महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस की वापसी: बाबा महाकाल के पुजारी को आमंत्रित किया गया, शपथ ग्रहण समारोह में होंगे शामिल

मुंबई के आजाद मैदान में मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोर-शोर से की जा रही हैं. देवेंद्र फडणवीस को विधायक दल का नेता चुना गया है. वहीं, विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल के पुजारी पंडित आशीष शर्मा को देवेंद्र फडणवीस ने फोन करके इस शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है. पंडित आशीष शर्मा को मुंबई आमंत्रित करने के साथ ही उनके आने-जाने के लिए फ्लाइट की टिकट, एयरपोर्ट से आयोजन स्थल तक पहुंचने के लिए गाड़ी और ठहरने के लिए उचित व्यवस्था की गई है.

पंडित आशीष शर्मा ने बताया कि देवेंद्र फडणवीस बाबा महाकाल के अनन्य भक्त हैं और वे बाबा महाकाल के दरबार आते रहते हैं. बाबा महाकाल की कृपा ही कहें, जब वे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने थे, तब उन्होंने सबसे पहले बाबा महाकाल के गर्भग्रह में पहुंचकर पूजन और अभिषेक किया और उनका आशीर्वाद लेकर इस कृपा के लिए बाबा महाकाल का धन्यवाद किया था.

क्या-क्या लेकर जाएंगे?

पंडित आशीष शर्मा शपथ ग्रहण समारोह में महाराष्ट्र के होने वाले मुख्यमंत्री के लिए बाबा महाकाल को प्रतिदिन चढ़ने वाली भस्म, रुद्रक्ष की माला, लड्डू प्रसाद और आशीर्वाद के स्वरूप में अन्य सामग्री लेकर आज शाम फ्लाइट से मुंबई के लिए रवाना होंगे.

विधायक दल की बैठक के बाद हुई घोषणा

आज बीजेपी विधायक दल की बैठक में देवेंद्र फडणवीस के नाम का चयन किया गया. चयन होने के बाद वे राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा, इस पर संदेह खत्म हो चुका है. देवेंद्र फडणवीस ने महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित आशीष शर्मा को शपथ ग्रहण समारोह के लिए आमंत्रित कर यह संकेत पहले ही दे दिया था कि इस बार भी फडणवीस पर बाबा महाकाल की कृपा बनी हुई है.

देवेंद्र फडणवीस एक ऐसे व्यक्ति हैं जो समय-समय पर बाबा महाकाल के दर्शन के लिए उज्जैन जाते रहे हैं. जब वे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री थे, तब भी उनकी प्रभु भक्ति में कोई कमी नहीं आई. उन्होंने कुछ महीने पहले भी बाबा महाकाल का पूजन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया था. देवेंद्र फडणवीस के महाकाल मंदिर के पुजारी को मिले इस आमंत्रण से यह स्पष्ट था कि इस बार भी फडणवीस पर बाबा महाकाल की कृपा बनी हुई है.

दिल्ली विधानसभा चुनाव: बीजेपी की बड़ी रणनीति, अरविंद केजरीवाल के खिलाफ प्रवेश वर्मा को उतारने की तैयारी

दिल्ली में अगले कुछ महीनों में ही विधानसभा चुनाव होने हैं, इसके लिए आम आदमी पार्टी और बीजेपी ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. विधानसभा चुनाव में बीजेपी पूर्व सीएम केजरीवाल के खिलाफ बड़ी रणनीति तैयार कर रही है. सूत्रों के अनुसार नई दिल्ली सीट से पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा को विधानसभा चुनाव के मैदान में उतार सकती है.

जानकारी के मुताबिक, संसद सत्र के बाद बीजेपी दिल्ली में अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करेगी. वहीं सूत्रों का ये भी कहना है कि आम आदमीं पार्टी के कुछ विधायक और पार्षद बीजेपी के संपर्क में हैं यानी आने वाले दिनों में दिल्ली में बड़ी सियासी लड़ाई देखने को मिल सकती है.

कई बड़े चेहरों को मैदान में उतारने की तैयारी

इसके अलावा खबर है कि बीजेपी के कई बड़े चेहरे भी विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं. सूत्रों के मुताबिक दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, कस्तूरबा गांधी नगर या विश्वास नगर से टिकट चाहते हैं. कैलाश गहलोत, बिजवासन से चुनाव लड़ने के इच्छा जता रहे हैं जबकि बीजेपी उन्हें नजफगढ़ सीट से ही चुनाव लड़ाने के पक्ष में है. रमेश बिधूड़ी कालका सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं पर पार्टी उनको तुगलकाबाद से चुनाव लड़ाने पर विचार कर रही है.

