न्यूक्लियर डील करो वरना और होगी तबाही', ईरान को ट्रंप की धमकी

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इजराइल ने ईरान पर बड़ा हमला किया। इजरायल के हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि 'कुछ भी न बचे' उससे पहले ईरान जल्द से जल्द परमाणु समझौते के लिए तैयार हो जाए। 

आने वाले समय में और भी बहुत कुछ होगा-ट्रंप

ट्रंप ने एक पोस्ट में कहा, मैंने ईरान को सौदा करने के लिए कई मौके दिए। मैंने ईरान से सख्त शब्दों में कहा, बस करो लेकिन चाहे उन्होंने कितनी भी कोशिश की हो, चाहे वो कितने भी करीब क्यों न पहुंचे हों, वो इसे पूरा नहीं कर पाए। मैंने ये भी कहा कि अमेरिका दुनिया में अब तक के सबसे बेहतरीन और सबसे घातक सैन्य उपकरण बनाता है और इजराइल के पास इसका बहुत ज्यादा भंडार है। आने वाले समय में और भी बहुत कुछ होगा।

एक समझौता करना चाहिए, इससे पहले कि कुछ भी ना बचे-ट्रंप

ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर लिखा, पहले से ही बहुत सारी मौतें और विनाश हो चुके हैं, लेकिन इस नरसंहार को समाप्त करने के लिए अभी भी समय है, अगले पहले से ही योजनाबद्ध हमले और भी क्रूर हैं। उन्होंने कहा, ईरान को एक समझौता करना चाहिए, इससे पहले कि कुछ भी न बचे, और जिसे कभी ईरानी साम्राज्य के रूप में जाना जाता था उसे बचाना चाहिए।

उन्हें पता नहीं था कि क्या होने वाला है-ट्रंप

ट्रंप ने आगे कहा, कुछ ईरानी कट्टरपंथियों ने बहादुरी से बात की, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि क्या होने वाला था। वे सभी अब मर चुके हैं, और यह और भी बदतर हो जाएगा! पहले से ही बहुत ज़्यादा मौतें और विनाश हो चुका है, लेकिन इस नरसंहार को समाप्त करने के लिए अभी भी समय है, अगले पहले से ही योजनाबद्ध हमलों के साथ और भी ज़्यादा क्रूर। अब और मौत नहीं, और विनाश नहीं, बस करो, इससे पहले कि यह हो जाए बहुत देर हो चुकी है। भगवान आप सबका भला करे!

स्वदेशी 'रुद्रास्त्र' ड्रोन का सफल परीक्षण, सेना की बढ़ेगी ताकत

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भारतीय सेना की निगरानी शक्ति और सटीकता के साथ वार करने की सक्षमता में जबरदस्त इजाफा होने वाला है। भारत ने स्वदेशी रूप से विकसित हाइब्रिड वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग (वीटीओएल) ड्रोन "रुद्रास्त्र" का सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण राजस्थान के पोखरण फायरिंग रेंज में किया गया। पूरा परीक्षण एसडीएएल लिमिटेड (SDAL Limited) की तरफ से किया गया है। यह ड्रोन 170 किमी से अधिक की रेंज और अचूक निशाना लगाने की क्षमता रखता है। यह भारतीय सेना की निगरानी क्षमताओं को बढ़ाएगा और दुर्गम इलाकों में भी ऑपरेशन संभव बनाएगा।

लगभग डेढ़ घंटे तक हवा में बने रहने की क्षमता

परीक्षण के दौरान 'रुद्रास्त्र' ड्रोन ने कुल 170 किलोमीटर की दूरी तय की। इसमें लक्ष्य क्षेत्र के ऊपर मंडराना और लगभग डेढ़ घंटे तक हवा में बने रहना शामिल है। ड्रोन से गिराया गया गोला जमीन के ठीक ऊपर हवा में फटा। यह सतह से बेहद कम ऊंचाई पर फटा और सेना की जरूरत के अनुसार एक बड़े इलाके में तय किए गए लक्ष्यों को नष्ट करने में सफल रहा।

क्या है रुद्रास्त्र?

