ईरान के साथ जंग में अब अमेरिका की एंट्री, तीन परमाणु केंद्रों पर किया हमला, ट्रंप बोले-ये शांति का समय है

#usmilitaryattackonirannuclearsites

Image 2Image 3Image 4Image 5

ईरान-इजराइल के बीच जारी जंग में अब अमेरिका की एंट्री हो चुकी है। जिसके बाद मध्य पूर्व में इजराइल-ईरान के बीच जारी संघर्ष और विकराल होता दिख रहा है। अमेरिका ने ईरान के खिलाफ सख्ती दिखाते हुए उसके तीन परमाणु स्थलों को निशाना बनाया है। यह कदम अमेरिका द्वारा गुआम में कई बी-2 स्टील्थ बॉम्बर जेट भेजने के बाद उठाया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फ़हान परमाणु स्थलों पर हमलों की पुष्टि की है।

ट्रंप ने पढ़ाया शांति का पाठ

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फ़हान परमाणु स्थलों पर हमलों की पुष्टि की है। ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा कि हमने ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर बहुत सफल हमला किया है, जिसमें फोर्डो, नतांज़ और इस्फ़हान शामिल हैं। सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं। प्राथमिक स्थल फोर्डो पर बमों का पूरा पेलोड गिराया गया। सभी विमान सुरक्षित रूप से अपने घर की ओर जा रहे हैं। हमारे महान अमेरिकी योद्धाओं को बधाई। दुनिया में कोई दूसरी सेना नहीं है जो ऐसा कर सकती थी। अब शांति का समय है! इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद।'

ट्रंप दे रहे थे ईरान पर हमले की चेतावनी

अमेरिका जंग की शुरुआत से ही ईरान पर हमले की चेतावनी दे रहा था। इसके साथ ही खुले तौर पर इजराइल का साथ दे रहा था। पिछले दिनों ट्रंप ने साफ किया था कि ईरान परमाणु हथियार नहीं रख सकता है। हम जल्द ही फैसला करेंगे कि आगे क्या करना है।

पहले भेजे बी-2 बॉम्बर विमान

इस हमले से कुछ ही घंटों पहले अमेरिका ने अपने बी-2 बॉम्बर विमान गुआम भेजे थे। जिसके बाद माना जा रहा था कि किसी भी वक्त ईरान इजराइल युद्ध विकराल रूप ले सकता है। इसके कुछ ही घंटों पर अमेरिका ने ईरान के 3 न्यूक्लियर ठिकानों को तबाह करने का दावा किया है।

बाबा साहेब की तस्वीर को लेकर पीएम मोदी ने लालू प्रसाद यादव को घेरा, बोले- बिहार इसे याद रखेगा

#pmsaidrjdlaluyadavinsultedbaba_saheb 

Image 2Image 3Image 4Image 5

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के दौरे पर आए। इस दौरान पीएम मोदी ने सिवान में एक रैली को संबोधित किया। पीएम ने अपने संबोधन के दौरान कई बार जंगलराज शब्द का प्रयोग और कांग्रेस-राजद पर जमकर हमला बोला। साथ ही आरजेडी सु्प्रीमो लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि आरजेडी वालों ने बाबा साहेब के साथ कैसा व्यवहार किया सबने देखा। बिहार के लोग इस अपमान को कभी नहीं भूल सकते। 

अपने परिवार हित में करोड़ों परिवारों का अहित करने से नहीं चूंकते-पीएम मोदी

पीएम मोदी ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि हमलोग कहते हैं सबका साथ और सबका विकास लेकिन लालटेन और पंजे वाले कहते हैं परिवार का साथ और परिवार का विकास। इनकी राजनीति कुल जमापूंजी यही है कि अपने-अपने परिवारों के हित के लिए यह करोड़ों परिवारों का अहित करने से नहीं चूंकते हैं। बाबा साहेब आंबेडकर भी इस प्रकार की राजनीतिक के खिलाफ थे। इसलिए यह लोग कदम-कदम पर बाबा साहेब का अपमान करते हैं।

