मुख्यमंत्री की 'प्रगति यात्रा' की परियोजनाओं में तेजी: 137 में से 90 योजनाओं की निविदा प्रक्रिया पूरी - मंत्री नितिन नवीन*
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पटना: बिहार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने सोमवार को विभागीय कॉन्फ्रेंस हॉल में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 'प्रगति यात्रा' के दौरान घोषित परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान, पथ निर्माण विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट की जानकारी ली गई। बैठक में पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप आर पूदुलकट्टी और अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे। मंत्री नवीन ने सभी स्वीकृत योजनाओं पर तेजी से कार्य करने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। राज्य के विकास में पथ निर्माण विभाग की अहम भूमिका पथ निर्माण मंत्री नवीन ने कहा कि बिहार में पथ निर्माण विभाग राज्य के विकास में लगातार नए आयाम लिख रहा है। उन्होंने जोर दिया कि किसी भी राज्य में उसकी सड़कें प्रदेश की प्रगति को दर्शाती हैं। उनके अनुसार, प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नेतृत्व में बिहार इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि NDA सरकार में बिहार कई नए इतिहास दर्ज कर चुका है और कई सारे करने वाला है, जिसमें पथ निर्माण विभाग अपनी पूरी भागीदारी निभा रहा है। विभाग का मुख्य उद्देश्य राज्य में नवनिर्मित सड़कों के निर्माण से नागरिकों को समय और ईंधन की बचत कराने में सहयोग करना है, साथ ही सभी को सुरक्षित और सुगम आवागमन सुनिश्चित करना है। प्रगति यात्रा की परियोजनाओं का विवरण मंत्री नवीन ने बताया कि आज की बैठक में मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान शिलान्यास की गई योजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई। उन्होंने जानकारी दी कि प्रगति यात्रा में शामिल 137 योजनाओं में से करीब 90 योजनाओं की निविदा प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इसके साथ ही, लगभग 20 योजनाओं में भूमि अधिग्रहण का कार्य भी पूरा हो गया है और अब आगे की प्रक्रिया की जा रही है। अन्य योजनाओं की बात करें तो वे निष्पादन प्रक्रिया के अंतिम चरण में हैं। मंत्री नवीन ने अधिकारियों को निविदा प्रक्रिया में तेजी लाने का भी निर्देश दिया। इस दौरान, भूमि अधिग्रहण, योजनाओं की गुणवत्ता और उन योजनाओं में आ रही समय-सीमा संबंधी समस्याओं की भी विस्तृत जानकारी ली गई। मंत्री ने अधिकारियों को बताया कि विकास योजनाओं को तेजी से पूरा करने में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री का भी पूरा सहयोग मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पथ निर्माण विभाग में योजनाओं का आकार काफी बड़ा है, इसलिए विभाग को काफी जिम्मेदारी के साथ काम करना पड़ता है। इसीलिए वे हर योजना की लगातार मॉनिटरिंग और फॉलोअप कर रहे हैं। मंत्री ने दोहराया कि मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा का जो विजन है, उसमें पथ निर्माण विभाग एक बड़ा हिस्सा है, और विभाग पूरी गंभीरता से कार्यों को गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
*कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम का बयान 'देशविरोधी और बेशर्म': मंगल पाण्डेय का हमला

