फंदे पर लटके मिले मां-बेटे और बेटी, रस्सियों से बंधे थे हाथ,क्या छिपा है मौत का रहस्य?

मध्य प्रदेश के डिंडोरी जिले में सनसनीखेज घटना सामने आई है. यहां मेहंदवानी गांव में एक महिला ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतकों की पहचान मधु प्रजापति (महिला), 12 वर्षीय बेटा और 10 वर्षीय बेटी के रूप में हुई है. घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसर गया है, वहीं एफएसएल, डॉग सकॉड और पुलिस की टीम भी मौके पर पहुची है जो पूरे मामले की बारीकी से जांच कर रही है.

यह पूरी घटना मेहदवानी गांव की है, जहां महिला के पति राजेंद्र प्रजापति गांव में समोसे का ठेला लगाता है. राजेन्द्र रोज की तरह शाम को घर लौटा, तो देखा कि दरवाजा अंदर से बंद है. काफी आवाज देने पर जब कोई उत्तर नहीं मिला, तो वह पीछे से दरवाजा तोड़कर घर में दाखिल हुआ. अंदर का दृश्य देखकर उसके होश उड़ गए. पत्नी और दोनों बच्चों के शव फांसी पर लटके हुए थे. बच्चों के हाथ पीछे से बंधे हुए थे, जिससे मामला और भी संदिग्ध लग रहा है. इसके बाद राजेंद्र ने आवाज लगाई और आसपास के लोगों को इकट्ठा कर लिया.

राजेंद्र का कहना है कि उसकी पत्नी मधु पिछले कुछ समय से मानसिक रूप से बीमार थी. उसे नींद न आना, भूख न लगना जैसी समस्याएं थीं. जिसका कई जगह इलाज भी करवाया. इलाज के अलावा तांत्रिक उपाय भी कराए गए थे, लेकिन कोई खास लाभ नहीं मिला. पति के अनुसार, परिवार में किसी तरह की कोई कलह नहीं थी और सब कुछ सामान्य चल रहा था, ऐसे में यह घटना समझ से परे है. हालांकि, गांव में यह चर्चा भी जोरों पर है कि पति द्वारा तंत्र-मंत्र कराने के कारण महिला और बच्चों ने यह कदम उठाया.

पुलिस घटना की जांच में जुटी

घटना की जानकारी मिलते ही मेहंदवानी थाना पुलिस, शहपुरा एसडीओपी मुकेश अविंद्रा और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे. रात के समय दृश्य स्पष्ट न होने के कारण पूरे घर को सील कर दिया गया. सुबह एफएसएल टीम, डॉग स्क्वाड और पुलिस अधीक्षक वाहिनी सिंह खुद मौके पर पहुंचीं और पंचनामा कार्यवाही कर गहन जांच शुरू की गई. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा रहा है और पुलिस आत्महत्या के साथ-साथ अन्य कोणों से भी जांच कर रही है.

क्या बोले एसपी?

एसपी वाहिनी सिंह ने बताया कि घटना देर रात की है और फिलहाल आत्महत्या का मामला प्रतीत हो रहा है, लेकिन बच्चों के हाथ बंधे होने से मामला संदिग्ध है और सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. उन्होंने कहा कि फिलहाल कुछ भी निश्चित कहना जल्दबाजी होगी. इस दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र को सदमे में डाल दिया है. ग्रामीणों के बीच शोक और दहशत का माहौल है. पुलिस और एफएसएल की रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और गहरी साजिश है.

राज कुशवाह बस एक मोहरा, सोनम का प्यार कोई और… राजा रघुवंशी केस में अब नए किरदार की एंट्री

मेघालय में इंदौर के राजा रघुवंशी हत्याकांड में रोज नए खुलासे हो रहे हैं. पत्नी सोनम समेत राजा की हत्या करने वाले सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं. लेकिन इस मर्डर केस ने फिर एक नया मोड़ ले लिया है. अब तक की तफ्तीश में यह साफ हुआ कै कि सोनम रघुवंशी ने ही राज कुशवाह और तीन आरोपियों संग मिलकर राजा को मार डाला. वो भी सिर्फ इसलिए ताकि वो विधवा होने के बाद राज से शादी कर सके. मगर पुलिस को अब तीसरे शख्स पर शक होने लगा है.

