बेगूसराय में प्रेमी की धमकी से परेशान 10वीं की नाबालिग छात्रा ने लगाई फांसी
बेगूसराय में रविवार शाम प्रेमी से परेशान एक नाबालिग (17) प्रेमिका ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वो 10वीं क्लास की छात्रा थी। प्रेमी अवधेश (20) पर आरोप है कि वह नाबालिग पर शादी का प्रेशर बना रहा था। लड़की ने जब मना किया को आरोपी उसकी अश्लील फोटो-वीडियो वायरल करने की धमकी देने लगा

जानकारी के मुताबिक, लड़की रिश्ते में आरोपी की मौसी लगती थी। इसी वजह से वह उससे शादी करना नहीं चाहती थी। शादी से इनकार करने पर अवधेश ने नाबालिग के घर आकर उसके साथ गाली-गलौज भी की थी। लड़की के जीजा का कहना है कि इससे परेशान होकर लड़की ने अपनी जान दे दी।

घटना के बाद से आरोपी फरार है। घटना बछवाड़ा थाना क्षेत्र की है।
समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली लड़की बीते चार साल से अपनी मौसेरी बहन के घर बेगूसराय में रह रही थी। वह वहां मैट्रिक की तैयारी कर रही थी। मौसेरी बहन के पति सऊदी अरब में रहते हैं। घर पर बहन अपने दो बच्चों के साथ अकेली रहती है। उनके साथ रहने और देखभाल के लिए उसे यहां लाया गया था।
लड़की के जीजा ने बताया 'करीब डेढ़ साल से पड़ोस में रहने वाले अवधेश से उसका अफेयर चल रहा था। वह रिश्ते में लड़की का भतीजा लगता था। काफी दिनों से उससे बातचीत हो रही थी। लड़के ने कई बार नाबालिग का वीडियो भी बनाया था, जिसे लेकर वह लड़की पर शादी का दबाव बना रहा था।' 'वो वीडियो बनाकर कहता था कि हमसे शादी नहीं करोगी तो गांव-समाज और सोशल मीडिया पर तुम्हारा वीडियो वायरल कर देंगे। इसी दबाव में आकर उसने आत्महत्या कर ली। इसके बाद हम लोगों ने पूरे मामले की जानकारी पुलिस को दी।' हालांकि, पुलिस का कहना कि परिजनों की ओर से अब तक कोई आवेदन नहीं दिया गया है।

एसपी मनीष ने बताया, 'लड़की के फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना परिजनों की ओर से दी गई थी। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। तेघड़ा डीएसपी डॉ. रविन्द्र मोहन प्रसाद के नेतृत्व में आरोपी की तलाश की जा रही है। फिलहाल मृतका के परिजनों की ओर से कोई आवेदन नहीं मिला है। आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।'

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में दोस्त से 20 हजार के लिए हुआ झगड़ा, मारी गोली
बेगूसराय में दिनदहाड़े एक युवक को गोली मारकर घायल कर दिया गया है। घटना चकिया थाना क्षेत्र के सिमरिया गांव के पास की है। घायल की पहचान सिमरिया गांव निवासी संजीव राय के पुत्र चिक्कू कुमार के रूप में हुई है।

घायल युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। बताया जाता है कि सिमरिया गांव निवासी संजीव राय का पुत्र चिक्कू कुमार बाइक से गढ़हारा जा रहा था।

उसके गांव के ही सोनू कुमार ने उसे रोककर फायरिंग की, जिसमें एक गोली बाइक में लगी, उसके बाद चिक्कू भागने लगा, लेकिन खदेड़ कर गोली चलाई। तो एक गोली चिक्कू की बांह में लग गई। गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े और उसे उठाकर इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया।

