धनबाद में पुलिस की छापेमारी: कार से जब्त की गईं बियर की 30 पेटियां, जांच में जुटी पुलिस


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धनबाद : धनबाद जिले के राजगंज थाना प्रभारी अलीशा अग्रवाल ने गुरुवार की देर रात गुप्त सूचना के आधार पर स्थानीय थाना क्षेत्र के चाली बंगला के समीप से टियागो कार जेएच 10 बी यू 8815 

से काफी मात्रा में बियर की पेटी को बरामद किया है.

बताया जाता है कि कार बंगाल से डुमरी जा रही थी,कार में पुलिस द्वारा जांच करने पर 24 पेटी बोतल की बियर तथा 6 पेटी कैन बियर को जब्त किया गया है.

इस संबंध में राजगंज थाना प्रभारी अलीशा अग्रवाल ने बताया कि इस संबंध में तीन नामजद लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.

बोकारो वन भूमि घोटाले में ईडी की कार्रवाई, धनबाद रजिस्ट्रार और डीटीओ के घर पर छापेमारी

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धनबाद : बोकारो वन भूमि घोटाले को लेकर मंगलवार को चल रही छापेमारी के क्रम में धनबाद के रजिस्ट्रार के आवास पर भी छापेमारी की सूचना है। 

धनबाद के रजिस्ट्रार रामेश्वर सिंह के आवास सहित धनबाद डीटीओ दिवाकर सी द्विवेदी के आवास पर भी ईडी की टीम पहुंचकर छापेमारी कर रही है।

धनबाद में पूजा करने जा रहे श्रद्धालुओं की ऑटो पलटी; एक की मौत, 8 घायल

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धनबाद : जिले के टुंडी के खरजोड़ी में मंगलवार की अहले सुबह एक ऑटो गड्ढे में गिर गया। जिसमें लगभग आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है। जबकि एक महिला की मौत हो गई है। घायलों का इलाज शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में चल रहा है।

यह है मामला : मनियाडीह चिनापहाडी के निवासी मंगलवार की अहले सुबह पूजा करने बरकार जा रहे थे। इसी दौरान टुंडी खरजोड़ी के समीप ऑटो एक गड्ढे में जा गिरी। जिसके बाद स्थानीय लोगों की मदद से घायल लोगों को इलाज के लिए धनबाद के शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल लाया गया।

जहां इलाज के दौरान एक महिला की मौत हो गई है। मृतक महिला का नाम रसमुनी देवी के रूप में हुई है। हालांकि आठ घायल महिला-पुरुष का इलाज अस्पताल में चल रहा है।

घायलों के नाम : कारी देवी (56), सुमानी देवी (65), बड़की देवी (52), शांति देवी (45), चाली देवी (55) सहित तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल है। वही सरायढेला पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

धनबाद में लोकआस्था का महापर्व चैती छठ नहाय खाय कद्दू भात के साथ हुआ शुरू

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धनबाद : लोक आस्था का महापर्व चार दिनों तक चलने बाली चैती छठ पूजा मंगलवार को नहाये खाये के साथ शुरू हो गया।पाकुड़ में छठव्रती महिलाएं छठ पुजा को लेकर विधि विधान के साथ कद्दू भात ग्रहण किया और लोगो को भी कद्दू भात का प्रसाद वितरण किया।बुधवार को खीर भोजन खड़ना किया जाएगा।वहीं गुरुवार को संध्या अर्ध और शुक्रवार की सुबह उदयमान सूर्य को अर्ध दिया जायेगा।लोकआस्था का महापर्व चैती छठ पूजा शुरू होती ही पाकुड़ में चारो ओर भक्तिमय माहौल बन गया है। छठ पूजा को लेकर नदीकिनरे छठ घाट में साफ सफाई किया गया है.

अनुकंपा नियोजन शिविर 3.0 में 122 को मिला नियुक्ति पत्र, खुशी से खिल उठे अभ्यर्थियों के चेहरे

बीसीसीएल सीएमडी समीरन दत्ता ने बांटा नियुक्ति पत्र, 389 नियुक्तियां चार बड़े शिविरों के माध्यम से दी जा चुकी हैं

धनबाद : भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने अनुकंपा नियोजन शिविर 3.0 के तहत 122 पात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किया. कोयला नगर स्थित जुबिली हॉल में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में बीसीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों और अभ्यर्थियों के परिजनों की उपस्थिति रही. बीसीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2024-25 में कुल 564 नियुक्ति पत्र वितरित किये. इनमें से 389 नियुक्तियां चार बड़े शिविरों के माध्यम से की गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता सीएमडी समीरन दत्ता ने की. उनके साथ निदेशक (मानव संसाधन) मुरली कृष्ण रमैया, निदेशक (तकनीकी) संचालन संजय कुमार सिंह, निदेशक (तकनीकी) परियोजना व योजना मनोज कुमार अग्रवाल सहित बीसीसीएल मुख्यालय के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, श्रमिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में अभ्यर्थी व उनके परिजन उपस्थित थे.

