धान खरीदी फर्जीवाड़ा: भाजपा नेता और पुत्र पर FIR के निर्देश, खरीदी केंद्र कर्मियों पर भी गिरेगी गाज

मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी-   जिले के मानपुर ब्लॉक अंतर्गत औंधी तहसील मुख्यालय स्थित धान खरीदी केंद्र में बीते दिनों धान खरीदी फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ था. इस पर जिले की कलेक्टर तूलिका प्रजापति ने फर्जीवाड़े करने वाले औंधी सहकारी समिति पदाधिकारी कनक राणा और उसके पुत्र हुमन राणा के खिलाफ थाने में FIR दर्ज कर फर्जीवाड़े में संलिप्त समिति कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.

लखमा के खिलाफ साक्ष्य मिलने वाले ईडी की ट्वीट पर भूपेश बघेल ने कहा – लोगों को बदनाम करने का काम कर रही एजेंसी

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में एक बार फिर ईडी की कार्रवाई को लेकर सियासत गरमाई हुई है. पूर्व मंत्री कवासी लखमा के खिलाफ महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने वाले ED के ट्वीट पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एजेंसियाें पर देश में लोगों को प्रताड़ित और बदनाम करने का आरोप लगाया है. बघेल ने कहा, ये सिर्फ लोगों को बदनाम करते हैं. पूरे देश में ये एजेंसी यही काम कर रही. अभी तक चालान ही प्रस्तुत नहीं कर पाए. चालान प्रस्तुत कर बताएं कि क्या साक्ष्य मिला है.

निगमों में प्रशासक की नियुक्ति पर बघेल ने कहा – चुनाव से डर रही सरकार

छत्तीसगढ़ के नगर निगमों में प्रशासक की नियुक्ति को लेकर भूपेश बघेल ने कहा, बहुमत के बल पर चुनाव को आगे बढ़ाने विधानसभा में संशोधन विधेयक लाकर पारित किया. अभी निगमों में प्रशासक बैठे हैं. एक महीने बाद पंचायतों का कार्यकाल भी समाप्त हो जाएगा. वहां भी प्रशासक बैठेंगे. एक देश एक चुनाव की बात करते हैं. स्थानीय चुनाव नहीं करा पा रहे, चुनाव से सरकार डर रही है. बघेल ने कहा, चुनाव को आगे बढ़ाने का असंवैधानिक कृत्य भाजपा सरकार ने किया है. इससे स्पष्ट है कि ये लोग संविधान को नहीं मानते.

अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज ने शुरू किया डिजिटल तकनीक से ओपनकास्ट माइनिंग, पीईकेबी खदान में हुआ डोजर पुश माइनिंग का सफल परीक्षण
अम्बिकापुर-  राष्ट्रीय वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) एवं केंद्रीय खनन व ईंधन अनुसंधान संस्थान (सीआईएमएफआर) के मार्गदर्शन में भारतीय खनन उद्योग में एक अभूतपूर्व विकास हुआ है. भारत में पहली बार डिजिटल तकनीक पर आधारित डोजर पुश माइनिंग तकनीक का परीक्षण सफलतापूर्वक किया गया है. 

खनन क्षेत्र में भारत की अग्रणी निजी कंपनी अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज ने छत्तीसगढ़ में अंबिकापुर के उदयपुर विकासखण्ड में राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड की परसा ईस्ट केते बासेन (पीईकेबी) खदान में इस तकनीक का सफलतापूर्वक परीक्षण बीते सप्ताह किया. यह परीक्षण खनन तकनीक में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जिसमें कोयला निष्कर्षण प्रक्रिया के लिए मानवरहित मशीनों का उपयोग किया गया है. डिजिटल स्वायत्त खनन की दिशा में यह तकनीक बहेतर उत्पादन और सलामती के लिए मील का पत्थर साबित होगी. 