चिक्कू का अपने दोस्त से 20 हजार रुपए को लेकर विवाद चल रहा था। घायल चिक्कू ने बताया कि सोनू भी गांव का है और आपराधिक प्रवृत्ति का है। रुपया लेकर आपस में विवाद चल रहा था। आज जब वह जा रहा था तो जबरदस्ती रोककर झगड़ा किया। उसके बाद गोली मारकर घायल कर दिया है। फिलहाल घायल का इलाज सदर अस्पताल में चल रहा है, जहां वह खतरे से बाहर है। गांव में चर्चा है कि शराब कारोबार को लेकर दोनों में विवाद है। इसी विवाद में गोली मारी गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि सूचना मिलते ही मामले की छानबीन की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में सड़क हादसे में किसान की मौत
बेगूसराय के सिंघौल थाना क्षेत्र NH-31 पर सड़क हादसे में एक किसान की मौत हो गई। मृतक की पहचान उलाव निवासी गांगो साह के पुत्र नारायण साह (55) के रूप में की गई है। घटना की सूचना मिलते ही पहुंची सिघौल थाना पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।

घटना के बाद मौके से ऑटो चालक भाग निकला। पुलिस ने टक्कर मारने वाले सीएनजी ऑटो को अपने कब्जे में ले लिया है। घटना के बाद आसपास के लोग दौड़े, लेकिन तब तक ऑटो ड्राइवर गाड़ी छोड़कर फरार हो गया। स्थानीय लोगों के प्रयास से उसे उठाकर अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। पुलिस ऑटो चालक की पहचान सहित आगे की कार्रवाई कर रही है। परिजनों ने बताया कि नारायण सास खेती-किसानी और ठेला चलाकर जीवन यापन कर रहे थे। कल शाम में वह खाद लाने के लिए बाजार गए थे। वापस लौटने के दौरान तहेती होटल के समीप तेज रफ्तार सीएनजी ऑटो चालक ने कुचल दिया।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में 22 पुलिस पदाधिकारियों का ट्रांसफर
बेगूसराय एसपी मनीष ने विधि व्यवस्था दुरुस्त करने और अनुसंधान में तेजी लाने के लिए जिले के कई थानाध्यक्ष सहित 22 पुलिस पदाधिकारियों का स्थानांतरण कर दिया है। स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारी को 24 घंटे के अंदर नई जगह पर योगदान करने का आदेश दिया गया है।

थाना में दर्ज मामलों के अनुसंधान में तेजी लाने के लिए भी बड़ा कदम उठाया गया है। पुलिस लाइन के 12 अवर निरीक्षक को विभिन्न थाना के अनुसंधान इकाई की जिम्मेदारी दी गई है। साथ ही स्थानांतरित पुलिस पदाधिकारियों का नए पद की भी जानकारी दे दी गई है।

एसपी मनीष ने बताया कि भगवानपुर थानाध्यक्ष पवन कुमार को पुलिस कार्यालय के DIU शाखा में भेजा गया है। बरौनी थानाध्यक्ष रजनीश कुमार को पुलिस कार्यालय में विधि शाखा प्रभारी बनाया गया है। नीमा चांदपुरा थानाध्यक्ष रंजन कुमार ठाकुर को बरौनी का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है।

पुलिस लाइन में ERSS कंट्रोल रूम प्रभारी रवि रंजन कुमार को SC-ST थानाध्यक्ष, पुलिस कार्यालय के DIU शाखा से दीपक कुमार को भगवानपुर थानाध्यक्ष, जीरो माइल ओपी प्रभारी चंदन कुमार-वन को नीमा चांदपुरा थानाध्यक्ष और बछवाड़ा थाना के अनुसंधान इकाई में कार्यरत चंद्रकांत कुमार को जीरोमाइल ओपी प्रभारी बनाया गया है।

SC-ST थानाध्यक्ष राम प्रताप पासवान को पुलिस लाइन बुला लिया गया है। पुलिस लाइन के परिचारी प्रवर आशुतोष कुमार को लोहिया नगर और रतनपुर थाना का पर्यवेक्षी पदाधिकारी बनाया गया है। जबकि, पुलिस लाइन से पुलिस निरीक्षक सतीश चंद्र माधव प्रसाद राय को सिंघौल और लाखो थाना का पर्यवेक्षी पदाधिकारी बनाया गया है।