* पटना: बिहार के स्वास्थ्य एवं विधि मंत्री श्री मंगल पाण्डेय ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम द्वारा पहलगाम आतंकी हमले पर दिए गए बयान को "देशविरोधी, बेशर्मी से भरा हुआ और दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया है। उन्होंने इसे "पाकपरस्ती की हद" बताया है। श्री पाण्डेय ने कहा कि श्री चिदंबरम का एक इंटरव्यू में पहलगाम आतंकी हमले को लेकर यह कहना कि "क्या पता, वे देश के ही आतंकवादी हों। आप यह क्यों मान रहे हैं कि वे पाकिस्तान से आए थे?" कांग्रेस की देश विरोधी मानसिकता का परिचायक है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिस तथ्य को पूरी दुनिया जानती है और जिसे पाकिस्तान के आतंकी सरगना सैफुल्लाह कसूरी खुद स्वीकार कर चुका है, उसे तीन महीने बाद कांग्रेस झुठला रही है। मंगल पाण्डेय ने चिदंबरम के उस सवाल पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने एनआईए (NIA) से पूछा था कि क्या उसने आतंकवादियों की पहचान की है या यह पता लगाया है कि वे कहां से आए थे? पाण्डेय ने कहा कि "ऐसे सवाल पाकिस्तान के टूलकिट का हिस्सा हैं, जिसे भारत में कांग्रेस दुहरा रही है।" श्री पाण्डेय ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि एयर और सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगने वाली कांग्रेस, मुंबई हमले में आतंकियों की संलिप्तता से इनकार करने वाली कांग्रेस का मूल चरित्र देश के विरोध में रहकर पाकिस्तान की तरफदारी करना ही रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय सेना के शौर्य पर सवाल उठाकर कांग्रेस हमेशा देश और सेना का अपमान करती रही है। पाण्डेय ने यह भी कहा कि यह वही कांग्रेस है जिसने 'हिन्दू आतंकवाद' जैसे शब्द गढ़कर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को कवर करने की कोशिश की थी। अंत में, मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि इस देश की 140 करोड़ जनता कांग्रेस के नहीं, देश के साथ खड़ी है, और देश की संवेदनशील जनता कांग्रेस को रसातल में पहुंचा देगी।
राजेंद्र नगर जलजमाव: पटना नगर निगम की अनदेखी से अस्पताल तक पहुंचना मुश्किल, नाव बनी सहारा*
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पटना: राजधानी पटना के राजेंद्र नगर रोड नंबर 2B में आज सुबह से ही सड़कों पर घुटने तक पानी जमा है, जिससे स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है। उनका आरोप है कि पटना नगर निगम इस नारकीय स्थिति पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रहा है, जिसके कारण सड़कें अभी भी जलमग्न हैं। मरीजों और एंबुलेंस के लिए जद्दोजहद जलजमाव ने सबसे ज़्यादा मुसीबत मरीजों और एंबुलेंस के लिए खड़ी कर दी है। मरीजों को अस्पताल तक पहुँचने में भारी जद्दोजहद करनी पड़ रही है, और एंबुलेंस का पहुँच पाना भी मुश्किल हो गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए, अस्पताल प्रशासन ने अपनी तरफ से नाव की व्यवस्था की है, ताकि मरीजों को किसी तरह अस्पताल तक पहुँचाया जा सके। अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर, नर्स और अन्य कर्मी भी पानी में उतरकर ही अपनी ड्यूटी पर पहुँचे हैं। सड़क से अस्पताल के भीतर तक मरीजों को लाने में भारी परेशानी हो रही है, बावजूद इसके डॉक्टर और नर्स 24x7 ड्यूटी पर तैनात हैं और मरीजों की सेवा, चिकित्सा व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। आपातकालीन सेवाएं प्रभावित, स्थानीय लोगों ने की त्वरित कार्रवाई की मांग जलजमाव के कारण इमरजेंसी, डायलिसिस और मेटरनिटी जैसी महत्वपूर्ण सेवाएँ भी प्रभावित हुई हैं। इसके बावजूद, अस्पताल द्वारा ओपीडी और आइपीडी सेवाएँ जारी रखने की पूरी कोशिश की जा रही है। स्थानीय निवासियों ने नगर निगम से तत्काल पंपिंग की व्यवस्था, नालों की सफाई और ट्रैफिक डायवर्जन करने की मांग की है, ताकि स्वास्थ्य सेवाएँ सामान्य हो सकें और लोगों को इस जलजमाव से निजात मिल सके।
