नाथ कॉरिडोर के लिए 14.91 करोड़ की मंजूरी, बरेली बनेगा आध्यात्मिक पर्यटन का केंद्र

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने बरेली स्थित प्रमुख नाथ मंदिरों के समग्र विकास के लिए 14.91 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की है। यह राशि तपेश्वरनाथ, त्रिवटी नाथ और वनखंडी नाथ मंदिरों के आधुनिकीकरण, सौंदर्यीकरण और पर्यटक सुविधाओं के विस्तार में खर्च की जाएगी। पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यह नाथ कॉरिडोर परियोजना प्रदेश को धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर नई ऊंचाई देने वाली साबित होगी।

तपेश्वरनाथ मंदिर के विकास के लिए 6 करोड़, त्रिवटी नाथ मंदिर के लिए 4.72 करोड़ और वनखंडी नाथ मंदिर के लिए 4.19 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। परियोजना के तहत मंदिर परिसरों में शेड, बैठने की व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, प्रभावी प्रकाश व्यवस्था, सूचना बोर्ड, और धौलपुर पत्थर की आकर्षक बेंचों की स्थापना की जाएगी। मंदिरों की बाहरी संरचनाएं नवीनीकृत कर उनके ऐतिहासिक और आध्यात्मिक स्वरूप को और निखारा जाएगा।

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि सरकार का उद्देश्य श्रद्धालुओं को सुरक्षित, शांतिपूर्ण और सुविधाजनक वातावरण प्रदान करना है। नाथ कॉरिडोर के माध्यम से बरेली को धार्मिक पर्यटन के एक राष्ट्रीय केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिससे न सिर्फ स्थानीय सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा मिलेगा बल्कि क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा।

मुख्यमंत्री आवास के पास महिला ने किया आत्मदाह का प्रयास

राजधानी के गौतमपल्ली थानाक्षेत्र में मुख्यमंत्री आवास के पास एक महिला ने आत्मदाह करने का प्रयास किया। हालांकि समय रहते वहां पर तैनात पुलिस कर्मियाें ने महिला को बचा लिया। इसके बाद महिला को गोतमपल्ली पुलिस के हवाल कर दिया। इस दौरान महिला का बड़ा भाई और उसकी भांजी भी मौजूद रही।

आत्मदाह निरोधी दस्ते नहीं डालने दिया ज्वलनशील पदार्थ

प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि आज लगभग 11 बजे थाना क्षेत्र गौतमपल्ली, टैंगो गेट नंबर-3 पर सुमित्रा कौर पुत्री जसवंत सिंह निवासी-बाजार घाट वैल्हा थाना हजारा जनपद पीलीभीत उम्र करीब 27 वर्ष जो कि अपने सगे बड़े भाई मनदीप सिंह उम्र करीब 31 वर्ष व अपनी 17 वर्षीय भांजी के साथ थीं, के द्वारा अपने ऊपर ज्वलनशील पदार्थ डालकर आत्मदाह का प्रयास किया गया। घटनास्थल पर मौजूद आत्मदाह निरोधी दस्ते द्वारा तत्परतापूर्वक कार्रवाई करते हुये बचा लिया गया है। इसके बाद उन्हे थाने पर लाकर पूछताछ की जा रही है।

अपने केस की सीबीसीआईडी से कराना चाहती हैं जांच

सुमित्रा ने बताया कि उसने यह कदम इसलिए उठाया क्योंकि वह अपने केस की जांच CBCID से करवाना चाहती थी, जबकि वर्तमान में मामले की जांच थाना हजारा द्वारा की जा रही है। महिला द्वारा आत्मदाह का प्रयास पिछले दर्ज मुकदमे से जुड़ा हुआ है। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है। इसलिए आत्मदाह करने जा रही थी। घटना के बारे में पूरी जानकारी पीलीभीत पुलिस को दे दी गई है।

पटरी पर रखा गया लोहे का टुकड़ा, हमसफर एक्सप्रेस का पलटाने की साजिश नाकाम

लखनऊ । यूपी की राजधानी में एक बार फिर ट्रेन को पलटाने की साजिश रची गई। हालांकि समय रहते ट्रेन चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को समय रहते रोक दिया। यह घटना सोमवार तड़के की है।लखनऊ से गोरखपुर जा रही हमसफर एक्सप्रेस (12572) के लोको पायलट ने मल्हौर स्टेशन के पास ट्रैक पर रखे लोहे के भारी टुकड़े को देखकर सतर्कता दिखाई और इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को समय रहते रोक दिया।

