11 सालों से खेल और खेल की गतिविधियों भारी परिवर्तन आया है। 2014 में पीएम मोदी ने खेलो इंडिया की घोषणा कर युवाओं और नागरिकों को खेलों की उपादेयता से अवगत कराया। प्रोत्साहन मिलने से 11 वर्षों के दौरान भारतीय खिलाड़ियों ने ओलंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियाड, वर्ल्ड चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया है और इसमें उत्तर प्रदेश के खिलाड़ियों का प्रदर्शन भी उत्कृष्ट रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत आठ वर्षों में प्रदेश सरकार ने राज्य में खेल अवस्थापना सुविधाओं के विकास और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए अनेक कदम उठाए हैं। राज्य सरकार ने राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक विजेताओं और प्रतिभागियों का सम्मान करने के साथ गांव, ब्लॉक और जिला स्तर तक खेल सुविधाओं का विकास किया है। गांव स्तर पर खेल के मैदान, ब्लॉक स्तर पर मिनी स्टेडियम और जिला स्तर पर स्टेडियम बनाए गए। युवक मंगल दलों और महिला मंगल दलों के माध्यम से गांव-गांव के खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स किट प्रदान किए गए।

500 से अधिक खिलाड़ियों को दी गई सरकारी नौकरी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सरकार से मिले प्रोत्साहन से प्रदेश के खिलाड़ियों ने ओलंपिक, एशियाड, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियाड, वर्ल्ड चैंपियनशिप और नेशनल गेम्स में मान बढ़ाया है। प्रदेश की खेल नीति के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को प्रदेश सरकार सरकारी नौकरी की सुविधा दे रही है। खिलाड़ियों सरकारी नौकरी देने के मामले में प्रदेश पहले स्थान पर है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेता, अब तक 500 से अधिक खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दी गई है। उन्होंने बताया कि पुलिस वर्ल्ड चैंपियनशिप में देश को तीसरा स्थान मिला है और इसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के खिलाड़ियों का सर्वश्रेष्ठ योगदान है।

’शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम’

अपने संबोधन में स्वस्थ शरीर के लिए खेलों की महत्ता का बताते हुए सीएम योगी ने प्राचीन भारतीय संस्कृति का उद्धरण दिया और कहा, ‘शरीर माध्यम खलु धर्म साधनम’। अर्थात धर्म के सभी साधनों की पूर्ति के लिए शरीर ही माध्यम है। धर्म के साधनों की पूर्ति के लिए शरीर का स्वस्थ रहना आवश्यक है। नियमित और संयमित दिनचर्या शरीर की प्रथम पाठशाला है। इसके लिए खेल सर्वोत्तम विकल्प है। खिलाड़ी की आरोग्यता हमेशा उपयोगी बनी रहती है। इसलिए सभी को किसी न किसी खेल से जुड़ना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल को अपनाकर जब कोई युवा प्रोफेशनल तरीके से आगे बढ़ता है तो वह परिवार, समाज, प्रदेश और देश का नाम बढ़ाने में अपना योगदान देता है।

गोरखनाथ मंदिर में नागपंचमी पर कुश्ती की परंपरा सैकडों वर्ष पुरानी

सीएम योगी ने कहा कि गोरखनाथ मंदिर के प्रांगण में प्राचीन भारतीय खेल कुश्ती प्रतियोगिता की परंपरा सैकडों वर्षों पुरानी है। विगत कुछ सालों से इसका स्वरूप प्रदेश स्तरीय कर दिया गया है। अब यह आयोजन पूरे प्रदेश के युवाओं के लिए उत्साह और उमंग का माध्यम बन रहा है।

सीएम योगी ने दी नागपंचमी की बधाई, बताया आध्यात्मिक महत्व

मुख्यमंत्री ने सभी को नागपंचमी पर्व की बधाई देते हुए कहा कि नागपंचमी आध्यात्मिक शक्ति पूजन का भी पर्व है। कहा कि हर शरीर में आध्यात्मिक शक्ति होती है जिसे सामान्य भाषा में सर्पेंट पॉवर कहा जाता है। आध्यात्मिक शक्ति से ही अष्ट सिद्धि और नवनिधि की प्राप्ति संभव होती है जिसके लिए साधु संत लालायित रहते हैं। नागपंचमी का पर्व कुश्ती दंगल के आयोजनों से शारिरिक और आध्यात्मिक शक्ति के प्रदर्शन का माध्यम बनता है। उन्होंने कहा कि सामान्य दिनों में लोग भले ही सांपों को देखकर डरते हों, लेकिन नागपंचमी पर्व पर दूध लावा चढ़ाकर उनकी पूजा करते हैं। यह पर्व भारतीय परंपरा के अनुसार जीव-जंतुओं के प्रति अनुराग व करुणा का भाव प्रदर्शित करने का भी माध्यम है। कारण, सबके संरक्षण से ही जीव सृष्टि बचेगी।