साईं मन्दिर के विशाल भंडारे में हजारों भक्तों ने ग्रहण किया महाप्रसाद ** श्रद्धा एवं विश्वास का दिखा अनूठा संगम, पुरे दिन लगा रहा ताँता*


पटना,श्री साईं शिव कृपा मन्दिर न्यास द्वारा श्री साईं बाबा प्राण प्रतिष्ठा के छब्बीसवें वार्षिक महोत्सव के द्विदिवसीय कार्यक्रम के दुसरे दिन प्रातः साईं बाबा का मंगल स्नान कराया गया उसके पश्चात् दूध, घी, मधु, दही, चन्दन एवं गंगा जल से उनका अभिषेक किया गया I वैदिक मंत्रोच्चार के साथ श्री साईं बाबा की विशेष पूजा अर्चना की गयी तथा उनका विशेष श्रृगार कराया गया Iउक्त अवसर पर साईं भक्तों की भारी भीड़ उपस्थित थी I उसके पश्चात विशाल भंडारा सह महाप्रसाद वितरण का कार्यक्रम एस.वी.डी.स्कूल के सामने पार्क में आयोजित किया गया जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर भंडारे का महाप्रसाद ग्रहण किया I यह कार्यक्रम दिन के 12:30 बजे आरम्भ होकर रात्रि 10 बजे तक चलता रहा I रविवार की छुट्टी होने की वजह से पुरे दिन भंडारे के प्रसाद ग्रहण करने वाले साईं भक्तों का तांता लगा रहा I तीस हजार से ज्यादा साईं भक्तो ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया I श्री साईं शिव कृपा मन्दिर न्यास समिति के अध्यक्ष अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति ,पटना उच्च न्यायालय श्री राधा मोहन प्रसाद, पूर्व सचिव एवं न्यासी राजेश कुमार डब्लू ने बताया कि पुरे आयोजन के सफल संपादन में सभी न्यासियों साईं सेवादारों एवं भक्तों तथा दाताओं का भरपूर सहयोग रहा है I समारोह में कई बिशिष्ठ व्यक्तियों ने शिरकत की, जिसमे प्रमुख रूप से श्री साईं शिव कृपा मन्दिर के संस्थापक अध्यक्ष एवं निर्माणकर्ता तथा बिहार राज्य सवर्ण आयोग के उपाध्यक्ष श्री राजीव रंजन प्रसाद, पटना साहिब के सांसद श्री रवि शंकर प्रसाद , बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री श्री नितिन नवीन , कुम्हरार के विधायक अरुण कुमार सिन्हा, पूर्व सांसद राम कृपाल यादव, पुलिस महानिदेशक आलोक राज, पटना की महापौर श्रीमती सीता साहू, उप महापौर श्रीमती रश्मि चंद्रवंशी ,पटना नगर निगम सशक्त स्थायी समिति के सदस्य एवं वार्ड 34 के पार्षद कुमार संजीत, पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति संजय कुमार , शामिल हैं
पटना: चिराग पासवान के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल उठाने पर राजीव रंजन का पलटवार
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, पीएम मोदी की लोकप्रियता और पत्रकार पेंशन वृद्धि पर भी बोले* पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान द्वारा बिहार में कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए जाने के बाद, पटना में जनता दल (यूनाइटेड) के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन ने उन पर पलटवार किया है। रंजन ने पत्रकारों से बात करते हुए कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। चिराग पासवान को 'पहले अपने गिरेबान में झांकने' की सलाह चिराग पासवान के कानून-व्यवस्था संबंधी बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए राजीव रंजन ने कहा, "जिम्मेदार नेताओं को बयान देने से पहले अपने गिरेबान में झांक कर देखना चाहिए, फिर उनका जवाब खुद उनके अंदर से मिल जाएगा।" उन्होंने आगे कहा कि पार्टियों को पहले अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों के लिए अपने दरवाजे बंद करने चाहिए, यह एक बड़ा काम होगा। रंजन ने यह स्वीकार किया कि बिहार में अपराध नहीं होता, ऐसा वह नहीं