एसपी ने बताया कि थाना में दर्ज मामलों के अनुसंधान में तेजी लाने के लिए भी बड़ा कदम उठाया गया है। पुलिस लाइन के 12 अवर निरीक्षक को विभिन्न थाना के अनुसंधान इकाई की जिम्मेदारी दी गई है। अजय कुमार राय को बखरी थाना, वीरेन्द्र उरांव को सिंघौल थाना, विनोद कुमार पाल को मटिहानी थाना एवं अजय कुमार सिंह-टू को तेघड़ा थाना के अनुसंधान इकाई में भेजा गया है। धनंजय पांडेय को चरिया बरियारपुर थाना, रामानंद सिंह को साहेबपुर कमाल थाना, विजय कुमार-वन को बलिया थाना, नवीन कुमार मिश्र को बरौली थाना, सुमंत कुमार शर्मा को नगर थाना, उमाशंकर झा को नावकोठी थाना, विक्रम किशोर को वीरपुर थाना एवं नीरा देवी को महिला थाना के अनुसंधान इकाई में पदस्थापित किया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में घर के पीछे बुलाकर मारी गोली, मौत ​​​​​​​
बेगूसराय में बदमाशों ने आज दिनदहाड़े एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना मंसूरचक थाना क्षेत्र के मकदमपुर गांव की है। मृतक की पहचान नावकोठी निवासी वीरेन्द्र सिंह के बेटे रवि कुमार (18) के रूप में की गई है।घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि रवि अपने ननिहाल मखदुमपुर में ही रहता था।

मृतक की नानी टुना देवी ने बताया कि पिता की मौत के बाद रवि और उसकी मां सुधा देवी यहीं रहते थे। दोपहर में वह घर में सोया हुआ था। तभी किसी ने बुलाया और घर के पीछे केलाबाड़ी में ले जाकर उसकी हत्या कर दी। थोड़ी देर बाद हम पहुंचे तो उसे मरा हुआ देखा।

किसी गाड़ी पर खलासी का काम करता था। आज दोपहर में वह किसी काम से बाहर निकाला था। तभी लोगों ने गोली चलने की आवाज सुनी।

गोली की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़े तो घर के पीछे ही केलाबाड़ी में उसकी लाश पड़ी हुई थी। सूचना मिलते ही पहुंची मंसूरचक थाना कि पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।

मिली जानकारी के अनुसार रवि कुमार के पिता वीरेंद्र सिंह उर्फ लूचो सिंह की 15-16 साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद इसकी मां अपने बेटे को लेकर मायके चली गई थी और रवि अपने मां के साथ ननिहाल में ही रह रहा था। मुख्यालय डीएसपी रमेश प्रसाद सिंह ने कहा कि रवि कुमार की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। घटनास्थल पर एफएसल को बुलाया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेजा गया है। परिजनों ने किसी पर शक नहीं जताया है। पुलिस जांच-पड़ताल कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में आक्रोशितों ने 1 घंटे तक DM को बनाया बंधक
बेगूसराय संग्रहालय का निरीक्षण करने पहुंचे डीएम तुषार सिंगला को झोपड़पट्टी के लोगों ने एक घंटे तक बंधक बना लिया। इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया। जिसके बाद स्टेशन के आसपास लोहिया नगर गुमटी के बगल में बने झोपड़पट्टी को जेसीबी से हटाने का काम तत्काल रोक दिया गया है।

मामले की सूचना मिलते ही एसपी मनीष, जिला प्रशासन के तमाम वरीय अधिकारी, आसपास के थाना पुलिस अपने बल के साथ पहुंचे। भीड़ को हटाकर डीएम के एस्कॉर्ट गाड़ी और डीएम के वाहन के नेम प्लेट को कागज से ढंक कर भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच वहां से निकाला गया।

लोगों ने बताया कि रेलवे ने लोहिया नगर गुमटी के पास बसे करीब 150 झोपड़ी के घरों को हटाने का नोटिस दिया था। जिसका आज अंतिम दिन था। रेलवे के अधिकारी जेसीबी के साथ झोपड़पट्टी को हटाने के लिए पहुंचे थे। जिसको लेकर लोगों में काफी आक्रोश था।

इसी बीच डीएम संग्रहालय का निरीक्षण कर निकलने वाले थे। उसी वक्त गेट पर सैकड़ों महिला-पुरुष पहुंच गए और डीएम के वाहन को रोक लिया। गाड़ी रोकने के बाद लोग झोपड़पट्टी को हटाने का विरोध करने लगे। इस दौरान जमकर हंगामा हुआ। जिसके बाद भीड़ को देखते हुए अतिक्रमण हटाने का काम रोक दिया गया।

झोपड़ पट्टी के रहने वाले महिलाओं ने बताया कि 40-50 साल से हमलोग यहां रेलवे किनारे बसे हुए हैं। अचानक रेलवे ने नोटिस चिपका कर घर खाली करने का आदेश दिया है‌। जिसको लेकर महिलाओं का कहना है कि उन्हें समय दिया जाए और डीएम दूसरे जगह पर बसाने का काम करें। जिसके बाद हमलोग झोपड़पट्टी खाली करेंगे। आक्रोशितों ने कहा कि नीतीश और मोदी सरकार को वोट लेने आता है लेकिन उनके लिए कोई व्यवस्था नहीं कर रहे हैं। सदर एसडीओ राजीव कुमार ने बताया कि अतिक्रमण हटाने को लेकर आक्रोश था। लोगों से बातचीत की जा रही है। एसडीओ ने कहा है कि बातचीत कर समस्या का समाधान किया जाएगा।

बेगूसराय  से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में डॉक्टर,कंपाउंडर की संदिग्ध हालत में मौत परिजन बोले- मेडिकल पर दोनों ने शराब पी
बेगूसराय में ग्रामीण चिकित्सक और उनके कंपाउंडर की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से दोनों की जान गई है। घटना चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र की है।

मृतक की पहचान मेहदाशाहपुर निवासी चुनचुन सिंह (63) और हरेराम तांती (50) के रूप में हुई है। चुनचुन सिंह का डॉ. सी.सी. सिंह के नाम से चेरिया बरियारपुर में क्लीनिक है। हरेराम तांती उसके सहयोगी के रूप में काम करता था। परिजनों के मुताबिक रविवार को ही दोनों ने शराब पी थी, जिसके बाद मंगलवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। बुधवार की सुबह एक-एक कर दोनों ने दम तोड़ दिया।

हरेराम तांती के पिता नाथो तांती ने बताया कि दोनों दवा की दुकान पर थे, वहीं शराब पी थी। उसके बाद हरेराम और चुनचुन सिंह उर्फ चुन्नी सिंह की मौत हुई है। रिश्तेदार बालेश्वर तांती ने बताया कि हरेराम और चुनचुन ने रविवार को ही शराब पी थी। मंगलवार को डॉक्टर के यहां ले जाया गया, जहां आज मौत हो गई। रविवार से ही उनकी तबियत खराब हुई थी, पहले से कोई बीमारी नहीं थी। शराब पीने के बाद ही बीमार हुए थे। कभी-कभी ही शराब पीते थे यह लोग

बता दें कि मंगलवार को हालत ज्यादा सीरियस होने पर दोनों को जिला मुख्यालय के दो अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हरेराम तांती की बुधवार की सुबह करीब 6:30 बजे मौत हो गई। जबकि चुनचुन सिंह की सुबह करीब 8:10 बजे मौत हुई है।

हालांकि परिजन चुनचुन सिंह की लाश को लेकर लोग गांव चले गए। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है दोनों शराब पीने के आदी थे और बराबर शराब पिया करते थे। रविवार को दोनों ने चेरिया बरियारपुर में शराब पी थी। इसके बाद तबीयत खराब हो गई।

चुनमुन सिंह डॉक्टर और हरेराम तांती कंपाउंडर था, इसलिए दोनों स्थानीय स्तर पर इलाज करवा रहे थे। मंगलवार की शाम करीब 4 बजे चुनचुन सिंह बेहोश हो गया। हरेराम तांती के आंख की रोशनी कम होने लगी, पेट से दर्द में सुधार नहीं हो रहा था। इसके बाद परिजनों ने दोनों को अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया।

एडमिट होने के बाद से ही चुनचुन सिंह लगातार बेहोश था और सुबह 8:10 बजे उसकी मौत हो गई। पुलिस को जब हरेराम तांती के मौत की सूचना मिली तो नगर थाना की पुलिस तुरंत अस्पताल पहुंची और उसके शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया।

एसपी मनीष ने बताया कि हरेराम तांती की उम्र करीब 50 वर्ष थी। उनकी संदिग्ध स्थिति में मौत होने की सूचना अस्पताल से सुबह में मिली थी। उसके बाद मेडिकल बोर्ड द्वारा उसका पोस्टमार्टम कराया गया है। मौत के कारण का खुलासा मेडिकल बोर्ड ही बताएगी। परिजन अभी स्पष्ट कुछ नहीं बता रहे हैं।

एसपी ने बताया कि अभी एक और व्यक्ति चुनचुन सिंह की भी मौत की सूचना मिली है। इसकी पुष्टि कर रहे हैं। यह लोग दवा दुकान से जुड़े हुए थे। पुलिस और एक्साइज विभाग की टीम सभी प्रोटोकॉल के अनुसार कार्रवाई कर रही है। इस संबंध में और जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर कार्रवाई कर रहे हैं

इधर, मृतक के परिजनों के मीडिया में दिए गए बयान और पुलिस के हवाले से परिजनों के दिए गए बयान में काफी अंतर है। मृतक हरेराम तांती के पिता और चाचा ने पहले कहा कि यह लोग पहले से बीमार नहीं थे। शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हुई है। जबकि पुलिस कार्यालय की जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि परिजन बता रहे हैं कि हरेराम को सांस लेने में तकलीफ थी। इसे लेकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं चुन चुन प्रसाद सिंह के संबंध में जांच करने पर पाया गया है कि ठंड लगने के कारण तबीयत खराब हो गई थी। उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई है। चुन चुन के परिजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं हो रहे हैं। हालांकि विज्ञप्ति में कहा गया है कि मृत्यु के कारण का अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का पता चल सकेगा। इधर, मंझौल डीएसपी के नेतृत्व में चेरियाबरियारपुर थाना की पुलिस सभी पहलू पर जांच कर रही है। पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम संयुक्त रूप से आसपास के क्षेत्र में छापेमारी भी कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में डॉक्टर,कंपाउंडर की संदिग्ध हालत में मौत परिजन बोले- मेडिकल पर दोनों ने शराब पी
बेगूसराय में ग्रामीण चिकित्सक और उनके कंपाउंडर की संदिग्ध हालत में मौत हो गई है। परिजनों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से दोनों की जान गई है। घटना चेरियाबरियारपुर थाना क्षेत्र की है।

मृतक की पहचान मेहदाशाहपुर निवासी चुनचुन सिंह (63) और हरेराम तांती (50) के रूप में हुई है। चुनचुन सिंह का डॉ. सी.सी. सिंह के नाम से चेरिया बरियारपुर में क्लीनिक है। हरेराम तांती उसके सहयोगी के रूप में काम करता था। परिजनों के मुताबिक रविवार को ही दोनों ने शराब पी थी, जिसके बाद मंगलवार को उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। बुधवार की सुबह एक-एक कर दोनों ने दम तोड़ दिया।

हरेराम तांती के पिता नाथो तांती ने बताया कि दोनों दवा की दुकान पर थे, वहीं शराब पी थी। उसके बाद हरेराम और चुनचुन सिंह उर्फ चुन्नी सिंह की मौत हुई है। रिश्तेदार बालेश्वर तांती ने बताया कि हरेराम और चुनचुन ने रविवार को ही शराब पी थी। मंगलवार को डॉक्टर के यहां ले जाया गया, जहां आज मौत हो गई। रविवार से ही उनकी तबियत खराब हुई थी, पहले से कोई बीमारी नहीं थी। शराब पीने के बाद ही बीमार हुए थे। कभी-कभी ही शराब पीते थे यह लोग

बता दें कि मंगलवार को हालत ज्यादा सीरियस होने पर दोनों को जिला मुख्यालय के दो अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। हरेराम तांती की बुधवार की सुबह करीब 6:30 बजे मौत हो गई। जबकि चुनचुन सिंह की सुबह करीब 8:10 बजे मौत हुई है।

हालांकि परिजन चुनचुन सिंह की लाश को लेकर लोग गांव चले गए। फिलहाल पुलिस सभी पहलुओं पर पड़ताल कर रही है। बताया जा रहा है दोनों शराब पीने के आदी थे और बराबर शराब पिया करते थे। रविवार को दोनों ने चेरिया बरियारपुर में शराब पी थी। इसके बाद तबीयत खराब हो गई।

चुनमुन सिंह डॉक्टर और हरेराम तांती कंपाउंडर था, इसलिए दोनों स्थानीय स्तर पर इलाज करवा रहे थे। मंगलवार की शाम करीब 4 बजे चुनचुन सिंह बेहोश हो गया। हरेराम तांती के आंख की रोशनी कम होने लगी, पेट से दर्द में सुधार नहीं हो रहा था। इसके बाद परिजनों ने दोनों को अलग-अलग निजी अस्पताल में भर्ती कराया।

एडमिट होने के बाद से ही चुनचुन सिंह लगातार बेहोश था और सुबह 8:10 बजे उसकी मौत हो गई। पुलिस को जब हरेराम तांती के मौत की सूचना मिली तो नगर थाना की पुलिस तुरंत अस्पताल पहुंची और उसके शव का सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया।

एसपी मनीष ने बताया कि हरेराम तांती की उम्र करीब 50 वर्ष थी। उनकी संदिग्ध स्थिति में मौत होने की सूचना अस्पताल से सुबह में मिली थी। उसके बाद मेडिकल बोर्ड द्वारा उसका पोस्टमार्टम कराया गया है। मौत के कारण का खुलासा मेडिकल बोर्ड ही बताएगी। परिजन अभी स्पष्ट कुछ नहीं बता रहे हैं।

एसपी ने बताया कि अभी एक और व्यक्ति चुनचुन सिंह की भी मौत की सूचना मिली है। इसकी पुष्टि कर रहे हैं। यह लोग दवा दुकान से जुड़े हुए थे। पुलिस और एक्साइज विभाग की टीम सभी प्रोटोकॉल के अनुसार कार्रवाई कर रही है। इस संबंध में और जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है। पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंच कर कार्रवाई कर रहे हैं

इधर, मृतक के परिजनों के मीडिया में दिए गए बयान और पुलिस के हवाले से परिजनों के दिए गए बयान में काफी अंतर है। मृतक हरेराम तांती के पिता और चाचा ने पहले कहा कि यह लोग पहले से बीमार नहीं थे। शराब पीने के बाद तबीयत बिगड़ने के कारण मौत हुई है। जबकि पुलिस कार्यालय की जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि परिजन बता रहे हैं कि हरेराम को सांस लेने में तकलीफ थी। इसे लेकर निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया और इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं चुन चुन प्रसाद सिंह के संबंध में जांच करने पर पाया गया है कि ठंड लगने के कारण तबीयत खराब हो गई थी। उनकी भी इलाज के दौरान मौत हो गई है। चुन चुन के परिजन पोस्टमार्टम कराने को तैयार नहीं हो रहे हैं। हालांकि विज्ञप्ति में कहा गया है कि मृत्यु के कारण का अभी स्पष्ट रूप से पता नहीं चला है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारणों का पता चल सकेगा। इधर, मंझौल डीएसपी के नेतृत्व में चेरियाबरियारपुर थाना की पुलिस सभी पहलू पर जांच कर रही है। पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम संयुक्त रूप से आसपास के क्षेत्र में छापेमारी भी कर रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में ससुराल आए युवक की करंट लगने से मौत
बेगूसराय में अपने ससुराल में आयोजित मांगलिक कार्यक्रम में शामिल होने आए दामाद की बिजली करंट लगने से मौत हो गई। घटना तेघड़ा थाना क्षेत्र के दुलारपुर गांव के समीप की है। मृतक की पहचान समस्तीपुर के धनेसपुर गांव निवासी अखिलेश पासवान (30) के रूप में की गई है।

हादसे के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है। घटना की सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। करंट लगने से मौत होने के बाद आक्रोशित लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कुछ देर के लिए NH-28 को जाम कर दिया। परिजनों ने बताया कि अखिलेश पासवान के ससुराल में साला के बच्चों का मुंडन था। इसमें शामिल होने के लिए वह मंगलवार को अपने ससुराल दुलारपुर आया था। आज सिमरिया गंगा घाट जाने के लिए वह दुलारपुर विजय मार्केट के पास बस के ऊपर सामान चढ़ा रहा था।

इसी दौरान वह ऊपर से गुजर रहे 11 हजार वोल्ट के करंट की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस कर बेहोश हो गया। घटना के बाद स्थानीय लोग और राहगीरों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन हालत गंभीर रहने के उसे बचाया नहीं जा सका। इसके बाद परिवार में कोहराम मच गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
बेगूसराय में हादसे में महिला समेत 4 की मौत,विभिन्न जगहों की घटना
बेगूसराय में अलग-अलग घटना में चार लोगों की मौत हो गई। सभी के शव का पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया जा रहा है। पहली घटना सिंघौल थाना क्षेत्र के कैलाशपुर गांव की है, जहां कपड़ा धोने के लिए पोखर गई एक महिला की डूबने से मौत हो गई।

ग्रामीणों के सहयोग से शव को रात में निकाला गया है। इसके बाद पुलिस पोस्टमार्टम सहित आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है। मृतक की पहचान नगर निगम क्षेत्र के वार्ड नंबर-4 कैलाशपुर निवासी हरेराम साह की पत्नी सुलेखा देवी (40) के रूप में की गई है।

परिजनों ने बताया कि सुलेखा देवी रोज की तरह कल कपड़ा धोने के लिए जमुनाही ढाब गई थी, लेकिन शाम तक वापस नहीं आई। परिजनों ने खोजबीन की तो कुछ पता नहीं चला। ग्रामीणों के सहयोग से ढाब के पानी में जब तलाश की गई तो लाश बरामद किया गया।

दूसरी घटना परिहारा थाना क्षेत्र के परिहारा गांव की है, जहां गुड्डू साह की पत्नी लूसी कुमारी (20) ने घर में ही फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। रात में सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची परिहारा थाना की पुलिस में शव को पोस्टमार्टम कराने के लिए सदर अस्पताल भेज दिया और आगे की कार्रवाई कर रही है।             कुमोद पासवान की फाइल फोटो

मृतक महिला के पति गुड्डू कुमार साह ने बताया कि वह गोवा में मजदूरी करता है। शनिवार को अपने घर से बहन के यहां भागलपुर गया था। देर शाम सूचना मिली कि लुसी ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बाद रात में पहुंचे और पुलिस को सूचना दिया। 6-7 महीना पहले शादी हुई थी, आत्महत्या क्यों किया पता नहीं।

तीसरी घटना मंसूरचक थाना क्षेत्र के कस्टोली गांव की है, जहां ट्रैक्टर से दबकर खलासी बछवाड़ा क्षेत्र की झमटिया निवासी राम पदारथ पासवान के पुत्र कुमोद पासवान (40) की मौत हो गई। इस मामले में मृतक के परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है कि कुमोद पासवान बछवाड़ा निवासी मनोज कुंवर का शौचालय साफ करने वाले ट्रैक्टर पर खलासी का काम करता था।           मृतक सुलेखा देवी की फाइल फोटो

दोनों के बीच पहले से विवाद था। कल कुमुद घर पर था, तभी ट्रैक्टर मालिक उसे बुलाकर टैंक साफ करवाने के लिए ले जा रहा था। तभी मालती-पिपरा सड़क पर कस्टोली गांव के समीप उसे धक्का दे दिया। जिससे ट्रैक्टर के चक्का के नीचे दबकर उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस चालक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

चौथी घटना बखरी थाना क्षेत्र के घाघरा गांव की है, जहां 11 हजार वोल्ट बिजली तार की चपेट में आने से महबूब आलम की पत्नी सबरून खातून की मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि सबरून जलावन लाने के लिए गई हुई थी। बांस से जलावन काटने के दौरान ऊपर से गुजर रहे हाई वोल्टेज तार की चपेट में आने से उसकी मौत हो गई। थोड़ी देर बाद जानकारी मिलने पर घर के लोग पहुंचे। फिलहाल इसका भी पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में कराया गया है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट