गोरखपुर: मॉक ड्रिल: गोरखपुर में आज शाम होगा ब्लैक आउट, आसमान में गरजेंगे जंगी जहाज
गोरखपुर: दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ी है. ऐसे में यूरोप सहित एशिया के कई देशों में भी हाहाकार मचा हुआ है. कई देशों के बीच आपस में लड़ाईयां चल रही हैं. युद्ध और आपात स्थिति से बचने के लिए सभी देश अपनी तैयारी भी कर रहे हैं. यूपी के गोरखपुर में भी 5।दिसम्बर गुरुवार को युद्ध जैसे हालात से बचने के लिए सिविल डिफेंस, एयर फोर्स, अग्निशमन विभाग और हेल्थ डिपार्टमेंट समेत अन्य विभागों के समन्वय से मॉक ड्रिल की जाएगी. मॉक ड्रिल के दौरान आसमान में फाइटर प्लेन की गर्जना और बम धमाकों के बीच सिविल डिफेंस के वार्डेन/वालंटियर लोगों की जान बचाकर रेस्क्यू करते हुए नजर आएंगे. इस मॉक ड्रिल में भारत सरकार के गृह मंत्रालय के नागरिक सुरक्षा कोर के एडीजी उमेश शर्मा बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित होंगे.
गोरखपुर के रामगढ़ताल क्षेत्र के समक्ष स्थित दिग्विजय नाथ पार्क में नागरिक सुरक्षा कोर की ओर से 5 दिसंबर को मॉक ड्रिल होगा. शाम 5:00 बजे शहर के दक्षिणी छोर यानी तारामंडल क्षेत्र में पूरी तरह से ब्लैकआउट कर दिया जाएगा. ब्लैकआउट के साथ ही आसमान में फाइटर प्लेन की गर्जना सुनाई देगी. इसी बीच तेज धमाके की आवाज भी सुनाई देगी. बम जैसे धमाके की आवाज में पटाखों को जलाकर युद्ध जैसे हालात का प्रदर्शन होगा. युद्ध में घायल हुए लोगों को नागरिक सुरक्षा कोर के वार्डेन/वालंटियर रेस्क्यू करते हुए नजर आएंगे.
इस बीच सर्किट हाउस क्षेत्र में तेज धमाका होगा. इसी बीच लोगों को सुरक्षित स्थान पर निकलने के लिए एक सायरन बजेगा. नागरिक सुरक्षा कोर की टीम लोगों की मदद कर उन्हें सुरक्षित स्थान तक ले जाएगी. तेज धमाका से लोगों के कान का पर्दा न फटे, इसके लिए उन्हें जमीन पर लेटकर दोनों हाथ से कान को ढकना होगा. किसी वजह से बाहर नहीं निकल पाए, तो मेज, तख्ता के नीचे छुपकर बचना होगा.
बम धमाके से जगह-जगह लगी आग को बुझाने के लिए नागरिक कोर की टीम के साथ दमकलकर्मी वाहन लेकर पहुंचेंगे. ये वाहन जल्द से जल्द घटनास्थल पर पहुंचे, इसके लिए ग्रीन कारिडोर बनेगा. सब कुछ सामान्य होने के बाद एक बार फिर लोगों को बताने के लिए रात आठ बजे सायरन बजेगा और फिर उसके बाद सभी लोग वापस अपने-अपने घर जाएंगे.
नागरिक सुरक्षा कोर के वार्डेन इसकी तैयारी में जोर शोर से लगे हैं. संबंधित विभागों से बातचीत के साथ पत्राचार भी हो गया है. नागरिक सुरक्षा कोर के चीफ वार्डेन संजीव गुलाटी ने बताया कि ब्लैक आउट माकड्रिल की तैयारी पूरी हो चुकी है. कभी विश्वयुद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न होती है, तो लोगों को कैसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाएगा. खुद लोग कैसे सुरक्षित रह सकते हैं. मॉकड्रिल में यह सब करके बताया जाएगा. युद्ध जैसी स्थिति उत्पन्न करने के लिए वायुसेना से सहयोग लिया गया है. बम वर्षक विमान जैसे ही ऊपर से गुजरेगा, उसी समय नीचे पटाखे छोड़े जाएंगे. इसी के साथ लोगों को सुरक्षित घर से बाहर निकलने के लिए सायरन बजाया जाएगा. जिसके बाद नागरिक सुरक्षा कोर की महंत दिग्विजयनाथ पार्क में पहुंचेगी और वह सबकुछ सजीव करेगी जैसे युद्ध के दौरान लोगों को अपने बचाव के लिए करना चाहिए.
