जल संसाधन विभाग के नवनियुक्त सहायक अभियंताओं को दिया गया प्रशिक्षण, सचिव टोप्पो ने कहा – जनता से जुड़े कार्यों के प्रति रहें संवेदनशील

रायपुर-   छत्तीसगढ़ शासन ने संसाधन विभाग में 80 सहायक अभियंताओं की लोक सेवा आयोग के माध्यम से नियुक्ति प्रदान की है. इन अभियंताओं ने विभाग में अपनी उपस्थिति दे दी है. विभाग के सचिव राजेश सुकुमार टोप्पो के निर्देशानुसार इन नवनियुक्त सहायक अभियंताओं को 2 से 6 दिसंबर तक 5 दिवसीय आधारभूत प्रशिक्षण दिया गया.

प्रशिक्षण कार्यक्रम विभाग के ट्रेनिंग सेंटर रायपुर में हुआ, जिसमें 76 प्रतिभागियों ने भाग लिया. प्रशिक्षण के समापन सत्र में विभाग के सचिव राजेश सुकुमार टोप्पो प्रशिक्षणार्थियों के बीच उपस्थित हुए. सचिव का विभाग के अधिकारियों ने स्वागत किया. सचिव ने प्रशिक्षणार्थियों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि उन्हें शासन द्वारा राजपत्रित अधिकारी का दर्जा प्राप्त है, वे अनुकूल आचरण रखें और कार्यालय एवं जन सामान्य से जुड़े कार्यों के प्रति संवेदनशील रहना सीखें. उन्हें सोशल मीडिया में भी शासकीय सेवा के अनुरूप रहते हुए भाग लेना चाहिए.

सचिव ने कहा कि विभाग की कार्य क्षमता बढ़ाने के लिए रिक्त पदों पर भर्ती के साथ नवनियुक्त आधिकारियों का प्रशिक्षण भी अनिवार्य है. भविष्य में लगातार आवश्यकतानुसार प्रशिक्षण के सत्र बुलाकर इनका कैपेसिटी बिल्डिंग विभाग द्वारा किया जाएगा. सभी प्रशिक्षणार्थियों को सचिव के हाथों प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी दिया गया. उनके द्वारा नवनियुक्त सहायक अभियंताओं की प्रशिक्षण में उपस्थिति की सराहना की गई एवं भविष्य के प्रशिक्षणों में अनिवार्यतः उपस्थिति का निर्देश दिया गया.

उप मुख्यमंत्री अरुण साव अधिवक्ता संघ के शपथ ग्रहण समारोह में हुए शामिल, जिला एवं सत्र न्यायालय में ई-लाइब्रेरी की घोषणा की

रायपुर-  उप मुख्यमंत्री तथा विधि एवं विधाई कार्य मंत्री अरुण साव आज मुंगेली में अधिवक्ता संघ के शपथ ग्रहण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। जिला एवं सत्र न्यायाधीश चन्द्र कुमार अजगल्ले ने करही स्थित जिला एवं सत्र न्यायालय में संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। उप मुख्यमंत्री श्री साव ने मुंगेली जिला एवं सत्र न्यायालय में ई-लाइब्रेरी की घोषणा की। उन्होंने वहां सुविधाओं के विस्तार के लिए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने मुंगेली बार को आदर्श और सुविधाजनक बनाने के लिए भी प्रयास करने की बात कही। विधायक पुन्नुलाल मोहले भी समारोह में शामिल हुए।

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने शपथ ग्रहण समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि मेरा अधिवक्ताओं से बहुत गहरा नाता है। मेरा सौभाग्य है कि मैं भी इस बार का सदस्य रहा हूं और आज मुख्य अतिथि के रूप में आने का मौका मिला है। मुंगेली बार का इतिहास अत्यंत वैभवशाली और गौरवशाली रहा है। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की जवाबदारी बहुत बड़ी है, इसलिए पक्षकार से मुकदमा लेने के बाद उसे न्याय दिलाने की पूरी कोशिश करनी चाहिए। वकील मुकदमा जीतता है या सीखता है, हारता नहीं है। समाज में वकीलों की बहुत प्रतिष्ठा है। समाज की सेवा में आपका भी योगदान महत्वपूर्ण होना चाहिए। श्री साव ने कहा कि पक्षकार कितने रुपए देगा, इसका मूल्यांकन नहीं करना चाहिए। अधिवक्ताओं का पूरा ध्यान पक्षकारों को न्याय दिलाने में होना चाहिए। उन्होंने नवनिवार्चित पदाधिकारियों को मुंगेली बार की गरिमा को और आगे बढ़ाने को कहा।