मोदी बाबा साहेब को अपने दिल में रखता है-पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अभी देश ने देखा कि किस तरह से राजद वालों ने बाबा साहेब का अपमान किया। राजद वालों ने बाबा साहेब की तस्वीर के साथ क्या किया? यह सबने देखा है। पीएम मोदी ने कहा कि बिहार में पोस्टर लगे हैं कि बाबा साहेब के अपमान पर माफी मांगों। लेकिन, यह लोग माफी नहीं मांगेंगे। क्योंकि इनके मन में दलित, महादलित, पिछड़ों और अतिपिछड़े के लिए कोई सम्मान नहीं है। राजद और कांग्रेस वाले बाबा साहेब की तस्वीर को अपने पैरों में रखते है। लेकिन, मोदी बाबा साहेब को अपने दिल में रखता है। बाबा साहेब का अपमान कर वह लोग खुद को बाबा साहेब से भी बड़ा दिखना चाहते हैं। बिहार के लोग बाबा साहेब का अपमान कभी नहीं भूलेंगे। बिहारवासी इस अपमान को हमेशा याद रखेंगे।

आरजेडी-कांग्रेस के कारनामे बिहार विरोधी-पीएम मोदी

पीएम ने आरजेडी-कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि आरजेडी-कांग्रेस के कारनामे बिहार विरोधी है। जब भी यह लोग विकास की बात करते हैं तो लोगों को दुकान, उद्योग पर ताले लटकते दिखाई देते हैं, इसीलिए यह बिहार के नौजवानों के दिलों में कभी जगह नहीं बना पाए।

एक्सिओम-4: शुभांशु शुक्ला का अंतरिक्ष मिशन एक बार फिर टला, 22 जून को नहीं होगी लॉन्चिंग

#shubhnshushuklaaxiom4missionpostponedonce_again

Image 2Image 3Image 4Image 5

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) तक ले जाने वाला एक्सिओम-4 मिशन एक बार फिर टाल दिया गया है। अंतरिक्ष में उड़ान भरने के लिए शुभांशु शुक्ला लंबे समय से इंतजार कर रहे हैं, लेकिन तकीनी खराबी के चलते बार-बार मिशन की तारीख को आगे बढ़ाया जा रहा है। अब 22 जून को शुभांशु शुक्ला उड़ान भरने वाले थे, लेकिन तकीनी खराबी के चलते एक बार फिर इस लॉन्च को आगे बढ़ा दिया गया है।

अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन के आधिकारिक एक्स हैंडल से जानकारी दी गई कि नासा, एक्सिओम स्पेस और स्पेस-X अब मिशन के लिए नई तारीख पर विचार करेंगे। नासा ने यह फैसला इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन के लॉन्च अपॉर्चुनिटीज की समीक्षा के बाद लिया है। नासा इसकी लगातार समीक्षा जारी रखे हुए है। जिसके बाद रविवार, 22 जून को प्रक्षेपण से पीछे हटने का फैसला लिया गया है। आने वाले दिनों में लॉन्च की नई तारीख का ऐलान किया जाएगा। हालांकि अब तक यह तय नहीं है।

क्यों हो रही देरी?

नासा ने बताया कि ISS के ज्वेज्दा सर्विस मॉड्यूल में हाल ही में हुई मरम्मत के बाद संचालन की जांच जारी है। स्टेशन की प्रणालियां एक-दूसरे से गहराई से जुड़ी होती हैं, ऐसे में किसी भी संभावित दिक्कत से बचने के लिए नासा कोई जल्दबाज़ी नहीं करना चाहता। विशेषज्ञ मानते हैं कि स्टेशन को नए यात्रियों के स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार करना जरूरी है, इसलिए लॉन्च को कुछ समय के लिए टालना पड़ा है।

छठी बार टाली गई तारीख

एक्सिओम-4 मिशन को पहले भी कई बार टाला जा चुका है। एक्सिोम मिशन 4 की लॉन्चिंग डेट को सातवीं बार टाला गया है। इस मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों को 29 मई को उड़ान भरनी थी। जिसे बाद में 8 जून, 10 जून और 11 जून, 19 जून को टाल दिया गया था। हालांकि, अब 22 जून को लॉन्चिंग होने वाली थी, लेकिन इसको एक बार फिर टाल दिया गया है। लगातार रुकावटों के बावजूद, रॉकेट और ड्रैगन यान लॉन्च कॉम्प्लेक्स 39A में अच्छी स्थिति में मौजूद हैं और नई तारीख की घोषणा जल्द की जाएगी।

