जब स्वास्थ्य मंत्री ने देवदूत बन बचाई एक महिला की जान

लोगों ने कहा सत्ता जब सही हाथों में होता तो वह सिर्फ शासन नहीं करता, बल्कि हर दुख में होता है लोगों का रक्षक

झा.डेस्क

नारायणपुर के पाबिया केंदुआटांड गांव में जो घटना घटी, उसने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया गोविंदपुर-साहिबगंज हाईवे पर हुए सड़क हादसे में 11 वर्षीय विशाल मुर्मू की मृत्यु हो गई थी।

इस घटना से परिवार पूरी तरह से टूट गया है, माता-पिता के लिए अपने बेटे की मौत स्वीकार करना मश्किल था। चारों ओर मातम पसरा हुआ था, आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी शोकाकुल परिवार से मिलने पहुंचे। जब वे वहां पहुंचे, तो माहौल गमगीन था।मंत्री के पहुंचने के बाद मृतक की मां सुरजमनी मरांडी की हालत अचानक बिगड़ने लगी। दर्द और सदमे से उनकी सांस रुकने लगी।

मंत्री ने सीपीआर देकर बचाई जान

मृतक की मां की खराब तबीयत होते देख स्वास्थ्य मंत्री ने बिना देर किए तुरंत सीपीआर देना शुरू किया। कुछ ही पलों में अचानक मां की धड़कनें लौट आई, आंखों में हल्की हरकत हुई और कुछ ही देर में उनकी सांसें फिर से चलने लगी।

मृतक की मां के होश में आने पर सभी ने मंत्री का आभार व्यक्त किया। इसके बाद मंत्री ने तुरंत तीन और डाक्टरों को बुलाया और इलाज की पूरी व्यवस्था करवाई।

वहीं, पर मौजूद गांववालों ने कहा कि गांव के लोगों के लिए मंत्री केवल एक नेता नहीं, वह एक संरक्षक, एक सच्चे जनसेवक और एक कुशल डॉक्टर के रूप में उभरकर सामने आए हैं।

 इरफान अंसारी ने पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाया और उनकी हरसंभव मदद का आश्वासन दिया।

बनाया जाएगा स्पीड ब्रेकर

इसके साथ मंत्री अंसारी ने प्रशासन को आदेश दिया कि जहां हादसा हुआ, वहां स्पीड ब्रेकर बनाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हो सके। इस घटना के बाद लोग यही कह रहे हैं कि जब जनता का नेतृत्व सही हाथों में होता है, तो वह सिर्फ शासन नहीं करता, बल्कि हर दुख में साथी बनकर खड़ा रहता है।P

झारखंड समेत 9 राज्यों के कांग्रेस प्रभारी बदले गए,गुलाम अहमद मीर के जगह अब पूर्व आईएएस अधिकारी के राजू होंगे झारखंड के प्रभारी


झारखंड डेस्क

रांची-कांग्रेस आला कमान ने कश्मीर से विधायक और झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर की छुट्टी कर दी है. उनकी जगह पूर्व आईएएस अधिकारी के राजू को झारखंड का नया प्रभारी बनाया है.

 कांग्रेस आला कमान ने बड़ा बदलाव करते हुए नौ राज्यों के प्रभारी बदल दिए हैं. इनमें झारखंड के अलावा बिहार, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु, ओडिशा, तेलंगाना सहित नौ राज्यों के प्रदेश प्रभारी शामिल हैं.कांंग्रेस द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में

गुलाम अहमद मीर की जगह के. राजू को नयी जिम्मेदारी दी गयी है।

शुक्रवार को कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल द्वारा इस संबंध में अधिसूचना जारी की गयी है. वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के विधायक गुलाम अहमद मीर झारखंड प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी थे.

नौ राज्यों के प्रदेश प्रभारी बदले गए

कांग्रेस ने झारखंड समेत नौ राज्यों के प्रदेश प्रभारी बदले हैं. हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ की नयी प्रभारी रजनी पाटिल बनायी गयी हैं. बीके हरिप्रसाद को हरियाणा का नया कांग्रेस प्रभारी बनाया गया है. हरीश चौधरी को मध्य प्रदेश के नए प्रभारी की जिम्मेदारी दी गयी है. गिरीश चोडनकर को तमिलनाडु और पुडुचेरी की कमान सौंपी गयी है. अजय कुमार लल्लू को ओडिशा का नया प्रभारी बनाया गया है. मीनाक्षी नटराजन को तेलंगाना का नया प्रभारी बनाया गया है. सप्तगिरी शंकर उल्का को मणिपुर, त्रिपुरा, सिक्किम और नागालैंड का प्रभारी बनाया गया है. कृष्ण अल्लावरु बिहार के नए कांग्रेस प्रभारी बनाए गए हैं.

बैंक कर्मचारियों ने सरकार की नीतियों के विरोध में किया प्रदर्शन

देवघर : यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन के बैनर तले विभिन्न बैंकों के कर्मचारियों ने एसबीआइ, साधना भवन ब्रांच के समक्ष सरकार की नीतियों के विरोध में प्रदर्शन किया. इस दौरान यूनियन की देवघर इकाई के संयोजक मुन्ना कुमार झा की अध्यक्षता में बैंकों के कर्मचारियों ने सरकार की नीतियों का विरोध करते हुए अपनी मांगें रखीं.

 मुख्य मांगों में बैंकों में कर्मचारियों व अधिकारियों की पर्याप्त संख्या में नियुक्ति, पांच दिवसीय बैंक कार्य दिवस की घोषणा की मांग, कर्मचारी व अधिकारी प्रतिनिधियों का निदेशक मंडल में नियुक्ति, पुरानी लंबित मांगों का शीघ्र निराकरण, आइडीबीआइ बैंक के निजीकरण पर रोक की मांग, ग्रेच्युटी नियमों में संशोधन व केंद्रीय कर्मियों के समान ग्रेच्युटी भुगतान की मांग, अस्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति बंद कर स्थायी कर्मचारियों की नियुक्ति की मांग है. यूनियन ने अपनी मांगाें के समर्थन में 24 व 25 मार्च को हड़ताल करने की घोषणा की है. 

इस मौके पर भारतीय स्टेट बैंक कर्मचारी संघ के उपमहासचिव धीरज कुमार, अधिकारी संघ के आंचलिक सचिव विभु प्रकाश, अध्यक्ष मिथिलेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, मुकेश कुमार सिंह, रोहित कुमार सिंह, ब्रजेश कुमार, अमर, रविकांत, प्रवीण, अवधेश झा, केशव, सनी, अंशुमन, राजेश, ब्रजेश, आयुषी, कंचन, अमित कुमार, सुमित कुमार, रंजन, अविनाश कुमार, रोहित झा, अनूप पांडे, चंद्रशेखर, अरविंद बाजपेई, कनिष्क आनंद, कुमार शांतनु, काजल कुमार झा, प्रद्युम्न कुमार, मनीष कुमार राय, अजय जजवाड़े आदि थे.

कार्य में विशिष्ट योगदान के लिए 31 बीएसएल कर्मी हुए पुरस्कृत

वर्ष 2024 के मई से अगस्त माह के लिए बेस्ट एम्प्लोयी ऑफ द मंथ अवॉर्ड का आयोजन

बोकारो : बोकारो स्टील प्लांट के मानव संसाधन के ज्ञानार्जन एवं विकास विभाग में गुरुवार को वर्ष 2024 के मई से अगस्त माह के लिए बेस्ट एम्प्लोयी ऑफ द मंथ अवॉर्ड कार्यक्रम का आयोजन किया गया. 31 कर्मचारियों को उनके कार्य में विशिष्ट योगदान के लिए पुरस्कृत किया गया.

बीएसएल की उत्पादन क्षमता को आठ मिलियन टन तक बढ़ाने की विस्तार योजना : महापात्रा

इस दौरान अधिशासी निदेशक (संकार्य) सीआर महापात्रा ने कहा कि इस सफलता में कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार का भी काफी योगदान है. कहा कि बोकारो स्टील प्लांट की उत्पादन क्षमता को आठ मिलियन टन तक बढ़ाने की विस्तार योजना है.

 हमें पूर्ण विश्वास है कि हम सभी लोग अपनी लाभप्रदता को बढ़ाकर और नवाचार के जुनून के साथ काम कर इसे संभव कर पायेंगे.