विधायक पुन्नूलाल मोहले ने अधिवक्ता संघ के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए आशा जताई कि सभी पदाधिकारी समाज की सेवा के लिए बेहतर कार्य करेंगे। जिला एवं सत्र न्यायाधीश चन्द्र कुमार अजगल्ले ने मुंगेली बार की सराहना करते हुए अधिवक्ताओं को बिना किसी भेदभाव के पीड़ितों को समभाव से न्याय दिलाने की बात कही। कलेक्टर राहुल देव, पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल, पूर्व सांसद लखन लाल साहू, मुंगेली नगर पालिका के अध्यक्ष संतुलाल सोनकर, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बलराम देवांगन, द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-एक वरिष्ठ श्रेणी रेशमा बैरागी पटेल, वरिष्ठ अधिवक्ता गिरीश शुक्ला और संजय गुप्ता भी समारोह में मौजूद थे।

इन्होंने ली शपथ

जिला एवं सत्र न्यायाधीश चन्द्र कुमार अजगल्ले ने अधिवक्ता संघ के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष राजमन सिंह ठाकुर, उपाध्यक्ष आकुम गेंदले, उपाध्यक्ष रूखमणी दिव्या, सचिव राजेन्द्र चन्द्रवंशी, संरक्षक विरेन्द्र कुमार मिश्रा, सहसचिव रजनीकांत ठाकुर, कोषाध्यक्ष प्रदीप हरवंश, ग्रंथालय सचिव अमित सोनी, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा सचिव जीवन लाल बंजारा, कार्यकारिणी सदस्यों मनोज केशरवानी, गोली बर्मन, सुरेन्द्र देवागंन, हरप्रीत कौर आजमानी, बोधराम साहू और विजेन्द्र सिंह को शपथ दिलाई।

व्हाइट कोट सेरेमनी के अवसर पर नवप्रवेशित चिकित्सा छात्रों के चिकित्सा आचार संहिता की शपथ ग्रहण सामरोह में शामिल हुए राज्यपाल रमेन डेका

रायपुर-   पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय, रायपुर में एम. बी. बी. एस. प्रथम वर्ष में नव प्रवेशित विद्यार्थियों को चिकित्सा आचार संहिता की शपथ दिलाने के लिए ‘‘व्हाइट कोट सेरेमनी’’ का वृहद गौरवशाली आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ राज्य के राज्यपाल रमेन डेका की गरिमामयी उपस्थिति रही। पं. नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि एम. बी. बी. एस. प्रथम वर्ष के नवप्रवेशित 230 छात्र - छात्राओं को राज्यपाल महोदय की उपस्थिति में चिकित्सा आचार संहिता महर्षि चरक शपथ दिलाया जाना महाविद्यालय के लिए बड़े गौरव की बात हैं। मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अरविंद नेरल ने मेडिकल प्रोफेशन के क्रियान्वयन के समय निभाये जाने वाले नैतिक मूल्यों और आदर्शों की जानकारी दी। डॉ. नेरल ने कहा कि मरीज दवाइयों के अलावा एक आदर्श चिकित्सक से अपनत्व, मुस्कुराहट और मित्रवत व्यवहार की अपेक्षा रखते हैं। मेडिकल साइंस सभी विज्ञानों में सबसे अधिक मानवीय और सभी मानविकी में सबसे अधिक वैज्ञानिक होता है। एक डॉक्टर ताउम्र विद्यार्थियों की तरह सीखता रहता है।