लेखी और हर्षवर्धन भी लड़ना चाहते हैं विधानसभा चुनाव

सूत्रों के अनुसार, पूर्व सांसद मीनाक्षी लेखी ग्रेटर कैलाश से चुनाव लड़ना चाहती हैं,पूर्व सीएम मदनलाल खुराना के बेटे हरीश खुराना मोतीनगर सीट से टिकट की रेस में शामिल हैं औरदिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष सतीश उपाध्याय मालवीयनगर से चुनाव लड़ना चाहते हैं. यही नहींमनजिंदर सिंह सिरसा राजौरी गार्डन सीट से टिकट मांग रहे हैं तो वहींओम प्रकाश शर्मा को बीजेपी वर्तमान सिटिंग सीट विश्वासनगर से ही उतार सकती है. इसके अलावाविजय गोयल और डॉ हर्षवर्धन भी विधानसभा का चुनाव लड़ना चाहते हैं लेकिन सूत्रों के अनुसार बीजेपी ने फिलहान इन नेताओं को लेकर मन नहीं बनाया है.

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त योजना: 2027 तक 1 करोड़ घरों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का लक्ष्य, जानें कैसे उठाएं लाभ

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त योजना के जरिए सरकार कार्बन रहित बिजली से घरों को रोशन करना चाहती है, इसके लिए सरकार ने 2027 तक 1 करोड़ घरों में प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त योजना का लाभ पहुंचाने की योजना बनाई है.

3 दिसंबर को संसद में जानकारी देते हुए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा और बिजली राज्य मंत्री श्रीपद नाइक ने बताया कि सरकार के पास कुल 1.45 पंजीकरण हो चुके हैं, जिसमें से 6.34 लाख घरों में इंस्टॉलेशन पूरा किया जा चुका है.

1 करोड़ रूफटॉप पर कितना होगा खर्च?

प्रधानमंत्री सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना में वित्त वर्ष 27 तक 75,021 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे 1 करोड़ रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन किए जाएंगे. केंद्रीय मंत्री श्रीपद नाइक ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा कि राष्ट्रीय पोर्टल पर कुल 1.45 करोड़ पंजीकरण, 26.38 लाख आवेदन और 6.34 लाख रूफटॉप सोलर इंस्टॉलेशन की सूचना दी गई है. वहीं उन्होंने बताया कि 3.66 लाख आवेदकों को सब्सिडी जारी की गई है और यह 15-21 दिनों के भीतर नियमित रूप से जारी की जा रही है.

गुजरात में सबसे ज्यादा सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, गुजरात में इस योजना के तहत सबसे अधिक 2,86,545 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं, जिसके बाद महाराष्ट्र में 1,26,344 और उत्तर प्रदेश में 53,423 सौर ऊर्जा संयंत्र लगाए गए हैं. नाइक ने कहा कि मंत्रालय इस योजना के सफल क्रियान्वयन में आने वाली किसी भी चुनौती का समाधान करने के लिए आरईसी, डिस्कॉम और विक्रेताओं जैसे सभी हितधारकों के साथ समन्वय कर रहा है.

कैसे कर सकते हैं अप्लाई?

सबसे पहले पोर्टल में रजिस्ट्रेशन करें. उसके बाद अपना स्टेट चुनें. इलेक्ट्रीसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी को सेलेक्ट करें.

उसके बाद इलेक्ट्रीसिटी कंज्यूमर नंबर डालें. अपना मोबाइल नंबर और ईमेल डालें. पोर्टल में दिए गए डायरेक्शन का पाजने करें.

कंज्यूमर नंबर और मोबाइल नंबर के साथ लॉगिन करें. फॉर्म के अनुसार रूफटॉप सोलर के लिए आवेदन करें.

डिस्कॉम से फिजिबिलिटी अप्रूवल का वेट करें. एक बार जब आपको फिजिबिलिटी अप्रूवल मिल जाए तो अपने डिस्कॉम में किसी भी रजिस्टर्ड वेंडर से प्लांट लगवाए.

