बेगूसराय में 25 हजार का इनामी अपराधी गिरफ्तार
बेगूसराय पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर 25 हजार रुपए के इनामी कुख्यात अपराधी पुलिस यादव को गिरफ्तार कर लिया है। बरौली थाना क्षेत्र में स्थित पिपरा देवस गांव में पुलिस यादव के घर पर छापेमारी हुई थी।

एसपी मनीष ने बताया कि बरौनी थाना को सूचना मिली कि बरौनी थाना क्षेत्र के पिपरा देवस बाबा स्थान निवासी स्वर्गीय अमीर यादव का बेटा कुख्यात अपराधी पुलिस यादव अपने घर पहुंचा है। सूचना मिलते ही बरौनी थानाध्यक्ष रंजन कुमार ठाकुर के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए छापेमारी की। पुलिस यादव के घर पर छापेमारी कर एक व्यक्ति को पुलिस टीम ने पकड़ा। पूछताछ करने पर उसने अपना नाम पुलिस यादव बताया है। इस पर बरौनी थाना में संगीन अपराध के तीन मामले दर्ज हैं और 25 हजार का इनाम भी घोषित है। पकड़े गए अपराधी से पूछताछ और आगे की कार्रवाई चल रही है। इसके बाद ही कुछ खुलासा हो सकता है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में ठाकुरबाड़ी से अष्टधातु की मूर्तियां चोरी
बेगूसराय में बढ़ रहे आपराधिक घटनाओं के बीच सोमवार देर रात चोरों ने एक ठाकुरबाड़ी से बेशकीमती अष्टधातु की मूर्ति चोरी कर ली। घटना मंझौल थाना क्षेत्र के पवड़ा ठाकुरबाड़ी की है। घटना के बाद गांव में हड़कंप मचा हुआ है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

पुजारी रामविलास झा ने बताया कि रात में पूजा करने के बाद ठाकुरबाड़ी के मंदिर में ताला लगाकर सोने चले गए थे। सुबह में साफ-सफाई करने आए तो ताला टूटा हुआ देखा। अंदर से राधा, कृष्ण, विष्णु भगवान, लक्ष्मी, हनुमान जी एवं गणेश जी की अष्टधातु की मूर्ति गायब थी।

यह मूर्ति पूर्वजों के समय से ठाकुरबाड़ी में थी। तीन मूर्ति गिरीश कुमार झा की भी थी। मूर्ति गायब देखकर गांव-समाज को सूचना दिया। इसके बाद पुलिस को भी सूचना दी गई। चोर मूर्ति के साथ-साथ पूजा करने वाला पीतल का घंटी भी लेकर चले गए हैं। करीब 150 साल पुरानी मूर्ति की कीमत करोड़ों में है।

बाहर का गेट बंद है, अंदर में मेन गेट, एक रूम और ट्रंक का भी ताला टूटा हुआ है। लेकिन वहां का सब समान ठीक है। चोरों ने सिर्फ अष्टधातु की मूर्ति और घंटी ही चोरी किया है। घटना की जानकारी मिलते ही जुटे ग्रामीणों ने बताया कि यह दुखद है।

पुलिस द्वारा डॉग स्क्वायड एवं मोबाइल लोकेशन सहित विभिन्न तरीके से अनुसंधान कर जल्द ही उद्भेदन की बात कही गई है। प्रशासन इस घटना को गंभीरता से ले, आज मकर संक्रांति का पुण्य अवसर है और ऐसे में चोरी होना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्थानीय लोगों ने बताया कि मंझौल थाना क्षेत्र में तीन महीने के भीतर चोर गैंग के आतंक से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। लोगों का कहना है कि पुलिस के सभी स्पाई तंत्र फेल है, एक भी चोरी की घटना का खुलासा नहीं हो रहा है। हास्यास्पद है कि मंझौल थाना पुलिस पवड़ा के चौकीदार की ड्यूटी स्थानीय स्तर के बदले महुआ मोर में करवाती है। फिलहाल पुलिस इस घटना में शामिल चोरों की पहचान और मूर्ति बरामदगी के लिए कार्रवाई में जुटी हुई है