क्या है डोजर पुश की विशेष तकनीक

डोजर पुश माइनिंग परीक्षण में एक स्वचालित, (मानवरहित) ड्रिल मशीन द्वारा ड्रिल करके कास्ट ब्लास्टिंग किया जाता है. ब्लास्टिंग के बाद, ब्लास्ट की गई सामग्री को इस प्रक्रिया के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन की गई एक स्वचालित, बड़े आकार की डोजर मशीन का उपयोग करके उसे डीकोल किए गए क्षेत्र में स्थापित करते हैं. डोजर पुश माइनिंग विधि को पारंपरिक ट्रक-शॉवल खनन द्वारा सामना की जाने वाली चुनौतियों के संभावित समाधान के रूप में देखा जा रहा है, खासकर बरसात के मौसम में जब ढुलाई वाली सड़कें कीचड़ से भर जाती हैं, जिससे सुरक्षा और उत्पादकता प्रभावित होती है. ट्रकों और उत्खनक मशीन पर निर्भरता को कम करके, यह विधि उत्खनन कार्यों को अनुकूलित कर सकती है और इकाई की लागत को कम कर सकती है, जिससे खनन के लिए अधिक टिकाऊ और कुशल दृष्टिकोण प्रदान किया जा सकता है. यही नहीं चूंकि इस तकनीक में ट्रकों का उपयोग नहीं होता है अतः सुरक्षा की दृष्टि से भी यह डोजर पुश तकनीक पाँच सितारा पीईकेबी खदान को सुरक्षा के मापदंडों के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को भी प्रदर्शित करती है.

भारत में पहली बार अदाणी नेचुरल रिसोर्सेज द्वारा कोयला खनन में उपयोग में ली जा रही इस डोजर पुश तकनीक के परीक्षण की सफलता को सीएसआईआर और सीआईएमएफआर के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. एम पी रॉय ने भी सराहना की और कहा कि, “यह नई तकनीक भारत में ओपनकास्ट खनन कार्यों में क्रांति ला सकती है. डोजर पुश माइनिंग विधि पारंपरिक ड्रैगलाइन और ट्रक/शॉवल उत्खनन का एक आधुनिक विकल्प है. यह न केवल खनन प्रक्रिया की गति और दक्षता को बढ़ाता है बल्कि परिचालन लागत को भी कम करता है.”

परीक्षण का नेतृत्व सीएसआईआर-सीआईएमएफआर के निदेशक प्रोफेसर अरविंद कुमार मिश्रा ने किया, जिसमें डॉ. एम पी रॉय, डॉ. विवेक कुमार हिमांशु, आर एस यादव, सूरज कुमार और डॉ. आशीष कुमार विश्वकर्मा का योगदान रहा, जिन्होंने पीईकेबी खदान में डोजर पुश माइनिंग तकनीक के प्रथम विस्फोट के सफल निष्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यह महत्वपूर्ण उपलब्धि भारत को अत्याधुनिक खनन प्रौद्योगिकियों को अपनाने में अग्रणी स्थान पर रखती है, जिसका इस क्षेत्र के भविष्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा.

कवासी लखमा के घर मारे गए छापे पर ED ने किया खुलासा, नगद लेन-देन के सबूत के साथ मिले आपत्तिजनक रिकॉर्ड…

रायपुर- भूपेश बघेल सरकार में आबकारी मंत्री रहे कवासी लखमा के ठिकानों पर मारे गए छापे के बाद अब जाकर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ा खुलासा किया है. ईडी ने सोशल मीडिया में किए अपने पोस्ट में बताया कि लखमा द्वारा किए गए नगदी लेन-देन के सबूत हासिल हुए हैं. 

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इसके साथ सोशल मीडिया एक्स पर किए अपने पोस्ट में बताया कि कवासी लखमा के ठिकानों पर की गई तलाशी अभियान में पीओसी (Proof Of Cash) के उपयोग से संबंधित सबूत जुटाने के साथ कई डिजिटल डिवाइस बरामद और जब्त की गईं, जिनके आपत्तिजनक रिकॉर्ड है.

नगरीय निकाय चुनाव : सीएम साय का बड़ा बयान, कहा- देर जरूर होगी, लेकिन टलेगा नहीं, कांग्रेस ने कही यह बात…

रायपुर-  नगरीय निकाय चुनाव को लेकर सीएम विष्णुदेव साय का बड़ा बयान देते हुए कहा कि देर जरूर होगी, लेकिन टलेगा नहीं. उन्होंने कहा कि देरी के चलते नगरीय निकायों में प्रशासक बैठना पड़ा है.

