मस्क ने OpenAI को खरीदने का दिया ऑफर, ऑल्टमैन का जवाब सुनकर हो जाएंगे हैरान
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* दुनिया के सबसे बड़े रईस एलन मस्क ने ChatGPT की पेरेंट कंपनी OpenAI को खरीदने का ऑफर दिया है। मस्क ने OpenAI के नॉन प्रॉफिट भाग को खरीदने के लिए $97.4 बिलियन (84 लाख करोड़ रुपये) की बोली लगाई है। हालांकि OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने मस्क के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। ऑल्टमैन ने कहा कि उनकी कंपनी बिक्री के लिए नहीं है लेकिन मस्क चाहें तो वह ट्विटर को 9.74 अरब डॉलर में खरीदने को तैयार हैं। बता दें कि 2015 में एलन मस्क ने OpenAI स्टार्टअप ऑल्टमैन के साथ शुरू किया था। बाद में निकल गए। ओपनएआई का नेतृत्व करने को लेकर दोनों के बीच विवाद हो गया और आखिरकार साल 2018 में मस्क ने ओपनएआई के बोर्ड से इस्तीफा दे दिया। नॉनप्रॉफिट मामला था। मस्क को क्या पता कि इस ओपन एआई की वैल्यूएशन 300 अरब डॉलर हो जाएगी। हाल ही में जापान के सॉफ्ट बैंक ने ये दाम लगाया। अब, मस्क के खुद के एआई स्टार्टअप एक्सएआई और निवेशक फर्मों के एक समूह ने मिलकर चैटजीपीटी बनाने वाली कंपनी ओपनएआई को 97 अरब डॉलर में खरीदने की इच्छा जताई है। एलन मस्क के वकील मार्क टोबरॉफ ने बताया कि मस्क ओपनएआई को एक गैर लाभकारी रिसर्च लैब में बदलना चाहते हैं। मस्क की पेशकश पर सैम ऑल्टमैन ने कहा है – नो थैंक्यू, आप बोलो तो ट्विटर 9.7 अरब डॉलर में मुझे बेच दो। मस्क की मंशा है कि ओपनएआई हथिया लेने के बाद अपनी एआई कंपनी में मर्ज कर दिया जाए और दुनिया भर में लोहा मनवा लें। मस्क का दावा है कि ओपनएआई अपने एआई टूल्स से मुनाफा कमाना चाहती है जो इसके फाउंडिंग चार्टर का उल्लंघन है। मस्क ने भी एआई के लिए एक्सएआई कंपनी बनाई है लेकिन यह अब तक कुछ खास नहीं कर पाई है। यही वजह है कि मस्क की नजर चैटजीपीटी पर है। अगर वह इस कंपनी को खरीदते हैं तो इसमें उनका मैज्योरिटी स्टेक होगा। चैटजीपीटी की सफलता का श्रेय पूरी तरह ऑल्टमैन को जाता है और वह इसे बेचने के लिए तैयार नहीं हैं।
पंजाब को लेकर दिल्ली में क्या “पक” रहा है? पूरी कैबिनेट लेकर केजरीवाल से मिलने पहुंचे भगवंत मान
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* दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद पंजाब को लेकर दिल्ली में हलचल तेज है। सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों के साथ बैठक की। इस बैठक में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सहित दूसरे नेता भी शामिल रहे।इस बैठक के एजेंडे को लेकर अबतक कुछ भी स्पष्ट नहीं हो सका है पंजाब में आज यानी 10 फरवरी की कैबिनेट बैठक होनी थी। कैबिनेट की बैठक स्थगित कर के मुख्यमंत्री भगवंत मान अपने मंत्रियों और विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान दिल्ली के कपूरथला हाउस पहुंचे। जहां पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक हुई। माना जा रहा था कि इस बैठक में कुछ बड़ा हो सकता है। दरअसल, पंजाब सीएम की कुर्सी को खतरे की बात कांग्रेस और बीजेपी कर रही है। हालांकि, पंजाब के मुख्ममंत्री ने कहा कि दिल्ली का जनादेश सिर माथे है। हार-जीत तो चलती रहती है। देश में पंजाब को मिसाल बनाएंगे। पहले भी काम करते थे और अब भी काम करेंगे। पंजाब को हर स्तर पर पहचान दिलाएंगे। पंजाब को विकास का नया मॉडल बनाएंगे। हमारे कार्यकर्ता किसी लालच में नहीं आते। वहीं, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी आरोप लगा रही है कि अब अरविंद केजरीवाल भगवंत मान के खिलाफ साजिश कर खुद पंजाब के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। भाजपा विधायक मनजिंदर सिरसा का कहना है कि केजरीवाल भगवंत मान को सीएम पद की कुर्सी से हटाने की कोशिश में जुटे हैं। सिरसा का कहना है कि केजरीवाल यह कहकर भगवंत मान को अक्षम घोषित कर देंगे कि उन्होंने महिलाओं को 1 हजरा रुपये देने और नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर नियंत्रण लगाने जैसे वादे पूरे नहीं किए हैं। इसके बाद वह खुद ही पंजाब की कमान संभाल लेंगे। इन सभी चीजों को लेकर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के पटियाला हाउस में पंजाब के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक बुलाई है।
