सीएम नीतीश कुमार ने गया को गयाजी दिया पहचान, पुराना इतिहास एक बार फिर से हुआ जीवंत: रंजीत कुशवाहा
Gaya: बिहार के गया में युवा जदयू के उपाध्यक्ष सह नगर प्रखंड चंदौती 20 सूत्री के सदस्य रंजीत कुशवाहा ने शनिवार को प्रेस वार्ता कर कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट में मोहर लगाकर गया को गयाजी पहचान दिए है जो काबिले तारीफ है। गया का पुराना इतिहास एक बार फिर से जीवंत हुआ है।
गया की जनता को बहुत पहले से ही मांग थी, उसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पूरा किया है। गया वह स्थान है जहां भगवान राम ने सीता और लक्ष्मण के साथ अपने पिता दशरथ के लिए पिंडदान किया था, तब से गया पिंडदान अनुष्ठान के प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण महत्व का स्थल बना हुआ है। गया को श्राद्ध करने के लिए सबसे आदर्श स्थान में से एक माना जाता है।
गया को गयाजी नाम पर्यटक स्थल को देखते हुए घोषित किया है। इससे देश विदेश में गयाजी का एक अलग ही मान-सम्मान बढ़ा है।
गयाजी में पर्यटक आएंगे तो रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। यह एनडीए की सरकार में ही संभव थी, जिसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया है। उन्होंने शिक्षा पर कहा कि जब से नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने हैं तब से शिक्षा का नया-नया आयाम गढ़ा गया है। पहले बड़े घरों के बच्चे यूपीएससी और बीएससी का परीक्षा देते थे, लेकिन आज गरीब का बच्चे भी यूपीएससी और बीपीएससी परीक्षा में बैठते हैं और नौकरी प्राप्त कर रहे हैं। यह सब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का ही देन है।
बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव द्वारा महिलाओं के लिए माई-बहन योजना की घोषणा पर युवा जदयू उपाध्यक्ष रंजीत कुशवाहा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि झारखंड सरकार के तर्ज पर उन्होंने बिहार में लागू करने की घोषणा की है लेकिन यह सिर्फ चुनावी घोषणा है। जब उनकी अपनी भाभी ऐश्वर्या राय को उनका समाधान नहीं किया तो बिहार के महिलाओं का माई-बहन योजना लाकर क्या करेंगे यह सिर्फ चुनाव जीतने के लिए वादे करते है। जब अपने घर के महिलाओं का सम्मान नहीं कर पाए और नहीं दे पाए तो यह बिहार के महिलाओं का क्या सम्मान देंगे, यह बिहार की जनता से छिपा नहीं है।
May 18 2025, 18:01