एक बार इंस्टॉलेशन पूरा हो जाने पर, प्लांट की डिटेल डिपॉजिट करें और नेट मीटर के लिए आवेदन करें.

नेट मीटर की इंस्टॉलेशन और डिस्कॉम द्वारा इंस्पेक्शन के बाद, वे पोर्टल से कमीशनिंग सर्टिफिकेट तैयार करेंगे.

एक बार जब आपको कमीशनिंग रिपोर्ट मिल जाएगी. पोर्टल के माध्यम से बैंक अकाउंट की डिटेल और एक कैंसल चेक

डिपॉजिट करें.

आपको 30 दिनों के भीतर आपके बैंक अकाउंट में आपकी सब्सिडी प्राप्त हो जाएगी.

मौत के 19 दिन बाद घर पहुंचा हर्षिता का शव, लंदन में पति की कार में मिली थी बॉडी

14 नवंबर को दिल्ली की रहने वाली 24 वर्षीय हर्षिता ब्रेला का लंदन के ब्रिसबेन रोड पर अपने पति की कार की डिक्की में शव मिला. 15 नवंबर को लीसेस्टर रॉयल इन्फर्मरी में पोस्टमार्टम के लिए शव को भेजा गया, जिसकी रिपोर्ट में सामने आया कि हर्षिता की मौत गला घोंटने की वजह से हुई है. मामले की जांच कर रही नॉर्थम्पटनशायर पुलिस ने उसके पति पंकज लांबा को मुख्य संदिग्ध बताया. तब से लेकर अब तक परिवार अपनी बेटी के शव का इंतजार कर रहा था. अब हर्षिता का शव 19 दिन बाद उसके घर पहुंचा.

हर्षिता की मौत 14 नवंबर को विदेश में हुई थी, लेकिन उसके परिवार वाले चाहते थे कि उसका अंतिम संस्कार भारत में किया जाए. इसलिए उन्होंने लंदन में रहने वाले अपने रिश्तेदारों की मदद से बेटी के शव को लंदन से मंगाया. हर्षिता का शव शनिवार को 30 नवंबर को भारत लाया गया और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के शवगृह में रखा गया था. इसके बाद शव उसके घर मंगलवार, 3 दिसंबर को पूरे 19 दिन बाद पहुंचा. दिल्ली की हर्षिता का शव जब मंगलवार को पालम कॉलोनी के साध नगर में पहुंचा तो उसे देखते ही हर्षिता की मां फूट-फूटकर रोने लगीं. हर्षिता की बड़ी बहन ने छोटी बहन का शव देखकर रोते हुए कहा कि वह बहुत मासूम और बच्चों जैसी थी, वह किसी से लड़ाई नहीं करती थी.

अप्रैल में शादी करके गई थी लंदन

दरअसल हर्षिता और पंकज ने पिछले साल अगस्त में कोर्ट मैरिज की थी. इसके बाद हर्षिता का पति अक्टूबर में यूके चला गया और वह भारत में रही. इस बीच हर्षिता का वीजा बनवाया गया. फिर पंकज वापस आया और दोनों ने इस साल 22 मार्च को नई दिल्ली में शादी की. इसके बाद 30 अप्रैल को वो दोनों लंदन के लिए रवाना हो गए. हर्षिता के परिवार ने बताया कि इसके तुरंत बाद से ही परेशानियां शुरू हो गई थीं.

पति पर घरेलू हिंसा की शिकायत

मृतका के परिवार के मुताबिक अगस्त में हर्षिता ने अपने पति के खिलाफ घरेलू हिंसा की शिकायत दर्ज कराई थी. परिवार ने कहा कि उन्हें बाद में यह भी पता चला कि बेटी के पति यानी पंकज ने अपनी नौकरी के बारे में झूठ बोला था. इसलिए जब बेटी की मौत की खबर सामने आई तो उन्हें बेटी के ससुराल वालों पर शक हुआ था. मृतका की बहन ने कहा कि विवाहित महिला का अंतिम संस्कार उसके ससुराल में ही किया जाता है, लेकिन वो एक बार भी यहां नहीं आए. उन्होंने हमसे कोई कॉन्टेक्ट भी नहीं किया. अगर वो निर्दोष हैं और उन्होंने कुछ नहीं किया है, तो उन्हें किस बात का डर है?