सीएम योगी ने बढ़ाया पहलवानों का उत्साह, किया पुरस्कृत

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश केसरी, उत्तर प्रदेश कुमार व उत्तर प्रदेश वीर अभिमन्यु खिताब के लिए फाइनल मुकाबले का अवलोकन किया और ताली बजाकर पहलवानों का उत्साह बढ़ाया। इस अवसर पर उन्होंने उत्तर प्रदेश केसरी का खिताब जीतने वाले गौतमबुद्धनगर के जोंटी भाटी को 1.01 लाख रुपये व गदा, उप विजेता बागपत के उत्तम राणा को 51 हजार रुपये, उत्तर प्रदेश कुमार का खिताब जीतने वाले गोरखपुर खेल छात्रावास के सौरभ को 1.01 लाख रुपये व गदा, उप विजेता गोरखपुर के रमन सिंह को 25 हजार, वीर अभिमन्यु का खिताब जीतने वाले गोंडा के मोनू को 51 हजार रुपये व गदा, उप विजेता गोरखपुर के जनार्दन को 25 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया। इसी क्रम में सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश केसरी के मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहे दो पहलवानों बागपत के मयंक तोमर व एनई रेलवे के वीरेश कुंडू को तथा उत्तर प्रदेश कुमार के मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहे दो पहलवानों गोंडा के मोहित और जौनपुर के अमित यादव को 21-21 हजार रुपये का पुरस्कार दिया। जबकि वीर अभिमन्यु के मुकाबले में तीसरे स्थान पर रहे दो पहलवानों स्पोर्ट्स कॉलेज गोरखपुर के अभिषेक यादव व बागपत के सतीश को 11-11 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया।

सीएम योगी के मार्गदर्शन में खेल और खिलाड़ियों के हित में लिए गए कई ऐतिहासिक निर्णय: खेल मंत्री

प्रदेश स्तरीय प्राइजमनी कुश्ती प्रतियोगिता के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में प्रदेश के खेल एवं युवा कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास की नई ऊंचाइयों को छूते हुए सर्वोत्तम प्रदेश बन रहा है। सीएम योगी के मार्गदर्शन में राज्य के खेल विभाग ने खेल इंफ्रास्ट्रक्चर और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए कई ऐतिहासिक निर्णय लिए। इससे गांव-गांव में खेल का माहौल बना रहा। उन्होंने बताया कि यूपी में 20 हजार से ज्यादा ग्राम पंचायतों में खेल के मैदान विकसित हुए हैं।

इस अवसर पर महापौर डॉ. मंगलेश श्रीवास्तव, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, विधायक विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ल, कालीबाड़ी के महंत रविंद्रदास, खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह, युवा कल्याण परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. विभ्राट चंद कौशिक, जिला कुश्ती संघ के अध्यक्ष दिनेश सिंह, जिला कबड्डी संघ गोरखपुर के अध्यक्ष अरुणेश शाही, हॉकी संघ के जिलाध्यक्ष मनीष सिंह, कुश्ती संघ के पदाधिकारीगण आदित्य सिंह आगू, मया शंकर शुक्ल, सुरेश चंद्र उपाध्याय, कमल किशोर वार्ष्णेय, जय यदुवंशी, भाजपा जिलाध्यक्ष जनार्दन तिवारी, समेत बड़ी संख्या में खेल प्रेमी, अधिकारी व गणमान्यजन मौजूद रहे।

*स्वास्थ्य विभाग के अनुपस्थित कर्मियों का वेतन रोका गया, अब एक साथ होंगे औचक निरीक्षण*

