पाकिस्तान अब अपने वजूद के लिए संघर्ष करता दिखाई देगा : योगी
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महाराणा प्रताप जयंती पर सीएम योगी का संबोधन: आतंकवाद पर पाकिस्तान को घेरा, भारत की सेना के शौर्य को सराहा
मुख्यमंत्री ने कहा - महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह जैसे वीर योद्धा हमें देते हैं नई प्रेरणा
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेते हुए वीरता, राष्ट्रभक्ति और समर्पण का संदेश दिया। अपने भाषण में उन्होंने महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी और गुरु गोविंद सिंह जैसे महान योद्धाओं को नमन करते हुए पाकिस्तान को आतंकवाद के मुद्दे पर आड़े हाथों लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, "पाकिस्तान ने आतंकवाद को बढ़ावा देने की इतनी बड़ी हिमाकत कर दी है कि अब वह अपने अस्तित्व के लिए जूझता नजर आ रहा है। उसका असली चेहरा अब दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है।" उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा भारतीय पर्यटकों पर किए गए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह हर भारतीय के दिल में पाकिस्तान के खिलाफ आक्रोश पैदा करने वाला क्षण था। मुख्यमंत्री ने दावा किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की तीनों सेनाओं ने इस हमले का सख्त जवाब दिया है, जिससे पाकिस्तान आज वैश्विक मंच पर अलग-थलग और कमजोर नजर आ रहा है।
सीएम योगी ने पाकिस्तान की "बेशर्मी और आतंकवाद से सांठगांठ" को उजागर करते हुए कहा कि मारे गए आतंकियों के जनाजे में उसके सैन्य व राजनीतिक नेतृत्व की उपस्थिति इस सच्चाई को उजागर करती है कि पाकिस्तान न केवल आतंकवादियों को पनाह देता है, बल्कि उसमें सीधे तौर पर शामिल भी है।
मुख्यमंत्री ने देशवासियों से अपील की कि वे सेना का मनोबल बनाए रखें और सोशल मीडिया पर फैलने वाली अफवाहों से सतर्क रहें। उन्होंने कहा, "हर भारतवासी की जिम्मेदारी है कि वह सेना के साथ खड़ा हो और राष्ट्रविरोधी तत्वों को बेनकाब करे।"
महाराणा प्रताप की जयंती को वर्तमान समय के लिए प्रेरणादायक बताते हुए योगी आदित्यनाथ ने हल्दीघाटी के युद्ध का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उस युद्ध में महाराणा ने सीमित संसाधनों के बावजूद अकबर की विशाल सेना को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
कार्यक्रम में महाराणा प्रताप सिंह चौराहे के सुंदरीकरण के लिए विधान परिषद सदस्य राकेश सिंह और मानवेंद्र सिंह को बधाई दी गई। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 1998 में इसी चौराहे पर महाराणा प्रताप की प्रतिमा लगाने का प्रस्ताव उन्होंने ही दिया था।
इस अवसर पर विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह, कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, राकेश सचान, दयाशंकर सिंह समेत कई मंत्रीगण, सांसदगण, जनप्रतिनिधि और अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
May 09 2025, 14:54