मौसम विभाग का अलर्ट : इस साल भीषण गर्मी से लोग हो सकते है बेहाल, मार्च महीने में ही टूटा 120 साल का रिकॉर्ड
डेस्क ; बिहार सहित देश भर में इस साल लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता हैं। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि अप्रैल से जून के तीन महीनों में इस बार लू (हीटवेव) के कारण भीषण गर्मी पड़ेगी। मौसम विभाग ने सोमवार को गर्मी का पूर्वानुमान जारी करते हुए यह जानकारी साझा की है। विभाग ने कहा कि वर्ष 1901 के बाद इस साल का मार्च अबतक का सबसे गर्म महीना दर्ज किया गया है।
आईएमडी के महानिदेशक के अनुसार अप्रैल से जून के बीच उत्तर और पूर्व भारत, मध्य भारत और अधिकतर मैदानी इलाकों में सामान्य से दो से चार अधिक लू का प्रभाव पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल-जून के दौरान देश के करीब-करीब सभी हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहेगा।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि बिहार में खास तौर पर 6 से 19 अप्रैल के बीच अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। इस कारण लू चलने वाले दिनों की संख्या भी सामान्य से तीन-चार दिन अधिक होगी। इस दौरान बारिश सामान्य से कम होगी। थंडरस्टॉर्म की गतिविधियां नहीं बनने से भीषण गर्मी पड़ने के आसार हैं। हालांकि अप्रैल के प्रथम और आखिरी सप्ताह में लोगों को गर्मी से हल्की राहत मिलने की उम्मीद है।
मौसम विभाग के अनुसार, अप्रैल में बिहार का सामान्य अधिकतम तापमान 37 से 40 और सामान्य न्यूनतम तापमान 21 से 23 डिग्री सेल्सियस के बीच है। वहीं लू चलने की सामान्य दिनों की संख्या 6-7 है। लेकिन प्रदेश का पारा सामान्य से चार-पांच डिग्री अधिक रहने की उम्मीद है। मार्च में ही प्रदेश का अधिकतम पारा 41 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया था, लेकिन पश्चिमी विक्षोभ आने से लू जैसे हालात नहीं बने।
Apr 01 2025, 10:06