मौके पर महाप्रबंधक मानव संसाधन कुमार मनोज, महाप्रबंधक कल्याण सरोज पांडेय, महाप्रबंधक सीटीपी सुनील कुमार, सीएमओएआइ अध्यक्ष एके सिंह, और विभिन्न यूनियन प्रतिनिधि उपस्थित थे. मंच संचालन विभागाध्यक्ष (जनसंपर्क) उदयवीर सिंह ने किया. अंत में धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का सफल समापन हुआ.

उपायुक्त ने किया आंगनबाड़ी सेविका व महिला पर्यवेक्षिका के बीच स्मार्ट फोन का वितरण

धनबाद : उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी सुश्री माधवी मिश्रा ने बुधवार को समाहरणालय के सभागार में आंगनबाड़ी सेविका तथा महिला पर्यवेक्षिका के बीच स्मार्ट फोन का वितरण किया।

महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग के आंगनबाड़ी सेविका तथा महिला पर्यवेक्षिका के बीच स्मार्ट फोन वितरण के राज्यस्तरीय कार्यक्रम के बाद धनबाद जिले की आंगनबाड़ी सेविका तथा महिला पर्यवेक्षिका को स्मार्ट फोन प्रदान किया गया।

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इस संबंध में उपायुक्त ने बताया कि धनबाद की 2231 आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका तथा 55 महिला पर्यवेक्षिका को जिला समाज कल्याण कार्यालय द्वारा स्मार्ट फोन प्रदान किया गया है। इससे उनके काम की गति बढ़ेगी। आंगनबाड़ी सेविकाएं और महिला पर्यवेक्षिकाएं अपने-अपने सेंटर से जुड़ी प्रत्येक दिन की रिपोर्ट जिला और विभाग के साथ शेयर करेंगी।

इसके अतिरिक्त स्मार्ट फोन से पोषण ट्रैकर ऐप में आंगनवाड़ी के संचालन से संबंधित सभी कार्यक्रम को अपडेट करेंगी। जिसमें आंगनबाड़ी केंद्र खोलने का समय, बच्चों की उपस्थिति, पोषाहार, वजन, टीकाकरण, टेक होम राशन इत्यादि कार्यक्रम स्मार्ट फोन के माध्यम से पोर्टल पर अपलोड करेंगी।

इसके अलावा सेविका द्वारा प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना के आवेदनों की ऑनलाइन एंट्री की जाएगी।

स्मार्ट फोन वितरण कार्यक्रम में उपायुक्त सुश्री माधवी मिश्रा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अनीता कुजूर के अलावा आंगनबाड़ी सेविका व महिला पर्यवेक्षिका उपस्थित थी।

आईटीआई धनबाद का होगा कायाकल्प, चार करोड़ से बदलेगी तस्वीर, तीन दशक बाद होगा रेनोवेशन

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धनबाद : औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) धनबाद का जल्द ही कायाकल्प होगा. झारखंड सरकार ने संस्थान के नवीनीकरण के लिए लगभग चार करोड़ रुपए का फंड आवंटित किया है.

इससे संस्थान के बुनियादी ढांचे में सुधार होगा और बेहतर शिक्षण वातावरण उपलब्ध होगा.

जर्जर हो गया है आईटीआई धनबाद

वर्षों पहले बना आईटीआई धनबाद के भवन का हाल बेहाल है. पुराना होने की वजह से भवनों में सीलन आ चुका था. कई जगहों पर भवन टूट भी चुके हैं. इस फंड से आईटीआई धनबाद में प्रशासनिक भवन, एवीटीएस के सभी वर्कशॉप, सभी मशीन वर्कशॉप , हाइटेक भवन, सीओई भवन, लाइब्रेरी, हॉस्टल, सड़क आदि का नवीनीकरण होगा. वहीं कक्षाओं का निर्माण, पुरानी कक्षाओं का नवीनीकरण किये जायेंगे.