जगदलपुर के लिए रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने मीडिया से चर्चा में कहा कि लोकार्पण और भूमिपूजन का कार्यक्रम है. 350 करोड़ से ज्यादा लागत के विकास कार्य होंगे. बस्तर के विकास को लेकर मांझी समाज से सरकार सलाह लेगी.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर के विकास के लिए सरकार वचनबद्ध है. एक साल में बस्तर में शांति स्थापित करने के लिए सरकार सफल साबित हुई है. क्षेत्र के विकास के लिए नियत नेल्लानार योजना चलाई जा रही है.

यह बीजेपी का अलोकतांत्रिक चरित्र

वहीं नगर निगमों में प्रशासकों की नियुक्ति पर विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि यह बीजेपी का अलोकतांत्रिक चरित्र है. समय से पहले चुनाव कराना सरकार का संवैधानिक दायित्व है. चुनाव में देरी कर प्रशासक बैठना यह सरकार की मंशा थी. भाजपा चुनाव में जाने से डर रही है इसलिए अध्यादेश लाई थी. हम मांग करते हैं कि आज ही चुनाव की घोषणा हो.

नगर पालिका के CMO निलंबित, फर्नीचर क्रय और रिनोवेशन में अनियमितता पाए जाने पर हुई कार्रवाई

बालोद- दल्लीराजहरा नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) भूपेंद्र वार्डेकर को निलंबित कर दिया गया है. उन पर यह कार्रवाई कोंडागांव नगर पालिका में सीएमओ रहते हुए की गई अनियमितताओं के कारण की गई है.

जानकारी के अनुसार, यह घटना करीब 6 महीने पहले की है, जब वार्डेकर कोंडागांव नगर पालिका के सीएमओ थे। इस दौरान अध्यक्ष कक्ष के रिनोवेशन कार्य और फर्नीचर क्रय में गंभीर अनियमितता पाई गई. मामले में जांच के बाद यह पाया गया कि भूपेंद्र वार्डेकर ने इन कार्यों में वित्तीय नियमों और प्रक्रिया का उल्लंघन किया था, जिसके परिणामस्वरूप उन्हें निलंबित किया गया है.

 

नए वार्डों में मैकेनाइज्ड और मैन्युअल सफाई शुरू : लायंस की टीम उतरी मैदान पर, सुबह 6 बजे से फील्ड पर रहे सभी जोन कमिश्नर

बिलासपुर-   नए साल का पहला दिन शहरवासियों के लिए एक अच्छी और स्वच्छ सवेरा लेकर आया। व्यवस्थित साफ-सफाई की बांट जोह रहे नए वार्ड के रहवासियों को 1 जनवरी को सुबह मैकेनाइज्ड और मैन्युअल स्विपिंग की सौगात मिली, जिससे आने वाले दिनों में पुराने ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर सफाई और सर्वेक्षण में बिलासपुर के बेहतर रैंक आने की उम्मीद है. नगर निगम सीमा में जुड़े नए क्षेत्रों की सड़कें और गलियां भी अब साफ-सूथरी नजर आएगी. अब तक निगम के पुराने क्षेत्रों में साफ-सफाई का काम संभालने वाली लायंस सर्विसेस कंपनी ने नए जुड़े वार्डों में भी मैकेनाइज्ड और मैन्युअल सफाई शुरू कर दिया है.

मैकेनाइज्ड और मैन्युअल स्विपिंग का दायरा बढ़ाते हुए नगर निगम ने स्वीकृति मिलने के बाद 18 नए वार्ड जिसमें 15 पुराने ग्राम पंचायत,2 नगर पंचायत और 1 नगर पालिका शामिल है, वहां इस व्यवस्था को लागू करने का पिछले दिनों मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की उपस्थिति में एग्रीमेंट किया था, जिसमें 1 जनवरी 2025 से प्रारंभ करने की तैयारी थी। निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर साल के पहले दिन इसे शुरू कर दिया गया। लायंस सर्विसेस ने पुराने के साथ नए क्षेत्र में सुबह 6 बजे अपने सफाई कर्मियों को फील्ड पर उतार दिया तथा रात में सफाई कार्य किया गया।