मृतका के पिता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत की पुलिस उनकी मदद करेगी. उन्होंने बताया कि बेटी के ससुराल वालों ने उनसे बहुत ज़्यादा दहेज लिया. उन्होंने कहा, “मैंने पालम पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत दी है. मुझे यह भी उम्मीद है कि यूके के अधिकारी और पुलिस उसे (पंकज) जल्दी से जल्दी पकड़ लेंगे”

एंटी करप्शन टीम की बड़ी कार्रवाई: जूनियर इंजीनियर को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, बिजली कनेक्शन के लिए मांगी थी 60 हजार की रिश्वत

उत्तर प्रदेश के एटा में एंटी करप्शन टीम ने विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर को 30 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी जेई ने बिजली के कनेक्शन करने के लिए उपभोक्ता से 60 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. पीड़ित उपभोक्ता ने रिश्वत के 10 हजार रुपये पहले दे दिए थे. बाद में उसने 30 हजार रुपये दिए. जेई की रिश्वत मांगे जाने की शिकायत उसने अलीगढ़ एंटी करप्शन टीम को मिली. छापे के दौरान टीम को जेई के आवास से रिश्वत की रकम भी बरामद हुई है.

मामला एटा जिले की अलीगंज थाना क्षेत्र का है. अलीगंज उपखंड विद्युत विभाग में अर्जुन सिंह जेई के पद पर तैनात हैं. उसके खिलाफ अलीगढ़ एंटी करप्शन टीम को रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मिली थी. एंटी करप्शन टीम के प्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि जूनियर इंजीनियर को 30 हजार रुपये के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी जेई मथुरा जिले के थाना माटी क्षेत्र के गांव नवीपुर का रहने वाला है.

बिजली कनेक्शन के लिए मांगी 60 हजार की रिश्वत

एंटी करप्शन टीम ने आरोपी जेई के खिलाफ अलीगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है. टीम प्रभारी देवेंद्र कुमार के मुताबिक, अलीगंज थाना क्षेत्र के मौहल्ला काजी निवासी आबिद अली ने विद्युत विभाग को 5 किलो वाट के बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था. उसने जेई अर्जुन से कनेक्शन के लिए कहा टघा. आरोप है कि जेई ने उससे कनेक्शन के लिए 60 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. आबिद ने 10 हजार रुपये इसके लिए पहले ही दे दिए थे. उसके बाद उसे अगली रकम देनी थी.

रिश्वत लेते पकड़ा जेई

पीड़ित आबिद ने इसकी शिकायत अलीगढ़ एंटी करप्शन टीम से की थी. देवेंद्र कुमार ने बताया कि आबिद द्वारा आरोपी जेई को रिश्वत के 30 हजार रुपये और देने थे. इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम को पहले ही दी जा चुकी थी. जब आबिद ने 30 हजार रुपये जेई को दिए तब एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया. टीम आरोपी को थाने ले गई. मंगलवार की देर रात आरोपी जेई के खिलाफ अलीगंज थाने में शिकायत दी गई. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. एंटी करप्शन की टीम आरोपी जेई को मेरठ ले गई.

उत्तर प्रदेश के एटा में एंटी करप्शन टीम ने विद्युत विभाग के जूनियर इंजीनियर को 30 हजार रुपये की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया है. आरोपी जेई ने बिजली के कनेक्शन करने के लिए उपभोक्ता से 60 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. पीड़ित उपभोक्ता ने रिश्वत के 10 हजार रुपये पहले दे दिए थे. बाद में उसने 30 हजार रुपये दिए. जेई की रिश्वत मांगे जाने की शिकायत उसने अलीगढ़ एंटी करप्शन टीम को मिली. छापे के दौरान टीम को जेई के आवास से रिश्वत की रकम भी बरामद हुई है.

मामला एटा जिले की अलीगंज थाना क्षेत्र का है. अलीगंज उपखंड विद्युत विभाग में अर्जुन सिंह जेई के पद पर तैनात हैं. उसके खिलाफ अलीगढ़ एंटी करप्शन टीम को रिश्वत मांगे जाने की शिकायत मिली थी. एंटी करप्शन टीम के प्रभारी देवेंद्र कुमार ने बताया कि जूनियर इंजीनियर को 30 हजार रुपये के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. आरोपी जेई मथुरा जिले के थाना माटी क्षेत्र के गांव नवीपुर का रहने वाला है.

