सोलापुर में ट्रेन पर पथराव की घटना जारी, मुंबई-चेन्नई एक्सप्रेस को बनाया गया निशाना

महाराष्ट्र के सोलापुर से एक बार ट्रेन फिर ट्रेन पर पथराव की घटना सामने आई है. महज 10 दिन में ये दूसरी बार है, जब ट्रेन को निशाना बनाया गया है. सोलापुर मंडल में ट्रेन पर दूसरी बार पथराव किया गया. इस बार मुंबई-चेन्नई एक्सप्रेस पर पारेवाडी और वाशिंबे के बीच ये हादसा हुआ. हमलावर कौन थे, अभी उनके बारे में पता नहीं चल पाया है. हालांकि इस पथराव में किसी तरह के नुकसान की जानकारी नहीं है.

ट्रेन पर पत्थरबाजी में दिव्यांग डिब्बे में बैठे एक यात्री को मामूली चोटें आईं, जिसके तुरंत बाद उनका इलाज किया गया. घायल व्यक्ति की पहचान अनिकेत लहमुने के रूप में हुई है और वह पुणे से कुर्दुवाडी जा रहे थे. गनीमत ये रही कि इस हादसे में कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ. पथराव से ट्रेन की खिड़कियां टूट गईं. हादसे के बाद वहां का वीडियो भी सामने आया.

10 दिन में दूसरी बार ट्रेन पर पथराव

वीडियो में साफतौर पर देखा जा सकता है कि खिड़कियों के कांच का चूरा हो गया है. 10 दिन में दूसरी बार इस तरह की घटना की वजह से यात्रियों में डर का माहौल पैदा हो गया. लोग यात्रा करने से डर रहे हैं कि कहीं फिर से पथराव न हो जाए. इस मामले में सोलापुर लोहमार्ग पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है.

पहले वंदे भारत को बनाया था निशाना

कुछ दिन पहले ही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना सामने आई थी. जैसे ही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन स्टेशन के पास पहुंची, तभी अज्ञात लोगों ने अचानक पत्थर फेंकने शुरू कर दिए थे. ट्रेन के सी-11 कोच को निशाना बनाया गया था. वहीं अब मुंबई-चेन्नई एक्सप्रेस पर अज्ञात हमलावरों ने पथराव किया है. अलग-अलग जगहों से ट्रेनों पर पथराव की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं और सबसे ज्यादा हमलावर वंदे भारत ट्रेन को अपना निशाना बनाते हैं.

भारत और ताइवान के गठजोड़ से चीन को लगेगी ‘मिर्ची’, AI लैपटॉप से बनेगी बात

भारत में आईटी हार्डवेयर मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में एक नई दिशा देखने को मिल रही है. यह चीन के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकती है. भारत ने ताइवान की कंपनी MSI के साथ मिलकर अपने इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने का प्लान बनाया है. चेन्नई में Syrma SGS टेक्नोलॉजी लिमिटेड मॉडर्न लैपटॉप के लिए नई असेंबली लाइन बना रही है. यूनियन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने इस नई असेंबली की आधारशिला रखी. भारत में बढ़ता इलेक्ट्रॉनिक्स प्रोडक्शन चीन के वर्चस्व को चुनौती दे सकता है, जो आईटी हार्डवेयर का सबसे बड़ा मैन्युफैक्चरर है.

ताइवानी कंपनी के साथ पार्टनरशिप

सिरमा एसजीएस ने ताइवान की कंपनी MSI के साथ पार्टनरशिप की है, जो AI-पावर्ड पर्सनल कंप्यूटर की दिग्गज कंपनी है. नई असेंबली लाइन में MSI के लैपटॉप भी बनाए जाएंगे. यह कदम भारत में लैपटॉप और अन्य आईटी हार्डवेयर के प्रोडक्शन को बढ़ावा देगा और भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स के ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब के तौर पर स्थापित करने में मदद मिलेगी.

