"प्रधानमंत्री आवास योजना : ग्रामीण लाभार्थियों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने पर दें विशेष ध्यान"

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण व मुख्यमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के लाभार्थियों ( महिलाओं) को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ कर उनकी आजीविका संवर्धन हेतु विशेष रूप से फोकस करने के निर्देश ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। उन्होने कहा है कि स्वयं सहायता समूहों से इन लाभार्थियों के जुड़ जाने से उनकी आमदनी बढ़ेगी व पूरी तरह आत्मनिर्भरता व स्वावलम्बन के मार्ग पर अग्रसर होंगी और आगे चलकर अपनी गतिविधियों को बढ़ाते हुए लखपति दीदी की श्रेणी में पहुंचेगी, इसलिए इन लाभार्थियों को और अधिक प्रेरित करने व सहयोग करने की आवश्यकता है।

ज्ञातव्य है कि प्रधानमंत्री आवास योजना- ग्रामीण के अन्तर्गत आवास लाभार्थी को आवास निर्माण के लिए 1.20 लाख रुपए की धनराशि के साथ ही शौचालय निर्माण के लिए 12 हजार रुपए की धनराशि दी जाती है। इसी तरह अपने घर बनाने में उसे मनरेगा से 90 दिन की मजदूरी भी दिये जाने का प्राविधान है। इसके अलावा विद्युत कनेक्शन, गैस कनेक्शन, वाटर कनेक्शन भी प्राथमिकता के आधार पर दिया जाता है। आवास के महिला लाभार्थी को स्वयं सहायता समूह से भी जोड़नें के निर्देश भारत सरकार द्वारा दिये गये है ,जिससे आवास के साथ-साथ आजीविका के क्षेत्र में भी लाभार्थी परिवार प्रगति कर सके।

आयुक्त ग्राम्य विकास की समीक्षा में पाया गया है कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थियों को स्वयं सहायता समूहों से जोड़ने की प्रगति अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। आयुक्त ग्राम्य विकास जी एस प्रियदर्शी द्वारा मिशन निदेशक उप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन को निर्देश दिए गए हैं कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के लाभार्थी परिवारों को स्वयं सहायता समूह से जोड़ने के कार्य में तेजी लायी जाय और इस कार्य में शीघ्र से शीघ्र प्रगति बढ़ायी जाय।

कांग्रेस और सपा मुसलमानों के हितैषी नहीं : दानिश आजाद

__ वक्फ अमेंडमेंट एक्ट पर बोले उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री

लखनऊ। मुसलमान के विकास के लिए वक्फ अमेंडमेंट एक्ट बेहद जरूरी कदम है। इस एक्ट के माध्यम से मुस्लिम समाज की वक्फ की जो संपत्तियां उसको ऑर्गेनाइजर और रेगुलराइज करने में बहुत मदद मिलेगी। आम मुसलमान पूरी तरीके से इस अमेंडमेंट के साथ है, कुछ खास राजनीतिक दल और कुछ खास लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए इसका विरोध कर रहे हैं। वक़्फ की संपत्तियों पर जिन्होंने अवैध कब्जे बनाकर रखे हैं वहीं इसका विरोध कर रहे हैं,जबकि आम मुसलमान खासतौर पर पिछड़ा पसमांदा मुसलमान पूरी तरीके से वक्फ अमेंडमेंट एक्ट के साथ है।

वक्फ अमेंडमेंट एक्ट आने के बाद वक्फ बोर्ड की प्रॉपर ऑडिटिंग होगी जिससे कि बोर्ड के आय में वृद्धि होगी इसका सीधा लाभ मुस्लिम समाज के वेलफेयर के लिए हो सकेगा। इसके अलावा प्रॉपर डॉक्यूमेंटेशन होगा, जिस वक्त की संपत्तियों पर जो अवैध कब्जे हैं वह कब्जे हटेंगे साथ ही साथ वक्फ बोर्ड में महिला समाज की और पसमांदा समाज के पार्टिसिपेशन से मुस्लिम समाज को और बल मिलेगा।

इसके अलावा वक्फ की संपत्तियों का इस्तेमाल मुस्लिम समाज के तरक्की के लिए होना भी सुनिश्चित होगा। यह बिल बहुत पहले आ जाना चाहिए था लेकिन कांग्रेस और तमाम वह दल जो अपने आप को मुसलमान का हितैषी बताते हैं उन्होंने कभी भी हम मुसलमान के ठोस विकास के लिए काम नहीं किया।