कहते, लेकिन जो भी अपराध करते हैं उन पर कड़ी कार्रवाई होती है। उन्होंने यह भी बताया कि अब बिहार में करीब 100 फास्ट ट्रैक कोर्ट की व्यवस्था की गई है, जिससे आपराधिक मामलों का त्वरित निपटारा हो सके। पीएम मोदी की वैश्विक लोकप्रियता पर बोले राजीव रंजन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकप्रियता में नंबर वन पर आने के सवाल पर राजीव रंजन ने कहा कि यह कोई अप्रत्याशित बात नहीं है। उन्होंने कहा, "नरेंद्र मोदी जी के 11 वर्ष के कार्यकाल में वैश्विक परिदृश्य में भारत की अर्थव्यवस्था चौथे नंबर पर आ गई है, और हम शीघ्र ही तीसरे नंबर पर आएंगे।" रंजन ने इसका श्रेय ढांचागत और जमीनी बदलावों को दिया, जिनके कारण यह सब संभव हुआ है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री ने भारत को इतना समृद्ध किया है, इसलिए उनकी लोकप्रियता का जादू सर चढ़कर बोल रहा है। पत्रकारों की पेंशन वृद्धि को बताया 'ऐतिहासिक' निर्णय हाल ही में बिहार सरकार द्वारा पत्रकारों की पेंशन राशि बढ़ाए जाने के निर्णय पर राजीव रंजन ने इसे "बहुत ही ऐतिहासिक, निर्णायक और क्रांतिकारी निर्णय" बताया। उन्होंने सरकार के इस कदम की सराहना की, जो पत्रकारों के कल्याण और सम्मान की दिशा में महत्वपूर्ण है।
बिहार में पत्रकारों के सम्मान पर सियासी वार-पलटवार: नितिन नवीन ने RJD पर साधा निशाना,
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NDA पत्रकारों को सम्मान दे रही* पटना: बिहार सरकार में पथ निर्माण मंत्री और बांकीपुर से भाजपा विधायक श्री नितिन नवीन ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ यानी पत्रकारों के सम्मान और कल्याण को NDA सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है। उन्होंने आरोप लगाया कि जहां NDA सरकार पत्रकारों के हित में लगातार ऐतिहासिक और कल्याणकारी फैसले ले रही है, वहीं नेता प्रतिपक्ष और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का रवैया पत्रकारों के प्रति हमेशा अपमानजनक, दमनकारी और अलोकतांत्रिक रहा है। NDA सरकार का पत्रकारों के लिए 'ऐतिहासिक' फैसला श्री नितिन नवीन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार सरकार ने "बिहार पत्रकार सम्मान पेंशन योजना" के अंतर्गत पेंशन राशि ₹6,000 से बढ़ाकर ₹15,000 प्रतिमाह कर दी है। उन्होंने यह भी बताया कि दिवंगत पत्रकारों के पति या पत्नी को पूर्व में ₹3,000 प्रतिमाह मिलने वाली पेंशन अब ₹10,000 प्रतिमाह जीवनभर प्रदान की जाएगी। नितिन नवीन के अनुसार, यह निर्णय महज़ एक सरकारी घोषणा नहीं, बल्कि पत्रकारों की गरिमा, सामाजिक सुरक्षा और जीवन स्तर को सुनिश्चित करने की दिशा में एक ठोस और संवेदनशील कदम है। नेता प्रतिपक्ष पर 'अपमानजनक व्यवहार' का आरोप नितिन नवीन ने आरोप लगाया कि नेता प्रतिपक्ष और RJD ने कई बार पत्रकारों को "भाड़े का टट्टू" और "सुपारी पत्रकार" जैसे शब्दों से अपमानित किया है। उन्होंने वर्ष 2022 की एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सवाल पूछे जाने पर नेता प्रतिपक्ष का गुस्सैल और धमकी भरा व्यवहार कैमरे के सामने साफ देखा गया, जो लोकतांत्रिक मर्यादाओं का खुला उल्लंघन था। मंत्री ने आगे कहा कि जुलाई 2017 में नेता प्रतिपक्ष ने अपने सुरक्षाकर्मियों से एक पत्रकार के साथ मारपीट करवाई थी, और इससे पहले उनके पिता जी ने भी एक बार सार्वजनिक मंच से पत्रकारों को अपशब्द कहे थे। नितिन नवीन ने दावा किया कि ये घटनाएं स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं कि जब-जब बिहार में RJD की सत्ता रही है, तब-तब पत्रकारों की स्वतंत्रता, सुरक्षा और सम्मान सबसे अधिक खतरे में पड़ा