जहानाबाद मे महिला की संदेहास्पद स्थिति में मौत, मायके वाले हत्या का लगा रहे आरोप
जहानाबाद : जिले में संदेहास्पद स्थिति में एक महिला की मौत हो गई है। मायके वालों का आरोप है कि उनकी बेटी की हत्या करके शव को टांग दिया गया था। भाई और गांव के लोगों ने दहेज के लिए पहले भी प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। घटना टेहटा थाना क्षेत्र देवकुली गांव की है। फोन पर एसडीपीओ राजीव कुमार सिंह ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि एक महिला की मौत हुई है। उसके ससुराल वाले शव को कहीं ले जा रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने जांच की।काको के पास से शव को बरामद कर लिया गया है। मृतका के ससुराल वाले पुलिस को देख शव को छोड़कर फरार हो गए। इससे प्रतीत हो रहा है कि महिला के मौत में परिवार वालों की संदिग्ध भूमिका है। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही घटना के बारे में स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा। वहीं बुधवार को रात हो जाने की वजह से शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया जा सका था। आज पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया जाएगा। पुलिस की जांच में यह तथ्य सामने आएगा की घटना के पीछे सच्चाई क्या है।

जहानाबाद से बरुण कुमार
जहानाबाद: सदर अस्पताल में शेड गिरने से टली बड़ी दुर्घटना

जहानाबाद सदर अस्पताल में एक बड़ी दुर्घटना होते-होते टल गई। अस्पताल परिसर में चाइल्ड केयर यूनिट SNCU के बाहर परिजनों के लिए बनाई गई बैठने की जगह का लोहे का शेड अचानक भरभराकर गिर पड़ा। घटना के वक्त करीब आधा दर्जन लोग शेड के नीचे बैठे थे और खाना खाने की तैयारी कर रहे थे। तभी गनीमत यह रही कि उस समय वहां एक एंबुलेंस खड़ी थी, जो कोरोना सैंपल लाने और पहुंचाने के लिए इस्तेमाल होती है। एंबुलेंस ने शेड का पूरा भार अपने ऊपर ले लिया, जिससे वह सीधे लोगों पर नहीं गिरा। हालांकि, इस हादसे में एंबुलेंस का अगला शीशा टूट गया। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यदि एंबुलेंस नहीं होती, तो शेड पूरी तरह से लोगों पर गिरता और गंभीर हादसा हो सकता था। एक महिला, जिसका बच्चा इनक्यूबेटर में है, ने कहा, "हम खाना निकाल रहे थे तभी अचानक हवा चली और शेड गिर गया। एंबुलेंस ने बचा लिया, नहीं तो बड़ा हादसा हो सकता था।" इस घटना ने अस्पताल प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जहां रोजाना सैकड़ों लोग आते हैं, वहां ऐसी बुनियादी संरचनाओं की निगरानी क्यों नहीं होती? यह आशंका जताई जा रही है कि शेड के रखरखाव में लापरवाही हुई है। सवाल यह है कि क्या अस्पताल प्रशासन को किसी बड़ी घटना का इंतजार है, ताकि वे इस ओर ध्यान दें? जांच और सुधार की जरूरत है। स्थानीय लोगों ने इस घटना की आधिकारिक जांच और अस्पताल की अन्य कमजोर संरचनाओं के मरम्मत की मांग की है। लोगों का कहना है कि इस तरह की लापरवाही भविष्य में किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है। यह हादसा अस्पताल प्रशासन के लिए एक चेतावनी है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समय पर मरम्मत और निरीक्षण किए जाएं। आखिरकार, अस्पताल जैसी जगहें लोगों की जान बचाने के लिए होती हैं, न कि उन्हें खतरे में डालने के लिए। बाकी यह जांच का विषय है इसकी जांच होनी आवश्यक है
बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमले के खिलाफ भारतीय समाज (बिहार) ने किया प्रदर्शन

जहानाबाद: बांग्लादेश में हिंदू, बौद्ध, जैन और सिख समुदाय पर हो रहे हमलों के विरोध में जहानाबाद के अरवल मोड़ पर राष्ट्रीय भारतीय समाज (बिहार) द्वारा एक जोरदार धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए और बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश सरकार से मांग की कि वह अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करे। इस अवसर पर समाज के प्रमुख नेताओं ने कहा कि ऐसे हमले मानवता के खिलाफ हैं और इन्हें किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आंदोलन में मौजूद लोगों ने सरकार से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को उठाने की भी अपील की। इस दौरान कई नारों और बैनरों के माध्यम से प्रदर्शनकारियों ने अपना रोष प्रकट किया। इस प्रदर्शन के माध्यम से राष्ट्रीय भारतीय समाज ने यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे पर समाज पूरी तरह से एकजुट है और न्याय के लिए आवाज उठाता रहेगा।
पॉलीथिन उपयोग पर कार्रवाई: काको बाजार में 8 दुकानों पर छापेमारी, जुर्माना वसूल

