जवानों ने अविस्मरणीय जोश और जज्बे का दिया था परिचय, शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर मनाया गया कारगिल विजय दिवस
अम्बिकापुर- युद्ध हथियारों के साथ ही तकनीकी और साहस से लड़ा जाता है। कारगिल युद्ध में हमारे जवानों ने अविस्मरणीय जोश और जज्बे का परिचय दिया था। यह बातें कारगिल विजय दिवस के अवसर पर कला एवं समाज कार्य विभाग के अध्यक्ष डॉ. आर.एन. शर्मा ने कही।
आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. शर्मा ने कहा कि भारतीय जवान युद्ध के मोर्चे पर हमेशा सफल रहे हैं। तात्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने पाकिस्तान की धमकियों पर सीधा जवाब दिया था, युद्ध पाक ने शुरू किया है और उसे ही अपनी सेना हटाना होगा। पाकिस्तान को आखिरी अंजाम तक सबक सिखायेेंगे। इससे पहले अतिथियों ने मां सरस्वती और श्रीसाई नाथ की तस्वीरों पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डॉ. अजय कुमार तिवारी ने कहा कि पाकिस्तान हमेशा साजिश करता है। कारगिल युद्ध भी उसकी साजिशों का परिणाम है। ठंड के दिनों में दोनों ओर की सेना अपनी चौकियों को खाली कर लौट आती है। उस समय पाकिस्तानी सेना के प्रमुख परवेज मुशर्रफ घुसपैठ कर चौकियों पर कब्जा जमा लेते हैं। ठंड खत्म होने के बाद चौकियों पर कब्जे की जानकारी स्थानीय चरवाहे से मिलती है। पाकिस्तान घुसपैठ के इस कारनामें को मुजाहिद्दीनों की हरकत बताता था जबकि नार्दन लाइट इन्फ्रें ट्री युद्ध लड़ रही थी। डॉ. तिवारी ने बताया कि आपरेशन सफेद सागर चलाकर सेना ने अपने शौर्य का परिचय दिया तो आर्मी ने द्रास, बटालिक, तोलोलिंग पर जमीनी कारवाई करते हुए सफलता हासिल की। इस लड़ाई में बोफोर्स तोप ने सटीक निशाने पर हमला किया जिससे पाकिस्तान पस्त हो गया। पाकिस्तान और उसकी सेना इस हरकत से दुनिया में शर्मसार हो गयी। प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी लाहौर बस यात्रा कर मित्रता का संदेश दे रहे थे और मुशर्रफ साजिशें कर रहे थे
कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकरी देवेन्द्र दास सोनवानी ने किया। इस अवसर पर लाइफ साईंस विभाग के अध्यक्ष अरविन्द तिवारी, कम्प्यूटर एंड आईटी विभाग के अध्यक्ष विवेक कुमार गुप्ता तथा सभी प्राध्यापक और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
Jul 30 2025, 12:43