इस पहल से भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर और भी मजबूत होगा, और यह मेक इन इंडिया मिशन को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाएगा.

भारत का नया कदम

भारत सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव ‘PLI 2.0’ स्कीम के महज 18 महीनों के अदर नई यूनिट शुरू हो गई है, और तमिलनाडु में चल रही है. इसके तहत ‘मेड इन इंडिया’ लैपटॉप बनने भी शुरू हो गए हैं. इन 18 महीनों में 3,900 नौकरियों पैदा हुई हैं, और 10,000 करोड़ रुपये का प्रोडक्शन हुआ.

तमिलनाडु में सिरमा एसजीएस की नई असेंबली लाइन हर साल हजारों लैपटॉप का प्रोडक्शन करेगी. प्रधानमंत्री मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन को रफ्तार देते हुए यूनियन मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने इस प्रोजक्ट का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि इससे भारत में इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता बढ़ेगी और देश की आईडी हार्डवेयर इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों तक पहुंचने में मदद मिलेगी.

चीन के लिए चुनौती

भारत और ताइवान के इस गठजोड़ से चीन को एक नया खतरा महसूस हो सकता है. चीन वर्तमान में आईटी हार्डवेयर और लैपटॉप के सबसे बड़े मैन्युफैक्चचरिंग देशों में से एक है. लेकिन अब भारत की यह नई पहल, खासकर ताइवान के साथ साझेदारी के बाद चीन के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है.

भारत के बाजार में लैपटॉप के प्रोडक्शन और सप्लाई की बढ़ती कोशिशो से चीन की मैन्युफैक्चरिंग ताकत को चुनौती मिल सकती है. भारत न केवल घरेलू बाजार में लैपटॉप की बढ़ती मांग को पूरा करेगा, बल्कि ग्लोबल मार्केट में भी अपनी पहचान बनाने की दिशा में आगे बढ़ेगा. इससे चीनी कंपनियों को टफ कंपटीशन का सामना करना पड़ सकता है.

वोटर लिस्ट में हेराफेरी कर रही BJP’, दिल्ली चुनाव के बीच केजरीवाल ने चीफ इलेक्शन कमीशन को लिखी चिट्ठी

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के सियासी घमासान जारी है. इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुख्य चुनाव आयुक्त को पत्र लिखा है. इसमे आप मुखिया ने बीजेपी पर आगामी चुनावों की अखंडता को नष्ट करने का आरोप लगाया है. साथ ही नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदाता सूचियों में हेरफेर करने को लेकर चिंता जाहिर की है.

अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि, बीजेपी दिल्ली की जनता को गुमराह करने और गुप्त रूप से वोटर लिस्ट में हेरफेर करने के लिए पिछले दरवाजे से रणनीति अपना रही है. बीजेपी अपने सांसदों और मंत्रियों के पते का उपयोग करके फर्जी वोट बनवा रही है. येदेश भर से वोटों को नई दिल्ली विधानसभा में जोड़ रही है. ‘ उन्होंने दावा किया है कि ये सब नई दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा के इशारे पर हो रही है. वर्मा ने अपने पते पर 33 नाम जोड़ने के आवेदन दिए हैं. उन्हें भ्रष्ट आचरण के लिए अयोग्य घोषित किया जाना चाहिए.

‘नई दिल्ली विधानसभा में नए वोटर को जोड़ा जा रहा’

अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि बीजेपी पूरे भारत से बड़े पैमाने पर वोटों को नई दिल्ली विधानसभा में अपने आवास पर स्थानांतरित कर रही है. आज दिल्ली में जो कुछ हो रहा है, वह उन दिनों की याद दिलाता है जब देश में बंदूक की नोक पर बड़े पैमाने पर बूथ कैप्चरिंग होती थी. केजरीवाल ने पत्र में लिखा है, ‘सैकड़ों नए वोटों को बीजेपी नेताओं और परिसरों के पते पर ट्रांसफर करने की कोशिश की जा रही है.’