है। पीएम मोदी और सीएम नीतीश का 'स्पष्ट विजन' श्री नितिन नवीन ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जहां मीडिया के सूत्रों को खुलेआम अपशब्द कहने से नहीं चूकते, वहीं NDA सरकार पत्रकारों को सम्मान देने और उनके हितों की रक्षा करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का स्पष्ट विजन है कि पत्रकारों को न केवल काम करने की स्वतंत्रता मिलनी चाहिए, बल्कि सेवानिवृत्ति के बाद भी उन्हें गरिमापूर्ण जीवन जीने का अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने सभी पत्रकार साथियों से इस कल्याणकारी योजना का लाभ उठाने और इस दूरदर्शी निर्णय के लिए मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार का आभार व्यक्त करने की अपील की।
कंकड़बाग साई मंदिर में धूमधाम से मनाया जाएगा 26वां स्थापना दिवस किया जाएगा भंडारा का आयोजन
पटना 

राजधानी के कंकरबाग़ मे स्थित साईं मंदिर की स्थापना के छब्बीसवें वर्ष धूमधाम से मनाया जायेगा।दो दिनों तक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।26 जुलाई को भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी जो शहर के विभिन्न रास्तो से गुजर कर वापस साई मंदिर पहुंचेगी वही 27 जुलाई को भव्य भंडारा का आयोजन किया जायेगा।जिसमे हजारों भक्तो को प्रसाद दिया जायेगा।स्थापना दिवस को लेकर भक्तो मे काफी उल्लासहैं वही इस भंडारा में नामी ग्रामीण लोग के शामिल होने की उम्मीद है पूर्व कैबिनेट मंत्री रवि शंकर प्रसाद बिहार सरकार के मंत्री नितिन नवीन पटना के मेयर सीता साहू और कई गण मन लोग इसमें उपस्थित होंगे
पटना: विद्यालयों में अब HPV टीकाकरण और बच्चों की आंखों की होगी जांच – स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय*
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पटना: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने घोषणा की है कि राज्य में बच्चों और किशोरियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए एक नई पहल शुरू की जा रही है। इसके तहत, मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना और राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालयों में विशेष स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाए जाएंगे। श्री पांडेय ने बताया कि जिले के सदर प्रखंड स्तर पर संचालित सरकारी और निजी विद्यालयों में जाकर 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग की बालिकाओं को एचपीवी (HPV) टीकाकरण के विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही, बच्चों की सामान्य स्वास्थ्य जांच और आंखों की जांच भी की जाएगी। इन कार्यों में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम (RBSK) के चलंत चिकित्सा दल सहयोग करेंगे। RBSK के दल विद्यालयों का ऐसा माइक्रोप्लान तैयार करेंगे जिससे एक ही विद्यालय में तीनों गतिविधियां – बच्चों की स्वास्थ्य जांच, बालिकाओं का एचपीवी टीकाकरण और आंखों की जांच – एक साथ संपन्न हो सकें। स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि विशेष टीकाकरण सत्रों के लिए विद्यालय स्तर पर उचित व्यवस्था की जाएगी। इसमें पंजीकरण और टीकाकरण के लिए अलग-अलग सुविधाएं होंगी, साथ ही टीकाकरण के बाद लाभार्थियों के लिए 30 मिनट के अवलोकन (ऑब्जरवेशन) की भी व्यवस्था होगी। सत्र स्थल पर वैक्सीन और अन्य लॉजिस्टिक्स की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि इन गतिविधियों को संचालित करने में नोडल पदाधिकारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। टीकाकरण सत्रों के निकटतम आवासीय क्षेत्रों में उत्प्रेरकों के माध्यम से एचपीवी टीकाकरण से संबंधित जानकारी लाभार्थियों तक पहुंचाई जाएगी, ताकि वे टीकाकरण के लिए प्रेरित हो सकें। श्री पांडेय ने यह भी बताया कि टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर टीकाकर्मी, कंप्यूटर ऑपरेटर और संबंधित लॉजिस्टिक्स की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। आयोजित होने वाले सत्रों पर इस बात का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि कोई भी लाभार्थी खाली पेट टीकाकृत न हो। वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार, निकट भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों को अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर भी संचालित किया जाएगा।
पटना में जन सुराज का विधानसभा घेराव: पुलिस लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल, प्रशांत किशोर ने सरकार को ललकारा
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* पटना: जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के नेतृत्व में बुधवार को बिहार विधानसभा का घेराव करने निकले हजारों कार्यकर्ताओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया, जिसमें कई समर्थक घायल हो गए। जन सुराज ने तीन प्रमुख मांगों को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने के लिए एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर जुटाए थे। दोपहर करीब 12 बजे प्रशांत किशोर हजारों कार्यकर्ताओं के साथ बेली रोड स्थित शेखपुरा हाउस से निकले। एयरपोर्ट रोड होते हुए ये जन सुराज के कार्यकर्ता पटेल गोलंबर तक पहुंचे। यहां पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं ने पहला बैरिकेड तोड़ दिया और विधानसभा की ओर बढ़ने लगे। इसके बाद पुलिस ने फिर से उन्हें रोकने का प्रयास किया तो प्रशांत किशोर समेत हजारों कार्यकर्ता सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। पुलिस ने काफी देर तक कार्यकर्ताओं को हटाने की कोशिश की। इस दौरान पटना पुलिस ने जन सुराज के निहत्थे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कई समर्थकों को गंभीर चोटें आईं और कई के सिर फूट गए। कुछ कार्यकर्ता पुलिस से धक्का-मुक्की में भी घायल हुए। "दम है तो मुझे मारकर दिखाओ, बिहार भर में सरकार का निकलना मुश्किल कर देंगे" - प्रशांत किशोर कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज होता देख प्रशांत किशोर मीडिया से बात करते हुए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों पर भड़क गए। उन्होंने अधिकारियों को सीधे चुनौती देते हुए कहा, "आपने बच्चों पर लाठीचार्ज क्यों किया? नीतीश कुमार से परमिशन लेकर आइए और मुझपर लाठीचार्ज करिए। हिम्मत है तो ऐसा करिए, फिर देखिए, कल से बिहार भर में सरकार का निकलना मुश्किल कर देंगे।" प्रशांत किशोर ने बताया कि मुख्य सचिव ने जन सुराज के प्रतिनिधिमंडल को मिलने के लिए बुलाया है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर मुख्य सचिव यह लिखकर नहीं देंगे कि उनकी मांगों पर कितने दिन में कार्रवाई होगी, तो अगला कदम मुख्यमंत्री आवास का घेराव होगा। उन्होंने कहा, "एक लाख आदमी लाकर घर को घेर लेंगे। वो निकल नहीं पाएंगे।" मुख्य सचिव से मिला 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, 3 मांगों का ज्ञापन सौंपा इस बीच, पटना जिला प्रशासन की पहल पर जन सुराज के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती के नेतृत्व में एक 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मुख्य सचिव से मिलने के लिए ले जाया गया। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव से मुलाकात कर उन्हें पार्टी की तीन प्रमुख मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सौंपा। मनोज भारती ने बताया कि बिहार की जनता के लिए अहम इन तीन मुद्दों पर जन सुराज ने एक करोड़ लोगों के हस्ताक्षर जुटाए हैं। जन सुराज की तीन प्रमुख मांगें: जातीय जनगणना में चिह्नित गरीब परिवार: साल 2023 की जातीय जनगणना में चिह्नित 94 लाख गरीब परिवारों को 2 लाख रुपये की सहायता कब मिलेगी? भूमिहीन दलित-अतिपिछड़ा परिवार: 50 लाख भूमिहीन दलित और अतिपिछड़ा परिवारों को 3 डिसमिल जमीन देने के वादे का क्या हुआ? भूमि सर्वे में लूट: भूमि सर्वे के नाम पर वंशावली, रसीद और दाखिल-खारिज में हो रही लूट कब रुकेगी? मुख्य सचिव से तीनों मांगों पर जल्द कार्रवाई का आश्वासन मिलने के बाद प्रतिनिधिमंडल के साथ प्रशांत किशोर और हजारों कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से वापस लौट गए।
बिहार में 'SIR' पर सियासी घमासान: तेजस्वी यादव बोले - 'यह लोगों के अस्तित्व को खत्म करने की साजिश'*
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पटना: बिहार विधानसभा में 'स्पेशल समरी रिवीजन' (SIR) प्रक्रिया को लेकर जारी गतिरोध के बीच, नेता प्रतिपक्ष श्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने बिहार सरकार और केंद्र पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने अपने आवास 01 पोलो रोड, पटना में महागठबंधन के विधायकों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि SIR के माध्यम से लोगों के अस्तित्व और हर तरह की सरकारी योजनाओं से वंचित करने की साजिश रची जा रही है, और सत्ता पक्ष चुनाव आयोग के पक्ष में खड़ा होकर जनता के नागरिक अधिकार को कमजोर करना चाहता है। सदन में अभद्र भाषा का प्रयोग: तेजस्वी यादव का आरोप तेजस्वी यादव ने बताया कि उन्होंने SIR के मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष से मुलाकात की थी और इस पर चर्चा का प्रस्ताव रखा था। उन्होंने आरोप लगाया कि जब वे अध्यक्ष की अनुमति से अपनी बात रख रहे थे, तो उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा और अन्य मंत्रीगण ने "हल्की" और "अमर्यादित व अभद्र" भाषा का इस्तेमाल कर सदन की गरिमा गिराने का काम किया। उन्होंने कहा कि उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने खबरों में बने रहने के लिए इस तरह की भाषा का प्रयोग किया, जो सही नहीं है। इस अवसर पर संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश राम, कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान, भाकपा माले विधायक दल के नेता कामरेड महबूब आलम, सीपीआई एम विधायक दल के नेता कॉमरेड अजय कुमार, सीपीआई के विधायक दल के नेता कॉमरेड सूर्यकांत पासवान, पूर्व मंत्री श्री आलोक कुमार मेहता, विधायक भाई वीरेंद्र, राजद प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता श्री शक्ति सिंह यादव, प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद, कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता श्री राजेश सिंह राठौर सहित महागठबंधन के कई प्रमुख नेता उपस्थित थे। "मुख्यमंत्री सरकार चलाने लायक नहीं, चुनाव आयोग मोदी-शाह के इशारे पर काम कर रहा" तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि जब विपक्ष सदन में अपनी बात गंभीरतापूर्वक रखता है, तो सत्ता पक्ष जवाब देने की बजाय अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता है। उन्होंने सवाल किया कि चुनाव आयोग ने सुप्रीम कोर्ट में दिए हलफनामे में कहीं भी "घुसपैठिए" की बात क्यों नहीं की, और न ही भाजपा के किसी बीएलए (बूथ लेवल एजेंट) ने ऐसी कोई शिकायत दर्ज की है। उन्होंने पूछा कि अगर ऐसी बातें हैं, तो 2005 से 2025 तक नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार और 2014 से केंद्र में भाजपा की सरकार होने के बावजूद इस तरह के आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं, और इसके लिए जिम्मेदार कौन है? तेजस्वी ने दावा किया कि केंद्र और राज्य सरकार अपनी भूमिका ठीक से नहीं निभा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वह चर्चा कर रहे थे, तब मुख्यमंत्री ने बिना विषय समझे बीच में हस्तक्षेप किया। उन्होंने कहा कि "मुख्यमंत्री के इस तरह के बयान से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो अब सरकार चलाने के लायक नहीं हैं।" तेजस्वी ने सीधे आरोप लगाया कि "नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर चुनाव आयोग काम कर रहा है।" उन्होंने कहा कि "सरकार में बैठे हुए लोग वोटर चुन रहे हैं, जबकि लोकतंत्र में वोटर सरकार चुनते हैं।" '55 लाख वोट काटने की साजिश, कल्याणकारी योजनाओं से वंचित करने का प्रयास' नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि इस तरह लोकतांत्रिक प्रक्रिया को कमजोर करके लोगों के अस्तित्व को खत्म करना चाहते हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वोटर लिस्ट से नाम हटाए गए, तो लोग सभी सरकारी कल्याणकारी योजनाओं जैसे पेंशन, राशन, छात्रवृत्ति, आवास योजना आदि के लाभ से वंचित हो जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने बिना विषय को समझे हस्तक्षेप किया और उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने मामले को बिगाड़ा। तेजस्वी ने मुख्यमंत्री के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा कि "इतने गंभीर मामले पर चर्चा में गंभीरता नहीं दिखना कहीं न कहीं सत्ता पक्ष के द्वारा मामले को भटकाने का प्रयास लगता है क्योंकि ये लोग नहीं चाहते हैं कि मतदाताओं के मताधिकार पर चर्चा हो।" तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बिहार में करीब 55 लाख वोट काटने की साजिश चल रही है, जिसमें सत्ता पक्ष की भूमिका स्पष्ट रूप से नजर आ रही है। उन्होंने दोहराया कि "चुनाव आयोग नरेंद्र मोदी और अमित शाह के इशारे पर कार्य कर रहा है।" उन्होंने चुनाव आयोग के "मनमाने रवैये" और केंद्र सरकार के इशारे पर "अपारदर्शी तरीके से मतदाता सूची में धांधली" को लोकतंत्र के लिए अत्यंत खतरनाक बताया। महागठबंधन के अन्य नेताओं ने भी SIR को बताया 'लोकतंत्र के अस्तित्व पर हमला' संवाददाता सम्मेलन में मौजूद अन्य महागठबंधन के नेताओं ने भी तेजस्वी यादव के आरोपों का समर्थन किया। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश राम ने कहा कि सदन सत्ता पक्ष और विपक्ष के लिए अपनी बात रखने और चर्चा करने के लिए होता है, लेकिन आज सत्ता पक्ष ने जानबूझकर ऐसा माहौल बनाया ताकि मुद्दे को भटकाया जा सके। सीपीआई एमएल के कामरेड महबूब आलम ने SIR को "लोकतंत्र के अस्तित्व को खत्म करने का साजिश" बताया। उन्होंने सवाल किया कि यह प्रक्रिया पूरे देश में नहीं करके बिहार में क्यों की जा रही है, जबकि तीन महीने बाद ही चुनाव हैं। सीपीआई एम के कामरेड अजय कुमार ने इसे "नागरिक अधिकार छीनने की साजिश" बताया और कहा कि यह भाजपा के इशारे पर "चुनाव को हाईजैक करने का मामला" है। सीपीआई के विधायक दल के नेता कामरेड सूर्यकांत पासवान ने कहा कि बोलने और वोट देने के अधिकार को कुचला जा रहा है। उन्होंने घोषणा की कि वे किसी के भी नागरिक अधिकार और वोट के अधिकार को छीनने नहीं देंगे और ऐसी साजिशों को नाकाम करने के लिए सड़क से लेकर सदन तक आंदोलन करेंगे।