लोहे के टुकड़े से ट्रेन के इंजन को मामूली क्षति पहुंची

घटना सुबह करीब 3:40 बजे की है जब ट्रेन बाराबंकी की ओर जा रही थी। लोहे के टुकड़े से ट्रेन के इंजन को मामूली क्षति पहुंची, लेकिन किसी यात्री को कोई चोट नहीं आई। अचानक ब्रेक लगने से यात्रियों में अफरा-तफरी जरूर मच गई, लेकिन बड़ा हादसा टल गया। तकनीकी जांच के बाद ट्रेन को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया।

रेलवे अधिकारी ने मौके पर पहुंचकर किया निरीक्षण

सूचना पर आरपीएफ, गोमती नगर पुलिस और रेलवे अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे। घटनास्थल की जांच में यह स्पष्ट हुआ कि लोहे का टुकड़ा जानबूझकर पटरी पर रखा गया था, जिससे किसी बड़ी साजिश की आशंका जताई जा रही है। इससे पहले काकोरी में भी काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस को नुकसान पहुंचाने की कोशिश हो चुकी है।

पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर शुरू की जांच

गोमती नगर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और रेलवे एक्ट की धाराओं में केस दर्ज किया है। सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और पुलिस आसपास के इलाकों में संदिग्धों की तलाश कर रही है। रेलवे ने मामले को गंभीर श्रेणी की साजिश मानते हुए जांच तेज कर दी है।

यूपी पुलिस में दरोगा भर्ती जल्द, अगले माह नोटिफिकेशन जारी होने की संभावना

उत्तर प्रदेश में पुलिस विभाग में खाली पड़े पदों को भरने की दिशा में एक बड़ी पहल होने जा रही है। उप निरीक्षक (SI) के 4543 पदों पर भर्ती प्रक्रिया को अंतिम रूप देने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड द्वारा इस भर्ती का नोटिफिकेशन अगले माह तक जारी किए जाने की संभावना है।

पुलिस से पहले दरोगा भर्ती को दी जा रही प्राथमिकता

जानकारी के मुताबिक, प्रदेश सरकार ने पहले ही पुलिस विभाग में कुल 24 हजार पदों पर नियुक्ति की मंजूरी दी है। इसमें 19220 सिपाही और 4543 उप निरीक्षक (दरोगा) पद शामिल हैं। हालांकि सिपाही भर्ती प्रक्रिया में कुछ तकनीकी बिंदुओं पर शासन की स्वीकृति लंबित होने के कारण फिलहाल दरोगा भर्ती को प्राथमिकता दी जा रही है।गौरतलब है कि राज्य सरकार ने इस बार उप निरीक्षक भर्ती में उम्मीदवारों को आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट देने का फैसला लिया है, जिससे बड़ी संख्या में युवाओं को लाभ मिलेगा।

कारागार विभाग में भी 2833 जेल वार्डर पदों पर होगी सीधी भर्ती

इसके साथ ही कारागार विभाग में 2833 जेल वार्डर पदों पर भी सीधी भर्ती प्रस्तावित है। हालांकि, इस भर्ती का नोटिफिकेशन भी अप्रैल में प्रस्तावित था लेकिन प्रक्रिया में देरी बनी हुई है। जेल विभाग में नई जेलों में स्टाफ की तैनाती के लिए यह भर्ती अहम मानी जा रही है। उत्तर प्रदेश के हजारों युवाओं की निगाहें अब इस भर्ती प्रक्रिया पर टिकी हैं। चूंकि साठ हजार पुलिसकर्मियों की भर्ती होने के बाद से युवाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने भी विभाग में खाली पदों पर जल्द भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने का निर्देश जारी किया है।

इन पदों पर की जाएगी भर्ती

नागरिक पुलिस: 4242 पद

पीएसी महिला वाहिनी (नागरिक पुलिस): 106 पद

सशस्त्र पुलिस: 135 पद

विशेष सुरक्षा बल (एसएसएफ): 60 पद

इन सभी पदों पर भर्ती सीधी प्रक्रिया के तहत होगी और परीक्षा व अन्य चरणों की विस्तृत रूपरेखा भर्ती बोर्ड द्वारा निर्धारित की जाएगी। इस बार भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए तकनीकी उपायों को भी अपनाने की तैयारी की जा रही है।