अधिष्ठाता डॉ. विवेक चौधरी ने चरक आचार संहिता की शपथ विद्यार्थियों को दिलाई, उनके द्वारा कहे गए शब्दों को नवप्रवेशित 230 छात्र-छात्राओं ने अपना दाहिना हाथ उठाकर दोहराया।

मुख्य अतिथि राज्यपाल रमेन डेका ने चिकित्सा छात्रों को व्हाइट कोट समारोह की महत्ता बताते हुए कहा कि आज आपने जो शपथ लिया है उसका सदैव स्मरण करना अति आवश्यक है। चिकित्सा का क्षेत्र सेवा के साथ-साथ एक गरिमामयी प्रोफेशन है जिसमें ‘‘यह व्हाइट कोट बेदाग रहे,’’ इस बात का ध्यान रखना आवश्यक होता है। चरक संहिता एवं व्यक्तिगत जीवन से जुड़े कुछ अनुभवों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एक चिकित्सक को बीमारी के मूल कारणों (रूट कॉज ऑफ डिजीज) को जानने की कला में निपुण होना चाहिए। बतौर चिकित्सक मरीज के गोल्डन ऑवर में जीवन रक्षा के लिए बेहतर निर्णय लेने की क्षमता होनी चाहिए। राज्यपाल ने वैश्विक महामारी कोविड-19 के दौरान चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मियों के चिकित्सा सेवा, साहस और कार्य की सराहना करते हुए कहा कि आप सभी ने मानव सेवा के लिए जो कुछ भी किया वह अतुलनीय है।

राज्यपाल के उद्बोधन पश्चात विद्यार्थियों द्वारा अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों का ज़िक्र करते हुए ‘‘हम तुम्हारे साथ हैं, वी आर द डॉक्टर्स, वी आर आलवेज देयर फार यू'' की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। एम. बी. बी. एस. चिकित्सा पाठ्यक्रम में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने 20 बिस्तरों वाले आईसोलेशन वार्ड का लोकार्पण और भारतीय जन औषधि केन्द्र का शुभारंभ किया
रायपुर-   प्रभारी मंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने जिला चिकत्सालय जीपीएम में 20 बिस्तरीय आईसोलेशन सह पीडियाट्रिक वार्ड का लोकार्पण और भारतीय जन औषधि केन्द्र का फीता काटकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अंतर्गत संविदा भर्ती के 47 विभिन्न पदों पर नियुक्ति हेतु आदेश पत्र दिए। उन्होंने सभी लोगों को भारत को टी. बी. मुक्त बनाने की शपथ भी दिलाई। संविदा भर्ती के पदों में स्टॉफ नर्स एनआरसी, नर्सिंग ऑफिसर एनएचएमपी, सीनियर नर्सिंग ऑफिसर (मनोरोग नर्स), साइकोलॉजिस्ट-क्लिनिकल, द्वितीय एएनएम, एएनएम (आरबीएसके), डेंटल असिस्टेंट, ब्लॉक सुपरवाइजर (वीबीडी), एसटीएस, ओटी टेक्निशियन, लैब सहायक, नर्सिंग अधिकारी, जूनियर सचिवीय सहायक (एनएचएम), सचिवीय सहायक (आईडीएसपी), जूनियर सचिवीय सहायक (एनसीडी), जिला डाटा सहायक एवं सचिवीय सहायक (एनएचएम) के पद शामिल है।
श्रीमद्भागवत कथा में हुए शामिल मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय
रायपुर-   मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय आज राजधानी रायपुर के वीआईपी रोड स्थित श्री राम मंदिर परिसर के महर्षि वाल्मीकि उत्सव मंडप में आयोजित श्रीमद्भागवत कथा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री साय ने व्यास पीठ पर विराजमान आचार्य पवन नन्दन द्वारा कही जा रही श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण किया। मुख्यमंत्री श्री साय ने आचार्य पवन नन्दन से आशीर्वाद ग्रहण किया और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की। उल्लेखनीय है कि श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन श्री राम मंदिर परिसर में 02 दिसंबर से 08 दिसंबर तक किया जा रहा है। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, कथा के आयोजकों सहित बड़ी संख्या में भक्तगण उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ में अब तक 32.29 लाख मीट्रिक टन धान की हुई खरीदी, 6.80 लाख किसानों को 6807.82 करोड़ रूपए का भुगतान

रायपुर-     मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में प्रदेश के किसानों से सुगमता पूर्वक धान की खरीदी की जा रही है। छत्तीसगढ़ में धान 14 नवम्बर सें शुरू हुए धान खरीदी का सिलसिला अनवरत रूप से जारी है। राज्य में 14 नवम्बर से अब तक 32.29 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। राज्य में अब तक 6.80 लाख किसानों ने अपना धान बेचा है। धान खरीदी के एवज में इन किसानों को बैंक लिकिंग व्यवस्था के तहत 6807 करोड़ 82 लाख रूपए का भुगतान किया गया है। धान खरीदी का यह अभियान 31 जनवरी 2025 तक चलेगी।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि इस खरीफ वर्ष के लिए 27.68 लाख किसानों द्वारा पंजीयन कराया गया है। इसमें 1.45 लाख नए किसान शामिल है। इस वर्ष 2739 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से 160 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी अनुमानित है।

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आज 6 दिसम्बर को 66181 किसानों से 2.95 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी की गई है। इसके लिए 76378 टोकन जारी किए गए थे।

राज्य सरकार धान उपार्जन केन्द्रों में शिकायत एवं निवारण के लिये हेल्प लाइन नंबर जारी किए है, जिसका नं. 0771-2425463 है। धान बेचने वाले कोई भी किसान इस हेल्पलाईन नम्बर पर फोन कर अपनी समस्यओं का समाधान कर सकते है।

समिति में आपरेटर के माध्यम से टोकन आवेदन की भी सुविधा

खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उपार्जन केन्द्रों में धान विक्रय हेतु किसानों द्वारा टोकन आवेदन समिति माड्यूल एवं टोकन तुहर हाथ एप्प के माध्यम से किये जाने की सुविधा प्रदाय की गई है। कुल टोकन आवेदन का 40 प्रतिशत समिति माड्यूल एवं 60 प्रतिशत एप्प के माध्यम से आरक्षित किया गया है। जिन कृषकों को एप्प के माध्यम से टोकन आवेदन करने में कठिनाई हो रही हो, वे समिति में आपरेटर के माध्यम से टोकन आवेदन करा सकते हैं। किसानों द्वारा आवेदन के दौरान आवश्यक प्रविष्टि करने के उपरांत आवेदन की तारीख से लेकर 15 जनवरी 2025 तक रिक्त स्लॉट में धान विक्रय हेतु दिवस का चयन किया जा सकता है। लघु एवं सीमांत कृषकों को 02 टोकन एवं दीर्घ कृषकों 03 टोकन की सुविधा प्रदाय की गई है।

किसान बारदाना के लिए प्रति नग 25 रूपए

भारत सरकार की नवीन बारदाना नीति अनुसार धान का उपार्जन नये एवं पुराने बारदानों में 50 अनुपात 50 में किया जाना है। प्रदेश में अनुमानित धान उपार्जन 160 लाख टन के आधार पर सभी उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त बारदानों की व्यवस्था कर ली गई है। उपार्जन केन्द्रों में पुराने बारदानें के रूप में मिलर बारदाना, पीडीएस बारदाना, समिति द्वारा उपलब्ध कराये गये बारदानों का उपयोग किया जा रहा है। विशेष परिस्थिति में किसान बारदाना का भी उपयोग किया गया है, जिसका 25 रू. नग के मान से किसानों को भुगतान हेतु राशि 11 करोड़ 23 लाख रूपए अपेक्स बैंक को दी जा चुकी है।

धान खरीदी केन्द्रों में 72,194 गठान बारदाना उपलब्ध

समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए कुल 4 लाख गठान नये बारदानों की आवश्यकता है, जिसके विरूद्ध 3.51 लाख नये बारदानें प्रदेश को प्राप्त हो गए है, शेष बारदानें आगामी 15 से 20 दिवसों में प्राप्त हो जायेगें। अभी तक धान उपार्जन में पीडीएस बारदाने 32392 गठान, मिलर बारदानें 23078 गठान, किसान बारदानें 10176 गठान उपयोग किये जा चुके है। उपार्जन केन्द्रों में पीडीएस बारदाने 18985 गठान, मिलर बारदानें 54209 गठान उपयोग हेतु उपलब्ध है। वर्तमान में प्रदेश के किसी भी उपार्जन केन्द्र में बारदानों की कमी नहीं है।