पुलिस सूत्रों की मानें तो राज कुशवाह तो बस एक मोहरा था. उसका सोनम ने बस राजा की हत्या के लिए इस्तेमाल किया. जहां एक तरफ सोनम हत्या का मास्टरमाइंड राज को बता रही है. वहीं, राज इस हत्याकांड के लिए सोनम को मास्टरमाइंड बता रहा है

टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सोनम ही इस पूरे मामले की असली मास्टरमाइंड है. माना जा रहा है कि राज का इस्तेमाल एक मोहरे के रूप में ही किया गया है. सभी आरोपियों से पूछताछ की निगरानी कर रहे वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा- ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सोनम ने सभी को झांसे में लेकर उनका इस्तेमाल राजा की हत्या के लिए किया. राज से प्यार का वादा किया तो अन्य को पैसों का लालच दिया.

अब तक यह माना जा रहा था कि राज इस पूरे मामले का असली साजिशकर्ता है. उसे सोनम का बॉयफ्रेंड बताया जा रहा था. रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि इस मामले में और भी बड़े खेल का खुलासा हो सकता है. पुलिस को शक है कि सोनम किसी तीसरे के साथ भागने की फिराक में थी. राज इस बड़े खेल से अनभिज्ञ था और इसलिए वह सोनम रघुवंशी की मदद करता रहा. अब यह तीसरा शख्स कौन है यह खुलासा होना बाकी है.

राज भाई तो कौन है तीसरा शख्स?

वहीं, सोनम का परिवार और प्लाईवुड कंपनी में काम करने वाले लोग यह बार-बार दोहरा रहे हैं कि सोनम और राज के बीच प्रेम संबंध नहीं था. सोनम के भाई गोविंद ने भी कहा- राज सोनम को दीदी बोलता था और तीन साल से सोनम उसे राखी बांध रही थी. ऐसे में सवाल अब ये उठ रहा है कि अगर सोनम और राज के बीच सच में कोई ऐसा रिश्ता नहीं था तो उसने किसके लिए अपने पति की जान ली?

क्राइम सीन रीक्रिएट करवाया जाएगा

शिलॉन्ग पुलिस अब घटनास्थल पर सोनम और अन्य आरोपियों को ले जाएगी. फिर वहां क्राइम सीन रीक्रिएट करके सबूत जुटाएगी. इसके बाद आरोपियों को इंदौर भी लाने की योजना है। राजा की हत्या के बाद सोनम इंदौर में कहां रुकी और किस-किस से मिली, इसकी तहकीकात के बाद नए पहलू सामने आ सकते हैं. फिलहाल सभी आरोपियों से पूछताछ जारी है. बताया जा रहा है कि सोनम की जब जेल में राज के साथ वीडियो कॉल करवाई पर बात करवाई गई तो वो रोने लगी. एक टक राज को देखती रही. फिर उसने गुनाह कबूल कर लिया.

बिहार का कोना-कोना रोशन करने का अभियान… सोलर स्ट्रीट लाइट योजना पर हो रहा बड़ा काम

बिहार सरकार के सुशासन कार्यक्रमों के तहत कई योजनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. स्वच्छ गांव, समृद्ध गांव की परिकल्पना को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री ग्रामीण सोलर स्ट्रीट लाइट योजना एक बेहतरीन कदम साबित हो रही है. इस योजना का मकसद न केवल गांवों को रौशन करना है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और आधुनिक तकनीक के माध्यम से एक स्वच्छ, सुरक्षित और आत्मनिर्भर ग्रामीण परिवेश का निर्माण भी करना है. इस योजना की विशेषताओं में ब्रेडा (BREDA) के माध्यम से विभाग द्वारा विकसित केंद्रीकृत मॉनिटरिंग सिस्टम एक क्रांतिकारी पहल है.

यह प्रणाली खराब लाइटों की तत्काल पहचान और रखरखाव की सुविधा प्रदान करती है. इससे योजना की निगरानी न केवल अधिक प्रभावशाली हुई है, बल्कि कार्यदक्षता में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इस मॉनिटरिंग सिस्टम की मदद से संबंधित एजेंसी को लाइट खराब होने की सूचना तत्काल मिलती है, और उसे 72 घंटे के भीतर मरम्मत का कार्य पूरा करना अनिवार्य होता है. अगर एजेंसी तय समय सीमा के भीतर खराब लाइट को दुरुस्त नहीं करती है, तो उस पर प्रति दिन प्रति लाइट 10 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है.

