जहानाबाद के सायन कुणाल बने बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद के सदस्य, जिले में खुशी की लहर

जहानाबाद जिले के लिए एक गौरवपूर्ण क्षण आया है, जब जिले के अधिवक्ता, समाजसेवी एवं युवा नेतृत्वकर्ता सायन कुणाल को बिहार राज्य धार्मिक न्यास परिषद का सदस्य मनोनीत किया गया। इस नियुक्ति की अधिसूचना बिहार सरकार द्वारा जारी की गई, जिससे जिलेभर में हर्ष और उत्साह की लहर दौड़ गई है।

यह नियुक्ति एक ऐतिहासिक और भावनात्मक संयोग के रूप में भी देखी जा रही है, क्योंकि जिस दिन उनके पिता स्वर्गीय आचार्य किशोर कुणाल जी की जयंती थी, उसी दिन सायन कुणाल को इस पद के लिए चयनित किया गया। इसको लेकर वरिष्ठ समाजसेवी बैद्यनाथ शरण ने इसे एक आध्यात्मिक संकेत मानते हुए गहरी प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि यह निर्णय पूरे बिहार के लिए सम्मान की बात है।

बैद्यनाथ शरण ने कहा कि, "सरकार ने एक कर्मठ, युवा और समाजहित में सक्रिय व्यक्ति को इस पद पर नियुक्त कर यह साबित किया है कि युवा नेतृत्व को उचित स्थान मिल रहा है। सायन कुणाल निश्चित रूप से अपने पिता की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाएंगे।"

जिले में हर्ष का माहौल

सायन कुणाल की इस उपलब्धि पर जिले के सामाजिक संगठनों और युवाओं में उत्साह है। नीरज कुमार, साकेत शर्मा, रविभूषण उर्फ अप्पू, अभिषेक कुमार, गौरव शर्मा, ऋषिकेश शर्मा समेत अनेक गणमान्य लोगों और आम नागरिकों ने उन्हें बधाइयाँ और शुभकामनाएँ दी हैं।

यह नियुक्ति न केवल धार्मिक स्थलों के संरक्षण और विकास के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी, बल्कि यह युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बनेगी। सायन कुणाल की नई भूमिका से सनातन संस्कृति के उत्थान और धार्मिक विरासत के संरक्षण को नई दिशा मिलने की उम्मीद की जा रही है।

यह पदभार न केवल व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि आचार्य किशोर कुणाल के अधूरे सपनों को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम भी है।

जहानाबाद में फेंसिंग अभिभावक बैठक सम्पन्न: चयनित खिलाड़ियों की राष्ट्रीय भागीदारी सुनिश्चित, नई कार्यप्रणाली लागू
जहानाबाद अम्मा क्लब, जहानाबाद फेंसिंग एसोसिएशन द्वारा एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कार्यकारिणी समिति, चयनित खिलाड़ियों तथा उनके अभिभावकों की उपस्थिति रही। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य आगामी राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए चयनित खिलाड़ियों की भागीदारी सुनिश्चित करना तथा खेल संचालन में पारदर्शिता लाने के लिए नियमबद्ध कार्यप्रणाली की घोषणा करना था।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए संघ के सचिव अन्नू शक्ति सिंह ने स्पष्ट किया कि चयनित खिलाड़ियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भाग लेना अनिवार्य होगा। साथ ही उन्होंने बताया कि अब जिले में फेंसिंग खेल को नियमानुसार और विधिवत प्रक्रिया के तहत संचालित किया जाएगा, ताकि खिलाड़ियों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

अभिभावकों ने इस निर्णय का सर्वसम्मति से स्वागत किया और पूर्ण सहयोग का आश्वासन भी दिया। अभिभावकों के सहयोग के लिए सचिव अन्नू शक्ति सिंह व समिति के अन्य सदस्यों ने आभार जताया।

इस अवसर पर यह भी बताया गया कि दिनांक 8 जून 2025 को जहानाबाद जिला फेंसिंग ओपन ट्रायल चैंपियनशिप 2025-26 का आयोजन किया गया था, जिसमें जिले के विभिन्न वर्गों से खिलाड़ियों का चयन किया गया। चयन प्रक्रिया की पुष्टि कार्यकारिणी समिति द्वारा की गई।

