माननीय मुख्यमंत्री, बिहार श्री नीतीश कुमार द्वारा रिमोट के माध्यम से बिहार के 5671 ग्राम पंचायत में 6656 खेल मैदान का उद्घाटन किया गया
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जिसमें जहानाबाद जिले के चिन्हित 75 खेल मैदान के निर्माण कार्य का भी उद्घाटन किया गया।* जहानाबाद जिले में कुल 88 पंचायत में से 75 पंचायत में खेल मैदान को चिन्हित किया गया था। भूमि की उपलब्धता के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों में तीन प्रकार के खेल मैदान विकसित किया जा रहे हैं , जो निम्नवत है * प्रथम प्रकार में बड़े खेल मैदान 04 एकड़ तक है, जिसमें 30 स्थलों को चयनित किया गया था। घोसी प्रखंड में 05 स्थल, हुलासगंज प्रखंड में 06 स्थल, जहानाबाद सदर प्रखंड में 04 स्थल, काको प्रखंड में 02 स्थल, मखदुमपुर प्रखंड में 04 स्थल, मोदनगंज प्रखंड में 05 स्थल एवं रतनी फरीदपुर प्रखंड में 03 स्थल खेल मैदान बनाया गया है। * दूसरे प्रकार में मध्यम खेल मैदान 01 से 01.5 एकड़ तक है, जिसमें 39 स्थलों को चयनित किया गया था। घोसी प्रखंड में 02 स्थल, हुलासगंज प्रखंड में 04 स्थल, जहानाबाद सदर प्रखंड में 08 स्थल, काको प्रखंड में 03 स्थल, मखदुमपुर प्रखंड में 12 स्थल, मोदनगंज प्रखंड में 03 स्थल एवं रतनी फरीदपुर प्रखंड में 07 स्थल खेल मैदान बनाया गया है। * तीसरे प्रकार में छोटे खेल मैदान 01 एकड़ तक है, जिसमें 06 स्थलों को चयनित किया गया था। हुलासगंज प्रखंड में 01 स्थल, जहानाबाद सदर प्रखंड में 02 स्थल, काको प्रखंड में 01 स्थल, मखदुमपुर प्रखंड में 02 स्थल खेल मैदान बनाया गया है। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में खेल को बढ़ावा देने एवं ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को खेलकूद के अवसर प्रदान करने के साथ-साथ खेल की आधारभूत संरचनाओं को सुदृढ़ करने के लिए ग्रामीण विकास विभाग द्वारा मनरेगा योजना के तहत ग्राम पंचायत में खेल मैदान विकसित किया जा रहे हैं। खेल मैदान के विकास के फल स्वरुप जिले के ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं में खेल के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और प्रोत्साहन भी मिलेगा। बड़े खेल मैदान में क्रिकेट, फुटबाल, बास्केटबाल, वालीबाल, रनिंग ट्रेक, बैडमिंटन, लंबी कूद ,कबड्डी, खो खो आदि की खेल सुविधाएं विकसित की जाएगी। दूसरे प्रकार के खेल मैदान में क्रिकेट ,फुटबाल, बास्केटबाल, वालीबाल, रनिंग ट्रेक, बैडमिंटन, ऊंची कूद और लंबी कूद की सुविधा स्थानीय आवश्यकता के अनुसार विकसित किए जाएंगे। तीसरे प्रकार के खेल मैदान में बास्केटबाल, वालीबाल ,रनिंग ट्रैक ,और बैडमिंटन को शामिल किया गया है। सभी कार्यारंभ स्थल पर वेब कास्टिंग के माध्यम से पंचायत प्रतिनिधि और युवा कार्यक्रम से जुड़े थे।


जहानाबाद व्यवहार न्यायालय ! अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम अनिंदिता सिंह की अदालत ने सूचक के नाबालिग पुत्री की अपहरण कर हत्या करने के जुर्म में ग्राम वाजित पुर थाना घोसी निवासी उपेंद्र यादव, राजू कुमार उर्फ अरविंद यादव, जय मंगल यादव एवं उद्दित यादव को भाoदoवीo की धारा 302 में दोषी पाते हुए आजीवन कारावास एवं दस हजार रुपए का अर्थ दंड, 363 में पांच वर्ष सश्रम कारावास एवं दस हजार अर्थ दंड, 504 में दस हजार अर्थ दंड की सजा सुनाई। मामले में सरकार की ओर से पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक राकेश कुमार ने बताया कि, इस केस के सूचक अजित प्रसाद ने अपने फर्द बयान में बताया कि 4 नंबर 2020 को सभी अभियुक्त मेरे घर में घुस गए और हथियार के बल पर लुट पाट किया एवं मेरी नाबालिग पुत्री को अपहरण कर अपने साथ लेकर चले गए। पांच दिन बाद बच्ची की लाश नदी किनारे बरामद हुई थी, सभी अभियुक्तों ने बच्ची की निर्मम तरीके से हत्या कर दी। उसकी आंख फोड़ दिया गया, हाथ कबाड़ दिया, एवं गर्दन मरोड़ कर हत्या कर दी गई। इस संबंध में घोसी थाना कांड संख्या 502/2020 दर्ज कराया गया। जिसमें बताया गया कि इसके पूर्व भी अभियुक्त उदित यादव द्वारा मेरी बच्ची का अपहरण किया गया था, उस केश में पास्को न्यायलय ने उसे दोषी पाकर बारह वर्ष सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी। अभियुक्तों द्वारा उस केश में समझौता करने का दबाव दिया जाता था ।विशेष लोक अभियोजक के द्वारा कुल सात गवाहों की गवाही न्यायलय में कराई गई। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रथम के द्वारा अपहरण कर हत्याकांड मामले में सुनवाई करते हुए अभियोजन के केश को सही पाते हुए अभियुक्तों को भारतीय दंड विधि की धारा 302 के तहत दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई, एवं सभी को दस दस हजार रुपया अर्थ दंड लगाया, अर्थ दंड की रकम नहीं देने पर एक माह के अतिरिक्त सजा भुगतनी होगी।