लापरवाह एजेंसियों पर सख्ती

हालांकि योजना के तीसरे चरण (फेज-3) में कुछ चुनौतियां भी सामने आई हैं. राज्य सरकार ने 17 एजेंसियों को शोकॉज नोटिस जारी किया है, जिन्होंने समय-सीमा का पालन नहीं किया और अनुबंध की शर्तों का उल्लंघन किया.

पंचायती राज विभाग की ओर से जारी निर्देश के अनुसार, किसी भी एजेंसी को कार्यादेश प्राप्त होने के 90 दिनों के भीतर सोलर लाइट की स्थापना और संधारण कार्य पूरा करना होता है. परंतु हालिया समीक्षा में सामने आया कि इन एजेंसियों ने न केवल काम में देरी की, बल्कि कार्य प्रगति भी असंतोषजनक रही.

इस पर विभाग ने निर्देश दिया है कि सभी 17 एजेंसियां सात दिनों के भीतर जिला पंचायत राज पदाधिकारी के समक्ष अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करें. यदि ऐसा नहीं किया गया तो उनपर कार्रवाई की जाएगी.

स्थानीय भागीदारी से बढ़ेगी जवाबदेही

योजना को और अधिक जनोपयोगी बनाने के लिए हर दस हजार सोलर स्ट्रीट लाइट पर एक सर्विस स्टेशन की स्थापना की जाएगी, जिससे रखरखाव में आसानी हो सके. इसके अतिरिक्त, हर खंभे पर एजेंसी की ओर से एक विशेष व्हाट्सएप नंबर अंकित किया जाएगा. इस नंबर के माध्यम से स्थानीय नागरिक लाइट से संबंधित समस्या सीधे दर्ज करवा सकेंगे. इससे न केवल जनता को सुविधा मिलेगी, बल्कि एजेंसी की जवाबदेही भी सुनिश्चित होगी.

मैं राजा की हत्या की साजिश में शामिल थी…’ पत्नी सोनम का पुलिस के सामने कबूलनामा

इंदौर के चर्चित राजा रघुवंशी हत्याकांड में पत्नी सोनम रघुवंशी ने हत्या की साजिश में शामिल होने की बात को स्वीकार कर लिया है. सदर पुलिस स्टेशन में SIT पुछताछ के दौरान सोनम ने बताया कि वो राजा की हत्या की प्लानिंग में शामिल थी. दरअसल, मामले की जांच कर रही SIT की टीम ने सोनम को उसके खिलाफ जुटाए गए सबूतों के बारे में बताया. इसके बाद सोनम ने कबूल किया कि वो हत्याकांड की साजिश में शामिल थी.

दरअसल, शिलॉन्ग में राजा हत्याकांड के आरोपियों का पुलिस ने आमना-सामना कराया. इसी दौरान सोनम और राज का भी आमना-सामना हुआ. इस दौरान SIT की पूछताछ में सोनम ने हत्या की बात कबूली. SIT द्वारा दिखाए गए सबूतों को देखकर सोनम फूट-फूटकर रोने लगी. बता दें कि राजा रघुवंशी हत्याकांड में पांच आरोपियों को मेघायल पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

राजा रघुवंशी हत्याकांड के पांचों आरोपी गिरफ्तार

इनमें से राजा रघुवंशी की पत्नी सोनम, राज कुशवाहा (सोनम का प्रेमी) और तीन सुपारी किलर्स आनंद, आकाश राजपूत और विशाल उर्फ विक्की ठाकुर शामिल हैं. सोनम को यूपी के गाजीपुर से गिरफ्तार किया गया था. वहीं राज कुशवाहा और विशाल को इंदौर से, जबकि आकाश राजपूत को एमपी के सागर व आनंद को यूपी के ललितपुर से गिरफ्तार किया गया है. राजा की हत्या करने वाले तीनों सुपारी किलर्स विशाल, आनंद और आकाश ने भी अपना गुनाह कबूल कर लिया है.

मेघायल पुलिस कर रही आरोपियों से पूछताछ

इंदौर में जांच-पड़ताल के बाद बीते मंगलवार को मेघालय पुलिस चार आरोपियों राज, विशाल, आकाश और आनंद को देर रात शिलांग लेकर रवाना हो गई. वहीं मेघायल पुलिस की एक टीम गाजीपुर आई थी, जो सोनम को लेकर शिलांग पहुंची. अब सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. अभी तक की जांच में जो सामने आया है, उसके मुताबिक, सोनम का अपनी ही फैक्ट्री में काम करने वाले राज कुशवाहा से अफेयर था.