गोरखपुर। जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा बीते दिनों किये गये औचक निरीक्षण में अनुपस्थित चिकित्सा अधिकारियों और स्वास्थ्यकर्मियों का वेतन रोक दिया गया है। ऐसे सभी लोगों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। साथ ही सभी ब्लॉकों के चिकित्सा विभाग के नोडल अधिकारियों को एक साथ सभी प्रमुख चिकित्सा इकाइयों पर टीम बना कर औचक निरीक्षण के जरिए उपस्थिति जांचने का निर्देश दिया गया है। निर्धारित समयावधि में जो भी अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित पाए जाएंगे उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई जारी रहेगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेश झा ने दी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक चिकित्सा अधिकारी और स्वास्थ्य कर्मचारी को सुबह समय से अस्पताल और दफ्तर पहुंचना है और निर्धारित समय तक सेवा देनी है। नियमित निरीक्षण और प्रचार-प्रसार से शहरी क्षेत्रों में ओपीडी बढ़ी है और कई चिकित्सा इकाइयों पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग का नियमित पर्यवेक्षण पर विशेष जोर है।

सीएमओ डॉ झा ने रविवार को खुद कई शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर मुख्यमंत्री आरोग्य मेलों का निरीक्षण किया। उन्हें नथमलपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर सपोर्टिंग स्टॉफ अनुपस्थित मिले। केंद्र पर रोगियों की उपलब्धता की स्थिति भी ठीक नहीं मिली। इस संबंध में उन्होंने अनुपस्थित कर्मियों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। हुमायूंपुर शहरी स्वास्थ्य केंद्र पर भी कई कर्मचारी गायब मिले। रोगियों के पैथालॉजिकल जांच की स्थिति भी ठीक नहीं थी। इस केंद्र पर भी संबंधित कर्मियों का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। सीएमओ ने छोटे काजीपुर और बेतियाहाता नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों का भी निरीक्षण किया । इन केंद्रों पर स्थिति ठीक पाई गयी।

सीएमओ ने बताया कि बीते दिनों प्रशासनिक अधिकारियों के निरीक्षण में भी जिले की कई चिकित्सा इकाइयों पर अनुपस्थिति पाई गई थी। ऐसे सभी कर्मियों का वेतन रोक दिया गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। डॉ झा ने कहा कि हमारा जोर अब लगातार औचक निरीक्षण पर रहेगा और इसके लिए कई टीमे भी बनाई जा रही हैं। यह टीम दिन में एक ही इकाई पर एक से अधिक बार भी निरीक्षण करेंगी और अनुपस्थित लोगों पर कार्रवाई के लिए सीएमओ कार्यालय को अपनी रिपोर्ट देंगी। डॉ झा ने कहा कि उपस्थिति के मामले में जिले में पहले से बेहतर हालात हुए हैं, लेकिन शत-प्रतिशत परिणाम लाने के लिये शत प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित कराना आवश्यक है।

नहीं दिया जा सकता है डे ऑफ

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी नगरीय चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के दिन किसी कर्मचारी को डे ऑफ नहीं दिया जा सकता है। कुछ स्थानों पर विभागीय कर्मचारी मुख्यमंत्री आरोग्य मेले के दिन भी डे ऑफ पर मिले हैं। ऐसा करने वाले कर्मचारियों और उनको डे ऑफ देने वाले चिकित्सा अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

खेत में सिंचाई कर रहे युवक की सांप काटने से मौत*

खजनी गोरखपुर।तहसील क्षेत्र के एकडंगा गांव के निवासी वाल्मीकि दूबे (45 वर्ष) शुक्रवार को अपने खेत में सिंचाई कर रहे थे, इस दौरान उन्हें एक विषैले सर्प ने डंस लिया। उन्हें उपचार के लिए स्थानीय अस्पताल से दोहरीघाट स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

असामयिक मौत पर गांव और परिजनों में शनिवार को आपदा में युवा शिक्षक की आकस्मिक मृत्यु की घटना की सूचना सिकरीगंज थाने में पुलिस को दी गई, थाने से पहुंची पुलिस ने शव का पंचनामा कराने के बाद उसे पोस्टमार्टम के लिए जिले पर भेज दिया।

बता दें कि वाल्मीकि दूबे बढ़यापार के एक प्राइवेट विद्यालय में शिक्षक थे, उनकी असामयिक मौत की सूचना पर स्कूल में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया और दो मिनट का मौन रह कर मृत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।

*भाजपा कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों के साथ सुनी पीएम मोदी के "मन की बात"*