30 साल बाद होगा रेनोवेशन

जानकारी के अनुसार संस्थान का रेनोवेशन लगभग 30 साल बाद किया जा रहा है. अबतक इसका रखरखाव नहीं होने से संस्थान के भवन जर्जर हो चुके हैं. इसे लेकर आईटीआई धनबाद प्रबंधन की ओर से सरकार को कई बार पत्र लिखा गया था. अब फंड आवंटित होने से संस्थान के भवनों का जीर्णोद्धार होगा.

1962 में हुई थी आईटीआई की स्थापना

धनबाद आईटीआई की स्थापना 1962 में हुई थी. यहां धनबाद के अलावा दूसरे जिलों से भी छात्र पढ़ने आते हैं. संस्थान की स्थापना के लगभग 33 साल बाद पहली बार नवीनीकरण किया गया था. इसके 30 साल के बाद अब दूसरी बार रेनोवेशन का काम होगा.

धनबाद में सोना चांदी व हीरे के साथ अपराधी धराया

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धनबाद :गोविंदपुर पुलिस को गुरुवार को एक बड़ी कामयाबी मिली है। जहां लगभग 1 करोड़ के मूल्य के सोना चांदी और हीरे के आभूषण के साथ अकरम खान नामक अपराधी को गिरफ्तार किया है. अपराधी मध्य प्रदेश के धार जिला का निवासी है.

धनबाद : नगर निगम फिर रेस, कचहरी रोड से DRM चौक तक हटाया अतिक्रमण


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धनबाद : धनबाद शहर में सड़क किनारे अतिक्रमण कर दुकानदारी करने वालों के खिलाफ नगर निगम ने मंगलवार को अभियान चलाया.

कचहरी रोड रोड से डीआरएम चौक तक अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाकर सड़क किनारे फुटपाथ पर लगी दुकानों व ठेला-खोमचा वालों को हटाया गया.

साथ ही फुटपाथ पर स्थायी शेड लगाकर गुमटी व दुकान चलाने वालों को जल्द हटने का निर्देश दिया गया.

अभियान का नेतृत्व कर रहे नगर निगम के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि धनबाद शहरी क्षेत्र में सड़क किनारे लग रही दुकानों से जाम की स्थिति उत्पन्न हो रही है. इससे निजात दिलाने के लिए निगम लगातार अभियान चला रहा है. 

नगर आयुक्त के निर्देश पर रणधीर वर्मा चौक से लेकर डीआरएम चौक तक अभियान चला कर अवैध दुकानों को हटाने के साथ ही दुकानदारों को हिदायत भी दी गयी है. हीरापुर पार्क मार्केट समेत अन्य क्षेत्रों में भी अभियान चलाया जायेगा.

बीएड कोर्स को लेकर सरकार क़ी नई नीति का बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय संघ ने किया विरोध

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धनबाद : बीएड कोर्स को लेकर सरकार द्वारा बनायी जा रही नई नीति से ना सिर्फ कई प्राइवेट बीएड कॉलेज बंद हो जायेंगे बल्कि छात्रों और आध्यापन के क्षेत्र में जाने वाले छात्रों के सामने भी विकट समस्या हो जाएगी.

सरकार ने नई नीति को लेकर 8 मार्च तक सुझाव और आपत्ति को लेकर डेड लाइन जारी की है जिसका इतने कम समय में लोग आपत्ति भी दर्ज़ नहीं कर पाएंगे. साथव हीं कई सरकार की रूल बीएड कॉलेज संचालको को ऐसे संकट में डाल देंगे जिससे उन्हें बीएड कॉलेज चलाना आसान नहीं रहेगा.

इसको लेकर बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय निजी शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय संघ (BBMKU-PITCA) ने NCTE विनियमन 2025 के मसौदे में निहित मुद्दों और मौजूदा शिक्षक शिक्षा संस्थानों और शिक्षक शिक्षा पाठ्यक्रम को आगे बढ़ाने की योजना बना रहे छात्रों के करियर पर इसके ऊपर पड़ने वाले प्रभाव पर प्रेस वार्ता कर चर्चा की तथा केंद्र सरकार के इस नीति को अव्यवहारिक बताते हुए कहा कि इस से कई बीएड शिक्षण संस्थान बंद हो जायेंगे. जिससे बी एड कॉलेज के कमी के कारण शिक्षा के क्षेत्र में जाने वाले छात्रों को कई दिक्क़तों का सामना करना पड़ेगा.

क्या है नई नीति..?

