टिकारी विधानसभा क्षेत्र में बढ़ी राजनैतिक सरगर्मी, कांग्रेस से संभावित प्रत्याशी के चुनाव कार्यालय का शुभारंभ

गया जी (मनीष कुमार): बिहार विधानसभा के अंतिम सत्र के समापन के साथ ही सूबे में राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। इसी कड़ी में गया जिले के टिकारी विधानसभा क्षेत्र में भी राजनीतिक गतिविधियां प्रारंभ हो गई है। आज टिकारी प्रखंड मुख्यालय में कॉलेज मोड़ के समीप कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी धीरेंद्र कुमार उर्फ धीरू शर्मा के चुनावी कार्यालय का शुभारंभ किया गया। कार्यालय का उद्घाटन धीरू शर्मा, वाल्मीकि प्रसाद सहित अन्य गणमान्य लोगों ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया।

इस मौके पर बड़ी संख्या में धीरू शर्मा के समर्थक और ग्रामीण उपस्थित रहे। पत्रकारों से बात करते हुए धीरू शर्मा ने कहा कि इस विधानसभा के तमाम अभिभावकों और मतदाताओं का उन्हें आशीर्वाद और समर्थन प्राप्त है। जिस वजह से उन्होंने काफी पूर्व से ही अपने चुनाव अभियान की शुरुआत कर दी है।

आज इसी कड़ी में यहां पर मुख्य चुनाव कार्यालय का उदघाटन हमारे अभिभावकों के द्वारा किया गया है। इस कार्यालय में बैठकर कार्यकर्ता आगे की रणनीति बनाएंगे और चुनावी समर में विजय दिलाएंगे। आज के कार्यक्रम में कांग्रेस नेता धीरेंद्र कुमार उर्फ धीरू शर्मा के अलावे वयोवृद्ध राजनेता वाल्मीकि प्रसाद,मदन बाबू, शास्त्रीजी, नाहिर जी सहित कई जनप्रतिनिधि और गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

गया जी में तैलिक साहू सभा के बैनर तले धर्म सभा भवन में मनाया गया सावन महोत्सव, खूब झूमी महिलाएं

गया जी (मनीष कुमार): बिहार के गयाजी शहर के धर्म सभा भवन में रविवार को तैैलिक साहू सभा के बैनर तले सावन महोत्सव का आयोजन किया गया. सावन महोत्सव के इस आयोजन में महिलाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया.

सावन महोत्सव कार्यक्रम के दौरान महिलाएं जमकर झूमी. इस मौके पर विधिवत कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया, जिसमें समाज के बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया.

नृत्य संगीत कार्यक्रम के बीच काफी धूमधाम से सावन महोत्सव मनाया गया. इस संबंध में बिहार प्रदेश तैैलिक साहू सभा की प्रदेश महिला अध्यक्ष ने बताया कि तैलिक साहू सभा के बैनर तले गया जी के धर्मसभा भवन में हम लोग सावन महोत्सव मना रहे हैं. यहां हमारा संस्कृति कार्यक्रम भी है. भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि पर सावन महोत्सव मनाने का उद्देश्य हमारे समाज को जोड़ने का है. हम लोग जुड़ेंगे, आगे बढ़ेंगे तो देश भी आगे बढ़ेगा.

बिहार के सभी जिलों में हम लोग यह सावन महोत्सव स्पेशली महिलाएं मना रही हैं. इसमें संस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन हुआ है. वही, तैैलिक साहू सभा के जिला अध्यक्ष अजय साव और महिला जिला अध्यक्ष पुष्पा गुप्ता ने बताया कि सावन महोत्सव में जिले के सभी 24 प्रखंड से हमारी महिलाएं बहन आई हैं. नौजवान साथी और बच्चे भी शामिल हुए हैं. यह कार्यक्रम हमारे समाज के जिलाध्यक्ष अजय साव के नेतृत्व में रखा गया है. हम लोगों की सोच है, कि महिलाओं के इस तरह के कार्यक्रम के माध्यम से संदेश देना चाहते हैं, कि हमारा समाज हरा-भरा हो, हमारा देश हरा भरा हो. वही तैलिक साहू सभा के जिलाध्यक्ष अजय साव ने कहा कि सावन महोत्सव का आयोजन काफी धूमधाम से हुआ है. यह कार्यक्रम काफी सफल रहा. इसमें महिलाओं की इसमें बढ़कर भागीदारी रही.