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बरौनी रिफाइनरी का 15 जनवरी को 60 साल होगा पूरा
1965 में देश को समर्पित होकर अपनी यात्रा प्रारंभ करने वाली इंडियन ऑयल की बरौनी रिफाइनरी 15 जनवरी को 60 साल पूरा होने पर अपनी हीरक जयंती मनाएगी। बिहार में बरौनी रिफाइनरी की स्थापना होना पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प का प्रतीक है। उनके प्रयास और रणनीतिक सोच ने बरौनी रिफाइनरी को एक ऐसा औद्योगिक केन्द्र बनाया, जिसने न केवल बिहार, बल्कि पूरे पूर्वी भारत की सामाजिक और आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

तत्कालीन सोवियत संघ के सहयोग और रोमानिया की सीमित भागीदारी से 49.4 करोड़ रुपए की लागत से स्थापित बरौनी रिफाइनरी ने 1964 में उत्पादन शुरू किया। बिहार के बेगूसराय जिले में गंगा नदी के किनारे स्थित यह रिफाइनरी न केवल भारतीय ऊर्जा क्षेत्र में, बल्कि बिहार के सामाजिक और औद्योगिक विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। अपने 60 वर्षों के सफर में बरौनी रिफाइनरी ने ऊर्जा उत्पादन और पर्यावरण संरक्षण के साथ-साथ समाज कल्याण तथा क्षेत्रीय विकास में भी अतुलनीय योगदान दिया

शुरुआत में 1 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) की क्षमता के साथ शुरू हुई बरौनी रिफाइनरी ने समय के साथ अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाकर वर्तमान में 6 MMTPA तक पहुंचाया है। भारत के ऊर्जा मानकों को पूरा करने के लिए इसे समय-समय पर उन्नत किया गया। 2002 में हाई सल्फर क्रूड के प्रसंस्करण के लिए प्रमुख इकाई RFCCU, DHDT, और SRU को जोड़ा गया। 2010 में रिफाइनरी ने BS-III ईंधन उत्पादन के लिए MSQ परियोजना शुरू की। बरौनी रिफाइनरी ने बीएस- IV अपग्रेडेशन के तहत मौजूदा डीएचडीटी (DHDT), प्राइम जी (Prime G) और एनएसयू (NSU) इकाइयों का आधुनिकीकरण किया।

इसके साथ ही नई सीसीआरयू (CCRU), एनएसयू (NSU) और प्राइम जी (Prime G) इकाइयों की स्थापना की। इन संशोधनों के परिणामस्वरूप मोटर स्पिरिट (MS) और हाई-स्पीड डीजल (HSD) का उत्पादन संभव हुआ। बरौनी रिफाइनरी BS-VI मानकों का पालन करने वाले स्वच्छ और पर्यावरण-अनुकूल ईंधन का उत्पादन कर रही है।

2022 में एविएशन टर्बाइन फ्युल (ATF) के उत्पादन के लिए इंडजेट यूनिट की स्थापना, 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रित मोटर स्पिरिट (EBMS-20) का उत्पादन और 9 MMTPA क्षमता विस्तार परियोजना का शुभारंभ इस रिफाइनरी की निरंतर प्रगति का प्रमाण है।

बरौनी रिफाइनरी बिहार की औद्योगिक शक्ति और भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह रिफाइनरी न केवल बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की ईंधन आवश्यकताओं को पूरा करती है, बल्कि नेपाल को भी ईंधन और एलपीजी की आपूर्ति करती है। इसके उत्पादों में डीजल, पेट्रोल, विमान ईंधन, एलपीजी, नाफ्था और बिटुमेन आदि शामिल हैं। यह रिफाइनरी बिहार की अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और क्षेत्रीय रोजगार के अवसर प्रदान करने में अहम भूमिका निभा रही है।

बरौनी रिफाइनरी बिहार के सामाजिक-आर्थिक विकास का एक स्तंभ रही है। अपनी सामाजिक जिम्मेदारी (CSR) के तहत रिफाइनरी ने 4000 से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान की है। स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया है। स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में आरओ प्लांट लगाए हैं। रिफाइनरी ने सदर अस्पताल, बेगूसराय में 50 बेड के अत्याधुनिक बाल चिकित्सा वार्ड का निर्माण किया और तीन एम्बुलेंस दिए। इसके साथ ही ग्रामीण विकास और पर्यावरण संरक्षण के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र, वर्षा जल संचयन और जैव विविधता संरक्षण जैसी परियोजना चला रही है।

पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को बरकरार रखते हुए, रिफाइनरी ने शून्य अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली और हरित ऊर्जा परियोजनाएं शुरू की हैं। इसके 125.99 एकड़ क्षेत्रफल में हरित बेल्ट और 7.58 एकड़ क्षेत्र में विकसित ईको पार्क इसे प्रकृति के साथ तालमेल के प्रतीक के रूप में स्थापित करता है। ईको पार्क न केवल पर्यावरणीय सौंदर्य का उदाहरण है, बल्कि सैकड़ों स्थानीय और प्रवासी पक्षियों का निवास स्थान भी है।

बरौनी रिफाइनरी की 9.0 MMTPA क्षमता विस्तार परियोजना बिहार के लिए एक नई औद्योगिक क्रांति का मार्ग प्रशस्त करेगी। इस परियोजना के तहत एक मॉडर्न पॉलीप्रोपाइलीन इकाई की स्थापना की जाएगी, जो बिहार को पेट्रोकेमिकल उत्पादन में अग्रणी बनाएगी। यह परियोजना न केवल रोजगार के अवसर प्रदान करेगी, बल्कि बिहार को माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइज (MSME) क्षेत्र में भी नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी।

15 जनवरी 1965 तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री प्रो. हुमायूं कबीर द्वारा राष्ट्र को समर्पित होकर 2025 तक के 60 वर्षों का यह सफर न केवल भारतीय ऊर्जा क्षेत्र की एक अद्भुत उपलब्धि है, बल्कि बिहार के विकास और आत्मनिर्भरता का भी प्रतीक है। इसने बिहार और पूरे देश में सामाजिक और आर्थिक विकास की गति को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। हीरक जयंती का यह अवसर बरौनी रिफाइनरी के गौरवशाली इतिहास और उज्ज्वल भविष्य की कहानी को प्रस्तुत करता है। 15 जनवरी 1965 को एक मिलियन मैट्रिक टन शोधन क्षमता के बरौनी रिफाइनरी का उद्घाटन किया गया था। 1969 में इसकी क्षमता एक से बढ़ाकर तीन मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) कर दिया गया। इसके बाद 1999 में रिफाइनरी की क्षमता का नवीकरण कर तीन से 6 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) किया गया था। इसके बाद अब इसकी क्षमता छह से बढ़ाकर 9 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) किया जा रहा है। बरौनी रिफाइनरी को 1965 में असम के कम सल्फर कच्चे तेल (स्वीट क्रूड) को संसाधित करने के लिए डिजाइन किया गया था। पूर्वोत्तर में अन्य रिफाइनरियों की स्थापना के बाद असम में कच्चे तेल की उपलब्धता कम हो रही थी। इसलिए स्वीट क्रूड अफ्रीका, नाइजीरिया और मलेशिया से मंगाया जा रहा था।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय की दो लड़कियों ने दिल्ली में की शादी
बेगूसराय की दो लड़कियों ने आपस में शादी कर ली है। दोनों का कहना है कि दोनों एक-दूसरे से प्यार करती हैं और अब दोनों साथ ही रहेंगी। इन लड़कियों में एक चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र खांजहांपुर गांव की रहने वाली लक्ष्मी कुमारी (20) है, दूसरी खोदावंदपुर की प्रज्ञा सुमन उर्फ प्रियंका (25) है। प्रज्ञा और लक्ष्मी का कहना है कि उन्हें लड़कों से नफरत है, इसलिए दोनों ने आपस में शादी की है। लक्ष्मी कुमारी ने बताया, 'ट्यूशन पढ़ाने के दौरान हमारी दोस्ती हुई। फिर बातें होने लगी। कुछ ही समय में बात किए बिना न तो मैं रह पाती थी, न ही प्रज्ञा सुमन। वहीं, मां को जब इसके बारे में पता चला तो वो जान से मारने की धमकी देने लगीं। जिसके बाद मैंने प्रज्ञा को बुलाया और फिर हम दोनों भागकर दिल्ली चले गए। 15 दिसंबर को दिल्ली में शिव मंदिर में शादी कर ली।'

लक्ष्मी का कहना है, 'मैं बालिग हूं और प्रज्ञा से प्यार किया है। इसलिए हमने शादी की है। मैं बीए पार्ट वन की छात्रा हूं तो प्रज्ञा बीए थर्ड पार्ट की छात्रा है। हम दोनों अपनी जिंदगी का फैसला करने के लिए स्वतंत्र हैं। हम रहेंगे तो साथ-साथ। प्रज्ञा को मैं पति मानती हूं। वह हमेशा पति के वेश में रहती है।