प्लांट को एक नयी ऊंचाई तक ले जायेंगे : राजश्री बनर्जी

अधिशासी निदेशक (मानव संसाधन) राजश्री बनर्जी ने सभी कर्मचारियों के साथ-साथ उनके परिवार के लोगों को भी बधाई देते हुए कहा कि कर्मचारियों को अपने रोज के कार्यों के अलावा नित नई चुनौतियों को स्वीकार कर उनका समाधान खोजना चाहिए. विकास की गति को बनाये रखना चाहिए. कहा : विश्व इस्पात बाजार एक कठिन परिस्थितियों से गुजर रहा है और आप सभी के योगदान से हम लोग इस चुनौती को पार करेंगें. बोकारो स्टील प्लांट को एक नयी ऊंचाई तक ले जायेंगे. 

मौके पर संबंधित विभागों के विभागाध्यक्ष, अन्य वरीय अधिकारी, पुरस्कार प्राप्त करने वाले कार्मिक व उनके परिजन उपस्थित थे.

बीसीसीएल एरिया 4 सीआईएसएफ ने मुहाने की भराई कराई

धनबाद :भारत कोकिंग कोल लिमिटेड एरिया 4 के  तेतुलमारी थाना क्षेत्र स्थित नया मोड के समीप एक मुहाने को सीआईएसएफ के जवानों ने भराई कराया ।

 यह मुहाना काफी समय से खुला हुआ था, जिससे स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही थी।

मुहाने की भराई के दौरान सीआईएसएफ के जवान मौजूद रहे। उन्होंने स्थानीय लोगों को मुहाने के खतरे के बारे में बताया और उन्हें भविष्य में ऐसे मुहानों से दूर रहने की सलाह दी।

सीआईएसएफ के अधिकारियों ने बताया कि यह मुहाना अवैध खनन के कारण बना हुआ था। उन्होंने कहा कि बीसीसीएल क्षेत्र में अवैध खनन की समस्या से निपटने के लिए सीआईएसएफ लगातार प्रयास कर रही है।

स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ के इस काम की सराहना की है। उन्होंने कहा कि मुहाने की भराई से उन्हें काफी राहत मिली है।

यह मुहाना मनसा मंदिर के समीप स्थित था, जो एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है।

 मुहाने के खुले होने से स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हो रही थी, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को।

गुमला में एक बड़ा हादसा, मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की के काफिले में चल रही 3 गाड़ियां आपस में टकरायी, प्रखंड विकास पदाधिकारी समेत 5 लोग घायल

झारखंड के गुमला में एक बड़ा हादसा हो गया. मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की के काफिले में चल रही 3 गाड़ियां आपस में टकरा गयीं.इस दुर्घटना में प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) समेत 5 लोग घायल हो गये हैं. दुर्घटना गुमला के बसिया प्रखंड में हुई.

बसिया दौरे के दौरान हुई दुर्घटना

झारखंड सरकार की कृषि सहकारिता एवं पशुपालन मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की बसिया दौरे पर जा रहीं थीं. जोलो जाने के दौरान मंत्री के काफिले में चल रही 3 गाड़ियां आपस में टकरा गयीं. इस दुर्घटना में बसिया की प्रखंड विकास पदाधिकारी (बीडीओ) सुप्रिया भगत समेत कुल 5 लोग घायल हो गये. बीडीओ और अन्य कर्मियों को हल्की चोटें आयीं हैं. बसिया की बीडीओ की टाटा सुमो कार में चल रहीं थीं. उनकी कार के आगे एक स्विफ्ट डिजायर कार चल रही थी. स्विफ्ट डिजायर कार क्षतिग्रस्त हो गयी है.

जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति में हो रही देरी के खिलाफ आयोग दफ्तर के बाहर अभ्यर्थियों ने किया प्रदर्शन


जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति में देरी के खिलाफ आयोग के दफ्तर के बाहर सैकड़ों की संख्या में अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन किया.

अभ्यर्थियों का धैर्य टूट रहा है और इसकी बानगी दिखी जब प्रदर्शनकारी छात्रों ने आयोग की शवयात्रा निकाली और मुंडन कराया. यह स्थिति क्यों आई है, समझाने की जरूरत नहीं है.

जेपीएससी अध्यक्ष का पद खाली होने से वैसे तो 1700 से ज्यादा सरकारी पदों पर नियुक्तियां लंबित है लेकिन एक ऐसी भी भर्ती है जो सीधे जनहित से जुड़ी है. लोगों के भोजन की आवश्यकता से जुड़ी है.

