मुख्यमंत्री की पहल पर निरंतर धान खरीदी का सिलसिला जारी, अब तक 97.60 लाख मीट्रिक टन धान की हो चुकी है खरीदी

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। वहीं धान खरीदी व्यवस्था पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है। राज्य में 14 नवम्बर से शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। अब तक लगभग 97.60 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। धान खरीदी के एवज में 19.34 लाख किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 21 हजार 040 करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।

प्रदेश के समस्त पंजीकृत कृषकों को खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में धान विक्रय हेतु टोकन की सुविधा ऑनलाईन एप्प (टोकन तुंहर हांथ) एवं उपार्जन केन्द्रों में 25 जनवरी 2025 तक के लिए उपलब्ध कराया गया है। किसान सुविधा अनुसार तिथी का चयन कर नियमानुसार धान विक्रय कर सकते है।

धान खरीदी के साथ-साथ मिलर्स द्वारा धान का उठाव भी तेजी से हो रहा है। धान उठाव के लिए लगभग 65.80 लाख मीट्रिक टन धान के लिए डीओ और टीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध अब तक 39 लाख मीट्रिक टन धान का उठाव कर लिया गया है।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.78 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.59 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 03 जनवरी 2025 को 66392 किसानों से 3.25 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 83 हजार 299 टोकन जारी किए गए थे।

पत्रकार मुकेश हत्याकांड: छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन ने की एसपी-कलेक्टर को निलंबित करने की मांग, कहा-

आज छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन और उससे जुड़े घटक संगठनों ने जारी एक बयान में मुकेश चंद्राकर की हत्या को उस जन पत्रकारिता पर हमला बताया है, जिसने हमेशा बस्तर में माओवादियों को कुचलने के नाम पर फर्जी मामलों में आदिवासियों की गिरफ्तारियों से लेकर फर्जी मुठभेड़ तक के मामलों को, आदिवासियों के मानवाधिकारों के मुद्दों को और प्रदेश की प्राकृतिक संपदा को कॉरपोरेटों  को सौंपे जाने के लिए की जा रही साजिशों को प्रमुखता से उठाया है.

सीबीए ने अपने बयान में कहा है कि हालांकि इस घटना के तात्कालिक कारण के रूप में मुकेश की वह रिपोर्टिंग सामने आई है, जिसमें अरबों की लागत से बन रहे गंगालूर से लेकर मिरतुल तक के सड़क निर्माण की घटिया गुणवत्ता को उजागर किया गया था, लेकिन सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार उजागर होने के बाद भी आज तक इसके खिलाफ कोई कार्यवाही शुरू नहीं हुई है. यह भ्रष्टाचारियों और इसे दबाने-छुपाने के खेल में लगे राजनेताओं और प्रशासन की मिलीभगत को उजागर करता है. इस बर्बर हत्याकांड में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उनका कांग्रेस-भाजपा के नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध भी किसी से छुपा हुआ नहीं है और हत्यारों का राजनैतिक गमछे बदलकर अवैध तरीकों से पैसा बनाना भी सबकी नजरों में है. इसलिए सीबीआई जांच के जरिए  इस पूरे माफिया गिरोह और उनके आकाओं को बेनकाब करना जरूरी है. 

अपने बयान में छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन ने पत्रकार सुरक्षा कानून का मुद्दा भी उठाया है. आंदोलन ने कहा है कि छत्तीसगढ़ निर्माण के 24 साल बाद भी पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कांग्रेस-भाजपा एक प्रभावशाली कानून बनाने में विफल रही है, तो इसलिए कि न तो कांग्रेस की, और न ही भाजपा की पत्रकारों को सुरक्षा देने में कोई दिलचस्पी रही है. एक विपक्षी पार्टी के रूप में उन्होंने केवल पत्रकारों को भरमाने का और गोदी-भोंपू मीडिया पनपाने ही काम किया है. यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में पत्रकारों पर हमले लगातार बढ़ रहे हैं. कुछ महीने पूर्व ही बस्तर के ही बाप्पी राय सहित कुछ पत्रकार साथियों पर गांजा तस्करी का फर्जी अपराध दर्ज किया गया था, जिसमें एक थाना इंचार्ज सीधे तौर पर षड्यंत्रकारी था. बस्तर में प्रशासन द्वारा जनता के लिए पत्रकारिता करने वाले पत्रकारों को डराना-धमकाना आम बात है और अब नौबत माफियाओं द्वारा पत्रकारों की हत्या तक पहुंच गई है.

छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन ने मुकेश चंद्राकर को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए उनके शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना का इजहार किया है. सीबीए ने कहा है कि इस बर्बर हत्याकांड के खिलाफ और छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र की रक्षा के लिए होने वाले हर आंदोलन में वह सहभागी बनेगी और आम जनता के सभी तबकों को एकजुट करेगी.

छत्तीसगढ़ बचाओ आंदोलन की ओर से आलोक शुक्ला, (संयोजक मंडल सदस्य)  संजय पराते (अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध छत्तीसगढ़ किसान सभा), मनीष कुंजाम (अखिल भारतीय आदिवासी महासभा ) सुदेश टेकाम ( जिला किसान संघ) रमाकांत बंजारे, कलादास डहरिया (छत्तीसगढ़  मुक्ति मोर्चा, मजदुर कार्यकर्त्ता समिति )  विजय भाई ( भारत जन आन्दोलन) उमेश्वर सिंह अर्मो (हसदेव अरण्य बचाओ संघर्ष समिति ) शालिनी गेरा (माटी ), किसान संघर्ष समिति कुरूद, राजिम केतवास (दलित आदिवासी मंच) (सोनाखान), जंगसाय  पोया (गाँव गणराज्य अभियान (बलरामपुर), केशव सोरी (आदिवासी जन वन अधिकार मंच, कांकेर), सफाई कामगार यूनियन, मेहनतकश आवास अधिकार संघ (रायपुर), जैकब कुजूर (जशपुर विकास समिति) एस आर नेताम (राष्ट्रीय आदिवासी विकास परिषद् छत्तीसगढ़ ईकाई-रायपुर), रिछारिया कैम्पेन, दीपक साहू,( रोजगार एकता संघ) डी एस माल्या ( भूमि बचाओ संघर्ष समिति धरमजयगढ़).

पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल, कई थाना प्रभारी और उप निरीक्षकों का हुआ तबादला…

राजनांदगांव-  छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है. राजनांदगांव जिले के थाना प्रभारियों (टीआई) और उप निरीक्षकों का तबादला किया गया है. कई थानों के इंचार्ज बदले गए हैं. राजनांदगांव एसपी मोहित गर्ग ने आदेश जारी किया है.

पत्रकार मुकेश की हत्या पर साय सरकार का सख्त एक्शन : मुख्यमंत्री के निर्देश पर SIT का गठन

रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की नृशंस हत्या की घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस हत्याकांड में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आईपीएस मयंक गुर्जर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है। फारेंसिक टीम साइंटिफिक और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटना की जांच कर रही है। अब तक तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और उनके द्वारा किए गए अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के निर्देश दिए गए हैं। हमारी सरकार अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था को बनाए रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। पत्रकारिता को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ बताते हुए मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि पत्रकारों की स्वतंत्रता और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना सरकार का दायित्व है।

पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित

पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुंदरराज पी द्वारा पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले की विवेचना के लिए आईपीएस मयंक गुर्जर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीजापुर के नेतृत्व में 11 सदस्यीय एसआईटी का गठन किया गया है। गौरतलब है कि पत्रकार मुकेश चंद्रकार की हत्या के मामले में बीजापुर थाना में अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