रुद्रास्त्र एक हाइब्रिड वीटीओएल यानी वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग करने वाला ड्रोन है। यानी यह किसी भी मैदान से सीधा ऊपर उड़ान भर सकता है और बिना रनवे के आसानी से उतर सकता है। ये ड्रोन दुश्मन की तोपों और अन्य फायरिंग पोजीशन को निशाना बना सकते हैं। ये दुश्मन के इलाके में काफी अंदर तक जाकर हमला करने में सक्षम हैं। इस ड्रोन में कई आधुनिक तकनीकें शामिल हैं।

देश की निगरानी होगी मजबूत

रुद्रास्त्र यूएवी ड्रोन के सेना में शामिल होने के बाद ऐसे इलाके जहां सेना की तैनाती मुश्किल होती है। वहां इन ड्रोन को तैनात किया जा सकता है। इससे देश की निगरानी मजबूत होगी, जिससे कोई भी दुश्मन देश में घुसने की कोशिश नहीं करेगा। वहीं दूसरी तरफ इस ड्रोन की मदद से खुफिया जानकारी हासिल करना आसान हो जाएगा। यह मिशन पूरा कर सुरक्षित लॉन्च पॉइंट पर वापस लौट आया। यही इसकी सबसे बड़ी खासियत मानी जा रही है।

आतंकी ठिकानों और घुसपैठ की कोशिश रोकने में होगा इस्तेमाल

भारतीय सेना आधुनिक युद्ध की चुनौतियों से निपटने के लिए स्वदेश में निर्मित हथियारों पर ज्यादा फोकस कर रही है। मानव रहित सिस्टम पर खास ध्यान दिया जा रहा है। आक्रामक हथियारों के मामले में सेना ऐसे स्वदेशी ड्रोन पर ध्यान दे रही है, जो दुश्मन के इलाके में 50 से 100 किलोमीटर तक अंदर जाकर सटीक हमला कर सके। इनका इस्तेमाल आतंकवादी ठिकानों और घुसपैठ की कोशिशों को रोकने के लिए भी किया जाएगा। इसके जरिए दुश्मन की उन पोजीशन को भी टारगेट किया जाएगा जहां से आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए कवर फायर दी जाती है।

अहमदाबाद के दौरे पर पीएम मोदी, एअर इंडिया विमान हादसे की जगह पर पहुंचे

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह अहमदाबाद पहुंचे। पीएम मोदी पहले उस जगह पहुंचे जहां प्लेन क्रैश हुआ। पीएम ने हालातों का जायजा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सिविल अस्पताल में भर्ती कराए गए एकमात्र जीवित यात्री से भी मुलाकात की। पीएम मोदी के साथ केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री और स्थानीय अधिकारी भी मौजूद रहे, जिन्होंने हादसे के बारे में सूचना दी।

प्रधानमंत्री यहां सरदार वल्लभभाई पटेल एयरपोर्ट पर पहुंचे और वहां से सीधे मेघाणी नगर इलाके में दुर्घटना स्थल पर पहुंचे। मेघाणी नगर वो ही रिहायशी इलाका था जहां जाकर यह प्लेन क्रैश हुआ था।पीएम मोदी के साथ नागरिक उड्डयन मंत्री रामनोहन नायडू, गुजरात के गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, गृह मंत्री हर्ष संघवी और केंद्रीय राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल भी मौजूद रहे।प्रधानमंत्री उस जगह भी गए जिस हॉस्टल पर विमान गिरा था।

पीएम मोदी ने अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा करने के बाद सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट किया। पीएम ने पोस्ट कर कहा, आज अहमदाबाद में दुर्घटनास्थल का दौरा किया। तबाही का मंजर दुखद है। इसके बाद अधिकारियों और टीमों से मुलाकात की। हमारी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने इस अकल्पनीय त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया।

घटनास्थल का निरीक्षण करने के बाद पीएम मोदी घायलों से मुलाकात करने के लिए अस्पताल के लिए रवाना हुए। पूरे प्लेन में से एक ही यात्री ऐसा था जो इस हादसे के बाद जिंदा बचा। यह किसी चमत्कार से कम नहीं था।दरअसल, प्लेन जाकर मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से टकराया। इसी के चलते कई लोग घायल हो गए।

अब मिडिल ईस्ट में युद्ध का आगाजः इजराइल ने ईरान पर किए हमले, नेतन्याहू बोले- हमने खतरे को कम किया