पहले दिन नए सभी वार्डों में पहुंची टीम

मैन्युअल और मैकेनाइज्ड स्विपिंग के तहत सफाई कंपनी के लगभग 560 कर्मचारी सभी नए 18 वार्डों में सुबह पहुंच गए थे। पहले दिन मुख्य मार्ग और गलियों की सफाई की गई। विस्तार होने के बाद नए क्षेत्रों में कुल 790 कर्मचारियों की टीम मोर्चा संभालेगी। अगले दो दिनों में सभी 790 कर्मियों को बीट के आधार पर जिम्मेदारी दी जाएगी।

सुबह 6 बजे से फील्ड पर रहे जोन कमिश्नर

निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर सभी 8 जोन के कमिश्नर और सफाई अमला सुबह 6 बजे से फील्ड पर तैनात होकर सफाई कार्य का मानिटरिंग करते रहे। दरअसल निगम कमिश्नर ने सख्त हिदायत देते हुए सफाई कार्य को प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश दिए है और रोजाना इसकी मानिटरिंग करने को कहा है।

449 नए आवासीय बीट, 45 व्यावसायिक बीट, 790 की नई टीम

नए क्षेत्रों में व्यवस्थित सफाई के लिए पूरे क्षेत्र के लिए 449 नए आवासीय बीट, 45 व्यावसायिक बीट निर्धारित किए गए है, जिसके जरिए सफाई कार्य किए जाएंगे। इसके अलावा सभी मुख्य मार्गों जिसमें हाइवे भी शामिल है। कुल 11 किमी का मैकेनिकल सफाई किया जाएगा। पुराने क्षेत्र को अभी 400 आवासीय और 75 व्यावसायिक बीट में बांटकर सफाई कार्य किया जा रहा हैं, जिसमें 775 कर्मी कार्यरत हैं। नए क्षेत्रों में इस व्यवस्था के तहत कार्य शुरु होने पर पूरे शहर में कुल 849 आवासीय बीट,120 व्यावसायिक बीट हो जाएंगे और 1565 सफाई कर्मी मिलकर पूरे शहर को स्वच्छ रखेंगे।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने पीएम आवास के हितग्राहियों से की मुलाकात, निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर दिया जोर

रायपुर-    उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने आज अपने कबीरधाम प्रवास के दौरान ग्राम तिवारी नवांगांव में बन रहे प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने अधिकारियों को निर्माण कार्य में गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घरों का निर्माण केवल एक बुनियादी आवश्यकता नहीं, बल्कि यह हर व्यक्ति को सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करता है और इसे पूरी तरह से गुणवत्तापूर्ण तरीके से पूरा किया जाना चाहिए।

उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे घरों का निरीक्षण किया और लाभार्थियों से बातचीत कर अनुभवों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हर लाभार्थी को समय पर, पूरी गुणवत्ता के साथ अपना आवास मिलना चाहिए, ताकि वे जल्द से जल्द अपना नया घर पा सकें। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने लाभार्थियों से कहा कि वे प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पूरी तरह से उठाएं और सरकार द्वारा प्रदान की जा रही सुविधाओं का सही तरीके से उपयोग करें। इस अवसर पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष पटेल सहित जनप्रतिनिधि, ग्रामीण, प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही उपस्थित थे।

छत्तीसगढ़ के चावल निर्यातकों को मिलेगी मंडी शुल्क में छूट, साय सरकार के फैसले से चावल उद्योग को मिलेगा प्रोत्साहन