गया जी में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जिला इकाई के द्वारा श्रावण मिलन समारोह का हुआ आयोजन

Gaya जी (मनीष कुमार): गया जी शहर के गोदावरी स्थित श्री चित्रगुप्त मंदिर के प्रांगण में शनिवार को अखिल भारतीय कायस्थ महासभा जिला इकाई के द्वारा श्रावण मिलन समारोह का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य रूप से मेंहदी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें बड़ी संख्या में समाज की महिलाओं ने बढ़ चढ़कर भाग लिया। अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के गया जिलाध्यक्ष सह पूर्व डिप्टी मेयर मोहन श्रीवास्तव ने विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार के रूप में श्रृंगार की वस्तुएं दी गई।

मंच का संचालन राजेश कुमार सिन्हा ने किया। इस मौके पर उदय श्रीवास्तव, बिपिन कुमार, अखौरी शैलेंद्र कुमार सिन्हा, धीरज सिन्हा, बिष्णु कुमार सिन्हा, राकेश कुमार सिन्हा, मुकेश जमुआर, सुजाता माथुर, साधना सिन्हा, ममता सिन्हा, शबनम सिन्हा, आरती सिन्हा आदि मौजूद रहें।

गया जी में चिराग पासवान की नव संकल्प महासभा आयोजित कार्यक्रम में दर्जनों कार्यकर्ता और पत्रकारों की हुई पॉकेट मारी, VIP को भी नहीं छोड़ा

गया जी: बिहार के गया जी शहर के ऐतिहासिक गांधी मैदान में लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के द्वारा नव संकल्प महासभा आयोजित कार्यक्रम में दर्जनों कार्यकर्ता और पत्रकारों की पॉकेट मारी हुई है.

लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के द्वारा गया शहर के ऐतिहासिक गांधी मैदान में नव संकल्प महासभा कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान पहुंचे थे और सभा को संबोधित किया. कार्यक्रम समाप्त होते ही कई कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की पॉकेट मारी हुई है.

लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास के व्यवसायिक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि कार्यक्रम समाप्त होते ही पॉकेट में रहे पर्स की पॉकेट मारी कर ली गई है. जिसमें नगद रुपए और वाहन के कई कागजात थे. साथी उन्होंने बताया कि कई कार्यकर्ताओं के साथ इसी तरह की घटना हुई है. यहां तक पत्रकारों को भी नहीं बक्शा गया और उन्हें भी पॉकेट मारी कर ली गई.

जन सुराज की सरकार बनते ही बिहार से अपराधियों और माफियाओं का पलायन होगा, हम जनता को जगाने के लिए लड़ाई लड़ रहे है: आरसीपी सिंह

बिहार के गया जी में जन सुराज पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.सी.पी. सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार में जन सुराज की सरकार बनती है तो अपराधियों और माफियाओं का पलायन होगा. बिहार को बदलना है। यहां लूट खसोट हुआ है। दूसरी पार्टियां आपको धोखा दे रही है। बिहार की जनता को जागने के लिए हम लड़ाई को लड़ रहे हैं.

40 वर्षों से लूटा जा रहा है। बिहार में इस समय अपराधियों मनोबल बहुत बढ़ा हुआ है, नीतीश कुमार अपराधियों को रोकने में पूरी तरह विफल हो चुके हैं। नवंबर में जन सुराज की सरकार बनते ही अगर किसी का पलायन होगा तो वो बिहार के अपराधियों और माफियाओं का पलायन होगा। उन्होंने कहा जनता का राज स्थापित करना ही जन सुराज का एकमात्र लक्ष्य है। इसलिए हमलोग हर जिले में जाकर जन सुराज के विचारों को हर घर तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत है। हम सिर्फ सत्ता के लिए नहीं, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन के लिए मेहनत कर रहे हैं।

आर.सी.पी. सिंह ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी अच्छे लोगों को चुनाव में उतारेगी, जिनकी छवि साफ सुथरी हो। उन्होंने कहा जनसुराज सत्ता में आई तो तीन महीने के अंदर बिहार भ्रष्टाचार मुक्त हो जाएगा।

बिहार बदलाव सभा के तहत जन सुराज पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.सी.पी. सिंह अपने एक दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को गया जी पहुंचे. वजीरगंज विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के नेता एवं वजीरगंज पंचायत के मुखिया संतोष साव द्वारा आयोजित 'बिहार बदलाव संवाद' सभा को संबोधित किया। जहां बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और संगठन के नेता मौजूद रहें।

कार्यक्रम में ये सभी नेता हुए शामिल

बैठक में जन सुराज पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आर.सी. पी. सिंह, जिला अध्यक्ष भवानी सिंह,मुख्य प्रवक्ता रवि बरनवाल, विधान सभा प्रभारी संतोष सिंह,जिला प्रवक्ता अमित कार्तिकेय, प्रदेश कोर कमिटी के सदस्य डॉ विपिन यादव, विभूति जी छोटन साव, सतेंद्र सिंह, बजरंगी सिंह, पुष्पा देवी, रविन्द्र, सिंह, सुरेंद्र साव, आनंद, कुमार, चंदन,कुमार, विजय, भारती ,संजय साव, मनोज साव, सुनील डायमंड, पिंकी बाबा सहित जन सुराज के जिला से लेकर प्रखंड के सभी नेता मौजूद रहें।