मोदी सरकार के समर्थन में उतरे शशि थरूर, जानें किस बात के लिए की तारीफ
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* कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरूवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने पाकिस्तान को लेकर बड़ी बात कही है। शशि थरूर ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ अब बिना बाधा के बातचीत संभव नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने मोदी सरकार की विदेश नीति का समर्थन भी किया है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि 26/11 के मुंबई हमले जैसे घावों को भुलाया नहीं जा सकता। कांग्रेस सांसद ने कहा कि अब यह जताना कि कुछ हुआ ही नही है, यह बेहद मुश्किल काम है। जब भारत सरकार ने पाकिस्तान से बातचीत करने का मन बनाया तो मुंबई में आतंकी हमला हो गया। पाकिस्तान ने पठानकोट और मुंबई में जो छुरा घोंपा है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सही ही कहा है कि पाकिस्तान के साथ अब साधारण तरीके से बात नहीं हो सकती है। फॉरेन करेस्पॉडेंट्स क्लब में एक पुस्तक के विमोचन के मौके पर शशि थरूर ने कहा कि अगर आप पाकिस्तान में भारत की छवि अच्छी करना चाहते हैं तो ज्यादा लोगों को वीजा देना होगा। हम लोगों ने ही कहा था कि रणनीतिक स्तर पर पाकिस्तान पर भरोसा नहीं किया जा सकता है लेकिन पीपल टु पीपल रिलेशन को मजबूत करना जरूरी है। अगर भारत ऐसा करता है तो पाकिस्तान में भी भारत का समर्थन बढ़ेगा और शांति की मांग को लेकर वहां की आवाम आगे आएगी। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि ऐसा कोई भी पाकिस्तानी नहीं है जो भारत आया हो और उसे हमारे देश से प्यार ना हुआ हो। पर्यटक, गायक, संगीतकार और खिलाड़ी भी कहते हैं कि वे भारत आना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार भी यही कहती है कि आतंकवाद और वार्ता साथ-साथ नहीं चल सकती। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी कहा था कि पाकिस्तान के साथ निर्बाध वार्ता का समय खत्म हो चुका है। उन्होंने कहा कि कोई भी सरकार अगर सख्ती से इस मुद्दे को देखती है तो पाकिस्तान उसे वार्ता खत्म करने के लिए मजबूर कर देता है। उन्होंने कहा कि ऐसा भी नहीं हो सकता कि हमेशा के लिए बातचीत को करने का ऐलान कर दिया जाए। लेकिन पुराने मसलों को भुलाकर दोस्त की तरह बात करना भी संभव नहीं है।
अमेरिका की राह पर ब्रिटेनः अवैध प्रवासियों पर सख्ती, भारतीय रेस्टोरेंट को बनाया निशाना
#uk_strict_action_against_illegal_immigration_targeted_indian_restaurant

* अमेरिकाने नए राष्ट्रपति ने देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों पर सख्ती शुरू कर दी है। अमेरिका में अवैध रूप से रह रह लोगों को ढूंढ-ढूंढकर उन्हें डिपोर्ट किया डा रहा है। इसी क्रम में हाल ही में अमेरिका से 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को भी वापस स्वदेश भेजा गया है। अमेरिका के बाद अब लंदन में भी भारतीयों के खिलाफ कोई मुहिम शुरू हो गई है।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन पर सख़्त कार्रवाई के बाद यूके की लेबर सरकार ने देश में अवैध रूप से काम करने वालों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू कर दी है। ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों पर देश-व्यापी कार्रवाई में भारतीय रेस्त्रां, नेल बार, सुविधा स्टोर और कार वॉश भी शामिल रहे। गृह मंत्री यवेटे कूपर ने कहा, उनके मंत्रालय की आव्रजन प्रवर्तन टीमों ने जनवरी में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया। गत वर्ष जनवरी के बजाय गिरफ्तारियां बढ़कर 609 हो गईं, और पिछले वर्ष की तुलना में इस कार्रवाई में 73 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। गृह मंत्रालय ने कहा, पिछले महीने की गतिविधि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रेस्तरां, टेकअवे और कैफे के साथ-साथ भोजन, पेय और तंबाकू उद्योग था। उत्तरी इंग्लैंड के हंबरसाइड में एक भारतीय रेस्तरां में सात गिरफ्तारियां हुईं और चार को हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा, आव्रजन नियमों का सम्मान किया जाना चाहिए और उन्हें लागू किया जाना चाहिए। कूपर ने कहा, नियोक्ता लंबे समय से अवैध प्रवासियों का शोषण कर रहे थे। ब्रिटेन की सत्ता में लेबर पार्टी के आने के बाद से अब तक 19 हजार अवैध प्रवासियों और अपराधियों को देश से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। ब्रिटिश होम मिनिस्टर वेटे कूपर ने कहा, हमारी सरकार आने के बाद से अब तक 19 हजार लोगों को डिपोर्ट किया गया है।
दिल्ली को फिर मिलेगी महिला मुख्यमंत्री? ये नाम चर्चा में
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* 27 साल बाद विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद अब दिल्ली में सरकार के गठन को लेकर बीजेपी में विचार विमर्श चल रहा है। हालांकि, ये लगभग तय है कि प्रधानमंत्री के दिल्ली लौटने के बाद ही मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के नामों को फाइनल किया जाएगा। हाल के वर्षों में पार्टी नेतृत्व में ऐसे मामलों में चौंकाने वाले फैसले लिए हैं इसलिए पार्टी के सीनियर लीडर भी ये बताने की स्थिति में नहीं हैं कि दिल्ली के मुख्मंत्री के लिए किसका नाम फाइनल होगा। इससे पहले चर्चाओं का बाजार गर्म है। मुख्यमंत्री के नाम के लिए परवेश सिंह राणा, विजेंद्र गुप्ता समेत कई दिग्गज नेताओं का नाम चल रहा है। इस बीच कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि बीजेपी सबको चौंकाते हुए किसी महिला को दिल्ली की कमान सौंप सकती है। भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने संकेत दिया कि पार्टी अपने सभी विकल्पों पर सावधानी से विचार कर रही है। राजनीतिक रूप से सबसे अच्छा काम करने वाले के आधार पर, पूर्वांचल पृष्ठभूमि, एक सिख नेता या एक महिला के उम्मीदवार पर विचार किया जा रहा है। मध्य प्रदेश, राजस्थान और ओडिशा के पिछले चुनावों से पता चलता है कि पार्टी नेतृत्व कोई बड़ी घोषणा करने से पहले अपने फैसले को फिलहाल गुप्त रखना चाहती है। ऐसे में लोगों के बीच ये उत्सुकता है कि आखिर सीएम कौन होगा। बता दें कि बीजेपी ने ही दिल्ली को पहली महिला सीएम सुषमा स्वराज के रूप में दिया था। इसके बाद कांग्रेस ने शीला दीक्षित को और फिर आम आदमी पार्टी ने आतिशी को कमान सौंपी। अब दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के तौर पर इन महिला विधायकों का नाम चल रहा है। मुख्यमंत्री पद के लिए भाजपा के संभावित महिला चेहरों की लिस्ट में ये नाम शामिल हैः *रेखा गुप्ता-* रेखा गुप्ताा, जो शालीमार बाग सीट से विधायक चुनी गई हैं उन्हें इस लिस्ट में सबसे आगे देखा जा रहा है। वह भाजपा की महिला शाखा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं। *शिखा रॉय-* शिखा रॉय ने ग्रेटर कैलाश सीट से जीत दर्ज की है और सीएम रेस में एक और मजबूत दावेदार हैं, जिन्होंने आप के सौरभ भारद्वाज को हराया है। *पूनम शर्मा-* पूनम शर्मा ने वजीरपुर सीट से जीत दर्ज की। उन्होंने आप के राजेश गुप्ता को हराया। पूनम शर्मा को 54 हजार 721 वोट मिले। बीजेपी नेता ने आप के राजेश गुप्ता को 11 हजार 425 