वहीं इस बात की जानकारी होने के बाद जब मामला थाना में पहुंचा तो दोनों लड़कियों को वापस बुलाया गया। मेडिकल और कोर्ट में बयान के लिए पत्नी बनी लक्ष्मी को रिमांड होम भेज दी गया है। वहीं, पति के रूप में रहने वाली प्रज्ञा उर्फ प्रियंका फिलहाल पुलिस कस्टडी में है।

पूरे मामले की लेकर लक्ष्मी कुमारी ने बताया कि उसकी बहन की शादी खोदावंदपुर थाना क्षेत्र के मिल्की गांव में हुई थी। वह बराबर बहन के यहां जाती थी और पिछले एक साल से वहीं रह रही थी। इसी दौरान उसकी मुलाकात बहन के घर के बगल की रहने वाली प्रज्ञा सुमन उर्फ प्रियंका (25) से हुई।

लगातार मिलने से दोनों के बीच दोस्ती हो गई। जिसके बाद उनकी बातें लंबी होने लगी। दोनों मोबाइल में अलग-अलग सोशल मीडिया पर समलैंगिक संबंध की बात देखती थी। जिससे उन्हें पता चला कि इससे भी दोनों संतुष्ट रहते हैं। जिसके बाद दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई। करीब 8 महीने तक दोनों मोबाइल पर एक-दूसरे से मिलकर प्यार का इजहार करते रहे।

लक्ष्मी आगे बताती हैं, '10 दिसंबर को प्रियंका बोलेरो लेकर खांजहांपुर पहुंची और उसे साथ लेकर निकल गई। वहां से दोनों बेगूसराय आए और ट्रेन से दिल्ली चले गए। दिल्ली के उत्तम नगर में स्थित एक शिव मंदिर में हम दोनों ने 15 दिसंबर को शादी कर ली। पास में कुछ पैसे थे, जो खर्च हो रहे थे, लेकिन सबसे बड़ी समस्या हो गई कि यहां दिल्ली में खाएंगे क्या और रहेंगे कैसे। जिसके बाद दोनों ने एक प्लास्टिक फैक्ट्री में काम करने लगे।'

पति-पत्नी बनी दोनों सहेलियां दिल्ली के उत्तम नगर में ही साथ रह रही थी। इस मामले को लेकर पिता ने थाना में FIR दर्ज करवाई थी। जिसके बाद दोनों वापस आई।

प्रज्ञा सुमन ने कहा है, 'हम हमेशा पति धर्म का पालन करेंगे। हम दोनों को लड़कों से नफरत है, हमने पुरुष के देश में रहकर लक्ष्मी से विवाह किया है। दुनिया की नजर में यह भले ही समलैंगिक विवाह है, लेकिन हमने भोला बाबा को साक्षी मानकर एक दूसरे को अपनाया है और एक दूसरे के साथ आजीवन रहेंगे। फिलहाल अब सब कुछ न्यायालय के भरोसे है, पुलिस न्यायालय के आदेश पर आगे की प्रक्रिया करेगी।'

चेरिया बरियारपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि लक्ष्मी के पिता ने थाना में 15 दिसंबर को लिखित आवेदन दिया, लेकिन कुछ पता नहीं चला। जिसके बाद 25 दिसंबर को थाना में FIR कराई। FIR के बाद पुलिस खोजबीन कर रही थी। इसी दौरान शनिवार को दोनों मंझौल आईं और कोर्ट में सरेंडर करने की प्रक्रिया करने जा रही थीं।

इसी बीच सूचना मिल गई और पुलिस ने दोनों को हिरासत में ले लिया। फिलहाल हिरासत में लेने के बाद 164 का बयान और सदर अस्पताल में मेडिकल की प्रक्रिया की जा रही है। हालांकि, किसी की कोई बात सुनने को तैयार नहीं है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में 70वीं BPSC परीक्षा री एग्जाम को लेकर प्रदर्शन
70वीं बीपीएससी परीक्षा में पेपर लीक के आरोप और री-एग्जाम की मांग को लेकर छात्र युवा परिषद के कार्यकर्ताओं आज बेगूसराय में सड़क जाम कर जोरदार प्रदर्शन कर रहे हैं । पप्पू यादव के आह्वान पर युवा शक्ति के नगर मंत्री प्रभात कुमार पिंटू के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने NH-31 फोरलेन को पावर हाउस चौक के समीप जाम कर दिया है।
इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आक्रोश जताया।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बीपीएससी परीक्षा में प्रश्न पत्र आउट होने के बाद से छात्र लगातार इस मामले को लेकर पटना में विरोध कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज कर रही है और लाठीचार्ज के जरिए आंदोलन को दबाने की कोशिश कर रही है।