जिला संघ की मांग पर बिहार फेंसिंग एसोसिएशन ने गोपाल कुमार (NIS) को ट्रायल हेतु मार्गदर्शन और तकनीकी सहयोग के लिए भेजा था।

चयनित खिलाड़ियों की सूची निम्नलिखित है:

चाइल्ड/मिनी वर्ग: आस्था कुमारी कश्यप, माही कुमारी

सब जूनियर वर्ग: अनन्या पर्वत

कैडेट वर्ग: कुणाल सिंह आर्य, गौरव कुमार वर्मा, विश्वसंस्कर ज्योति

सीनियर वर्ग: वेद प्रकाश रंजन, धीरज कुमार, राजेश दास, राजेश कुमार


बैठक के अंत में सचिव अन्नू शक्ति सिंह ने विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में जहानाबाद जिले में फेंसिंग खेल को पूरी गंभीरता, संगठनात्मक मजबूती और पेशेवर मानकों के साथ आगे बढ़ाया जाएगा, जिससे जिले के खिलाड़ी राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।
साहित्यकार सागर आनंद ने मानसी सिंह को प्रदान किया प्रथम 'नागनूर हिंदी हीरोइन' सम्मान


जहानाबाद के सुप्रसिद्ध साहित्यकार एवं "नागनूर नायक" के रूप में प्रतिष्ठित सागर आनंद की वैवाहिक वर्षगांठ के शुभ अवसर पर उनके निजामुद्दीनपुर स्थित आवास पर एक भव्य साहित्यिक-सांस्कृतिक आयोजन किया गया। इस अवसर पर एक विशेष पुस्तक विमोचन समारोह भी संपन्न हुआ, जिसमें नगर सहित आसपास के क्षेत्रों से अनेक साहित्यकार, कवि और कला प्रेमी उपस्थित हुए।

इस गरिमामयी अवसर पर जहानाबाद की उभरती हुई साहित्यिक प्रतिभा मानसी सिंह को "प्रथम नागनूर हिंदी हीरोइन सम्मान" से सम्मानित किया गया। यह सम्मान सागर आनंद, उनके प्रथम शोधार्थी पंकज अमन, विभा सागर, मंजू आनंद, कवयित्री सावित्री सुमन, और कवयित्री ममता प्रिया के करकमलों से प्रदान किया गया। मानसी सिंह की हिंदी भाषा, कला एवं साहित्य के प्रति समर्पण और योगदान को देखते हुए यह सम्मान उन्हें प्रदान किया गया, जिसे उपस्थित साहित्यिक समुदाय ने एक सराहनीय पहल बताया।

कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों ने सागर आनंद एवं उनकी धर्मपत्नी को वैवाहिक वर्षगांठ की ढेरों शुभकामनाएं प्रेषित कीं, वहीं नवसम्मानित मानसी सिंह को उज्ज्वल भविष्य की कामनाओं के साथ उत्साहपूर्वक बधाई दी गई।

इस समारोह में नागनूर के प्रसिद्ध हिंदी गायक कुमार सरगम, साहित्यकार राणा वीरेंद्र सिंह, अशोक प्रियदर्शी, चितरंजन चैनपुरा, अमृतेश बाबू, नंदन मिश्र सहित शहर के कई प्रतिष्ठित साहित्यकार, लेखक एवं कला-संस्कृति से जुड़े गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

इस प्रकार का आयोजन साहित्यिक चेतना को प्रोत्साहित करने वाला तथा स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।

जहानाबाद नगर परिषद एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ईद उल अज़हा ( बक़रीद ) की नमाज़ 7 जून 2025 को निम्नलिखित समय-सारणी ( टाइम टेबल ) के अनुसार इंशाअल्ल