प्रेमी राज के साथ मिलकर रची हत्या की साजिश

सोनम ने शादी भले ही राजा रघुवंशी से कर ली थी, पर वह उसके साथ नहीं रहना चाहती थी. सोनम अपने प्रेमी राज को भूल नहीं पा रही थी. इसीलिए उसने राजा को रास्ते से हटाने के लिए मर्डर का प्लान तैयार किया. इस प्लान को बनाने में राज ने भी उसका साथ दिया. शादी के नौ दिन बाद 20 मई को राजा और सोनम शिलांग जाने के लिए रवाना हुए. 23 मई को वह शिलांग पहुंचे और इसी दिन हत्यारों ने राजा की हत्या कर दी.

फिर हत्यारे वापस शिलांग से वापस अपने-अपने घर लौट आए. सोनम भी दो दिन बाद 25 मई को शिलांग से निकली और इंदौर पहुंची. इंदौर से कार के द्वारा सोनम यूपी की सीमा में दाखिल हुई. 9 जून की रात एक बजे सोनम गाजीपुर जिले में स्थित एक ढाबे पर पहुंची और यहीं पर पुलिस ने उसे पकड़ लिया. फिर धीरे-धीरे कर सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए.

राज ने सब ‘राज’ उगल दिए, अब तुम… पुलिस की इस ट्रिक से फेल हुआ सोनम का प्लान, एक-एक कर बता दी सारी सच्चाई

राजा रघुवंशी मर्डर केस की जांच में जिस तरह से खुलासे हो रहे हैं, वो काफी चौंकाने वाले हैं. मर्डर की प्लानिंग, फिर भागने की स्क्रिप्टिंग ऐसे लिखी गई, जैसे कोई पेशेवर क्रिमिनल ने इसे तैयार किया हो. कब, कहां, क्या करना है… ये सब पहले से तय था. कैसे भागना है, भागकर कहां जाना है… ये भी इसी प्लान का हिस्सा था. दरअसल, 23 मई से राजा के कत्ल की कहानी की शुरुआत होती है. 2 जून को उसकी डेडबॉडी मिलती है और 9 जून को हनीमून पर साथ गई पत्नी सोनम शिलांग से करीब 1200 किलोमीटर दूर यूपी के गाजीपुर जिले में मिलती है. सोनम वाराणसी-गोरखपुर हाईवे पर स्थित एक ढाबे पर डरी-सहमी हुई हालत मिलती है, लेकिन उसका इस तरह से मिलना भी प्लान का एक हिस्सा था, जो उसने अपने आप को बेगुनाह साबित करने के लिए बनाया था.

हालांकि शिलांग पुलिस ने इस केस की तह तक जाने के लिए पूरी जान लगा दी थी. सूत्र बताते हैं कि सोनम के मिलने से पहले ही कॉल डिटेल्स के आधार पर शिलांग पुलिस ने उसके प्रेमी राज कुशवाह को रात 11 बजे गिरफ्तार कर लिया था, जबकि सोनम रविवार रात एक बजे गाजीपुर के नंदगंज थाना क्षेत्र में स्थित ढाबे पर पहुंची थी. फिर तीन बजे गाजीपुर पुलिस उसे अपने साथ ले गई. सोनम के मिलने के बाद दोनों की वीडियो कॉल से बात करवाई गई. सोनम से कहा गया कि तुम्हारे प्रेमी राज ने हमें सब बता दिया है. अब तुम बताओ. इसके बाद सोनम ने सारी सच्चाई सामने रख दी.

राज और सोनम का क्या था प्लान?

सोनम और राज का प्लान था कि राजा रघुवंशी के मर्डर केस में उनका कोई हाथ नहीं है. राज ने ही सोनम के साथ मिलकर लूट का झूठा प्लान तैयार किया. राज ने सोनम से कहा कि तुम पहले शिलांग से इंदौर आओगी. फिर यूपी के गाजीपुर जाओगी. वहां किसी भी व्यक्ति को बदहवास हालत में मिलोगी. तुम्हें देखकर उसको लगना चाहिए कि तुम्हारे साथ कोई बड़ी घटना हुई है. अगर कोई पूछे तो बता देना कि मेरे साथ लूट हुई है. लुटेरों ने पति को मार दिया है. मुझे यहां लाकर छोड़ दिया है. राज के प्लान के हिसाब से सोनम से ढाबे वाले साहिल यादव से ये सब बातें कहीं.