दरअसल, प्रतिवर्ष हम और आप ये रिपोर्ट्स देखते और पढ़ते हैं कि मिलावटी दूध, मक्खन, दही और मेवा दुकानों में धड़ल्ले से बेचा जा रहा था. जहरीली मिठाइयां बेची जाती है. केमिकल युक्त आइसक्रीम हो या दूषित गोलगप्पा. इन्हें खाकर लोग न केवल बीमार पड़ते हैं बल्कि जान भी गंवा बैठते हैं. हर साल यही होता है. कार्रवाई के नाम पर दो-चार दुकानें सील की जाती है. कुछ लाइसेंस कैंसिल होते हैं. थोड़ा मुआवजा दिया जाता है और मामला खत्म. इस पर रोकथाम के लिए वो नहीं किया जा रहा जो किया जाना चाहिए.

खाद्य पदार्थों में मिलावट रोकने के लिए जरूरी कदम नहीं उठाया जा रहा. बुनियादी समस्या ही हल नहीं की जा रही है. ये भी जेपीएससी का ही जिम्मा है. लेकिन, आप कहेंगे कि जेपीएससी का काम तो सरकारी पदों पर नियुक्तियां करना है, वो मिलावट कैसे रोकेगी? कन्फ्यूज मत होइए. हम आपको पूरी बात समझाते हैं.

फूड सेफ्टी ऑफिसर जांचते हैं भोजन की गुणवत्ता!

दरअसल, आप जो भोजन खा रहे हैं. वो शुद्ध और खाने लायक है या नहीं ये जांचना एफएसओ यानी फूड सेफ्टी ऑफिसर का काम होता है. इनकी नियुक्तियां करता है जेपीएससी माने झारखंड लोक सेवा आयोग.

प्रत्येक जिले में एक फूड सेफ्टी ऑफिसर होना चाहिए लेकिन, झारखंड में इनकी भारी कमी है.

वर्ष 2015 में माने 9 साल पहले झारखंड गठन के बाद पहली और आखिरी बार 24 फूड सेफ्टी ऑफिसर की बहाली की गई थी. इसके बाद से इस पद पर नियुक्तियां नहीं हुई. 2023 में 52 पदों पर भर्ती के लिए वेकैंसी निकाली गई थी लेकिन मामला 2 साल से लंबित है क्योंकि ये वर्ष 2025 है.

झारखंड में फूड सेफ्टी ऑफिसर के कई पद खाली हैं जिसका नतीजा ये हुआ है कि स्वीट्स शॉ़प, रेस्तरां और होटलों में धड़ल्ले से मिलावटी, बासी और जहरीला खाद्य पदार्थ बेचा जा रहा है. इस पर लगाम लगाने वाला कोई नहीं है. फूड सेफ्टी ऑफिसर का काम केवल खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता की जांच करना ही नहीं होता है बल्कि वे उनका उत्पादन, प्रसंस्करण और भंडारण कैसे किया जा रहा है, इसकी भी निगरानी भी करते हैं.

खाद्य उद्योग के विकास के लिए जरूरी मानक और दिशा-निर्देशों का पालन करवाना भी फूड सेफ्टी ऑफिसर का काम होता है. इनके और भी बहुत जरूरी काम हैं जिनको आगे जानेंगे.

पहले यह जान लेते हैं कि फूड सेफ्टी ऑफिसर की भर्ती के लिए प्रक्रिया की शुरुआत कब की गई थी. इसे कितना वक्त बीत गया है? इतनी देरी क्यों हो रही है?

जून 2023 में बहाली के लिए निकाला गया था विज्ञापन

फूड सेफ्टी ऑफिसर यानी एफएसओ के 52 पदों पर बहाली के लिए 2 जून 2023 को जेपीएससी ने नोटिफिकेशन जारी किया था. 15 जून से 14 जुलाई 2023 तक आवेदन जमा कराया गया.

17 जुलाई तक परीक्षा शुल्क का भुगतान कर लेना था.

27 जुलाई तक जरूरी दस्तावेज आयोग के भेजने थे. ये सब होने के बाद जेपीएससी ने कहा कि 27 मई 2024 को परीक्षा होगी. 9 से 11 जून तक डॉक्युमेंट वैरिफिकेशन होगा. 10 से 12 जून के बीच इंटरव्यू होना था. 27 मई को परीक्षा ली गई. मॉडल आंसर की 5 जून 2024 को जारी किया गया. इस पर अभ्यर्थियों से 10 जून तक आपत्तियां मांगी गई.