जहानाबाद जिले के काको नगर पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत काको बाजार में पॉलीथिन बैग के अवैध उपयोग के खिलाफ कार्यपालक पदाधिकारी सुश्री प्रेम स्वरूपम के निर्देश पर छापेमारी अभियान चलाया गया। इस दौरान 8 दुकानों को पॉलीथिन बैग का उपयोग करते हुए पाया गया। छापेमारी में पॉलीथिन बैग जब्त किए गए और संबंधित दुकानदारों पर जुर्माना भी लगाया गया।

अभियान के दौरान विनय चौधरी नामक दुकानदार पर ₹500 का जुर्माना लगाया गया, जिसे उन्होंने जमा नहीं किया। प्रशासन ने स्पष्ट किया कि पॉलीथिन के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध है, क्योंकि यह न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है बल्कि इसके जलने से पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान होता है।

सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत जिले में पॉलीथिन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस संबंध में जिला प्रशासन ने सभी दुकानदारों और व्यवसायियों को चेतावनी दी है कि वे इस प्रतिबंध का पालन करें अन्यथा उनके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे।

छापेमारी टीम में उपेंद्र कुमार, अनिल कुमार, जितेंद्र कुमार त्रिवेदी, सुशील कुमार, रंजीत कुमार, सरोज कुमार और विनोद कुमार शामिल थे। अभियान के दौरान बाजार क्षेत्र में पॉलीथिन के दुष्प्रभावों के बारे में भी जागरूकता फैलाई गई।

प्रशासन ने यह भी अपील की है कि सभी नागरिक और व्यापारी पर्यावरण संरक्षण में योगदान दें और वैकल्पिक बैग का उपयोग करें। यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।

जहानाबाद की बेटी प्रियांशी कश्यप बनीं जज, 32वीं बिहार न्यायिक सेवा में पाई सफलता

जहानाबाद शहर की बेटी प्रियांशी कश्यप ने 32वीं बिहार न्यायिक सेवा परीक्षा में सफलता प्राप्त कर अपने जिले का नाम रोशन किया है। मल्लहचक मोहल्ला निवासी प्रियांशी ने यह उपलब्धि अपने पहले ही प्रयास में हासिल की है। उनके पिता, हीरालाल, लोकसभा सचिवालय, दिल्ली में कार्यरत हैं।

कुमारी प्रियांशी कश्यप ने अपनी सफलता का श्रेय ईश्वर की कृपा, माता-पिता, रिश्तेदारों और अपनी कड़ी मेहनत को दिया है। उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और समर्थन के साथ हर सपना साकार हो सकता है।

उनकी इस उपलब्धि पर मोहल्ले में खुशी का माहौल है। जदयू जिला अध्यक्ष दिलीप कुशवाहा और जदयू वरीय नेता संजय सिंह ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि प्रियांशी कश्यप ने न केवल जहानाबाद बल्कि पूरे राज्य की बेटियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर मिसाल पेश की है। उन्होंने यह संदेश दिया कि अगर बेटियों को समान अवसर मिलें, तो वे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहेंगी।

मोहल्ले के गणेश निषाद, बद्री प्रसाद, पिंटू कुमार, शिक्षक राजीव रंजन और गुड्डू निषाद सहित अन्य लोगों ने प्रियांशी को बधाई दी और उनकी सफलता पर गर्व जताया।

यह उपलब्धि न केवल प्रियांशी के परिवार के लिए, बल्कि पूरे जहानाबाद के लिए गर्व का क्षण है। उनकी कहानी इस बात का प्रमाण है कि मेहनत और समर्पण से हर लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

जहानाबाद बरगद के पेड़ के कारण पंचायत सरकार भवन निर्माण कार्य बाधित, ग्रामीणों ने वन विभाग से की कार्रवाई की मांग

जहानाबाद काको प्रखंड के ग्राम पंचायत बढ़ौना में बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजना के तहत पंचायत सरकार भवन निर्माण कार्य बाधित हो गया है। इसके पीछे मुख्य कारण करीब 200 वर्ष पुराना बरगद का पेड़ है, जो निर्माण स्थल पर स्थित है।

ग्रामीणों ने इस मुद्दे को लेकर वन विभाग से लिखित आवेदन देकर पेड़ को हटाने की मांग की है, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। पर्यावरण संरक्षण कानून के तहत वन विभाग की अनुमति के बिना वृक्ष काटना दंडनीय है, जिससे यह मुद्दा और जटिल हो गया है।

बैठक में हुआ सर्वसम्मति से निर्णय
ग्राम सभा की बैठक पंचायत सरकार भवन निर्माण संघर्ष समिति के बैनर तले सरपंच युगेश कुमार के नेतृत्व में आयोजित की गई। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि निर्माण कार्य को आगे बढ़ाने के लिए बाधक बरगद के पेड़ को हटाया जाए। सरपंच ने बताया कि ग्रामीणों के हस्ताक्षरयुक्त आवेदन पहले ही वन विभाग को सौंपा जा चुका है, लेकिन विभाग की निष्क्रियता के कारण कार्य ठप है।

वन विभाग की अड़चन
वन विभाग ने बरगद के पेड़ का मूल्य तीन लाख रुपये निर्धारित किया है, जिससे निर्माण कार्य पर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अखिल भारतीय किसान महासभा के जिला सदस्य बृज नंदन शर्मा ने आरोप लगाया है कि कुछ व्यक्तियों के स्वार्थ के कारण यह कार्य रुका हुआ है। उन्होंने जिला प्रशासन से इस मामले में त्वरित हस्तक्षेप कर निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग की है।

ग्रामीणों का आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत सरकार भवन निर्माण से क्षेत्र के विकास और सुविधाओं में वृद्धि होगी। पेड़ को हटाने के अलावा दूसरा कोई विकल्प न होने के कारण वे वन विभाग की देरी से नाराज हैं।
सरकार की योजना और बाधाएं
बिहार सरकार ने राज्य के सभी पंचायतों में पंचायत सरकार भवन बनाने की योजना शुरू की है ताकि ग्रामीणों को सभी सरकारी सेवाएं एक ही स्थान पर मिल सकें। लेकिन बढ़ौना गांव में बरगद का पेड़ इस महत्वाकांक्षी योजना में बड़ी बाधा बन गया है।

अपील
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों से अपील की है कि इस मुद्दे का शीघ्र समाधान निकालकर पंचायत सरकार भवन निर्माण कार्य शुरू किया जाए।

जहानाबाद: उद्योग विभाग की योजनाओं के लाभुकों को ऋण वितरित, दिसंबर 2024 तक लक्ष्य पूरा करने का निर्देश

जहानाबाद जिला पदाधिकारी-सह-उप विकास आयुक्त  धनंजय कुमार की अध्यक्षता में आज समाहरणालय सभाकक्ष में उद्योग विभाग से संबंधित योजनाओं का ऋण वितरण शिविर एवं समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।

इस कार्यक्रम के दौरान उद्योग विभाग की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत कुल 11 लाभुकों को ऋण स्वीकृति और भुगतान पत्र वितरित किए गए। इनमें प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत 7 लाभुकों को ₹45.17 लाख का ऋण स्वीकृति पत्र और 1 लाभुक को ₹1.80 लाख का ऋण भुगतान पत्र वितरित किया गया।

प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज (PMFME) योजना के अंतर्गत 1 लाभुक को ₹5.94 लाख का ऋण स्वीकृति पत्र दिया गया। इसके अलावा, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत 2 लाभुकों को ₹2 लाख का भुगतान पत्र प्रदान किया गया।

बैठक के दौरान जिले में चल रही विभागीय योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की गई। जिला पदाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि दिसंबर 2024 तक सभी निर्धारित लक्ष्यों को पूरा किया जाए। साथ ही, जिले के बैंकों को सीडी रेशियो (CD Ratio) को मौजूदा 42% से बढ़ाकर 45% से अधिक करने का निर्देश दिया गया।

इस अवसर पर बैंकों के समन्वयक, अग्रणी बैंक प्रबंधक, परियोजना प्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी, उद्योग विस्तार पदाधिकारी, जिला संसाधन सेवी, और लाभुक उपस्थित रहे।

जिला प्रशासन ने योजनाओं के सफल क्रियान्वयन और जिले के आर्थिक विकास में बैंकों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

जहानाबाद: राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जागरूकता और गोष्ठी का आयोजन

जहानाबाद। राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला और प्रखंड स्तर पर जागरूकता अभियान और गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनता और कर्मियों को प्रदूषण के दुष्प्रभाव और उससे बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करना था। इस अवसर पर जीएनएम स्कूल के छात्राओं ने रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया।