पुलिस ने 72 घंटे के भीतर ढूंढ निकाली मंदिर से चोरी हुई मूर्तियां, अलमारी में छुपाकर रखा था आरोपी, अब पहुंचा सलाखों के पीछे

डोंगरगढ़-    डोंगरगढ़ के ग्राम चिद्दो में मंदिर में मूर्ति चोरी के मामले में पुलिस की टीम को सफलता मिली है। पुलिस ने 72 घंटे के भीतर ही मामले को सुलझा लिया है। मंदिर से चोरी हुई चारों मूर्तियों को बरामद कर लिया गया है। मामले में पुलिस ने एक आरोपी भुवन चंद्रवंशी को गिरफ्तार किया है। आरोपी के पास से मूर्तियों के अलावा चोरी में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है। पूरा मामला डोंगरगढ़ के ग्राम चिद्दो का है।

जानकारी के अनुसार, डोंगरगढ़ थाने में ग्रामीणों ने 3 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसमें बताया गया कि नाला पुल के पास स्थित पुराने सार्वजनिक मंदिर से गणेश जी, शिवलिंग और नंदी महराज की मूर्तियां 1 दिसंबर को चोरी हो गई थीं, इसके बाद 3 दिसंबर को हनुमान जी की मूर्ति भी गायब हो गई। घटना से ग्रामीणों में भारी आक्रोश था। बीते दिनों डोंगरगढ़ को महाराष्ट्र से जोड़ने वाली सड़क पर ग्रामीणों ने चक्का जाम तक कर दिया था। जिसके बाद सायबर सेल और स्थानीय पुलिस की संयुक्त टीम ने विभिन्न पहलुओं पर जांच शुरु कर दी। इसी दौरान सूचना मिली कि ग्राम बछेराभांठा का एक व्यक्ति चोरी की मूर्तियों को अपने घर में छुपाए हुए है।

पुलिस ने संदिग्ध आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी भुवन चंद्रवंशी ने चोरी करना स्वीकार किया। चोरी के बाद वह मूर्तियों को अपने घर की आलमारी में छिपाकर रखे हुए था। आरोपी के घर के असमारी से गणेश जी, शिवलिंग, नंदी और हनुमान जी की मूर्तियां बरामद की गई। ऐसे पुलिस ने 72 घंटे के भीतर मामले को सुलझाने में कामयाब रही। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया है। फिलहाल आरोपी भुवन चंद्रवंशी ने भगवान की मूर्ति क्यों चुराई इसका कारण तो स्पष्ट नहीं हुआ है। पुलिस के मुताबिक उसकी दिमागी हालत भी ठीक है लेकिन फिर भी ऐसा कृत्य उसने क्यों किया इस पर सवाल बना हुआ है।

फ्लोरा मैक्स फ्रॉड: छत्तीसगढ़ के इस जिले में भी आया धोखाधड़ी का मामला, 165 महिलाओं से हुई लाखों की ठगी

रायगढ़-   छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों से लगातार फ्लोरा मैक्स कंपनी के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायतें सामने आ रही हैं. वहीं आज एक बार फिर गांव की 165 आदिवासी महिलाओं के साथ 49 लाख 50 हजार रुपए के फ्रॉड का मामला दर्ज कराया गया है. रायगढ़ जिले के धरमजयगढ़ विधानसभा क्षेत्र के चैनपुर गांव में एक महिला ने कंपनी के खिलाफ पुलिस में अपने साथ-साथ कुल 165 महिलाओं के साथ ठगी की शिकायत दर्ज कराई है, जिसके बाद पुलिस ने कंपनी के खिलाफ BNS की 318(2), 318(4), 336, 338, 3(5) धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है.