वोटों से मात दी। *नीलम पहलवान-* नजफगढ़ विधायक नीलम पहलवान भी इस लिस्ट में हैं। जिन्होंने 1,01,708 वोटों के साथ बड़ी जीत हासिल की। नीलम के सामने आप के तरुण कुमार थे। सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले उम्मीदवारों में भी उसका नाम है। *इन सबके अलावा दो और नामों की चर्चा हो रही हैः-* *स्मृति ईरानी-* पूर्व केंद्रीय मंत्री, 2024 के लोकसभा चुनाव में अमेठी से कांग्रेस के किशोरी लाल से हार गईं, लेकिन एक सीएम की लिस्ट में मजबूत दावेदार बनी हुई हैं। *बांसुरी स्वराज-* दिवंगत सुषमा स्वराज की बेटी, नई दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव जीतीं हैं। *मौजूदा विधायकों में से ही चुना जाएगा सीएम* वहीं चर्चा ये भी है कि इस बार मुख्यमंत्री, मौजूदा विधायकों में से ही चुना जाएगा। इसकी वजह ये है कि अगर किसी सांसद को सीएम बनाया जाता है तो दिल्ली में दो उपचुनाव कराने होंगे। एक मुख्यमंत्री बनने वाले के लिए किसी विधायक से इस्तीफा दिलाना होगा और फिर जिस सांसद को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, उसकी जगह लोकसभा के सदस्य के लिए उपचुनाव कराना होगा। यही वजह है कि शायद पार्टी नेतृत्व मौजूदा विधायकों में से ही किसी को मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी सौंपे।
अमेरिका की राह पर ब्रिटेनः अवैध प्रवासियों पर सख्ती, भारतीय रेस्टोरेंट को बनाया निशाना*
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अमेरिकाने नए राष्ट्रपति ने देश में अवैध रूप से रह रहे लोगों पर सख्ती शुरू कर दी है। अमेरिका में अवैध रूप से रह रह लोगों को ढूंढ-ढूंढकर उन्हें डिपोर्ट किया डा रहा है। इसी क्रम में हाल ही में अमेरिका से 104 अवैध भारतीय प्रवासियों को भी वापस स्वदेश भेजा गया है। अमेरिका के बाद अब लंदन में भी भारतीयों के खिलाफ कोई मुहिम शुरू हो गई है।अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन पर सख़्त कार्रवाई के बाद यूके की लेबर सरकार ने देश में अवैध रूप से काम करने वालों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी शुरू कर दी है। ब्रिटेन में अवैध प्रवासियों पर देश-व्यापी कार्रवाई में भारतीय रेस्त्रां, नेल बार, सुविधा स्टोर और कार वॉश भी शामिल रहे। गृह मंत्री यवेटे कूपर ने कहा, उनके मंत्रालय की आव्रजन प्रवर्तन टीमों ने जनवरी में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन किया। गत वर्ष जनवरी के बजाय गिरफ्तारियां बढ़कर 609 हो गईं, और पिछले वर्ष की तुलना में इस कार्रवाई में 73 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। गृह मंत्रालय ने कहा, पिछले महीने की गतिविधि का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रेस्तरां, टेकअवे और कैफे के साथ-साथ भोजन, पेय और तंबाकू उद्योग था। उत्तरी इंग्लैंड के हंबरसाइड में एक भारतीय रेस्तरां में सात गिरफ्तारियां हुईं और चार को हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा, आव्रजन नियमों का सम्मान किया जाना चाहिए और उन्हें लागू किया जाना चाहिए। कूपर ने कहा, नियोक्ता लंबे समय से अवैध प्रवासियों का शोषण कर रहे थे। ब्रिटेन की सत्ता में लेबर पार्टी के आने के बाद से अब तक 19 हजार अवैध प्रवासियों और अपराधियों को देश से बाहर का रास्ता दिखाया गया है। ब्रिटिश होम मिनिस्टर वेटे कूपर ने कहा, हमारी सरकार आने के बाद से अब तक 19 हजार लोगों को डिपोर्ट किया गया है।
पेरिस मे पीएम मोदी की डिनर डिप्लोमैसीः अमेरिका से पहले फ्रांस का दौरा कितना अहम?*
#pm_modi_france_visit_meet_us_vice_president_jd_vance