गया में यूनिसेफ टीम का क्षेत्र भ्रमण: मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों और जन कल्याणकारी योजनाओं का लिया जायजा

गया: यूनिसेफ की राष्ट्रीय टीम ने बुधवार को गया जिले का भ्रमण कर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन का जायजा लिया। टीम ने स्वास्थ्य संस्थानों और सामुदायिक स्तर पर दी जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं व सेवाओं का निरीक्षण किया, खासकर गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं और शिशुओं को मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल की।

यूनिसेफ की टीम में यूनिसेफ बिहार के चीफ फील्ड अफसर मार्गेट गवाडा, प्रोग्राम मैनेजर शिवेंद्र पांडेय, स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. एसएसएस रेड्डी, और कम्युनिकेशन अफसर पूजा कुमारी शामिल थीं। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ. राजाराम प्रसाद, डीपीएम नीलेश कुमार और यूनिसेफ के संजय सिंह सहित अन्य वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारी भी मौजूद रहे। टीम ने देर शाम समाहरणालय में जिलाधिकारी शशांक शुभंकर से मुलाकात कर स्वास्थ्य सेवाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर अद्यतन जानकारी दी।

जिलाधिकारी ने यूनिसेफ टीम को दी योजनाओं की जानकारी


जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने यूनिसेफ के सभी सदस्यों का स्वागत किया और उन्हें जिले में संचालित विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं से अवगत कराया। उन्होंने विशेष रूप से डॉ. अंबेडकर समग्र अभियान का उल्लेख किया, जो गया जिला की महादलित बस्तियों में रहने वाले ग्रामीणों के सर्वांगीण विकास के लिए चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाना है, ताकि वे जागरूक होकर उनका लाभ उठा सकें। जिलाधिकारी ने खुशी जाहिर करते हुए बताया कि महादलित बस्तियों में रहने वाले लोगों ने राज्य सरकार की योजनाओं का बड़े पैमाने पर लाभ लिया है।

जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि राज्य सरकार महादलित बस्तियों को और बेहतर तरीके से विकसित करने पर लगातार जोर दे रही है। इन बस्तियों में रहने वाली महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट पर बड़े पैमाने पर काम किए जा रहे हैं।

इसके अलावा, जिले में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान पर भी काफी कार्य किया जा रहा है, ताकि महिलाओं की शत-प्रतिशत भागीदारी सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने बच्चों के टीकाकरण को अत्यंत महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण कार्य बताते हुए कहा कि शत-प्रतिशत बच्चों में टीकाकरण सुनिश्चित करवाया जा रहा है। इन सबके अतिरिक्त, प्रभावती अस्पताल में 24 बेड की क्षमता वाला मदर न्यू बोर्न चाइल्ड यूनिट ("शीशा घर") बनाया गया है, जहां कोई भी अपने बच्चों को लाकर बेहतर इलाज करवा सकता है।

स्वास्थ्य सेवाओं का जमीनी निरीक्षण

यूनिसेफ की टीम ने सबसे पहले परैया के राजपुर स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले आजाद बिगहा आंगनबाड़ी केंद्र का दौरा किया। यहां उन्होंने समुदाय स्तर पर संचालित होने वाले ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस पर विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं का निरीक्षण किया। टीम ने पाया कि टीकाकरण और अन्य सेवाएं अच्छी तरह से मुहैया कराई जा रही हैं। उन्होंने टीकाकरण लाभार्थियों, पंचायती राज जनप्रतिनिधियों, विकास मित्रों, आशाकर्मियों और जीविका दीदियों से बातचीत कर सेवाओं के बारे में जानकारी ली और सर्विलांस प्रणाली को समझा।

इसके बाद, टीम ने टिकारी प्रखंड में किशोर-किशोरियों के लिए संचालित 'उड़ान कार्यक्रम' की जानकारी प्राप्त की और बच्चों के सामाजिक विकास पर चर्चा की। अंत में, टीम ने प्रभावती अस्पताल में 24 बेड वाले मैटरनल न्यूनेटल केयर यूनिट का निरीक्षण किया और माताओं से बातचीत की। टीम ने वहां की सभी व्यवस्थाओं पर संतुष्टि व्यक्त करते हुए स्वास्थ्यकर्मियों की प्रशंसा की।

जिला परिषद कार्यालय में पूर्व अध्यक्ष स्व. बिंदेश्वरी प्रसाद यादव ऊर्फ बिंदी यादव की मनाई गई पुण्यतिथि, समर्थकों ने प्रतिमा स्थल पर किया माल्यार

गया जी शहर के जिला परिषद कार्यालय में जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष स्व. बिंदेश्वरी प्रसाद यादव उर्फ बिंदी यादव की पांचवी पुण्यतिथि मनाई गई. इस दौरान जिला परिषद के प्रांगण में स्थित प्रतिमा पर जिला परिषद अध्यक्ष नैना कुमारी, उपाध्यक्ष डॉ शीतल प्रसाद यादव, नगर प्रखंड के उप प्रमुख सतीश पटेल समेत हजारों हजार की संख्या में कई लोगों ने माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन व्यक्त किया.