बिजली कनेक्शन के लिए मांगी 60 हजार की रिश्वत

एंटी करप्शन टीम ने आरोपी जेई के खिलाफ अलीगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है. टीम प्रभारी देवेंद्र कुमार के मुताबिक, अलीगंज थाना क्षेत्र के मौहल्ला काजी निवासी आबिद अली ने विद्युत विभाग को 5 किलो वाट के बिजली कनेक्शन के लिए आवेदन दिया था. उसने जेई अर्जुन से कनेक्शन के लिए कहा टघा. आरोप है कि जेई ने उससे कनेक्शन के लिए 60 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी. आबिद ने 10 हजार रुपये इसके लिए पहले ही दे दिए थे. उसके बाद उसे अगली रकम देनी थी.

रिश्वत लेते पकड़ा जेई

पीड़ित आबिद ने इसकी शिकायत अलीगढ़ एंटी करप्शन टीम से की थी. देवेंद्र कुमार ने बताया कि आबिद द्वारा आरोपी जेई को रिश्वत के 30 हजार रुपये और देने थे. इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम को पहले ही दी जा चुकी थी. जब आबिद ने 30 हजार रुपये जेई को दिए तब एंटी करप्शन टीम ने उसे रंगे हाथ दबोच लिया. टीम आरोपी को थाने ले गई. मंगलवार की देर रात आरोपी जेई के खिलाफ अलीगंज थाने में शिकायत दी गई. पुलिस मामले की जांच में जुट गई है. एंटी करप्शन की टीम आरोपी जेई को मेरठ ले गई.

दिल्ली के नेब सराय इलाके में ट्रिपल मर्डर: एक ही परिवार के तीन लोगों की चाकू से गोदकर हत्या

दिल्ली के नेब सराय इलाके में ट्रिपल मर्डर से सनसनी फैल गई. एक ही परिवार के तीन लोगों की चाकू से गोदकर हत्या की गई है. घर में मां-बाप और बेटी का शव बरामद हुआ है. जिस वक्त हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया उस दौरान बेटा मॉर्निंग वॉक पर गया था, जब वापस आया तो देखा कि तीनों की हत्या हो चुकी थी. जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई है. घटना की जांच की जा रही है.

पुलिस बेटे से पूछताछ कर रही है. उसका कहना है कि वह सुबह टहलने के लिए गया था. घर पर पिता राजेश, मां कोमल और बहन कविता थी. जब वह वापस आया तो घर में तीनों के खून से लथपथ शव मिले. तीनों की चाकू से घोंपकर हत्या की गई है. राजेश मूल रूप से हरियाणा के रहने वाले थे. कई साल पहले वह दिल्ली आ गए थे और नेब सराय इलाके के देवली गांव में रह रहे थे. पुलिस आसपास के लोगों से जानकारी जुटा रही है.

आज ही थी मैरिज एनिवर्सरी

परिवार में बचे बेटे ने बताया कि 4 दिसंबर को उनके माता-पिता की मैरिज एनिवर्सरी थी. उसने बताया कि वह बुधवार की सुबह करीब 5 बजे उठकर घर से बाहर टहलने निकला था. जब वह 7 बजे करीब वापस आया तो तीनों की हत्या हो चुकी थी. उसने जब घर में मां-बाप और बहन के शव देखे तो उसकी चीख निकल गई. आसपास के लोगों की भीड़ में मौके पर जुट गई. तीनों लोगों की गर्दन पर चाकू से हमला कर उनकी हत्या की गई है.

राजस्थान के चूरू में भीषण सड़क हादसा, सफारी गाड़ी और कैंटर की टक्कर में 5 की मौत, 2 घायल

राजस्थान के चूरू के सरदारशहर में मंगलवार, 3 दिसंबर की रात करीब ढाई बजे बड़ा सड़क हादसा हो गया, जहां हनुमानगढ़ मेगा हाईवे पर सफारी गाड़ी और कैंटर में जोरदार टक्कर हो गई. दोनों में आमने-सामने से हुई टक्कर इतनी तेज थी कि सफारी गाड़ी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. इस दर्दनाक हादसे में पांच लोगों की मौत हो गई. वहीं दो लोग हादसे में गंभीर रूप से घायल हो गए.