इमारतों में फंसे लोगों को निकाला जाएगा बाहर
यह माकड्रिल, योगी सरकार की ओर से नागरिक सुरक्षा को लेकर की जा रही प्रतिबद्धता का एक अहम हिस्सा है. जिसका मकसद मुश्किल हालात में जनता के बचाव और आपात सेवाओं की तत्परता को परखना है. इस अभ्यास में वायु सेना के संभावित कर हमले के दौरान आग बुझाने, घायलों को प्राथमिक उपचार देने और इमारतों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के तरीके का प्रदर्शन किया जाएगा. इसके जरिए गोरखपुर प्रशासन की आपदा से निपटने की तैयारियों को भी परखा जाएगा.
नागरिक सुरक्षा को प्रभावी बनाने को चार्टर में होंगे बदलाव
नागरिक सुरक्षा गृह मंत्रालय भारत सरकार के डायरेक्टर जनरल विवेक श्रीवास्तव ने सर्किट हाउस में वार्डेनों के साथ बैठक व सम्मान समारोह में बताया कि गृह मंत्रालय द्वारा गुजरात गांधीनगर में आयोजित अधिवेशन में गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिक सुरक्षा के चार्टर में महत्वपूर्ण बदलाव करने के निर्देश दिए हैं. राष्ट्रीय एवं ग्लोबल स्तर पर वर्तमान समय में साइबर सिक्योरिटी एवं आतंकवाद जैसे मुद्दों से चुनौती मिल रही है. ऐसे में एक सशक्त नागरिक के रूप में नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवकों की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है. ऐसी दशा में नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण मॉक ड्रिल प्रदर्शन को आधुनिक किया जाना चाहिए. भारत सरकार के निर्देश पर नागरिक सुरक्षा के चार्टर में आवश्यक संशोधन किया जा रहा है, जिसे शीघ्र ही भारत सरकार द्वारा लागू किया जाएगा. कार्यक्रम उप नियंत्रक सत्य प्रकाश सिंह ने 62वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया कि वायुसेना के साथ मिलकर ब्लैकआउट का प्रदर्शन गोरखपुर में किया जाएगा. इसी क्रम में चीफ वार्डेन डॉ.संजीव गुलाटी ने बताया कि नागरिक सुरक्षा गोरखपुर के वार्डेन समय-समय पर शासन की मंशा के अनुरूप विभिन्न प्रकार की आपदाओं, सामाजिक धार्मिक कार्यक्रमों मैं अपनी सहभागिता निष्काम सेवी के रूप में करते हैं. कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ सहायक उपनियंत्रक वेद प्रकाश यादव व धन्यवाद ज्ञापन डिवीजनल वार्डेन (आ.) नैय्यर आलम व ने किया. इस अवसर पर सहायक उप नियंत्रक नीरज श्रीवास्तव, चीफ वार्डेन डॉ. संजीव गुलाटी, डिप्टी चीफ वार्डेन डॉ. शरद श्रीवास्तव, राम कृष्ण मिश्रा, डिवीजनल वार्डेन विकास जालान, अखिलेश ओझा, राजेश चंद्र चौधरी, स्टाफ अफसर संतोष श्रीवास्तव, सुरेश गुप्ता, सौरभ सिंह,जितेंद्र देव उपाध्याय, रागिनी जायसवाल, डिप्टी डिवीजनल वार्डेन उमेश चंद श्रीवास्तव, मुर्तजा आलम, ध्यान प्रकाश तिवारी, कार्यालय सहायक अनूप सिंह, वेद प्रकाश मौर्य सहित बड़ी संख्या में वार्डेन सदस्य उपस्थित रहे.
ये हुए सम्मानित
नागरिक सुरक्षा गृह मंत्रालय भारत सरकार के डायरेक्टर जनरल विवेक श्रीवास्तव ने किया सम्मानित
सराहनीय सेवा के लिए महामहिम राष्ट्रपति पदक 2023 से सम्मानित किया गया
डॉ. शरद श्रीवास्तव (डिप्टी चीफ वार्डेन)
विकास जालान (डिवीजनल वार्डेन)
अखिलेश ओझा (डिवीजनल वार्डेन)
राजेश चंद्र चौधरी (डिविजनल वार्डेन)
गृह मंत्रालय डिस्क व प्रशंसा पत्र दिया गया
डॉ. संजीव गुलाटी, चीफ वार्डेन
नीरज श्रीवास्तव, सहायक उप नियंत्रक
सुरेश कुमार, स्टाफ अफसर टू चीफ वार्डेन
उमेश चंद्र श्रीवास्तव, डिप्टी डिवीजनल वार्डेन
अनूप सिंह, कार्यालय सहायक
Dec 20 2024, 10:43