इस मौके पर स्वर्गीय बिंदी यादव के पुत्र समाजसेवी रॉकी यादव ने कहा कि आज हमारे पिता की पुण्यतिथि मनाई जा रही है, जहां दूर-दराज से आए लोगों ने उनकी मूर्ति पर श्रद्धा सुमन व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि हम अपने पिता के बताएं मार्ग पर चलने का प्रयास कर रहे हैं.

साथ ही उनके सपनों को पूरा करने के लिए भी प्रयासरत है. उन्होंने कहा कि हमारे पिता समाज के सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलने का कार्य करते थे. हमेशा सभी की मदद के लिए तैयार रहते थे. यही वजह है कि सिर्फ गया ही नहीं बल्कि जहानाबाद, अरवल सहित अन्य दूसरे जिले से भी लोग काफी संख्या में आए हैं और श्रद्धा सुमन व्यक्त कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे मगध प्रमंडल की जनता का आशीर्वाद हमें मिलता है, यही वजह है कि हमारी माता मनोरमा देवी कई बार विधान पार्षद भी रही है और इस बार बेलागंज विधानसभा से विधायक भी चुनी गई है, इसके लिए हम अपने समर्थकों को तहे दिल से धन्यवाद देते हैं. हम अपने पिता के सपनों को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं.

06 सिंतबर से 21 सितंबर 2025 तक आयोजित होगा पितृपक्ष, तैयारियों को लेकर जिलाधिकारी ने की समीक्षा

गया जी: इस वर्ष पितृपक्ष मेला 06 सिंतबर से प्रारंभ होकर 21 सितंबर 2025 तक आयोजित रखेगा। इस वर्ष पिछले वर्ष के अपेक्षा और अधिक तीर्थयात्रियों की आने की पूरी संभावना है। पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के उद्देश्य से किये जा रहे तैयारियों का समीक्षा जिलाधिकारी शशांक शुभंकर ने कोषांगवार किया। 

डीएम ने हर कोषांग की तैयारी एवं क्या क्या काम किया जाना है, उसकी क्या प्रगति है, से संबंधित साप्ताहिक समीक्षा कोषांग वार की जा रही है। उन्होंने सभी कोषांगों के वरीय पदाधिकारी एवं नोडल पदाधिकारी को निर्देश दिया कि अभी से ही अपने कोषांग में अधीनस्थ पदाधिकारी, अभियंता एवं संबंधित नामित स्वमं सेवी सम्मानित व्यक्तियों के साथ स्थल निरीक्षण करते हुए, जो भी कमियां पायी जाती है उसे युद्धस्तर में ठीक करवाये, ताकि मेला अवधि में पितृपक्ष मेला की खूबसूरती में और चार चांद लग जाये। 

आज मुख्य रूप से मेल क्षेत्र के आवासन कोषांग, जलापूर्ति एवं स्वच्छता कोषांग के कार्यो पर किये गए तैयारी संबंधित साप्ताहिक समीक्षा की गई। आवासन कोषांग की समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कहा कि अब तक 50 आवासन स्थल जिसमे 26 यात्री आवासन स्थल एवं 24 पुलिस आवासन स्थल चिन्हित किये गए हैं, जो पिछले वर्ष भी आवासन स्थल में सम्मिलित थे। इसके अलावा 10 अन्य आवासन स्थल पिछले सप्ताह चिन्हित हुए हैं जिनमे 5 सरकारी भवन एवं 05 निजी संस्था के भवन हैं। डीएम ने कहा कि जिस आवासन स्थल में जो कमी है, उसको ठीक करवाये। डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि आवासन स्थल की रंगाई पोताई का कार्य करवाना प्रारम्भ करें। जिस आवासन स्थल में बिजली कनेक्शन की आवश्यकता है, वहां बिजली कनेक्शन उपलब्ध करवाया जाए। आवासन स्थलो कि पूरी निगरानी के लिये जोन बनाते हुए प्रभारी नामित करे। डीएम ने नगर आयुक्त को निर्देश दिया है कि आवासन स्थल के सेफ्टी टैंको की सफ़ाई कार्य तेजी से करवाये। अब तक 20 आवासन स्थल के सेफ्टी टैंक को साफ करवाये भी जा चुके हैं।

ज़िलाधिकारी ने बताया कि इस बार भी गांधी मैदान में 2500 क्षमता वाले टेंटी सिटी का निर्माण करवाने के लिये पर्यटन विभाग बिहार सरकार को पत्र भेजी गई है। पर्यटन विभाग से समन्वय रख कर प्रस्तावित टेंट सिटी में रहने वालों के लिये पेयजल एवं टॉयलेट की कोई कमी नही रहे, इसे लेकर प्रॉपर व्यवस्था पूरा रखे. निगमा मोनास्ट्री बोधगया में 2 हजार की संख्या में आवासन की पूरी व्यवस्था के लिये पर्यपत रूम एलोकेट की व्यवस्था की जांच कर ले।

