पश्चिमी सिंहभूम जिले के पुलिस को मिली बड़ी सफलता,हुसिपी के आस-पास जंगल में बिछाये गए विस्फोटक को सुरक्षा बलों ने किया नष्ट


झा. डेस्क 

पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोन्टो के हुसिपी के आस-पास जंगल पहाड़ी क्षेत्र में सुरक्षा बलों को लक्षित करने के उद्देश्य से नक्सलियों द्वारा पूर्व में लगाये गये, विस्फोटक, हथियार, कारतूस एवं अन्य सामग्री एक पुराने नक्सल डम्प से बरामद किया गया.

 इस दौरान बरामद विस्फोटक को सुरक्षा के दृष्टिकोण से यथा स्थान बम निरोधक दस्ता के मदद से विनिष्ट किया गया है. 

उपरोक्त थानान्तर्गत जंगल पहाड़ी क्षेत्र में हथियार गोला-बारूद छुपाकर रखने की पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी , जिसके बाद पुलिस ने टोन्टो थानान्तर्गत वनग्राम हुसिपी के आस-पास जंगली पहाड़ी क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया.

जिसके बाद पुलिस ने सर्च अभियान शुरू किया, विदित हो कि प्रतिबंधित भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ सारंडा कोल्हान क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधि के लिए सक्रिय है, जिसके आलोक में संयुक्त अभियान दल गठित कर लगातार अभियान संचालित किया जा रहा है.

मईया योजना के साथ साथ सरकार भईया योजना में सम्मानजनक राशि दे सरकार - जयराम महतो

झारखंड के बजट को संतोषजनक बताया टाइगर ने, लेकिन कहा इस वर्ष नियुक्तियों का वर्ष नहीं होगा

रिपोर्टर जयंत कुमार

झारखंड सरकार द्वारा शुरू की गई जनकल्याण मईया योजना की संचालित की थी। लेकिन पिछले तीन महीने से महिलाओं को ₹2500 की राशि नहीं मिल पाई है। हालांकि वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा था कि इसके लिए धन की कोई कमी नहीं है। मंईयां सम्मान योजना की राशि के संबंध में वित्त मंत्री ने कहा था कि कुछ तकनीकी कारणों से ऐसा हो रहा है। लेकिन राशि जल्द ही दी जाएगी। 

अब JLKM प्रमुख जयराम महतो ने कहा कि सरकार को मईया सम्मान के साथ भइया योजना देने की मांग की। भईया लोग भी घर चलाते है, मानसिक यातनाओं को झेलते है। 

वही उन्होंने बजट को संतोषजनक बताया लेकिन बजट को लेकर यह भी कहा कि इस वर्ष नियुक्तियों का वर्ष नहीं होने वाला है। क्योंकि की बजट में स्थापना मत में बढ़ोतरी नहीं की गई है। इससे स्पष्ट है कि सरकार युवाओं के प्रति गंभीर नहीं है।

इस वर्ष क़ी बजट में झारखंड को सात नए मेडिकल कॉलेज की मिलेगी सौगात, हेमंत सोरेन सरकार का बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का वादा


झारखंड के वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने सोमवार को सदन में एक लाख 45 हजार 400 करोड़ का बजट पेश किया. इसमें राजधानी रांची समेत सात जिलों में नए मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव है. गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं देने का वादा किया गया है.

इस बजट के अनुसार नयी योजनाओं की घोषणा की गयी है. इसमें रांची के अलावा पीपीई मोड पर खूंटी, गिरिडीह, जमशेदपुर, धनबाद, देवघर और जामताड़ा में मेडिकल कॉलेज खोलने का प्रस्ताव है. इन सात जिलों में नए मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे. हेमंत सोरेन सरकार ने राज्य को मेडिकल कॉलेज की सौगात दी है, ताकि लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायी जा सके.

अभी 630 सीटों के साथ छह सरकारी मेडिकल कॉलेज

रांची जिले में नये मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के निर्माण पर प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है. इसका मकसद प्राथमिक, माध्यमिक एवं तृतीयक स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है. झारखंड में 630 सीटों के साथ छह सरकारी मेडिकल कॉलेज और 100 सीटों के साथ एक निजी मेडिकल कॉलेज और 150 सीटों के साथ एक डीम्ड यूनिवर्सिटी पहले से मौजूद है.