आयु सीमा में छूट से युवाअों में जगी नई उम्मीद

दरोगा भर्ती की खबर आने के बाद से प्रदेश भर के अभ्यर्थियों में उत्साह की लहर दौड़ पड़ी है। विभिन्न कोचिंग संस्थानों में छात्रों की संख्या बढ़ गई है और तैयारी में तेजी देखी जा रही है। लखनऊ, इलाहाबाद, आगरा, मेरठ, बनारस और कानपुर जैसे बड़े शहरों के कोचिंग सेंटर्स में दरोगा परीक्षा की विशेष कक्षाएं चलाई जा रही हैं। अभ्यर्थियों का मानना है कि यह अवसर उनके लिए स्वर्णिम साबित हो सकता है, विशेषकर उन युवाओं के लिए जिनकी उम्र पहले की नियमावली के तहत सीमा पार कर गई थी। सरकार द्वारा दी गई आयु सीमा में छूट ने उन्हें एक नई उम्मीद दी है।

अब ज्यादा दिन युवाओं को नहीं करना होगा इंतजार

पुलिस और दरोगा बनने के लिए तैयारी कर रहे युवाओं अब ज्यादा दिन इंतजार नहीं करना होगा। बताया जा रहा है कि सबसे पहले दरोगा की भर्ती होगी, चूंकि 24 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया का रास्ता साफ हो गया है। इसके बाद पुलिस की भर्ती की जाएगी। इसलिए युवा अभी से ही तैयारी करने में जुट जाए, क्योंकि नोटिफिकेशन अगले माह ही जारी हो सकता है। आयु सीमा में छूट मिलने से जिनकी उम्र निकल गई थी उनके सामने नई उम्मीद जगी है।

बरेली में खून से लथपथ मिला सिपाही का शव, पत्नी और बेटी रहस्यमयी ढंग से लापता

बरेली। बरेली के सुभाषनगर थाना क्षेत्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां 38 वर्षीय सिपाही मुकेश कुमार त्यागी का खून से सना शव किराए के मकान में मिला। मृतक संभल जिले का रहने वाला था और बरेली में ड्यूटी के सिलसिले में रह रहा था।

घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी अनुराग आर्य, एसपी सिटी मानुष पारीक, सीओ अजय कुमार और सुभाषनगर थाना प्रभारी अरुण कुमार मौके पर पहुंचे। फील्ड यूनिट और डॉग स्क्वॉड की मदद से घटनास्थल की गहन जांच की गई। पुलिस के अनुसार, मुकेश कुमार का शव घर के किचन के पास खून से लथपथ हालत में पड़ा था, जिससे हत्या की आशंका जताई जा रही है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि घटना के बाद से उसकी पत्नी और बेटी गायब हैं, जिससे मामला और रहस्यमयी हो गया है।

पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पत्नी-बेटी की तलाश शुरू कर दी गई है।

फिलहाल हत्या के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन पारिवारिक विवाद या साजिश की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा। पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है और आसपास के CCTV फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं।

चिन्हित परिवारों के युवाओं को जीवकोपार्जन हेतु बनाया जाए आत्मनिर्भर : मनोज कुमार सिंह

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में जीरो पॉवर्टी अभियान के तहत चिन्हित परिवारों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए संगोष्ठी का आयोजन

कौशल विकास मिशन 13.57 लाख गरीब परिवारों के युवाओं को निःशुल्क दे रहा है रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण

लखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में जीरो पॉवर्टी अभियान के तहत चिन्हित परिवारों के युवाओं के उन्नयन और उन्हें विकास की मुख्य धारा से जोड़ने हेतु इन्वेस्ट यूपी सभागार, पिकप भवन, गोमतीनगर, लखनऊ में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रदेश के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों, हॉस्पिटैलिटी, कंस्ट्रक्शन तथा अन्य सेवा उद्योगों से जुड़े प्रतिष्ठानों एवं विभिन्न बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर मुख्य सचिव ने कहा कि जीरो पॉवर्टी अभियान का लक्ष्य प्रत्येक निर्धनतम परिवार को भोजन, वस्त्र, चिकित्सा, शिक्षा और आवास जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना है, साथ ही उनके लिए सतत आय का स्रोत सुनिश्चित कराना है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इन परिवारों के युवाओं को कौशल विकास के माध्यम से जीवकोपार्जन के लिए आत्मनिर्भर बनाया जाए, ताकि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो और वे समाज की मुख्यधारा से जुड़ सकें।

इस अवसर पर प्रमुख सचिव व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता विभाग डॉ. हरिओम ने बताया कि वर्तमान में 13.57 लाख अत्यंत गरीब परिवारों के युवक-युवतियों को उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के अंतर्गत ट्रेडिशनल और आधुनिक कोर्स में रोजगारपरक कौशल प्रशिक्षण देने का कार्य चल रहा है। प्रशिक्षण पूरी तरह निःशुल्क है, जिसमें पाठ्यसामग्री, दो यूनिफॉर्म, और ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग की भी व्यवस्था है।

उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण कार्यक्रमों को नेशनल काउंसिल फॉर वोकेशनल एजुकेशन एण्ड ट्रेनिंग द्वारा मान्यता प्राप्त है और प्रशिक्षण के उपरांत प्रमाण पत्र भी प्रदान किया जाता है। प्रशिक्षणार्थियों को सॉफ्ट स्किल जैसे अंग्रेजी भाषा, संवाद कौशल, बायोडाटा निर्माण, सामान्य कंप्यूटर ज्ञान एवं औद्योगिक व्यवहार का भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जिससे वे रोजगार के लिए पूर्णतः तैयार हो सकें।

कार्यक्रम का आयोजन उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य प्रदेश के अत्यंत निर्धन परिवारों को चिन्हित कर उनके युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण देकर मुख्यधारा से जोड़ना और उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ बनाना है। इस अवसर पर कौशल विकास और रोजगार सृजन के लिए विभिन्न क्षेत्रों के बीच सहयोग और समन्वय को बढ़ावा देने पर चर्चा हुई।

मऊ विधायक अब्बास अंसारी हेट स्पीच मामले में दोषी करार, कोर्ट परिसर छावनी में तब्दील

मऊ। सदर से सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी को वर्ष 2022 के हेट स्पीच मामले में एमपी-एमएलए कोर्ट ने दोषी ठहराया है। शनिवार को पेशी के दौरान मऊ का दिवानी न्यायालय परिसर पूरी तरह छावनी में तब्दील हो गया। सुरक्षा के मद्देनज़र भारी पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

विधायक अब्बास अंसारी अपने अधिवक्ता के साथ कोर्ट पहुंचे। अदालत में सुनवाई के दौरान भारी भीड़ और पुलिस की मुस्तैदी देखी गई। अब्बास अंसारी पर आरोप था कि उन्होंने 2022 विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान उकसाऊ और भड़काऊ भाषण दिया था, जिसे हेट स्पीच की श्रेणी में रखा गया।

कोर्ट ने उनके बयान को कानून-व्यवस्था के लिए खतरनाक मानते हुए दोषी घोषित किया है। सजा पर फैसला जल्द सुनाया जाएगा।

यह फैसला राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है और इसे अब्बास अंसारी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।

बरेली: सफाई के दौरान हुई लापरवाही से सब्जी विक्रेता की दर्दनाक मौत, ठेकेदार पर FIR दर्ज

बरेली। शहर में एक बेहद दर्दनाक हादसे में सब्जी बेचने वाले सुनील की मौत हो गई। घटना उस वक्त हुई जब नगर निगम की ओर से नाले की सफाई का कार्य चल रहा था। सुनील, जो एक पेड़ की छांव में आराम कर रहे थे, पर ट्रॉली भरकर निकाली गई सिल्ट और गंदगी उलट दी गई, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, नगर निगम की सफाई टीम नाले से गंदगी निकाल रही थी और ट्रॉली में भरकर उसे पास में ही फेंका जा रहा था। इसी दौरान किसी ने यह नहीं देखा कि सुनील ट्रॉली के पास ही सो रहे थे। जब तक खोजबीन कर उन्हें निकाला गया, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।

हादसे के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया। मौके पर पुलिस पहुंची और स्थिति को शांत कराया गया। प्रारंभिक जांच के बाद सफाई कार्य में लगी टीम के ठेकेदार नईम के खिलाफ लापरवाही और गैर इरादतन हत्या की धाराओं में FIR दर्ज कर ली गई है।

प्रशासन का जवाब

नगर निगम अधिकारियों ने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि मामले की जांच की जा रही है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, पीड़ित परिवार को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन भी दिया गया है।

स्थानीय लोगों की मांग

स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने नगर निगम की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए मांग की है कि मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हो।

गोमतीनगर में तड़के मुठभेड़, दो लुटेरे गोली लगने से घायल, दो अवैध असलहा और लूटा गया पर्स बरामद

राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर क्षेत्र में सोमवार तड़के पुलिस और लुटेरों के बीच हुई मुठभेड़ में दो शातिर बदमाश गोली लगने से घायल हो गए। घटना जनेश्वर मिश्र पार्क के निकट सहारा होम पुल के पास की है। पुलिस ने मौके से दो अवैध असलहे और लूटे गए दो पर्स बरामद करते हुए घायल बदमाशों को गिरफ्तार कर अस्पताल भिजवाया है।