पेयजल एवं स्वच्छता कोषांग के समीक्षा के दौरान जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को निर्देश दिया कि सभी आवासन स्थल पर अभी से ही घूम घूम कर पितृपक्ष मेला में किए जाने वाली व्यवस्थाओं का आकलन कर लें। उन्होंने कहा कि आवासन स्थलों पर पहले से स्थापित टॉयलेट तथा पेयजल की व्यवस्था जो स्थापित है उसे मरम्मत करवाना सुनिश्चित करें। साथ ही कितनी संख्या में अस्थाई टॉयलेट एवं स्नानागार बनाने की आवश्यकता है इसका आकलन कर लें। सभी टॉयलेट एवं स्नानागार एवं चेंजिंग रूम बनने वाले पूरी गुणवत्तापूर्ण प्रीफेब्रिक होनी चाहिए। शहर में विभिन्न स्थानों पर बने पयाउ को पूरी तरह चालू करवाये। नगर आयुक्त ने बताया कि इस बार सभी पियाऊ को एक थीम में पेंटिंग भी करवाई जा रही है। वेदी स्थल, घाट, तालाब इत्यादि के समीप बंद चापाकलों को चालू करवाये। डीएम ने phed को निर्देश दिए हैं कि पानी की क्वालिटी की जांच करवाएं। कही कोई दूषित/ खरा पानी नही रहे। डीएम ने कार्यपालक अभियंता बुडको को निर्देश दिया है कि ब्रह्मयोनि पहाड़ पर बने ओवर हेड टैंक जिससे निगम क्षेत्र के लोगो के लिये जलापूर्ति मिलती है, सभी ओवर हेड टैंक की पूरी तरह सफाई की व्यवस्था करवाये, ताकि कही कोई दूषित पानी नही मिले। उन्होंने उप नगर आयुक्त को निर्देश दिया कि सभी आवासन स्थल पर पानी निकासी हेतु एक सेपरेट टीम नामित रखें ताकि किसी भी आवासन स्थल में जलजमाव की स्थिति रहने पर उसे तुरंत साफ करवाया जा सके।

      

सभी पार्किंग स्थल पर पर्याप्त टॉयलेट एवं पानी की व्यवस्था सुनिश्चित करावे. जिलाधिकारी ने कार्यपालक अभियंता phed को निर्देश दिया है कि रामशिला, प्रेतशिला, गोदावरी तालाबों को विशेष रूप से पानी सफाई व्यवस्था रखें। बताया गया कि देवघाट पर कुल 52 शौचालय नगर निगम के हैं सभी को मरामती किया जा रहा है, देवघाट पर चेंजिंग रूम एवं झरना की मरामाती पीएचडी विभाग द्वारा की जा रही है। जिला पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि सीता कुंड में भी टॉयलेट, पेयजल, चेंजिंग रूम इत्यादि की व्यवस्था का आकलन कर लें। बताया गया कि सीता पथ पर एवं नव निर्मित विष्णुपथ पर इस बार स्थायी सामुदायिक टॉयलेट/ चेंजिंग रूम का निर्माण करवाया जा रहा है साथ ही पेयजल की भी व्यवस्था करवायी जा रही है. उन्होंने नगर निगम को निर्देश दिया है कि सूर्यकुंड तालाब, वैतरणी तालाब एवं ब्रह्मशत तालाब के पानी को सफाई की व्यवस्था रखें। उन्होंने निर्देश दिया है कि जितने भी सरोवर हैं जहां पिंडदान इत्यादि का कार्य होते हैं उन सभी तालाबों में लगे काई को साफ करवाए ताकि कहीं फिसलने की कोई घटना नहीं हो सके. जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है कि संवाद सदन समिति के अधीनस्थ जितने भी ठहराव स्थल हैं एवं उनके अधीन जो भी स्वामित्व है उन सभी का निरीक्षण करेंगे एवं उन स्थलों में पेयजल टॉयलेट एवं सफाई की व्यवस्था का आकलन करते हुए व्यवस्था सुनिश्चित करवाये। जिलाधिकारी ने नगर निगम को निर्देश दिया है कि पितृपक्ष मेला के दौरान अचानक भारी बरसात नहीं हो इस दृष्टिकोण से भी पूरी तैयारी रखनी होगी। कहीं जल जमाव की स्थिति होने पर तुरंत पानी निकासी की व्यवस्था रखनी होगी। इसके लिए अभी से ही पूरी तैयारी एवं आकलन कर लें। डीएम ने कहा कि शहर की मुख्य सड़को एवं सहायक सड़कों की साफ सफाई लगातार करवाते रहें। मुख्य सड़कों से कचड़ा का उठाव रात्रि के समय करवाते रहे। अंत में जिलाधिकारी ने नगर निगम, phed एवं बुडको के पदाधिकारी को निर्देश दिया है कि आपस में कोऑर्डिनेशन करते हुए आगामी पितृपक्ष मेल को पूरी तरह सफल बनाएं। उन्होंने निर्देश दिया है कि सभी वेदी स्थल, सभी पार्किंग स्थल, सभी ठहराव स्थल एवं मेला क्षेत्र आदि में जो भी कमियां है उसे अगस्त लास्ट तक कमियां को दूर करते हुए मेला का एक बेहतर स्वरूप दें। बैठक में उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अपर समाहर्ता विभागीय, ज़िला पर्यटन पदाधिकारी, ज़िला पंचायत राज पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता, ज़िला जन सम्पर्क पदाधिकारी, स्वमं सेवी सामाजिक व्यक्ति सहित कोषांग के वरीय एव नोडल पदाधिकारी उपस्थित थे।