खजनी गोरखपुर।।आज खजनी क्षेत्र के झुड़ियां गांव में पीएम मोदी के रेडियो शो मन की बात कार्यक्रम का 124 वां एपिसोड भाजपा कार्यकर्ताओं ने स्थानीय ग्रामीणों के साथ विभिन्न बूथों पर एक साथ सुना।

प्रधानमंत्री के द्वारा दिए गए संदेश महाराष्ट्र के 7 और तमिलनाडु के एक किले को युनेस्को द्वारा वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किए जाने, खुदीराम बोस को दी गई फांसी और आजादी के दिवानों के बलिदान को याद करने, देश के विभिन्न राज्यों में मौजूद ऐतिहासिक महत्व के किलों के महत्व, तमिल पांडुलिपियों को संरक्षित करने के प्रयास ज्ञान भारतम् मिशन, वर्ल्ड पुलिस एण्ड फायर गेम्स, ओलंपिक और ओलंपियाड खेलों में भारत की बढ़ती भागीदारी, असम के काजीरंगा पार्क में पक्षियों की नई प्रजातियों की पहचान, झारखंड के गुमला में नक्सली हिंसा छोड़ कर मछली पालन से जुड़े युवाओं, प्रधानमंत्री मत्स्य पालन संपदा योजना, 7 अगस्त को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय हैंडलूम दिवस, प्रधानमंत्री द्वारा दी गई जानकारी तथा हमारे त्योहार और परंपराओं को हमारी विरासत और पहचान बताने के संदेश। अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला की सफलता आदि सभी विषयों पर गंभीर चर्चाओं को लोगों ने गौर से सुना तथा पीएम के विचारों की सराहना की।

स्थानीय लोगों ने पीएम मोदी के विचारों के प्रति सहमति जताते हुए कहा कि उनके विचार हम सभी को प्रेरित करते हैं, मन की बात कार्यक्रम को सुनना अच्छा लगता है।

इस दौरान लालचंद त्रिपाठी, सिद्धिनाथ त्रिपाठी, आदर्श राम त्रिपाठी, गोरख त्रिपाठी, ज्ञानधर त्रिपाठी, मार्तण्ड त्रिपाठी, लक्ष्मी गुप्ता, संदीप कुमार, सोनू यादव, दिनेश राम तिवारी, सुनील तिवारी, अमित राम तिवारी आदि उपस्थित रहे।

संघर्ष और स्वाभिमान का प्रतीक हैं वीरांगना फूलन देवी ई. सरवन निषाद

गोरखपुर।पूर्व सांसद वीरांगना फुलन देवी का पुण्यतिथि शुक्रवार को पादरी बाजार स्थित निषाद पार्टी कार्यालय में मनाया गया जिसमें कार्यकर्ताओं और नेताओं ने 24वीं पुण्यतिथि शहादत दिवस के रूप में चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। विधायक ई. सरवन निषाद ने कहा कि फूलन देवी सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि पितृसत्ता, जातीय भेदभाव और सामाजिक शोषण के खिलाफ एक आंदोलन थीं। उन्होंने भारत की महिलाओं को यह दिखाया कि अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने और बदलाव लाने की ताकत उनमें भी है।

उनका जीवन आज भी उन लाखों वंचितों और महिलाओं के लिए उम्मीद और संघर्ष नारी अस्मिता का प्रतीक ही नहीं बल्कि अन्याय, अत्याचार, शोषण,दमन के खिलाफ सशस्त्र आवाज उठाकर अत्याचारियों का पूर्णतया सफाया करने वाली सशक्त महिला थी। उनका जीवन हमें सदैव एक ऐसी शक्ति का आभास करता है, जिसकी वर्तमान में आवश्यकता है।निषाद पार्टी समय-समय पर फूलन देवी जी पर आयोजित कार्यक्रम आयोजित करते रहे हैं ।

कार्यक्रम में जिला प्रभारी महेंद्र निषाद , ज़िलाध्यक्ष जगदीश निषाद , युवा मोर्चा ज़िलाध्यक्ष सूरज निषाद , महिला मोर्चा अध्यक्ष आरती निषाद , जिलापंचायत सदस्य धीरज निषाद , रोहित निषाद गूंजा निषाद , दिपक निषाद , मोहित निषाद सहित अन्य कार्यकर्ताओं व पदाधिकारी मौजूद रहे ।