चैनपुर निवासी महिला बालकुमारी (35 वर्ष) ने पुलिस में लिखित शिकायत की है कि कोरबा के पावर हाउस रोड स्थित सिटी मॉल फ्लोरा मैक्स कंपनी के संचालक अखिलेश सिंह, राजू सिंह, गुडिया सिंह, बलराम बंजारा, श्याम सिंह और ग्राम सिथरा की मंजू चैहान समेत अन्य लोगों ने महिलाओं को प्रलोभन देकर 30-30 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा गया. इसके लिए कंपनी ने 165 महिलाओं को बैंक से लोन दिलाया और पैसे को अपनी कंपनी में जमा करा लिया. 

जानकारी के अनुसार, महिलाओं को प्रलोभन दिया गया था कि कंपनी से जुड़ने पर उन्हें हर महीने 2700 रुपये और कुछ घरेलु सामान कंपनी की तरफ से दिया जाएगा. कंपनी से जुड़ने के लिए प्रत्येक महिला से 30-30 हजार रुपये लिए गए. लेकिन बीते 2 महीने से जब महिलाओं को पैसे और सामान मिलना बंद हो गया, तब उन्हें अपने साथ हुई ठगी का अहसास हुआ. इसके अलावा महिलाएं अब जबकि कंपनी से पैसे आने बंद हो गए हैं, ऐसे में गरीब ग्रामीण महिलाएं बैंक से लिए गए लोन की किश्त जमा नहीं कर पा रही हैं और उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित होना पड़ रहा है.

वहीं कंपनी के खिलाफ एक महिला की शिकायत की जानकारी मिलते ही अन्य पीड़ित महिलाओं की शिकायतें भी एक-एक कर पुलिस थाने पहुंच रही हैं. फिलहाल पुलिस ने पीड़िता की शिकायत के आधार पर कंपनी के संचालकों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुट गई है. हालांकि कोरबा पुलिस ने पहले ही जिले में ठगी की शिकायतों के बाद कंपनी के डायरेक्टर अखलेश सिंह और केयर टेकर मया राम साहू समेत 10 महिलाओं को गिरफ्तार कर कंपनी को सील कर दिया है. 

ये हैं गिरफ्तार आरोपी

  1. राजू सिंह पिता हरपाल सिंह उम्र 34 साल साकिन इमलीडुग्गु सीतामणी कोरवा थाना कोतवाली जिला कोरबा
  2. मयाराम साहू पिता स्व. खेदुराम साहू उम्र 48 साल सा. सेमीपाली थाना उरगा कोरबा जिला कोरबा
  3. गुड़िया सिंह पति राजू सिंह उम्र 31 साल साकिन इमलीडुग्गु सीतामणी कोरबा थाना कोतवाली जिला कोरबा
  4. संतोषी साहू पति मयाराग साहू उम्र 39 साल सा. सेमीपाली थाना उरगा कोरबा जिला कोरबा
  5. हेमा ताड़िया पति तिलेश्वर ताड़िया उम्र 42 साल सा. सेमीपाली मेन रोड़ उरगा
  6. सरिता वैष्णव पति जयकरंत वैष्णव उर्फ जय उम्र 34 साल सा. कुदुरमाल नहरणार
  7. हेम बरई यादव पति होरीलाल यादव उम्र 30 साल सा. भाठापारा कुदुरमाल थाना उरगा
  8. पूनम मुदलियार पति मदन लाल मुदलियार उम्र 38 साल सा. सेमीपाली हा. मु. ब्लॉक 2 बरबसपुर
  9. सरोजनी वैष्णव पति स्व. श्याम कुमार वैष्णव उम्र 42 साल सा. कुदुरमाल थाना उरगा
  10. ओमेश्वरी नायडू पति विजय नायडू उम्र 38 साल राा. सेमीपाली थाना उरगा
  11. कल्याणी नामदेव पति रंगलाल नामदेव उम्र 34 साल सा. कुदुरमाल हनुमान मंदिर के पास
  12. सरोजनी देवी चंद्रा पति भुनेश्वर प्रसाद चंदा उम्र 42 साल सा. मानिकपुर दशहरा मैदान के पास कोरबा