जहानाबाद एस.एस. कॉलेज में आईक्यूएसी एवं आई.वी.टी.टी.आर.आई, धनबाद के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय बहुउद्देशीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का शुभारंभ हुआ। सेमिनार का मुख्य विषय "आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: वर्तमान शोध विश्लेषण और परिकल्पना में आवश्यकता एवं प्रभाव" पर केंद्रित है। हाइब्रिड मोड में आयोजित इस सेमिनार में विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए। उद्घाटन सत्र में आई.आई.टी. पटना के निदेशक प्रो० टी.एन. सिंह ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की जटिल प्रकृति को देखते हुए इसके सकारात्मक और नकारात्मक प्रभावों का गहन अध्ययन आवश्यक है। पटना विश्वविद्यालय के प्रो० एस.बी. राय ने कहा कि एआई ने शोध और नवाचार के क्षेत्र में नई संभावनाओं को जन्म दिया है। एन.आई.टी. पटना के डॉ० अभिषेक सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि एआई का उपयोग नैतिकता और मानव श्रम के लिए चुनौती न बने, इसके लिए एसओपी (स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर) तैयार किया जाना चाहिए। कार्यक्रम के अध्यक्षीय भाषण में प्राचार्य प्रो० (डॉ०) कृष्णानंद ने कहा कि मानवीय जीवन के उन क्षेत्रों की पहचान करना जरूरी है, जहां एआई का प्रभावी उपयोग संभव है। उन्होंने विश्वास जताया कि एआई नई बौद्धिक क्रांति का वाहक बनेगा और मानवता के लिए वरदान साबित होगा। इस अवसर पर टाउकान रिसर्च, बंगलुरु के निदेशक डॉ० के.के. मिश्रा के सौजन्य से तीन शोधकर्ताओं को सावित्रीबाई फुले एक्सलेंस अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान कॉलेज की स्मारिका और पत्रिका का विमोचन भी हुआ। उद्घाटन सत्र का संचालन डॉ० स्नेहा स्वरुप ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन सेमिनार के संयोजक डॉ० विनोद कुमार रॉय ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में प्रो० प्रवीण दीपक, डॉ० के.के. पांडे सहित कई विशिष्ट वक्ताओं ने अपने विचार रखे। शोधार्थियों और छात्रों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति ने सेमिनार को सफल बनाया।
जहानाबाद पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने जिले के टॉप 10 अपराधियों में शामिल 50 हज़ार के इनामी बदमाश सुदामा यादव को गया से गिरफ्तार कर लिया है। कई संगीन मामलों में था वांछित सुदामा यादव पर हत्या, अपहरण, आर्म्स एक्ट और पोक्सो एक्ट के तहत कई मामले दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, सुदामा ने वर्ष 2022 में जहानाबाद के मिश्र बिगहा निवासी जगदेव प्रसाद की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके अलावा जिले के विभिन्न थानों में उसके खिलाफ कुल चार गंभीर मामले दर्ज हैं।
जहानाबाद जिला पदाधिकारी अलंकृता पांडे की अध्यक्षता में सात निश्चय पार्ट 2 के तहत स्वच्छ गाँव समृद्ध गाँव के अतंर्गत स्वच्छता के सभी आयामों पर समीक्षात्मक बैठक का आयोजन किया गया। समीक्षा के क्रम में पाया गया कि IHHL के लिए लंबित आधार अपडेशन को जल्द से जल्द पूरा करने का निदेश दिया गया l साथ ही सिटीजन पोर्टल पर भी लंबित आवेदन का डिस्पोजल एक सप्ताह के अंदर करने हेतु सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को निदेश दिया गया l सामुदायिक स्वच्छता परिसर के समीक्षा में पाया गया कि 102 निर्मित स्वच्छता परिसर के आलोक में 67 खराब है जिस पर नाराजगी जताते हुए सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को सख्त निदेश दिया गया है कि दिसंबर माह के अंत तक सभी खराब सामुदायिक स्वच्छता परिसर को ठीक करवाते हुए संचालन कराना सुनिश्चित करें l समीक्षा के क्रम में यह भी पाया गया है कि 1207 वार्ड के पेडल रिक्शा में 254 वार्डो में पेडल रिक्शा खराब हैं। जिला पदाधिकारी द्वारा नाराजगी जताते हुए अगले एक सप्ताह में ठीक कराते हुए नियमित कचरे का उठाव कराना सुनिश्चित करेंगे l जिले में निर्मित सभी 68 स्वच्छता समाधान केंद्र सह अपशिष्ट प्रसंस्करण इकाई को नियमित संचालन कराने हेतु सभी को निदेश दिया गया l अंत में जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जीविका को निदेश दिया गया की मखदुमपुर प्रखंड परिसर में निर्मित प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन इकाई का संचालन जीविका दीदीयों के द्वारा जल्द से जल्द संचालन कराना सुनिश्चित करें l अनुपालन समय नहीं होने की स्थिति में संबंधितों पर कार्रवाई करने की बात कही गई l बैठक में डी. पी. आर. ओ धनंजय त्रिपाठी के साथ ही साथ निदेशक , डी. आर. डी. ए,कनिष्क कुमार सिंह , जिला सलाहकार पिंकु कुमार, ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन, जिला समन्वयक माधवेंद्र कुमार , सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी , सभी प्रखंड पंचायत राज पदाधिकारी सभी प्रखंड समन्वयक भी उपस्थित थे l
Dec 19 2024, 18:49
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