आज मुसलमान के ठोस विकास के लिए यदि मोदी सरकार काम कर रही है तो अगर यह विपक्ष खास तौर पर कांग्रेस समाजवादी पार्टी अगर मुसलमान की हितैषी होती तो इस बिल का विरोध नहीं करती बल्कि इसका साथ देती।

यूपी के 27 पीसीएस अफसर बनेंगे आईएएस

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 27 पीसीएस अफसरों को अब आईएएस के रूप में प्रमोशन मिलेगा। 2008 और 2010 बैच के इन अफसरों को आईएएस संवर्ग में पदोन्नति देने के लिए दिल्ली में विभागीय प्रोन्नति कमेटी (डीपीसी) की बैठक आयोजित की गई।

बैठक में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC), केंद्र सरकार के प्रतिनिधियों के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल, प्रमुख सचिव नियुक्ति एम देवराज और विशेष सचिव नियुक्ति विजय कुमार भी शामिल हुए। संघ लोक सेवा आयोग और केंद्र सरकार के अधिकारियों ने इस प्रमोशन को हरी झंडी दे दी है।

सूत्रों के मुताबिक, प्रदेश में कुल 27 पद ही रिक्त हैं, जिन पर इन अफसरों का प्रमोशन होगा। 2008 बैच के सभी पीसीएस अधिकारियों और 2010 बैच के कुछ अफसरों को आईएएस प्रमोशन मिलना सुनिश्चित है, जब तक उनके खिलाफ कोई जांच प्रक्रिया नहीं चल रही हो।

राजधानी लखनऊ में जमीन के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी, 50% तक हो सकती है वृद्धि

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में जमीन के सर्किल रेट को 50 फीसदी तक बढ़ाने की योजना बनाई जा रही है। इस प्रस्ताव पर काम जारी है, जिसके तहत सर्किल रेट की दरों में 10 से 50 फीसदी तक वृद्धि की जा सकती है।

इस बदलाव का प्रमुख लाभ किसानों को होगा, जिन्हें भूमि अधिग्रहण के बदले अधिक मुआवजा मिलेगा। हालांकि, यह बदलाव जमीन खरीदने वालों पर आर्थिक बोझ बढ़ा सकता है, क्योंकि सर्किल रेट में वृद्धि से जमीन की खरीदारी महंगी हो जाएगी।

उप्र: PWD ने सरेंडर किया 6,500 करोड़ रुपये का बजट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लोक निर्माण विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 का 6,500 करोड़ रुपये का बजट सरेंडर कर दिया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में 3 प्रतिशत कम खर्च किया गया बजट है। बताया जा रहा है कि कार्ययोजना में देरी के कारण कई महत्वपूर्ण कार्यों में अड़चने आईं, जिसके कारण बजट का पूरा उपयोग नहीं हो पाया।

वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए कुल 30,500 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था, जिसमें से 6,500 करोड़ रुपये सरेंडर कर दिए गए। यह 2023-24 में 19 प्रतिशत और 2024-25 में अनुमानित 22 प्रतिशत बजट सरेंडर होने का संकेत देता है।

मार्च 2024 में अकेले 3,950 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृतियां जारी की गईं, जिससे यह संकेत मिलता है कि विभाग ने आने वाले समय में परियोजनाओं को पूरा करने के लिए कदम उठाए हैं।

हार के बाद लखनऊ की पिच पर फूटा जहीर खान का गुस्सा, कहा-ऐसा लग रहा था जैसे पंजाब के क्यूरेटर ने तैयार की हो

लखनऊ। आईपीएल 2025 में घरेलू मैदान की पिच से परेशान होने वाली टीमों की सूची में अब लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) भी शामिल हो गई है। कोलकाता नाइट राइडर्स और चेन्नई सुपर किंग्स के बाद, अब एलएसजी भी अपने होम ग्राउंड की पिच से निराश नजर आई। टीम के मेंटॉर ज़हीर खान ने मंगलवार को पंजाब किंग्स के खिलाफ मिली 8 विकेट की हार के बाद अपनी नाराजगी ज़ाहिर की और कहा कि ऐसा लग रहा था मानो "यहां पंजाब का क्यूरेटर काम कर रहा हो।"

एलएसजी को आठ विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी

लखनऊ के इकाना स्टेडियम में पंजाब किंग्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में एलएसजी को आठ विकेट से करारी हार झेलनी पड़ी। इस हार के बाद ज़हीर खान ने पिच को लेकर अपनी नाराजगी जताई।मैच के बाद जहीर खान ने कहा, "यह थोड़ा निराशाजनक है, क्योंकि यह हमारा घरेलू मैदान है। आईपीएल में आपने देखा होगा कि टीमें अपने घरेलू मैदान का फायदा उठाने की कोशिश करती हैं। लेकिन यहां क्यूरेटर ने इस बारे में नहीं सोचा। ऐसा लग रहा था जैसे यह पंजाब का क्यूरेटर था।"

हमारे प्रशंसक हमें यहां जीतते हुए देखना चाहते

उन्होंने कहा, "यह मेरे लिए भी एक नई जिम्मेदारी है, लेकिन उम्मीद है कि यह पहला और आखिरी मैच होगा जहां ऐसा हुआ। हमारे प्रशंसक हमें यहां जीतते हुए देखना चाहते हैं। हमें अपनी घरेलू परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाने की जरूरत है।"मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब जहीर से पूछा गया कि क्या उन्होंने और कप्तान ऋषभ पंत ने पिच को गलत पढ़ा, तो उन्होंने जवाब दिया, "देखिए, हम तो वही करेंगे जो क्यूरेटर कहेगा, नहीं? इसे बहाने के रूप में नहीं ले रहे, लेकिन पिछले सीजन में भी हमने देखा कि यहां बल्लेबाजों को दिक्कत होती थी और गेंदबाज हावी रहते थे। लेकिन यह घरेलू टीम के समर्थन की बात है, और हर किसी को इसे समझना चाहिए।"

पंजाब किंग्स ने 172 रनों के लक्ष्य को 22 गेंद रहते ही हासिल कर लिया

ऋषभ पंत ने भी मैच के बाद कहा कि एलएसजी इस मुकाबले को धीमी पिच पर खेलना चाहती थी, लेकिन मैदान की स्थिति वैसी नहीं थी। पंजाब किंग्स ने 172 रनों के लक्ष्य को 22 गेंद शेष रहते ही हासिल कर लिया। रवि बिश्नोई भी स्पिनरों के लिए मदद न मिलने से संघर्ष करते नजर आए और उन्होंने 3 ओवर में 43 रन लुटा दिए।

पिच टीम की जरूरतों के अनुरूप नहीं

एलएसजी ने इस सीजन के अपने तीन में से दो मुकाबले गंवा दिए हैं, और उनका घरेलू रिकॉर्ड अब 15 मुकाबलों में केवल 7 जीत तक सीमित हो गया है। इकाना स्टेडियम में खेले गए इन मैचों में केवल एक बार ही 200 से अधिक का स्कोर बना है, जिससे यह साफ होता जा रहा है कि पिच टीम की जरूरतों के अनुरूप नहीं है।जहीर ने कहा,"यही तो आईपीएल की चुनौती है," । "आपको घरेलू और बाहरी मैदानों पर खेलना होता है। यह हमारा पहला घरेलू मुकाबला था और उम्मीदें बहुत ज्यादा थीं। पंजाब ने हमें पूरी तरह से मात दी, और यही खेल की प्रकृति है।

पुलिस अब सिर्फ कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं: डीजीपी प्रशांत कुमार

लखनऊ । डीजीपी प्रशांत कुमार द्वारा मंगलवार को पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में लोकार्पण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करते हुए दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।कार्यक्रम के प्रारम्भ करते हुए पुलिस आयुक्त गौतमबुद्धनगर द्वारा अपने प्रस्तुतिकरण में नोएडा के उपलब्धियों पर प्रकाश डाला गया, जिसमें तकनीकी नवाचार, अपराधों पर नियन्त्रण, गैंगेस्टर माफिया के विरूद्ध की गई कार्रवाई का उल्लेख किया गया।

