पानी में जहर' वाले बयान पर अरविंद केजरीवाल को नोटिस, चुनाव आयोग ने मांगे सबूत
दिल्ली विधानसभा चुनाव में लगातार हो रही बयानबाजी से चुनावी माहौल गरमाया हुआ है। इसी बीच 'यमुना के पानी में जहर' वाले अपने बयान को लेकर आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल मुश्किल में पड़ते हुए नजर आ रहे हैं। अरविंद केजरीवाल को चुनाव आयोग ने शो कॉज नोटिस भेजा है। आयोग ने केजरीवाल से उनके द्वारा लगाए गए आरोपों के संबंध में सबूत देने को कहा है। इतना ही नहीं चुनाव आयोग ने कहा है कि अगर अरविंद केजरीवाल कोई ठोस तथ्य और जवाब नहीं देते तो उनके खिलाफ आदेश पारित किया जाएगा। जिसके तहत अलग-अलग धाराओं के तहत कार्रवाई की जाएगी।
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने यमुना जल प्रदूषण के बारे में अपने बयानों के संबंध में चुनाव आयोग के नोटिस पर जवाब दिया था। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पत्र लिखकर चुनाव आयोग को सफाई दी। हालांकि, इसमें उन्होंने भाजपा और हरियाणा सरकार पर यमुना के पानी में जहर घोलने के अपने आरोपों का कोई प्रमाण नहीं दिया। न ही दिल्ली के लोगों के विरुद्ध छेड़े गए जैविक युद्ध से जुड़े आरोपों पर कोई सफाई दी।
“दो राज्यों के बीच युद्ध कराने जैसा”
केजरीवाल के जवाब से असंतुष्ट चुनाव आयोग ने आप संयोजक को फिर से जवाब दिया है। चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से कहा कि वे यमुना में बढ़े हुए अमोनिया के मुद्दों को सामूहिक नरसंहार के साथ यमुना में जहर डालने के गंभीर आरोपों के साथ न मिलाएं। इसे दो देशों के बीच युद्ध की कार्रवाई के समान माना जा रहा है।
चुनाव आयोग ने क्या-क्या कहा?
चुनाव आयोग ने केजरीवाल को यह समझाने का एक और मौका दिया है कि दो समूहों के बीच शत्रुता, सार्वजनिक अव्यवस्था और अशांति को बढ़ावा देने वाले उनके गंभीर आरोपों के लिए कार्रवाई क्यों ना की जाए। इसी के साथ केजरीवाल से चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा है कि उन्हें शुक्रवार सुबह 11 बजे तक किस तरह दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी “जहर” का पता लगा रहे हैं। इंजीनियर कैसे काम कर रहे हैं, इन सब चीजों की जानकारी भी शेयर करने के लिए कहा गया है। ऐसा न करने पर, इन चीजों की जानकारी शेयर न करने पर आयोग इस मामले में उचित निर्णय लेने के लिए आजाद होगा।
जहरीले पानी के आरोप पर चुनाव आयोग ने अरविंद केजरीवाल से पांच सवाल पूछे हैः-
1. पहला सवाल है किस तरह का जहर हरियाणा सरकार की तरफ से यमुना मेंमिलाया गया?
2. दूसरा, सबूत दे मात्रा, प्रकृति और जहर को डिटेक्ट करने के जिससे जनसंहार हो सकता था?
3. तीसरा, लोकेशन बताएं जहां जहर को पाया गया?
4. चौथा, जल बोर्ड के किस इंजीनियर ने जहर को पाया और कैसे और कहां?
5. पांचवां, किस मेथोडोलॉजी का इस्तेमाल जहरीले पानी को दिल्ली में आने से रोकने के लिए किया गया?
दरअसल, आप संयोजक ने आरोप लगाया था कि हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को जहरीला कर दिया है।केजरीवाल ने दावा किया था कि अगर दिल्ली जल बोर्ड ने जहर नहीं पकड़ा होता, तो सामूहिक नरसंहार हो सकता था। केजरीवाल ने बुधवार को अपने दावे पर चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दिया था कि हरियाणा सरकार यमुना में “जहर मिला रही है”, और कहा कि हाल के दिनों में बीजेपी शासित राज्य से हासिल कच्चा पानी लोगों के लिए उनके स्वास्थ्य के लिए “काफी दूषित और बेहद जहरीला” है. चुनाव आयोग को 14 पेज के जवाब में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर लोगों को ऐसे “जहरीले पानी” का इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई, तो इससे गंभीर स्वास्थ्य खतरा पैदा होगा और लोगों की मृत्यु हो जाएगी।
Jan 30 2025, 14:16