दरअसल सफारी गाड़ी सरदारशहर से हनुमानगढ़ की ओर जा रही थी और कैंटर हनुमानगढ़ की ओर से ही आ रहा था. इसी बीच दोनों की जोरदार भिड़ंत हो गई. एक्सीडेंट के बाद स्थानीय लोगों की मदद से कार में फंसे लोगों को दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला गया. सूचना मिलने पर सरदारशहर थाना पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई थी.

पांच लोगों की मौत

सभी घायलों को कार से निकालने के बाद उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां पांच लोगों को मृत घोषित कर दिया गया और दो की हालत नाजुक बनी हुई है. हादसे में मरने वाले पांचों शख्स कार में सवार थे, जबकि कैंटर वाले दोनों लोग घायल हैं. मृतकों में राणासर बीकानेर निवासी कमलेश पुत्र भंवरलाल भार्गव, राजासर बीकानेर निवासी पवन पुत्र रतनलाल भार्गव, सीकर के रहने वाले धनराज, राकेश पुत्र लालाराम भार्गव, डूंगरपुर के रीड़ी निवासी नंदलाल पुत्र किशनलाल भार्गव के नाम शामिल हैं.

दो की हालत नाजुक

चार शवों को राजकीय अस्पताल में मॉर्च्युरी में रखा गया है, वहीं एक शव को बीकानेर की पीबीएम अस्पताल की मॉर्च्युरी में रखा गया है. थाना अधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि आमने-सामने से आ रही सफारी गाड़ी और कैंटर की टक्कर से हादसा हुआ. जानकारी मिलने के बाद DSP रामेश्वर लाल भी मौके पर पहुंचे. वहीं कैंटर में सवार रतनगढ़ निवासी किशोर सिंह राजपूत और रामलाल पुत्र गिरधारी लाल भार्गव की हालत नाजुक है, जिन्हें हायर सेंटर बीकानेर में रेफर कर दिया गया है.

राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को संभल जाने से रोका गया, प्रशासन ने एंट्री की इजाजत नहीं दी

कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और प्रियंका गांधी आज संभल जाएंगे, लेकिन प्रशासन ने एंट्री की इजाजत नहीं है. इस बीच राहुल और प्रियंका को रोकने के लिए प्रशासन ने बड़े स्तर पर तैयारी की है. संभल के जिला अधिकारी ने पड़ोसी जिलों के जिलाधिकारियों को चिट्ठी लिखकर गुहार लगाई है कि राहुल गांधी को सीमा पर रोका जाए. वहीं, दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पर भीषण जाम लग गया है.

पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड की वजह से गाजीपुर बॉर्डर पर ट्रैफिक जाम हुआ है. साथ ही साथ भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है. प्रशासन ने संभल के आसपास के चार जिलों, बुलंदशहर, अमरोहा, गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर को अलर्ट पर रखा है. वहां के अधिकारियों को राहुल गांधी और उनके साथ आने वाले नेताओं को अपने-अपने जिलों की सीमाओं पर रोकने को कहा है. संभल के एसपी केके बिश्नोई ने भी राहुल गांधी से अपील की है कि वो अपना संभल दौरा टाल दें.

राहुल गांधी के साथ जाएंगे ये कांग्रेस नेता

वहीं, कांग्रेस के नेता और सांसद सुबह 9 बजे के आसपास पार्टी दफ्तर में इकट्ठा होंगे. इसके बाद यहीं राहुल और प्रियंका भी आ सकते है, जिसके बाद सम्भल के लिए निकलेंगे. वे गाजीपुर के रास्ते 12.30 से डेढ़ के बीच सम्भल पहुंचेंगे. कांग्रेस राहुल गांधी रोके जाने पर प्रशासन से 5 लोगों के साथ या उससे भी कम लोगों के साथ संभल जाने देने की मांग करेगी. संभल प्रशासन ने 10 दिसंबर तक बाहरी शख्स की एंट्री पर रोक लगा रखी है. यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का कहना है कि सुबह 10 बजे प्रतिनिधिमंडल रवाना होगा. इस प्रतिनिधिमंडल में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, प्रभारी अविनाश पांडे, मैं और यूपी के हमारे सांसद, हम सभी संभल जाएंगे.