उन्होंने आरोप लगाया है कि इस गड़बड़ी में बीजेपी के कई सांसद, केंद्रीय मंत्री और कैबिनेट सदस्य शामिल हैं. केजरीवाल ने दावा किया है कि यह पैटर्न बीडेपी उम्मीदवारों के पक्ष में जानबूझकर मतदाता सूची बदलने की कोशिश की ओर इशारा करता है. इसमे नई दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश वर्मा भी शामिल हैं. उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की है कि प्रवेश वर्मा को चुनाव लड़ने से अयोग्य घोषित किया जाए.

अचानक इतने आवेदन कैसे कर दिया गया?

केजरीवाल ने पत्र में मुख्य चुनाव आयुक्त से आग्रह किया है कि जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत आपराधिक एफआईआर दर्ज की जाए. साथ ही लोकतांत्रिक प्रक्रिया को खत्म करने की ऐसी ज़बरदस्त कोशिशों को रोकने के लिए सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा है कि यह समझ से परे है कि इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं ने अचानक से स्थानांतरण के लिए आवेदन कैसे कर दिया?

उन्होंने अपने पत्र में इन संदिग्ध मतदाता स्थानांतरणों को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र निष्पक्ष, पारदर्शी और समान स्तर का होना चाहिए. मतदाता सूची से छेड़छाड़ लोकतांत्रिक प्रक्रिया के मूल को कमजोर करती है. पत्र में चुनाव आयोग से स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की पवित्रता की रक्षा के लिए तेजी से काम करने का आग्रह किया गया है.

दिल्ली चुनाव: कांग्रेस को बड़ा झटका, प्रियंका अग्रवाल आम आदमी पार्टी में शामिल

दिल्ली में विधानसभा चुनाव का घमासान पहले से और भी तेज हो जाता है. आम आदमी पार्टी और बीजेपी में आरोप-प्रत्यारोप के बीच कांग्रेस पार्टी की नेता प्रियंका अग्रवाल आप में शामिल हो गई हैं. प्रियंका अग्रवाल दिल्ली महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष थीं. उन्होंने ऐन चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया है.

कस्तूरबा नगर के कोटला मुबारकपुर वार्ड से दिल्ली महिला कांग्रेस की वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रियंका अग्रवाल आज आम आदमी पार्टी में शामिल हो गईं. आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने पटका और टोपी पहनाकर प्रियंका अग्रवाल को पार्टी की सदस्यता दिलाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.

दिल्ली में मजबूती से लड़ रही आप- केजरीवाल

इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी पूरी मजबूती के साथ दिल्ली का चुनाव लड़ रही है. प्रियंका अग्रवाल का आम आदमी पार्टी के परिवार में स्वागत है। उनके आने से कस्तूरबा नगर विधानसभा समेत पूरी दिल्ली में आम आदमी पार्टी को मजबूती मिलेगी.

गौरतलब है कि दिल्ली में मुख्य लड़ाई आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच मानी जा रही है. दोनों दल एक दूसरे पर लगातार हमले कर रहे हैं. आज एक बार फिर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा. उन्होंने आम आदमी पार्टी को भ्रष्ट करार दिया. लेकिन दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के नेता बीजेपी पर लगातार वोटरों को प्रभावित करने का आरोप लगा रहे हैं.

बीजेपी और आप में आर-पार

आप के राज्यसभा सांसद संजय ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने जिस तरह से झुग्गियों को उजाड़ने का काम किया है, झुग्गीवाले इसका जवाब देंगे. उन्होंने आरोप लगाए कि बीजेपी ने साल 2022-23 में 35 बार अभियान चलाकर गरीबों के घर उजाड़े हैं. वहीं अरविंद केजरीवाल और सीएम आतिशी ने वोटर लिस्ट में गड़बड़ी करने का भी आरोप लगाया है.

महागठबंधन में कौन आ रहा, कौन जा रहा हमें फर्क नहीं पड़ता- देवेंद्र फडणवीस

महाराष्ट्र की राजनीति अक्सर सुर्खियों में रहती है. विधानसभा चुनावों में महाविकास अघाड़ी की हार के बाद से महागठबंधन में तल्खी नजर आ रही है. शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र के विभिन्न स्थानीय निकायों के आगामी चुनाव अकेले लड़ेगी, जिससे विपक्षी दल की एकता पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं जब इस बारे में सूबे के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमें कोई फर्क नहीं पड़ता. उन्होंने कहा कि महागठबंधन से कौन अलग हो रहा है कौन जुड़ रहा है हमे इससे मतलब नहीं.

शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने संकेत दिए हैं कि स्थानीय निकाय चुनाव अकेले लड़ना चाहिए. उन्होंने कहा कि हम मुंबई और नागपुर महानगरपालिका अपने दम पर लड़ेंगे जो भी होगा हमें खुद देखना होगा. राउत ने कहा कि यह फैसला लोकल लेवल पर पार्टी मजबूत करने के लिए लिया गया है. नेता के इस बयान से महाविकास अघाड़ी में दरार की खबरें और भी तेज हो गईं.

संजय राउत खाली बैठे हैं, मैं उनकी तरह…

इसी को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि जो सवाल उठाया जा रहा है कि महागठबंधन टूटेगा की नहीं, तो मैं बता दूं कि इससे हमें कोई फर्क नहीं पड़ा. वहीं संजय राउत के शिवसेना तोड़ने वाले आरोप पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. जब सीएम ने पूछा गया कि राउत का आरोप है कि आपने उनकी शिवसेना तोड़ी है. इसके जवाब में देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि राउत क्या कह रहे है इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. वो खाली बैठे है, रोज कुछ न कुछ बोलते रहते हैं. मैं उनकी तरह खाली नहीं बैठा.

राउत के आरोपों से कोई फर्क नहीं पड़ता’

दरअसल बीते दिन नागपुर में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि राज ठाकरे हमारे मित्र हैं, लेकिन उद्धव ठाकरे से भी हमारा कोई बैर नहीं है. इसके जवाब में आज संजय राउत ने नागपुर में कहा कि फडणवीस ने उनकी शिवसेना तोड़ी. इसी को लेकर सीएम ने कहा कि राउत के आरोपों से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. वहीं महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे के ईवीएम पर दिए गए विवादास्पद बयान को लेकर सीएम ने कहा कि उन्होंने राणे का बयान नहीं सुना ऐसे में वो इस पर कुछ नहीं कहेंगे.

अयोध्या में राम मंदिर की पहली वर्षगांठ: CM योगी बोले- 3 पीढ़ियों के बाद आया अवसर

अयोध्या में भगवान श्रीराम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के एक साल पूरे हो चुके हैं. पिछले साल पौष शुक्ल द्वादशी तिथि को ही भगवान श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए थे. इस पवित्र अवसर के एक साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आज अयोध्या में भव्य आयोजन किए गए हैं. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद भगवान श्रीराम की अभिषेक आरती कर इस आयोजन का शुभारंभ किया. इस मौके पर सीएम योगी ने राममंत्र का उच्चारण करते हुए भगवान की पूजा की और जयकारे लगाए.वहीं आखिर में सीएम योगी जब श्रीराम के सामने खड़े हुए तो बच्चों की तरह से खिलखिला उठे.

उन्हें खिलखिलाते देख मंदिर के गर्भगृह में मौजूद सभी साधु संत और पुजारी भी हंस पड़े. सीएम योगी रामलला के पहले प्राण प्रतिष्ठा दिवस पर बड़े उत्साहित नजर आए. उन्होंने कहा है कि राम मंदिर समूचे देश व सनातन धर्म के लिए गौरव की बात है. कहा कि राममंदिर अंदोलन से उनकी तीन पीढ़ियां जुड़ी रही हैं. उनके गुरुदेव तो अपनेजीवन के अंतिम समय में भी राम मंदिर के लिए चिंतित थे. उन्होंने अस्पताल में अशोक सिंघल से पूछा था कि राम जी का मंदिर बन तो जाएगा न? इसका जवाब सुनने के बाद ही उन्होंने देहत्याग किया था.