वैश्विक मंच पर फ्रांस और अमेरिका भारत के दो सबसे अहम रणनीतिक साझीदार देश हैं। बहुत कम होता है कि भारतीय प्रधानमंत्री एक साथ इन दोनों देशों की यात्रा पर गए हों। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को इन दोनों देशों की यात्रा के पहले चरण में पेरिस पहुंचे। मंगलवार को पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ एआई एक्शन समिति की तीसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले सोमवार को पेरिस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया, जब वे एलिसी पैलेस में रात्रिभोज के लिए पेरिस पहुंचे। मोदी के आगमन पर मैक्रों ने उनका स्वागत किया और चर्चा शुरू करने से पहले दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से खुलकर बातचीत की। उनकी मुलाकात भारत और फ्रांस के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाती है, जिसमें प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी और मैक्रों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी जिसमें दोनों देशों के रिश्तों से जुड़े कुछ अहम समझौतों को अंतिम रूप दिया जाएगा। दोनों नेताओं के बीच फ्रांस से नए युद्धक विमानों की खरीद और फ्रांस के सहयोग से भारत में छोटे परमाणु ऊर्जा रिएक्टर लगाने को लेकर वार्ता काफी अहम मानी जा रही है। *हथियारों को लेकर हो सकती है अहम डील* वहीं, समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक फ्रांस मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। रॉयटर्स ने एक शीर्ष भारतीय अधिकारी के हवाले से इस संभावित डील के बारे में जानकारी दी है। यह पहली बार होगा जब भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता नई दिल्ली से हथियार खरीदेगा। इस संभावित डील को भारतीय रक्षा उद्योग के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में मिसाइलों और रणनीतिक प्रणालियों के महानिदेशक उम्मालनेनी राजा बाबू ने रॉयटर्स से कहा, 'फ्रांस पिनाका के लिए सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है।'राजा बाबू ने कहा कि 'अभी तक कोई सौदा नहीं हुआ है, लेकिन बातचीत जारी है।' रिपोर्ट में एक अन्य अनाम अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि 90 किलोमीटर तक रेंज वाली घरेलू रूप से निर्मित पिनाका रॉकेट सिस्टम को लगभग 3 महीने पहले भारत में एक फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल को दिखाया गया था और इसे संतोषजनक पाया गया। *जेडी वैंस से मुलाकात क्यों खास?* वहीं, मैक्रों की ओर से आयोजित रात्रि भोज में पीएम मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस से भी मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने जेडी वैंस से हाथ मिलाया और कहा, आपको बधाई, आपकी ग्रेट, ग्रेट विक्ट्री पर। इसपर जेडी वैंस ने हंसते हुए हां में जवाब दिया। पीएम मोदी भारत और अमेरिका के रिश्तों को ट्रंप प्रशासन के दौरान सुधारना चाहते हैं। ऐसे में वैंस से यह मुलाकात बेहद जररूरी थी। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने सभी स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया है। यह एक ऐसा फैसला है, जिसका असर भारत पर पड़ेगा। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारतीय इस्पात निर्माताओं के लिए बड़े झटके की चेतावनी दी है, जिनपर पहले से ही दबाव है। इस्पात की कम कीमतों और आयात में गिरावट हुई है। पीएम मोदी यात्रा के दौरान टैरिफ में कटौती और ऊर्जा और रक्षा आयात में वृद्धि का प्रस्ताव रख सकते हैं।
पेरिस मे पीएम मोदी की डिनर डिप्लोमैसीः अमेरिका से पहले फ्रांस का दौरा कितना अहम?*