सरकार की नई नीति के अनुसार अब बीएड कोर्स एक साल का होगा. सरकार का दावा है कि इस नीति से शिक्षक बनने की राह आसान होगी. नई नीति के तहत बीएड कोर्स से जुड़े जो बदलाव किये गए हैं उसके अनुसार

अब या तो एक साल का बीएड कोर्स होगा अथवा चार साल का इंटीग्रेटेड बीएड कोर्स उपलब्ध रहेगा.दो साल के बीएड कोर्स की मान्यता 2024 से बंद कर दी गई है. 2030 तक दो साल के बीएड कोर्स को पूरी तरह खत्म करने की योजना है. अब एक साल का बीएड कोर्स वे छात्र हीं कर पाएंगे, जिन्होंने चार साल की ग्रेजुएशन की होगी या फिर पोस्ट ग्रैजुएशन के बाद वे इस कोर्स के लिए एलिजिबिल होंगे.

राष्ट्रीय शिक्षा नीति में क्या है..?

(NEP-2020) के तहत चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम (ITEP) को भी लागू किया गया है. इस बदलाव का मकसद शिक्षक बनने की राह आसान करना, क्वालिटी में सुधार करना, इसे प्रोफ़ेशनल टीचर एजुकेशन प्रोग्राम बनाना है.इसको लेकर पिछले 11 फरबरी 2025 नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) की आम सभा की बैठकों में ड्रॉफ्ट रेगुलेशन 2025 को मंजूरी मिल गई है.

सरकार के इस नीति का निजी शिक्षण संस्थान क्यों विरोध कर रहे हैं..?

अब अगर सरकार द्वारा निर्धारित नए नीति का अनुसरण किया जाये तो सभी बीएड कॉलेज को अपनी जमीन और इंफ़्रा स्ट्रक्चर का विस्तार करना होगा. नए नियम के अनुसार जिस बीएड कॉलेज को जमीन कम से कम 3 एकड़ जरुरी था उस जमीन को 5 एकड़ या 7 एकड़ करना पड़ सकता है. जो पहले से चल रहे निजी संस्थान के आस पास मिलना संभव नहीं है.

क्योंकि किसी भी शिक्षण संस्थान के अगल बगल में कोई प्लॉट खाली नहीं रह गया है, मौजुदा बीएड कॉलेज के संचालक जितना वर्तमान संस्थान में खर्च कर चूका है, दूसरे जगह नए सिरे से जमीन खरीद कर फिर से उस पर पूरा स्ट्रक्चर खड़ा करना मुमकिन नहीं है.

इसके साथ हीं पहले इन संस्थान को गारंटी मनी के रूप में एक अपना संस्थान का एकाउन्ट खोल कर लगभग 7 लाख रूपये रखने होते थे ताकि इन संस्थानों की विश्वस्नीयता बनी रहे. और इन जमा राशि में राष्ट्रीय शिक्षा परिषद द्वारा अपने प्रतिनिधि या मनोनीत पदाधिकारी की निगरानी होती थी.अब नए नीति में इन संस्थानों को इसके तिगुना राशि अब राष्ट्रीय शिक्षा परिषद के एकॉउंट में जमा करना होगा और इसके व्याज पर से वे अपने संस्थान का डेवलप नहीं कर सकेंगे जिससे बीएड कॉलेज संचालको को आपत्ति है. साथ ही अगर इंटीग्रेटेड चार साल की कोर्स शुरू करने के लिए उन्हें फैकल्टी खोलना होगा जिसमे बीए, बीएससी बीकॉम के लिए अतिरिक्त शिक्षक, भवन और प्रयोगशालायें बनानी होगी जिसका बोझ अब बड़े बड़े उद्योगपति या बिजनेस घराना उठा सकेंगे.

ऐसे हालात में कई बीएड कॉलेज बंद हो सकते हैं.अगर बीएड कॉलेज बंद होते हैं तो इन संस्थान से जुड़े लोगों की रोजगार छीन जाएगी, और सर्वसधारण इस विषय से शिक्षा हासिल नहीं कर सकेंगे.

दुर्भाग्य तो है कि सरकार नए कॉलेज नहीं खोल पा रहे हैं, प्राइवेट कॉलेज के भरोसे हीं टेक्निकल शिक्षा चल रही है. लेकिन सरकार के इस नीति से क्षुब्ध प्राइवेट संस्थान चलाने वाले ने अपनी विवशता दर्शाते हुए कहा कि इसे बंद करना होगा.

इस बैठक में बीबीएमकेयू निजी शिक्षक संस्थान के प्रतिनिधि उपस्थित थे.