साढ़े 500 वर्षों के संघर्ष के बाद बना राम मंदिर

बता दें कि राममंदिर के लिए साढ़े पांच सौ वर्षों के संर्घष करना पड़ा है. एक साल पहले पौष शुक्ल द्वादशी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यजमानी में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी. इस वसर पर अयोध्या में इस समय तीन दिवसीय समारोह का आयोजन किया गया है. इसमें तीनों दिन में मंदिर परिसर के अंदर 1975 मंत्रों से अग्निदेव को आहुतियां दी जाएंगी. 11 वैदिक ब्राह्मण सुबह आठ बजे से 11 बजे तक और शाम को दो बजे से पांच बजे तक मंत्रोच्चार करेंगे. इस दौरान श्रीराम मंत्र का भी जाप दो सत्रों में होगा और कुल छह लाख मंत्र जाप किया जाएगा.

इस तरह से हो रहा आयोजन

इसके अलावा राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, पुरूष शुक्त, श्रीशुक्त, आदित्य हृदय स्त्रोत व अथर्वशीर्ष आदि के परायण का भी कार्यक्रम रखा गया है. इसी प्रकार दक्षिणी प्रार्थना मंडप में रोज शाम को तीन से पांच बजे तक भगवान को राग सेवा की प्रस्तुति दी जाएगी. वहीं मंदिर परिसर में शाम को छह से नौ बजे तक रामलला के सामने बधाई गान होगा. इसी प्रकार यात्री सुविधा केंद्र में तीन दिवसीय संगीतमय मानस पाठ का आयोजन किया गया है. वहीं अंगल टीला पर भी अलग अलग कार्यक्रम रखे गए हैं.

असम में 10 महीने के बच्चे में मिला HMP वायरस , देश में कुल 15 मामले

देश में लगातार HMP वायरस के मामले सामने आ रहे हैं. अब तक कुल 15 मामले सामने आ चुके हैं. शनिवार को असम में पहला केस मिला है. यहां 10 महीने के बच्चे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. अधिकारियों ने शनिवार को बारे में जानकारी दी है. डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे की स्थिति स्थिर है और चिंता की कोई बात नहीं है.

अधिकारियों ने बताया कि बच्चे का डिब्रूगढ़ स्थित असम मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एएमसीएच) में इलाज हो रहा है. अब उसकी हालत स्थिर है. एएमसीएच के अधीक्षक डॉ. ध्रुबज्योति भुइयां ने बताया कि बच्चे को चार दिन पहले सर्दी संबंधी लक्षणों होने के कारण सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

डॉक्टर बोले ये सामान्य वायरस

अस्पताल के अधीक्षक ने कहा कि लाहौल स्थित आईसीएमआर-आरएमआरसी से परीक्षण के नतीजे मिलने के बाद कल एचएमपीवी संक्रमण की पुष्टि हुई है. भुइयां ने कहा कि इन्फ्लूएंजा और फ्लू से संबंधित मामलों में परीक्षण के लिए नमूने नियमित रूप से भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद को भेजे जाते हैं.

उन्होंने कहा कि यह एक नियमित जांच थी. जिसके दौरान एचएमपीवी संक्रमण का पता चला है. बच्चे की हालत अब स्थिर है. यह एक सामान्य वायरस है, और चिंता की कोई बात नहीं है.

2014 में मिले थे 110 मामले

लाहोवाल (डिब्रूगढ़) में स्थित आईसीएमआर के क्षेत्रीय चिकित्सा अनुसंधान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. विश्वजीत बोरकाकोटी ने कहा कि 2014 से हमने डिब्रूगढ़ जिले में एचएमपीवी के 110 मामलों का पता लगाया है. यह इस मौसम का पहला मामला है. हर साल इसका पता चलता है और यह कुछ भी नया नहीं है.

HMPV के लक्षण क्या हैं

बुखार

खांसी

नाक बहना

सांस लेने में परेशानी

HMPV से बचाव कैसे करें

हाथ धोकर भोजन करें

संक्रमित के संपर्क में न आएं

खांसी- जुकाम और बुखार होने पर जांच कराएं

बच्चों की विशेष देखभाल करें

भारत मौसम विज्ञान विभाग की 150वीं वर्षगांठ: 'अखंड भारत' कार्यक्रम में पाकिस्तान शामिल होगा, बांग्लादेश ने किया इनकार

मौसम विज्ञान विभाग के 150 साल पूरे होने पर भारत सरकार ‘अखंड भारत’ कार्यक्रम का आयोजन करने जा रहा है. 14 जनवरी को दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले इस सेमिनार के लिए अविभाजित भारत का हिस्सा रहे पड़ोसी देशों को भी न्योता भेजा गया है. पाकिस्तान इसमें शामिल होगा लेकिन बांग्लादेश ने इस सेमिनार में शामिल होने से इनकार कर दिया है.

इस सेमिनार के लिए पाकिस्तान-बांग्लादेश के अलावा अफगानिस्तान, म्यांमार, भूटान, मालदीव, श्रीलंका और नेपाल को न्योता भेजा गया है. पाकिस्तान ने अपनी भागीदारी की पुष्टि कर दी है लेकिन बांग्लादेश ने इससे इनकार कर दिया. बांग्लादेश मौसम विभाग (BMD) के कार्यवाहक निदेशक मोमिनुल इस्लाम ने कहा कि भारत मौसम विभाग ने इस इवेंट के लिए हमें आमंत्रित किया है पर हम इसमें नहीं जा रहे.

15 जनवरी 2025 को IMD की 150वीं वर्षगांठ

मोमिनुल इस्लाम ने कहा कि सरकारी खर्च पर गैर-जरूरी विदेश यात्राओं को सीमित करना एक दायित्व है इसलिए हम इस कार्यक्रम में नहीं जा रहे हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग 15 जनवरी 2025 को 150वीं वर्षगांठ मनाएगा. आईएमडी की स्थापना विनाशकारी मौसम संबंधी घटनाओं के बाद की गई थी. शुरुआत में इसका मुख्यालय कोलकाता में था. इसके बाद इसका हेडक्वार्टर 1905 में शिमला, 1928 में पुणे और 1944 में दिल्ली शिफ्ट हुआ. आईएमडी की स्थापना ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के दौरान 1875 में हुई थी.

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने दी बधाई

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी. पीएम मोदी ने कहा कि सदियों के त्याग, तपस्या और संघर्ष से बना यह मंदिर हमारी संस्कृति और अध्यात्म की महान धरोहर है. मुझे विश्वास है कि यह दिव्य-भव्य राममंदिर विकसित भारत के संकल्प की सिद्धि में एक बड़ी प्रेरणा बनेगा. पहली वर्षगांठ पर समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं.

पहली वर्षगांठ पर जुटे लाखों श्रद्धालू

अयोध्या में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर लाखों श्रद्धालू जुटे हैं. यह समारोह आज यानी 11 जनवरी से 13 जनवरी तक होगा. इसमें आम लोगों को भी शामिल किया जाएगा. पिछले साल इस ऐतिहासिक समारोह में आम लोग शामिल नहीं हो पाए थे. इस समारोह में करीब 110 आमंत्रित वीआईपी भी शामिल होंगे. अंगद टीला स्थल पर एक जर्मन हैंगर टेंट लगाया गया है, जिसमें 5000 लोगों की मेजबानी के लिए प्रबंध किया गया है. आम लोगों को इस भव्य समारोह को देखने का अवसर मिलेगा.