पहले प्रेमी राज फिर सोनम हुई गिरफ्तार

राज का प्लान था कि इस हालत में सोनम अपने परिवार के सामने आएगी और उसे सहानुभूति मिलेगी. सूत्रों के मुताबिक, अपने पति राजा की हत्या के बाद सोनम शिलांग से इंदौर आई थी. यहां उसने अपने प्रेमी राज से संपर्क किया और जैसे ही मोबाइल ऑन हुआ, शिलांग पुलिस एक्टिव हो गई. कॉल डिटेल और सर्विलांस की मदद से पुलिस राज कुशवाहा तक पहुंच गई. हालांकि तब तक सोनम गाजीपुर पहुंच चुकी थी. रात को 11 बजे पुलिस ने पहले उसके प्रेमी राज कुशवाहा को गिरफ्तार कर लिया. फिर सोनम के पकड़े जाने के बाद दोनों का वीडियो कॉल पर आमना-सामना करवाया गया. शिलांग पुलिस में कहा कि राज ने सब बता दिया, अब तुम बताओ. इसके बाद सोनम ने सब कुछ उगल दिया.

सोनम की प्लाईवुड फैक्ट्री में काम करता था राज

सोनम रघुवंशी के पिता देवी सिंह रघुवंशी की इंदौर में प्लाईवुड की फैक्ट्री है. इसी फैक्ट्री में सोनम का प्रेमी राज कुशवाहा काम करता था. चूंकि फैक्ट्री में सोनम का भी आना-जाना होता था. सोनम अक्सर अकाउंट्स और स्टाफ मैनेजमेंट से जुड़ी कुछ जिम्मेदारियों को निभाने के बहाने आती थी. इसी वजह से दोनों में नजदीकियां बढ़ गईं. कई बार फैक्ट्री में काम करने वाले कर्मचारियों ने भी दोनों को साथ देखा, लेकिन जुबान को दबाए रखा. कहीं उनकी नौकरी खतरे में न पड़ जाए. फिर कुछ समय बाद सोनम की शादी तय हो गई और वो विदा होकर ससुराल चली गई, लेकिन सोनम के दिल में राज बसता था और इसी लिए उसने राजा को रास्ते से हटाने का प्लान बना डाला.

इस समय शिलांग पुलिस की दो टीमें इस केस पर काम कर रही हैं. एक टीम सोनम रघुवंशी के साथ है तो एक टीम उन चारों आरोपियों के साथ, जो इस समय इंदौर में हैं. राजा रघुवंशी की हत्या की घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को इंदौर क्राइम ब्रांच और शिलांग पुलिस लेकर इंदौर के विभिन्न ठिकानों पर जांच कर रही है. पकड़े गए आरोपियों ने अपने घर से कुछ ही दूरी पर हत्या की योजना बनाई थी. चारों को पुलिस उस जगह पर लेकर पहुंची है.

हरियाणा जमीन घोटाला: ED के सामने पेश नहीं हुए रॉबर्ट वाड्रा, बोले- तबियत नहीं है ठीक

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को कथित हरियाणा जमीन घोटाले के मामले में समन किया, लेकिन रॉबर्ट वाडरा दफ्तर नहीं पहुंचे. इसी के बाद अब सामने आया है कि वाड्रा आज ईडी के दफ्तर नहीं जाएंगे. उन्होंने ईडी को ईमेल लिख कर समय मांगा. वाड्रा ने तबियत खराब होने का हवाला दिया है. ईडी को मेल कर अगली तारीख पर पूछताछ में शामिल होने को कहा है.

वाड्रा को हरियाणा जमीन घोटाले में PMLA के तहत समन किया गया है. वाड्रा ने ईडी को ईमेल लिख कर समय मांगा. रॉबर्ड वाड्रा आज ईडी दफ्तर नही जाएंगे. वाड्रा ने तबियत खराब होने का हवाला दिया है. ईडी को मेल कर अगली तारीख पर पूछताछ में शामिल होने को कहा है. इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है. पहले ही पूछताछ में वाड्रा ने आरोपों से और किसी भी तरह की गलत गतिविधि में शामिल होने से इनकार कर दिया था.

रॉबर्ट वाड्रा पर क्या है आरोप?