09 पीड़ित परिवारों को एससी एसटी अत्याचार निवारण के तहत 801353 रुपया मुआवजा दिया : डीएम

गया जी (मनीष कुमार): अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्याचार से पीड़ित व्यक्तियों के लिए सुविधा प्रदान करने के लिए बिहार सरकार अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत मुआवजा प्रदान करना है। जिलाधिकारी शशांक शुभंकर द्वारा कल संध्या दिनांक 21 जुलाई 2025 को 13 पीड़ित लाभुकों को 801353 रुपये (8 लाख 01 हजार तीन सौ तिरपन रुपये) की राशि मुआवजा भुगतान कराने का आदेश दिया है, जो सीधे पीड़ित परिवार के बैंक खाते में जाएगी। उन्होंने बताया कि गया जिला के विभिन्न थानों से प्राप्त प्राथमिकी एवं आरोप पत्र पर भुनसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 एवं समय-समय पर पीडित/पीड़िता को राहत अनुदान के कुल 13 मामले जिसमें प्राथमिकी के आधार पर 10 एवं आरोप पत्र के आधार पर 03 मामलो में मुआवजा भुगतान हेतु जिलाधिकारी के द्वारा स्वीकृति प्रदान की गयी। जिसमें प्रथम किस्त के 10 मामलो में कुल राशि- 551353/- एवं द्वितीय किस्त के 03 मामलो में कुल राशि- 250000/- के भुगतान का आदेश दिया गया।

प्रथम क़िस्त की राशि:-

शेरघाटी थाना क्षेत्र के ग्राम करमैनी डोभी अंतर्गत राधा कुमारी को प्रथम क़िस्त रूप में 250000 रुपया,

कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम/ मोहल्ला गोल बगीचा अंतर्गत निकिता रजक को प्रथम क़िस्त रूप में 50150 रुपया,

विष्णुपद थाना क्षेत्र के ग्राम माडणपुर अंतर्गत शनिराज को प्रथम क़िस्त रूप में 25150 रुपया,

बाराचट्टी थाना क्षेत्र के ग्राम छौराबन्ध अंतर्गत विजय राम को प्रथम क़िस्त रूप में 25150 रुपया,

चाकण्ड थाना क्षेत्र के ग्राम बीथोशरीफ अंतर्गत विष्णुदेव को प्रथम क़िस्त रूप में 25150 रुपया,

शेरघाटी थाना क्षेत्र के ग्राम लखन तकिया अंतर्गत सोनू कुमार को प्रथम क़िस्त रूप में 25152 रुपया,

टिकारी थाना क्षेत्र के ग्राम पंचानपुर अंतर्गत लक्ष्मण मांझी को प्रथम क़िस्त रूप में 50150 रुपया,

फतेहपुर थाना क्षेत्र के ग्राम टनकुप्पा अंतर्गत चंदन कुमार को प्रथम क़िस्त रूप में 25150 रुपया,

बोधगया थाना क्षेत्र के ग्राम बसाधि अंतर्गत शिवा रविदास को प्रथम क़िस्त रूप में 50150 रुपया,

विष्णुपद थाना क्षेत्र के ग्राम/मोहल्ला राम सागर अंतर्गत लालमुनि देवी को प्रथम क़िस्त रूप में 25150 रुपया,

द्वितीय किस्त की राशि:-

गुरारू थाना क्षेत्र के ग्राम कनौसी कोच अंतर्गत संध्या कुमारी को द्वितीय क़िस्त रूप में 50000 (पचास हजार) रुपया,

खिजरसराय थाना क्षेत्र के ग्राम धरम बिगहा अंतर्गत सुदेशी मांझी को द्वितीय क़िस्त रूप में 100000 (एक लाख) रुपया,

टिकारी थाना क्षेत्र के ग्राम आजादनगर अंतर्गत पार्वती देवी को द्वितीय क़िस्त रूप में 01 लाख रुपया मुआवजा के रूप में भुगतान किया गया।