ये सब होने के बाद आज तक फाइनल आंसर की जारी नहीं किया गया.

पूरी प्रक्रिया को संपन्न हुए तकरीबन 1 साल बीतने को है और अभ्यर्थी आज भी परिणाम का इंतजार कर रहे हैं. उनका धैर्य जवाब दे रहा है. यही वजह है कि जब बीते मंगलवार को जेपीएससी अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए प्रदर्शन हुआ तो इसमें बड़ी संख्या में एफएसओ के अभ्यर्थी भी शामिल हुए और विरोध जताया.

फूड सेफ्टी ऑफिसर आपके लिए क्या काम करते हैं?

जाते-जाते जानिए कि फूड सेफ्टी ऑफिसर आपके लिए क्या काम करते हैं. ये खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं. खाद्य पदार्थ में किसी भी प्रकार की मिलावट करने वाले के खिलाफ कार्रवाई करते हैं. खाद्य पदार्थों के उत्पादन, प्रसंस्करण और भंडारण के दौरान सुरक्षा मानकों का पालन हो, यह सुनिश्चित करते हैं.

विषाक्त भोजन से होने वाली बीमारियों की रोकथाम में स्वास्थ्य विभाग की मदद करते हैं.

किसी खाद्य पदार्थ में मिलावट न सही लेकिन मेकिंग के दौरान इस्तेमाल की गई चीज अनहेल्दी तो नहीं है, इसकी भी जांच करते हैं. ये अधिकारी उपभोक्ताओं को विश्वास दिलाते हैं कि कौन सा खाद्य पदार्थ सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण है. अब आप जब भी फैमिली के साथ किसी रेस्तरां, होटल या फिर गोलगप्पे के ठेले में ही स्वादिष्ट भोजन का लुत्फ उठा रहे हों तो सोचिएगा कि क्या ये किसी खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी की नजरों से होकर गुजरा है. यदि नहीं तो भी सोचिएगा कि ऐसा क्यों है.

क्योंकि, अधिकारियों की भारी कमी है. जेपीएससी नई नियुक्तियां नहीं कर रहा.

हाईकोर्ट ने जेपीएससी से कई बार मांगी प्रगति रिपोर्ट

गौरतलब है कि पिछले साल दैनिक हिंदी अखबार प्रभात खबर में मिलावटी भोजन को लेकर एक रिपोर्ट छपी थी.

हाईकोर्ट ने इस खबर को संज्ञान में लिया और इसे जनहित याचिका में तब्दील कर दिया. फिर जेपीएससी और सरकार से सवाल किया कि आखिर क्यों खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित नहीं हो पा रही है. भोजन की गुणवत्ता की जांच करने वाले पदाधिकारी कहां हैं. उनकी नियुक्ति क्यों नहीं हो रही है. पिछले साल जुलाई में जब झारखंड हाईकोर्ट ने जवाब मांगा तो जेपीएससी ने कहा कि मॉडल आंसर की जारी किया जा चुका है. जल्दी ही रिजल्ट देंगे.

दिसंबर में दोबारा हाईकोर्ट ने यही सवाल किया.

एफएसओ बहाली प्रक्रिया की प्रगति रिपोर्ट मांगी तो आयोग ने कहा कि अध्यक्ष ही नहीं है. सही तो कहा है. 22 अगस्त 2024 से ही जेपीएससी अध्यक्ष का पद खाली है. 7 महीने बीतने को है. झारखंड में चुनाव हो गए. नई सरकार बन गई. मंत्रिमंडल का गठन हो गया और कई नियुक्तियां भी हो गई. बस जेपीएससी अध्यक्ष के लिए ही योग्य व्यक्ति नहीं मिल पा रहा है.

हो सकता है कि सरकार वाकई गंभीर हो

शायद सही अधिकारी की तलाश पूरी नहीं हुई हो. जेपीएससी और जेएसएससी के अतीत को देखते हुए हेमंत सरकार कोई रिस्क नहीं लेना चाहती हो. सारी बातें जायज है लेकिन मुश्किल वक्त की है. 7 महीने हो गये.