प्रदूषण का स्वास्थ्य पर असर
गोष्ठी के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदूषण के कारण चक्कर आना, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द और आंखों में जलन जैसे लक्षण आमतौर पर दिखाई देते हैं। पांच साल से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, ट्रैफिक पुलिस, सफाई कर्मी और श्वसन व हृदय रोग के मरीजों पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ता है।

बचाव के उपाय
विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदूषण से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए:

धुआं रहित ईंधन का उपयोग करें।

पटाखे, कूड़ा और पत्तियां जलाने से बचें।

धूम्रपान से दूर रहें।

सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें।

कूड़ादान का प्रयोग करें और बायोमेडिकल कचरे का सही तरीके से निस्तारण करें।

ज्यादा प्रदूषित स्थानों पर जाने से परहेज करें।

अधिक से अधिक पेड़ लगाएं।


ट्रैफिक पुलिस के लिए विशेष जागरूकता
यातायात थाना, जहानाबाद में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट आलोक कुमार ने उन्हें प्रदूषण के प्रभाव, लक्षण, बचाव और नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व के बारे में जानकारी दी।

रैली का आयोजन
जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित जागरूकता रैली को सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली ने पूरे शहर में प्रदूषण के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया।

उपस्थित पदाधिकारी और कर्मी
कार्यक्रम में गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी, जीएनएम स्कूल के प्रधानाध्यापक, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में प्रदूषण के खतरों को लेकर जागरूकता बढ़ाना और स्वस्थ जीवन के प्रति प्रेरित करना था।

अपनी मांगो को लेकर तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर गया फुड एंड एलाइड वर्कर्स

जहानाबाद : फुड एंड एलाइड वर्कर्स यूनियन (इंटक) के बैनर तले श्रमिकों ने अपनी मांगों को लेकर 1 दिसंबर से 3 दिसंबर तक तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल की। यूनियन के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश सिंह ने बताया कि यह हड़ताल श्रमिकों के हक और उनकी जायज मांगों को लेकर की जा रही है। मांगें और मुख्य मुद्दे यूनियन ने श्रम संसाधन विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के तहत प्रति बोरी ₹11.64 की दर को तत्काल लागू करने की मांग की है। इसके साथ ही, राज्य खाद्य निगम (SFC) द्वारा प्रति बोरी ₹0.55 की कटौती को वापस लेने की अपील की गई है। चन्द्र प्रकाश सिंह ने कहा, "हमारी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिल रहा है। श्रम विभाग की अधिसूचना को लागू करना हमारी जायज मांग है। यदि हमारी मांगें पूरी नहीं की जातीं, तो हम आगे आंदोलन को तेज करेंगे।" *आंदोलन का असर* तीन दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के कारण खाद्य वितरण और अनाज के भंडारण कार्यों पर हल्का असर पड़ा। यूनियन ने सरकार और संबंधित विभागों से तुरंत हस्तक्षेप करने की अपील की है ताकि श्रमिकों की समस्याओं का समाधान हो सके। हड़ताल समाप्त होने के बाद यूनियन ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया गया, तो भविष्य में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।

जहानाबाद से बरुण कुमार
मखदुमपुर स्टेशन पर ट्रेन की चपेट में आने से कांग्रेस काको प्रखंड के अध्यक्ष रामचंद्र साहू की मौत

जहानाबाद : जिले के मखदुमपुर रेलवे स्टेशन पर एक दर्दनाक हादसे में कांग्रेस पार्टी के काको प्रखंड अध्यक्ष रामचंद्र साहू उर्फ सोनी की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, रामचंद्र साहू ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों में शोक की लहर दौड़ गई। जहानाबाद जिले के कांग्रेस अध्यक्ष गोपाल शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि रामचंद्र साहू पार्टी के एक सक्रिय और समर्पित नेता थे। उन्होंने इस घटना को पार्टी के लिए एक बड़ी क्षति बताया और मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। घटना की विस्तृत जानकारी देते हुए गोपाल शर्मा ने कहा कि रामचंद्र साहू काको प्रखंड के एक सम्मानित नेता थे और पार्टी के संगठनात्मक कार्यों में हमेशा अग्रणी भूमिका निभाते थे। उन्होंने प्रशासन से घटना की जांच की मांग की है। स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, और परिजनों को सूचना दे दी गई है। इस हादसे से पूरे क्षेत्र में शोक का माहौल है।

जहानाबाद से बरुण कुमार