अंतरिक्ष मिशन में शामिल होंगे 4 यात्री

नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री और एक्सिओम स्पेस में मानव अंतरिक्ष उड़ान के डायरेक्टर पैगी व्हिटसन इस मिशन की कमान संभालेंगे। इसरो के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पायलट के रूप में काम करेंगे, जिससे वो 1984 में विंग कमांडर राकेश शर्मा के इतिहास रचने के लगभग चार दशक बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बन जाएंगे।

दो मिशन विशेषज्ञ ईएसए (यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी) प्रोजेक्ट के अंतरिक्ष यात्री पोलैंड के स्लावोज़ उज़्नानस्की-विस्निवस्की और हंगरी के टिबोर कापू भी इस मिशन का हिस्सा हैं।

कनाडा में एक और भारतीय छात्रा की संदिग्ध मौत, दिल्ली की तान्या त्यागी की गई जान

#indianstudentdelhitanyatyagidiedcanada

Image 2Image 3Image 4Image 5

कनाडा में एक और भारतीय की संदिग्ध परिस्थिति में मौत की खबर है। कनाडा में पढ़ाई करने गई एक भारतीय छात्रा की आकस्मिक मौत हो गई है। छात्रा का नाम तान्या त्यागी है, जो दिल्ली की रहने वाली है। वह कैलगरी विश्वविद्यालय में पढ़ाई कर रही थी। उसकी मौत की जानकारी वैंकूवर स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने गुरुवार को दी।

वैंकूवर में भारत के कॉन्सुलेट जनरल ऑफ इंडिया ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय छात्रा तान्या त्यागी के ‘‘अचानक हुए निधन से दुखी है।’’ इसने कहा, वाणिज्य दूतावास अधिकारियों के संपर्क में है और शोकसंतप्त परिवार को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करेगा। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि भारतीय छात्रा की मौत कैसे और किन परिस्थितियों में हुई। वाणिज्य दूतावास अधिकारियों के संपर्क में है और शोक संतप्त परिवार को सभी जरूरी हेल्प मुहैया कराएगा। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं।

तान्या त्यागी की अचानक कनाडा में हुई मौत के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। सबसे बड़ा सवाल यह ही है कि छात्रा की मौत कैसी हुई? किन हालातों में हुई? इन सभी सवालों का जवाब ढूंढने के लिए जांच की जा रही है। हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक तान्या त्यागी की मौत की वजह या किन हालातों में मौत हुई इसके बारे में डिटेल नहीं बताई है।

दिल का दौरा पड़ने से मौत का दावा

हालांकि, सोशल मीडिया पर एक अनवेरिफाइड पोस्ट वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि तान्या की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है। इस पोस्ट में पीएमओ को टैग किया गया है और मदद की गुहार लगाई गई है। पोस्ट में यह भी कहा गया है कि परिवार पीएम मोदी से उनकी बेटी की बॉडी को देश वापस लाने के लिए मदद की गुहार लगा रहे हैं।

कनाडा इस साल 5 भारतीय छात्रों की मौत

मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, इस साल कनाडा में अलग-अलग जगह 5 भारतीय छात्रों की मौत हो चुकी है, जिसमें गोलीबारी, दुर्घटना और रहस्यमयी मौत शामिल है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2018 से 2023 के बीच कम से कम 90 भारतीय छात्रों की मौत हुई है। हालांकि, इनके आधिकारिक आंकड़े नहीं है, जिससे पुष्टि करना मुश्किल है।

चुनाव से पहले बिहार में बहार, आज फिर आ रहे पीएम मोदी, देंगे 5736 करोड़ की सौगात

#pmmodicomingtosiwanbihartoday

Image 2Image 3Image 4Image 5

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज बिहार के दौरे पर रहेंगे। अपने इस दौरे के दौरान पीएम 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। वे एक नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे। कुछ ही महीनों में बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में पीएम मोदी का दौरा काफी अहम माना जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल 20 दिन में दूसरा और इस साल का 51वां बिहार प्रवास होगा। पीएम मोदी ने इससे पहले 29-30 मई को बिहार का दौरा किया था।