फूड सेफ्टी ऑफिस की नियुक्ति प्रक्रिया 2 साल से लंबित है. होली आने वाली है. अधिकारी नहीं होंगे तो मिठाइयों की

गुणवत्ता कौन जांचेगा.

आज 3.30 बजे रांची आ रही है महामहिम,एयरपोर्ट से सीधे राजभवन जाएगी,आज सुबह आठ से रात दस बजे तक शहर में बड़े वाहनों की रहेगी नो इंट्री

रांची. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज दोपहर 3.30 बजे रांची आएंगी। एयरपोर्ट से वे सीधे राजभवन जाएंगी, राष्ट्रपति कल बीआईटी मेसरा के कार्यक्रम में शामिल होंगी। राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए राजधानी रांची में ट्रैफिक रूट में बड़ा बदलाव किया गया है। आज सुबह आठ से रात दस बजे तक बड़े वाहनों की नो इंट्री रहेगी। 

दोपहर तीन से शाम सात बजे तक शहर में छोटे मालवाहक वाहनों का प्रवेश वर्जित किया गया है। दोपहर तीन से शाम छह बजे तक कांके, रातू, काठीटांड़, दलादली, कटहल मोड़ की ओर से जाने वाले वाहन शहर से मेन रोड, लालपुर, कांटाटोली से होकर अपने गंतव्य तक जाएंगी। 

दोपहर साढ़े तीन से छह बजे तक एयरपोर्ट रोड, हिनू रोड, बिरसा चौक, अरगोड़ा चौक, सहजानंद चौक, बाइपास रोड, न्यू मार्केट चौक, हॉटलिप्स चौक, राजभवन मोड़ तक सड़क का कम से कम उपयोग करें। आज कांके रोड, रातू रोड, कटहल मोड़, काठीटांड़ की ओर से शहर की ओर आने वाले सभी वाहन कांके रिंग रोड, लालपुर चौक, कांटाटोली होते हुए शहर में प्रवेश कर सकते हैं।

परीक्षार्थियों और एयरपोर्ट जाने वालो के लिए एडवाइजरी

मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्रों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी में कहा गया है कि 15 फरवरी को मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में शामिल होनेवाले प्रथम पाली के छात्र छात्राओं को सुबह साढ़े 9 बजे तक अपने परीक्षा केंद्र पहुंच जाए. जबकि दूसरी पाली में शामिल छात्र छात्राओं को दिन के 12 बजे तक पहुंचने की अपील की गई है। वहीं, एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है।

 14 फरवरी को जिन लोगो की फ्लाइट शाम 4 बजे से साढ़े 5 बजे तक की है वे एयरपोर्ट साढ़े 3 बजे तक पहुंच जाए। जबकि, 15 फरवरी को एयरपोर्ट जानेवाले जिन यात्रियों की फ्लाइट 11 बजे से डेढ़ बजे तक की है वो साढ़े 11 तक एयरपोर्ट पहुंचे जाएं, ताकि कि किसी भी यात्री को किसी तरह की परेशानी न हो।

कयास :पिछले 12 साल से चल रहे फरार सुरेश सिंह हत्याकांड के आरोपी शशि सिंह की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस रेस

धनबाद के कोयला कारोबारी रहे सुरेश सिंह हत्याकांड में एक दशक से अधिक समय से फरार चल रहे शशि सिंह पर गिरफ्तारी की तलवार फिर एक बार लटक गई है. सूत्र बताते हैं कि धनबाद पुलिस शशि सिंह की गिरफ्तारी के लिए तरीके में बदलाव किया है. शशि सिंह के समर्थक भी पुलिस के निशाने पर है. झरिया गोलीकांड के बाद धनबाद पुलिस एक बार फिर गिरफ्तारी के लिए सक्रिय हो गई है. अभी हाल ही में झरिया में विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय के बाहर हुई फायरिंग में लगभग 12 साल से फरार शशि सिंह एक बार फिर चर्चा में आये हैं. सुरेश सिंह हत्याकांड का वह मुख्य आरोपी है. जानकारी के अनुसार एसएसपी ने शशि सिंह की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टास्क फोर्स बनाया है. इस टास्क फाॅर्स को विशेष जिम्मेवारी दी गई है. शशि सिंह के पिता सह बलिया (यूपी) के पूर्व जिला परिषद अध्यक्ष रामधीर सिंह ,विनोद सिंह हत्याकांड में आजीवन कारावास की सजा काट रहे है. बात सिर्फ सुरेश सिंह हत्याकांड के आरोपी होने की नहीं है. 

विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय के बाहर फायरिंग में भी शशि सिंह का नाम आया है

विधायक रागिनी सिंह के कार्यालय के बाहर फायरिंग में भी शशि सिंह का नाम आया है. विधायक रागिनी सिंह ने प्राथमिकी दर्ज कराई है. पुलिस ने जांच-पड़ताल के बाद शशि सिंह और उसके एक साथी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. बताया जा रहा है कि शशि सिंह की जगह-जगह पर तलाश भी शुरू हो गई है. धनबाद से लेकर बलिया तक पुलिस तलाश रही है. पता चला है कि शशि सिंह के करीबियों की पुलिस सूची बना रही है. बता दें कि 7 दिसंबर 2011 को धनबाद में सुरेश सिंह की हत्या कर दी गई थी. यह हत्या तब हुई थी जब सुरेश सिंह धनबाद क्लब में आयोजित एक रिसेप्शन पार्टी में पहुंचे थे. आरोप है कि शशि सिंह ने सुरेश सिंह के नजदीक पहुंचकर कई फायरिंग की. सुरेश सिंह की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी. उसके बाद शशि सिंह क्लब परिसर से बाहर निकला और फरार हो गया. इस घटना के बाद धनबाद में हलचल मच गई थी. इसके पहले भी पुलिस ने शशि सिंह की गिरफ्तारी के प्रयास किये लेकिन उसे सफलता नहीं मिली. शशि सिंह की गिरफ्तारी नहीं होने से पुलिस की भी किरकिरी होती रही है. 

कब और कैसे हुई थी विनोद सिंह की हत्या

विनोद सिंह हत्याकांड के बारे में बताया जाता है कि 15 जुलाई "1998 की उस सुबह को कतरास और धनबाद के लोग कभी भूल नहीं सकते है. विनोद सिंह के भाई दून बहादुर सिंह ने पुलिस को दिए बयान में बताया था कि विनोद सिंह उस दिन कोल् डंप जाने के लिए अपनी नई एंबेसडर कार से निकले थे. कार चालक मन्नू अंसारी चला रहा था. पीछे-पीछे उनकी कार भी चल रही थी. सुबह 8:40 बजे वह लोग भगत सिंह चौक पर जैसे ही पहुंचे, एक सफेद रंग की मारुति कार ने दोनों गाड़ियों को ओवर टेक कर रोक दिया. मारुति से तीन लोग उतरे और अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. फायरिंग के बाद तीनों मारुति में बैठे और राजगंज की ओर भाग गए. दून बहादुर सिंह ने बताया था कि उन्होंने गोली चलाने वालों को अच्छे से देखा था. उसमें एक रामधीर सिंह और दूसरा राजीव रंजन सिंह थे. विनोद सिंह हत्याकांड में ही रामधीर सिंह को आजीवन कारावास की सजा हुई है.

नेताओ के इशारे पर लठैत व रंगदारों के बल पर कंपनी चलाने वालों को मुंहतोड़ जवाब देना होगा : अरूप

धनबाद: निरसा विधायक अरूप चटर्जी ने खरखरी दुर्गा मंदिर प्रांगण आयोजित भाकपा माले व बीसीकेयू की जनसभा में कहा उस समय लठैत व रंगदारों के बल पर कोलियरियों को चलाया जाता था।रैयत की जमीन को जबरन कब्जा कर माइनिंग व कम पैसे देकर लोगो को काम करवाता था।खरखरी हिलटॉप कंपनी की घटना बाघमारा तक ही सीमित नही रही,इतनी बड़ी घटना घटी की पूरे झारखंड सहित दिल्ली तक गूंजी।

कार्यक्रम से पूर्व शेख रहीम के नेतृत्व में भटमुड़ना से विधायक अरूप चटर्जी के साथ मोटरसायकिल जुलूस निकाला गया।संबोधित हलधर महतो,शेख रहीम,देवाशीष चटर्जी,अजय महतो,गोपाल महतो, जे के झा,बलदेव वर्मा,शेरव नवाव,मुक्तेश्वर महतो,शेख अनवर,शेख मन्नान,याकुब अंसारी, राजेश महतो ,कुलदीप महतो,सुभाष बाउरी आदि ने संबोधित किया।