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दुनिया में अब एक और जंग की शुरुआत हो गई है। मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच तनाव ने अब खतरनाक मोड़ ले लिया है। इजरायल और ईरान अब आपस में भिड़ चुके हैं। इजराइल ने शुक्रवार को ईरान पर बम बरसाए। राजधानी तेहरान में सुबह ही धुएं के बादल छा गए और कई जगह विस्फोट हुए। इजराइल ने अटैक के बाद दावा किया है कि उसने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है। परमाणु ठिकानों को तबाह कर दिया है।

ईरान के आर्मी चीफ को भी मार गिराया

इजरायल ने ईरान के सैन्य ठिकानों और न्यूक्लियर ठिकानों पर आज यानी शुक्रवार की सुबह हमला किया। इसके बाद ईरान में खलबली मच गई। इजरायल ने ईरान के न्यूक्लियर साइट्स और सैन्य ठिकानों को टारगेट कर तेहरान में कई हमले किए। इसके बाद तेहरान में एयरस्पेस को बंद कर दिया गया। ईरान सरकार ने देशभर में इमरजेंसी लागू कर दी है। माना जा रहा है कि इजरायल के हमले में ईरान को बड़ा नुकसान पहुंचा है। इजरायल ने ईरान के आर्मी चीफ, आईआरजीसी चीफ और टॉप न्यूक्लियर वैज्ञानिकों को मार गिराया है।

ईरान को करारा सबक सिखाया- नेतन्याहू

ईरान पर किए गए हमले की इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि हमारे हमले का उद्देश्य ईरान के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के खतरे को कम करना है। हमें उम्मीद है कि ईरान को करारा सबक सिखाया गया है। उम्मीद है कि यह अब दोबारा नहीं होगा।

ऑपरेशन राइजिंग लायन शुरू

नेतन्याहू ने ऑपरेशन राइजिंग लायन शुरू करने का एलान किया। उन्होंने कहा कि इजराइल ने ईरानी ठिकानों पर हमला किया है। कुछ ही समय पहले इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लॉयन शुरू किया, जो इजराइल के अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने के लिए सैन्य अभियान था। उन्होंने कहा कि यह मिशन खतरे को खत्म करने के लिए जितने दिन लगेंगे, उतने दिन तक जारी रहेगा।

खामनोई ने दी अंजाम भुगतने की धमकी

इस हमले के बाद ईरान ने इजरायल को अंजाम भुगतने की धमकी दी है। ईरान के सुप्रीम लीडर यानी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने शुक्रवार को कहा कि उनके देश पर हमले के लिए इजराइल को ‘कड़ी सज़ा’ दी जाएगी। ईरान की सरकारी सामाचार एजेंसी ‘आईआरएनए’ ने खामनेई के बयान को जारी किया। इसने पुष्टि की कि हमले में सेना के शीर्ष अधिकारी और वैज्ञानिक मारे गए हैं। खामनेई ने कहा कि उनके देश में हुए इस अपराध में ‘‘इजराइल के शैतानी और रक्त-रंजित हाथ शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल ने आवासीय इलाकों पर हमला करके अपनी दुर्भावनापूर्ण प्रकृति को उजागर किया है।

अहमदाबाद विमान हादसे में 265 लोगों की मौत, सरकार जांच के लिए बनाएगी हाई लेवल कमेटी

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एयर इंडिया का लंदन जा रहा प्लेन गुरुवार दोपहर अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद क्रैश हो गया। इस हादसे में 265 लोग मारे गए। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और 12 क्रू मेंबर्स समेत 241 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, डिप्टी कमिश्नर कानन देसाई ने देर रात बताया कि 265 लोगों की मौत हुई है।

265 शव अस्पताल पहुंचे

पुलिस डिप्टी कमिश्नर कानन देसाई ने कहा कि हमें प्राप्त संदेश के अनुसार 265 शव अस्पताल पहुंच चुके हैं। इनमें 241 विमान सवारों के अलावा 4 एमबीबीएस छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी भी शामिल हैं। बाकी शवों की पहचान की जा रही है। प्रारंभिक जानकारी से पता चला कि विमान ने रनवे 23 की पूरी लंबाई का उपयोग करते हुए उड़ान भरी, जो 11,499 फीट लंबी पट्टी है, और मानक सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन किया। हालांकि, उड़ान भरने के एक मिनट से भी कम समय में विमान का सिग्नल खो गया।