डीएम ने कहा कि अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के सदस्यो को अत्याचार से सुरक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार के द्वारा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम है। इस अधिनियम के के तहत् अत्याचार के मामलो में राहत अनुदान की राशि का भुगतान पीड़ित / पीड़िता को उनके आधार से सम्बद्ध बैंक खातो पर DBT के माध्यम से किया जा रहा है। इस अधिनियम के तहत् गाली गलौज एवं अपमानित करने के मामले में धारा 3 (1) (r) (s) मे कुल राशि 100000/- रू० जिसमें प्राथमिकी पर 25% (25000/-) माननीय न्यायालय में आरोप पत्र भेजे जाने पर 50% (50000/-) तथा दोष सिद्ध होने के उपरांत शेष 25% (25000/-) राशि का भुगतान किया जाता है।

मार पीट / गम्भीर चोट के मामलो में इस अधिनियम की धारा 3 (2) (va) के तहत् कुल राशि 200000/- जिसमें प्राथमिकी पर 25% (50000/-) माननीय न्यायालय में आरोप पत्र भेजे जाने पर 50% (100000/-) तथा दोष सिद्ध होने के उपरांत शेष 25% (50000/-) राशि का भुगतान किया जाता है।

बलात्संग एवं सामुहिक बलात्संग के मामले में क्रमशः 500000/- एवं 825000/- जिसमें चिकित्सा जांच और पुष्टि के पश्चात् 50% तथा न्यायालय में आरोप पत्र भेजे जाने पर 25% तथा दोष सिद्धि के उपरांत शेष 25% का भुगतान पीड़िता को उनके खाते पर DBT के माध्यम से किया जाता है।

हत्या या मृत्यु के मामलो में कुल अनुमान्य राशि 825000/- जिसमें शव परीक्षण के उपरांत 50% रू 412500/- तथा माननीय न्यायालय में आरोप पत्र भेजे जाने पर 50% 412500/- पीड़ित के आश्रित को रू० 5000/- एवं महंगाई भर्त्ता के साथ प्रतिमाह पेंशन तथा माननीय न्यायालय में आरोप गठन के उपरांत परिवार के किसी सदस्य को नौकरी दिये जाने का प्रावधान है।

गयाजी: राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के परिवार को दिया बड़ा तोहफा, मिट्टी के घर को बनवा रहे हैं पक्का मकान

गयाजी: 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी के परिवार के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बड़ा तोहफा दिया है। पिछले महीने जून 2025 में गया और राजगीर के एक दिवसीय दौरे के दौरान राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के पैतृक गांव गहलौर में उनके परिवार से मुलाकात की थी। जिस मिट्टी के मकान में बैठकर उन्होंने परिवार से बात की थी, अब राहुल गांधी उस मकान को पक्का मकान बनवा रहे हैं। इस सौगात को सौंपने के लिए खुद राहुल गांधी गया पहुंचेंगे, हालांकि अभी तिथि निर्धारित नहीं हुई है, क्योंकि मकान के निर्माण में कुछ समय लगेगा।

राहुल गांधी से मिली इस सौगात से दशरथ मांझी के परिवार के लोग बेहद खुश हैं। उनके एकलौते पुत्र भगीरथ मांझी के दामाद मिथुन मांझी ने बताया कि उनके घर कई बड़े नेता और अभिनेता आए, लेकिन किसी ने वह काम नहीं किया जो राहुल गांधी ने उनके लिए किया है।

अचानक मिली सौगात: परिवार को भी नहीं था अंदाजा

मिथुन मांझी ने बताया कि राहुल गांधी की टीम की देखरेख में उनके मकान का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है। गहलौर गांव में जब राहुल गांधी ने भगीरथ मांझी और उनके परिवार के अन्य सदस्यों से मुलाकात की थी, तब उन्होंने पक्के मकान के निर्माण की बात नहीं कही थी। लेकिन गया से दिल्ली लौटने के 10 दिनों के भीतर राहुल गांधी की टीम दशरथ मांझी के घर पहुंची और सर्वे किया।

भगीरथ मांझी ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि सर्वे के दौरान भी परिवार को यह मालूम नहीं चला कि राहुल गांधी की टीम क्या कर रही है। टीम ने उनसे और उनके परिवार से घर के संबंध में जानकारी ली और पूछा कि उन्हें कितने कमरे और किन-किन सामानों की जरूरत है। भगीरथ मांझी के अनुसार, उन्होंने टीम को अपनी जरूरतें बताईं और अब उसी के अनुसार उनके घर का निर्माण हो रहा है। टीम ने सर्वे के बाद राहुल गांधी को जानकारी दी, जिसके बाद उन्हें बताया गया कि राहुल गांधी उनके घर का निर्माण कराना चाहते हैं और अनुमति मांगी गई। अनुमति मिलने के बाद घर का निर्माण कार्य शुरू हुआ।