संजय भंडारी के मामले में रॉबर्ट वाड्रा पर आरोप है. भंडारी साल 2016 में भारत से भाग गया था और फिलहाल वो यूनाइटेड किंगडम में रहता है, कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा का करीबी सहयोगी है. ईडी के आरोप के मुताबिक, संजय भंडारी के पास करोड़ो की अघोषित विदेशी आय और संपत्तियां हैं, जिनमें नंबर 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर, लंदन और 6 ग्रोसवेनर हिल कोर्ट, लंदन की संपत्तियां शामिल हैं.

ईडी ने आरोप लगाया, पीएमएलए के प्रावधानों के अनुसार ये संपत्तियां काली कमाई से अर्जित हैं और सीसी थंपी और सुमित चड्ढा को इनको छिपाने और उपयोग करने में शामिल पाया गया है. जांच में पाया गया कि थंपी रॉबर्ट वाड्रा का करीबी सहयोगी है. रॉबर्ट वाड्रा ने न सिर्फ सुमित चड्ढा के जरिए से लंदन के 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर में उपरोक्त संपत्ति का रेनोवेशन किया, बल्कि उसी में रहे भी.

ED ने पहले भी की पूछताछ

ईडी ने दावा किया, रॉबर्ट वाड्रा और थंपी ने फरीदाबाद में जमीन का एक बड़ा हिस्सा खरीदा और एक-दूसरे के साथ वित्तीय लेनदेन किया. इस मामले में वाड्रा से ईडी पहले भी पूछताछ कर चुकी है और उन्होंने कुछ भी गलत करने से इनकार किया है. ED इस मामले में चार्जशीट भी दाखिल कर चुकी है, लेकिन उसमें वाड्रा बतौर आरोपी नहीं हैं.

“10 घंटे तक पूछताछ की गई”

इससे पहले भी अप्रैल के महीने में इसी केस में वाड्रा को ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था. इस दौरान वाड्रा पत्नी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी के साथ पहुंचे थे. इस दौरान वाड्रा ने पूछताछ को लेकर कहा था कि, मैं एजेंसी के दूसरे समन को देखकर हैरान था क्योंकि मैं पहले ही इसी मामले के संबंध में एजेंसी के सामने 15 बार पेश हो चुका हूं. मुझसे 10 घंटे तक पूछताछ की गई और मैंने 23,000 दस्तावेज दिए. मैंने एजेंसी को 2019 के अपने बयान दिखाए और आप वही सवाल पूछ रहे हैं जिनका मैंने 2019 में जवाब दिया था और एजेंसी के लोग भी हैरान थे. मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है.

चिराग पासवान ने बिहार में भरी हुंकार, बोले- सभी 243 सीटों पर लड़ूंगा चुनाव

आगामी बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चिराग पासवान ने बड़ा बयान दिया है. आरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए चिराग ने कहा कि वो बिहार की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा कि लोग हमसे हमेशा पूछते हैं कि क्या आप विधानसभा चुनाव लड़ेंगे तो इस सवाल का जवाब है- हां मैं विधानसभा चुनाव लड़ूंगा और बिहार की सभी सीटों पर लड़ूंगा.

चिराग पासवान ने कहा कि मैं और मेरी पार्टी एनडीए गठबंधन को मजबूत करने के लिए बिहार में 243 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. मेरा लक्ष्य है कि एनडीए जीत की ओर बढ़े. उन्होंने आगे कहा कि मैं बिहार से नहीं बल्कि बिहार के लिए चुनाव लड़ूंगा. यह फैसला मैं आप लोगों पर छोड़ता हूं. आप तय करें कि मुझे बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं और किस सीट से. मैं आपके फैसले का पालन करूंगा.

जंगल राज’ के लिए RJD के साथ कांग्रेस भी जिम्मेदार

अपने संबोधिन ने चिराग पासवान ने आरजेडी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस ‘जंगल राज’ की हम बात करते हैं, उसके लिए सिर्फ RJD ही नहीं, बल्कि कांग्रेस भी बराबर की जिम्मेदार है. यह हमारी सरकार है जिसने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिया. पिछले साल उनकी 100वीं जयंती से एक दिन पहले 23 जनवरी 2024 को उन्हें भारत रत्न से सम्मानित करने की घोषणा की गई थी.

राहुल गांधी ने पहले ही हार स्वीकार ली- चिराग

वहीं, चुनाव आयोग पर राहुल गांधी के आरोप को लेकर चिराग ने कहा कि कांग्रेस और उसके नेताओं के साथ समस्या यह है कि जब आत्मनिरीक्षण की आवश्यकता होती है, तो वे चुनाव हारने के बहाने ढूंढते हैं. अगर राहुल गांधी को किसी संस्था में दोष खोजने की आवश्यकता है, तो वह संवैधानिक संस्था नहीं, बल्कि उनकी अपनी कांग्रेस पार्टी होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को दोष देना, किसी पर चुनाव फिक्सिंग का आरोप लगाना, यह कहना कि ईवीएम दोषपूर्ण है… यह सब दिखाता है कि राहुल गांधी ने बिहार विधानसभा चुनाव में पहले ही हार स्वीकार कर ली है. बिहार के बाद, ये लोग असम और बंगाल जैसे राज्य भी हारेंगे. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि 2024 का महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव लोकतंत्र में धांधली का ब्लूप्रिंट था. उन्होंने कहा कि यह मैच फिक्सिंग अब बिहार में भी दोहराई जाएगी.

मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नजर नहीं- चिराग पासवान

चिराग ने शनिवार को भी कहा था कि बिहार विधानसभा का चुनाव लड़ सकता हूं लेकिन सीएम की कुर्सी पर नजर नहीं है. चिराग ने कहा था कि मैं चुनाव लड़ूंगा या नहीं, यह फैसला मेरी पार्टी के संसदीय बोर्ड द्वारा लिया जाएगा.

उन्होंने कहाकि अगर मैं लड़ता भी हूं, तो यह कोई असाधारण बात नहीं होगी. मेरी पार्टी का स्ट्राइक रेट बेहतर होने से एनडीए को मदद मिलेगी. मगर यह गलतफहमी पैदा करने की कोशिश की जा रही है कि मेरी नजर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर है. ऐसा नहीं है.

दिल्ली में 9 साल की मासूम बच्ची के साथ दरिंदगी: सूटकेस में मिला शव, बर्बरता की हदें पार

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर बेहद शर्मनाक घटना हुई है. यहां उत्तर पूर्वी दिल्ली में थाना दयालपुर के नेहरू विहार में एक नौ साल की लड़की के साथ रेप कर हत्या को अंजाम दिया गया है. लड़की का शव एक बंद मकान के अंदर सूटकेस में मिला है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घटना शनिवार रात करीब पौने नौ बजे की है. आशंका है कि बच्ची के साथ रेप और मर्डर कहीं और किया गया.

बाद में शव को इस बंद मकान में ठिकाने लगाया गया है. दिल्ली पुलिस के मुताबिक बच्ची का शव उसके पड़ोस में एक बंद मकान के अंदर मिला है. ऐसे में आशंका है कि वारदात भी बच्ची के किसी पड़ोसी ने अंजाम दिया है और पहचाने जाने के डर से उसने बच्ची की गला घोंटकर हत्या कर दी. बाद में उसने शव को सूटकेस में बंदकर इस मकान में ठिकाने लगाने का प्रयास किया.

वारदात के बाद सूटकेस में ठूंस दिया था शव

पुलिस के मुताबिक बच्ची का शव उसके पिता को मिला था. वह खुद ही उसे लेकर जेपीसी अस्पताल पहुंचे थे, जहां डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया था. पुलिस के मुताबिक बच्ची शनिवार की शाम से ही लापता थी. परिजन उसकी तलाश करते हुए पास के खाली मकान में पहुंचे तो उन्हें संदिग्ध सूटकेस नजर आया. खोलकर देखा तो उसमें बच्ची को ठूंस कर भरा गया था. परिजनों के मुताबिक उस समय बच्ची अचेत थी. उसके चेहरे पर चोट के गहरे निशान थे.

पॉक्सो एक्ट में दर्ज हुआ केस

आनन फानन में उसे जेपीसी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने बच्ची के शव को कब्जे में लेकर गुरु तेग बहादुर अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा दिया हैं. इस संबंध में बच्ची के पिता की तहरीर पर दयालपुर पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ पॉक्सो एक्ट समेत अन्य संबंधित धाराओं में मुदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है. मामले की जांच के लिए पुलिस ने अलग अलग टीमों का गठन किया है. इसके अलावा घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला जा रहा है.