केंद्र सरकार ने बड़ा कदम

अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि Aircraft Accident Investigation Bureau (AAIB) को जांच सौंपी गई है। यह जांच अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) के प्रोटोकॉल के तहत की जाएगी।

विशेषज्ञों की उच्च स्तरीय समिति करेगी

नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) की ओर से निर्धारित प्रोटोकॉल के लिहाज से विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने हादसे की जांच शुरू कर दी है। नायडू ने एक्स पर पोस्ट किया कि इसके अलावा, सरकार इस घटना की गहन जांच के लिए विभिन्न विषयों के विशेषज्ञों की एक उच्च स्तरीय समिति गठित कर रही है। उन्होंने बताया कि समिति विमानन सुरक्षा को मजबूत करने और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए काम करेगी।

क्रैश होने के बाद हॉस्पिटल की बिल्डिंग से टकराई प्लेन

बता दें कि फ्लाइट नंबर AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से टेकऑफ करने के कुछ मिनटों बाद ही एयर इंडिया का प्लेन क्रैश हो गया। आग लगते ही विमान 2.5 किमी दूर बीजे मेडिकल एंड सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से जा टकराया। इस बिल्डिंग में अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं।

वहीं विमान में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।

एअर इंडिया विमान हादसे में बचे एक यात्री की तस्वीर आई सामने, बोला- ये करिश्मे से कम नहीं
गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन AI-171 टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया. इस विमान हादसे में एक

एअर इंडिया विमान हादसे में बचे एक यात्री की तस्वीर आई सामने, बोला- ये करिश्मे से कम नहीं

गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के गैटविक जा रहा एअर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन AI-171 टेक-ऑफ के तुरंत बाद क्रैश हो गया. इस विमान हादसे में एक यात्री के बचने की खबर सामने आ रही है. यात्री का नाम रमेश विश्वास कुमार है. घायल का अस्पताल में इलाज जारी है.

एयर इंडिया प्लेन क्रैश में किसी के बचने की संभावना नहीं, पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी सवार थे

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अहमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का विमान गुरुवार दोपहर टेक-ऑफ के बाद क्रैश हो गया। लंदन जा रही इस फ्लाइट में 242 लोग मौजूद थे। इनमें गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी थे। इस हादसे में 200 से ज्यादा लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। उड़ाने भरने के कुछ ही देर बाद प्लेन क्रैश हो गया था।

पीएम मोदी ने जताया गहरा दुख

घटना पर प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने गहरा दुख जताया है। उन्होंने कहा कि हादसे के बारे में जानकर स्तब्ध और दुखी हूं। पीएम मोदी ने कहा, अहमदाबाद में हुई त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी कर दिया है। यह शब्दों से परे दिल दहला देने वाली घटना है। इस दुखद घड़ी में, मेरी संवेदनाएं इससे प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूं जो प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं।

विदेश मंत्रालय ने भी जारी किया बयान

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, अहमदाबाद में जो हुआ है, वह बहुत दुखद दुर्घटना है। हमने बहुत से लोगों को खो दिया है। हम उन सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। इसमें कई विदेशी भी शामिल हैं। आपको संबंधित विभागों नागरिक उड्डयन मंत्रालय, एयर इंडिया और अन्य से अपडेट प्राप्त होंगे। यही नवीनतम जानकारी है जो मैं साझा कर सकता हूं। यह एक बदलती स्थिति है। बचाव अभियान जारी है। सटीक विवरण सामने आने के लिए हमें थोड़ा और इंतजार करना होगा।

प्लेन में विजय रूपाणी भी सवार थे

प्लेन में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी के अलावा कई बिजनेस टायकून भी सवार थे। इनमें कार्गो मोटर के प्रमुख नंदा और ल्यूबी के डायरेक्टर सुभाष अमीन भी शामिल थे।

अहमदाबाद में एअर इंडिया का प्लेन क्रैश, प्लेन में 242 यात्री सवार थे

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गुजरात के अहमदाबाद में एक यात्री विमान क्रैश होने की खबर है। हादसा अहमदाबाद में टेकऑफ के समय हुआ। यह विमान अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। इस विमान पर 242 लोग सवार थे। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह हादसा एयर इंडिया के एक विमान के साथ हुआ, जो उड़ान भरते ही मेघानी नगर के रिहायशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