कंपनी की 6 से अधिक गाड़ियां जब्त

पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गिरफ्तार की गई महिलाओं के पास से कंपनी द्वारा खरीदे गए आधा दर्जन से अधिक चारपहिया गाड़ियों को भी जब्त किया गया है. एडिशनल एसपी यूवीएस चौहान ने का कहना है कि अभी मुश्किल है कि कुल कितनी महिलाओं के साथ इस कंपनी ने धोखाधड़ी की थी. यह मामला अभी भी जांच के अधीन है. पुलिस आगे भी कार्रवाई जारी रखेगी. आगे की कार्यवाही में अन्य संभावित आरोपियों की गिरफ्तारी हो सकती है.

कंपनी के फ्रॉड के बाद लगातार मौत और आत्महत्या की खबरें कंपनी से जुड़ी महिलाओं और परिवारों को लेकर चिंता का विषय बना हुआ है.

प्रकाश इंडस्ट्रीज में नौकरी लगाने का झांसा देकर स्टोर मैनेजर ने नाबालिग से किया दुष्कर्म, पुलिस तक पहुंचा मामला…

बिलासपुर-  जांजगीर-चांपा स्थित प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड के स्टोर मैनेजर मुकेश शर्मा ने कंपनी में नौकरी लगाने का झांसा देकर नाबालिग से दुष्कर्म किया. नौकरी नहीं लगने पर नाबालिग लड़की ने तोरवा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. 

अपनी शिकायत में नाबालिग ने बताया कि अक्टूबर 2024 में उसकी जान पहचान रेलवे स्टेशन में मुकेश शर्मा से हुई, जिसने प्रकाश इंडस्ट्रीज लिमिटेड में स्टोर मैनेजर के पद पर कार्यरत होने की बात कहते हुए कंपनी में अपनी ऊंची पहुंच का हवाला देते हुए कंपनी में नौकरी लगाने की बात कहते हुए उसका मोबाइल नंबर ले लिया.

नौकरी की चाहत में नाबालिग भी मुकेश शर्मा की बातों में आ गई. इसका फायदा उठाते हुए मुकेश शर्मा ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाया.

 

नौकरी नहीं मिलने के बाद नाबालिग ने मामले की शिकायत तोरवा थाने में दर्ज कराई. पुलिस ने नाबालिग के बयान पर मुकेश शर्मा के खिलाफ 64(1), 64(2)M, 351(2) बीएनएस और पास्को एक्ट की धारा 4, 5 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई कर रही है. अपराध पंजीबद होने के बाद से आरोपी स्टोर मैनेजर मुकेश शर्मा फरार है.

जवानों को मिली बड़ी सफलता, 11 लाख रुपए के ईनामी 5 नक्सलियों ने किया सरेंडर

बीजापुर-    छत्तीसगढ़ के बीजापुर में जवानों को बड़ी सफलता मिली है। यहां 11 लाख रुपए के ईनामी 5 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। इनमें 8 लाख रूपये के ईनामी (PGLA) कंपनी नम्बर के 2 सदस्य, 2 लाख रुपए के ईनामी गंगालूर एरिया कमेटी पार्टी सदस्य। साथ ही 1 लाख का ईनामी जनताना सरकार अध्यक्ष शामिल है। नक्सलियों के भेदभाव पूर्ण नीति और विचारधारा से परेशान होकर मुख्य धारा में जुड़ने और “नियद नेल्ला नार” योजना से प्रभावित होकर आज 5 हार्डकोर नक्लियों ने आत्मसमर्पण किया है।

बता दें कि वर्ष 2024 में अबतक कुल 189 माओवादियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। वहीं विभिन्न माओवादी घटनाओं में शामिल 473 माओवादियों को गिरफ्तार किया गयाl है। बीजापुर एसपी डॉ.जितेन्द्र यादव, सीआरपीएफ 202 कमांडेंट अमित कुमार, उप पुलिस अधीक्षक सुदीप सरकार व अन्य सीआरपीएफ व पुलिस के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया है। समर्पण किये सभी नक्सली पुलिस पार्टी पर फायरिंग, लूट, हत्या, आगजनी जैसे बड़ी घटनाओं में शामिल रहें है।