भारत के इस रहस्यमयी मंदिर में लगातार बढ़ रही है नंदी की मूर्ति… कलयुग के अंत में हो जाएगी जीवित

भारत में कई प्राचीन मंदिर हैं. ये सभी मंदिर अपने रहस्यों और चमत्कारों के कारण पूरी दुनिया में मशहूर हैं. ऐसा ही एक रहस्यमयी मंदिर आंध्र प्रदेश में है. ये शिव मंदिर है, जो आंध्र प्रदेश के कुरनूल में स्थित है. इस मंदिर का नाम श्री यागंती उमामहेश्वर मंदिर है. इस मंदिर में नंदी की मूर्ति का आकार लगातार बढ़ता जा रहा है. अभी तक कोई भी इस मूर्ति के बढ़ते आकार के पीछे के रहस्य का पता नहीं लगा पाया है.

लोग ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक भी कहते हैं कि यहां नंदी की प्रतिमा का आकार हर 20 साल में एक इंच बढ़ता है. नंदी इसी तरह बढ़ते रहे तो मंदिर में लगे खंभों को एक-एक करके हटाना पड़ेगा. मान्यता है कि जब कलियुग का अंत होगा, उस दिन इस विशाल नंदी प्रतिमा का रूप जीवंत हो जाएगा. उस दिन महाप्रलय आएगा. उसके बाद कलियुग का अंत हो जाएगा.

यह मंदिर वैष्णव परंपराओं के अनुसार बनाया गया है. इसका निर्माण 15वीं शताब्दी में विजयनगर साम्राज्य के संगम वंश के राजा हरिहर बुक्का राय ने करवाया था. यह प्राचीन पल्लव, चोल, चालुक्य और विजयनगर शासकों की परंपराओं को दर्शाता है. इस मंदिर के निर्माण के बारे में एक पौराणिक कथा प्रसिद्ध है. कहा जाता है कि इस शिव मंदिर की स्थापना महर्षि अगस्त्य ने की थी.

फिर शिव जी ने प्रकट होकर कहा कि यह स्थान कैलाश जैसा दिखता है. इसलिए यहां उनका मंदिर बनाना सही है. महर्षि अगस्त्य ने इसके बाद अगस्त्य ने शिव से अनुरोध किया कि वे भक्तों को एक ही पत्थर में उमा महेश्वर के रूप में दर्शन दें. शिव जी ने इसकी सहमति दे दी. यहां उनकी अर्धनारीश्वर के रूप में भक्त पूजा करते हैं.

इस मंदिर के आस-पास कहीं भी कौवे कभी नहीं दिखते. कहा जाता है कि ऐसा महर्षि अगस्त्य के श्राप के कारण हुआ. पुराणों के अनुसार, जब महर्षि अगस्त्य ध्यान कर रहे थे, तो कौवे उन्हें परेशान कर रहे थे. इसलिए क्रोधित होकर उन्होंने कौवों को श्राप दे दिया कि कौवे यहां दिखाई न दें.

शाहजहांपुर में घर से निकले 100 से अधिक जहरीले सांप, वन विभाग ने किया रेस्क्यू

उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति को अपने घर की सफाई के दौरान एक प्लास्टिक के ड्रम में 100 से अधिक जहरीले सांप मिले। इस दृश्य को देखकर उसके होश उड़ गए और पूरे गांव में दहशत फैल गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत 'सर्प मित्र' और वन विभाग को सूचना दी, जिन्होंने विशेषज्ञों की मदद से सभी सांपों को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला और जंगल में छोड़ दिया।

सांपों के घर में घुसने के कारण:

- बरसात के मौसम में सांप और बिच्छू सूखे और सुरक्षित स्थानों की तलाश में घरों में घुस जाते हैं।

- लंबे समय से बंद पड़े सामानों या स्थानों में सांपों के अंडे देने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे इस तरह की घटनाएं होती हैं।

सुरक्षा के लिए सुझाव:

- घर के आसपास की सफाई: घर के आसपास के क्षेत्र को साफ-सुथरा रखें और घास-फूस न बढ़ने दें।

- बंद पड़े सामानों की जांच: लंबे समय से बंद पड़े ड्रम, बक्से या अन्य वस्तुओं की नियमित जांच करें।

- सांप दिखने पर सावधानी: सांप दिखने पर घबराएं नहीं, सुरक्षित दूरी बनाए रखें और तुरंत विशेषज्ञों को सूचित करें।

- घर की दरारें सील करें: घर में दरारों, छेदों और अन्य संभावित प्रवेश मार्गों को सील करें।

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें सांपों को ड्रम में रेंगते हुए देखा जा सकता है। यह घटना हमें सतर्क रहने की चेतावनी देती है, विशेषकर बरसात के मौसम में.