अमरावती में फैक्ट्री में जहरीला पदार्थ देने का मामला: 100 से ज्यादा महिलाएं अस्पताल में भर्ती

महाराष्ट्र के अमरावती में एक फैक्ट्री के अंदर 100 से ज्यादा महिलाओं को जहर देने का मामला सामने आया है. महिलाओं की तबीयत बिगड़ने के बाद हंगामा हो गया. जिसके बाद महिलाओं को आनन-फानन में हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. महिलाओं को पानी या नाश्ते में जहर जैसा कोई पदार्थ देने की आशंका है. जिसकी वजह से महिलाओं की तबीयत बिगड़ी और उन्हें पेट दर्द, उल्टियां, मतली जैसे लक्षण दिखाई देने लगे.

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पूरा मामला अमरावती के नंदगांव पेठ में स्थित गोल्डन फाइबर कंपनी का है. इस कंपनी में 100 से ज्यादा महिलाओं की कंपनी के अंदर अचानक तबीयत बिगड़ गई. सभी महिलाओं को गंभीर हालत में अमरावती जिला हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. सभी का इलाज चल रहा है. पीड़ित महिलाओं ने बताया है कि कंपनी के नाश्ते में या फिर पानी में जहर जैसा कुछ मिला हो सकता है जिसकी वजह से सबकी तबीयत बिगड़ी है.

महिलाओं ने बताया कि कंपनी में करीब 700 महिलाओं काम करती हैं. महिलाओं को सुबह करीब 9 बजे से ही मतली आना, उल्टियां होने और पेट दर्द जैसे लक्षण दिखाई दे रहे थे. कंपनी संचालकों की लापरवाही की हद तो तब हो गई जब इतनी सारी महिलाओं की तबीयत बिगड़ने के बाद भी उन्हें कंपनी से बाहर नहीं जाने दिया बल्कि वहीं पर डॉक्टर बुलाकर उनका इलाज कराया गया. कुछ महिलाओं को कंपनी से छुट्टी दे दी गई.

मनसे पदाधिकारी ने की पहल

स्थानीय मनसे के पदाधिकारी ने इस पूरे मामले में पहल की. उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि कंपनी के अंदर जहर देने जैसे हालात बने हुए हैं. जिन महिलाओं को छुट्टी दी गई थी उनके जरिए यह बात फैल गई. मनसे पदाधिकारी तुरंत कंपनी में गए और पुलिस को सूचित किया. जिसके बाद बाकी महिलाओं को भी जिला हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है. कुछ महिलाओं की हालत नाजुक बताई जा रही है. उन्होंने कंपनी के मालिक पर लापरवाही बरतने का आरोप भी लगाया है.

असम के कोयला खदान हादसे में 4 शव निकाले गए, बचाव अभियान जारी

अमस के दीमा हसाओ में तीन किलो मीटर उमरंगसों क्षेत्र में कोयला खदान में फंसे मजदूरों का पता लगाने के लिए अभी भी संयुक्त और बचाव अभियान जारी है. मजदूरों का पता लगाने के लिए भारतीय सेना, भारतीय नौसेना, एनडीआरएफ समेत स्थानीय एजेंसियां जुटी हुई हैं. जानकारी के मुताबिक, बचाव राहत टीम 4 शव निकालें हैं. वहीं खदान में पानी घुसने से 9 मजदूर फंस गए थे.

नेपाल के गंगा बहादुर श्रेथ के रहने वाले एक मजदूर के शव को 8 जनवरी को खदान से निकाल गया था. वहीं 11 जनवरी को और तीन मजदूरों के शव निकाले गए थे. वहीं कुछ मजदूरों के बारे में अभी भी कोई जानकारी नहीं मिल सकी है. बचाव और राहत टीमें लापता मजदूरों का पता लगाने के लिए सातवें दिन भी सर्च अभियान में जुटी हैं.

गौरव गोगोई ने पीएम को लिखा पत्र

कोल इंडिया की 12 सदस्यीय बचाव टीम ने शुक्रवार को खदान ढहने की जगह पहुंची और मजदूरों का पता लगाने में जुट गई. वहीं इस घटना पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने खदान ढहने की जांच एसआईटी से कराने को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. उन्होंने पीएम भेजे गए पत्र में लिखा है कि अवैध रैट होल कोयला खदान में हुई दुखद घटना के बारे में गहरी चिंता से लिख रहा हूं. खदान में पानी भ जाने से कई मजदूर फंस गए थे. उन्होंने ये भी लिखा की बचाव अभियान जारी है लेकिन फंसे मजदूरों के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल रही है.

अभी भी जारी है रेस्क्यू

3 किलो उमरांगसो क्षेत्र में कोयला खदान हादसे में मारे गए लिजेन मगर की पत्नी जुनू प्रधान कहा कि जिस दिन हादसा हुआ वो उनके काम का पहला दिन था. उन्होंने कहा कि परिवार में मेरे पति लिजेन मगर एकमात्र कमाने वाले सदस्य थे. हमारे परिवार में मेरा एक 2 महीने का बच्चा है और मुझे नहीं पता कि अब हमारा भविष्य क्या होगा. 27 वर्षीय लिजेन मगर उन 9 श्रमिकों में शामिल थे, जो 6 जनवरी को रैट-होल कोयला खदान के अंदर फंस गए थे.

मकर संक्रांति पर अगर आप काशी जा रहे तो पढ़ लें पुलिस की ये एडवाइजरी, कई सड़कें रहेंगी बंद

पौष पूर्णिमा यानी कि 13 जनवरी के सुबह चार बजे से मकर संक्रांति के दो दिन बाद तक यानी की 16 जनवरी तक के लिए प्रशासन ने रूट डायवर्जन प्लान जारी कर दिया है. लाखों की संख्या में स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए प्रशासन ने ये रूट प्लान जारी किया है. लेकिन शव वाहन और एम्बुलेंस डायवर्जन प्लान के प्रतिबंध से मुक्त रहेंगे. गोदौलिया से दशास्वमेध घाट तक और मैदागिन चौराहे से गोदौललिया चौराहे तक का मार्ग नो व्हीकल जोन होगा.

पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति को देखते हुए बनारस जिला प्रशासन ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है. गंगा स्नान के लिए आने वाले भक्तों के किसी भी तरह की परेशानी ना, हो इसके लिए प्रशासन ने कई रूटों के डायवर्जन का प्लान तैयार कर लिया है. जानें वाराणसी में स्नान को लेकर किन जगहों पर रूट डायवर्जन किया गया है. इस साल भी पौष पूर्णिमा और मकर संक्रांति के अवसर पर लाखों भक्तों के आने की संभावना जताई जी रही है.

इन रूटों पर होगा बदलाव

बैंक ऑफ बड़ौदा- बैंक औफ बडौदा तिराहे से अस्सी तिराहे के तरफ कोई थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर वाहन नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को रविन्द्रपुरी की तरफ डायवर्ट कर सडक के किनारे पार्क करा दिया जायेगा. अस्सी तिराहा से आने वाले समस्त प्रकार के वाहनों को अग्रवाल तिराहा से आगे नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को ब्रॉडवे होटल की तरफ डायवर्ट कर किनाराम आश्रम के सामने पार्क कराया जायेगा.

ब्रॉडवे होटल तिराहा

ब्रॉडवे होटल तिराहा से किसी भी वाहन को अग्रवाल के तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को विजया तिराहा के तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा, जो जल संस्थान अथवा खोजवा होकर कमच्छा होकर रथयात्रा को जायेंगे. भेलूपुर चौराहा से थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर प्रकार के वाहनों को सोनारपुरा के तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को विजया तिराहा के तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा तथा भेलूपुर चौराहा से रामापुरा चौराहा की तरफ नही जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को विजया तिराहा के तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा.

वाहन कहां किये जाएंगे डायवर्ट

थाना भेलूपुर के सामने से हल्के और दोपहिया वाहन रेवड़ी तालाब होते हुए जयनारायण सिंह इंटर कॉलेज तक आयेगे और यहां ग्राउण्ड में वाहन पार्क करेंगें. इसके आगे रामापुरा की तरफ कोई भी वाहन नहीं जायेंगें. सोनारपुरा चौराहा से किसी भी प्रकार के थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों को गोदौलिया की तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को भेलूपुर की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा. गुरुबाग तिराहा से किसी भी प्रकार के थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों को लक्सा होकर रामापुरा चौराहा की तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को नीमामाई और कमच्छा की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा.

लक्सा तिराहा पर रहेगी रोक

लक्सा तिराहा से किसी भी प्रकार के थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों को रामापुरा चौराहा की तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों को गुरुबाग तिराहा की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा. रामापुरा चौराहे से गौदोलिया की तरफ किसी दशा में 4 पहिया वाहन को नहीं जाने दिया जायेगा, इन वाहनों को लक्सा और बेनिया तिराहा की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा. गोदौलिया चौराहा से किसी भी प्रकार के वाहन को किसी भी दशा में मैदागिन और दशाश्वमेध घाट की तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों रामापुरा और सोनारपुरा की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा.

गौदोलिया के पास गाड़ी मल्टीलेवल पार्किंग में होगी पार्क

पहिया वाहनों को गौदोलिया स्थित मल्टीलेवल पार्किंग में ही पार्क कराया जायेगा. बेनिया तिराहे से किसी भी प्रकार के थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों को रामापुरा की तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों में से 4 पहिया प्राइवेट वाहनों को बेनिया पार्किंग में पार्क कराया जायेगा. तथा 3 पहिया वाहन को पियरी की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा. लहुराबीर चौराहा से किसी भी प्रकार के थ्री व्हीलर और फोर व्हीलर वाहनों को बेनिया की तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. इन वाहनों मलदहिया चौराहा और काशिका तिराहा की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा.

मैदागिन चौराहे से किसी भी प्रकार के वाहनों को थाना चौक होते हुए गौदोलिया की तरफ नहीं जाने दिया जायेगा. जिनमें थ्री व्हीलर, फोर व्हीलर और पैडल रिक्शा शामिल हैं. इनकों कबीरचौरा और विशेश्वरगंज तिराहा की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा. 4 पहिया वाहन मैदागिन स्थित टाउन हॉल पार्किंग में पार्क कराये जायेंगे. विशेश्वरगंज तिराहा मछोदरी की तरफ से आने वाले समस्त प्रकार के वाहनों को विशेश्वरगंज तिराहा से आगे नहीं जाने दिया जायेगा, इन वाहनों को गोलगड्डा तिराहा की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा.

सूजाबाद के वाहनों राजघाट किया जाएगा डायवर्ट

भदऊ चुंगी से भैसासुर घाट की तरफ किसी भी प्रकार के वाहनों को नहीं आने दिया जायेगा. इन वाहनों को रेलवे कॉलोनी के मैदान में पार्क कराया जायेगा. सूजाबाद चौकी से सभी प्रकार के वाहनों को राजघाट की तरफ नहीं आने दिया जायेगा, इन वाहनों को रामनगर की तरफ डायवर्ट कर दिया जायेगा, जो लंका मैदान रामनगर में ही पार्क कराये जायेगें.

आतिशी की क्राउड फंडिंग में मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स, 4 घंटे में मिला 11 लाख से ज्यादा रुपये का चंदा

दिल्ली की सीएम आतिशी क्राउड फंडिंग के तहत महज 4 घंटे में 11 लाख से ज्यादा का चंदा मिला है. 190 लोगों ने आतिशी को 11 लाख 2 हजार 606 रुपए का चंदा दिया है. सुबह 10 बजे आतिशी ने क्राउड फंडिंग की अपील की थी. आतिशी ने कालकाजी से विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए लोगों से 40 लाख रुपए क्राउड फंडिंग के लिए अपील की थी.

आतिशी ने कहा था कि चुनाव लड़ने के लिए मुझे पैसों की जरूरत है. चुनाव लड़ने के लिए मुझे 40 लाख रुपये चाहिए. मेरे क्राउड फंडिग अभियान का समर्थन करें. आतिशी ने कहा है कि हम उद्योगपति से चंदा नहीं लेंगे. हम जनता के चंदे से चुनाव लड़ेंगे.

आतिशी ने athishi.aamaadmiparty.org नाम से लिंक जारी कर कहा कि नेता अगर जनता के चंदे से चुनाव लड़ेगा तो बनने वाली सरकार उनके लिए काम करेगी और अगर उद्योगपति से पैसा लेकर लड़ेगा तो उनके लिए काम करेगी.

आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जब से आम आदमी पार्टी बनी है तब से दिल्ली के आम लोगों ने आम आदमी पार्टी को सपोर्ट और चुनाव लड़ने के लिए चंदा दिया. 2013 में भी लोगों ने चुनाव में छोटे छोटे डोनेशन दिया. 2013 में जब पहला चुनाव लड़े थे घर घर जाते थे लोग छोटे छोटे डोनेशन देते थे. नुक्कड़ सभा के बाद हम एक चादर फैलाते थे लोग 10 रुपए, 50 रुपए और 100 रुपए लोग उसमें डालते थे

हम बड़े-बड़े बिजनेसमैन से चंदा नहीं लेते

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की ईमानदारी की राजनीति इसलिए हो पाई है कि हम बड़े-बड़े बिजनेसमैन से चंदा नहीं लेते थे. जिन दलों ने बिजनेसमैन से पैसा लिया फिर उनकी सरकारें बिजनेसमैन के लिए काम करती हैं. हम चुनाव लड़ने के लिए उद्योगपति दोस्तों से नहीं लेते. जो उद्योगपतियों से चंदा लेकर चुनाव लड़ते हैं उनकी सरकार उनके लिए ही काम करती है.

मगर आम आदमी पार्टी की दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार आम लोगों के लिए काम करती है क्योंकि वही चुनाव लड़वाते हैं. अगर हमने बड़े बड़े स्कूलों, अस्पतालों या दवा कंपनियों से चुनाव लडा होता तो हम उनको ठीक नहीं कर पाते. सीएम बनने के बाद सैकड़ों करोड़ के सड़क-स्कूल के उद्घाटन किए हैं अगर हम इन स्कूल बनवाने वालों से करप्शन के पैसे लेते थे फ्लाईओवर और सड़क चूने लगते.

आतिशी ने कहा कि आज मैं अपने चुनाव के लिए एक क्राउड फंडिंग की शुरुआत कर रही हूं. जो 40 लाख रुपए मुझे चाहिए चुनाव लड़ने के लिए. दिल्ली और देश के लोगों से अपील है कि मुझे डोनेट करेंगे. atishi.aamaadmiparty.org इस लिंक पर जाकर आप डोनेट कर सकते हैं.

BJP पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे इकट्ठे करती है

वहीं, CAG रिपोर्ट पर आतिशी ने कहा कि BJP पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे इकट्ठे करती है. चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पैसा इकट्ठा करने की जरूरत नहीं है. उन्हें दोस्तों के माध्यम से इतना इकट्ठा कर लिया हो कि उन्हें इकट्ठा करने की जरूरत ना हो. हम ईमानदारी से अपनी सैलरी से घर चलाते हैं. हमारे पास भ्रष्टाचार का एक भी पैसा नहीं हैं. इस बार भी हम दिल्ली के लोगों के समर्थन से हम चुनाव लड़ेंगे.

BJP के पास चुनाव लड़वाने के लिए उम्मीदवार नहीं

आतिशी ने कहा कि बीजेपी की लिस्ट के बारे में दो चीजें सामने आ रही है. बीजेपी के पास चुनाव लड़वाने के लिए उम्मीदवार नहीं है. वर्ना इतना टाइम क्यों लग रहा है. ऐसा सुनने में आया है कि बीजेपी के बड़े नेता चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है.

हिरासत में पप्पू यादव…बिहार बंद के दौरान पटना की सड़कों पर हंगामा-आगजनी

बिहार के पुर्णिया के निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में बिहार बंद का ऐलान किया है. उनके समर्थक छात्रों के साथ मिलकर बिहार में अलग-अलग जगहों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच पप्पू यादव को हिरासत में ले लिया गया है. कई जगहों से आगजनी की तस्वीर सामने आई है. अशोक राजपथ पर उनके समर्थकों ने छात्रों के साथ मिलकर टायर जलाए.

पप्पू यादव बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन परीक्षा को रद्द करने और उसे फिर से कराने की मांग कर रहे हैं. पप्पू यादव समेत कई छात्रों और उनके समर्थकों को हिरासत में लिया गया है. ‘बिहार बंद’ को लेकर पप्पू ने कहा कि सरकार का राम राम सत्य करना है. जो लोग छात्र-विरोधी हैं उनका राम-राम सत्य है. बिहार की जनता सड़कों पर है. छात्र सड़कों पर हैं. हर कोई बिहार बंद समर्थन कर रहा है.

वहीं, प्रशांत किशोर पर बड़ा हमला बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि ‘चोर मचाए शोर’. प्रशांत किशोर बीजेपी का सबसे बड़ा दलाल हैं. प्रशांत किशोर ने भी इसको लेकर आमरण अनशन किया था. पिछले दिनों उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था. कोर्ट से जमानत मिलने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई थी, जिसके बाद उन्हें मेदांता में भर्ती कराया गया था. हालांकि, अब उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है.

बिहार बंद पर क्या बोलीं मीसा भारती?

वहीं, पप्पू यादव के ‘बिहार बंद’ के आह्वान पर आरजेडी सांसद मीसा भारती ने कहा कि आज रविवार है, इसलिए सभी स्कूल और कॉलेज बंद हैं. यह एक लोकतांत्रिक देश है. हर किसी के पास अपने अधिकार हैं. इसलिए वे ऐसा कर सकते हैं.

13 दिसंबर को हुई थी BPSC की परीक्षा

पिछले साल 13 दिसंबर को 70वीं BPSC की प्रारंभिक परीक्षा हुई थी. राजधानी पटना के एक सेंटर का एग्जाम रद्द हो गया था. इसके बाद से नाराज अभ्यर्थियों ने इसको लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया और पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग की. देखते ही देखते इस मामले ने तूल पकड़ लिया. अभ्यर्थियों फिर से परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं.

हम चुनाव नहीं लड़ेंगे अगर….अरविंद केजरीवाल ने अमित शाह को दिया ये बड़ा चैलेंज

दिल्ली में चौथी बार सत्ता हासिल करने के लिए अरविंद केजरीवाल ने पूरी ताकत झोंक दी है. दिल्ली के शकूरबस्ती इलाके में एक चुनावी कार्यक्रम के दौरान केजरीवाल ने बीजेपी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जैसे जैसे चुनाव पास आ रहा है भाजपा का झुग्गियों वालों के लिए प्यार बढ़ता ही जा रहा है. इन्हें झुग्गियों वालों से नहीं उनके वोट और जमीन से प्यार है.

केजरीवाल ने कहा कि आज मैं अमित शाह जी को चैलेंज देने आया हूं कि आपने पिछले 10 सालों में जितने झुग्गी वालों के खिलाफ केस किए उनको 24 घंटों में वापस लेंगे. कोर्ट में एफिडेविट देकर बताओ कि उनको वहीं बसाओगे तो केजरीवाल चुनाव नहीं लड़ेगा. उन्होंने कहा कि कल अमित शाह जी ने झुग्गियों वालों को बुलाया था और मुझे गालियां दीं. गृह मंत्री की मर्यादा होनी चाहिए. शब्दों की गरिमा होनी चाहिए.

झुग्गियों वालों को गुमराह कर रहे अमित शाह

केजरीवाल ने कहा कि अमित शाह जी ने जिस तरह से झुग्गियों वालों को झूठ बोलकर गुमराह करने की कोशिश की. इसके पर्दाफाश के लिए ही हम आए हैं. अमित शाह जी ने कहा कि ‘जहां झुग्गी वहां मकान’ लेकिन ये नहीं बता रहे कि जहां झुग्गी, वहां इनके दोस्त और बिल्डरों के मकान. इनका दोस्त कौन है सारी दुनिया जानती है. ये जमीन अपने दोस्तों को देना चाहते हैं.

ये कह रहे हैं कि मोदी मकान बनाकर देंगे लेकिन 10 साल में 4 लाख झुग्गी वालों के लिए 4700 मकान बनाए हैं. ऐसे तो 1000 साल लग जाएंगे. इस झुग्गी के लोगों को नहीं पता कि 30 सितंबर 2024 को रेलवे ने इस जमीन का टेंडर कर दिया. वो तो सत्येंद्र जैन को किसी ने कागज दे दिए. 27 दिसंबर को LG ने इस जमीन का लैंड यूज चेंज कर दिए. जब ये लोग सो रहे थे और आकर इनके साथ कैरम खेलते हैं. 8 फरवरी को ये लोग इस झुग्गी को तोड़ देंगे.

2015 में भी झुग्गी टूटने वाली थी लेकिन मैं मुख्यमंत्री बना था तो रात को आकर झुग्गियों को तोड़ने से बचाया. वर्ना ये तोड़ देते. उस समय एक बच्ची की जान भी गई. इनको झुग्गी वालों से नहीं उनकी जमीन से प्यार है. अगर दिल्ली वालों ने भाजपा को वोट दे दिया तो ये एक साल में सारी झुग्गियों को तोड़ देंगे. आपको मार देंगे. पिछले 10 साल में बीजेपी वालों ने झुग्गियों को तोड़कर तीन लाख लोगों को बेघर कर दिया.

महाकुंभ 2025: वाराणसी रेलवे स्टेशन पर नॉनवेज पर प्रतिबंध, यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ और जीआरपी तैनात

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ के दौरान वाराणसी के सभी रेलवे स्टेशन परिसर और खुलने वाली ट्रेनों की पैंट्री में नॉनवेज पर प्रतिबंध लगाया गया है. यात्रियों की सुरक्षा को लेकर आरपीएफ, जीआरपी और सीआरपीएफ के जवान मुस्तैद रहेंगे. ट्रेन के आने और जाने पर इनकी इंटर्नल टीम एक्टिव हो जाएगी ताकि यात्रियों को सुरक्षित प्लेटफॉर्म से बाहर निकाला जा सके और उनका मार्गदर्शन किया जा सके.

ये जानकारी वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने दी. स्टेशन डायरेक्टर ने बताया कि यात्रियों की सुविधाओं के लिए तीन हेल्पडेस्क बनाए गए हैं, जिन्हें एक मेन एंट्री पर और दो होल्डिंग एरिया में बनाया गया है. उन्होंने बताया कि रेलवे स्टेशन पर मेडिकल टीम एक्टिव रहेगी. डॉक्टर के साथ पैरा मेडिकल स्टॉफ भी मौजूद रहेंगे. स्टेशन के एंट्री और एग्जिट गेट पर 108 एम्बुलेंस सेवा मौजूद रहेगी.

साफ-सफाई और सुरक्षा का रखा जा रहा विशेष ख्याल

वाराणसी के मण्डलायुक्त ने महाकुंभ को लेकर एक समीक्षा बैठक की. बैठक में ये तय किया गया कि ऑटो, ई रिक्शा और मोटर बोट का किराया निर्धारित. यात्रियों और श्रद्धालुओं से उससे ज्यादा किराया नही लिया जाएगा. पलट प्रवाह को देखते हुए विशेष रूप से बसंत पंचमी से महाशिवरात्रि तक स्टेशन, गंगा घाट और धार्मिक स्थलों के आस पास साफ सफाई और सुरक्षा का विशेष ख्याल रखा जाएगा. सड़कों को गड्ढा मुक्त करने से लेकर घाटों पर साफ सफाई और मूलभूत सुविधाओं पर विशेष ध्यान रखना है

NDRF और गोताखोर किए जा रहे तैयार

जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को देखते हुए घाट के दोनों तरफ जल पुलिस और एनडीआरएफ के जवान सक्रिय रहेंगे. नहाने के लिए स्थान सुनिश्चित किए जाएंगे और गोताखोरों को सक्रिय रखा जाएगा. महाकुम्भ के दौरान पूरे शहर में स्वच्छता अभियान युद्ध स्तर पर जारी रहेगा. यात्रियों और श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए महत्वपूर्ण स्थानों के लिए साइन बोर्ड लगाए जायेंगे. विश्वनाथ मंदिर में भीड़ प्रबंधन को लेकर भी समीक्षा की गई है. प्रशासन की कोशिश है कि महाकुम्भ में जो भी श्रद्धालु प्रयागराज से काशी आता है तो यहां से खुशनुमा एहसास और मीठी यादें लेकर जाए.

आतिशी ने की क्राउड फंडिंग की अपील, कहा- चुनाव लड़ने के लिए 40 लाख रुपये की जरूरत

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए क्राउड फंडिंग कैंपेन की शुरुआत की है. उन्होंने चुनाव के लिए दिल्ली की जनता से मदद मांगी हैं. आतिशी ने कहा कि चुनाव लड़ने के लिए मुझे पैसों की जरूरत है. चुनाव लड़ने के लिए मुझे 40 लाख रुपये चाहिए. मेरे क्राउड फंडिग अभियान का समर्थन करें. आतिशी ने कहा है कि हम उद्योगपति से चंदा नहीं लेंगे. हम जनता के चंदे से चुनाव लड़ेंगे.

आतिशी ने athishi.aamaadmiparty.org नाम से लिंक जारी कर कहा कि नेता अगर जनता के चंदे से चुनाव लड़ेगा तो बनने वाली सरकार उनके लिए काम करेगी और अगर उद्योगपति से पैसा लेकर लड़ेगा तो उनके लिए काम करेगी.