22 परियोजनाओं का करेंगे उद्घाटन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज महागठबंधन के गढ़ सिवान में एक बड़ी चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। दोपहर 12 बजे वह सिवान पहुंचेंगे। पीएम मोदी का ये कार्यक्रम 1 बजकर 15 मिनट तक चलेगा। सिवान की धरती पर 5,736 करोड़ रुपये की कुल 22 परियोजनाओं का तब उद्घाटन किया जाएगा। प्रधानमंत्री 53,666 बेघर लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना की पहली किस्त के तौर पर 51,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित करेंगे। इसके अलावा, 6,684 शहरी गरीब परिवारों को उनके नए घरों की चाबी मिलेगी।

कई योजनाओं का होगा शिलान्यास

प्रधानमंत्री एक नई वंदे भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाएंगे, जो पटना के पास पाटलिपुत्र जंक्शन और उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के बीच चलेगी। मोदी अमृत भारत योजना की 11 परियोजनाओं और नमामि गंगे परियोजना के तहत चार अन्य परियोजनाओं की आधारशिला रखने के अलावा नई वैशाली-देवरिया रेलवे लाइन का भी उद्घाटन करेंगे।

सिवान में पीएम की रैली के सियासी मायने

बिहार में इस साल अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं। महागठबंधन का गढ़ माने जाने वाले सीवान और आसपास की 24 विधानसभा सीटों पर एनडीए ने जीत का लक्ष्य रखा है। रैली के जरिए पीएम मोदी सिवान के साथ ही सारण और गोपालगंज की 24 विधानसभा सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश करेंगे। महागठबंधन का ये इलाका एनडीए के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है पीएम मोदी की ये रैली यहां एनडीए की राह आसान कर सकती है।

बता दें कि सिवान जिले में 8 विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम वोटर्स का दबदबा है। यहां 25% से ज्यादा मुस्लिम हैं और यादव वोट भी अच्छी तादात में है। MY समीकरण की वजह से यहां आरजेडी का दबदबा है। लेकिन खास बात यह है कि सवर्ण और अति पिछड़ा वोट बैंक नीतीश और बीजेपी के साथ है।

राहुल गांधी का नया पता- लुटियंस जोन का 5 सुनहरी बाग, जन्मदिन पर नए घर में गृह प्रवेश

#rahulgandhibungalow_address

Image 2Image 3Image 4Image 5

कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी आज अपने सरकारी आवास 5 सुनहरी बाग में शिफ्ट हो गए हैं। उन्होंने आज सुबह अपने जन्मदिन पर इस घर में गृह प्रवेश किया। यह बंगला उन्हें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष होने के नाते आवंटित किया गया है। इससे पहले वो अपनी मां के साथ 10 जनपथ स्थित आवास में रह रहे थे। साल 2023 में राहुल ने 12, तुगलक लेन बंगला खाली कर दिया था, जहां वे 12 साल से रह रहे थे। सांसदी जाने के बाद बंगला खाली करना पड़ा।

राहुल टाइप-8 बंगले के हकदार थे

संसदीय आवास समिति ने उन्हें 5 सुनहरी बाग रोड, 7 मोतीलाल नेहरू मार्ग और 3 कृष्णा मेनन मार्ग बंगले का ऑप्शन दिया था। इसमें से राहुल ने सुनहरी बाग को चुना। लोकसभा में विपक्ष के नेता बनने के बाद राहुल टाइप-8 बंगले के हकदार थे, क्योंकि उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त है।

इस बंगले में क्या है खास?

