फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के विरुद्ध गैर-जमानती धाराओं में दर्ज होगा एफआईआर, कोर्ट ने दिया आदेश

रायपुर- ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के विरुद्ध स्थानीय अदालत ने गैर जमानती धाराओं 196, 299 एवं 353 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. इस प्रकरण में अधिवक्ता अंजिनेश शुक्ला, निमिष किरण शर्मा व संदीप थोरानी ने पैरवी की.

दरअसल, 18 अप्रैल को अनुराग कश्यप ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट (anuragkashyap10) पर एक आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी करते हुए लिखा था कि “मैं ब्राह्मणों पर मूतूंगा, कोई प्रॉब्लम?”. इस कथन से आहत होकर अधिवक्ता शुक्ला ने संबंधित थाना प्रभारी के समक्ष 20 अप्रैल को शिकायत दर्ज करवाई थी.

शुक्ला के आवेदन पर थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. पुलिस की उदासीनता से क्षुब्ध होकर अंजिनेश अंजय शुक्ला ने रायपुर जिला न्यायालय में अनुराग कश्यप के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग करते हुए एक परिवाद प्रस्तुत किया था.

प्रकरण की सुनवाई के दौरान अधिवक्ता शुक्ला ने सर्वोच्च न्यायालय तथा विभिन्न उच्च न्यायालयों के प्रासंगिक निर्णयों का उल्लेख करते हुए न्यायालय के समक्ष यह तर्क प्रस्तुत किया कि उक्त टिप्पणी न केवल सामाजिक सौहार्द को भंग करने वाली है, बल्कि यह विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाली और दंडनीय अपराध की श्रेणी में आती है.

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आकांशा बेक ने प्रस्तुत तर्कों और विधिक दृष्टांतों का संज्ञान लेते हुए उन्हें विधिसम्मत माना और फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के विरुद्ध संबंधित धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने हेतु संबंधित पुलिस थाने को निर्देशित किया है.

एडवोकेट अंजिनेश शुक्ला ने कही यह बात

इस प्रकरण पर एडवोकेट अंजिनेश शुक्ला ने बताया कि शिकायत के अध्यार पर FIR न होने पर उन्होंने कोर्ट का रुख़ किया था. मद्रास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को आधार मानते हुए कोर्ट ने अनुराग कश्यप के ख़िलाफ़ हेट स्पीच के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 299 और 353 के तहत अपराध दर्ज करने का आदेश दिया है, जो कि नोन बैलेबल है.

*अनुराग कश्यप द्वारा ब्राह्मण समाज पर आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग करने से नाराज हुए ब्राह्मणों ने अनुराग कश्यप का पुतला दहन कर विरोध जताया*
ब्राह्मण समाज के द्वारा बटपरवा स्थित शंकरगढ़ व सुदानपुर बाजार में अनुराग कश्यप के द्वारा ब्राह्मण समाज के ऊपर आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग करने में नाराज हुए ब्राह्मणों ने अनुराग कश्यप का पुतला दहन कर विरोध जताया है। इस मौके पर उपस्थित सौरभ मिश्र विनम्र ने बताया कि अनुराग कश्यप ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी anuragkashyap10 से फुले मूवी के सेंसर बोर्ड द्वारा हटाए गए सीन को लेकर ब्राह्मण समाज के प्रति आपत्तिजनक और अशोभनीय टिप्पणी की है। जिससे समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। यह टिप्पणी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली है और देश में तनाव का माहौल बना सकती है। अनुराग कश्यप ने हमारे समाज की जो निंदा की है। उसके लिए उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा इस मौके पर संतोष पांडेय रिंकू और नरेन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि अनुराग कश्यप की इस टिप्पणी ने पूरे ब्राह्मण समाज की भावना को ठेस पहुंचाई है। यह सीधा हमला ब्राह्मण समाज पर है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर नितिन मिश्र,चन्द्र प्रकाश तिवारी,कामेश, लालू तिवारी, देवी प्रसाद तिवारी,अवधेश शर्मा, बृजेन्द्र मिश्र,अंकित पांडेय, राजेश मिश्र,मनोज मिश्र, राजकुमार तिवारी,अशोक, अनिल,सी.पी. मिश्र, मनोज मिश्र, राम जनक,लाल बहादुर, उदयभान आदि लोग उपस्थित रहे।
ब्राह्मणों पर मैं मू...कोई समस्या?' फिल्म 'फुले' विवाद के बीच अनुराग कश्यप का ये कैसा बयान

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फिल्में समाज का आइना कही जाती हैं। हालांकि, कई बार लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सच्चाई को पेश करने में सतर्कता बरती जाती है। इन दिनों फिल्म “फुले” को लेकर भी विवाद हो रहा है। इस बीच फिल्म निर्माता-अभिनेता अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण समुदाय द्वारा फिल्म “फुले” के खिलाफ आपत्ति जताए जाने के बीच ब्राह्मण हिंदुओं के खिलाफ नफरत भरी टिप्पणी की है। अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के तहत एक टिप्पणी का जवाब देते हुए, अनुराग कश्यप ने कथित तौर पर कहा कि वह ब्राह्मणों पर पेशाब करेंगे।

फिल्ममेकर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है जिसमें 'फुले' को लेकर चल रहे जातिवाद वाले हंगामे के खिलाफ अपनी बात रखी है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए देश में आज भी जातिवाद की मौजूदगी को लेकर एक बड़ा और बेबाक सवाल किया है। उन्होंने इस पोस्ट में महाराष्ट्रियन ब्राह्मण समूहों द्वारा नाराजगी और अनंत महादेवन निर्देशित 'फुले' की रिलीज में देरी पर अपनी निराशा जताई।

अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में कश्यप ने लिखा, "मेरी जिंदगी का पहला नाटक ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले पे था। भाई अगर जातिवाद नहीं होता इस देश में तो उनको क्या जरूरी थी लड़ने की। अब ये ब्राह्मण लोगों को शर्म आ रही है या वो शर्म में मारे जा रहे हैं या फिर एक अलग ब्राह्मण भारत में जी रहे हैं जो हम देख नहीं पा रहे हैं। यदि इस देश में जातिवाद मौजूद नहीं होता, तो उन्हें इसके खिलाफ लड़ने की आवश्यकता क्यों होती? अब ये ब्राह्मण समूह या तो शर्मिंदा महसूस करते हैं, शर्म से मर रहे हैं, या शायद वे किसी वैकल्पिक ब्राह्मण-केवल भारत में रह रहे हैं जिसे हम देख नहीं पा रहे हैं। कोई कृपया समझाए- यहां असली मूर्ख कौन है?