22 जनवरी 2024 को हुई थी प्राण प्रतिष्ठा

उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, राजस्थान और अयोध्या के 100 से अधिक स्थानीय संत वर्षगांठ समारोह में भाग लेंगे. वर्षगांठ समारोह की शुरुआत यजुर्वेद के पाठ से हुई. दोपहर 12:20 बजे भगवान की भव्य आरती हुई. रामलला को 56 व्यंजनों का भोग लगाया गया. पिछले साल 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में अयोध्या मंदिर में नए रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की गई थी.

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी तिथि को की गई थी. 2024 में 22 जनवरी की तारीख हिंदी तिथि के हिसाब से द्वादशी थी. साल 2025 में यह तिथि 11 जनवरी को पड़ी है. इसलिए 11 जनवरी को रामलला की पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है.

मुंबई में योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ लगे पोस्टर, अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या को चेतावनी

मुंबई के अंधेरी और जोगेश्वरी इलाके में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या के खिलाफ चेतावनी भरे पोस्टर लगे हुए दिखाई दिए. पोस्टर में बड़े-बड़े अक्षरों में लिखा है घुसपैठियों बांग्लादेशियों , रोहिंग्या अगर यहां हो तो हमारी बस्ती , हमारा नगर हमारा जिला, हमारा राज्य, हमारा देश, हमारा स्कूल-कॉलेज, हमारा दुकान धंधा, व्यापार नौकरी, मकान जमीन खाली करो.

यह पोस्टर विश्वबंधु राय नामके भाजपा कार्यकर्ता ने लगाए हैं. महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव के दौरान योगी आदित्यनाथ के बंटेंगे तो कटेंगे नारे को लेकर भी विश्वबंधु राय ने कई पोस्टर लगाए थे. महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की सरकार में अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या के खिलाफ लगातार पुलिस और सेंट्रल एजेंसी की ओर से कार्रवाई की जा रही है. इसी बीच योगी आदित्यनाथ की तस्वीर के साथ इस तरह का पोस्टर मुंबई में दिखाई दिया.

टोल फ्री नंबर जारी करें

मुम्बई भाजपा के सचिव ने लिखा मुम्बई पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा कि बांग्लादेशियों के खिलाफ मुम्बई पुलिस एक टोल फ्री नंबर जारी करें. जिसपर आम नागरिक अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिमों के बारे में जानकारी दे सकें. ताकि, पुलिस समय पर एक्शन लें. ये विदेशी नागरिक भारतीयों के अन्न, बिजली, पानी और सभी सुविधाओं का दुरुपयोग कर रहे हैं और समाज में आपराधिक घटनाओं को बढ़ा रहे हैं.

यहां के दो शहरों में अलग-अलग एसआईटी की जांच चल रही है. इसके दायरे में कई सरकारी अफसर,नेता, पॉलिटिशियन और फेक डॉक्यूमेंट बनाने वाले सिंडिकेट शामिल हैं. उन्होंने कहा कि वोट बैंक बढ़ाने के लिए बांग्लादेशी और रोहिंग्या मुस्लिमों का बर्थ सर्टिफिकेट और बाकी डॉक्यूमेंट बनवाया जाता है. बर्थ सर्टिफिके के बनते ही आधार कार्ड, पैन कार्ड ,डोमिसाइल सर्टिफिकेट और ड्राइविंग लाइसेंस आसानी से बन जाता है.

इसके बाद वोटिंग कार्ड, बैंक में बैंक एकाउंट खुलवाए जाते थे. इतना ही नहीं एसआईटी की जांच में ये बात भी सामने आई है कि इनमें से कई बांग्लादेशी नागरिकों के भारतीय पासपोर्ट भी बन गए थे. बड़ी बात ये है कि नासिक के मालेगांव में जिनका रेसिडेंस प्रूफ फर्जी तरीके से बनाया गया उनके पासपोर्ट गुजरात के सूरत पासपोर्ट आफिस से बनवाये गए.