कांग्रेस नेता अजय कुमार लल्लू ने कहा, ‘सरकार हमें क्यों रोक रही है? वह क्या छिपाने की कोशिश कर रही है, उसे किससे डर है? विपक्ष के नेता होने के नाते उन्हें यह देखने का अधिकार है कि देश में क्या चल रहा है. संभल में जो घटना हुई, वह बेहद निंदनीय है. लोग मारे गए हैं. कौन जिम्मेदार है? अगर विपक्ष के नेता घटनास्थल पर नहीं जाएंगे, तो वे संसद में इस मुद्दे को कैसे रखेंगे? हम संभल के हालात देखना चाहते हैं, लेकिन सरकार हमें क्यों रोक रही है? क्या यह तानाशाही नहीं है? राहुल गांधी निश्चित रूप से संभल जाएंगे और पीड़ित परिवारों से मिलेंगे और उनकी आवाज उठाएंगे.’

राहुल गांधी पर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप

कांग्रेस राहुल गांधी को संभल जाने से रोकने के पीछे कुछ और वजह बता रही है. बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने राहुल गांधी पर गैरजिम्मेदाराना रवैया अपनाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि राहुल गांधी को फिलहाल संभल जाने से बचना चाहिए.

संभल हिंसा में पाकिस्तान कनेक्शन

इधर, संभल हिसा में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. हिंसा के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका में बने कारतूसों के इस्तेमाल की बात सामने आई है. संभल हिंसा में पाकिस्तानी कनेक्शन सामने आया है. फॉरेंसिक टीम को संभल से जो खोखा और मिसफायर कारतूस मिले हैं. उनमें से कुछ पाकिस्तान में बने हैं.

फॉरेंसिक टीम को नालियों से 5 खोखा और 2 मिस फायर कारतूस मिले हैं. ये खोखे पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में बने हैं. सर्च ऑपरेशन में अफसरों की टीम को मौके से पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के 9MM के 2 मिस फायर और 1 खोखा बरामद हुआ है. इसके अलावा 12 बोर के 2 खोखे और 32 बोर के 2 खोखे बरामद हुए हैं. पुलिस की टीम अभी सर्च ऑपरेशन कर रही है, लेकिन फॉरेंसिक टीम को हिंसा स्थल पर पाकिस्तान ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कारतूस के खोखे मिले हैं. ये खुलासा हिंसा में विदेशी हथियारों के उपयोग और बड़ी साजिश की ओर इशारा करता है.

Google storage बढ़ाने का आसान तरीका, जानें कैसे करें

कई लोग फोन में स्टोरेज की परेशानी आते ही फोन बदलने या स्टोरेज खरीदने का फैसला ले लेते हैं. लेकिन स्टोरेज के वजह से फोन बदलने का फैसला गलत है, स्टोरेज खरीदने से पहले आपको अपने फोन कुछ सेटिंग करनी चाहिए. इससे आपके फोन में काफी स्पेस क्रिएट हो सकता है और आपको नई फोटो-वीडियो के लिए जगह मिल जाती है. इसके लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना है बस अपने फोन में बिना जरूरत की डेटा डिलीट करना है, गूगल ड्राइव में स्टोरेज क्लीन करना है.

ऐसे होगा स्टोरेज खाली

इसके लिए सबसे पहले अपने फोन में क्रोम पर जाएं, इसके बाद सर्चबार में photos.Google.com लिख कर सर्च करें.

यहां पर आपका गूगल ड्राइव अकाउंट ओपन हो जाएगा. आप अपना अकाउंट लॉगइन भी कर सकते हैं और पहले से लॉगइन है तो नीचे स्क्रॉल करें.

नीचे स्क्रॉल करने के बाद आपको स्टोरेज का ऑप्शन शो होगा. स्टोरेज के ऑप्शन पर क्लिक करेंगे तो रिकवर स्टोरेज का ऑप्शन शो होगा.

इस पर क्लिक करें और लर्न मोर पर टैप करें, इसके बाद नई स्लाइड खुल जाएगी, यहां पर आपको आई अंडरस्टैंड वाले मैसेज पर टिक करना है और कंप्रेस एग्जिस्टिंग फोटोज एंड वीडियो पर क्लिक करें.

ये करते ही आपके फोन में मौजूद सभी फोटो-वीडियो कंप्रेस हो जाएंगी और कम स्पेस लेंगी.