- मदरसा अरबिया इस्लामिया, मदरसा रोड, जहानाबाद में 5:30 बजे

2 - मदरसा तालीम उल इस्लाम, बिचली मुहल्ला में 5:30 बजे

3 - मस्जिद गरेड़िया खण्ड, जहानाबाद में 5:30 बजे

4 - ईदगाह वाली मस्जिद, पी जी रोड में 6:00 बजे

5 - जामिया अरबिया इस्लामिया, जाफरगंज में 6:00 बजे

6 - रज़ा जामा मस्जिद, जाफरगंज में 6:15 बजे

7 - नूर आइशा मस्जिद, जाफरगंज में 6:15 बजे

8 - मस्जिद ए आइशा, खुतबा चक में 6:15 बजे

9 - कच्छी मस्जिद में 6:30 बजे

10 - बदरुद्दोजा मस्जिद, गांधी नगर में 6:30 बजे

11 - मस्जिद मख़दूमूल मुल्क, मख़दूमाबाद, फिदा हुसैन रोड में 6:30 बजे

12 - प्यारी मुहल्ला मस्जिद, प्यारी मुहल्ला में 6:30 बजे

13 - मस्जिद नूर, जाफरगंज में 6:30 बजे

14 - एक मीनार मस्जिद, इरकी में 6:30 बजे

15 - जामा मस्जिद, इरकी में 6:45 बजे

16 - ईदगाह मस्जिद, इरकी में 7:00 बजे

17 - स्टेशन वाली मस्जिद, जहानाबाद में 7:00 बजे

18 - जामा मस्जिद, जहानाबाद में 7:00 बजे

19- सुन्नी बरैलवी मस्जिद, धनगावां, जहानाबाद में 7:00 बजे

और

20 - ईदगाह, पी जी रोड, जहानाबाद में 8:30 बजे

इंशाअल्लाह बिला ताख़ीर अदा की जायेगी

निवेदक प्रोफेसर गुलाम अस्दक सचिव, अंजुमन तरक्की ए उर्दू, जहानाबाद

जबकि जहानाबाद जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में निम्नलिखित समय-सारणी ( टाइम टेबल ) के अनुसार इंशाअल्लाह ईद उल अज़हा ( बक़रीद ) की नमाज़ अदा की जायेगी।

1 - जामा मस्जिद, मखदुमपुर में 6:15 बजे

2 - जीलानी मस्जिद, मखदुमपुर में 6:30 बजे

3 - बगवार मस्जिद, टेहटा में 6:30 बजे

4 - सुन्नी मस्जिद, अली नगर पाली, काको में 6:30 बजे

5 - मीरा बिगहा मस्जिद, टेहटा में 6:45 बजे

6 - नूरी मस्जिद, सुगांव में 6:45 बजे

7 - दरगाह हज़रत बी बी कमाल ईदगाह, काको में 7:00 बजे

8 - बिस्मिल्लाह मस्जिद, हिरीडीह में 7:00 बजे

9 - जन्नत मस्जिद, मलाठी में 7:00 बजे

10 - कोहरा मस्जिद में 7:00 बजे

11 - मदीना मस्जिद, टेहटा में 7:15 बजे

12 - पीरगंज मस्जिद, टेहटा में 7:15 बजे

13 - सरेन मस्जिद में 7:15 बजे

14 - बाज़ार टोला मस्जिद, काको में 7:30 बजे

15 - बीबीपुर मस्जिद, काको में 7:30 बजे

16 - पकाही मस्जिद में 7:30 बजे

17 - सेरथुआ मस्जिद में 7:30 बजे

18 - शिया मस्जिद, अली नगर पाली, काको में 8:00 बजे

इंशाअल्लाह बिला ताख़ीर अदा की जायेगी

निवेदक प्रोफेसर गुलाम अस्दक सचिव, अंजुमन तरक्की ए उर्दू, जहानाबाद

जहानाबाद जन वितरण प्रणाली में अनियमितता को लेकर फुटपाथ दुकानदार संघ ने उठाई आवाज

वजन में कटौती, राशन वितरण में मनमानी और रसीद न देने की शिकायत, अनुमंडल पदाधिकारी से की गई कार्रवाई की मांग

जहानाबाद जन वितरण प्रणाली (PDS) में अनियमितता, तानाशाही व्यवहार और मनमाने वितरण के खिलाफ फुटपाथ दुकानदार संघ के जिला अध्यक्ष अरविंद कुमार चोपड़ा ने अनुमंडल पदाधिकारी से मुलाकात कर विस्तृत शिकायत दर्ज कराई है। चोपड़ा ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार उपभोक्ताओं को प्रति माह दो बार फिंगरप्रिंट सत्यापन के आधार पर राशन देना अनिवार्य है, लेकिन जहानाबाद शहर के अधिकांश PDS दुकानदार नियमों की अवहेलना कर दो बार फिंगरप्रिंट कराने के बावजूद केवल एक बार का राशन ही प्रदान कर रहे हैं।