डीजीपी ने नवनिर्मित पिंक बूथों का किया लोकार्पण

इसके पश्चात सांसद, गौतमबुद्धनगर, विधायक दादरी और जेवर द्वारा अपने उद्बोधन में पुलिस में हो रहे नवाचार और सुरक्षा के क्षेत्र में उठाए जा रहे प्रभावी कदमों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में आधुनिक तकनीक और स्मार्ट पुलिसिंग से अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित किया जा रहा है।उक्त कार्यक्रम में पुलिस महानिदेशक यूपी द्वारा महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण व नवाचार की दिशा में लोक सहयोग से नवनिर्मित पिंक बूथों, पुलिस चौकी, वीडियों-वॉल एवं बहुउददेशीय भवन का लोकार्पण किया गया।

पिंक बूथ महिलाओं की सुरक्षा दिलाने में होगी कारगर

डीजीपी द्वारा कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में महिलाओं की सुरक्षा के लिए समर्पित लोक सहयोग से नवनिर्मित 11 पिंक बूथों का लोकार्पण किया गया जिसके संबंध में डीजीपी द्वारा बताया गया कि नोएडा एक हाईटेक सिटी है, जहां महिलाएं देर रात तक कार्यरत रहती हैं। ऐसे में पिंक बूथ उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। महिलाएं बिना संकोच पिंक बूथ पर जाकर शिकायत दर्ज करा सकती हैं और तत्काल पुलिस सहायता प्राप्त कर सकती हैं। साथ ही कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में अपराधों पर त्वरित नियंत्रण व संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी व समन्वित पुलिस कार्रवाई, डेटा व सूचना का तत्काल प्रसार व स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यामाहा ग्रुप के सहयोग से 26 थानों में वीडियों वॉल व्यवस्था नवनिर्मित अत्याधुनिक भवन का लोकार्पण किया गया।

कमिश्नेट प्रणाली सीएम की दूरदृष्टि से ही संभव हो पाया

पुलिस महानिदेशक यूपी द्वारा संबोधन में कहा गया किः यह अवसर महज पुलिस infrastructure के लोकार्पण का नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश में बदलते सुरक्षा दृष्टिकोण और कम्यूनिटी पुलिसिंग के नये युग की झलक है। हम सब गौरवान्वित हैं कि प्रधानमंत्री के परिकल्पित स्मार्ट पुलिस (Strict & Sensitive, Modern & Mobile, Alert & Accountable, Reliable & Responsive) के विज़न को मुख्यमंत्री के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश पुलिस साकार करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और गतिशील राज्य में कमिश्नरेट प्रणाली की स्थापना लंबे समय से लंबित थी, लेकिन यह सुधार स्वतंत्रता के बाद पहली बार मुख्यमंत्री की राजनीतिक इच्छाशक्ति, प्रशासनिक दूरदृष्टि और साहसिक निर्णय क्षमता के कारण ही संभव हो पाया।

यूपी की पहली महिला कमिश्नर बनी लक्ष्मी सिंह

आज लखनऊ, नोएडा, वाराणसी, आगरा, गाजियाबाद और प्रयागराज, कानपुर जैसे नगरों में लागू कमिश्नरेट प्रणाली ने उत्तर प्रदेश में सक्रिय, उत्तरदायी और पारदर्शी पुलिसिंग के नए मानक स्थापित किए हैं। इससे अपराध नियंत्रण में सफलता के साथ ही जनता का पुलिस पर विश्वास सशक्त हुआ है। इस परिवर्तन में गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने अग्रणी भूमिका निभाई है व पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह को विशेष रूप से बधाई देना चाहता हूँ, जिन्होंने नोएडा पुलिस को न केवल उत्कृष्ट नेतृत्व प्रदान किया, बल्कि महिला सशक्तिकरण के नए प्रतिमान भी स्थापित किए। उनकी उत्तर प्रदेश की पहली महिला पुलिस कमिश्नर के रूप में नियुक्ति मिशन शक्ति अभियान की मूल भावना को साकार करती है। उन्होंने मिशन शक्ति अभियान के प्रारंभिक वाहक के रूप में महिला सशक्तिकरण को राज्य की सुरक्षा नीति का अभिन्न हिस्सा बनाया।

नोएडा पुलिस को पूरे राज्य में एक मॉडल फोर्स के रूप में स्थापित किया

गौतमबुद्धनगर पुलिस ने पिछले कुछ वर्षों में कई मोर्चों पर उल्लेखनीय सफलताएँ अर्जित की हैं, चाहे वह गैंगस्टर एवं माफिया नेटवर्क पर कठोर कार्रवाई हो, साइबर अपराध के विरुद्ध विशेष अभियान, ड्रग्स और अवैध शराब के खिलाफ निर्णायक कदम, अवैध कॉल सेंटरों का पर्दाफाश, या फिर वैश्विक आयोजनों की उत्कृष्ट सुरक्षा व्यवस्था । इसके साथ-साथ महिला सुरक्षा हेतु पिंक बूथ की स्थापना, थानों में वीडियो वॉल्स की शुरूआत, त्वरित रिस्पॉन्स के लिए मॉडर्न वाहनों का समावेश, और जेवर एयरपोर्ट जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं में भागीदारी ने नोएडा पुलिस को पूरे राज्य में एक मॉडल फोर्स के रूप में स्थापित किया है।

त्तर प्रदेश पुलिस आज एक नए युग में प्रवेश कर चुकी: डीजीपी

डीजीपी द्वारा पुलिस बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ करने में दिये गये सहयोग के लिए याकोहामा समूह का हृदय से धन्यवाद देते हुए अन्य कॉर्पोरेट समूहों, औद्योगिक संस्थानों और स्टार्टअप्स से भी आह्वान किया कि वे आगे आएँ और पुलिसिंग को सहयोग देकर राज्य की सुरक्षा एवं सुशासन में भागीदार बनें। साथ ही यह भी कहा गया कि पुलिस अब सिर्फ कानून व्यवस्था तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समाज और उद्योग दोनों की साझा जिम्मेदारी बन चुकी है।

लिस कमिश्नर को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए हार्दिक बधाई दी

अंत में गौतमबुद्ध नगर पुलिस के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों एवं विशेष रूप से पुलिस कमिश्नर को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए हार्दिक बधाई दी गयी तथा कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस आज एक नए युग में प्रवेश कर चुकी है- जहाँ संवेदनशीलता के साथ सख्ती है, तकनीक के साथ मानवीय दृष्टिकोण है, और परंपरा के साथ नवाचार है एवं कहा कि हम सभी को मिलकर एक ऐसा उत्तर प्रदेश बनाना है जो सुरक्षित हो, सशक्त हो और समाज के हर वर्ग को सुरक्षा का भरोसा दे।

परिंदे संस्था से आए बच्चों से आत्मीय भेंट की

पुलिस महानिदेशक यूपी द्वारा कार्यक्रम के दौरान नन्हें परिंदे संस्था से आए बच्चों से आत्मीय भेंट की गई। इस अवसर पर उन्होंने बच्चों का हालचाल जाना और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। साथ ही, उन्हें उपहार भी प्रदान किए गए, पुलिस महानिदेशक ने समाज में ऐसे संस्थानों की भूमिका की सराहना की और समाज के सभी वर्गों को जरूरतमंद बच्चों के कल्याण में सहयोग देने के लिए प्रेरित किया गया।

सराहनीय कार्य करने वालों को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित

कार्यक्रम के पश्चात में पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर द्वारा डीजीपी, सांसद, गौतमबुद्धनगर, विधायक दादरी और जेवर, सीईओ ग्रेटर नोएडा, सीईओ नोएडा, डीएम गौतमबुद्धनगर, यामाहा मोटर ग्रुप के कॉर्पोरेट निदेशक को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। कार्यक्रम के दौरान डीजीपी द्वारा पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में सराहनीय कार्य करने वाले पुलिस कार्मिको की सराहना करते हुए उन्हे पुरस्कार / प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर सीईओ ग्रेटर नोएडा, सीईओ नोएडा, जिलाधिकारी गौतमबुद्धनगर, यामाहा मोटर ग्रुप के कॉर्पोरेट निदेशक सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहें।

प्रदेशभर में अनधिकृत ई-रिक्शा और ऑटो के खिलाफ अभियान शुरू

अभियान के पहले दिन मंगलवार को ही प्रदेश में 915 ई-रिक्शा सीज और 3035 का हुआ चालान

- गाजियाबाद संभाग में 381, आगरा में 363, लखनऊ में 200 और झांसी में 199 ई-रिक्शा पर हुई कार्रवाई

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंगलवार से पूरे प्रदेश में अनधिकृत ई-रिक्शा व ऑटो के खिलाफ अभियान चलाया गया। इस अभियान की सफलता के लिए परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने समस्त पुलिस कमिश्नर, जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान को पत्र लिखा था। अभियान के पहले दिन मंगलवार को प्रदेश में 915 ई-रिक्शा सीज और 3035 का चालान किया गया।

परिवहन आयुक्त ब्रजेश नारायण सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर अभियान मंगलवार से प्रारंभ हुआ। इसके पहले दिन 915 ई-रिक्शा सीज और 3035 का चालान हुआ। उन्होंने बताया कि मंगलवार को मुख्यालय से इसकी मॉनिटरिंग हुई। 30 अप्रैल तक चलने वाले अभियान की नियमित मॉनिटरिंग भी होती रहेगी। इस अभियान में मुख्यालय के साथ जनपद स्तर के अधिकारियों की भी जिम्मेदारी तय की गई है।

अभियान के नोडल अधिकारी (अपर परिवहन आयुक्त प्रवर्तन) संजय सिंह ने बताया कि मंगलवार शाम 5 बजे तक गाजियाबाद संभाग में 381, आगरा संभाग में 363, लखनऊ में 200, झांसी में 199, सहारनपुर में 171, मीरजापुर में 165, वाराणसी में 164 व प्रयागराज में 136 ई-रिक्शा पर कार्रवाई हुई।

सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्म्द फिरोज खान ने प्रधानमंत्री से गोमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने की मांग

संभल। अलीजान जमीयत मुस्लिमीन एजुकेशनल सोसाइटी द्वारा संचालित मदरसा मौलाना मौहम्मद अली जौहर, व गामा पहलवान महिला पुरुष कुश्ती ग्रामीण खेलकूद प्रशिक्षण एकेडमी की ओर से रामनवमी के पावन पर्व पर अहल-ए-वतन व सभी सनातन प्रेमियों को दिली मुबारकबाद, हार्दिक शुभकामनाएँ पेश करता हूँ ।

सामाजिक कार्यकर्त्ता ,प्रबन्धक-मदरसा मौलाना मोहम्मद अली जौहर,मोहम्मद फ़िरोज़ खान हिन्दुस्तानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग की है कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की यौम-ए-पैदाइश रामनवमी के मुबारक/मुक़ददस मौके पर अखण्ड भारतवर्ष में गौहत्या पर राष्ट्रीय कानून बनाकर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने कृपा की करें । सीएम योगी आदित्यनाथ से मांग की है कि मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की यौम-ए-पैदाइश रामनवमी के मुबारक/मुक़ददस मौके पर उत्तर प्रदेश में गौमाता को राजमाता घोषित करने की कृपा करें ।

न01- मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम, योगीराज भगवान श्री कृष्ण, भगवान बुद्ध, भगवान महावीर, अथवा तमाम देवी, देवताओं की पावन जन्मस्थली भारतवर्ष की पवित्र एंव पावन धरा से गौमाँस/मांस निर्यात पर तत्काल प्रभाव से पूर्णतः प्रतिबंध लगाकर श्रीराम भक्तों को उपहार प्रदान करें l

न02-गौहत्त्या पर अखण्ड भारतवर्ष में राष्ट्रीय कानून बनाकर गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित करने के तत्काल प्रभाव से अविलम्ब आदेश पारित कर हमारे भारतवासी भाईयों की गौमाता के प्रति उनकी आस्था और श्रद्धा को द्रष्टिगत रखते हुए मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम के भक्तों, योगिराज भगवान श्री कृष्ण के भक्तों को रामनवमी पर उपहार देने की कृपा करें l

न0-3 दुधारू पशुओं अथवा छोटे दूध पीते बच्चों के काटने पर राष्ट्रीय कानून बनानें की कृपा करें l

अत: महानभावो से निवेदन है की विन्दु 01-से बिंदु 03-तक गंभीरतापूर्वक विचार कर सभी बिंदुओं को तत्काल प्रभाव से अविलम्ब लागू किया जाना जनहित व राष्ट्रहित में न्यायोचित होगा l

अहल-ए-वतन एंव सभी सनातन धर्म प्रेमी भाईयों को मदरसा मौलाना मौहम्मद अली जौहर व गामा पहलवान महिला पुरुष कुश्ती ग्रामीण खेलकूद प्रशिक्षण एकेडमी की ओर से रामनवमी की पुनः दिल की गहराईयों से मुबारकबाद हार्दिक शुभकामनाएँ l

ज्ञात रहे हिन्दुस्तान के किसी भी मुसलमान नें किसी भी मुग़ल शासक को अपना आदर्श नहीं माना जबकि मशहूर शायर अल्लामा इक़बाल नें की लिखित पंक्तियाँ आपके समक्ष प्रस्तुत करता हूँ l

अल्लामा इकबाल ने मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम को "इमाम-ए-हिन्द" (भारत का आध्यात्मिक नेता) कहकर संबोधित किया है और उनकी शान में कई पंक्तियाँ लिखी हैं, जिनमें "है राम के वजूद पे हिन्दोस्ताँ को नाज़" (भारत को राम के अस्तित्व पर गर्व है) और "अहले नजर समझते हैं उसको इमामे हिन्द" (जो देखते हैं, वे उसे भारत का आध्यात्मिक नेता मानते हैं) जैसी पंक्तियाँ शामिल हैं।

यहाँ कुछ और पंक्तियाँ दी गई हैं:

"है राम के वजूद पे हिन्दोस्ताँ को नाज़"

"अहले नजर समझते हैं उसको इमामे हिन्द"

"रोशन तर असहर है जमाने में शाम हिन्द"

"सब फलसफे है खिता ए मगरिब के रामे"

"जाम हिंद लबरेज है शराबे हकीकत से"

"सब फिक्रे फलाख है खिता ए मगरिब के रामे"

"रिफ़अत में आसमाँ से भी ऊँचा है बाम-ए-हिन्द"

"इजाज उस चराग हिदायत का है यही"

ये पंक्तियाँ भारत के गौरव और आध्यात्मिक गहराई को उजागर करती हैं, जहाँ राम को एक मार्गदर्शक और आदर्श के रूप में देखा जाता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने IFS अधिकारी निधि तिवारी को बनाया अपना प्राइवेट सेक्रेटरी, काशी को मिला तोहफा

वाराणसी/ लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी की रहने वाली इंडियन फॉरेन सर्विस (IFS) अधिकारी निधि तिवारी को अपना प्राइवेट सेक्रेटरी नियुक्त करके काशी की जनता को एक बड़ा तोहफा दिया है। केन्द्रीय कार्मिक मंत्रालय ने निधि तिवारी की प्रधानमंत्री कार्यालय में प्राइवेट सेक्रेटरी के रूप में नियुक्ति का आदेश जारी किया है।

निधि तिवारी 2014 बैच की IFS अधिकारी हैं और वह पहले पीएमओ में उप सचिव के रूप में कार्यरत थीं। नवंबर 2022 में उन्हें पीएमओ में उप सचिव के तौर पर नियुक्त किया गया था। इससे पहले, वह विदेश मंत्रालय (MEA) में निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के डिवीजन में अवर सेक्रेटरी के पद पर काम कर चुकी हैं।

निधि तिवारी वाराणसी के महमूरगंज क्षेत्र की निवासी हैं और उन्होंने 2013 के सिविल सर्विस एग्जाम में 96वीं रैंक हासिल की थी। परीक्षा की तैयारी के दौरान वह वाराणसी में असिस्टेंट कमिश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के पद पर कार्यरत थीं।

निधि तिवारी की इस नई तैनाती के साथ ही अब 2014 बैच के अफसरों की सफलता की चर्चा एक बार फिर तेज हो गई है। इससे पहले, इसी बैच के IAS पवन यादव को अमित शाह का प्राइवेट सेक्रेटरी (PS) नियुक्त किया गया था, जिससे इस बैच के अधिकारियों का जलवा लगातार बढ़ रहा है।

इस नियुक्ति से न केवल वाराणसी बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश के लोगों को गर्व महसूस हो रहा है, और यह प्रधानमंत्री मोदी की नेतृत्व क्षमता और क्षेत्रीय प्रतिभाओं के प्रति समर्पण को भी दर्शाता है।