टेकऑफ के दौरान हादसा

जानकारी के मुताबिक एयर इंडिया का ड्रीमलाइनर प्लेन अहमदाबाद से लंदन जा रहा था। टेक ऑफ के दौरान यह एयरपोर्ट की दीवार से टकरा गया और उसमें आग लग गई। जिसके कारण ये हादसा हुआ। बताया जा रहा है कि टेकऑफ के बाद यह एयरपोर्ट की बाउंड्री भी क्रॉस नहीं कर पाया था कि इसमें धमाका हो गया।

पूरे इलाके में धुएं का गुबार

हादसा अहमदाबाद हॉर्स कैंप के पास हुआ। ये क्षेत्र सिविल हॉस्पिटल के पास है। विमान दुर्घटना में भारी नुकसान हुआ है। स्टेट पुलिस कंट्रोल रूम ने हादसे की पुष्टि की है। जिस विमान का हादसा हुआ है उसका नंबर AI171 है। विमान लगभग 1.30 बजे अहमदाबाद के मेघानी नगर क्षेत्र के ऊपर दुर्घटनाग्रस्त हुआ। विमान एयर कस्टम कार्गो ऑफिस के पास क्रैश हुआ, जो एयरपोर्ट कैंपस से सटा हुआ है। विमान के गिरते ही पूरे इलाके में धुएं का गुबार दिखाई दिया।

पीएम मोदी के दौरे से पहले कनाडा में खालिस्तानियों के खिलाफ तगड़ा ऑपरेशन, ड्रग नेटवर्क का भंडाफोड़

#actionagainstkhalistanisincanada

कनाडा की पील रीजनल पुलिस ने 'प्रोजेक्ट पेलिकन' नाम से एक बड़ा ऑपरेशन चलाया है। इस ऑपरेशन में कनाडा में चल रहे एक बड़े ड्रग रैकेट का पर्दाफाश हुआ। आशंका है कि इस नेटवर्क से जुड़े लोग खालिस्तान समर्थक हैं। कनाडा के पीएम मार्क कार्नी की सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले ये कार्रवाई की है। पीएम मोदी जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा जाने वाले हैं। इससे पहले कनाडा सरकार ने भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल खालिस्तानियों को पकड़ने के लिए 'प्रोजेक्ट पेलिकन' नाम का एक अभियान चलाया है।

अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

कनाडा की पुलिस ने प्रोजेक्ट पेलिकन के तहत अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है, जिसके तहत पुलिस ने 479 किलो कोकीन जब्त की है। इसकी कीमत करीब 47.9 मिलियन डॉलर है। पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से सात लोग भारतीय मूल के हैं, जो कनाडा में बस चुके हैं। गिरफ्तार किए गए लोगों में सजगित योगेंद्रराजा (31), मनप्रीत सिंह (44), फिलिप टेप (39), अरविंदर पोवार (29), करमजीत सिंह (36), गुरतेज सिंह (36), सरताज सिंह (27), शिव ओंकार सिंह (31) और हाओ टॉमी हुइन्ह (27) शामिल हैं।

ड्रग के पैसे का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों में

पुलिस के अनुसार, यह समूह अमेरिका और कनाडा के बीच कर्मशियल ट्रकिंग रूट का इस्तेमाल करता था। इसके संबंध मैक्सिकन ड्रग कार्टेल और अमेरिकी डिस्ट्रिब्यूटर से थे। बताया गया कि ड्रग व्यापार से प्राप्त धन का इस्तेमाल भारत विरोधी गतिविधियों जैसे विरोध प्रदर्शन, जनमत संग्रह और हथियारों की खरीद के लिए किया जा रहा है।

आईएसआई कर रही समर्थन

खुफिया एजेंसियों को संदेह है कि पाकिस्तान की आईएसआई इस नेटवर्क का समर्थन कर रही है, जो कनाडा में खालिस्तानी समूहों का इस्तेमाल मैक्सिकन कोकीन और अफगान हेरोइन की तस्करी के लिए कर रही है। दरअसल, पिछले साल दिसंबर में, दो भारतीय मूल के कनाडाई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। अमेरिका की इलिनोइस स्टेट पुलिस ने उनके वोल्वो ट्रक में 1,000 पाउंड से ज्यादा कोकीन बरामद की थी। इसी घटना के बाद जांचकर्ताओं को आईएसआई से जुड़े इस तस्करी गिरोह के बारे में पता चला।