पप्पू यादव ने इस आंदोलन को लगातार समर्थन दिया है और कहा कि यदि सरकार बीपीएससी परीक्षा रद्द नहीं करती है, तो 18 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ काले झंडे दिखाए जाएंगे। प्रदर्शन में शामिल जाप के जिलाध्यक्ष संजय यादव, अंजय कुमार, अमन कुमार, डॉ. जितेंद्र कुमार, और रजनीश कुमार सहित अन्य नेताओं ने भी बिहार सरकार पर आरोप लगाया है। उनलोगों ने कहा है कि वह छात्रों के हितों की अनदेखी कर रही है। उन्होंने कहा कि बीपीएससी परीक्षा में पेपर लीक हुआ था और छात्रों ने जब इसका विरोध किया तो सरकार उनके आंदोलन को बलपूर्वक कुचलने का प्रयास कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बिहार में सभी यादव बेकार, सिर्फ लालू यादव फैमिली योग्य
राष्ट्रीय जनता दल यानी RJD राजनीतिक पार्टी नहीं, बल्कि प्राइवेट लिमिटेड कंपनी है। इसके चेयरमैन खुद लालू यादव हैं, जिसे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में सीएमडी कहते हैं। उन्होंने बतौर सीएमडी, तेजस्वी यादव को एमडी के तौर पर नियुक्त किया है। ये कहते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने लालू यादव, तेजस्वी यादव और राजद पर शनिवार सुबह जमकर निशाना साधा।

गिरिराज सिंह ने कहा कि लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को बतौर मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट करना चाहते हैं। लालू यादव को लगता है कि बिहार में सब यादव बेकार हैं, एकमात्र लालू प्रसाद यादव के परिवार में ही योग्यता है, इसलिए उन्होंने ऐसा किया है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है परिवारवाद, पराकाष्ठा है।

गिरिराज सिंह ने कुंभ को लेकर सवाल उठाने वालों के साथ-साथ लगातार दूसरे दिन अरविंद केजरीवाल पर भी जोरदार अटैक किया। दरअसल, आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद की ओर से महाकुंभ में पापी लोगों के आने की बात कही गई थी। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि देश का दुर्भाग्य है की वोट के ठेकेदार मुसलमान का वोट पाने के लिए बयान दे रहे हैं। चाहे अखिलेश यादव की पार्टी हो, चाहे लालू यादव की पार्टी हो या राहुल गांधी की पार्टी हो, कुंभ के माध्यम से मुसलमान को खुश करना चाहते हैं।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कुंभ में हिंदुओं को गाली देकर मुसलमान का वोट बटोरना चाहते हैं और ऐसे ही लोगों के कारण देश अंजाम भुगत चुका है। पहले भी नादिर इतिहास लोगों को मालूम है कि नादिर शाह कैसे आया था। लेकिन हिंदुओं और सनातनियों की संस्कृति इतनी मजबूत है कि जितना इस पर अटैक करेंगे, उतना ही मजबूत होगा। जिसको जितना गाली देना है हिंदुओं को गाली दे, मैं तो कहूंगा भारत के सनातनियों से कि अब समय आ गया है भारत के सनातनी और हिंदू अब एक हो, नहीं तो यह वोट के सौदागर..बटोगे तो कटोगे करेंगे। दिल्ली के मुख्यमंत्री आतिशी द्वारा भाजपा पर गाली देने वालों को सीएम प्रोजेक्ट करने की बात कहे जाने पर उन्होंने कहा कि आप पार्टी इसकी चिंता क्यों करती है। आप में सारे भ्रष्टाचारियों की जमात खड़ी है। अरविंद केजरीवाल अपनी पत्नी को प्रोजेक्ट करना चाहते हैं और बिहारी को पूर्वांचलों को गाली दे रहे हैं, इस बार पता चल जाएगा। बांग्लादेशी और रोहिंग्या को यह वोट बैंक बनाकर जीतना चाहते हैं। भारतीय जनता पार्टी रोहिंग्या और बांग्लादेशियों को सत्ता में आने के बाद इसके खिलाफ जिस काम को शुरू किया है, उसे पूरा करेगी।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में ABVP के प्रखंड ईकाई का गठन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के चेरिया बरियारपुर प्रखंड इकाई का गठन आज प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमित कुमार सिंह गप्पू के नेतृत्व में किया गया। मौके पर छात्र नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि संगठन की मजबूती प्रदान करने और युवाओं को एक सही रास्ते पर लाकर समाज और राष्ट्रहित के लिए समर्पित भाव से काम करने के लिए इकाई गठन किया गया है।

प्रवासी पदाधिकारी के रूप में प्रांत छात्रा प्रमुख श्वेत निशा शांडिल्य ने कहा कि इकाई गठन से नए कार्यकर्ताओं में एक उत्साह जैसा वातावरण बनता है। आशा करता हूं कि संगठन के कार्यों को सही से निष्पादन करेंगे और संगठन को उत्कृष्ट स्थान पर पहुंचाने में सफलतापूर्वक प्रयासरत रहेंगे।

प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अमित कुमार सिंह गप्पू ने इकाई की घोषणा की। जिसमें नगर अध्यक्ष राजेश सहनी, उपाध्यक्ष शंभू राम, समसुल हसन, नगर मंत्री हरेकृष्ण मांझी, सहमंत्री धीरज कुमार, नगर कोषाध्यक्ष राजकुमार सहनी, राष्ट्रीय कलामंच प्रमुख पवन कुमारी, एसएफडी प्रमुख समंजय कुमार, सहप्रमुख विक्रम कुमार, एसएफएस प्रमुख अंजली कुमारी, सहप्रमुख मिथिलेश कुमार, खेलो भारत अभियान प्रमुख अंकित पोद्दार, सहप्रमुख सुबोध चौधरी, नगर मीडिया प्रमुख रंजीत राम, सहप्रमुख जियाउल, सोशल मीडिया प्रमुख चंदन पासवान और सहप्रमुख आयुष चौधरी को बनाया गया। नगर अध्यक्ष राजेश सहनी और नगर मंत्री हरेकृष्ण मांझी ने कहा कि विश्वस्तर के छात्र संगठन ने हम सभी सदस्य को नई जिम्मेदारियां दी हैं। अनुशासनपूर्वक संगठनात्मक कार्य करके हमेशा समाज में एक उत्कृष्ट पहचान बनाने का कार्य करेंगे।

मौके पर अविनाश, रवि, विकास, अर्जुन, संतु सहनी, चंदन, आयुष, सुबोध, अंकित पोद्दार, सुबोध चौधरी, समसुल हसन, शंभू राम, समंजय, विक्रम, मिथिलेश, रंजीत राम, पवन कुमारी, अंजली कुमारी, ज्योति कुमारी, आंचल कुमारी, शिवानी, पूजा, श्यामली, शालिनी राज एवं सगुन भारती सहित अन्य उपस्थित थे।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में कंबल में लपेटकर लाए थे महिला की बॉडी, 2 महिला और 2 पुरुष को लोगों ने देखा
बेगूसराय में ऑटो सवार लोगों द्वारा एक महिला का शव दिन दहाड़े गंगा किनारे फेंक कर फरार होने का मामला सामने आया है। शव फेंकता देख स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना नयागांव थाना की पुलिस को दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाश बरामद कर ली है। मृतक महिला की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।

घटना नयागांव थाना क्षेत्र के बलहपुर गंगा घाट किनारे की है। बताया गया कि दोपहर में ऑटो सवार पर सवार दो महिला और दो पुरुष पहुंचे थे। एक विवाहिता का शव कंबल में लपेटकर घाट किनारे फेंक दिया। स्थानीय लोग जब तक कुछ समझते और शव फेंकने वाले से पूछताछ करते, तब तक सभी लोग फरार हो गए।

घटना की सूचना पर आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों की सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। हालांकि शव की पहचान नहीं हो पाई है। मृतक महिला के गले में दाग है, जिससे आशंका जताई जा रही है कि उसकी फांसी लगाकर हत्या की गई है। साक्ष्य छुपाने के लिए उसे गंगा घाट किनारे फेंक दिया गया है। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। मृतक महिला की पहचान की कोशिश कर रही है। उसके बाद ही स्पष्ट होगा कि मामला क्या है। नयागांव थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि ऑटो सवार लोगों ने शव को फेंका है। पहचान कराने के लिए फोटो सभी थाना में भेजा गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में 16 से 31 जनवरी तक लगेगा जॉब कैंप
बिहार सरकार का श्रम संसाधन विभाग जिला नियोजनालय के माध्यम से लोगों को लगातार निजी क्षेत्र की कंपनी में जॉब उपलब्ध करा रहा है। इसी कड़ी में सुरक्षा के क्षेत्र में काम करने को इच्छुक बेरोजगारों के लिए बेगूसराय जिला नियोजनालय सुनहरा मौका लेकर आया है।

देश की सबसे बड़ी सुरक्षा एजेंसी SIS लिमिटेड 350 बेरोजगार युवाओं का चयन करेगी। इसके लिए 16 से 31 जनवरी तक बेगूसराय जिले के 6 प्रखंडों में जॉब कैंप लगाकर बेरोजगारों की भर्ती कराई जाएगी। इसके लिए व्यापक पैमाने पर प्रचार-प्रसार चल रहा है।

जिला नियोजन पदाधिकारी राणा अमितेष ने बताया कि SIS लिमिटेड के चकाई ट्रेनिंग सेंटर की ओर से 50 सुरक्षा सुपरवाइजर की बहाली निकली गई है। इंटर पास 19 से 40 उम्र के 170 सेंटीमीटर हाइट वाले युवक इसमें बहाल हो सकते हैं। इसके लिए वेतनमान 17000 से 24000 रुपए तक दिया जाएगा।

सुरक्षा जवान के 200 पदों पर भी बहाली की जाएगी। मैट्रिक पास 19 से 40 उम्र के 176 सेंटीमीटर ऊंचाई वाले युवक इसमें चयनित हो सकते हैं। उनका वेतनमान 13000 से 22000 होगा। जबकि कैश कस्टोडियन के 100 पदों पर बहाली होगी। जिसमें शैक्षणिक योग्यता इंटर पास निर्धारित की गई है। 19 से 40 वर्ष के 162 सेंटीमीटर हाइट वाले युवक इसमें बहाल हो सकते हैं।

सुरक्षा जवान के लिए वेतनमान 13000 से 17000 रुपए तक है। बताया कि इसके लिए 16 और 17 जनवरी को खोदावंदपुर प्रखंड कार्यालय परिसर, 19 और 20 जनवरी को छौड़ाही प्रखंड परिसर, 22 और 23 जनवरी को बखरी प्रखंड परिसर, 27 और 28 जनवरी को नावकोठी प्रखंड परिसर, 29 और 29 जनवरी को शाम्हो प्रखंड परिसर व 31 जनवरी को बेगूसराय प्रखंड परिसर में कैंप लगाया जाएगा। नियोजन कैंप में भाग लेने वाले आवेदक को एनसीएस पोर्टल www.ncs.gov.in पर रजिस्टर्ड होना अनिवार्य है। इसकी सूचना सभी संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) को भी दी गई है। इस संबंध में विशेष जानकारी SIS के प्रतिनिधि राजीव रंजन भारती से उनके मोबाइल नंबर 9709491026 पर ली जा सकती है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
ओमान में फंसा लड़का घर लौटा, कहा-नमक रोटी खाना, लेकिन एजेंसी के चक्कर में मत पड़ना
बेगूसराय का एक लड़का अच्छी नौकरी और अच्छे वेतन की चाह में घर से दूर ओमान चला गया। जाते वक्त घर पर सभी से बोलकर गया था कि आप लोग चिंता मत करना, अब हर दुख दूर हो जाएंगे, लेकिन एक एजेंट के चक्कर में फंसने के बाद न सिर्फ उसका वीजा जब्त कर लिया गया, बल्कि उसे 4 महीने वहां के गुरुद्वारा में रहकर दिन काटना पड़ा।

जब बेटे के विदेश में फंसने की जानकारी उसके परिजन को हुई, तो उन्होंने स्थानीय सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से संपर्क किया और उनसे मदद की गुहार लगाई। गिरिराज सिंह कि पहल पर लड़के की मंगलवार को घर वापसी हुई है। इकलौते बेटे के घर लौटने पूरा परिवार खुश है।

ये कहानी भगवानपुर प्रखंड के दहिया गांव के रहने वाले कारपेंटर बलवंत शर्मा के इकलौते बेटे रोशन कुमार की है।

रोशन ने बताया कि उसने होटल मैनेजमेंट की डिग्री ली है। डिग्री लेने के बाद वो देहरादून प्लेसमेंट एजेंसी के संपर्क में आया। कंपनी ने 80 हजार रुपए हर महीने मिलने की बात कहकर ओमान भेजने की बात कही।