झारखंड में मेडिकल की पढ़ाई को लेकर बढ़ेंगी सुविधाएं

झारखंड में मेडिकल की पढ़ाई के प्रति राज्य के स्टूडेंट्स की रुचि और सीटों की संख्या में इजाफा हुआ है. बीते कुछ सालों में यहां मेडिकल कॉलेजों की संख्या बढ़ी है. पहले एमबीबीएस कॉलेजों की संख्या महज तीन थी. अब इनकी संख्या आठ हो गयी है. सीटें बढ़कर 1058 हो गयी हैं.

सरकारी मेडिकल कॉलेज में कहां-कितनी सीटें

राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान, रिम्स : 172

एमजीएम, जमशेदपुर : 100

शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज, धनबाद : 50

नीलांबर पीतांबर मेडिकल कॉलेज, पलामू : 100

फूलो-झानो मेडिकल कॉलेज, दुमका : 100

हजारीबाग मेडिकल कॉलेज : 100

झारखंड सरकार 2025-26 के बजट में शिक्षा के क्षेत्र में अमूल चूल सुधार के लिए क़ी है व्यवस्था,

जॉब ओरिइंटेड संस्थान और तकनीकी शिक्षा के लिए खुलेंगे राज्य में कई संस्थान

झारखंड सरकार जमशेदपुर, गुमला और साहिबगंज में राजकीय विश्वविद्यालय और जमशेदपुर, धनबाद एवं दुमका में तकनीकी विश्वविद्यालय खोलेगी. इसकी घोषणा वर्ष 2025-26 के बजट में की गयी है. सरकार रांची, हजारीबाग धनबाद, दुमका एवं पलामू में कुल पांच नये विधि महाविद्यालय की स्थापना करेगी. सरकार रांची/खूंटी, जमशेदपुर, गुमला, साहिबगंज और गिरिडीह में इंजीनियरिंग कॉलेज खोलेगी. सरकार ने राज्य में व्यावसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नयी स्किल यूनिवर्सिटी और फिन टेक यूनवर्सिटी खोलने की घोषणा की है.

स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मास कम्यूनिकेशन की होगी स्थापना

जमशेदपुर, पलामू, रांची, धनबाद, हजारीबाग और देवघर में स्कूल ऑफ बिजनेस एंड मास कम्यूनिकेशन की स्थापना की जायेगी. सरकार ने झारखंड स्टूडेंट रिसर्च एंड इनोवेशन पॉलिसी 2025 तैयार करने की घोषणा की है. सरकार ने वाल्मिकी छात्रवृत्ति योजना लागू करने की घोषणा की है. राज्य में 10वीं और 12वीं पास अनाथ एवं दिव्यांग विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की ट्यूशन फी के लिए 10 लाख रुपये और प्रति माह चार हजार की आर्थिक सहायता प्रदान की जायेगी.

तीन जिलों में खुलेंगे राजकीय विश्वविद्यालय

जमशेदपुर, गुमला और साहिबगंज में राजकीय विश्वविद्यालय खोला जायेगा.

अल्पसंख्यकों की शिक्षा को लेकर नयी योजना शुरू होगी.

1050 स्कूलों में समेकित गणित एवं विज्ञान लैब स्थापित होगा.

153 मध्य विद्यालय को हाईस्कूल और 292 हाईस्कूल को प्लस टू स्कूल में अपग्रेड किया जाएगा.

उच्च एवं तकनीकी शिक्षा और स्कूली शिक्षा विभाग की बजट राशि

उच्च एवं तकनीकी शिक्षा

वर्ष 1101 करोड़

वर्ष करोड़

वर्ष करोड़

90 करोड़ रुपये बजट घटा

स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग*

वर्ष 6277 करोड़

वर्ष करोड़

वर्ष करोड़ रुपये बजट घटा

हत्या के मामले में सजा काट रहे कैदी ने पलामू के केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में जेल में किया आत्महत्या


पलामू के केंद्रीय कारा मेदिनीनगर में हत्या के मामले में बंद 34 वर्षीय शब्बीर अंसारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह सात बजे केंद्रीय कारा के अंदर स्थित बाथरूम में वह शौच करने के लिए गया था. उसी वक्त बाथरूम के अंदर फांसी लगा ली. शौचालय के अंदर लोहे का बीम लगा हुआ है, जिससे उन्होंने घटना को अंजाम दिया. जिससे उसकी मौत हो गयी.

मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में कैदी का कराया जाएगा पोस्टमार्टम

जानकारी के अनुसार इस बात की जानकारी जब जेल के अंदर में कार्यरत गार्ड को हुई. तब वे बाथरूम का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसे और कैदी को फांसी के फंदे से उतारकर एमएमसीएच भेजवाया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. जेल प्रंबधन ने उसके परिवार को इसकी सूचना दे दी है. मृत कैदी के पोस्टमार्टम के लिए मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में डॉक्टरों की टीम गठित कर पोस्टमार्टम कराया जायेगा.

क्या कहते हैं जेल अधीक्षक

इस संबंध में जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में बंद कैदी शब्बीर अंसारी ने मंगलवार सुबह फांसी लगाने का प्रयास किया. फांसी के फंदे से उतारकर उसे अस्पताल भेजा गया. जहां उसने दम तोड़ दिया.

धनबाद से दिल्ली जाने वालों को एक और ट्रेन की सौगात, स्पेशल ट्रेन के लिए भेजा जाएगा प्रस्ताव


धनबाद: धनबाद से सीआईसी सेक्शन के रास्ते दिल्ली की नई स्पेशल ट्रेन चलाई जाएगी। धनबाद रेल मंडल ने पूर्व मध्य रेलवे मुख्यालय के माध्यम से यह प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा है। सोमवार या मंगलवार को धनबाद डिविजन की इस मांग पर रेलवे बोर्ड की मुहर लगने की उम्मीद जताई जा रही है। यदि हरी झंडी मिलती है तो ट्रेन धनबाद से खुलकर बरकाकाना-चोपन-चुनार होते हुए धनबाद से दिल्ली जाएगी।

धनबाद से जम्मूतवी के बीच फिलहाल गरीब रथ की बोगियों से स्पेशल ट्रेन चल रही है। यह ट्रेन भी वाया दिल्ली जम्मूतवी जाती है। अब धनबाद से दिल्ली के लिए दूसरी स्पेशल ट्रेन मिलने की आस जगी है। दरअसल धनबाद से नासिक रोड के बीच चल रही स्पेशल ट्रेन को अपेक्षाकृत कम यात्री मिलने के कारण ट्रेन को अवधि विस्तार नहीं मिला। 

नासिक रोड की ट्रेन नहीं चलने से धनबाद डिवीजन के पास एक खाली रेक उपलब्ध है। इसी रेक से सीआईसी सेक्शन के स्टेशन होते हुए रेलवे दिल्ली की ट्रेन चलाने के प्रयास में है।

पलामू सांसद बीडी राम ने भी धनबाद डिविजन से सीआईसी के रास्ते दिल्ली की ट्रेन की मांग की थी। उनकी मांग को आधार बना कर रेलवे ने बोर्ड को ठोस प्रस्ताव भेजा है। ट्रेन के चलने से यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। 

इस रास्ते से दिल्ली तक ट्रेन चलाने की तैयारी

 धनबाद डिविजन ने दिल्ली स्पेशल का जो रूट तैयार किया है, उसके अनुसार ट्रेन धनबाद से खुलकर बरकाकाना, पतरातू, खलारी, टोरी, लातेहार, डाल्टेनगंज, गढ़वा रोड, गढ़वा, नगर उंटारी, रेणुकूट, चोपन, सोभद्र, चुनार, प्रयागराज, कानपुर होते हुए आनंद विहार जाएगी।

धनबाद से नासिक रोड के बीच रेलवे दिसंबर महीने से स्पेशल ट्रेन चला रही थी। सप्ताह में दो दिन चलने वाली स्पेशल ट्रेन को अपेक्षित यात्री नहीं मिल रहे थे। लिहाजा ट्रेन को विस्तार नहीं मिला। धनबाद डिविजन पिछले कई दिनों से धनबाद-नासिक रोड को लोकमान्य तिलक टर्मिनल (मुंबई) तक चलाने की मांग कर रहा है। सफलता नहीं मिलने पर धनबाद मंडल ने नासिक रोड की जगह ट्रेन को पुणे तक चलाने का प्रस्ताव बोर्ड को भेजा है। बता दें कि पहले धनबाद से दीक्षाभूमि एक्सप्रेस पुणे जाती थी। अभी धनबाद से कोई भी ट्रेन पुणे नहीं जाती है। दीक्षाभूमि को दूसरे रास्ते से चलाया जा रहा है।

लातेहार जिले के पलामू बाघ अभयारण्य में एक हाथी का मिला शव,एक महीने में जंगली हाथी की मौत की यह है तीसरी घटना

झा.डेस्क

लातेहार: झारखंड के लातेहार जिले में पलामू बाघ अभयारण्य में एक हाथी का शव मिला है। एक वन अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। हाथी का शव शनिवार दोपहर रिजर्व के बेतला रेंज के अंतर्गत तेलही पहाड़ी में मिला। लातेहार जिले में एक महीने में जंगली हाथी की मौत की यह तीसरी घटना है और सभी मामलों में हाथियों के बीच संघर्ष होने का संदेह है।

पलामू टाइगर रिजर्व में हाथी की मौत

बेतला के रेंजर उमेश दुबे ने कहा, 'बृहस्पतिवार को रेंज में तीन खोरिया के पास एक अन्य हाथी के साथ संघर्ष के दौरान हाथी गंभीर रूप से घायल हो गया था। पशु चिकित्सक हाथी का इलाज कर रहे थे। लेकिन, वह उस जगह से चला गया जहां उसका इलाज किया जा रहा था और शनिवार को तलाश के दौरान तेलही पहाड़ी के पास उसका शव मिला।'

कैसे हुई हाथी की मौत?

उन्होंने कहा कि हाथी के शव को पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया है। 16 फरवरी को पीटीआर के दक्षिण डिवीजन के गारू पश्चिमी रेंज में एक नर हाथी का शव मिला था। इससे पहले सात फरवरी को वन अधिकारियों को लातेहार जिले के चंदवा थाना क्षेत्र के दुधमतिया जंगल में एक नर हाथी का खून से लथपथ शव मिला था। बताया गया कि दोनों हाथी अन्य हाथियों के साथ संघर्ष में मारे गए थे।

झारखंड में इस दूसरी घटना के बाद वन विभाग और सक्रिय हो गया है। खासतौर पर हाथियों की मूवमेंट पर कड़ी नजर रखी जा रही है। हालांकि इस मौत के पीछे भी हाथियों का आपसी संघर्ष ही बताया जा रहा है।

जोधपुर जिले से झारखंड की राजधानी रांची आए कोयला कारोबारी पुखराज कुमार की सिर काटकर हत्या

राजस्थान के जोधपुर जिले से झारखंड की राजधानी रांची आए कोयला कारोबारी पुखराज कुमार की सिर काटकर हत्या कर दी गई। रांची से सटे खूंटी जिले में दो दिन पहले सड़क किनारे एक व्यक्ति का सिर कटा शव मिला था।

रविवार को मृतक की शिनाख्त पुखराज कुमार के रूप में हुई।

पुखराज के भाई ने पुलिस को बताया है कि वह 27 लाख रुपये लेकर जोधपुर से रांची गया था। गत 27 फरवरी को उससे फोन पर आखिरी बातचीत हुई थी।

शव की शिनाख्त होने के बाद पुलिस इस वारदात को अंजाम देने वाले अपराधियों की तलाश में जुटी है।

खूंटी जिले के मारंगहादा थाना क्षेत्र के कुजराम-चुकरूमोड़ सड़क पर जानुमडीह मोड़ के पास शुक्रवार की सुबह सिर कटा शव बरामद होने की खबर सोशल मीडिया विभिन्न न्यूज प्लेटफॉर्म पर चलने के बाद कारोबारी पुखराज कुमार के परिजनों ने आशंका के आधार पर यहां की पुलिस से संपर्क किया था। उन्होंने पुलिस को पुखराज कुमार का जो हुलिया बताया, उसके आधार पर यह आशंका सही निकली। इसके बाद उनके परिजन खूंटी पहुंचे। उनके द्वारा दिए गए दस्तावेज तस्वीर के आधार पर शव की शिनाख्त हुई है। इसके बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।

पुलिस कटे हुए सिर की बरामदगी की कोशिश में जुटी है। पुखराज मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर जिले के हिंम्बोली गांव का रहने वाला था। वह कोयले के कारोबार से जुड़ा था। उसके भाई के अनुसार, पुखराज के पास 27 लाख रुपये थे। उसने फोन पर बताया था कि उनकी मुलाकात यहां तबारक, लक्ष्मण राज नामक युवकों से हुई थी। उसे इन्हीं लोगों ने घर पर रुकवाया था। इसके बाद उससे संपर्क नहीं हो पाया था। उनका मोबाइल लगातार बंद मिल रहा था।

पुखराज इतनी बड़ी रकम लेकर रांची क्यों आया था, यह पता नहीं चल पाया है। पुलिस पूरे मामले की तहकीकात अपराधियों की गिरफ्तारी में जुटी है। डीएसपी वरुण रजक ने दावा किया कि जल्द ही हत्याकांड में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार किया जाएगा।

झारखंड बजट 2025-26: वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर पेश करेंगे बजट, जानें क्या हैं इसके मुख्य बिंदु

रांची-हेमंत सोरेन सरकार अपनी दूसरी पारी का पहला बजट (वित्तीय वर्ष-2025-26) सोमवार को सदन में पेश करेगी. वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर झारखंड का अबुआ बजट सदन के पटल पर रखेंगे. पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष में बजट राशि में 18 से 22 हजार करोड़ की बढ़ोतरी की उम्मीद जतायी जा रही है. वित्तीय वर्ष 2024-25 में राज्य सरकार ने 1.28 लाख करोड़ का बजट पेश किया था. वर्तमान वित्तीय वर्ष में राज्य सरकार 1.50 लाख करोड़ के आसपास का बजट पेश कर सकती है. बजट में सरकार का फोकस कल्याणकारी योजनाओं और ग्रामीण क्षेत्रों पर रहेगा. बजट में वैट की दर में बदलाव की उम्मीद नहीं है. सरकार राजस्व में वृद्धि के लिए सेस में बढ़ोतरी कर सकती है. वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि झारखंड का बजट लोक मंगल के लिए होगा.

समाज कल्याण विभाग का बजट आकार बढ़ सकता है ढाई गुना

मंईयां सम्मान योजना के लिए सरकार को 17 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान करना है. ऐसे में समाज कल्याण विभाग का बजट आकार ढाई गुना बढ़ सकता है. पिछले वित्तीय वर्ष में समाज कल्याण विभाग का बजट आठ हजार करोड़ का था. इस बार इस विभाग का बजट बढ़कर 20 हजार करोड़ से अधिक हो सकता है. ऐसे में दूसरे विभागों के बजट में वृद्धि के आसार कम हैं. सरकार सर्वजन पेंशन, विकलांग-विधवा पेंशन, आदिवासी कल्याण की योजनाओं, धोती-साड़ी-लुंगी योजना के लिए बजट में बड़ी राशि का प्रावधान कर सकती है. सरकार आधारभूत संरचना को निर्माण के लिए कोई बड़ी योजना नहीं लायेगी. सड़क, ग्रामीण विकास, उर्जा, जल संसाधन के लिए योजना लाने की प्राथमिकता बजट में नहीं दिखेगी. ग्रामीण विकास विभाग, उर्जा विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पथ निर्माण विभाग, शिक्षा, स्वास्थ्य और कृषि विभाग के बजट में बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है. इन विभागों में कोई नयी योजना की शुरुआत नहीं होगी.

संसाधन बढ़ाने पर होगा जोर, भू-राजस्व का लक्ष्य बढ़ सकता है

बजट में सरकार संसाधन बढ़ाने पर जोर देगी. रेवेन्यू बढ़ाने के लिए सरकार विभागों के राजस्व वसूली का लक्ष्य बढ़ायेगी. भू-राजस्व विभाग के लिए सरकार नये मापदंड तय कर सकती है. वर्तमान वित्तीय वर्ष में इस विभाग ने लक्ष्य से बहुत कम राजस्व संग्रह किया है. सरकार जमीन संबंधी कर में बढ़ोत्तरी कर सकती है.

विधायक फंड में भी बढ़ोत्तरी की उम्मीद नहीं

विधायक फंड में भी राज्य सरकार बढ़ोतरी नहीं कर सकती है. विधायकों की मांग थी कि सरकार विधायक फंड को निर्माण कार्य में महंगाई देखते हुए बढ़ाये. फिलहाल विधायकों को अपने क्षेत्र के विकास के लिए पांच करोड़ रुपये सालाना मिलता है. सरकार इस मद में किसी तरह का अतिरिक्त बोझ नहीं उठाना चाहती है.

लोक मंगल के लिए होगा राज्य का बजट

वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि झारखंड का बजट लोक मंगल के लिए होगा. विकास और सामाजिक दायित्व के बीच हम संतुलित बजट पेश करेंगे. समाज के अंतिम पायदान तक सरकार की सहायता और योजनाओं का लाभ पहुंचे इसकी कोशिश होगी. आनेवाला बजट झारखंड की समृद्धि और विकास की नयी लकीर खींचेगा. कोशिश होगी कि हम अपने संसाधन को बढ़ाते हुए उसे लोक-कल्याण के काम में लगायेंगे. यह बजट झारखंड के खेत-खलिहान से लेकर गांव, कस्बों और शहरों में खुशी लेकर आयेगा. बजट की राशि उपयोगी तरीके से खर्च हो, इसकी रूपरेखा देखने को मिलेगी.

झारखंड के कैबिनेट मंत्री योगेंद्र प्रसाद को हाईकोर्ट का नोटिस, लाभ के पद पर रहते हुए चुनाव लड़ने का आरोप


हेमंत कैबिनेट के मंत्री की मुश्किलें बढ़ गयी है। हाईकोर्ट ने मंत्री को नोटिस जारी किया है। दरअसल झारखंड उच्च न्यायालय ने पूर्व विधायक डॉ. लंबोदर महतो की याचिका को स्वीकार करते हुए पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद व मद्य निषेध मंत्री योगेंद्र प्रसाद को नोटिस किया है।

मंत्री योगेंद्र प्रसाद से कोर्ट ने छह सप्ताह के भीतर जवाब देने को कहा है। साथ ही इस मामले में राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बोकारो जिला निर्वाचन पदाधिकारी तथा सहायक निर्वाचन पदाधिकारी, तेनुघाट को भी पार्टी बनाने को कहा है।

अधिवक्ता पंकज श्रीवास्तव के अनुसार, याचिका में योगेंद्र प्रसाद पर झारखंड राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष रहते हुए चुनाव लड़ने का आरोप लगाया गया है, जो लाभ का पद है। यह भी कहा गया है कि नामांकन दाखिल करने व नामांकन पत्रों की जांच तक उनका त्यागपत्र स्वीकृत नहीं हुआ था।

उन्होंने अपनी याचिका में उनके चुनाव लड़ने पर की गई आपत्ति पर संबंधित अधिकारियों द्वारा जानबूझकर संज्ञान नहीं लेने का भी आरोप लगाया है। न्यायालय द्वारा यह नोटिस 21 फरवरी को ही जारी किया गया है।

जानिये योगेंद्र प्रसाद के बारे में

2024 में विधानसभा चुनाव जीतने वाले योगेंद्र प्रसाद, 2014 में झामुमो की टिकट पर बोकारो जिला के गोमिया विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। झामुमो प्रत्याशी के रुप में उन्होंने भाजपा के माधवलाल सिंह को 37,514 वोट के अंतर से हराया था, लेकिन 31 जनवरी 2018 को उनकी विधानसभा सदस्यता समाप्त हो गई थी. इसकी वजह बना अवैध कोयला को जमा कर हार्डकोक बनाना।

दरअसल, रामगढ़ के मुरुबंदा में तत्कालीन विधायक योगेंद्र प्रसाद और उनके भाई चित्रगुप्त महतो का शुभम शिव हार्डकोक प्लांट था। साल 2010 में जब पुलिस ने छापा मारा तो प्लांट से अवैध कोयला पकड़ा गया. उनपर अवैध तरीके से कोयला जमा कर हार्ड कोक बनाकर कारोबार करने का मुकदमा चला। तत्कालीन थाना प्रभारी चंद्रिका प्रसाद ने मुकदमा दर्ज कराया था। लंबी सुनवाई के बाद एसडीजेएम कोर्ट ने धारा 144, 120 बी के तहत योगेंद्र प्रसाद समेत अन्य को तीन-तीन साल की सजा सुनाई थी।