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देशानुसार छत्तीसगढ़ सरकार ने छत्तीसगढ़ के चावल उद्योग को प्रोत्साहित करने तथा राज्य से गैर-बासमती चावल के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चावल निर्यातकों को मण्डी शुल्क और कृषक कल्याण शुल्क से पूर्णतः छूट देने का निर्णय लिया है। यह छूट उन निर्यातकों को मिलेगी जो राज्य के राइस मिलर्स और मंडियों के माध्यम से खरीदे गए धान से तैयार गैर-बासमती चावल का निर्यात करेंगे। शुल्क में छूट देने का उद्देश्य छत्तीसगढ़ से गैर बासमती चावल निर्यात को बढ़ावा देना और राज्य के किसानों तथा चावल मिलर्स को अधिक लाभ दिलाना है। सरकार के इस फैसले से छत्तीसगढ़ के चावल उद्योग को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में प्रतिस्पर्धी बनाने में मदद मिलेगी।

छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मंडी शुल्क एवं किसान कल्याण में छूट दिए जाने की अधिसूचना को राजपत्र में प्रकाशन के लिए जारी कर दिया गया है। यह छूट अधिसूचना प्रकाशन के दिनांक से लेकर एक वर्ष तक के लिए होगी। उक्त दोनों शुल्कों में छूट के लिए चावल निर्यातकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके शिपिंग बिल में चावल के कार्गाे का मूल स्थान छत्तीसगढ़ लिखा हो। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ का वस्तु एवं सेवा कर विवरण, लदान बिल, और बैंक री-कॉसिलेशन स्टेटमेंट की प्रति संबंधित मंडी में प्रस्तुत करनी होगी। राज्य के पंजीकृत चावल निर्यातकों और राइस मिलर्स को एक घोषणा पत्र देना होगा, जिसमें यह स्पष्ट रूप से दर्शाया गया हो कि चावल छत्तीसगढ़ से खरीदे गए धान से तैयार किया गया है। राइस मिलर्स को मंडी अधिनियम के तहत चावल निर्यातकों को परमिट जारी करना होगा।

नवा रायपुर अटल नगर में एकीकृत उपनगर के विकास हेतु नियमों का सरलीकरण, आदर्श शहरी केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल

रायपुर-    मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर नवा रायपुर अटल नगर के लेयर 2 में एकीकृत उपनगर के विकास को प्रोत्साहित करने के उ‌द्देश्य से मौजूदा नियमों को अधिक सरल और व्यावहारिक बनाया गया है। यह कदम क्षेत्र में बसाहट और निवेश को बढ़ावा देने के लिए उठाया गया है ।मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि यह बदलाव सुनिश्चित करेगा कि इन आवश्यक सुविधाओं का विकास उपनगर के भीतर अधिक प्रभावी ढंग से हो सके। उन्होंने कहा कि सुधारों का मुख्य उ‌द्देश्य नवा रायपुर अटल नगर के लेयर 2 में एकीकृत उपनगरों के विकास को गति देना और क्षेत्र में बसाहट को बढ़ावा देना है। यह कदम नागरिकों के जीवन स्तर को सुधारने और क्षेत्र को एक आदर्श शहरी केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।

वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने कहा कि सामाजिक सुविधाओं जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा, सामुदायिक भवन, और धार्मिक स्थलों के लिए आरक्षित क्षेत्र को न्यूनतम 5 प्रतिशत किया गया है, जो पहले अधिकतम 5 प्रतिशत था। इसके अलावा आवासीय गतिविधियों को प्राथमिकता देते हुए, पूर्व में निर्धारित अधिकतम 50 प्रतिशत क्षेत्र को बदल कर अब न्यूनतम 50 प्रतिशत क्षेत्र को आवासीय उपयोग के लिए अनिवार्य किया गया है। इससे आमजन के लिए किफायती आवास उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी और लोगों को आवास की बेहतर सुविधा मिलेगी।

आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) संबंधित प्रावधान को नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के अधिसूचना/नियमों के अनुरूप करते हुए संबंधित प्रावधानों में सुधार किया गया है, ताकि इन नियमों में एकरूपता लाई जा सके। साथ ही पर्यावरण संरक्षण और जनस्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए, एकीकृत उपनगरों में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, रेन वाटर हार्वेस्टिंग, और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को अनिवार्य किया गया है।

छत्तीसगढ़ भूमि विकास नियम 1984 के तहत 10 प्रतिशत क्षेत्र को खुली जगहों जैसे गार्डन और खेल के मैदानों के लिए आरक्षित रखने का प्रावधान किया गया है।