'असहज सच्चाई' को बयां करने पर सेंसरशिप का सामना करना पड़ता है

कश्यप ने आगे कहा, मेरा सवाल यह है कि जब फिल्म सेंसरशिप के लिए जाती है, तो बोर्ड में चार सदस्य होते हैं। आखिर कैसे इन समूहों और विंग्स को फिल्मों तक पहुंच मिलती है, जब तक कि उन्हें इसकी अनुमति न दी जाए? पूरी व्यवस्था ही धांधली वाली है। उन्होंने इस बात पर भी दुख जताया कि समाज की कथित 'असहज सच्चाई' को बयां करने वाली पंजाब 95, तीस, धड़क 2 जैसी कई फिल्मों को सेंसरशिप का सामना करना पड़ता है और वे रिलीज नहीं हो पाती हैं। मुझे नहीं पता कि इस जातिवादी, क्षेत्रवादी, नस्लवादी सरकार के एजेंडे को उजागर करने वाली और कितनी फिल्में ब्लॉक की गई हैं... उन्हें अपना चेहरा आईने में देखकर शर्म आती है। उन्हें इतनी शर्म आती है कि वे खुलकर यह भी नहीं बता पाते कि फिल्म में ऐसा क्या है जो उन्हें परेशान करता है। कायरों।

जाति व्यवस्था पर उठाया सवाल

अनुराग कश्यप ने सवाल किया, धड़क 2 की स्क्रीनिंग के दौरान, सेंसर बोर्ड ने हमें बताया कि मोदीजी ने भारत में जाति व्यवस्था को खत्म कर दिया है। इसी आधार पर, संतोष को भी भारत में रिलीज़ नहीं किया जा सका। अब, ब्राह्मण फुले पर आपत्ति कर रहे हैं। भाई, अगर जाति व्यवस्था नहीं है तो आप ब्राह्मण कैसे हो सकते हैं? आप कौन हैं? आप क्यों परेशान हो रहे हैं?

ब्राह्मणों के खिलाफ घृणा का प्रदर्शन

के इसी पोस्ट पर लोगों ने उनके खिलाफ और कुछ ने उन्हें सपोर्ट करते हुए भी कॉमेंट किए हैं। एक ने लिखा- ब्राह्मण तुम्हारे बाप हैं, जितना तुम्हारी उनसे सुलगती उतना तुम्हारी सुलगाएंगे। अनुराग कश्यप ने इस कॉमेंट का जवाब भी दिया है और लिखा, 'ब्राह्मण पे मैं मूतूंगा, कोई प्रॉब्लम?

केंद्रीय मंत्री सतीश दुबे ने लगाई लताड़

अनुराग कश्यप ब्राह्मण समुदाय पर दिए गए अपने बयान के कारण विवादों में आ गए हैं। हालांकि, उन्होंने शुक्रवार देर रात एक सोशल मीडिया पोस्ट में माफी मांग ली, पर विवाद और बढ़ता जा रहा है। अब केंद्रीय मंत्री सतीश दुबे ने बुरी तरह भड़क गए हैं और अनुराग कश्यप को सोशल मीडिया पर खरी-खोटी सुनाई है।

सतीश दुबे ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, इस नीच बदमाश अनुराग कश्यप को लगता है कि वह पूरे ब्राह्मण समुदाय पर गंदगी फैलाकर बच सकता है? अगर वह तुरंत सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगता है, तो मैं कसम खाता हूं कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि उसे कहीं भी शांति न मिले। इस गटर मुंह वाले की नफरत बहुत हो गई, हम चुप नहीं बैठेंगे।

25 अप्रैल को सिनेमाघरों में आएगी

बता दें कि फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी। अब यह फिल्म 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में आएगी। फुले सामाजिक कार्यकर्ता ज्योतिराप गोविंदराव फुले (प्रतीक गांधी द्वारा अभिनीत) और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले (पत्रलेखा द्वारा अभिनीत) के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ और महिलाओं के शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी, जिसमें 1848 में भारत के पहले लड़कियों के स्कूल की स्थापना भी शामिल है।

राज्यसभा में अनुराग ठाकुर पर बरसे खरगे, बोले- आरोप साबित करें तो इस्तीफा दे दूंगा

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वक्फ बिल पर संसद में “संग्राम” जारी है। लोकसभा के बाद आज राज्यसभा में वक्फ बिल पेश होने जा रहा है। उससे पहले सदन मे जोरदार हंगामा देखा गया। कांग्रेस ने लोकसभा में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर लगाए गए गंभीर आरोपों को निराधार बताया और सदन के नेता से स्पष्टीकरण की मांग की। वहीं, मल्लिकार्जुन खरगे अनुराग ठाकुर के वक्फ की जमीन हड़पने के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा, ये बीजेपी वाले जो आरोप लगा रहे हैं, साबित कर दें, मैं झुकूंगा नहीं। अगर आरोप साबित होते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।

राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर को निचले सदन में वक्फ विधेयक पर बहस के दौरान की गई अपनी मानहानिकारक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। खरगे ने कहा, लेकिन नुकसान हो चुका है। उन्होंने इस मुद्दे पर अनुराग ठाकुर के साथ-साथ राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा से भी माफी की मांग की।

अनुराग ठाकुर के आरोपों को बताया झूठा और निराधार

मल्लिकार्जुन खरगे ने कल अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में मुझ पर पूरी तरह से झूठे और निराधार आरोप लगाए। जब मेरे साथियों ने उन्हें चुनौती दी तो वह अपनी मानहानिकारक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर हो गए। लेकिन नुकसान हो चुका है। टिप्पणी वापस लेने के बावजूद, यह मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर छाया रहा। बीजेपी के लोग मुझे डराना चाहते हैं, मैं बिल्कुल झुकूंगा नहीं, मैनें 1 इंच जमीन आज तक किसी की नहीं ली।