पुलिस को देखते ही लुटेरों ने फायरिंग शुरू कर दी

डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह के अनुसार, सूचना मिली थी कि कुछ लुटेरे क्षेत्र में वारदात की फिराक में हैं। इस पर गोमतीनगर थाने की पुलिस और क्राइम टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए उन्हें घेर लिया। पुलिस को देखते ही लुटेरों ने फायरिंग शुरू कर दी, जिसके जवाब में पुलिस को भी गोली चलानी पड़ी। इस मुठभेड़ में दोनों लुटेरे—मोनू रावत और महेश रावत—गोली लगने से घायल हो गए।

महिलाओं से पर्स लूट की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकारा

प्राथमिक पूछताछ में दोनों आरोपियों ने विपुल खंड और विवेक खंड में हाल ही में हुई महिलाओं से पर्स लूट की घटनाओं को अंजाम देना स्वीकार किया है। दोनों शातिर किस्म के अपराधी हैं और हाल ही में जेल से छूटे हैं। पुलिस के मुताबिक, इनके खिलाफ पूर्व में भी कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, जिनकी गहराई से जांच की जा रही है।

यह गिरोह बाहरी क्षेत्रों से आकर लखनऊ में महिलाओं को निशाना बना रहा था

पुलिस टीम को दोनों के पास से दो देसी तमंचे, कारतूस और लूटे गए पर्स मिले हैं। अधिकारियों का मानना है कि यह गिरोह बाहरी क्षेत्रों से आकर लखनऊ में महिलाओं को निशाना बना रहा था। इस मुठभेड़ के बाद उम्मीद है कि क्षेत्र में महिलाओं के खिलाफ हो रही लूट की घटनाओं पर अंकुश लगेगा।

बंद स्वीटी फूड फैक्ट्री में लगी भीषण आग, फैक्ट्री मालिक समेत दो की जलकर मौत

राजधानी के सरोजनीनगर क्षेत्र स्थित गंगानगर अमौसी में स्थित स्वीटी फूड फैक्ट्री में शनिवार सुबह भीषण आग लग गई। आग की चपेट में आकर फैक्ट्री मालिक और एक कर्मचारी की मौत हो गई। घटना से इलाके में हड़कंप मच गया।

ढाई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू

शनिवार सुबह करीब 4:30 बजे सरोजनीनगर थाना क्षेत्र की स्वीटी फूड फैक्ट्री में आग लगने की सूचना पुलिस को मिली। सूचना मिलते ही सहायक पुलिस आयुक्त कृष्णानगर, थाना प्रभारी सरोजनीनगर अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। राहत-बचाव के लिए पीआरवी व अग्निशमन विभाग की करीब 15–16 गाड़ियां मौके पर जुटीं और लगभग ढाई घंटे की मशक्कत के बाद सुबह 7 बजे आग पर काबू पाया गया।

संभवतः वेल्डिंग के दौरान निकली चिंगारी से आग लगी

मौके पर मौजूद फैक्ट्री मालिक अखिलेश कुमार के बेटे ऋतिक ने बताया कि यह फैक्ट्री पिछले एक वर्ष से बंद थी, लेकिन वेल्डिंग का कार्य चल रहा था। संभवतः वेल्डिंग के दौरान निकली चिंगारी से आग लगी। हादसे के वक्त अंदर 1–2 लोग मौजूद थे।दमकल कर्मियों ने आग में फंसे दो लोगों को बाहर निकाला और तत्काल लोकबन्धु अस्पताल भिजवाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।

मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई

-अखिलेश कुमार (उम्र 45 वर्ष) पुत्र सवदंतीराम, निवासी मवैया चारबाग, लखनऊ — फैक्ट्री मालिक

-अबरार (उम्र 45 वर्ष) पुत्र जाहिद, निवासी मस्जिद वाली गली, जयराज पूरी कॉलोनी, सरोजनीनगर — फैक्ट्री कर्मचारी (मूल निवासी टेड़िया नानपारा, बहराइच)

प्रथम दृष्टया कारण यह निकला

फैक्ट्री मालिक के पुत्र ऋतिक के अनुसार, आग लगने का कारण वेल्डिंग के दौरान चिंगारी से फैली आग प्रतीत हो रही है।मृतकों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए पंचायतनामा की कार्यवाही की जा रही है। पुलिस अन्य वैधानिक कार्रवाई में जुटी हुई है।