गोरखपुर खजनी गोला रूट पर तीन नई सरकारी रोडवेज बसों का संचालन शुरू

गोरखपुर।गोरखपुर जिले से खजनी, सिकरीगंज, उरूवां, गोला रूट पर यात्रियों की सुविधा के लिए रोडवेज की 3 नई बसों का संचालन शुरू किया गया है।गोरखपुर राप्ती नगर डीपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक (एआरएम) ए.के. सिंह ने बताया कि 42 सीटर 3 नई बसों का संचालन आज 25 जुलाई से शुरू किया गया है।उ

न्होंने बसों के संचालन की समय सारिणी की जानकारी देते हुए बताया कि बसों का संचालन गोरखपुर राप्ती नगर डीपो से प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे पहली बस10.30 बजे दूसरी 11 बजे तीसरी अपराह्न 14.10 बजे चौथी और शाम 17.15 तथा

17.35 बजे पांचवीं और छठीं बस खजनी, सिकरीगंज, उरूवां और गोला बाजार रूट पर चलेंगी, इसी प्रकार गोला बाजार से सबेरे 7.30 बजे पहली 8 बजे दूसरी 10.30 बजे तीसरी अपराह्न 14.10 बजे चौथी 14.20 बजे पांचवीं और शाम 17.15 बजे छठीं बस उरूवां, सिकरीगंज, खजनी रूट से गोरखपुर राप्ती नगर डीपो कचहरी तक चलेंगी। उन्होंने बताया कि बसों के संचालन में यात्रियों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जाएगा, उन्होंने कहा कि अभी यह समय सारिणी आफिस से निर्धारित की गई है।

यात्रियों की सुविधा को देखते हुए इसे भविष्य में परिवर्तित भी किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर अभी और बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी।बता दें कि लगभग 60 किलोमीटर लंबे इस रूट पर नियमित रूप से आवागमन के लिए यात्रियों को प्राइवेट डग्गामार वाहनों का सहारा लेना पड़ता है। दैनिक यात्रियों की सबसे बड़ी मजबूरी यह है कि अधिकांश प्राइवेट सवारी वाहनों में आटो, जीप और बसों का संचालन हो रहा है। ज्यादातर आॅटो चालक गोला बाजार से उरूवां तक या सिकरीगंज तक आते हैं, सिकरीगंज से खजनी और गोरखपुर के लिए दूसरी आॅटो में बैठना पड़ता है।

आटो चालकों द्वारा कम दूरी का अधिक किराया वसूल किया जाता है। खजनी से उनवल नगर पंचायत की दूरी सिर्फ 6 किलोमीटर है लेकिन किराया 20₹ लिया जाता है।

खजनी से माल्हनपार और बांसगांव की दूरी 15 किलोमीटर है और किराया 40/50 रूपए प्रति यात्री लिया जाता है।

इस संदर्भ में एसडीएम खजनी राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि प्राइवेट यात्री वाहनों द्वारा अधिक किराया वसूलने की शिकायतें लगातार मिल रही थीं, सरकारी रोडवेज बसों का नियमित संचालन बढ़ाए जाने से यात्रियों को बहुत सहूलियत होगी।

क्षेत्रीय विधायक श्रीराम चौहान ने बताया कि इस रूट पर बसों का नियमित संचालन बढ़ाने के लिए क्षेत्रीय प्रबंधक राप्ती नगर डीपो और राज्य परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और प्रमुख सचिव को पत्र लिखकर मांग की गई थी।

गोरखपुर अलीग वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वाधान में करियर काउंसलिंग सेमिनार का हुआ आयोजन


गोरखपुर। आज गोरखपुर अलीग वेलफेयर एसोसिएशन (GAWA) की तरफ से राह-ए-फलाह नाम से एक प्रोग्राम करियर काउंसिल वर्कशॉप किया गया। यह वर्कशॉप आमना गर्ल्स इंटर कॉलेज, इलाहीबाग, गोरखपुर में हुआ। इस प्रोग्राम का आगाज तिलावत-ए-कुरान पाक से हुआ जो डॉक्टर अब्दुल हई कासमी साहब ने किया। उसके बाद प्रोग्राम को आगे बढ़ाने के लिए संगठन के प्रेसिडेंट जनाब नुसरत अब्बासी साहब ने प्रोग्राम का आग़ाज़ किया।