खरगे ने आरोपों को साबित करने को कहा

खरगे ने कहा कि अनुराग ठाकुर की ओर से मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों से मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। खरगे ने अनुराग ठाकुर से उनके खिलाफ लगाए गए 'बेबुनियाद' आरोपों को साबित करने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर आप अपने दावों को साबित नहीं कर सकते तो आपको संसद में आने का कोई अधिकार नहीं है। आप इस्तीफा दे दीजिए। इसके साथ ही अगर भाजपा सांसद आरोप साबित कर देते हैं तो वह इस्तीफा दे देंगे।

मेरी जिंदगी संघर्षों और लड़ाइयों से भरी-खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मैं एक मजदूर का बेटा हूं। मेरी जिंदगी हमेशा एक खुली किताब रही है। यह संघर्षों और लड़ाइयों से भरी रही है, लेकिन मैंने जिंदगी में हमेशा उच्चतम मूल्यों को बरकरार रखा है। खरगे ने अनुराग ठाकुर के आरोपों को झूठा और निराधार बताते हुए माफी की मांग की।

अनुराग ठाकुर ने क्या कहा था?

इससे पहले भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में वक्फ विधेयक के विरोध को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि विधेयक कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर मुस्लिम समुदाय के कल्याण के लिए बनी वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने दलों पर अपना राजनीतिक साम्राज्य बनाने के लिए इनके दोहन का आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि इन जमीनों का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करने के बजाय कांग्रेस ने अपने चुनावी फायदे के लिए इन्हें वोट बैंक एटीएम में बदल दिया।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?
#anurag_thakur_on_rahul_gandhi_on_situation_of_minorities_in_bangladesh

बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा।

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है।

उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले

बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?*
#anurag_thakur_on_rahul_gandhi_on_situation_of_minorities_in_bangladesh बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है। उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।
राहुल गांधी पर अनुराग ठाकुर के पलटवार के मुरीद हुए पीएम मोदी, तारीफ में कही बड़ी बात

#pm_modi_praised_anurag_thakur 

लोकसभा में मंगलवार पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की विपक्ष के नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ तीखी नोकझोंक देखने को मिली। सदन में अनुराग ठाकुर ने जो भाषण दिया, अब पीएम मोदी ने भी उसकी तारीफ की है। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अनुराग ठाकुर का वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा… जरूर सुनने लायक… गंदी राजनीत‍ि का पर्दाफाश।

प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, “यह भाषण मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी अनुराग ठाकुर का है, जिसे अवश्य सुनना चाहिए। यह तथ्यों से समाहित है। यह इंडी गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है।”

दरअसल, सदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कमल को हिंसा से जोड़ दिया था। जिसके बाद उनके बयान पर अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा, एक नेता ने खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है, तो क्या वो राजीव गांधी को भी बुरा मानते हैं? अनुराग ने ऐसा कहकर राहुल के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता है कि उन्हें कमल से क्या आपत्ति है। कमल का पर्यायवाची तो राजीव भी है। शायद उन्हें इस बात का पता नहीं है। अगर होता, तो मुझे पूरी उम्मीद है कि वो कमल के बारे में इस तरह की टिप्पणी ही नहीं करते।

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

लोकसभा में अनुराग ठाकुर के “चक्रव्यूह” में घिरे राहुल गांधी, जानें शशि थरूर भी कैसे आ गए लपेटे में
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लोकसभा में बजट पर चर्चा चल रही है। सोमवार को सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चर्चा की शुरुआत करते हुए बीजेपी पर तीखे वार किए। आज मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद ने राहुल गांधी के वार पर पलटवार का। इस दौरान लोकसभा में बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण की शुरुआत में ही कमल का जिक्र किया जिसे राहुल ने हिंसा से जोड़ा था। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि एक नेता ने यहां खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है। कमल का पर्यायवाची राजीव है। कमल को बुरा दिखाने का प्रयास किया गया। चूंकि कमल से जुड़ा हुआ नाम राजीव भी है और आप सब जानते हैं कि राजीव किसका नाम है। अनुराग ने सीधे-सीधे राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने पूछा, 'तो क्या उनको भी बुरा समझते हैं?'

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को घेरना के लिए ऐसा “चक्रव्यूह” रचा कि उसके घेरे में नेता प्रतिपक्ष ही नहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी आ गए। दरअसल, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब  ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। इसके बाद इंदिरा गांधी का नाम लिए बिना अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रियदर्शिनी ने कैसे आपातकाल लगाया इसका भी जिक्र उपन्यास में है। जब अनुराग हमला बोल रहे थे तब शशि थरूर चुपचाप नजर आए।

हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर यहीं नहीं रुके, उन्‍होंने शशि थरूर के उपन्‍यास के पेज नंबर 293 में लिखी गई बातों का उल्‍लेख करते हुए इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का भी उल्‍लेख किया। अनुराग ठाकुर ने इसका हवाला देते हुए कहा कि इस देश को पता है कि एक मात्र फेबियन समाजवादी कौन थे।
केजरीवाल पर अनुराग ठाकुर का जोरदार हमला, बोले- वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल भी देख लिया

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राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पूर्व खेल मंत्री और हिमाचल के हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों की गठबंधन 'इंडिया' पर जमकर निशाना साधा।इस दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को और गरीब किया। जनता ने भी कांग्रेस को बार-बार नकारा है और तीसरी बार देश में स्थिर सरकार बनाई है।वहीं, ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बी निशाने पर लिया।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में कहा कि हमने वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, लेकिन वर्क फ्रॉम जेल नहीं सुना है, लेकिन अब वो भी देख लिया। आज दिल्ली के शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक जेल में हैं। इनके कानून मंत्री को भी फर्जी मार्कशीट मामले में जेल हुई। उन्होंने कहा कि जो लोग बच्चों की कसम खाकर कहते थे कि एक-दूसरे के साथ नहीं आएंगे उन्होंने गठबंधन बना लिया। अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि 'सोचता हूं कि वो कितने मासूम थे क्या से क्या हो गए देखते-देखते।'

विपक्ष पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब ये भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला दो चुनावों में नहीं कर पाए तो एक ऐसा गठबंधन बनाया, जो जेल वाले और बेल वाले ने मिलकर बनाया, कुछ जेल में थे, कुछ बेल पर थे। कुछ यहां पर भी बेल वाले हैं। इन्होंने अपने सहयोगी चुने, शराब घोटाले वाले, जमीन घोटाले वाले चुने और तो और वो सब चुने जो जेल और बेल पर थे। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि इनकी पार्टी तो ऐसी है, जिसका नेता जो अपने आप को दुनिया का सबसे ईमानदार नेता बताता है और वो इतना ईमानदार निकला कि देखो आज जेल में हैं। हमने तो वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल देखने का अवसर इन लोगों ने दिया कि जेल सरकार कैसे चलती है।

नेशनल क्रश’ बहुत होंगे, पीएम मोदी की गारंटी ‘नेशनल ट्रस्ट’, बोले-अनुराग ठाकुर

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लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। एकग तरफ सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगा है, तो दूसरी तरफ विपक्ष सरकार की खामियों को जनता के सामने लाने की कोशिश में लगी है। इस बीच सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी नेशनल ट्रस्ट है।

केंद्रीय मंत्री और हिमाचल की हमीरपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर विभिन्न राजनीतिक दलों के गठबंधन पर इंडिया पर हमला बोला। गांधी चौक हमीरपुर में आयोजित बीजेपी रैली को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार की खूब घेराबंदी की है। उन्होंने कहा कि पांच लाख नौकरियों का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश में पांच नौकरियां तक नहीं दे पाई है। आखिर कांग्रेस ने किया क्या है जिस आधार पर वह वोट मांगने आएंगे।  

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि कांग्रेस और उसके वादों की पूरे देश में पोल खुल चुकी है।उन्होंने कहा कि ये पार्टी महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये देने, 100 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदने और पांच लाख नौकरियां देने के वादे को नहीं पूरा कर सकी है। उन्होंने आगे कहा कि जनता प्रधानमंत्री मोदी और उनकी गारंटी पर देश को भरोसा करती है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी पर नेशनल ट्रस्ट है। मोदी देश ही नहीं दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

ठाकुर ने कहा कि आज की रैली ने साबित कर दिया है कि बीजेपी एकजुट है। पुराने और नए नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच कोई मतभेद नहीं है। दूसरी ओर कांग्रेस विभाजित हो चुकी है। यही कारण है कि अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर सकी है।

वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं से लोकसभ चुनावों और उपचुनावों में कमर कसने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से अुर्जन को केवल आंख दिखती है बीजेपी के कार्यकर्ताओं को कमल का फूल दिखना चाहिए।

फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के विरुद्ध गैर-जमानती धाराओं में दर्ज होगा एफआईआर, कोर्ट ने दिया आदेश

रायपुर- ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के विरुद्ध स्थानीय अदालत ने गैर जमानती धाराओं 196, 299 एवं 353 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. इस प्रकरण में अधिवक्ता अंजिनेश शुक्ला, निमिष किरण शर्मा व संदीप थोरानी ने पैरवी की.

दरअसल, 18 अप्रैल को अनुराग कश्यप ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट (anuragkashyap10) पर एक आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणी करते हुए लिखा था कि “मैं ब्राह्मणों पर मूतूंगा, कोई प्रॉब्लम?”. इस कथन से आहत होकर अधिवक्ता शुक्ला ने संबंधित थाना प्रभारी के समक्ष 20 अप्रैल को शिकायत दर्ज करवाई थी.

शुक्ला के आवेदन पर थाना प्रभारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. पुलिस की उदासीनता से क्षुब्ध होकर अंजिनेश अंजय शुक्ला ने रायपुर जिला न्यायालय में अनुराग कश्यप के विरुद्ध आपराधिक मामला दर्ज किए जाने की मांग करते हुए एक परिवाद प्रस्तुत किया था.

प्रकरण की सुनवाई के दौरान अधिवक्ता शुक्ला ने सर्वोच्च न्यायालय तथा विभिन्न उच्च न्यायालयों के प्रासंगिक निर्णयों का उल्लेख करते हुए न्यायालय के समक्ष यह तर्क प्रस्तुत किया कि उक्त टिप्पणी न केवल सामाजिक सौहार्द को भंग करने वाली है, बल्कि यह विशेष समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाली और दंडनीय अपराध की श्रेणी में आती है.

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी आकांशा बेक ने प्रस्तुत तर्कों और विधिक दृष्टांतों का संज्ञान लेते हुए उन्हें विधिसम्मत माना और फिल्म निर्माता अनुराग कश्यप के विरुद्ध संबंधित धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज करने हेतु संबंधित पुलिस थाने को निर्देशित किया है.

एडवोकेट अंजिनेश शुक्ला ने कही यह बात

इस प्रकरण पर एडवोकेट अंजिनेश शुक्ला ने बताया कि शिकायत के अध्यार पर FIR न होने पर उन्होंने कोर्ट का रुख़ किया था. मद्रास हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट को आधार मानते हुए कोर्ट ने अनुराग कश्यप के ख़िलाफ़ हेट स्पीच के लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 196, 299 और 353 के तहत अपराध दर्ज करने का आदेश दिया है, जो कि नोन बैलेबल है.

*अनुराग कश्यप द्वारा ब्राह्मण समाज पर आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग करने से नाराज हुए ब्राह्मणों ने अनुराग कश्यप का पुतला दहन कर विरोध जताया*
ब्राह्मण समाज के द्वारा बटपरवा स्थित शंकरगढ़ व सुदानपुर बाजार में अनुराग कश्यप के द्वारा ब्राह्मण समाज के ऊपर आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग करने में नाराज हुए ब्राह्मणों ने अनुराग कश्यप का पुतला दहन कर विरोध जताया है। इस मौके पर उपस्थित सौरभ मिश्र विनम्र ने बताया कि अनुराग कश्यप ने अपनी इंस्टाग्राम आईडी anuragkashyap10 से फुले मूवी के सेंसर बोर्ड द्वारा हटाए गए सीन को लेकर ब्राह्मण समाज के प्रति आपत्तिजनक और अशोभनीय टिप्पणी की है। जिससे समाज की भावनाएं आहत हुई हैं। यह टिप्पणी सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वाली है और देश में तनाव का माहौल बना सकती है। अनुराग कश्यप ने हमारे समाज की जो निंदा की है। उसके लिए उसे कभी माफ नहीं किया जाएगा इस मौके पर संतोष पांडेय रिंकू और नरेन्द्र कुमार मिश्र ने बताया कि अनुराग कश्यप की इस टिप्पणी ने पूरे ब्राह्मण समाज की भावना को ठेस पहुंचाई है। यह सीधा हमला ब्राह्मण समाज पर है, जिसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस मौके पर नितिन मिश्र,चन्द्र प्रकाश तिवारी,कामेश, लालू तिवारी, देवी प्रसाद तिवारी,अवधेश शर्मा, बृजेन्द्र मिश्र,अंकित पांडेय, राजेश मिश्र,मनोज मिश्र, राजकुमार तिवारी,अशोक, अनिल,सी.पी. मिश्र, मनोज मिश्र, राम जनक,लाल बहादुर, उदयभान आदि लोग उपस्थित रहे।
ब्राह्मणों पर मैं मू...कोई समस्या?' फिल्म 'फुले' विवाद के बीच अनुराग कश्यप का ये कैसा बयान

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फिल्में समाज का आइना कही जाती हैं। हालांकि, कई बार लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए सच्चाई को पेश करने में सतर्कता बरती जाती है। इन दिनों फिल्म “फुले” को लेकर भी विवाद हो रहा है। इस बीच फिल्म निर्माता-अभिनेता अनुराग कश्यप ने ब्राह्मण समुदाय द्वारा फिल्म “फुले” के खिलाफ आपत्ति जताए जाने के बीच ब्राह्मण हिंदुओं के खिलाफ नफरत भरी टिप्पणी की है। अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के तहत एक टिप्पणी का जवाब देते हुए, अनुराग कश्यप ने कथित तौर पर कहा कि वह ब्राह्मणों पर पेशाब करेंगे।

फिल्ममेकर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पोस्ट किया है जिसमें 'फुले' को लेकर चल रहे जातिवाद वाले हंगामे के खिलाफ अपनी बात रखी है। उन्होंने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए देश में आज भी जातिवाद की मौजूदगी को लेकर एक बड़ा और बेबाक सवाल किया है। उन्होंने इस पोस्ट में महाराष्ट्रियन ब्राह्मण समूहों द्वारा नाराजगी और अनंत महादेवन निर्देशित 'फुले' की रिलीज में देरी पर अपनी निराशा जताई।

अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में कश्यप ने लिखा, "मेरी जिंदगी का पहला नाटक ज्योतिबा और सावित्रीबाई फुले पे था। भाई अगर जातिवाद नहीं होता इस देश में तो उनको क्या जरूरी थी लड़ने की। अब ये ब्राह्मण लोगों को शर्म आ रही है या वो शर्म में मारे जा रहे हैं या फिर एक अलग ब्राह्मण भारत में जी रहे हैं जो हम देख नहीं पा रहे हैं। यदि इस देश में जातिवाद मौजूद नहीं होता, तो उन्हें इसके खिलाफ लड़ने की आवश्यकता क्यों होती? अब ये ब्राह्मण समूह या तो शर्मिंदा महसूस करते हैं, शर्म से मर रहे हैं, या शायद वे किसी वैकल्पिक ब्राह्मण-केवल भारत में रह रहे हैं जिसे हम देख नहीं पा रहे हैं। कोई कृपया समझाए- यहां असली मूर्ख कौन है?

'असहज सच्चाई' को बयां करने पर सेंसरशिप का सामना करना पड़ता है

कश्यप ने आगे कहा, मेरा सवाल यह है कि जब फिल्म सेंसरशिप के लिए जाती है, तो बोर्ड में चार सदस्य होते हैं। आखिर कैसे इन समूहों और विंग्स को फिल्मों तक पहुंच मिलती है, जब तक कि उन्हें इसकी अनुमति न दी जाए? पूरी व्यवस्था ही धांधली वाली है। उन्होंने इस बात पर भी दुख जताया कि समाज की कथित 'असहज सच्चाई' को बयां करने वाली पंजाब 95, तीस, धड़क 2 जैसी कई फिल्मों को सेंसरशिप का सामना करना पड़ता है और वे रिलीज नहीं हो पाती हैं। मुझे नहीं पता कि इस जातिवादी, क्षेत्रवादी, नस्लवादी सरकार के एजेंडे को उजागर करने वाली और कितनी फिल्में ब्लॉक की गई हैं... उन्हें अपना चेहरा आईने में देखकर शर्म आती है। उन्हें इतनी शर्म आती है कि वे खुलकर यह भी नहीं बता पाते कि फिल्म में ऐसा क्या है जो उन्हें परेशान करता है। कायरों।

जाति व्यवस्था पर उठाया सवाल

अनुराग कश्यप ने सवाल किया, धड़क 2 की स्क्रीनिंग के दौरान, सेंसर बोर्ड ने हमें बताया कि मोदीजी ने भारत में जाति व्यवस्था को खत्म कर दिया है। इसी आधार पर, संतोष को भी भारत में रिलीज़ नहीं किया जा सका। अब, ब्राह्मण फुले पर आपत्ति कर रहे हैं। भाई, अगर जाति व्यवस्था नहीं है तो आप ब्राह्मण कैसे हो सकते हैं? आप कौन हैं? आप क्यों परेशान हो रहे हैं?

ब्राह्मणों के खिलाफ घृणा का प्रदर्शन

के इसी पोस्ट पर लोगों ने उनके खिलाफ और कुछ ने उन्हें सपोर्ट करते हुए भी कॉमेंट किए हैं। एक ने लिखा- ब्राह्मण तुम्हारे बाप हैं, जितना तुम्हारी उनसे सुलगती उतना तुम्हारी सुलगाएंगे। अनुराग कश्यप ने इस कॉमेंट का जवाब भी दिया है और लिखा, 'ब्राह्मण पे मैं मूतूंगा, कोई प्रॉब्लम?

केंद्रीय मंत्री सतीश दुबे ने लगाई लताड़

अनुराग कश्यप ब्राह्मण समुदाय पर दिए गए अपने बयान के कारण विवादों में आ गए हैं। हालांकि, उन्होंने शुक्रवार देर रात एक सोशल मीडिया पोस्ट में माफी मांग ली, पर विवाद और बढ़ता जा रहा है। अब केंद्रीय मंत्री सतीश दुबे ने बुरी तरह भड़क गए हैं और अनुराग कश्यप को सोशल मीडिया पर खरी-खोटी सुनाई है।

सतीश दुबे ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, इस नीच बदमाश अनुराग कश्यप को लगता है कि वह पूरे ब्राह्मण समुदाय पर गंदगी फैलाकर बच सकता है? अगर वह तुरंत सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगता है, तो मैं कसम खाता हूं कि मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि उसे कहीं भी शांति न मिले। इस गटर मुंह वाले की नफरत बहुत हो गई, हम चुप नहीं बैठेंगे।

25 अप्रैल को सिनेमाघरों में आएगी

बता दें कि फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होने वाली थी। अब यह फिल्म 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में आएगी। फुले सामाजिक कार्यकर्ता ज्योतिराप गोविंदराव फुले (प्रतीक गांधी द्वारा अभिनीत) और उनकी पत्नी सावित्रीबाई फुले (पत्रलेखा द्वारा अभिनीत) के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने जातिगत भेदभाव के खिलाफ और महिलाओं के शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ाई लड़ी, जिसमें 1848 में भारत के पहले लड़कियों के स्कूल की स्थापना भी शामिल है।

राज्यसभा में अनुराग ठाकुर पर बरसे खरगे, बोले- आरोप साबित करें तो इस्तीफा दे दूंगा

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वक्फ बिल पर संसद में “संग्राम” जारी है। लोकसभा के बाद आज राज्यसभा में वक्फ बिल पेश होने जा रहा है। उससे पहले सदन मे जोरदार हंगामा देखा गया। कांग्रेस ने लोकसभा में भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर की ओर से राज्यसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे पर लगाए गए गंभीर आरोपों को निराधार बताया और सदन के नेता से स्पष्टीकरण की मांग की। वहीं, मल्लिकार्जुन खरगे अनुराग ठाकुर के वक्फ की जमीन हड़पने के आरोप पर पलटवार करते हुए कहा, ये बीजेपी वाले जो आरोप लगा रहे हैं, साबित कर दें, मैं झुकूंगा नहीं। अगर आरोप साबित होते हैं तो मैं इस्तीफा दे दूंगा।

राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर को निचले सदन में वक्फ विधेयक पर बहस के दौरान की गई अपनी मानहानिकारक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। खरगे ने कहा, लेकिन नुकसान हो चुका है। उन्होंने इस मुद्दे पर अनुराग ठाकुर के साथ-साथ राज्यसभा में सदन के नेता जेपी नड्डा से भी माफी की मांग की।

अनुराग ठाकुर के आरोपों को बताया झूठा और निराधार

मल्लिकार्जुन खरगे ने कल अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में मुझ पर पूरी तरह से झूठे और निराधार आरोप लगाए। जब मेरे साथियों ने उन्हें चुनौती दी तो वह अपनी मानहानिकारक टिप्पणी वापस लेने के लिए मजबूर हो गए। लेकिन नुकसान हो चुका है। टिप्पणी वापस लेने के बावजूद, यह मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर छाया रहा। बीजेपी के लोग मुझे डराना चाहते हैं, मैं बिल्कुल झुकूंगा नहीं, मैनें 1 इंच जमीन आज तक किसी की नहीं ली।

खरगे ने आरोपों को साबित करने को कहा

खरगे ने कहा कि अनुराग ठाकुर की ओर से मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों से मेरी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। खरगे ने अनुराग ठाकुर से उनके खिलाफ लगाए गए 'बेबुनियाद' आरोपों को साबित करने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर आप अपने दावों को साबित नहीं कर सकते तो आपको संसद में आने का कोई अधिकार नहीं है। आप इस्तीफा दे दीजिए। इसके साथ ही अगर भाजपा सांसद आरोप साबित कर देते हैं तो वह इस्तीफा दे देंगे।

मेरी जिंदगी संघर्षों और लड़ाइयों से भरी-खरगे

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मैं एक मजदूर का बेटा हूं। मेरी जिंदगी हमेशा एक खुली किताब रही है। यह संघर्षों और लड़ाइयों से भरी रही है, लेकिन मैंने जिंदगी में हमेशा उच्चतम मूल्यों को बरकरार रखा है। खरगे ने अनुराग ठाकुर के आरोपों को झूठा और निराधार बताते हुए माफी की मांग की।

अनुराग ठाकुर ने क्या कहा था?

इससे पहले भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने बुधवार को लोकसभा में वक्फ विधेयक के विरोध को लेकर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि विधेयक कांग्रेस की तुष्टिकरण की राजनीति के ताबूत में आखिरी कील साबित होगा। उन्होंने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर मुस्लिम समुदाय के कल्याण के लिए बनी वक्फ संपत्तियों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया। उन्होंने दलों पर अपना राजनीतिक साम्राज्य बनाने के लिए इनके दोहन का आरोप लगाया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि इन जमीनों का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करने के बजाय कांग्रेस ने अपने चुनावी फायदे के लिए इन्हें वोट बैंक एटीएम में बदल दिया।

बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?
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बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा।

लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है।

उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं।

अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले

बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की स्थिति पर विपक्ष की चुप्पी पर अनुराग ठाकुपर ने उठाया सवाल, पूछा-आखिर क्या मजबूरी थी?*
#anurag_thakur_on_rahul_gandhi_on_situation_of_minorities_in_bangladesh बांग्लादेश में हिंसा पर दुनिया के तमाम नेता चिंता जता रहे हैं। वहां अल्पसंख्यकों, हिंदुओं पर हमले की आलोचना कर रहे हैं। भारत के हिंदूवादी संगठनों ने इसे रोकने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष के नेताओं का इस मसले पर कोई बयान नहीं आया है। राहुल गांधी समेत इंडिया ब्लॉक के किसी नेता ने बांग्लादेश में हो रही घटनाओं की न तो आलोचना की और न ही किसी तरह का विरोध जताया।शुक्रवार बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में बांग्लादेश का जिक्र किया और जो कुछ वहां चल रहा है उसकी बात की। साथ ही उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधा। लोकसभा में शून्यकाल के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि नेता प्रतिपक्ष ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के बारे में (कुछ) नहीं बोला है। उन्होंने कहा, जब बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कार्यभार संभाला, तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें बधाई दी, लेकिन साथ ही उन्होंने उनसे अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी कहा। ठाकुर ने कहा, यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि नेता प्रतिपक्ष ने अंतरिम सरकार (बांग्लादेश की) को बधाई दी, लेकिन हिंदुओं और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा का जिक्र नहीं किया। ठाकुर ने कहा, (आखिर) क्या मजबूरी थी? आपने गाजा के बारे में बात की, लेकिन बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में नहीं। अनुराग ठाकुर ने कहा कि पीएम मोदी ने ट्वीट कर अंतरिम सरकार के प्रमुख को बधाई दी साथ ही हिंदुओं की सुरक्षा की बात की। अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब नेता प्रतिपक्ष ने ट्वीट किया और बधाई दी तो हिंदुओं की सुरक्षा की कोई बातचीत नहीं थी और ना ही उल्लेख किया। ऐसी कौन सी मजबूरी थी जो हिंदुओं का नाम नहीं लिया। वह गाजा को लेकर बड़ी बड़ी बाते करते हैं लेकिन इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोले बता दें कि राजनीतिक रूप से अस्थिरता का सामना कर रहे बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो गया है। नोबेल पुरस्कार से सम्मानित यूनुस ने बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने वाले मोहम्मद यूनुस को शुभकामनाएं दीं और देश में जल्द ही स्थिति सामान्य होने तथा हिंदुओं व अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होने की उम्मीद जताई। मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को मेरी ओर से शुभकामनाएं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्द ही सामान्य स्थिति बहाल हो जाएगी और हिंदुओं व अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी। वहीं, दूसरी तरफ लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मोहम्मद यूनुस के बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने के बाद गुरुवार को उन्हें बधाई दी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस को बधाई। शांति और सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली समय की मांग है।
राहुल गांधी पर अनुराग ठाकुर के पलटवार के मुरीद हुए पीएम मोदी, तारीफ में कही बड़ी बात

#pm_modi_praised_anurag_thakur 

लोकसभा में मंगलवार पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की विपक्ष के नेता राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के साथ तीखी नोकझोंक देखने को मिली। सदन में अनुराग ठाकुर ने जो भाषण दिया, अब पीएम मोदी ने भी उसकी तारीफ की है। उन्‍होंने सोशल मीडिया पर अनुराग ठाकुर का वीडियो पोस्‍ट करते हुए लिखा… जरूर सुनने लायक… गंदी राजनीत‍ि का पर्दाफाश।

प्रधानमंत्री ने अपने सोशल मीडिया एक्स हैंडल पर कहा, “यह भाषण मेरे युवा और ऊर्जावान सहयोगी अनुराग ठाकुर का है, जिसे अवश्य सुनना चाहिए। यह तथ्यों से समाहित है। यह इंडी गठबंधन की गंदी राजनीति को उजागर करता है।”

दरअसल, सदन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कमल को हिंसा से जोड़ दिया था। जिसके बाद उनके बयान पर अनुराग ठाकुर ने पलटवार करते हुए कहा, एक नेता ने खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है, तो क्या वो राजीव गांधी को भी बुरा मानते हैं? अनुराग ने ऐसा कहकर राहुल के पिता स्वर्गीय राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने कहा, मुझे नहीं पता है कि उन्हें कमल से क्या आपत्ति है। कमल का पर्यायवाची तो राजीव भी है। शायद उन्हें इस बात का पता नहीं है। अगर होता, तो मुझे पूरी उम्मीद है कि वो कमल के बारे में इस तरह की टिप्पणी ही नहीं करते।

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

लोकसभा में अनुराग ठाकुर के “चक्रव्यूह” में घिरे राहुल गांधी, जानें शशि थरूर भी कैसे आ गए लपेटे में
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लोकसभा में बजट पर चर्चा चल रही है। सोमवार को सदन में विपक्ष के नेता राहुल गांधी चर्चा की शुरुआत करते हुए बीजेपी पर तीखे वार किए। आज मंगलवार को केंद्रीय मंत्री और बीजेपी सांसद ने राहुल गांधी के वार पर पलटवार का। इस दौरान लोकसभा में बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बीच तीखी नोकझोंक हुई।

अनुराग ठाकुर ने अपने भाषण की शुरुआत में ही कमल का जिक्र किया जिसे राहुल ने हिंसा से जोड़ा था। अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि एक नेता ने यहां खड़े होकर कमल पर कटाक्ष किया, लेकिन कमल का नाम तो राजीव भी है। कमल का पर्यायवाची राजीव है। कमल को बुरा दिखाने का प्रयास किया गया। चूंकि कमल से जुड़ा हुआ नाम राजीव भी है और आप सब जानते हैं कि राजीव किसका नाम है। अनुराग ने सीधे-सीधे राहुल गांधी के पिता और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की ओर इशारा किया। उन्होंने पूछा, 'तो क्या उनको भी बुरा समझते हैं?'

वहीं, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को घेरना के लिए ऐसा “चक्रव्यूह” रचा कि उसके घेरे में नेता प्रतिपक्ष ही नहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर भी आ गए। दरअसल, अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी को जवाब देने के लिए शशि थरूर की किताब  ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’का सहारा लिया। इस उपन्यास के पहले अंश को पढ़ते हुए ठाकुर ने कहा – 15 अगस्त को एक धृतराष्ट्र देश की गद्दी पर बैठा जो फैबियन सोशलिज्म का मानता था। अब ये कौन है शशि थरूर खुद बता देंगे। इसके बाद इंदिरा गांधी का नाम लिए बिना अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रियदर्शिनी ने कैसे आपातकाल लगाया इसका भी जिक्र उपन्यास में है। जब अनुराग हमला बोल रहे थे तब शशि थरूर चुपचाप नजर आए।

हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने शशि थरूर के ‘द ग्रेट इंडियन नोवल’ अनुराग ठाकुर ने इस उपन्‍यास की पृष्‍ठ संख्‍या-245 में लिखी गई बातों को लोकसभा में पढ़ते हुए कहा कि 15 अगस्‍त 1947 को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी तो नहीं थे और यह (शशि थरूर) कह रहे हैं कि सन् 1947 में जिन्‍होंने सत्‍ता संभाली थी वह धृतराष्‍ट्र थे।अनुराग ठाकुर अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि यहां धृतराष्‍ट्र किसको कहा गया, स्‍पीकर महोदय ने हमें बांध रखा है कि उस समय के नेताओं का नाम नहीं लेना है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री को धृतराष्‍ट्र हमने नहीं कहा, इन्‍हीं की पार्टी के सांसद ने ‘द ग्रेट इंडिया नोवल’ में कहा है। उन्‍होंने मजाकिया अंदाज में पूछा कि शशि थरूर जी कहां हैं, कहीं छुप तो नहीं गए।

भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर यहीं नहीं रुके, उन्‍होंने शशि थरूर के उपन्‍यास के पेज नंबर 293 में लिखी गई बातों का उल्‍लेख करते हुए इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल का भी उल्‍लेख किया। अनुराग ठाकुर ने इसका हवाला देते हुए कहा कि इस देश को पता है कि एक मात्र फेबियन समाजवादी कौन थे।
केजरीवाल पर अनुराग ठाकुर का जोरदार हमला, बोले- वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल भी देख लिया

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राष्ट्रपति के अभिभाषण पर पूर्व खेल मंत्री और हिमाचल के हमीरपुर से सांसद अनुराग ठाकुर ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्षी दलों की गठबंधन 'इंडिया' पर जमकर निशाना साधा।इस दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने गरीबों को और गरीब किया। जनता ने भी कांग्रेस को बार-बार नकारा है और तीसरी बार देश में स्थिर सरकार बनाई है।वहीं, ठाकुर ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को बी निशाने पर लिया।

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने लोकसभा में कहा कि हमने वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, लेकिन वर्क फ्रॉम जेल नहीं सुना है, लेकिन अब वो भी देख लिया। आज दिल्ली के शिक्षा मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक जेल में हैं। इनके कानून मंत्री को भी फर्जी मार्कशीट मामले में जेल हुई। उन्होंने कहा कि जो लोग बच्चों की कसम खाकर कहते थे कि एक-दूसरे के साथ नहीं आएंगे उन्होंने गठबंधन बना लिया। अनुराग ठाकुर ने तंज कसते हुए कहा कि 'सोचता हूं कि वो कितने मासूम थे क्या से क्या हो गए देखते-देखते।'

विपक्ष पर निशाना साधते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि जब ये भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी का मुकाबला दो चुनावों में नहीं कर पाए तो एक ऐसा गठबंधन बनाया, जो जेल वाले और बेल वाले ने मिलकर बनाया, कुछ जेल में थे, कुछ बेल पर थे। कुछ यहां पर भी बेल वाले हैं। इन्होंने अपने सहयोगी चुने, शराब घोटाले वाले, जमीन घोटाले वाले चुने और तो और वो सब चुने जो जेल और बेल पर थे। इस दौरान अनुराग ठाकुर ने कहा कि इनकी पार्टी तो ऐसी है, जिसका नेता जो अपने आप को दुनिया का सबसे ईमानदार नेता बताता है और वो इतना ईमानदार निकला कि देखो आज जेल में हैं। हमने तो वर्क फ्रॉम होम तो सुना था, वर्क फ्रॉम जेल देखने का अवसर इन लोगों ने दिया कि जेल सरकार कैसे चलती है।

नेशनल क्रश’ बहुत होंगे, पीएम मोदी की गारंटी ‘नेशनल ट्रस्ट’, बोले-अनुराग ठाकुर

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लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी पारा हाई है। एकग तरफ सत्ता पक्ष अपनी उपलब्धियां गिनाने में लगा है, तो दूसरी तरफ विपक्ष सरकार की खामियों को जनता के सामने लाने की कोशिश में लगी है। इस बीच सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी नेशनल ट्रस्ट है।

केंद्रीय मंत्री और हिमाचल की हमीरपुर लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी अनुराग ठाकुर विभिन्न राजनीतिक दलों के गठबंधन पर इंडिया पर हमला बोला। गांधी चौक हमीरपुर में आयोजित बीजेपी रैली को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस सरकार की खूब घेराबंदी की है। उन्होंने कहा कि पांच लाख नौकरियों का वादा करने वाली कांग्रेस सरकार प्रदेश में पांच नौकरियां तक नहीं दे पाई है। आखिर कांग्रेस ने किया क्या है जिस आधार पर वह वोट मांगने आएंगे।  

अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि कांग्रेस और उसके वादों की पूरे देश में पोल खुल चुकी है।उन्होंने कहा कि ये पार्टी महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये देने, 100 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदने और पांच लाख नौकरियां देने के वादे को नहीं पूरा कर सकी है। उन्होंने आगे कहा कि जनता प्रधानमंत्री मोदी और उनकी गारंटी पर देश को भरोसा करती है। उन्होंने कहा कि देश में कई नेशनल क्रश होंगे लेकिन पीएम मोदी की गारंटी पर नेशनल ट्रस्ट है। मोदी देश ही नहीं दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता हैं।

ठाकुर ने कहा कि आज की रैली ने साबित कर दिया है कि बीजेपी एकजुट है। पुराने और नए नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच कोई मतभेद नहीं है। दूसरी ओर कांग्रेस विभाजित हो चुकी है। यही कारण है कि अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं कर सकी है।

वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं से लोकसभ चुनावों और उपचुनावों में कमर कसने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जिस तरह से अुर्जन को केवल आंख दिखती है बीजेपी के कार्यकर्ताओं को कमल का फूल दिखना चाहिए।