एक कट्ठा में बन रहा 4 कमरों का आधुनिक मकान

भगीरथ मांझी के परिवार के लिए एक कट्ठा जमीन पर घर का निर्माण हो रहा है, जिसमें 4 कमरे, एक किचन और एक बड़ा बाथरूम शामिल है। चार कमरों में से पहले से दो कमरों का आधा निर्माण था, जिनकी मरम्मत कर अब पूरा निर्माण किया जा रहा है।

मिथुन मांझी ने बताया कि उनके घर का निर्माण सासाराम के एक ठेकेदार से राहुल गांधी करवा रहे हैं। निर्माण कार्य में लगे कारीगर और मजदूर सासाराम और डेहरी के हैं। घर का निर्माण कार्य छत की ढलाई तक पहुंच चुका है। छत की ढलाई के बाद घर के आगे बाउंड्री भी दी जाएगी और घर में टाइल्स, मार्बल और बेड भी लगाए जाएंगे।

भगीरथ मांझी भावुक होकर कहते हैं, "राहुल गांधी हमारे घर का ऐसा निर्माण करा रहे हैं कि हमने कभी इस तरह के मकान के निर्माण के लिए सोचा भी नहीं था, क्योंकि हम गरीब हैं, ऐसे घर का हम निर्माण कैसे कर पाते? राहुल गांधी ने हमारी गरीबी को देखा और खुद उन्होंने निर्णय किया कि हमारे घर का निर्माण कराएंगे। आज तक कई नेता हमारे घर आए लेकिन किसी ने हमारे घर के निर्माण के लिए नहीं सोचा, राहुल गांधी ही पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने बिना कहे हमारे घर का निर्माण कराया है।" उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने कई बार अपने घर के निर्माण के लिए स्थानीय अधिकारियों से गुहार लगाई थी, लेकिन वह पूरी नहीं हुई।

कारीगर गोविंद कुमार, जो सासाराम के रहने वाले हैं, ने बताया कि उनके ठेकेदार को कांग्रेस के नेता ने काम दिया था। उन्होंने कहा कि दशरथ मांझी का परिवार वाकई गरीब है। उन्होंने उम्मीद जताई कि जब राहुल गांधी गृह प्रवेश में आएं तो उन्हें भी मिलने का मौका मिले।

सत्तू पीने आएंगे राहुल और राजनीति में भविष्य की उम्मीद

भगीरथ मांझी ने बताया कि जब राहुल गांधी उनके घर आए थे, तब काफी भीड़ थी। उन्होंने खाने-पीने की व्यवस्था की थी, जिसमें सत्तू और डाभ (नारियल पानी) भी शामिल था। राहुल गांधी ने उस समय गर्मी की वजह से डाभ पीया था, लेकिन उन्होंने कहा है कि जब वे गृह प्रवेश में आएंगे तो सत्तू जरूर पिएंगे।

भागीरथ मांझी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनके पिता दशरथ मांझी के लिए कुछ काम किए हैं, लेकिन दशरथ मांझी के परिवार के लिए कुछ खास नहीं किया। उन्होंने कहा, "हमारी गरीबी को राहुल गांधी ने समझा है, वह एक बड़े दूरदर्शी नेता हैं, बिना मांगे ही हमारी मजबूरी को समझ गए।" इस बात को लेकर भी परिवार में उम्मीद है कि राहुल गांधी उनके लिए चुनाव लड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे और जब बिना मांगे घर दिए हैं तो फिर वे टिकट भी देंगे।

दशरथ मांझी का परिवार और आवास की जरूरत

दशरथ मांझी, जिन्होंने 30 वर्षों तक कड़ी मेहनत और संघर्ष से अकेले पहाड़ काटकर रास्ता बनाया था, 2005 में तत्कालीन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा अपनी कुर्सी पर बैठाकर सम्मानित किए जाने के बाद सुर्खियों में आए थे। दशरथ मांझी के एक बेटा भगीरथ मांझी और एक बेटी लौंगी देवी थी। बेटी लौंगी देवी का देहांत हो चुका है।

दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ मांझी को सिर्फ एक बेटी अंशु कुमारी है, जबकि लौंगी देवी को तीन बेटे और एक बेटी थी। दशरथ मांझी के बेटे भगीरथ और बेटी लौंगी देवी का परिवार एक ही जगह पर रहता है। भगीरथ मांझी की बेटी अंशु और दामाद मिथुन मांझी को तीन बेटियां और दो बेटे हैं। 60 वर्षीय भगीरथ मांझी अपनी बेटी और दामाद के साथ रहते हैं। पहले उनका दो कमरों का मिट्टी का घर था, और साल 2020 में परिवार को सरकार की ओर से कॉलोनी भी मिली थी, लेकिन बड़ा परिवार होने के कारण वह भी छोटा पड़ रहा था। ऐसे में राहुल गांधी द्वारा बनवाए जा रहे इस नए घर से परिवार को बड़ी राहत मिलेगी।