गिट्टी लादकर जा रहा ट्रेलर अनियंत्रित होकर पलटा, चालक खलासी घायल

ड्रमंड गंज मिर्जापुर , ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के मीरजापुर रीवा राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित भैसोड़ बलाय पहाड़ गांव में बुधवार भोर में मध्यप्रदेश से गिट्टी लादकर जौनपुर जा रहा ट्रेलर अनियंत्रित होकर सर्विस लेन की रेलिंग तोड़ते हुए पलट गया। हादसे में ट्रेलर चालक 35 वर्षीय प्रदीप नामदेव निवासी चाकघाट रीवा व 26 वर्षीय खलासी रोहित निवासी गोविन्दगढ़़ रीवा मध्य प्रदेश घायल हो गए।

सूचना पर पहुंचे हेड कांस्टेबल संजय यादव ने घायल चालक व खलासी का स्थानीय स्तर पर उपचार करवाया दोनों की हालत सामान्य बताई जा रही है। वहीं दोपहर एक बजे तक नेशनल हाईवे पर पलटे ट्रेलर और बिखरी गिट्टी को नही हटवाया जा सका जिससे वाहनों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

मिर्ज़ापुर: पुरुष आयोग गठित करने व कब मिलेगा निर्दोष पुरुषों को न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एक अजीबो-गरीब प्रदर्शन देखने को मिला है, जिसका न केवल लोग समर्थन करते हुए दिखलाई दिए हैं, बल्कि कहा है कि इस दोधारी व्यवस्था को समाप्त कर ग़लत को ग़लत और सही को सही के नज़रिए से देखा जाना चाहिए और कार्रवाई भी निष्पक्ष होनी चाहिए। अक्सर आपने देखा होगा सुना होगा कि महिला उत्पीड़न के मामले अधिकांश उन लोगों को भी कानूनी पचड़े में घसीट लिया जाता है जिनका उससे दूर-दूर तक नाता नहीं होता है। इससे बचना उनके लिए मुश्किल हो जाता है।

इन्हीं मुद्दों को लेकर तथा पुरुष आयोग गठित किए जाने की मांग को लेकर कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर भारतीय न्याय प्रणाली में महिला संरक्षण कानूनों के दुरुपयोग और पुरुषों के साथ हो रहे गंभीर प्रताड़ना के संबंध में न्याय और सुधार की मांग करते हुए सरकार और न्यायिक व्यवस्था के जिम्मेदार लोगों का ध्यानाकर्षण कराया गया।

पुरुष प्रताड़ना के बढ़ते मामले

इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि

वर्तमान समय में दहेज आदि के मामलों में लगभग 99% तक झूठे आरोप लगाने वाली महिलाओं को सरकार द्वारा संरक्षण दिया जा रहा है। महिला की बजाय स्वयं सरकार इन झूठे मामलों को सरकार" बनाम के रूप में लड़ती है "(प्रेमी-पति), जो न्याय के मूल सिद्धांतों के विरुद्ध है। यह एक गंभीर पुरुष विरोधी स्थिति है, जिसमें निर्दोष पुरुषों को बिना पर्याप्त जांच के प्रताड़ित किया जा रहा है। सरकार द्वारा इस प्रकार की कार्यवाही न केवल असंवेदनशील है, बल्कि यह कानून के दुरुपयोग को भी बढ़ावा देती है। इस तरह के दुरुपयोग से कई निर्दोष पुरुष और उनके परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो रहे हैं। उनके ऊपर घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीडुन, छेड़छाड़, बलात्कार जैसे गंभीर और झूठे आरोप लगाए जा रहे हैं। इससे वे मानसिक, सामाजिक और आर्थिक रूप से टूट जाते हैं।

दिल्ली हाईकोर्ट को सराहा

अभी हाल में दिल्ली हाईकोर्ट ने 21 मई 2025 को एक महत्वपूर्ण टिप्पणी में कहा कि भारतीय दंड संहिता की धारा 498A (पत्नी के साथ क्रूरताका दुरु (पयोग समाज में अविश्वास फैलाता है और इससे असली घरेलू हिंसा पीड़ितों की न्याय प्राप्ति कठिन हो जाती है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि यदि महिला ‌द्वारा लगाए गए आरोप झूठे साबित होते हैं, तो उसे भी कानूनन परिणाम भुगतने होंगे।

अदालतों में भी पुरुषों को बराबर का सुनवाई का अवसर नहीं मिलता। उन्हें केवल दोषी मान लिया जाता है। कई बार निचली अदालतें सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन तक नहीं करती। ऐसे में पुरुषों को इंसाफ मिलना और भी कठिन हो जाता है।

इन हालातों से मानसिक रूप से टूटकर कई होनहार युवक आत्महत्या कर चुके हैं, जैसे कि एआई इंजीनियर अतुल सुभाष। यह सिलसिला लगातार बढ़ रहा है। दुर्भाग्य से, हमारे कानूनों में पुरुषों पर होने वाली घरेलू हिंसा के लिए कोई सुनवाई या प्रावधान नहीं है।

सामान्य परिस्थिति का विश्लेषण करते हुए पत्नी प्रताड़ित कमाल अहमद ने कहा लिंग पक्षपातपूर्ण कानूनः अधिकतर महिला-संरक्षण कानून एकतरफा बनाये गए हैं, जिनमें पुरुषों के लिए कोई सुरक्षात्मक प्रावधान नहीं है। घरेलू हिंसा कानून सिर्फ महिलाओं के लिए है, जबकि पुरुषों पर हो रही घरेलू हिंसा की सुनवाई का कोई प्रावधान नहीं है।

न्यायपालिका की लापरवाही

माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा समय-समय पर दिये गये दिशा-निर्देश जैसे रजनीश बनाम नेहा (2020) का पालन निचली अदालतों द्वारा नहीं किया जा रहा है। इस कारण वर्षों तक निर्दोष पुरुष मुकदमों के दलदल में फंसे रहते हैं। कमाल अहमद ने अपने पत्र के साथ एक प्रमाणिक दस्तावेजी साक्ष्यके रूप में पेश करते हुए बताया कि माननीय उच्चतम न्यायालय के आदेश की अवमानना करते हुए अंतरिम भरण पोषण के आवेदन पर आदेश पारित करने के संबंध में"

उनके द्वारा आवेदन किया गया है। उन्होंने विस्तार से बताया है कि किस प्रकार निचली अदालत ने सुप्रीम कोर्ट के रजनीश बनाम नेहा (दिनांक 20.11.2020) के दिशानिर्देशों की अनदेखी करते हुए अंतरिम भरण-पोषण का आदेश पारित करने की प्रक्रिया चलाई, जबकि प्रतिवादिनी (पत्नी) द्वारा अपनी आय और संपत्ति का पूर्ण विवरणप्रस्तुत ही नहीं किया गया था। पुलिस और जांच प्रणाली का पक्षपातः झूठे मामलों की अधूरी या एकतरफा जाँच करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कोई दंडात्मक कार्यवाही नहीं होती। इससे झूठी रिपोर्ट बेधड़क दर्ज की जाती हैं।

इसी प्रकार मानसिक स्वास्थ्य व आत्महत्याएं लगातार अपमान, झूठे आरोप, सामाजिक बहिष्कार और आर्थिक शोषण के कारण कई पुरुष आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठाने को मजबूर हो जाते हैं। यह समाज के लिए एक खतरनाक संकेत है।

इस दौरान पुरुष आयोग गठित किए जाने की पुरजोर मांग करते हुए प्रताड़ित पुरुषों ने बताया कि 24 अगस्त 2024 को सामाजिक संस्था संकल्प के माध्यम से सरकार को 10 बिंदुओं पर आधारित ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें महिलाओं द्वारा लगाए गए झूठे आरोपों में पुरुषों को निर्दोष पाए जाने पर क्षतिपूर्ति की मांग शामिल रही है। इसी तरह वह निरंतर पीड़ित पुरुषों को एकजुट करने से लेकर उनके हक अधिकार के लिए विधिपूर्वक आंदोलन करते हुए आएं हैं। इस दौरान कुल सात बिंदुओं पर शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराते हुए महिला कानूनों के दुरुपयोग पर रोक और दंडः झूठे मुकदमे दर्ज करने वाली महिलाओं और एकतरफा जांच करने वाले पुलिस अधिकारियों पर कठोर दंडात्मक कार्यवाही की जाए, झूठे मामलों में पुरुषों के लिए मुआवजा योजना लागू की जाए।

NRI पुरुषों के matrimonial मामलों के लिए विशेष न्यायालय (NRI Matrimonial Court) गठित किया जाए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और ई-कोर्ट को सभी मामलों में लागू किया जाए, विशेषकर NRI और वरिष्ठ नागरिक आरोपियों के लिए।

घरेलू हिंसा कानून को लिंग-निरपेक्ष बनाया जाए, जिससे पुरुष भी कानूनी सुरक्षा पा सकें। निचली अदालतों को उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देशों का अनिवार्य पालन सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिये जाएं। NOC और पासपोर्ट संबंधी मामलों में न्यायालयों द्वारा अनावश्यक विलंब को रोका जाए की मांग की गई।

धारा-34, 24 व धारा-116 का अभियान चलाकर कराएं निस्तारण

मीरजापुर - मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल बालकृष्ण त्रिपाठी ने आज आयुक्त कार्यालय सभागार में अधिकारियों के साथ बैठक कर आई0जी0आर0एस0 की समीक्षा व असंतुष्ट फीडबैक तथा राजस्व विभाग अन्तर्गत संचालित कार्यक्रमो की समीक्षा कर प्रगति की जानकारी ली। समीक्षा के दौरान जन सुनवाई पोर्टल पर प्राप्त होने वाली शिकायतो के निस्तारण एवं निस्तारणोपरान्त असंतुष्ट फीडबैक प्राप्त होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए मण्डल के कुल 07 अधिकारियों पर स्पष्टीकरण व चेतावनी देने का निर्देश दिया। जिन अधिकारियों के पोर्टल पर अधिक से असंतुष्ट फीडबैक पाए जाने अथवा बैठक में अनुपस्थित रहने अधीक्षण अभियंता जल निगम को चेतावनी देते हुए उप श्रमायुक्त (डी0एल0सी0), क्षेत्री क्रीड़ा अधिकारी, अधिशासी अभियंता लघु सिंचाई, जिला कार्यक्रम अधिकारी मीरजापुर व सोनभद्र, परियोजना अधिकारी नेडा सोनभद्र से स्पष्टीकरण की मांग करते हुए निर्देशित किया कि अधिकारी आई0जी0आर0एस0 व सी0एम0 पोर्टल पर प्राप्त शिकयतो के शिकायतकर्ता से सम्पर्क कर स्थलीय निरीक्षण करे तथा संतुष्टिपरक निस्तारण सुनिश्चित करे। अधीक्षण अभियंता विद्युत को भी सुधार लाने का निर्देश दिया गया। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शिकायतो के निस्तारण से पूर्व शिकायतकर्ता से सवांद आवश्यक है तथा उससे निस्तारण के बाद संतुष्टि का प्रमाण पत्र भी लिया जाए। इसके अतिरिक्त खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों में अपर निदेशक कोषागार मीरजापुर, उप आबकारी आयुक्त, संयुक्त निबंधक सहकारिता, क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी को भी सचेत करते हुए शिकायतकर्ताओ सम्पर्क अथवा संतुष्टिपरक निस्तारण के निर्देश दिए गए। समीक्षा के दौरान मण्डल के अधीनस्थ अच्छा प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों में सम्भागीय परिवहन अधिकारी, पुलिस उप महानिरीक्षक/पुलिस महानिरीक्षक, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग, उप निदेशक पंचायती राज, अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उप निदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं अधीक्षण अभियंता आवास विकास परिषद की प्रशंसा करते हुए और प्रगति लाने का निर्देश दिया। बैठक में संदर्भोे के निस्तारण से पूर्व आवेदक से सम्पर्क करने एवं स्थलीय निरीक्षण रिपोर्ट आदि के सम्बन्ध में बिन्दुवार समीक्षा की गई।

मण्डलायुक्त ने मा0 मुख्यमंत्री डैशबोर्ड मण्डल अनुश्रवण पुस्तिका में प्राप्त राजस्व विभाग से सम्बन्धित प्रगति कार्यो व श्रेणीवार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जिन विभाग का सी0 व डी0 श्रेणी प्राप्त हुआ है वे इस माह के अन्त तक अवशेष चार दिनो में कार्य योजना बनाकर प्रगति लाए ताकि अगली समीक्षा के दौरान शासन से ए व बी श्रेणी में आ सकें। उन्होंने कहा कि अगले माह खराब प्रदर्शन करने वाले अधिकारियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। राजस्व वादो के निस्तारण में मण्डलायुक्त ने कहा कि धारा-116, धारा-34 व धारा-24 का अभियान चलाकर निस्तारण सुनिश्चित कराएं। समीक्षा के दौरान धारा-98, 89 भू आवंटन पट्टा, स्वामित्व डैशबोर्ड, लक्ष्य के सापेक्ष राजस्व प्राप्ति, भूतत्व एवं खनिकर्म परिवहन, नगर विकास एवं गरीबी उन्मूलन, प्रधानमंत्री आवास योजना, सम्पत्ति नामांतरण, कृषि भूमि से गैर कृषि, आय प्रमाण पत्र, ई खसरा, एकीकृत आपदा राहत प्रबंधन व एंटी भू माफिया प्रगति कार्य की बिन्दुवार समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा निर्देश दिया। बैठक में अपर आयुक्त प्रशासन डाॅ विश्राम, संयुक्त विकास आयुक्त रमेश चन्द्र, सम्भागीय परिवहन अधिकारी, अधीक्षण अभियंता विद्युत सहित अन्य सम्बन्धित मण्डलीय अधिकारी उपस्थित रहें।

*शौच करके लौटते समय ट्रेन की चपेट में आने से युवक की मौत*

राजगढ़ मीरजापुर /राजगढ़ थाना क्षेत्र के बिशुनपुर गांव के पास शौच करके वापस लौटते समय ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

सोनभद्र जनपद के कर्मा थाना क्षेत्र के टिकुरिया गांव निवासी रमेश मुसहर 38 वर्ष पुत्र जवाहर मुसहर मंगलवार की सुबह शौच के लिए रेलवे लाइन के पार गया था वापस लौटते समय बिशनपुर रेलवे क्रॉसिंग बंद था ट्रेन आ रही थी सोचा कि जल्दी से पास हो जाएंगे लेकिन पास नहीं हो पाया और ट्रेन की चपेट में आने से वह कट गया और उसकी मृत्यु हो गई।

स्थानीय लोगों की सूचना पर घर के लोग आए और पुलिस को सूचना दी राजगढ़ पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

राजगढ़ थाना अध्यक्ष महेंद्र पटेल ने बताया कि मंगलवार की सुबह ट्रेन की चपेट में आने से एक युवक की मृत्यु हो गई है जिसे विधिक कार्रवाई के लिए पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

मैजिक के धक्के से बाइक चालक की मौत जांच पड़ताल में जुटी पुलिस

ड्रमंड गंज मिर्जापुर।ड्रमंडगंज थाना क्षेत्र के गलरा गांव में गड़बड़ा मोड़ के पास मैजिक का धक्का लगने से बाइक चालक व बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गए सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचीं डायल 112 द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया लाया गया जहां पर उपस्थित चिकित्सक द्वारा देखते ही चालक को मृत घोषित कर दिया वहीं बाइक सवार का प्राथमिक उपचार करने के बाद गंभीर चोट को देखते हुए मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया जानकारी के अनुसार हलिया थाना क्षेत्र के सोनगढा गांव निवासी मोती धरकार का 16 वर्षीय पुत्र साथी गड़बड़ा राजा गांव निवासी राजन धरकार के साथ गलरा की तरफ जा रहे थे जैसे ही वह गलरा गांव के गड़बड़ा धाम मोड़ के पास पहुंचे की सामने से आ रही मैजिक वाहन ने जोरदार टक्कर मार दिया जिससे चालक सहित बाइक सवार सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।।

ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस सेवा डायल 112 द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया लाया गया जहां पर उपस्थित चिकित्सक रवि राज़ द्वारा देखते ही चालक को मृत घोषित कर दिया वहीं गंभीर रूप से घायल बाइक सवार का प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर चोट को देखते हुए मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अरविंद सरोज द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया उक्त संबंध में प्रभारी निरीक्षक अरविंद सरोज ने बताया कि मैजिक के धक्के से बाइक सवार की मौत हो गई है शव को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई की जा रही है।

मिर्ज़ापुर: बेटा बना भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट तो संविदा स्वास्थ्यकर्मी पिता ने टीबी रोगियों को गोंद ले बांटी पोषक पोटली

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। अक्सर देखा जाता है कि लोग गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों से दूरी बनाते हुए दिखाई देते हैं, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो ईश्वरीय सेवा समझ इसे पूरे मानवीय भाव से अपना फ़र्ज़ समझ निर्वहन करते हैं जिसका प्रतिफल भी सिर्फ़ उन्हें ही नहीं उनकी पीढ़ियों को भी मिलता है।

कुछ ऐसी ही कहानी मिर्ज़ापुर के स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत एक स्वास्थ्य कर्मी की सामने आई हैं, जिनके बेटे ने अभावों को दरकिनार करते भारतीय सेना में लेफ़्टिनेंट बन घर-परिवार का नाम रौशन करने के साथ अन्य लोगों को भी कामयाबी पाने के लिए अभावों की धारणा को त्याग सफलता को छूने का संदेश दिया है।

दरअसल, मिर्ज़ापुर नगर के रमईपट्टी निवासी एवं जिले के क्षय रोग विभाग में संविदा पर कार्यरत अखिलेश पांडेय जो सिर्फ़ अपनी सादगी के ही लिए नहीं बल्कि सरल, सहज, स्वभाव के लिए भी जाने जाते हैं। जिनके बड़े बेटे राज पांडेय ने क्रमशः हाईस्कूल, इंटर, बीएससी में 90% प्लस का अंक हासिल करते हुए भारतीय सेना में अच्छे पद की चाह लेकर निरंतर तैयारी में लगे हुए थें, जिन्हें आखिरकार कामयाबी हासिल हुई है‌।

पिता पर बोझ न बन कोचिंग कर की तैयारी

राज पांडेय ने अपने जरूरतों का बोझ अपने संविदाकर्मी पिता पर अब ना पड़े, इस लिए बेंगलुरु में राष्ट्रीय स्तर के सीडीएस परीक्षा में कोचिंग करते हुए अपने लक्ष्य की तरफ हमेशा अग्रसर रहे। उक्त संघर्ष का ही परिणाम रहा है कि 23 मई 2025 को राज पांडे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट पद पर चयनित होकर अपने माता-पिता के साथ-साथ जनपद को गौरवान्वित किया है। इस सफलता प्राप्ति के पश्चात राज पांडेय के पिता अखिलेश पांडेय ने आंखों में ख़ुशी के आंसू लिए कहा कि मैं क्षय विभाग का आभारी हूं जो मुझे अपने बच्चों के प्रति कुछ महत्वपूर्ण दायित्व को पूरा करने की क्षमता दिया। साथ ही उन्होंने उन असंख्य टीबी मरीजों का भी शुक्रगुजार होना बताया है जिनके आशीर्वाद और दुआओं ने उन्हें निरन्तर हौसला बढ़ाया है। अखिलेश कहते हैं निस्संदेह यह उनकी सेवा का फल है जिसे उन्होंने मेहनत लगन के साथ टीबी मरीजों की सेवा कर पाया है।

परिवार के बजाए टीबी मरीजों को गोंद लेकर बांटी खुशी

संविदा स्वास्थ्यकर्मी अखिलेश पांडेय ने अपने पुत्र की इस सफलता के उपलक्ष्य में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सी एल वर्मा की उपस्थिति में जिले के इलाज पर चल रहे पांच टीबी रोगियों को पोषण पोटली भेंट करते हुए गोद लेने का सराहनीय कार्य किया है। बेटे के भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर टीबी मरीजों को गोंद लेते हुए कहा गया कि मैं सभी पांचो मरीजों को पूरे इलाज अवधि तक हर महीने इसी तरीके से पोषण पोटली भेंट करता रहूंगा। वहीं दूसरी विभागीय साथियों ने अखिलेश पांडेय के बेटे राज पांडेय की इस सफलता पर बधाई देते हुए एक दुसरे का मुंह मीठा कराया है। क्षय विभाग के समस्त कर्मचारियों के बीच उत्साह और खुशी का माहौल बना हुआ है।

टीबी मरीजों को गोंद लेने के कार्यक्रम के दौरान जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अनिल कुमार ओझा, एसीएमओ डॉक्टर बीके चौधरी, डॉ राज किशोर अहिरवार, डीपीएम अजय कुमार, मनीष श्रीवास्तव, सतीश शंकर यादव, समीम अहमद, पंकज सिंह, अखिलेश पांडेय, दुर्गेश रावत, प्रदीप, अवध बिहारी कुशवाहा, सब्बीर, आकाश आदि मौजूद रहे हैं।

मिर्ज़ापुर : मिर्ज़ापुर-रीवा नेशनल हाइवे पर ट्रेलर की जोरदार टक्कर से बाइक सवार दो की मौत,एक गम्भीर रूप से घायल

मिर्ज़ापुर। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर जिले में दिलदहला देने वाले सड़क हादसे में दो की जान चली गई है जबकि एक गंभीर रूप से घायल बताया जा रहा है जिसे घायलावस्था में बेहतर उपचार के लिए रेफर कर दिया गया है। दुर्घटना लालगंज थाना क्षेत्र के लहंगपुर चौकी अंतर्गत मलेट्री कम्पाउंड के पास नेशनल हाइवे पर हुईं है जहां ट्रेलर की जोरदार टक्कर से बाइक सवार एक युवक की मौत हो, जबकि दो गम्भीर रूप से घायल होने बताएं जा रहा है, घायलों को इलाज के लिए एम्बुलेंस की मदद से अस्पताल ले जाया गया, जहां एक अन्य घायल ने दम तोड़ दिया है। जानकारी के मुताबिक मिर्जापुर, वाराणसी-हनुमना (रीवा) हाईवे संख्या 135 फोरलेन सड़क पर मिलिट्री कंपाउंड के पास हुए वन-वे रोड पर सड़क दुर्घटना में मध्य-प्रदेश निवासी एक युवक की मौत हो गई, दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना करनपुर पहाड़ी पर स्थित निर्माणाधीन सड़क के पास हुई, जहां पर सड़क को दो माह से यातायात के लिए वन-बे किया गया है। रविवार को एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने एक बाइक को टक्कर मार दी, जिसमें बाइक सवार तीन युवक चपेट में आ गए। परिणामस्वरूप 22 वर्षीय आशीष पांडेय की मौके पर मौत हो गई। जबकि दो गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें पुलिस की मदद से मंडलीय अस्पताल के लिए रेफर किया गया है ‌।

बताते चलें कि करनपुर पुलिस चौकी अंतर्गत वाराणसी हनुमना हाईवे के करनपुर पहाड़ी पर खराब फोरलेन सड़क की एक लेन की मरम्मत चल रही है। जिसके कारण महीनों से वहां पर सड़क यातायात के लिए वन-बे की गई है। रविवार को मध्य प्रदेश के मऊगंज जनपद अंतर्गत मऊगंज थाना क्षेत्र के डेरा गांव निवासी 25 वर्षीय आशीष पांडेय अपने दो साथियों संग नई गाड़ी थाना क्षेत्र के कैसियार गांव निवासी 21 वर्षीय हर्षित तिवारी और नई गाड़ी थाना के ही हरदी मिश्रा गांव निवासी शिवम मिश्रा 22 वर्ष एक ही बाइक से मिर्जापुर तरफ जा रहे थे, कि करणपुर पहाड़ी पर स्थित होने सड़क के डायवर्सन के पास के रफ्तार आ रही टेलर में की चपेट में आ गए। जिसमें आशीष पांडे की मौके पर ही मौत हो गई जबकि उसके दोनों साथी गंभीर रूप से घायल हो गए‌ मौके पर पहुंचे करणपुर चौकी प्रभारी राकेश कुमार राय ने सहयोग करके एंबुलेंस से दोनों को मंडलीय अस्पताल के भेज शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया‌। अस्पताल पहुंचने पर हर्षित तिवारी 21 वर्ष की भी मौत हो गई है, जबकि शिवम मिश्रा का उपचार चल रहा है।

चौकी प्रभारी राकेश राय ने बताया कि मृतक आशीष पांडे के पास कोई आईडी प्रूफ नहीं था उसके घर से फोटो मंगाया गया फोटो के आधार पर पहचान की गई। घर के लोगों को सूचना दे दी गई है परिजन मौके पर पहुंचने के रवाना हो लिए हैं।

Mirzapur: नोडल अधिकारी, सचिव लोक निर्माण विभाग ने ग्राम बनकट में पेयजल परियोजनाओ का भ्रमण कर किया निरीक्षण, कही यह बात

संतोष देव गिरि, मिर्ज़ापुर। 25 मई 2025- शासन द्वारा जल जीवन मिशन योजनान्तर्गत पेयजल परियोजनाओं व अन्य निर्माण कार्यो के हकीकत जानने के दृष्टिगत नामित नोडल अधिकारी, सचिव लोक निर्माण विभाग उत्तर प्रदेश शासन प्रकाश बिन्दु ने रविवार को जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के साथ जनपद के विभिन्न स्थलों का भ्रमण कर निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन विन्ध्य कारीडोर का भ्रमण कर देखा तथा योजना की प्रगति व अन्य प्रस्तावित कार्यो के बारे में जानकारी ली। तत्पश्चात इंजीनियरिंग कालेज बथुआ के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान निर्माणाधीन बालक, बालिका हास्टल, प्रशासनिक भवन, शैक्षणिक भवन, प्रोजेक्ट कक्ष, मल्टी पर्पज हाल, बाउंड्रीवाल आदि के कार्य प्र्रगति का निरीक्षण किया गया। उन्होंने परिसर के बाउंड्रीवाल कार्य में तेजी लाते हुए पूर्ण करने का निर्देश दिया। नोडल अधिकारी ने सिटी विकास खण्ड के ग्राम सादी बनकट में पहुंचकर हर घर नल योजना को घर-घर जाकर लाभार्थियो से पेयजल आपूर्ति के बारे जानकारी प्राप्त की तथा दरवाजे पर लगाए गए नल, टोटी को चलाकर देखा गया जहां पर पानी की आपूर्ति हो रही थी गांव की कमला देवी, रहमुल्ला, मालती देवी, एकलाख अहमद, एकराम अहमद एवं बेचूराम के घरो पर पेयजल कनेक्शन व आपूर्ति का निरीक्षण करते हुए इन लाभार्थियों से वार्ता के दौरान बताया गया कि सुबह व शाम डेढ़ से दो घण्टे तथा कभी कभी दोपहर में भी लगभग एक घण्टे पानी की आपूर्ति मिल रही है। इसके बाद नोडल अधिकारी बरकछा में जिला पंचायत द्वारा संचालित गौ आश्रय स्थल, काजी हाउस का निरीक्षण किया गया। इस दौरान अपर मुख्य अधिकारी द्वारा बताया गया कि यह गौशाला बहुत पुरानी है वर्तमान में 50 गौवंश है। पशु चिकित्सक के द्वारा बताया गया कि पशु प्रसार अधिकारी का केन्द्र बरकछा में ही है उनके द्वारा प्रतिदिन एक बार पशुओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया जाता है। शत प्रतिशत पशुओ का जियो टैटिंग, ईयर टैगिंग किया गया है। मौके पर भूषा व हरा चारा, खरी पर्याप्त मात्रा में पाया गया। नोडल अधिकारी द्वारा भूषा रजिस्टर, स्वास्थ्य परीक्षण रजिस्टर आदि का अवलोकन करने के बाद गौवंशो को माला पहनाकर गुण, केला भी खिलाया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी प्रियंका निंरजन, नगर मजिस्ट्रेट विनीत उपाध्याय, उप जिलाधिकारी सदर गुलाब चन्द्र, प्रोजेक्ट मैनेजर सीएण्डडीएस, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग, डिप्टी कलेक्टर शक्ति प्रताप सिंह व अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहें।

मिर्जापुर के दो बनवासी मजदूरों का वाराणसी में खुदाई के दौरान हुई मौत मामले में परिजनों को नहीं मिला न्याय

मिर्जापुर। बीते वर्ष नवंबर 2024 में चुनार क्षेत्र के कौवासाथ निवासी दो बनवासी मजदूरों की खुदाई उपरांत मिट्टी सफाई के दौरान वाराणसी में हुई मौत मामले में आज तक न्याय नहीं मिला। घटना का कारण निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी बताया गया है।

शनिवार को अदलहाट थाना क्षेत्र के कौवासाथ निवासी बनवासी मजदूर मुन्ना लाल व उनके बड़े भाई बेचू लाल ने महामंत्री, मिर्जापुर असंगठित कामगार यूनियन से मिलकर मदद मांगी। मुन्नालाल ने बताया कि इस घटना में उन्होंने अपने इकलौते बेटे बबलू (25) को खोया है।वह स्वयं भी गंभीर रूप से घायल हुए थे। उक्त घटना के बाद से वह ठीक से श्रम कार्य नहीं कर पा रहे हैं जिसके चलते उनकी आर्थिक हालत ठीक नही है। इस घटना में वाराणसी के स्थानीय पुलिस सहित श्रम विभाग ने हम श्रमिकों के हित में कोई नियमानुसार कार्यवाही नहीं की।

मुन्नालाल ने माकू यूनियन का धन्यवाद देते हुए कहा कि आप द्वारा किए गए पत्राचार के कारण जिला प्रशासन वाराणसी द्वारा डेढ़ - डेढ़ लाख रुपए दिए जाने का आश्वासन दिया गया था जो आज तक नहीं मिला। बनवासी मजदूर बेचू लाल ने भी इस घटना में अपना एक 25 वर्षीय पुत्र प्रकाश को खोया है।प्रकाश की विधवा अपने 6 माह के बच्चे के साथ कौवासाथ गांव में ही रह रही है। उन्होंने बताया कि जिलाधिकारी मिर्जापुर के नामे पत्र लिखकर मांग किया हैं कि हम वाराणसी में केस लड़ने में सक्षम नहीं है, हमारा वहां कोई नही है। हमें मिर्जापुर में वाद दाखिल करने में सहायता की जाय। पीड़ित मुन्नालाल के अनुसार घटना 6 नवंबर 2024 का है। कौवा साथ गांव के 10 वनवासी मजदूर सहित कुल 11 मजदूर वाराणसी के भेलूपुर स्थित जल निगम पानी टंकी के सामने स्थित एक नवनिर्मित होटल बेसमेंट खुदाई का काम कर रहे थे। खुदाई उपरांत मिट्टी उठाने का काम चल रहा था।

सफाई के दौरान जब थोड़ी मिट्टी बची तो हम लोगों ने ठेकेदार से खतरे की आशंका व्यक्त करते हुए काम करने से मना किया।ठेकेदार के जबरदस्ती करने के कारण हम काम कर ही रहे थे कि तभी बेसमेंट की 10 फिट ऊंची दीवार ढह गई । मिट्टी हमारे ऊपर आ गई और हम तीन लोग सबसे अंदर दब गए और अन्य को मामूली चोटें आई। उन सभी ने हमें बाहर निकाला। ठेकेदार द्वारा चंदौली स्थित मेटिस द मेडिसिटी हॉस्पिटल ले जाया गया। घटना में दो की मौत हो गई थी और मैं उसी हॉस्पिटल में 22 दिन भर्ती रहा।

मुन्नालाल वह बेचू लाल ने बताया कि हम सभी बनवासी मजदूर हैं, पढ़े लिखे न होने के कारण हमें किससे कैसी मदद मिलेगी यह जानकारी नहीं थी। चुनार लेबर इंस्पेक्टर ने भी हमारी मदद की लेकिन घटना क्षेत्र वाराणसी होने के कारण वे कुछ नही कर पाए। हमारी मदद माकू यूनियन ने भी की थी, कुछ लोगों ने हमें गुमराह किया अब मदद के लिए हम जिलाधिकारी, मुख्यमंत्री और यूनियन को प्रार्थना पत्र लिखे हैं।

सूत्रों की माने तो तथाकथित ठेकेदार अरुण कुमार ने किसी राजकुमार नाम के व्यक्ति के होटल बेसमेंट का काम लिया था, कार्य प्रारंभ करते ही हृदय विद्यारक घटना घटी जिसमें 2 परिवार उजड़ गया।

वाराणसी के प्रमुख अखबारों की सनसनी बनी 11 बनवासी मजदूर के बने की घटना और उसमें दो की मौत मामले में स्थानीय पुलिस वह श्रम विभाग

मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक कर प्रगति के बारे में ली जानकारी

मीरजापुर। मण्डलायुक्त विन्ध्याचल मण्डल बालकृष्ण त्रिपाठी की अध्यक्षता में आयुक्त कार्यालय सभागार में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में मण्डलीय अपर निदेशक, संयुक्त निदेशक, मण्डलीय कार्यक्रम, लेखा प्रबन्धक एवं अन्य मण्डलीय टीम के साथ मण्डल के समस्त मुख्य चिकित्साधिकरी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यकम अधिकारी, आईसीडीएस तथा जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहें। समीक्षा बैठक का आरम्भ विगत बैठक में दिये गये निर्देशों के अनुपालन पर चर्चा से की गई।

बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन से आच्छादित विभिन्न कार्यकमों जैसे वित्तीय प्रगति समीक्षा, एचएमआईएस कार्यकम की समीक्षा, कम्युनिटी प्रोसेस कार्यकम की समीक्षा, शहरी स्वास्थ्य मिशन कार्यक्रम की समीक्षा, क्वालिटी एश्योरेंश कार्यकम, राष्ट्रीय क्षयरोग कार्यकम, के उपलब्धियों की समीक्षा के साथ ही यूनिसेफ, डब्लूएचओ एवं अन्य सहयोगी संस्था समर्थित कार्यकमों की भी समीक्षा की गई। समीक्षा बैठक में मण्डलायुक्त द्वारा समस्त कार्यक्रमों की गहन समीक्षा करते हुए, कम प्रगति वाले बिन्दुओं पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए 15 दिवस में सुधारात्मक कार्यवाही किये जाने हेतु निर्देशित किया गया। उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि हीटवेब के दृष्टिगत समस्त चिकित्सा इकाईयों पर जीवन रक्षक औषधियों, उपकरणों आदि की उपलब्धता एवं कियाशीलता एवं शीतल पेयजल की व्यवस्था कराना जाना सुनिश्चित करें।