एसआईटी (विशेष अनुसंधान टीम) में आईपीएस मयंक गुर्जर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बीजापुर, रूचि वर्मा उप पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा, शरद जायसवाल उप पुलिस अधीक्षक बीजापुर, गीतिका साहू उप पुलिस अधीक्षक बस्तर, दुर्गेश शर्मा निरीक्षक थाना प्रभारी बीजापुर, वीरेंद्र श्रीवास्तव निरीक्षक प्रभारी जिला विशेष शाखा बीजापुर, चन्द्रशेखर श्रीवास निरीक्षक प्रभारी फरसापाल जिला दंतेवाड़ा, रिजवान अहमद निरीक्षक रक्षित केंद्र बीजापुर, गौरव तिवारी निरीक्षक रेंज साइबर थाना जगदलपुर, मुकेश पटेल उप निरीक्षक थाना बीजापुर तथा विवेकानंद पटेल प्रभारी साइबर सेल बीजापुर को शामिल किया गया है। एसआईटी को उक्त प्रकरण की गहन जांच करने तथा प्रकरण की जांच कार्यवाही के सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक बीजापुर को प्रतिदिन प्रगति प्रतिवेदन अनिवार्यतः पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज कार्यालय को प्रेषित करने के निर्देश दिए हैं।

छत्तीसगढ़ के प्रभतेज सिंह भाटिया होंगे BCCI के नए कोषाध्यक्ष, 12 जनवरी को मुंबई में होगा औपचारिक ऐलान

रायपुर-  छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (CSCS) का प्रतिनिधित्व कर चुके प्रभतेज सिंह भाटिया को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) में बड़ी जिम्मेदारी मिलने जा रही है। प्रभतेज सिंह भाटिया बीसीसीआई के नए कोषाध्यक्ष बनने जा रहे हैं। शनिवार (4 जनवरी) इस पद के लिए आवेदन की आखिरी तारीख थी, जिसमें एक मात्र आवेदन प्रभतेज सिंह भाटिया की ओर से आया है। ऐसे में 12 जनवरी को मुंबई में होने वाली बैठक में प्रभतेज को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए कोषाध्यक्ष के लिए निर्विरोध चुना जाना तय है। इसी दिन औपचारिक रूप से बीसीसीआई के नए कोषाध्यक्ष की घोषणा भी की जाएगी। यह पहली बार है जब CSCS का कोई प्रतिनिधि BCCI में इतनी बड़ी जिम्मेदारी निभाएगा।

बता दें कि BCCI का नया कोषाध्यक्ष बनने के बाद प्रभतेज सिंह भाटिया सितंबर 2025 तक अपना पद संभालेंगे, इसके बाद वे फिर से चुनाव लड़ने के पात्र होंगे। बीसीसीआई के नियमों के अनुसार, प्रत्येक अधिकारी का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है और वे लगातार तीन बार इस पद पर रह सकते हैं। प्रत्येक कार्यकाल के बीच तीन वर्षों का अनिवार्य कूलिंग-ऑफ पीरियड भी होता है।

कौन हैं प्रभतेज सिंह भाटिया

साल 1991 में रायपुर में जन्मे प्रभतेज सिंह भाटिया राज्य के दिग्गज उद्योगपति और समाजसेवी बलदेव सिंह भाटिया के बेटे हैं। दोनों में ही क्रिकेट के प्रति काफी जूनून है, यही वजह है कि उन्होंने राज्य क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया है। प्रभतेज सिंह के पिता बलदेव सिंह भी छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ (CSCS) के अध्यक्ष रह चुके हैं। प्रभतेज ने अपनी स्कूली शिक्षा शिमला से प्राप्त की। इसके बाद यूनाइटेड किंगडम स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर से इकोनॉमिक्स ऑनर्स में फाइनेंस का कोर्स किया है।

मंत्री पद संभालने आशिष शेलार ने छोड़ा कोषाध्यक्ष का पद

गौरतलब है कि BCCI के पूर्व कोषाध्यक्ष आशिष शेलार ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद संभालने के लिए पद छोड़ दिया था। इसके बाद नए कोषाध्यक्ष के लिए आवेदन मांगे गए थे।

खेलों को बढ़ावा देने किए जा रहे हर संभव प्रयास: मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े

