जहानाबाद: राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जागरूकता और गोष्ठी का आयोजन
जहानाबाद। राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला और प्रखंड स्तर पर जागरूकता अभियान और गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य आम जनता और कर्मियों को प्रदूषण के दुष्प्रभाव और उससे बचाव के उपायों के प्रति जागरूक करना था। इस अवसर पर जीएनएम स्कूल के छात्राओं ने रैली निकालकर लोगों को जागरूक किया।
प्रदूषण का स्वास्थ्य पर असर
गोष्ठी के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदूषण के कारण चक्कर आना, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, छाती में दर्द और आंखों में जलन जैसे लक्षण आमतौर पर दिखाई देते हैं। पांच साल से छोटे बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, ट्रैफिक पुलिस, सफाई कर्मी और श्वसन व हृदय रोग के मरीजों पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ता है।
बचाव के उपाय
विशेषज्ञों ने बताया कि प्रदूषण से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाने चाहिए:
धुआं रहित ईंधन का उपयोग करें।
पटाखे, कूड़ा और पत्तियां जलाने से बचें।
धूम्रपान से दूर रहें।
सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें।
कूड़ादान का प्रयोग करें और बायोमेडिकल कचरे का सही तरीके से निस्तारण करें।
ज्यादा प्रदूषित स्थानों पर जाने से परहेज करें।
अधिक से अधिक पेड़ लगाएं।
ट्रैफिक पुलिस के लिए विशेष जागरूकता
यातायात थाना, जहानाबाद में ट्रैफिक पुलिस कर्मियों और पदाधिकारियों के लिए विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट आलोक कुमार ने उन्हें प्रदूषण के प्रभाव, लक्षण, बचाव और नियमित स्वास्थ्य जांच के महत्व के बारे में जानकारी दी।
रैली का आयोजन
जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राओं द्वारा आयोजित जागरूकता रैली को सिविल सर्जन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। रैली ने पूरे शहर में प्रदूषण के प्रति जागरूकता फैलाने का कार्य किया।
उपस्थित पदाधिकारी और कर्मी
कार्यक्रम में गैर संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी, जीएनएम स्कूल के प्रधानाध्यापक, जिला एपिडेमियोलॉजिस्ट और अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज में प्रदूषण के खतरों को लेकर जागरूकता बढ़ाना और स्वस्थ जीवन के प्रति प्रेरित करना था।
Dec 05 2024, 11:57