उत्तर प्रदेश के महोबा में हैरान करने वाला मामला: 5 सालों से एक लड़की का पीछा कर रहा है काला सांप, 11 बार डसा, परिजनों में दहशत

उत्तर प्रदेश के महोबा से हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां 19 वर्षीय लड़की को पांच सालों से काला सांप पीछा नहीं छोड़ रहा है. वह लड़की को 11 बार डस चुका है. इस बार फिर से सांप ने लड़की को अपना शिकार बनाया है. लड़की को गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टर भी इस घटना से हैरानी में हैं. आए दिन लड़की के साथ घट रहीं इन घटनाओं से परिजन दहशत में हैं. लड़की को गंभीर हालात में झांसी के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है.

पीड़ित लड़की के परिजनों का कहना है कि बेटी को सांप में प्रकोप से बचाने के लिए उन्होंने उसे तांत्रिक व ओझाओं को भी दिखाया. उनके कहने पर भगवान शिव का अभिषेक और गांव में भंडारा भी करवाया. लेकिन सांप उनकी बेटी का पीछा नहीं छोड़ रहा है. परिजनों के मुताबिक, उनकी बेटी को पहली बार 2019 में काले सांप ने डसा था, तब से आज तक वह सांप उनकी बेटी के पीछे पड़ा हुआ है.

11 बार डस चुका है काला सांप

मामला जिले के तहसील चरखारी के पंचमपुरा गांव की है. यहां के रहने वाले दलपत ने बताया कि उनकी बेटी रोशनी को काला सांप लगातार डस रहा है. वह उसे अब तक 11 बार डस चुका है. उन्होंने बताया कि साल 2019 में उनकी बेटी अपने खेत में मौजूद थी. उसी वक्त अचानक उसका पैर एक काले सांप पर पड़ गया. सांप ने रोशनी को काट लिया. उसे इलाज के लिए तुरंत अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने रोशनी को बचा लिया. उसके बाद काला सांप उनकी बेटी के पीछे पड़ गया और आए दिन उसे डसने लगा.

रिश्तेदारों के घर भी नहीं छोड़ा

पिता दलपत ने बताया कि काला सांप उनकी बेटी को कभी भी और कहीं भी डस लेता है. कई बार जब रोशनी अपने रिश्तेदारों के यहां गई तब भी सांप ने उसे नहीं छोड़ा और अपना शिकार बनाया. रोशनी को हर बार सांप के डसने के बाद उसे इलाज के जरिए बचा लिया गया. इस बार शुक्रवार को फिर से सांप ने उसे डस लिया. इलाज के लिए उसे जिला अस्पताल लेकर आए, यहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है. उन्होंने बताया कि काला सांप अब तक उनकी बेटी को 11 बार डस चुका है.

तांत्रिक-ओझा को भी दिखाया

दलपत ने बताया कि एक बार सांप ने उनकी बेटी को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान बेड पर आकर डस लिया था. इन घटनाओं से परिवार वाले दहशत में हैं. उन्होंने बेटी को तांत्रिक और ओझा को भी दिखाया. उनके कहने पर भगवान शिव का अभिषेक किया. गांव में भंडारा भी करवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. उन्होंने उनके द्वारा बताए सभी उपायों को किया. मगर सांप फिर भी उनकी बेटी का पीछा नहीं छोड़ रहा है.

महाकालेश्वर मंदिर में नववर्ष पर भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग बंद, जानें क्या है नई व्यवस्था

धार्मिक नगरी उज्जैन पहुंचकर अगर आप बाबा महाकाल के साथ अपने नए साल की शुरुआत करने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है. क्योंकि, बाबा महाकाल के दरबार में प्रतिदिन सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती की दर्शन व्यवस्था में 8 दिनों के लिए एक बड़ा बदलाव होने वाला है. जिसके तहत अब श्रद्धालुओं की भस्म आरती की बुकिंग ऑनलाइन नहीं बल्कि ऑफलाइन करना होगी. यह जानकारी श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक ने दी.

श्री महाकालेश्वर मंदिर में होने वाले इस बदलाव को लेकर मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि वर्ष में एक बार नववर्ष के समय भस्म आरती में शामिल होने के लिए श्रद्धालुओं की संख्या अचानक ही बढ़ जाती है, जिसको देखते हुए नववर्ष पर प्रतिवर्ष भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग को बंद कर दिया जाता है. इस वर्ष भी 26 दिसंबर से 2 जनवरी तक भस्म आरती की ऑनलाइन बुकिंग नहीं हो पाएगी.

यहां मिलेंगे ऑफलाइन दर्शन के फॉर्म

श्री महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि 26 दिसंबर से मंदिर में ऑफलाइन दर्शन की व्यवस्था शुरू होगी. इसके लिए श्रद्धालुओं को त्रिवेणी संग्रहालय के पास स्थित पिनाकी द्वार के पास के काउंटर से रात 10 बजे बाद ऑफलाइन दर्शन के फॉर्म दिए जाएंगे. इन फॉर्म को मांगी गई जानकारी के साथ जमा करने के बाद ही दर्शनार्थियों को भस्मआरती मे बाबा महाकाल के दर्शनों का लाभ मिल पाएगा.

जल्द होगा यह भी बदलाव

भस्म आरती के दौरान रेडियो फ्रीक्वेंसी बैंड के सफल परीक्षण के बाद अब जल्द ही श्री महाकालेश्वर मंदिर के नंदी हॉल में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी यही व्यवस्था लागू होने वाली है. जिसके तहत अब वही श्रद्धालु नंदी हाल और गर्भग्रह की दहलीज तक पहुंच पाएंगे, जिनके हाथों में यह बैंड बंधा होगा. महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि महाकाल मंदिर में प्रोटोकाल के तहत आने वाले श्रद्धालुओं को नंदी हाल व गर्भगृह की दहलीज से भगवान महाकाल के दर्शन कराए जा रहे हैं. लेकिन इस दर्शन व्यवस्था में भी अभी कई खामियां हैं, जिन्हें सुधारने की आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि जल्द ही नंदी हाल व गर्भगृह की दहलीज से दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की कलाई पर आरएफआईडी बैंड बंधा हुआ नजर आएगा.

ममता बनर्जी ने बताया कौन होगा उनका उत्तराधिकारी, दिया ये जवाब

ममता बनर्जी के बाद उनकी पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा यानी उनका उत्तराधिकारी कौन होगा, इस सवाल के जवाब में ममता ने कहा कि इसका फैसला वो नहीं उनकी पार्टी करेगी. एक निजी चैनल से बातचीत में ममता ने कहा कि टीएमसी एक अनुशासित पार्टी है, जहां कोई भी व्यक्ति शर्त निर्धारित नहीं करेगा. पार्टी तय करेगी कि लोगों के लिए सबसे अच्छा क्या है.

दरअसल, तृणमूल कांग्रेस में इस बात पर बहस चल रही है कि पार्टी में सीनियर नेताओं को प्राथमिकता मिलेगी या और युवा पीढ़ी के नेताओं को. ममता ने कहा कि सभी खास हैं. आज का युवा कल का सीनियर होगा. टीएमसी ने ऑफिशियली अपना कोई उत्तराधिकारी घोषित नहीं किया है. अभिषेक बनर्जी तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे हैं.

INDIA गठबंधन का नेतृत्व करने को तैयार- ममता

वहीं, जब उनसे इंडिया गठबंधन के नेतृत्व को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मौका मिला तो इंडिया गठबंधन का नेतृत्व करने को तैयार हूं. मैं बंगाल से बाहर नहीं जाना चाहती, लेकिन मैं इसे यहां से संचालित कर सकती हूं. मैं बस यही कहना चाहती हूं कि सभी को साथ लेकर चलने की जरूरत है. इंडिया गठबंधन में दो दर्जन से ज्यादा विपक्षी दल शामिल हैं.

कांग्रेस को अहंकार त्याग देना चाहिए- कल्याण बनर्जी

हाल ही में उनकी पार्टी सांसद कल्याण बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस को अहंकार त्याग देना चाहिए और ममता को इंडिया गठबंधन की कमान सौंप देनी चाहिए. टीएमसी सांसद का यह बयान महाराष्ट्र चुनाव और बंगाल उपचुनाव में मिली करारी हार के बाद सामने आया था. कल्याण बनर्जी ने कहा कि बीजेपी केवल ममता बनर्जी ही टक्कर दे सकती है.महाराष्ट्र में कांग्रेस का खराब प्रदर्शन रहा जबकि झारखंड में कांग्रेस को जेएमएम से कम सीटें आईं. बंगाल में छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे. टीएमसी ने सभी छह विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की है

Google Maps ने तो दे दिया धोखा, इस इंडियन नेविगेशन ऐप को करें ट्राई

हाल ही में हुई एक दुखद घटना ने गूगल मैप्स की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. गुरुग्राम से बरेली जा रही एक कार ने गूगल मैप्स के जरिए रास्ता चुना और आधे-अधूरे पुल पर चढ़ गई, जिससे कार रामगंगा नदी में गिर गई और तीन लोगों की जान चली गई. इस घटना ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या गूगल मैप्स पूरी तरह से सुरक्षित है और सही रास्ता दिखाता है? क्या भारत के लोकल नेविगेशन ऐप्स इस मामले में बेहतर साबित हो सकते हैं?

ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां गूगल मैप्स ने लोगों का गलत रास्ता दिखाया. इससे उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ा, और कुछ मामलों में तो लोगों की जान ही चली गई. आजकल कहीं जाने के लिए नेविगेशन ऐप की तो बहुत जरूरत होती है, तो क्या हम गूगल मैप्स पर ही निर्भर रहें या किसी इंडियन नेविगेशन ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं? मार्केट में एक इंडियन ऐप है, जो आपको बेहतर नेविगेशन सर्विस दे सकती है.

Mappls: इंडियन नेविगेशन ऐप

भारत की पॉपुलर नेविगेशन ऐप ‘Mappls Mapmyindia’ ऐप आपको बेहतर नेविगेशन सर्विस दे सकती है. गूगल मैप्स की जगह आप चाहें तो इस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. आइए मैपल्स मैपइंडिया ऐप के फीचर्स के बारे में जानते हैं.

भारतीय सड़कों की गहरी समझ: Mappls Mapmyindia, भारत की सड़कों और ट्रैफिक की बेहतर समझ रखता है. भारत में नए-नए हाईवे और एक्सप्रेसवे बन रहे हैं. इसके अलावा लोकल रोड और गलियों का भी डेवलमेंट चलता रहता है. इन सभी चीजों को ध्यान में रखते हुए ये ऐप अपने डेटाबेस को अपडेट करता रहता है.

लोकल लैंग्वेज सपोर्ट: यह ऐप कई भारतीय भाषाओं में काम करता है. इससे भारत के अलग-अलग राज्यों और इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए इसका इस्तेमाल करना काफी आसान हो जाता है.

ऑफलाइन मैप्स: इस ऐप में आप ऑफलाइन मैप्स डाउनलोड कर सकते हैं, जिससे इंटरनेट कनेक्शन न होने पर भी आप आसानी से नेविगेट कर सकते हैं.

ज्यादा डिटेल्ड जानकारी: यह ऐप न केवल मेन रोड बल्कि छोटी गलियों और गली-मुहल्लों की भी डिटेल्ड जानकारी देता है.

इंडियन यूजर्स के लिए डिजाइन: Mappls Mapmyindia को भारतीय यूजर्स की जरूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है, जैसे कि सड़कों के गड्ढे, रोड कंस्ट्रक्शन का काम, टोल प्लाजा, पेट्रोल पंप और एटीएम की जानकारी इस ऐप पर मिलती रहती है.

Mappls ऐप इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) के रीजनल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम ‘नेविगेशन विद इंडियन कॉन्स्टेलेशन’ (NavIC) के जरिए काम करता है. अगर आप गूगल मैप्स के बजाय किसी और ऐप का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो रियल टाइम डेटा अपडेट की खूबी वाले इस नेविगेशन ऐप को ट्राई कर सकते हैं.

AAP विधायक नरेश बाल्यान को 13 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में, MCOCA मामले में हुई गिरफ्तारी

दिल्ली की राउज ऐवन्यू कोर्ट की स्पेशल एमपी/एमएलए कोर्टके फैसले से आम आदमी पार्टी (AAP) को तगड़ा झटका लगा है. कोर्ट ने आज शुक्रवार को उत्तम नगर विधानसभा क्षेत्र से AAP के विधायक नरेश बाल्यान को कथित संगठित अपराध से संबंधित मामले में अगले हफ्ते 13 दिसंबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है.

स्पेशल जज कावेरी बावेजा ने पुलिस की ओर से दाखिल एक याचिका पर नरेश बाल्यान को पुलिस की हिरासत में भेज दिया. याचिका में, महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (MCOCA Case) के तहत दर्ज मामले में उनसे पूछताछ के लिए हिरासत में देने की मांग की थी.

2 दिन पहले हुई थी गिरफ्तारी

कोर्ट में दिल्ली पुलिस का प्रतिनिधित्व कर रहे विशेष लोक अभियोजक अखंड प्रताप सिंह ने नरेश बाल्यान की 10 दिन की हिरासत का अनुरोध करते हुए कहा था कि मकोका मामले में बड़ी साजिश का पता लगाने के लिए उनसे लंबी पूछताछ करने की जरूरत है.

मामले में एक दिन की न्यायिक हिरासत की अवधि खत्म होने पर नरेश बाल्यान को आज कोर्ट में पेश किया गया. AAP विधायक को कथित संगठित अपराध मामले में 4 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था, जबकि एक कोर्ट ने उन्हें पहले कथित जबरन वसूली के मामले में जमानत दे दी थी.

क्यों हुई विधायक बाल्यान की गिरफ्तारी

इससे पहले मकोका मामले में गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने कोर्ट से 10 दिन की हिरासत के लिए याचिका दाखिल की थी, जिसे कल गुरुवार को दिल्ली कोर्ट ने खारिज कर दिया.

साथ ही द्वारका कोर्ट ने पुलिस को यह भी निर्देश दिया कि नरेश बाल्यान की हिरासत के लिए एमपी/एमएलए कोर्ट में याचिका दाखिल की जानी चाहिए थी. इस वजह पुलिस ने नरेश बाल्यान को आज राउज एवेन्यू कोर्ट की स्पेशल एमपी/एमएलए कोर्ट में पेश किया.

पिछले दिनों नरेश बाल्यान और गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू के बीच बातचीत की ऑडियो क्लिप सामने आई. नंदू इस समय विदेश में है. दोनों के बीच बातचीत के दौरान कथित तौर पर व्यापारियों से फिरौती वसूलने की योजना पर चर्चा हुई. नरेश की गिरफ्तारी बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया की ओर से एक कथित ऑडियो क्लिप जारी करने के बाद हुई थी.

बिहार: BPSC छात्रों का समर्थन करना खान सर को पड़ा भारी, पुलिस ने हिरासत में लिया

BPSC में नॉर्मलाइजेशन नहीं रखने की मांग को लेकर के शुक्रवार को राजधानी पटना में दिनभर हुए बवाल के बीच बड़ी खबर सामने आ रही है. मिली खबर के अनुसार, शुक्रवार की शाम पटना पुलिस ने फेमस कोचिंग संचालक खान सर और छात्र नेता दिलीप को हिरासत में ले लिया. बता दें कि BPSC अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के बाद खान सर भी आज उनके प्रदर्शन में शामिल हुए थे. गर्दनीबाग स्थित धरनास्थल पर पहुंचे खान सर ने अभ्यर्थियों के समर्थन में अपनी आवाज उठाई थी.

बताया जा रहा है कि गर्दनीबाग थाना पुलिस ने कोचिंग संचालक खान सर और छात्र नेता दिलीप को शुक्रवार देर शाम हिरासत में ले लिया और थाने में लेकर के चले गई. जानकारी यह भी सामने आ रही है कि प्रशासन द्वारा यह भी कहा गया है कि जल्द से जल्द आंदोलनरत अभ्यर्थियों को मौके से हटाया जाएगा. खान सर ने आंदोलनरत अभ्यर्थियों का साथ देने का वादा किया था.

पटना के गर्दनीबाग में चल रहा छात्रों का प्रदर्शन

बता दें कि शुक्रवार की सुबह 10 बजे से लेकर दिन में लगभग दो बजे तक करीब चार घंटे पुलिस और अभ्यर्थियों में नोकझोंक होती रही. इस दौरान पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा. दिन में हुई इस उठा पटक के बाद सभी आंदोलनतर अभ्यर्थी राजधानी के गर्दनीबाग इलाके में धरनास्थल पर चले गए थे और वहां अपने विरोध को लगातार जारी रखे हुए थे.

शुक्रवार शाम को ही राजधानी के दो प्रमुख कोचिंग संचालक खान सर और गुरु रहमान भी इन अभ्यर्थियों के बीच में पहुंचे गए थे. उन्होंने छात्रों का साथ देने की बात कही थी. अब यह जानकारी सामने आ रही है कि इन दोनों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है.

प्रदर्शन में खान सर ने क्या कहा था?

छात्रों के प्रदर्शन में शामिल होने के दौरान खान सर ने कहा था कि इस लड़ाई में किसी भी असामाजिक तत्व और माफिया को घुसने नहीं देंगे. उन्होंने छात्रों से आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग क्लास स्टूडेंट हैं या नहीं हैं? क्या आप लोग ऐसे लोगों को घुसने देंगे? खान सर ने कहा कि माफिया लोग कान खोलकर सुन लें कि आपको जहां जाना है जाएं, हम लोग यहां से नहीं लौटेंगे. अगर यहां से लौटेंगे तो नॉर्मलाइजेशन रद्द होने के बाद ही जाएंगे. माफिया लोगों की कोई जरूरत नहीं है. वह यहां से चले जाएं.

बिहार में बीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज: खान सर और गुरु रहमान ने किया समर्थन, नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ उठाई आवाज

बिहार की राजधानी पटना में बीएससी अभ्यर्थियों पर जो लाठीचार्ज हुआ है उसके बाद खान सर और गुरु रहमान अभ्यर्थियों के समर्थन में सड़कों पर उतर आए हैं. शुक्रवार की सुबह हुई लाठी चार्ज के बाद राजधानी के गर्दनीबाग स्थित धरना स्थल पर पहुंचे खान सर ने छात्रों के समर्थन में अपनी आवाज उठाई. उन्होंने माइक लेकर नारे भी लगाए. उनके साथ कई छात्र भी प्रदर्शन में दिखाई दिए.

खान सर ने कहा कि इस लड़ाई में किसी भी असामाजिक तत्व और माफिया को घुसने नहीं दिया जाएगा. उन्होंने छात्रों से आह्वान करते हुए कहा कि आप लोग क्लास स्टूडेंट हैं या नहीं हैं? क्या आप लोग ऐसे लोगों को घुसने देंगे? खान सर ने कहा कि माफिया लोग कान खोलकर सुन ले कि आपको जहां जाना है जाएं, हम लोग यहां से नहीं लौटेंगे. अगर यहां से लौटेंगे तो नॉर्मलाइजेशन रद्द होने के बाद ही जाएंगे. माफिया लोगों की कोई जरूरत नहीं है. खान सर ने माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाते हुए कहा कि वह यहां से जा सकते हैं.

खान सर ने कहा कि माफिया लोग विद्यार्थियों का दुख नहीं समझते हैं. वह 80 हजार से एक लाख रुपये फीस लेते हैं. वह कभी भी हमारे नहीं हो सकते हैं. माफियाओं को अभ्यर्थियों से कोई मतलब नहीं है वह सिर्फ अपना चेहरा चमकाएंगे.

लाठी चार्ज होना गलत

अभ्यार्थियों के ऊपर लाठी चार्ज के बारे में भी खान सर ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है. अभ्यर्थियों के ऊपर ऊपर लाठी चार्ज नहीं होना चाहिए था. निहत्थे बच्चों के ऊपर लाठी चार्ज होना गलत है. खान सर ने यहां तक कहा कि वह अभ्यर्थियों से वादा करते हैं कि नॉर्मलाइजेशन को लागू नहीं होने देंगे. उन्होंने आगे कहा कि अभ्यर्थियों को भी वादा करना हो होगा कि कोई असामाजिक तत्व इस मामले में नहीं घुसेगा. राजधानी के ही एक और शिक्षक गुरु रहमान ने कहा कि नॉर्मलाइजेशन नहीं होना चाहिए.

मध्य प्रदेश: छतरपुर में 12वीं के छात्र ने स्कूल के प्रिंसिपल की गोली मारकर की हत्या , आरोपी छात्र गिरफ्तार

मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई. 12वीं के छात्र ने अपने ही स्कूल के प्रिंसिपल की बाथरूम में गोली मार कर हत्या कर दी. वहीं प्रिंसिपल की हत्या करने के बाद आरोपी छात्र स्कूल में नाच रहा था. नाचने की घटना सीसीटीवी में कैद हो गई. वीडियो में देखा जा सकता है कि स्कूल के प्रिंसिपल सुरेंद्र कुमार सक्सेना बाथरूम गए थे. वहीं पीछे से आकर आरोपी छात्र सदम यादव ने फायरिंग कर दी. फायरिगं के दौरान प्रिंसिपल को दो गोलियां लगी और मौके पर ही मौत हो गई.

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धमोरा में दोपहर का वक्त था. छात्र को किसी बात को लेकर प्रिंसिपल ने डांटा तो छात्रों ने प्रिंसिपल से विवाद किया. छात्र कट्टा लिए था, प्रिंसिपल डर की वजह से बाथरूम में घुस गए. वहीं पीछे से आकर आरोपी छात्र ने उन पर फायरिंग कर दी. दो गोलियां लगने की वजह से मौके पर ही उनकी मौत हो गई. गोली मारने के बाद छात्र बाथरूम से बाहर निकाला और उसके पीछे दो छात्राएं भी डरी सहमी हुई बाहर आती दिखाई दी. हत्या के बाद हत्यारा प्रचार के कमरे में गया और वहां से प्राचार्य की स्कूटी की चाबी लेकर उसे भी लूट कर ले गए हत्या में कुल दो लोग शामिल है.

सीसीटीवी में कैद हुई घटना

सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखा जा सकता है कि हत्यारा घटना के बाद खुशी से नाच रहा था. जैसे उसने कोई बहुत महान काम किया हो. घटना का पता चलते ही भारी पुलिस बल वहां पहुंचा और पुलिस अधीक्षक अगम जैन मौके पर पहुंच कर सीसीटीवी की जांच की. उससे आरोपी की पहचान कर ली गई

शिक्षकों में डर का माहौल

एसपी अगम जैन ने कहा कि आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर लिया गया है. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था. उन्होंने कहा कि इस घटना के बाद स्कूल प्रशासन डरा हुआ है. डर के कारण सही जानकारी देने से बच रहे हैं. दोनों आरोपी 12वीं क्लास के छात्र हैं, जिनकी उम्र 16 वर्ष बताई जा रही है. वहीं कुछ शिक्षकों ने बताया कि आरोपी छात्र जब भी स्कूल आता था तो कट्टा लेकर आता था. कई बार परिजनों से शिकायत की गई. छात्र बहुत ही उद दंड था, लड़िकयों को भी परेशान करता था, जिसको लेकर प्रिसिपल नाराज होते थे. मृतक प्रिंसिपल ने कई बार परिजनों से छात्र की शिकायत भी की लेकिन थाने में कभी शिकायत दर्ज नहीं करवाई जिसका परिणाम आज देखने को मिला.

उत्तर प्रदेश: कन्नौज में डबल डेकर बस का भीषण हादसा, 6 की मौत, 15 से ज्यादा घायल

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक डबल डेकर बस सड़क हादसे का शिकार हो गई है. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर एक पानी के टैंकर से सीधे टकरा गई. बस और टैंकर की टक्कर इतनी जोरदार थी कि 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि 15 से ज्यादा यात्री घायल बताए जा रहे हैं. स्थानीय लोगों की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और सभी घायलों को हॉस्पिटल भेजा है. फिलहाल मृतकों की शिनाख्त की जा रही है और उनके परिजनों को सूचना भेजी जा रही है.

जानकारी के मुताबिक यह भीषण सड़क हादसा कन्नौज जिले के सौरिख के सकरावा क्षेत्र में हुआ है. डबल डेकर बस कई यात्रियों को बिठाकर जा रही थी. तभी बस अचानक सेस आगे जा रहे वाटर टैंकर में जा घुसी. बस आगे से पूरी तरह से चकनाचूर हो गई है. वहीं यात्रियों के बीच चीख-पुकार मच गई. स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची और रेस्क्यू शुरू किया गया.

पुलिस ने सभी यात्रियों को बस से निकाला और घायलों को तुरंत एंबुलेंस की मदद से हॉस्पिटल भेजा गया. घायलों का फिलहाल हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. शुरुआती जानकारी के मुताबिक इस भीषण सड़क हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई है. पुलिस फिलहाल मृतक यात्रियों की शिनाख्त करने में लगी हुई है. एसपी कन्नौज ने बताया है कि संभवतः यह हादसा ड्राइवर की झपकी लगने की वजह से हुआ है.

भारत की अंतरिक्ष अनुसंधान में बड़ी छलांग: स्पेस डॉकिंग तकनीक से बनेगा अंतरिक्ष स्टेशन, चंद्रयान-4 में भी मिलेगी मदद

आंध्र प्रदेश श्री हरिकोटा इसरो के अध्यक्ष एस. सोमनाथ ने बताया कि इसरो अपने विश्वसनीय ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पर काम कर रहा है. ये आंतरिक्ष के डॉकिंग मिशन के तहत एक रॉकेट को तैयार कर रहा है. उन्होंने बताया कि इस पर जल्द ही काम पूरा होने वाला है. इस महीने के अंतिम दिनों में इसे प्रक्षेपित करने की उम्मीद की जा रही है. एस. सोमनाथ ने इसके पहले गुरुवार को पीएसएलवी-सी59/प्रोबास-3 मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल), यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ईएसए) से जुड़े लोगों का धन्यवाद किया है.

इसके सफल परीक्षण ने भारत की झोली में एक और सफलता को जोड़ दिया है. उन्होंने बताया कि इस मिशन की तरह ही दिसंबर में पीएसएलवी-सी60 का प्रक्षेपण किया जाएगा. पीएसएलवी-सी59/प्रोबास-3 मिशन के तहत सूर्य से जुड़े रहस्यों का पता लगाने के लिए दो उपग्रहों को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में पहुंचा दिया था. उन्होंने बताया कि स्पेस डॉकिंग इतनी शानदार प्रक्रिया है कि जिसकी मदद से दो अंतरिक्ष यानों को जोड़ा जा सकता है. ये अंतरिक्ष स्टेशन को चलाने के लिए काफी मददगार और जरूरी है.

मानव को एक दूसरे आंतरिक्ष में भेजा जा सकेगा

एस. सोमनाथ ने बताया कि यह स्पैडेक्स तकनीक काफी शानदार है. ये दो आंतरिक्ष यानों को जोड़ने के साथ-साथ मानव को एक से दूसरे अंतरिक्ष यान तक आसानी से भेज सकेगा. पीएसएलवी-सी60 इसी से लैस रहेगा. स्पेस डॉकिंग की मदद से आंतरिक्ष यान बिना किसी मदद के अपने आप ही स्टेशन से जुड़ने की क्षमता रखेगा.

चंद्रयान-4 के लिए कारगर रहेगी ये तकनीक

इसरो के अध्यक्ष ने बताया की स्पेस डॉकिंग तकनीक चंद्रयान-4 के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है. इसी तकनीक के जरिए भारत को अपना आंतरिक्ष स्टेशन बनाने में सहायता मिलेगी. उन्होंने भारतीय वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि हमारी टीम यूरोपीय आंतरिक्ष एजेंसी के कई सारे वैज्ञानिकों के साथ काम कर रही है.