रायपुर-    महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा है कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में खेलों को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। राज्य में खेल अधोसंरचनाओं का तेजी से विकास किया जा रहा है, जिससे प्रदेश के खिलाड़ियों को नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर अपनी प्रतिभा प्रदर्शन करने के लिए भरपूर मौके मिले। वें आज सूरजपुर जिले के ग्राम पंचायत बरौन्धी में ग्रामीण अंचल आधारकार्ड फुटबॉल प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रही थी।

महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने खिलाड़ियों के बीच पहुंचकर उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने कहा कि खेल प्रतियोगिताओं से खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा को निखारने के लिए बेहतर मौका मिलता है। खेल के मैदान में खिलाड़ियों को खेलता देख एक अलग ही अनुभूति होती है। उन्होंने खिलाड़ियों को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम रोशन करने के लिए अपनी शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, खेल प्रेमी तथा ग्रामीणजन मौजूद थे।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ग्रामीण उद्यमिता को मिली रही नई ऊंचाई, ग्रामीण भारत महोत्सव दिल्ली में जशप्योर के उत्पाद को बेहतर प्रतिसाद

रायपुर-  नई दिल्ली के भारत मंडपम में आज से शुरू हुए ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 में छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले के जशप्योर ब्रांड के उत्पादों को बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है। बड़ी संख्या में लोग भारत मंडपम में लगाए गए स्टॉल क्रमांक 76 में पहुंचकर जशप्योर के उत्पाद को खरीद रहे हैं। जशप्योर उत्पादों की ऑनलाइन भी खरीदी हो रही है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिले सहित अन्य जिलों के वनोपज उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय मंच तक पहुंचाने के प्रयास से छत्तीसगढ़ में ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा मिला है। छत्तीसगढ़ सरकार इस पहल से युवाओं और महिलाओं को रोजगार सुलभ हुआ है।

ग्रामीण भारत महोत्सव में हरित क्रांति आदिवासी सहकारी समिति मर्यादित छत्तीसगढ़ द्वारा लगाए गए स्टाल में जशपुर जिले में उत्पादित काजू, जीराफूल चावल, रागी और महुआ का बना लड्डू, कुल्थी दाल, मड़वा आटा, रागी से कुकीज, जैकफ्रूट कुकीज, महुआ एनर्जी कैंडी, महुआ नेक्टर, जशपुर की चाय सहित अन्य कई खाद्य उत्पाद प्रदर्शन एवं विक्रय के लिए उपलब्ध हैं, जिसे जशपुर जिले के वनोपज का स्थानीय स्तर पर प्रसंस्करण कर तैयार किया गया है, जो स्वादिष्ट और सेहत के लिए उत्तम है। जशप्योर के प्रोडक्ट का निर्माण आदिवासी युवाओं और महिलाओं द्वारा पूरी शुद्धता के साथ किया जाता है। यही कारण है कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में जशप्योर ब्रांड ने अपनी एक अलग पहचान बनाई है।

जशप्योर का मुख्य उद्देश्य महुआ, रागी और बाजरा जैसे पारंपरिक खाद्य पदार्थों को वैश्विक थाली में लाना है। समर्थ जैन का कहना है कि इन उत्पादों के माध्यम से न केवल पोषण को बढ़ावा दिया जा रहा है, बल्कि इनके संग्रह और प्रसंस्करण में लगे आदिवासी समुदायों को रोजगार और आर्थिक सशक्तिकरण भी हो रहा है। महुआ जशपुर जिले में बहुतायत रूप से पाया जाता है। महुआ पेड़ फूल-फल से लेकर जड़ तक औषधीय गुणों से भरपूर है। महुआ में एंटी बैक्टिरियल गुण होते हैं, इससे शरीर में सूजन कम होती है और घाव जल्दी भरते हैं। महुआ में विटामिन सी होता है, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है। महुआ का उपयोग खांसी, ब्रोंकाइटिस, अस्थमा जैसे श्वसन समस्याओं के उपचार में उपयोगी है। यह फेफडों में जमें कफ को दूर करता है। रागी में भरपूर मात्रा में कैल्सियम, विटामिन, फाइबर पाया जाता है। इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट तनाव में कमी, डिप्रेशन, एंग्जायटी और अनिद्रा की समस्याओं को दूर करता है। इसके सेवन से खून में आयरन की कमी को दूर करने में मदद मिलती है। हड्डियां मजबूत होती है। रागी के सेवन से कोलेस्ट्राल और वजन को कम होता है।

गौरतलब है कि ग्रामीण भारत महोत्सव 2025 का आयोजन दिल्ली के भारत मंडपम में 4 जनवरी से 9 जनवरी तक किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इस महोत्सव का उद्घाटन किया। महोत्सव का विषय विकसित भारत 2047 के लिए लचीले ग्रामीण भारत का निर्माण है। इस आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण उद्यमशीलता और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का कहना है कि छत्तीसगढ़ सरकार का यह प्रयास ग्रामीण समुदायों को सशक्त बनाने और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद गरमाई सियासत: भूपेश बघेल ने कहा- PWD विभाग के घोटाले को उजागर किया तो मिली मौत, साव बोले-

रायपुर-   छत्तीसगढ़ के बीजापुर में स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद सियासत तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर उपमुख्यमंत्री अरुण साव पर गंभीर आरोप लगाए थे। इसके बाद अब उपमुख्यमंत्री साव ने उनके बयान पर पलटवार किया है।

उपमुख्यमंत्री साव ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया ‘एक्स’ अकाउंट से एक पोस्ट जारी कर लिखा – “जोर-जोर से चिल्लाने से झूठ सच में नहीं बदल जाता प्रिय भूपेश जी! कांग्रेसियों का मूल मंत्र है, जो उनके भ्रष्टाचार से टकराएगा, चूर-चूर हो जाएगा। और वही किया कांग्रेसी ठेकेदार ने बीजापुर के जांबाज पत्रकार मुकेश के साथ! हत्या के आरोपी ठेकेदार की पैरवी करने वालों ने नैतिकता को शर्मसार किया है। जिनके सहयोगी, जिनके साथी, जिनके अधिकारी, जिनके पार्टी पदाधिकारी, जिनके उप सचिव कद के लोग भ्रष्टाचार में लिप्त हों, वो अब भ्रष्टाचारियों के साथ हत्यारों के भी ठेकेदार बन रहे हैं!

युवा पत्रकार मुकेश चंद्राकर जी ने ठेकेदार सुरेश के निर्माण कार्यों पर रिपोर्ट बनाई। रिपोर्ट पर 24 घंटे के अंदर कार्रवाई करते हुए हमारी सरकार ने जांच बिठा दी! अब इस जांच से बौखलाए कांग्रेस पदाधिकारी ठेकेदार की प्रॉपर्टी में युवा पत्रकार की निर्मम हत्या की हुई लाश मिली है। और इधर माननीय भूतपूर्व मुख्यमंत्री जी हल्केपन की राजनीति में गोते लगाते हुए अपने लाडले कांग्रेसी ठेकेदार को बचाने कूद पड़े हैं और छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े शराब घोटाले को अंजाम देने वालों पर जांच एजेंसियों की कार्यवाही से बौखलाए हुए हैं। “भूपेश जी, ये सुशासन सरकार की चेतावनी है। हर अपराधी को जेल की हवा खानी है।”

पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने अरुण साव पर बोला हमला

बता दें कि इससे पहले भूपेश बघेल ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया ‘एक्स’ अकाउंट पर एक पोस्ट जारी कर मुकेश चंद्राकर की हत्या के मामले में सीधे तौर पर अरुण साव पर हमला बोला था, पोस्ट में उन्होंने लिखा – “मैंने सोचा था कि मुकेश चंद्राकर जी के मामले में न्याय मिलने तक इस पर राजनीतिक बयानबाजी नहीं होनी चाहिए। लेकिन भाजपा नेताओं के हद से अधिक गिर जाने पर मुझे कहना पड़ेगा कि प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव, जिनके पास पीडब्ल्यूडी विभाग भी है, इतने ताकतवर हो गए हैं कि उनके विभाग में हुए बड़े सड़क घोटाले को जब पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने उजागर किया तो उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया। इसी PWD विभाग में जब आचार संहिता के दौरान पुल निर्माण का मामला विधानसभा में वरिष्ठ कांग्रेस विधायक कवासी लखमा द्वारा उठाया गया तो दस दिन बाद उनके घर ED भेज दी गई। सत्य यही है…और साबित भी हो रहा है कि – अब तो यह स्पष्ट है, अरुण साव भ्रष्ट है”

पत्रकार की हत्या पर जारी है सियासत : भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने जारी की तस्वीर, सुशील आनंद ने कहा- हत्यारा है भाजपा का सदस्य

रायपुर-  बीजापुर के पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या पर छत्तीसगढ़ सियासत जारी है. भाजपा के बाद अब कांग्रेस ने बस्तर के बीजेपी से वरिष्ठ नेता के साथ ठेकेदार सुरेश चंद्राकर का फोटो जारी किया है. पत्रकारवार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, आरोपी ठेकेदार को गृहमंत्री ने कांग्रेसी नेता बताया था. कांग्रेस पार्टी गृह मंत्री विजय शर्मा के आरोपों का खंडन करती है. सुरेश चंद्राकर कांग्रेस का नेता था. आज की तारीख में हत्यारा बीजेपी का सदस्य है।

सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, बीजेपी के बस्तर से वरिष्ठ नेता जी. वेंकटेश रेड्डी ने हत्यारे सुरेश चंद्राकर का बीजेपी प्रवेश कराया था. अपराधी सुरेश चंद्राकर को माला पहनाया था. बीजापुर के पूर्व भाजपा अध्यक्ष जी. वेंकट बस्तर जिले के तीन जिले का भाजपा प्रभारी भी है. गृह मंत्री को अपने संगठन के बारे में पता नहीं है. गृह मंत्री के बयान का कांग्रेस पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है. दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई हो. पत्रकार स्व. मुकेश चंद्राकर के परिजनों को 1 करोड़ की नगद सहायता एवं सरकारी नौकरी दी जाए.

कांग्रेस संचार प्रमुख शुक्ला ने कहा कि पत्रकारों पर हमले की यह पहली घटना नहीं है. बीजेपी सरकार में कई बार हमला हुआ है. इस सरकार के TI ने बीजापुर में ही चार पत्रकारों को जेल भेज दिया था. कल ही प्रतिष्ठित संस्थान के पत्रकार को वन विभाग के अधिकारी ने जान से मारने की धमकी दी. कार्रवाई करने और सुरक्षित रखने पत्रकारवार्ता कर सिर्फ कांग्रेस को कोसते हुए नजर आए. उनकी पत्रकारवार्ता में कांग्रेस ही तकिया कलाम था. अपराधी…अपराधी होता है, किसी भी दल का हो, उस पर कार्रवाई होनी चाहिए.

दस दिन पहले सीएम हाउस गया था सुरेश चंद्राकर : सुशील आनंद

सुशील आनंद ने कहा, कांग्रेस पार्टी उनमें से नहीं है जो यदि उद्योगपति द्वारा किए भ्रष्टाचार पर बचाव करने केंद्र की एक दर्जन मंत्री को सफाई देने उतार दे. 15 दिन का सीएम निवास का सीसीटीवी सार्वजनिक किया जाए. सुरेश चंद्राकर दस दिन पहले सीएम हाउस गया था. सीएम हाउस में नाम पते के साथ जानकारी दर्ज किया जाता है. पता चल जाएगा अपराधी मुख्यमंत्री निवास गया था या नहीं. यह समाज के लिए घातक है. अपनी असक्षता को छुपाने के लिए कांग्रेस जैसे दल पर आरोप नहीं लगाना था.