उन्होंने आरोप लगाया कि प्रति उपभोक्ता हर माह औसतन 2 किलोग्राम अनाज की कटौती की जा रही है। इसके अतिरिक्त, कई दुकानदार स्थायी दुकान के बजाय अपने निजी घरों से वितरण कर रहे हैं, जिससे अनाज की हेरा-फेरी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।

शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया कि उपभोक्ताओं को रसीदें नहीं दी जातीं, और जब वे इसका विरोध करते हैं तो उन्हें दबाया और डराया जाता है। इससे पारदर्शिता में भारी कमी देखी जा रही है।

श्री चोपड़ा ने आशंका जताई कि इसमें कुछ संबंधित अधिकारियों की मिलीभगत भी हो सकती है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि इस पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच कराते हुए दोषी डीलरों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।

फुटपाथ दुकानदार संघ ने इस मुद्दे पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर आम जनता और प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया है और त्वरित कार्रवाई की मांग की है।

पारिवारिक विवाद में भतीजे ने चाचा को मारी गोली, गांव में दहशत का माहौल

जहानाबाद जिले के मोदनगंज थाना क्षेत्र के टरमा गांव में पारिवारिक जमीन विवाद ने सोमवार को हिंसक मोड़ ले लिया। मामूली कहासुनी के बाद भतीजे ने अपने ही चाचा इंद्रेश शर्मा पर फायरिंग कर दी, जिससे वे घायल हो गए।

घटना हिलसा स्थित 35 धुर जमीन के बंटवारे को लेकर हुई। परिजनों के अनुसार, इस जमीन को लेकर दोनों परिवारों के बीच वर्षों से तनाव चला आ रहा था। सोमवार को अचानक हुई बहस में गुस्से से बेकाबू होकर भतीजे ने हथियार निकालकर गोली चला दी, जो इंद्रेश शर्मा के हाथ में जा लगी।

गंभीर रूप से घायल इंद्रेश को परिजनों द्वारा तत्काल जहानाबाद सदर अस्पताल लाया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर बताई जा रही है। डॉक्टरों ने हालांकि यह भी कहा कि उन्हें मानसिक रूप से गहरा आघात पहुंचा है।

इंद्रेश शर्मा के छोटे भाई ने मीडिया को बताया कि वर्षों से समझौते की कोशिशें चल रही थीं, लेकिन किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा जा सका। उन्होंने कहा, “कभी नहीं सोचा था कि मामला इस कदर हिंसक हो जाएगा।”

घटना के बाद पूरे टरमा गांव में भय और सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीणों ने इसे अत्यंत दुखद बताते हुए कहा कि अब लोगों में सहनशक्ति की कमी होती जा रही है और छोटी-छोटी बातों पर लोग खून-खराबे पर उतर आते हैं।

मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की छानबीन की और आरोपी की तलाश में संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

यह घटना एक बार फिर इस बात पर गंभीर सवाल उठाती है कि पारिवारिक विवादों को समय पर और शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने में समाज, पंचायत और प्रशासन की क्या जिम्मेदारी है।

फोरलेन बना हादसों का गवाह, एरकी पुल के पास दर्दनाक सड़क दुर्घटना में दो युवकों की मौत
जहानाबाद शहर के पश्चिमी हिस्से से होकर गुजरने वाली नई फोरलेन राष्ट्रीय राजमार्ग पर एक बार फिर दर्दनाक सड़क हादसा हुआ है। एरकी पुल के पास  एक तेज रफ्तार फोर व्हीलर डिवाइडर से टकरा गई, जिससे दो युवकों की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह दुर्घटना 33,000 वोल्ट के बिजली पोल के पास हुई, जहां वाहन तेज गति में अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा भिड़ा। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। हादसे के तुरंत बाद स्थानीय लोगों ने घायलों को बाहर निकाला और तत्काल एंबुलेंस की सहायता से सभी को जहानाबाद सदर अस्पताल पहुंचाया गया।

अस्पताल में डॉक्टरों ने चप्पू और धर्मेंद्र नामक दो युवकों को मृत घोषित कर दिया। अन्य दो घायलों में से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसे बेहतर इलाज के लिए पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) रेफर कर दिया गया है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि फोरलेन बनने के बाद इस मार्ग पर तेज रफ्तार वाहनों की संख्या काफी बढ़ गई है, लेकिन सुरक्षा के पर्याप्त उपाय नहीं किए गए हैं। कई स्थानों पर न तो पर्याप्त स्ट्रीट लाइट हैं और न ही ट्रैफिक संकेतक बोर्ड। इसके चलते आए दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं।

लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इस फोरलेन पर ट्रैफिक नियमों को सख्ती से लागू किया जाए और निगरानी बढ़ाई जाए, साथ ही सड़क सुरक्षा के लिहाज से आवश्यक इंतजाम जैसे साइनबोर्ड, स्पीड ब्रेकर और लाइटिंग की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

यह हादसा न केवल दो परिवारों के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि प्रशासन और ट्रैफिक प्रबंधन व्यवस्था पर भी बड़ा सवाल खड़ा करता है।

जहानाबाद में कोविड तैयारियों व स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक आयोजित

जहानाबाद,जिले में कोविड से जुड़ी तैयारियों और समग्र स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की समीक्षा हेतु आज सिविल सर्जन कार्यालय कक्ष में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र प्रसाद ने की। बैठक में कोविड प्रबंधन, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों और हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर की स्थिति की गहन समीक्षा की गई।

बैठक के दौरान निम्नलिखित बिंदुओं पर विशेष चर्चा की गई:

  • कोविड-19 जांच व्यवस्था की सुचारुता
  • एम्बुलेंस की उपलब्धता और संचालन
  • लैंडलाइन हेल्पलाइन नंबर की कार्यशीलता
  • आवश्यक जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता
  • एक्स-रे सेवाओं एवं पैथोलॉजिकल जांच की स्थिति
  • स्वास्थ्य उपकेंद्रों एवं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का समय पर खुलना
  • चिकित्सकों के ड्यूटी रोस्टर का निर्धारण और अनुपालन
  • कंट्रोल एंड कमांड सेंटर की कार्यक्षमता

बैठक में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, अस्पताल प्रबंधक, कार्यकारी अधीक्षक, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट, माइक्रोबायोलॉजिस्ट सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी और कर्मी उपस्थित थे। सिविल सर्जन डॉ. देवेंद्र प्रसाद ने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि कोविड सहित सभी स्वास्थ्य सेवाओं को समयबद्ध, प्रभावी और समन्वित ढंग से संचालित किया जाए। उन्होंने कहा कि आम जनता को निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्राथमिकता होनी चाहिए। साथ ही सभी स्वास्थ्य केंद्रों की नियमित निगरानी, संसाधनों की उपलब्धता और चिकित्सकीय सेवाओं की गुणवत्ता बनाए रखने पर जोर दिया। यह समीक्षा बैठक जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक सक्षम, सजग और जवाबदेह बनाने की दिशा में एक सार्थक प्रयास साबित हुई।

जहानाबाद: महिला JE से छेड़छाड़ के बाद पुलिस पर हमला, महिला दरोगा समेत 6 पुलिसकर्मी घायल