राहुल को जो बंगला मिला है वह लुटियंस जोन में है। यहां देश के कई बड़े राजनेताओं, मंत्रियों और जजों के बंगले होते हैं। यह बंगला पहले सीनियर कैबिनेट मंत्रियों या आयोग के प्रमुखों को आवंटित होता रहा है। यह हाई सिक्योरिटी एरिया है। बंगले का क्षेत्रफल 2000 से 3000 वर्ग मीटर के करीब है। बंगले में 4 से 5 बड़े बेडरूम और ऑफिस शामिल हैं। मीटिंग हॉल, प्राइवेट लॉन, सुरक्षा कर्मी कक्ष, स्टाफ क्वार्टर और कार पार्किंग भी है। इसमें बड़ी बैठकें, मीडिया कॉन्फ्रेंस और राजनीतिक गतिविधियों के लिए पर्याप्त जगह है, जो विपक्ष के नेता होने के नाते राहुल गांधी की जरूरतों के मुताबिक है।

लोकसभा सदस्यता जाने पर छोड़ा था तुगलक रोड वाला बंगला

23 मार्च 2023 को सूरत कोर्ट ने मानहानि केस में उन्हें 2 साल कैद की सजा सुनाई थी। हालांकि, कुछ ही देर में उन्हें जमानत भी मिल गई थी। इसके अगले दिन राहुल की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई। 27 मार्च 2023 को उन्हें बंगला खाली करने का नोटिस दिया गया।

जस्टिस यशवंत वर्मा नकदी कांड की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा, जांच पैनल रिपोर्ट में हुई जले नोटों की पुष्टि

#justiceyashwantvermanotescandal_report 

जस्टिस यशवंत वर्मा कैश कांड में जांच पैनल की रिपोर्ट आ गई है। जांच में यह बात सामने आई है कि जस्टिस वर्मा के घर कैश मिलने का सबूत है। तीन जजों की कमेटी की रिपोर्ट में जले हुए नोटों की पुष्टि हुई है। तीन सीनियर जजों के पैनल ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के मौजूदा जज जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने की कार्यवाही शुरू करने की सिफारिश की है।

Image 2Image 3Image 4Image 5

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट की पैनल रिपोर्ट में जस्टिस वर्मा पर लगे आरोपों की पुष्टि हुई है। खबरों के मुताबिक न्यायाधिश यशवंत वर्मा के स्टोर रुम में नोट रखी हुई थी जिसकी पहुंच केवल न्यायाधीश और परिवार तक ही थी। वहां किसी और की एंट्री नहीं थी।

जस्टिस वर्मा को हटाने के लिए पर्याप्त सबूत का दावा

जजों के पैनल की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा को हटाने की कार्यवाही शुरू करने की आवश्यकता है। तत्कालीन सीजेआई ने तीन जजों की कमेटी गठित की थी। गठित तीन जजों की समिति ने 10 दिन में 55 गवाहों के बयान दर्ज किए थे। 

10 गवाहों ने जले या अधजले नोट देखने की बात मानी

समिति की ओर से जांचे गए कम से कम 10 गवाहों ने जले हुए या आधे जले हुए नोट देखने की बात स्वीकार की है। वहीं, एक गवाह ने कहा, उन्होंने देखा था कि कमरे में फर्श पर नोट बिखरे पड़े थे। जले हुए या आधे जले हुए 500 के नोट फर्श पर पड़े हुए थे।

 

सबूतों को नष्ट करने और सफाई करने की जांच

समिति ने जस्टिस वर्मा के निजी सचिव राजिंदर सिंह कार्की और उनकी बेटी दीया वर्मा द्वारा कथित तौर पर सबूतों को नष्ट करने या आग लगने की जगह की सफाई करने में संदिग्ध भूमिका की भी जांच की। उदाहरण के लिए, कार्की ने कथित तौर पर आग बुझाने वाले फायरमैन को निर्देश दिया कि वे अपनी रिपोर्ट में नोटों के जलने और अगले दिन कमरे की सफाई करने का उल्लेख न करें, जिसका उन्होंने खंडन किया। हालांकि, अन्य गवाहों के बयानों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों से इसके उलट साबित हुआ।

क्या है मामला?

दरअसल, जस्टिस वर्मा के घर 14 मार्च को आग लगी थी। यह आग 14 मार्च की रात लगभग 11:35 बजे 30 तुगलक क्रिसेंट, नई दिल्ली में लगी थी। जहां पर कथित तौर पर उनके घर से बड़ी मात्रा में कैश मिला था। यह उस समय जस्टिस वर्मा का आधिकारिक निवास था। उस वक्त वह दिल्ली हाईकोर्ट के जज थे। कैश कांड सामने आने के बाद उच्च स्तरीय जांच शुरू की गई थी। वहीं, जस्टिस यशवंत वर्मा का दावा है कि स्टोर रूम में उन्होंने या उनके परिवार वालों ने कभी कैश नहीं रखा और उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है।

पाकिस्तान आर्मी चीफ ने ट्रंप के लिए मांगा नोबेल पुरस्कार, व्हाइट हाउस में लंच से पहले सीजफायर पर भी की बात

#asimmunirdemandsnobelpeaceprizefordonaldtrump 

Image 2Image 3Image 4Image 5

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक उच्च-स्तरीय कूटनीतिक कदम के तहत बुधवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असिम मुनीर के साथ एक बंद दरवाजे के लंच का आयोजन किया। मुनीर और ट्रंप के लंच पर भारत समेत पूरी दुनिया की नजर थी। भारत में सवाल उठ रहे थे कि ट्रंप जिनका हमारे साथ अच्छा संबंध है, आखिर वह दुश्मन देश के सेना प्रमुख को इतनी तवज्जो क्यों दे रहे हैं। इसके पीछे की वजह पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग की है। उन्होंने यह पुरस्कार भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम कराने में ट्रंप की भूमिका के लिए मांगा।

व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एना केली ने कहा कि ट्रंप, मुनीर की मेजबानी करेंगे क्योंकि मुनीर ने ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार देने की मांग की है। केली ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध को रोकने के लिए राष्ट्रपति को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित करने का आह्वान किया है।

ट्रंप ने मुनीर को कहा शुक्रिया

वहीं, ट्रंप ने मुनीर को इसके लिए शुक्रिया कहा। उन्होंने कहा- मुझे पाकिस्तान से प्यार है। ट्रंप ने कहा- मुनीर से मिलकर सम्मानित महसूस हुआ। उन्होंने भारत के साथ युद्ध रोकने में अहम भूमिका निभाई।

ट्रंप ने अपने दावे को फिर दोहराया

यही नहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बार फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध रुकवाया है। ट्रंप ने पत्रकारों से बातचीत में मोदी को एक शानदार व्यक्ति' बताया और कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता होगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने बुधवार को कहा, 'मैंने युद्ध रुकवाया है... मैं पाकिस्तान को पसंद करता हूं। मुझे लगता है कि मोदी एक शानदार इंसान हैं। मैंने कल रात उनसे बात की। हम भारत के मोदी के साथ व्यापार समझौता करने जा रहे हैं, लेकिन मैंने पाकिस्तान और भारत के बीच युद्ध रुकवा दिया है।

पीएम मोदी की ट्रंप दो टूक

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बातचीत करने के कुछ घंटे बाद ही ट्रंप ने अपने दावे को दोहराया। इससे पहले पीएम मोदी ने फोन पर बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' को पाकिस्तान के अनुरोध के बाद रोका गया था। इसमें अमेरिकी मध्यस्थता या व्यापार सौदे की पेशकश जैसी कोई वजह नहीं थी। यही नहीं पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया और कहा कि कनाडा से लौटते समय उनका वाशिंगटन में रुकना संभव नहीं है।

ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से भारत पहुंचे 110 भारतीय छात्र, इजराइल के साथ जंग के बीच सरकार की बड़ी पहल

#firstflightcarryingover110indianstudentsevacuatedto_iran

Image 2Image 3Image 4Image 5

ईरान और इजरायल के बीच में जारी जंग लगातार भीषण होती जा रही है। इजराइल जहां ईरान में राजधानी तेहरान, न्यूक्लियर साइट और सैन्य ठिकानों को टारगेट कर रहा है। वहीं ईरान भी इजरायल में सैन्य ठिकानों को तबाह करने में लगा है। जंग के बीच हजारों भारतीय ईरान और इजरायल में फंसे हुए हैं। अकेले ईरान में ही 10 हजार से ज्यादा भारतीय फंसे हैं जिनमें आधे से ज्यादा स्टूडेंट्स हैं। भारत सरकार ने युद्ध के बीच से भारतीयों को निकालने के लिए ऑपरेशन सिंधु लॉन्च किया है।

110 भारतीय छात्रों का पहला बैच ईरान से लौट

ऑपरेशन सिंधु के तहत 110 भारतीय छात्रों का पहला बैच ईरान से लौट आया है। 110 से छात्रों को युद्धग्रस्त ईरान से आर्मेनिया ले जाया गया था। इसके बाद उनकी फ्लाइट गुरुवार तड़के दिल्ली में उतरी। भारतीय स्टूडेंट्स को लेकर ईरान से आया विमान आज तड़के दिल्ली लैंड किया। 110 छात्रों ने मंगलवार को भारतीय दूतावास की ओर से की गई व्यवस्था के तहत ‘ऑपरेशन सिंधु’ के अंतर्गत आर्मेनिया की सीमा पार की थी।

वापस लौटे छात्रों में 54 लड़कियां भी शामिल

ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से लौटे 110 छात्रों को लेकर इंडिगो एयरलाइंस की फ्लाइट देर रात 3 बजकर 43 मिनट पर दिल्ली लैंड हुई। इन 110 छात्रों में 94 जम्मू-कश्मीर से हैं जबकि 16 लोग अन्य 6 राज्यों से है। ईरान से लौटने वाले छात्रों में 54 लड़कियां भी शामिल हैं। सकुशल देश वापस आने के बाद इन छात्रों के चेहरे पर खुशी का साफ झलक रही थी

जंग के बीच लौट रहे छात्र

इजरायल और ईरान के बीच जारी युद्ध ने मिडिल ईस्ट में तनाव को चरम पर पहुंचा दिया है। हालिया हमलों और जवाबी कार्रवाई से क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तबाही हुई है, जिसमें आम नागरिकों और विदेशी नागरिकों की जान खतरे में पड़ गई है। ईरान की राजधानी तेहरान समेत कई इलाकों में मिसाइल और ड्रोन हमले हो रहे हैं। इसी संघर्ष के चलते भारत सहित कई देशों ने अपने नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने का अभियान शुरू किया है।

ईरान से लौटे भारतीय छात्रों ने ईरान के हालात बयां किए। ये सभी छात्र ईरान के उर्मिया से लौटे हैं। सभी छात्र उर्मिया यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं। छात्रों ने बताया कि हालत बेहद खराब है और उम्मीद जताई कि हालत ठीक होंगे और उनकी पढ़ाई फिर से जारी हो सकेगी।

पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल मुनीर के साथ लंच करेंगे ट्रंप, मोदी ने ठुकराया न्योता

Image 2Image 3Image 4Image 5

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आज पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर से मुलाकात करने वाले हैं। व्हाइट हाउस की ओर से बुधवार के लिए जारी राष्ट्रपति ट्रंप के शेड्यूल में लिखा है कि वो कैबिनेट रूम में पाकिस्तानी जनरल के साथ लंच करेंगे।

लंच से पहले पीएम मोदी की दो टूक

अमेरिका में दोपहर के इस भोज से पहले भारत ने अमेरिका को दो टूक संदेश दिया है। पीएम मोदी ने फोन पर बातचीत के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारतीय सेना के 'ऑपरेशन सिंदूर' को पाकिस्तान के अनुरोध के बाद रोका गया था। इसमें अमेरिकी मध्यस्थता या व्यापार सौदे की पेशकश जैसी कोई वजह नहीं थी। यही नहीं पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति के निमंत्रण को भी ठुकरा दिया और कहा कि कनाडा से लौटते समय उनका वाशिंगटन में रुकना संभव नहीं है।

अमेरिका में भारत के खिलाफ मुनीर के जहरीले बोल

वहीं, ट्रंप के साथ लंच के एक दिन पहले पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने वॉशिंगटन में पाकिस्तानी-अमेरिकी समुदाय को संबोधित करते हुए भारत के खिलाफ फिर से जहर उगला। मुनीर ने क्षेत्रीय वर्चस्व स्थापित करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए भारत से 'सभ्य राष्ट्र की तरह' संवाद करने की अपील भी की। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में पाकिस्तान की संलिप्तता से इनकार किया। आतंकियों के जनाजे पर श्रद्धांजलि देने वाले सैन्य अधिकारियों के मुखिया ने भारत पर अंतरराष्ट्रीय सीमाओं का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों को “दृढ़ता से खारिज” कर दिया है।