गृहमंत्री ने पत्रकार के खुलासे के बारे में बताने की हिम्मत नहीं की : कांग्रेस

कांग्रेस ने कहा, गृह मंत्री ने पत्रकार के खुलासे के बारे में बताने की हिम्मत नहीं किए. 120 करोड़ की 90% भुगतान बिना काम के कैसे हो जाता है? गृह मंत्री बार-बार बोल रहे थे कि कांग्रेस प्रदेश की शांति भंग करने का काम करती है. पिछले 48 घंटे में राजधानी में 5 मर्डर हुए और गृह मंत्री कहते हैं कांग्रेस कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रही है. गृह मंत्री का गृह जिला भी हत्या का गृह बन गया है. गृह मंत्री इस्तीफा दें नहीं देते तो मुख्यमंत्री उनको बर्खास्त करे. जिस भ्रष्टाचार को पत्रकार ने उजागर किया था उसे देखते हुए अरुण साव को भी इस्तीफा देनी चाहिए नहीं तो उन्हें भी बर्खास्त करना चाहिए. पत्रकार मुकेश चंद्राकर के घर वालों को 1 करोड़ की सहायता दी जाए. पत्रकारवार्ता में वरिष्ठ प्रवक्ता सुरेन्द्र शर्मा, धनंजय सिंह ठाकुर, सुरेन्द्र वर्मा, सोमेन चटर्जी उपस्थित थे.

कांग्रेस ने उठाई ये मांगें

  • बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए गृह मंत्री इस्तीफा दें, वे इस्तीफा नहीं देते हैं तो मुख्यमंत्री उन्हें बर्खास्त करने का साहस दिखाए.
  • पीडब्ल्यूडी मंत्री भी इस्तीफा दें.
  • पत्रकार स्व. मुकेश चंद्राकर के परिजनों को 1 करोड़ की नगद सहायता एवं सरकारी नौकरी दी जाए.
जिलों में सर्वसुविधायुक्त न्यायालय व कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता: मुख्य न्यायधीश रमेश सिन्हा

रायपुर-     छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने आज जिला न्यायालय रायगढ़ के रामपुर में न्यायिक अधिकारियों के लिए आवासीय कालोनी, घरघोड़ा में अतिरिवत न्यायालय भवन एवं कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन का उद्घाटन के साथ ही रायगढ़ के जिला न्यायालय परिसर में न्याय सदन के नवीन भवन का वर्चुअल कार्यक्रम में शिलान्यास किया।

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा बिलासपुर से वर्चुअल कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के प्रत्येक जिले में गुणवत्तायुक्त तथा सर्वसुविधायुक्त न्यायालय व आवासीय भवन उपलब्ध कराना हमारा लक्ष्य है और इसके लिए लगातार कार्य भी हो रहे हैं। इसी श्रृंखला में आज रायगढ़ जिले में उद्घाटन तथा शिलान्यास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इससे जिला न्यायपालिका को सर्वाेत्तम अधोसंरचना व सुविधाएं मिलेंगी और न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों व अधिववत्ताओं की कार्यक्षमता बढ़ेगी। मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा ने नवनिर्मित आवासीय भवनों एवं अतिरिक्त कोर्ट रूम का वर्चुअल निरीक्षण किया गया। इस वर्चुअल कार्यक्रम में छत्तीसगढ उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं पोर्टफोलियो न्यायाधीश जिला रायगढ़ न्यायमूर्ति संजय के. अग्रवाल की वर्चुअल रूप में गरिमामयी उपस्थिति थी।

कार्यक्रम में प्रधान जिला न्यायाधीश रायगढ़ ने कहा कि छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश रमेश सिन्हा के नेतृत्व व मार्गदर्शन में छत्तीसगढ राज्य में न्यायालयीन अधोसंरचना, न्यायालय भवन व कर्मचारी अधिकारी आवास न्यायालयीन परिसर में पोस्ट आफिस व डिस्पेंसरी की स्थापना के संबंध में महत्वपूर्ण अभिवृद्धि व सुधार हुआ है। कार्यक्रम में रजिस्ट्रार जनरल के. विनोद कुजूर सहित अन्य न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।