जहानाबाद, बिहार राज्य में बढ़ते अपराध और गिरती कानून-व्यवस्था पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। जहानाबाद जिले में लघु सिंचाई विभाग की महिला जूनियर इंजीनियर (JE) के साथ हुई छेड़छाड़ की जांच करने गई पुलिस टीम पर हमला कर दिया गया। इस हमले में महिला दारोगा ब्यूटी कुमारी समेत 6 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं। घटना 24 मई की है जब JE पल्लवी कुमारी परस बिगहा थाना क्षेत्र के तुरकौल गांव में नहर परियोजना का निरीक्षण करने गई थीं। इसी दौरान गांव के निवासी अनिल सिंह के बेटे गौरी शंकर सिंह ने उनके साथ छेड़छाड़ की और उनका मोबाइल भी छीन लिया। पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस टीम छापेमारी के लिए गांव पहुंची। छापेमारी के दौरान आरोपी के परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस टीम पर अचानक हमला बोल दिया। हमले में झारखंड पुलिस का जवान नरेंद्र सिंह भी शामिल पाया गया, जिसे घटनास्थल से गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने पुलिस की कार्रवाई में बाधा डालने के साथ-साथ टीम के सदस्यों के साथ हाथापाई भी की। घटना में घायल पुलिसकर्मियों में महिला दारोगा ब्यूटी कुमारी के अलावा एसआई बबलू सिंह, सिपाही नरेंद्र कुमार, मुकेश कुमार सिंह, रविशंकर कुमार और राहुल कुमार शामिल हैं। सभी को उपचार के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि ब्यूटी कुमारी की हालत गंभीर बनी हुई है। घटना के बाद गांव में भारी तनाव फैल गया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ जुट गई, जिसका फायदा उठाकर मुख्य आरोपी गौरी शंकर सिंह मौके से फरार हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और पूरे गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। पुलिस ने झारखंड के पुलिस जवान नरेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया है और अन्य फरार आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की जा रही है। यह घटना न केवल महिला कर्मचारियों की सुरक्षा पर प्रश्नचिह्न खड़े करती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि वे अब पुलिस पर भी खुलकर हमला करने से नहीं हिचकते।
जहानाबाद: शिक्षा विभाग का एक और भ्रष्ट अधिकारी गिरफ्तार, ₹50,000 रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया
जहानाबाद बिहार में शिक्षा विभाग की साख पर एक और बड़ा दाग लग गया है। मंगलवार को विशेष निगरानी इकाई (Special Vigilance Unit) ने जहानाबाद जिले के सहायक जिला शिक्षा पदाधिकारी (ADPO) लक्ष्मण यादव को ₹50,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

आरोप है कि लक्ष्मण यादव ने यह रिश्वत विभागीय कर्मचारी कौशल किशोर से वेतन, जीपीएफ (GPF) और पेंशन स्वीकृत कराने के नाम पर मांगी थी। शिकायतकर्ता ने विशेष निगरानी इकाई को जानकारी दी, जिसके बाद टीम ने योजनाबद्ध तरीके से जाल बिछाकर आरोपी अधिकारी को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।शिक्षा नहीं, रिश्वत बन चुकी है प्राथमिकता

इस घटना ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिन अधिकारियों को छात्रों का भविष्य संवारना चाहिए, वे भ्रष्टाचार में लिप्त होकर शिक्षा के मंदिर को कलंकित कर रहे हैं।

स्थानीय लोगों का कहना है कि लक्ष्मण यादव पहले भी कई बार अभ्यर्थियों और छात्रों से नौकरी सत्यापन और फॉर्म क्लियरेंस के नाम पर मोटी रकम वसूलने के आरोपों में घिर चुके हैं। हालांकि पूर्व में कोई ठोस सबूत न होने के कारण विभागीय स्तर पर उन्हें बचा लिया गया था।विशेष निगरानी इकाई की कार्रवाई

विशेष निगरानी इकाई के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी लक्ष्मण यादव को मंगलवार शाम को छापेमारी के दौरान रिश्वत लेते गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है। जनता में आक्रोश, पूरे तंत्र पर उठे सवाल

इस गिरफ्तारी के बाद जिलेभर में शिक्षा विभाग के खिलाफ गुस्सा पनप गया है। आम नागरिकों और विभागीय कर्मचारियों ने मांग की है कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को न केवल तत्काल निलंबित किया जाए, बल्कि कठोर सजा भी दी जाए ताकि भविष्य में कोई अधिकारी पद का दुरुपयोग न कर सके।

कई लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि DEO कार्यालय में काम के एवज में खुलेआम पैसे मांगे जाते हैं। ऐसे कई अधिकारी व कर्मचारी हैं जिनके नाम अब तक सामने नहीं आए हैं, परंतु वे भी इसी प्रकार की गतिविधियों में शामिल हैं। शिक्षा विभाग की साख पर सवाल

शिक्षा विभाग को समाज में एक आदर्श संस्था माना जाता है, जहां बच्चों के भविष्य की नींव रखी जाती है। लेकिन जब इसी विभाग के अधिकारी रिश्वतखोरी, वसूली और अनैतिक कृत्यों में लिप्त पाए जाते हैं, तो यह पूरे सिस्टम के लिए एक शर्मनाक स्थिति बन जाती है।

अब सवाल यह है कि क्या विभाग केवल आरोपी को सस्पेंड करके अपने कर्तव्यों से मुक्त हो जाएगा, या फिर पूरे नेटवर्क की गहराई से जांच कर शिक्षा के मंदिर को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की दिशा में कोई ठोस कदम उठाएगा?