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वैश्विक मंच पर फ्रांस और अमेरिका भारत के दो सबसे अहम रणनीतिक साझीदार देश हैं। बहुत कम होता है कि भारतीय प्रधानमंत्री एक साथ इन दोनों देशों की यात्रा पर गए हों। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को इन दोनों देशों की यात्रा के पहले चरण में पेरिस पहुंचे। मंगलवार को पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ एआई एक्शन समिति की तीसरी बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे। इससे पहले सोमवार को पेरिस में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गर्मजोशी से स्वागत किया, जब वे एलिसी पैलेस में रात्रिभोज के लिए पेरिस पहुंचे। मोदी के आगमन पर मैक्रों ने उनका स्वागत किया और चर्चा शुरू करने से पहले दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से खुलकर बातचीत की। उनकी मुलाकात भारत और फ्रांस के बीच मजबूत संबंधों को दर्शाती है, जिसमें प्रमुख मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री मोदी और मैक्रों के बीच द्विपक्षीय वार्ता होगी जिसमें दोनों देशों के रिश्तों से जुड़े कुछ अहम समझौतों को अंतिम रूप दिया जाएगा। दोनों नेताओं के बीच फ्रांस से नए युद्धक विमानों की खरीद और फ्रांस के सहयोग से भारत में छोटे परमाणु ऊर्जा रिएक्टर लगाने को लेकर वार्ता काफी अहम मानी जा रही है। *हथियारों को लेकर हो सकती है अहम डील* वहीं, समाचार एजेंसी रॉयटर्स की खबर के मुताबिक फ्रांस मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम खरीदने के लिए बातचीत कर रहा है। रॉयटर्स ने एक शीर्ष भारतीय अधिकारी के हवाले से इस संभावित डील के बारे में जानकारी दी है। यह पहली बार होगा जब भारत का दूसरा सबसे बड़ा हथियार आपूर्तिकर्ता नई दिल्ली से हथियार खरीदेगा। इस संभावित डील को भारतीय रक्षा उद्योग के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में मिसाइलों और रणनीतिक प्रणालियों के महानिदेशक उम्मालनेनी राजा बाबू ने रॉयटर्स से कहा, 'फ्रांस पिनाका के लिए सक्रिय रूप से बातचीत कर रहा है।'राजा बाबू ने कहा कि 'अभी तक कोई सौदा नहीं हुआ है, लेकिन बातचीत जारी है।' रिपोर्ट में एक अन्य अनाम अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि 90 किलोमीटर तक रेंज वाली घरेलू रूप से निर्मित पिनाका रॉकेट सिस्टम को लगभग 3 महीने पहले भारत में एक फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल को दिखाया गया था और इसे संतोषजनक पाया गया। *जेडी वैंस से मुलाकात क्यों खास?* वहीं, मैक्रों की ओर से आयोजित रात्रि भोज में पीएम मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस से भी मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने जेडी वैंस से हाथ मिलाया और कहा, आपको बधाई, आपकी ग्रेट, ग्रेट विक्ट्री पर। इसपर जेडी वैंस ने हंसते हुए हां में जवाब दिया। पीएम मोदी भारत और अमेरिका के रिश्तों को ट्रंप प्रशासन के दौरान सुधारना चाहते हैं। ऐसे में वैंस से यह मुलाकात बेहद जररूरी थी। पीएम मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने सभी स्टील और एल्युमीनियम आयात पर 25 फीसदी टैरिफ का ऐलान किया है। यह एक ऐसा फैसला है, जिसका असर भारत पर पड़ेगा। ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारतीय इस्पात निर्माताओं के लिए बड़े झटके की चेतावनी दी है, जिनपर पहले से ही दबाव है। इस्पात की कम कीमतों और आयात में गिरावट हुई है। पीएम मोदी यात्रा के दौरान टैरिफ में कटौती और ऊर्जा और रक्षा आयात में वृद्धि का प्रस्ताव रख सकते हैं।
पीएम मोदी का फ्रांस में हुआ जोरदार स्वागत, राष्ट्रपति मैक्रों ने गर्मजोशी से लगाया गले*
#pm_modi_france_visit प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय यात्रा पर सोमवार को फ्रांस पहुंचे। यहां वे फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ 'एआई एक्शन समिट' की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस दौरान वे उनके साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे।पेरिस में एआई शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता से पहले एक स्वागत रात्रिभोज में फ्रांसीसी राष्ट्रपति मैक्रों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गले लगाकर स्वागत किया। दरअसल फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पेरिस के एलिसी पैलेस में डिनर का आयोजन किया था, जिसमें पीएम मोदी शामिल हुए। यहां गर्मजोशी से उनका स्वागत किया गया. इस दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ मुलाकात की। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में पीएम मोदी एक बड़े हॉल में जाते हैं, जहां पहले से जेडी वैंस मौजूद थे। मैक्रों अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वैंस से मिले और उन्होंने फिर पीएम मोदी की ओर इशारा किया। इसके बाद पीएम मोदी ने जेडी वैंस से हाथ मिलाया और कहा, ‘आपको बधाई, आपकी ग्रेट, ग्रेट विक्ट्री पर।’ इसपर जेडी वैंस ने हंसते हुए हां में जवाब दिया। *पीएम मोदी के लिए मैक्रों का ट्वीट* इससे पहले फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने ट्वीट किया, 'पेरिस में आपका स्वागत है, मेरे मित्र नरेंद्र मोदी! आपसे मिलकर खुशी हुई, प्रिय जेडी वेंस! एआई एक्शन समिट में हमारे सभी साझेदारों का स्वागत है। चलिए काम पर लग जाएं!' वहीं, प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने पेरिस में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के साथ बातचीत की। *भारतीय समुदाय ने गर्मजोशी से स्वागत किया* पेरिस पहुंचने के बाद पीएम मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में अपने आगमन की तस्वीरों के साथ कहा, 'थोड़ी देर पहले पेरिस पहुंचा हूं। यहां विभिन्न कार्यक्रमों की प्रतीक्षा कर रहा हूं, जो एआई, प्रौद्योगिकी और नवाचार जैसे भविष्य के क्षेत्रों पर केंद्रित होंगे।' प्रधानमंत्री के होटल पहुंचने पर भारतीय समुदाय ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। प्रधानमंत्री मोदी ने पोस्ट में कहा, 'पेरिस में एक यादगार स्वागत! ठंड के मौसम के बावजूद भारतीय समुदाय ने आज शाम अपना स्नेह दिखाया। हम अपने प्रवासी समुदाय के प्रति आभारी हैं और उनकी उपलब्धियों पर गर्व करते हैं!'
दिल्ली की 1700 कॉलोनियां होंगी वैध, सरकार बनन के बाद बीजेपी निभाएगी अपना वादा?
#bjp_won_delhi_did_1700_unauthorised_colony_will_regularise

दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजों ने सभी को हैरान कर दिया, लगातार पिछले तीन चुनावों से जीत हासिल करती आ रही आम आदमी पार्टी को बुरी तरह शिकस्त का सामना करना पड़ा है। साथ ही लंबे अरसे से राजधानी में सत्ता की तलाश में लगी भारतीय जनता पार्टी ने शानदार तरीके से वापसी की है। बीजेपी की जीत के साथ दिल्ली में रहनेवाले लाखों लोगों की उम्मीदों को नए पंख लग गए हैं। लोग सरकार बदलने के बाद उम्मीद कर रहे हैं कि पिछली सरकार में जिन परेशानियों से उन्हें दो-चार होना पड़ा था, उससे छुटकारा मिल जाएगा। इन्हीं लोगों में राजधानी की करीब 1700 अवैध कॉलोनियों में रहने वालों लोग भी शामिल हैं।

दरअसल, बीजेपी ने चुनाव के दौरान वादा किया ता कि अगर उनकी सरकार बनती है तो 1700 अनधिकृत कॉलोनियों को मालिकाना हक देंगे। बीजेपी ने अपने घोषणापत्र में 1700 अवैध कॉलोनियों को रेग्युलराइज करने का वादा किया है। सरकार इन लोगों को अपने घर का पूरा मालिकाना अधिकार देगी। ताकि वे उन्हें दिल्ली के शहरी विभाग के नियमों के हिसाब से बना सकें या री-कंस्ट्रक्ट कर सकें।

बीजेपी के घोषणापत्र के मुताबिक इन कॉलोनियों को रेग्युलराइज करके यहां पर सड़क, सीवेज, ड्रेनेज, पानी और बिजली जैसी मूलभूत सुविधाएं पहुंचाई जानी है। इतना ही नहीं, बीजेपी ने दिल्ली में एक ‘कॉलोनी अपग्रेडेशन कमीशन’ बनाने का भी ऐलान किया है। ये कमीशन इन अवैध कॉलोनियों में कम्युनिटी सेंटर, सड़क, ड्रेनेज सिस्टम, कचरा का संग्रह, सीवेज सिस्टम जैसी सुविधाओं को डेवलप करने का काम करेगी। केंद्र सरकार की ‘जल जीवन मिशन’ योजना के माध्यम से बीजेपी ने इन कॉलोनियों ने हर घर में नल से जल पहुंचाने का भी वादा किया है।