प्रोग्राम में तीन मुख्य स्पीकर डॉ हया रशीद खान, फरिहा नसरीन और समीना अहमद, जो कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी की एलुमनाई हैं, ने बच्चियों को भविष्य को उज्जवल कैसे बनाया जाए इसके बारे में जानकारी दी। बच्चियों को यह बताया गया कि सिर्फ डिग्री लेना ही जीवन का मकसद नहीं है इस डिग्री का इस्तेमाल भी करें और अपने करियर को बनाएं आत्मनिर्भर बनकर मां बाप का नाम रोशन करें।

प्रोग्राम में गोरखपुर अलीग वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से अब्दुल हई (सचिव), एजाज़ आलम खान, राज़िक़ अली क़ादरी, मोहसिन मारूफी, हामिद परवेज़, अमानुल्लाह, वासुद्दीन आदि मौजूद रहे।

एसडीएम न्यायिक की अध्यक्षता में हुए समाधान दिवस में पहुंचे एक दर्जन फरियादी


खजनी गोरखपुर।थाने में आयोजित समाधान दिवस में कुल 13 फरियादी अपनी समस्याएं लेकर पेश हुए जिसमें एक भगवानपुर गांव के निवासी रामसजीवन और रामवृक्ष के बीच जमीनी विवाद का समाधान नायब तहसीलदार अशोक यादव और राजस्व निरीक्षक देवनारायण मिश्रा के हस्तक्षेप से करा दिया गया।

एसडीएम न्यायिक आनंद मोहन की अध्यक्षता में खोरठा गांव के रामकृपाल रामपुर पांडेय गांव के भोला प्रसाद और प्रभावती देवी कस्बा संग्रामपुर उनवल नगर पंचायत के संदीप कुमार भरोहियां गांव की किरन देवी और राजकुमार चौरसिया और तेतरिया गांव के सत्येंद्र सिंह और साफिया सरयां तिवारी गांव के विपिन कुमार तिवारी कोटियाडांड़ गांव की पूजा देवी और बागेबह गांव की साधना ने अपनी भूमि विवादों के मामले पेश किए। सभी मामलों में राजस्व निरीक्षक, लेखपाल और पुलिस टीम को मौके पर पहुंच कर जांच और समाधान कराने का निर्देश दिया गया।

इस दौरान गहना गांव के श्रीकांत यादव ने कानूनगो पर विपक्षियों से पैसे लेकर गलत पैमाइश करने का आरोप लगाया नायब तहसीलदार अशोक कुमार ने दूसरी टीम भेजकर दुबारा पैमाइश कराने का आश्वासन दिया वहीं हरनहीं गांव के जोगेंदर ने अधिकारियों के सामने कानूनगो पर पैसे मागने का आरोप लगाया।

मौके पर क्षेत्राधिकारी उदय प्रताप मिश्रा दिवस प्रभारी थानाध्यक्ष अनूप सिंह एसआई मनोज कुमार, ओमप्रकाश बिंद सहित लेखपाल कानूनगो एवं अन्य उपस्थित रहे।

एम्स गोरखपुर में पहली बार सूजनयुक्त आंत्र रोग या आंतों का सूजन संबंधी रोग (IBD) के इलाज में बड़ी उपलब्धि

गोरखपुर। 23 जुलाई 2025 अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), गोरखपुर में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई कामयाबी हासिल हुई है। यहां पहली बार छोटी आंत से पाउच बनाकर मलद्वार से जोड़ने की सर्जरी, Ileal Pouch Anal Anastomosis (IPAA) नाम की जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया है। यह सर्जरी उन मरीजों के लिए की जाती है जो Inflammatory Bowel Disease (IBD) से पीड़ित होते हैं और जिनका इलाज दवाओं से संभव नहीं होता।

एम्स गोरखपुर में इससे पहले भी चार Subtotal Colectomy सर्जरी सफलतापूर्वक की जा चुकी हैं। इस उपलब्धि के साथ अब पूर्वांचल के मरीजों को जटिल आंत की बीमारियों का इलाज अपने ही क्षेत्र में मिल सकेगा।

यह सर्जरी मल्टी-डिसिप्लिनरी टीम (MDT) के प्रयासों का परिणाम है, जिसमें सर्जरी विभाग, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी विभाग और एनेस्थीसिया विभाग ने मिलकर काम किया।

सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. गौरव गुप्ता ने कहा, “यह हमारे विभाग और संस्थान के लिए गर्व की बात है। अब हम IBD के जटिल मरीजों का बेहतर इलाज दे सकते हैं।”

गैस्ट्रो विभाग के प्रो. डॉ. सौरभ केडिया ने बताया, “IBD का इलाज सिर्फ दवाओं से नहीं होता। जब दवाएं असर नहीं करतीं, तब सर्जरी की जरूरत पड़ती है। हम हर मरीज की स्थिति के अनुसार इलाज की योजना बनाते हैं।”जीवनशैली में क्या बदलाव करें?

IBD से पीड़ित मरीजों को अपने खानपान और जीवनशैली में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव करने चाहिए:

✔️ सादा, सुपाच्य भोजन लें

✔️ तेल, मसाले, तले हुए और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों से बचें

✔️ ज्यादा पानी पिएं, हाइड्रेटेड रहें

✔️ धीरे-धीरे खाएं और खाना अच्छी तरह चबाएं

✔️ तनाव कम करें – योग, ध्यान या हल्की कसरत मददगार हो सकती है

✔️ धूम्रपान और शराब से बचें

✔️ नियमित फॉलो-अप और दवा का पालन करें

एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. भूपेंद्र ने कहा कि इस तरह की लंबी और जटिल सर्जरी के दौरान मरीज की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करना बेहद जरूरी होता है। ऑपरेशन के दौरान नाड़ी, रक्तचाप और सांस की लगातार निगरानी की जाती है।

सर्जरी करने वाली टीम में डॉ. रवि गुप्ता, डॉ. आशीष मिश्रा, डॉ. स्वाति और डॉ. हर्षा जागनानी शामिल रहे। एनेस्थीसिया टीम में डॉ. शांतोष, डॉ. भूपेंद्र, डॉ. आशीषुतोष और डॉ. नीरज ने अहम भूमिका निभाई।

डॉ. रवि गुप्ता ने बताया कि

इस सर्जरी में तीन चरण होते हैं:

1. पहले चरण में बड़ी आंत को निकाल दिया जाता है।

2. दूसरे में छोटी आंत से एक पाउच बनाया जाता है और उसे गुदा से जोड़ा जाता है।

3. तीसरे चरण में बाहर निकाले गए रास्ते (स्टोमा) को बंद किया जाता है, ताकि मरीज बिना बाहरी स्टोमा बैग के सामान्य रूप से मल त्याग कर सके।

संस्थान की कार्यकारी निदेशक मेजर जनरल (डॉ.) विभा दत्ता (सेवानिवृत्त) ने इस सफलता पर खुशी जताते हुए कहा, “यह सर्जरी पूर्वांचल के लिए एक नया अध्याय है। मरीजों को अब जटिल इलाज के लिए दूर नहीं जाना पड़ेगा। हम पूरी टीम को इस बड़ी उपलब्धि के लिए बधाई देते हैं।”

मरीज की कहानी:

उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले का 16 वर्षीय युवक, जिसे गंभीर अल्सरेटिव कोलाइटिस था, को अक्टूबर 2024 में एम्स लाया गया। पहले चरण में उसकी आपातकालीन सर्जरी की गई। फिर 9 महीने तक पोषण, दवाएं और स्वास्थ्य में सुधार लाने पर ध्यान दिया गया। अंततः 17 जुलाई 2025 को दूसरी सर्जरी कर IPAA प्रक्रिया पूरी की गई। अब मरीज स्वस्थ है और तेजी से ठीक हो रहा है।

IBD क्या है?

IBD यानी Inflammatory Bowel Disease एक पुरानी बीमारी है जिसमें आंतों में बार-बार सूजन होती है। इसके लक्षणों में बार-बार दस्त, खून आना, पेट दर्द, वजन घटना, और थकान शामिल हैं। दवाओं से इलाज न होने पर सर्जरी की जरूरत पड़ती है।

इस सर्जरी का महत्व:

IPAA सर्जरी से मरीज को स्टोमा बैग से छुटकारा मिल सकता है और उसकी जीवन गुणवत्ता बेहतर होती है। यह एम्स गोरखपुर की एक बड़ी उपलब्धि है जो पूर्वांचल के हजारों मरीजों को उम्मीद और राहत देगी।