सेक्शन में जाएं

एंड्रॉइड यूजर हैं तो आपको इसमें Free Up Space का फीचर ऑप्शन मिलता है. जब फोन का स्टोरेज फुल हो जाता है तो सबसे पहले आपको फ्री अप स्पेस में जाकर स्टोरेज क्रिएट करना चाहिए. यहां पर आपको अनयूज्ड ऐप्स शो हो जाएंगे जिन्हें आप यूज नहीं करते हैं केवल फोन का स्टोरेज घेर रहे हैं उन्हें डिलीट करें.

स्टोरेज क्लीन करें

अपने फोन की सेटिंग में जाएं और स्टोरेज खोलें, यहां अलग-अलग कैटेगरी में शो हो रही अनवांटेड फाइल्स, गाने, वीडियो को डिलीट कर दें. जिन वीडियो को सोशल मीडिया पर डाल देते हैं तो उन्हें अपने फोन से हटा स्कते हैं, सोशल मीडिया पर वो हमेशा सेव रहती ही हैं.

इसके अलावा डुप्लीकेट फाइल्स चेक करें और उन्हें भी डिलीट कर दें. एक बार अपने डिलीटेड सेक्शन या बिन में जाएं और वो सब भी हटा दें जो आप डिलीट कर चुके हैं लेकिन फोन में स्टोरेज खा रहा है.

एयरटेल और जियो के 1199 रुपये वाले प्लान में कौन सा है बेहतर? जानें

जियो और एयरटेल दोनों टेलिकॉम कंपनियां अपने कस्टमर्स की सुविधा के लिए अपने प्लान्स में अपडेट करती रहती है. एयरटेल और जियो दोनो ही 1199 रुपये प्लान ऑफर करती हैं ये प्लान 84 दिन वैलिडिटी के साथ आता है. भले ही दोनों प्लान की कीमत सेम है लेकिन इनसे मिलने वाले फायदे अलग-अलग हैं. आपके लिए इतनी ही कीमत में कौन सा प्लान बेहतर है कौन सा नहीं इसके बारे में पूरी डिटेल्स पढ़ें.

Airtel: 1199 रुपये वाले प्लान में मिल रहा ये सब

अगर हम बात करें कि एयरटेल के 1199 रुपये वाले रिचार्ज प्लान में आपको क्या-क्या मिलता है तो ये प्लान 84 दिनों की वैलिडिटी के साथ आता है. इस प्लान में आपको एक से बढ़कर बेनिफिट मिल रहे हैं. इसमें आपको अनलिमिटेड कॉलिंग, डेली 100 फ्री एसएमएस की सुविधा मिलती है.

इस प्लान में आपको टोटल डेटा 210GB मिलता है. वहीं डेली आपको 2.5GB का डेटा मिलता है. कंपनी अपने कस्टमर्स के एंटरटेनमेंट का ध्यान भी रखती है, इस प्लान में ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम और विंक का सब्सक्रिप्शन फ्री मिलता है.

जियो का 84 दिन की वैलिडिटी वाला प्लान

जियो के 1199 रुपये वाले प्लान में 84 दिन की वैलिडिटी मिलती है. इस प्लान में आपको कुल 252GB डेटा मिलता है. वहीं इसकी डेली डेटा लिमिट 3GB है. अगर हम डेटा के बारे में देखें तो एयरटेल जियो से ज्यादा डेटा ऑफर कर रहा है. एयरटेल के इस प्लान में आपको अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग और डेली 100 SMS फ्री मिलते हैं. यही नहीं इस प्लान में ओटीटी प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा, जियो टीवी और जियो क्लाउड का सब्सक्रिप्शन फ्री मिलता है.

अगर जियो के दूसरे 84 दिन की वैलिडिटी वाले प्लान का जिक्र करें तो ये ऊपर बताए गए प्लान से थोड़ा महंगा 1799 है लेकिन इस प्लान में आपको नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन फ्री मिलता है.

कौन सा प्लान लेने में है फायदा?

दोनों प्लान अपनी-अपनी जगह पर बेहतरीन बेनिफिट्स ऑफर कर रहा है. लेकिन इन दोनों प्लान में से एक अपनी जरूरत के हिसाब से सलेक्ट कर सकते हैं. अगर आप ज्यादा डेटा यूज करते हैं तो आप जियो के प्लान की तरफ जा सकते हैं. अगर आप ओटीटी प्लेटफॉर्म का सब्सक्रिप्शन फ्री में चाहते हैं तो एयरटेल के प्लान की तरफ रुख कर सकते हैं.