बैनामे की जमीन कब्जे को लेकर एसडीएम का घेराव, वकीलों ने लगाए मुर्दाबाद के नारे
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खजनी गोरखपुर।तहसील में वकीलों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव किया और उनके चैंबर में ही धरने पर बैठ गए, एसडीएम के खिलाफ मुर्दाबाद और वापस जाओ के नारे लगाते हुए सभी वकीलों ने भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए।
धरना प्रदर्शन कर रहे वकीलों ने भूमि विवाद के मामलों में लेखपालों और कानूनगो की मनमानी और निरंकुशता, एसडीएम कोर्ट में लंबित मुकदमों की फाइलें गायब होने या नहीं मिलने, वादकारियों को न्याय नहीं मिलने, विवादित मामलों में एसडीएम द्वारा निष्पक्ष जांच और कार्रवाई नहीं करने जैसे दर्जनों गंभीर आरोप लगाए।
हंगामे की शुरुआत और धरना प्रदर्शन की नौबत तब आई जब कूड़ा भरत गांव की निवासी महिला रीमा यादव पत्नी सनोज यादव को अपने हक हिस्से के पुराने बैनामे की जमीन पर कब्जा नहीं मिल पा रहा था, महिला ने अपने बड़े ससुर रामानंद यादव के हिस्से की जमीन की रजिस्ट्री करायी है किन्तु उसकी जमीन पर उसके चचेरे ससुर बेचन यादव जबरन कब्जा करके मकान का निर्माण करा रहे हैं।
महिला के द्वारा इसकी सूचना खजनी तहसील में अपने अधिवक्ता राम करन गौड़ को दी गई, रामकरन गौड़ ने एसडीएम खजनी राजेश प्रताप सिंह से मिल कर बैनामे की जमीन पर निर्माण और कब्जा करने की जानकारी देते हुए उनसे थानाध्यक्ष खजनी को निर्माण कार्य रोकने का आदेश देने के लिए कहा किंतु एसडीएम ने ऐसा करने से साफ इंकार कर दिया। वकील ने तहसील के अन्य अधिवक्ताओं को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद एसडीएम की कार्यप्रणाली से पहले से ही नाराज़ चल रहे वकीलों ने उनके कार्यालय में पहुंच कर नारे लगाते हुए धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
इस संदर्भ में एसडीएम खजनी राजेश प्रताप सिंह ने बताया कि मामला न्यायालय में चल रहा है, फैसले से पहले किसी एक पक्ष के लिए आदेश करना उचित नहीं था, अभी काम रोक दिया गया है, वकीलों से भी बातचीत हुई है, सभी मामलों में विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि बैनामे की जमीन में मौके पर मिलजुमला नंबर है, किसके हिस्से में किस तरफ की कौन सी जमीन आएगी इसका फैसला नहीं हुआ है, बंटवारे और पैमाइश के बाद ही सभी के हक़ हिस्से को निर्धारित किया जा सकता है।
3 hours ago