आतिशी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि जब से आम आदमी पार्टी बनी है तब से दिल्ली के आम लोगों ने आम आदमी पार्टी को सपोर्ट और चुनाव लड़ने के लिए चंदा दिया. 2013 में भी लोगों ने चुनाव में छोटे छोटे डोनेशन दिया. 2013 में जब पहला चुनाव लड़े थे घर घर जाते थे लोग छोटे छोटे डोनेशन देते थे. नुक्कड़ सभा के बाद हम एक चादर फैलाते थे लोग 10 रुपए, 50 रुपए और 100 रुपए लोग उसमें डालते थे

हम बड़े-बड़े बिजनेसमैन से चंदा नहीं लेते

उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की ईमानदारी की राजनीति इसलिए हो पाई है कि हम बड़े-बड़े बिजनेसमैन से चंदा नहीं लेते थे. जिन दलों ने बिजनेसमैन से पैसा लिया फिर उनकी सरकारें बिजनेसमैन के लिए काम करती हैं. हम चुनाव लड़ने के लिए उद्योगपति दोस्तों से नहीं लेते. जो उद्योगपतियों से चंदा लेकर चुनाव लड़ते हैं उनकी सरकार उनके लिए ही काम करती है.

मगर आम आदमी पार्टी की दिल्ली की अरविंद केजरीवाल की सरकार आम लोगों के लिए काम करती है क्योंकि वही चुनाव लड़वाते हैं. अगर हमने बड़े बड़े स्कूलों, अस्पतालों या दवा कंपनियों से चुनाव लडा होता तो हम उनको ठीक नहीं कर पाते. सीएम बनने के बाद सैकड़ों करोड़ के सड़क-स्कूल के उद्घाटन किए हैं अगर हम इन स्कूल बनवाने वालों से करप्शन के पैसे लेते थे फ्लाईओवर और सड़क चूने लगते.

आतिशी ने कहा कि आज मैं अपने चुनाव के लिए एक क्राउड फंडिंग की शुरुआत कर रही हूं. जो 40 लाख रुपए मुझे चाहिए चुनाव लड़ने के लिए. दिल्ली और देश के लोगों से अपील है कि मुझे डोनेट करेंगे. atishi.aamaadmiparty.org इस लिंक पर जाकर आप डोनेट कर सकते हैं.

BJP पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे इकट्ठे करती है

वहीं, CAG रिपोर्ट पर आतिशी ने कहा कि BJP पैसे से सत्ता और सत्ता से पैसे इकट्ठे करती है. चुनाव लड़ने के लिए उन्हें पैसा इकट्ठा करने की जरूरत नहीं है. उन्हें दोस्तों के माध्यम से इतना इकट्ठा कर लिया हो कि उन्हें इकट्ठा करने की जरूरत ना हो. हम ईमानदारी से अपनी सैलरी से घर चलाते हैं. हमारे पास भ्रष्टाचार का एक भी पैसा नहीं हैं. इस बार भी हम दिल्ली के लोगों के समर्थन से हम चुनाव लड़ेंगे.

BJP के पास चुनाव लड़वाने के लिए उम्मीदवार नहीं

आतिशी ने कहा कि बीजेपी की लिस्ट के बारे में दो चीजें सामने आ रही है. बीजेपी के पास चुनाव लड़वाने के लिए उम्मीदवार नहीं है. वर्ना इतना टाइम क्यों लग रहा है. ऐसा सुनने में आया है कि बीजेपी के बड़े नेता चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं है.

भट्ठी में जला दी गई 36000 करोड़ रुपये की ड्रग्स, जानें पुलिस ने क्यों अपनाया ये तरीका?

अंडमान और निकोबार की राजधानी श्री विजयपुरम में पुलिस 36000 करोड़ रुपये के ड्रग्स (नशीली दवाओं) को भट्ठी में जला रही है. पुलिस का कहना है कि ये ड्रग्स इतनी खतरनाक है कि इसे खुले में नहीं जलाया जा सकता. पुलिस द्वारा पकड़ी गई ड्रग्स की खेप नशीले पदार्थों में देश की सबसे बड़ी खेप है. इस कार्रवाई की अगुआई खुद डीजीपी धालीवाल कर रहे हैं. उनका कहना है कि इसे नष्ट करने का यही एक विकल्प है.

डीजीपी ने बताया कि अगर इसे खुले में जलाया या गड्ढे में दफनाया तो इससे बहुत ज्यादा प्रदूषण होता, जिससे ये लोगों के स्वास्थ्य पर गहरा असर डालता. उन्होंने बताया कि ये कार्रवाई नागरिक अधिकारियों से अनुमति लेकर की गई है. अंडमान-निकोबार पुलिस ने ड्रग्स की बड़ी खेप पकड़ी थी. इसकी इंटरनेशनल मार्केट में कीमत करीब 36 हजार करोड़ रुपये है. इसके साथ ही पुलिस ने 6 विदेशी तस्करों को गिरफ्तार किया था. वह इस नशीले पदार्थों को मछली पकड़ने वाले जहाज पर 222 प्लास्टिक के बैग में रखकर ले जा रह थे. नेवी के एक जहाज ने इन्हें बैरन द्वीप के पास पकड़ा.

6 हजार किलो से ज्यादा नशीली दवाएं

श्री विजयपुरम में पुलिस द्वारा जब्त 36000 करोड़ रुपये की नशीली दवाओं के नष्ट किए जाने पर डीजीपी हरगोबिंदर सिंह धालीवाल ने कहा कि अंडमान और निकोबार पुलिस ने भारत की सबसे बड़ी जब्त 6000 किलोग्राम से अधिक की नशीली दवाओं को नष्ट करना शुरू कर दिया है. बड़ी मात्रा के कारण इसे जलाकर नष्ट किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और गृह मंत्रालय के साथ-साथ स्थानीय अधिकारियों के सहयोग के कारण रिकॉर्ड समय में इतनी बड़ी मात्रा को नष्ट कर सकते हैं.

ये अधिकारी भी रहे मौजूद

डीजीपी ने बताया कि इससे उत्पन्न प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सकता है, क्योंकि जल निपटान, खुले में जलाना या मिट्टी खोदना जैसे अन्य सभी तरीके भस्मीकरण की तुलना में बहुत अधिक प्रदूषण पैदा करते हैं. इसके लिए नागरिक अधिकारियों से अनुमति ली गई थी. ड्रग्स को जलाने के दौरान डीजीपी के अलावा एसएसपी (सीआईडी) जितेंद्र मीणा, एसपी (मुख्यालय) मोहम्मद इरशाद हैदर और पुलिस अधिकारी गीता रानी वर्मा भी मौजूद रहे.

सोलापुर में ट्रेन पर पथराव की घटना जारी, मुंबई-चेन्नई एक्सप्रेस को बनाया गया निशाना

महाराष्ट्र के सोलापुर से एक बार ट्रेन फिर ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई है. महज 10 दिन में ये दूसरी बार है, जब ट्रेन को निशाना बनाया गया है. सोलापुर मंडल में ट्रेन पर दूसरी बार पथराव किया गया. इस बार मुंबई-चेन्नई एक्सप्रेस पर पारेवाडी और वाशिंबे के बीच ये हादसा हुआ. हमलावर कौन थे, अभी उनके बारे में पता नहीं चल पाया है. हालांकि इस पथराव में किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है.

ट्रेन पर पत्थरबाजी में दिव्यांग डिब्बे में बैठे एक यात्री को मामूली चोटें आईं, जिसके तुरंत बाद उनका इलाज किया गया. घायल व्यक्ति की पहचान अनिकेत लहमुने के रूप में हुई है और वह पुणे से कुर्दुवाडी जा रहे थे. गनीमत ये रही कि इस हादसे में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. पथराव से ट्रेन की खिड़कियां टूट गईं. हादसे के बाद वहां का वीडियो भी सामने आया.

10 दिन में दूसरी बार ट्रेन पर पथराव

वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि खिड़कियों के कांच का चूरा हो गया है. 10 दिन में दूसरी बार इस तरह की घटना की वजह से यात्रियों में डर का माहौल पैदा हो गया. लोग यात्रा करने से डर रहे हैं कि कहीं फिर से पथराव न हो जाए. इस मामले में सोलापुर लोहमार्ग पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है.

पहले वंदे भारत को बनाया था निशाना

कुछ दिन पहले ही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना सामने आई थी. जैसे ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन स्टेशन के पास पहुंची, तभी अज्ञात लोगों ने अचानक पत्थर फेंकने शुरू कर दिए थे. ट्रेन के सी-11 कोच को निशाना बनाया गया था. वहीं अब मुंबई-चेन्नई एक्सप्रेस पर अज्ञात हमलावरों ने पथराव किया है. अलग-अलग जगहों से ट्रेनों पर पथराव की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं और सबसे ज्यादा हमलावर वंदे भारत ट्रेन को अपना निशाना बनाते हैं.