इसके बाद रोशन का पासपोर्ट बनवाया गया और 13 महीने पहले यानी 3 दिसंबर 2023 को रोशन मुंबई के रास्ते ओमान के मस्कट के लिए रवाना हो गया। मुंबई एयरपोर्ट पर फ्लाइट के टेकऑफ होने से पहले प्लेसमेंट एजेंसी की ओर से कंपनी का कागज दिया गया, जिसमें 80 हजार की जगह 26 हजार रुपए हर महीना लिखा था।

रोशन ने बताया कि ये देख वो थोड़ा संकोच में पड़ गया, लेकिन अब एयरपोर्ट से लौट नहीं सकता था। घर की स्थिति ठीक नहीं थी। दिमाग में ये भी था कि हो सकता है कि 26 हजार रुपए गलत लिखा गया हो। ये सब सोचकर वो मस्कट के लिए चल पड़ा। मस्कट में उसे VS4 नाम की कंपनी के हवाले किया गया।

यहां आने के बाद पता चला कि वाकई में सैलरी 26 हजार रुपए ही है। फिर उसने सोचा कि कुछ दिन काम करके वापस चला जाऊंगा। उसे पता चला कि उसकी ड्यूटी फाइव स्टार मैरक्योर होटल में लगी है। रोशन के मुताबिक, 5 महीने तक उसे कैश में सैलरी मिलती रही

इसके बाद रोशन को लगा कि वो अब बुरी तरह फंस चुका है। रोशन के मुताबिक, जब भी वो पासपोर्ट मांगता था, होटल के कर्मचारियों की ओर से धमका दिया जाता था कि अगर तुमने पासपोर्ट मांगा, तो तुम्हारी पिटाई की जाएगी। कुछ अनहोनी न हो, इसलिए रोशन अगस्त तक चुपचाप रहा। फिर अगस्त में ही वो किसी तरह वहां से निकलकर इंडियन एंबेसी पहुंचा। एंबेसी की ओर से बात करने पर उसे दोबारा होटल भेज दिया गया।

रोशन ने बताया, 'गुरुद्वारा में मैंने एक-एक दिन कर पूरे चार महीने काटे। खाना यहां फ्री में मिल जाता था और रहने की व्यवस्था एंबेसी के अधिकारियों ने करा ही दी थी।' उधर, बेगूसराय में परेशान परिजन ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की और पूरी घटना की जानकारी दी।
गिरिराज सिंह ने विदेश मंत्रालय से हस्तक्षेप का निवेदन किया, तब वहां की इंडियन एंबेसी हरकत में आई। जिस होटल ने रोशन का पासपोर्ट जब्त किया था, उससे 26 दिसंबर 2024 को पासपोर्ट लेकर रोशन को दे दिया गया। फिर मस्कट से लखनऊ की फ्लाइट का टिकट भी दी गई, लेकिन डरे सहमे रोशन ने कुछ पैसे बचाकर रखे थे।

उन पैसों से खुद अगले दिन यानी 27 दिसंबर को मुंबई का फ्लाइट का टिकट लेकर स्वदेश वापस लौटा। मुंबई आकर यहां अपने किसी रिश्तेदार के पास ठहरा और मंगलवार को बेगूसराय लौटा।

बेगूसराय अपने घर पहुंचे रोशन ने बताया, 'डर से नींद नहीं आती थी, नींद की गोली खानी पड़ती थी। उसने कहा कि मैं अपील करूंगा कि मेरे जैसे युवा नमक रोटी खाकर घर पर रह लें, देश में ही कहीं नौकरी कर लें, लेकिन किसी एजेंसी के चक्कर में आकर विदेश में न फंसे। मैं तो वापस आ गया, लेकिन सैकड़ों लोग वहां ऐसे ही फंसे हुए हैं। रोशन के पिता और दादा ने कहा कि अब कभी रोशन को विदेश नहीं जाने देंगे।' पिता बलवंत शर्मा ने बताया, 'इकलौते बेटे के फंसे होने की जानकारी मिलने के बाद से उसकी मां की तबीयत खराब हो गई थी।

वहीं, सांसद प्रतिनिधि प्रभाकर कुमार राय ने बताया कि गिरिराज सिंह को जानकारी मिलने के बाद से रोशन के परिजन लगातार मेरे संपर्क में थे। गिरिराज सिंह के प्रयास से रोशन सकुशल वापस आया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट