विधायिका मनोरमा देवी ने बिहार विधानसभा में बेला के सुप्रसिद्ध काली मंदिर को पर्यटकीय सुविधा एवं सौंदर्यीकरण के मुद्दा को उठायी

गया। बिहार के गया में बेलागंज से नव निर्वाचित विधायिका मनोरमा देवी ने बिहार विधानसभा में पहला सवाल बेलागंज वासियों के श्रद्धा के सम्मान में पौराणिक एवं ऐतिहासिक बेला के सुप्रसिद्ध काली मंदिर को पर्यटकीय सुविधा एवं सौंदर्यीकरण करने का मुद्दा को उठाई है।

विधायिका मनोरमा देवी ने बिहार विधानसभा में बोली कि बेला के सुप्रसिद्ध काली मंदिर को पर्यटकीय सुविधा एवं सौंदर्यीकरण हो जायेगा तो क्षेत्र का विकास के साथ-साथ पर्यटक भी आने लगेंगे। जिससे वहां के लोगों को रोजगार मुहैया होगी।

गया में 65% आरक्षण लागू करने की मांग को लेकर राजद का एक दिवसीय धरना का किया गया आयोजन, सरकार को चेताया

गया। गया शहर के गांधी मैदान स्थित धरना स्थल पर राष्ट्रीय जनता दल के नेतृत्व में गुरुवार को दोपहर 1:00 बजे एक दिवसीय धरना का आयोजन किया गया। इस एक दिवसीय धरना का नेतृत्व राष्ट्रीय जनता दल के जिला अध्यक्ष मोहम्मद मुर्शीद आलम उर्फ नेजाम मियां ने किया।

इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने 65% आरक्षण को लागू करने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के निदेशानुसार पर 65% आरक्षण को लागू करने और नवमी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर पूरे बिहार में आज धरना का कार्यक्रम किया जा रहा है। इसी के तहत गया में भी आज एक दिवसीय धरना का कार्यक्रम हो रहा। 

अगर धरना कार्यक्रम के बाद भी अगर सरकार नहीं सुनती है तो हम लोग सदन से लेकर सड़क पर उतरने के लिए विवश होंगे। अभी तो हम लोग एक दिवसीय धरना के माध्यम से सरकार को चेतावनी देने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम लोग के 17 महीने का सरकार था तो 65% आरक्षण को लागू किया गया था। 

लेकिन भाजपा के लोग आरक्षण को लाने में आना-कानी कर रही है। उन्होंने कहा कि आरक्षण को लागू करने के लिए हम लोग शुरू से ही लड़ाई को लड़ते आ रहे है और आगे भी जब तक 65% आरक्षण को लागू नहीं किया जाता है तब तक हमलोग चैन से बैठने वाले नहीं है।

रिपोर्ट मनीष कुमार।

गया के लाल सर्वेश ने बीपीएससी में मेरी बाजी, जदयू जिलाध्यक्ष कुमार गौरव ने दी बधाई

गया: बीपीएससी 69 वीं का रिजल्ट जारी हुआ जिसमें गया शहर के कुजापि निवासी सर्वेश कुमार ने मारी बाजी। इसबार इनको मिली सफलता पर युवा जदयू के जिलाध्यक्ष कुमार गौरव उर्फ गौरव सिन्हा ने उनके आवास पर जाकर बधाई दी तथा उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।

श्री सिन्हा ने कहा कि गया में प्रतिभा की कमी नहीं है बझ जरूरत है उसे निखारने की। आगे बच्चों को और बेहतर शिक्षा खासकर कम्पेटिट्वी परीक्षा के लिए कहीं बाहर नहीं जाना पड़े इसलिए गया शहर में बड़ी बड़ी संस्थाओं को बेहतर स्थान उपलब्ध कराया जाएगा।

साथ ही अभावग्रस्त बच्चों के लिए नीतीश सरकार अनेक सुविधाएं दे रही है जिससे बच्चों को किसी प्रकार की असुविधा न हो और वो अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें। ज्ञात हो कि 69 वी बीपीएससी परीक्षा में 470 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। जिसमें सीतामढ़ी के उज्ज्वल कुमार उपकार टॉपर हुए तो औरंगाबाद की क्रांति बनीं महिला टॉपर। उज्ज्वल के पिता कोचिंग चलाते हैं वहीं मां हैं आंगनबाड़ी सेविका।

गांधी मैदान के दो एकड़ हिस्से में पर्यटन के दृष्टिकोण से 4 करोड़ 31 लाख की राशि से तालाब और उसके आसपास एरिया का होगा सौंदर्यीकरण और पुर्नविकास

गया। ज़िलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम ने बताया कि पर्यटन विभाग के द्वारा गया जिलान्तर्गत गाँधी मैदान का पुर्नविकास कार्य किया जाएगा। गया जिलान्तर्गत गाँधी मैदान के पुर्नविकास कार्य हेतु पर्यटन विभाग के द्वारा राशि 4,31,01,400/- (चार करोड़ एकतीस लाख एक हजार चार सौ) रूपये की प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की गयी है।

योजना के मुताबिक मैदान के तालाब और उसके आसपास के दो एकड़ के हिस्से में ग्रीन एरिया, प्ले एरिया, फाउंटेन, गजीबो, पाथ-वे, सीटिंग एरिया और पब्लिक ट्वायलेट आदि पर्यटकीय सुविधाओं का पुर्नविकास किया जाएगा। उन्होंने बताया कि गयाजी का न केवल धार्मिक बल्कि पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी महत्व है। गया का गांधी मैदान राजधानी की तरह सुसज्जित और सुव्यवस्थित हो, इसके लिए पर्यटन विभाग ने उसके पुनर्विकास की योजना बनाकर उसे स्वीकृति दी है।

इससे न केवल गांधी मैदान व्यवस्थित होगा, बल्कि मैदान का बेहतर सौंदर्यीकरण भी होगा। इस योजना की कार्यकारी एजेन्सी बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम है, जो इस पुनर्विकास कार्य को 12 माह की अवधि के भीतर पूरा करेगी।

ज़िलाधिकारी ने बताया कि मंत्री बिहार सरकार सह नगर विधायक डॉ० प्रेम कुमार द्वारा भी लगातार प्रयास किया गया जिसका परिणाम है कि पर्यटन विभाग द्वारा गाँधी मैदान का पुर्नविकास एव सौंदर्यीकरण करवाया जा रहा है। गया जिला के लिए खुशी की बात है कि जल्द ही गांधी मैदान और खूबसूरत दिखने लगेगा।

गया में कचरे में हुआ तेज विस्फोट, कचरा चुनने के लिए दो सगे भाई घायल, विस्फोट कैसे हुआ, पुलिस छानबीन में जुटी

गया। बिहार के गया में कचरे के बीच विस्फोट हुआ है. कचरे में हुआ यह धमाका बम फटने के कारण हुआ है या कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण ब्लास्ट हुआ है, पुलिस इसकी जांच में जुट गई है। मौके पर बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। वहीं, घायल दोनों नाबालिग बच्चों को बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया है.

यह घटना गया जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र की है। बताया जाता है कि कोतवाली थाना क्षेत्र के तेल बीघा मोहल्ले के रहने वाले दो बच्चे बुधवार की सुबह कचरा चुनने के लिए निकले थे. कचरा बिनने के बाद उसे बेचने कबाड़ी की दुकान पहुंचे थे. कचरे के रूप में इन्होंने प्लास्टिक और अन्य प्रकार के कई डिब्बों को चुना था. ये उसे बेचने कोतवाली थाना अंतर्गत ही डाक स्थान मोहल्ले में कबाड़ दुकान आए थे. जैसे ही प्लास्टिक के बोरे से कचरे के सामानों को निकाल कर रख रहे थे, उसी दौरान अचानक विस्फोट हो गया। विस्फोट की आवाज काफी तेज थी. इसकी चपेट में आने से दोनों बच्चे घायल हो गए. ये दोनों सहोदर भाई बताए जाते हैं।

फिलहाल विस्फोट कैसे हुआ, पुलिस इसकी छानबीन में जुटी हुई है. शुरुआती जांच में पुलिस का मानना है कि विस्फोट की आवाज हुई लेकिन बारूद जैसे कोई चीज मौके से अभी तक नहीं मिल पाई है. बम निरोधक दस्ता को मौके पर बुलाया जा रहा है. वही, तेज विस्फोट होने से मोहल्ले में दहशत व्याप्त हो गया. काफी संख्या में लोगों की भीड़ मौके पर जुट गई. फिलहाल दोनों भाई भाइयों का इलाज मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है. पुलिस के अनुसार दोनों की स्थिति खतरे से बाहर बताई जाती है. कोतवाली थानाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है.

कोतलाली थानाध्यक्ष आशीष मिश्रा ने कहा कि मामले की छानबीन हो रही है. बम से संबंधित कोई बारूद फिलहाल प्रथम दृष्टतया जांच में पुलिस को नहीं मिले हैं. बम निरोधक दस्ता को मौके पर बुलाया गया है. एक्सपर्ट टीम की जांच से ही इस मामले का पूरा खुलासा हो सकेगा. फिलहाल दोनों बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है।

आपको याद दिलाएं कि इसी महीने सिविल लाइन थाना अंतर्गत टिल्हा धर्मशाला पश्चिमी रोड स्थित कबाड़ी दुकान में इसी प्रकार की घटना हुई थी. कबाड़ी दुकानदार जब सामानों को निकाल कर रख रहा था तो उसी क्रम में तेज विस्फोट हुआ था. उस विस्फोट में दुकानदार का हाथ उड़ गया था.

रिपोर्ट: मनीष कुमार।

गया पुलिस एवं एसटीएफ के संयुक्त कार्रवाई में 1 लाख का कुख्यात इनामी नक्सली अनिल यादव गिरफ्तार, दिल्ली से पकड़ाया

गया। बिहार के गया में गया पुलिस एवं एसटीएफ के संयुक्त कार्रवाई में ₹100000 का कुख्यात इनामी नक्सली अनिल यादव उर्फ सद्दाम को गिरफ्तार कर लिया है। कुख्यात नक्सली के गिरफ्तारी दिल्ली के पहाड़गंज से किया गया।

जिसको लेकर पुलिस ने बताया कि नक्सली को विशेष अभियान के तहत पकड़ा गया है। कुख्यात इनामी नक्सली अनिल यादव उर्फ सद्दाम पर कई नक्सली घटनाओं में शामिल होने के गंभीर आरोप हैं। वह 2005 से नक्सली संगठनों के साथ जुड़ बड़े अपराधों को अंजाम दे रहा था। इसकी खुलासा नीमचक बथानी एसडीपीओ प्रकाश कुमार ने की है।

उन्होंने बताया कि गया पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुख्यात नक्सली अनिल यादव उर्फ सद्दाम दिल्ली के पहाड़गंज इलाके में छिपा हुआ है। सूचना के आधार पर एसटीएफ और स्थानीय पुलिस की टीम ने वहां छापेमारी की। जैसे ही पुलिस ने मकान को घेरा, कुख्यात इनामी नक्सली अनिल यादव उर्फ सद्दाम भागने की कोशिश करने लगा। टीम सजग थी और उसने उसे मौके पर ही धर दबोचा। पूछताछ में उसने अपना नाम अनिल यादव उर्फ सद्दाम, निवासी धर्मपुर, थाना हुलासगंज, जहानाबाद बताया है। 

खतरनाक साजिश रचने का आरोप एसडीपीओ ने बताया कि कुख्यात इनामी नक्सली अनिल यादव उर्फ सद्दाम पर 2020 में जहानाबाद और गया जिलों में विस्फोटकों के साथ बड़ी नक्सली घटनाओं की साजिश रचने का आरोप है। वह खिजरसराय थाना कांड संख्या 302/20 सहित कई गंभीर मामलों में वांछित था। इस कांड में पुलिस ने पूर्व में छह अन्य नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। लंबा आपराधिक इतिहाससद्दाम का आपराधिक इतिहास लंबा है।

वह हत्या, विस्फोटक पदार्थों की तस्करी और आर्म्स एक्ट के कई मामलों में शामिल रहा है। 2004 से लेकर 2020 तक उस पर कई केस दर्ज हैं। नक्सली गतिविधियों पर लगेगा विराम एसडीपीओ प्रकाश कुमार का कहना है कि अनिल यादव के पकड़े जाने से गया, जहानाबाद और नवादा जिलों में सक्रिय इस खतरनाक नक्सली की गिरफ्तारी से नक्सली गतिविधियों पर लगाम लगने की उम्मीद है। वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने इसे सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी उपलब्धि बताया।

शेरघाटी थाना की पुलिस ने बालू से लदी एक ट्रैक्टर को किया जब्त
गया/शेरघाटी। जिले के शेरघाटी थाना की पुलिस ने आज बालू से लदी एक ट्रैक्टर को जप्त की है।

हालांकि वाहन चालक मौके से फरार होने में कामयाब हो गया। शेरघाटी थाना के मुताबिक थाना क्षेत्र के गांव शेरपुर के समीप मोरहर नदी से अवैध तरीके से बालू का उठाव करते ट्रैक्टर को जप्त की है।
जिसका चालक भागने में कामयाब हो गया। जिसे जप्त कर थाना लाया गया है और सबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करते हुए तफ़तीश शुरू कर दी गई है।
जीबीएम कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा संविधान दिवस पर एक-दिवसीय व्याख्यान का हुआ आयोजन

गया। गौतम बुद्ध महिला कॉलेज में राजनीति विज्ञान विभाग, आईक्यूएसी एवं एनएसएस इकाई के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय संविधान दिवस के सुअवसर पर "भारतीय संविधान के 75 वर्ष : मूलभूत मूल्यों का महत्व" विषय पर एक दिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया, जिसका संयोजन राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष-सह-नैक समन्वयक डॉ. शगुफ्ता अंसारी ने किया।

व्याख्यान का शुभारंभ कॉलेज के प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी, मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित केन्द्रीय विश्वविद्यालय साउथ बिहार, गया के सेंटर फॉर पॉलिटिकल स्टडीज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सुमित कुमार पाठक, कॉलेज की रसायनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो. अफशां सुरैया, राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शगुफ्ता अंसारी, अंग्रेजी विभागाध्यक्ष डॉ. कुमारी रश्मि प्रियदर्शनी, एनएसएस पदाधिकारी डॉ. प्रियंका कुमारी एवं अन्य प्रोफेसरों ने दीप प्रज्ज्वलन करके किया। तत्पश्चात डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी के नेतृत्व में छात्रा हर्षिता मिश्रा, अन्या एवं जाह्नवी ने महाविद्यालय कुलगीत एवं स्वागत गीत की सुमधुर प्रस्तुति दी।

प्रभारी प्रधानाचार्य ने मुख्य वक्ता का स्वागत अंगवस्त्र तथा पौधा प्रधान करके किया। 75वें संविधान दिवस पर सभी को शुभकामनाएँ देते हुए प्रभारी प्रधानाचार्य डॉ. सहदेब बाउरी ने भारतीय संविधान निर्माण की प्रक्रिया एवं महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. बाउरी ने कहा कि भारतीय संविधान समाज में नागरिकों की समानता और स्वतंत्रता को बनाये रखने के लिए बहुत जरूरी है। डॉ. रश्मि प्रियदर्शनी ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्ति "जब तक मनुज, मनुज का यह सुखभाग नहीं सम होगा, शमित न होगा कोलाहल, संघर्ष नहीं कम न होगा" द्वारा विविधताओं के मध्य सामन्जस्य एवं समन्वयन बनाये रखने में भारतीय संविधान की भूमिका पर अपने विचार रखे।

उन्होंने "एकता, स्वतंत्रता, समानता रहे, देश में चरित्र की महानता रहे..." एकता गीत की प्रस्तुति द्वारा भारतीय संविधान के समन्वित सौंदर्य को चित्रित किया। तत्पश्चात कार्यक्रम संयोजक डॉ. शगुफ्ता अंसारी ने विषय पर बिंदुवार विचार रखते हुए कहा कि भारतीय संविधान की प्रस्तावना उन मार्गदर्शक सिद्धांतों और आकांक्षाओं का प्रतीक है, जिनपर राष्ट्र की स्थापना हुई थी। तत्पश्चात डॉ. शगुफ्ता ने मुख्य वक्ता डॉ. सुमित कुमार पाठक की शैक्षणिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। "भारतीय संविधान के 75 वर्ष : मूलभूत मूल्यों का महत्व" विषय पर अपने विचार रखते हुए डॉ सुमित कुमार पाठक ने भारतीय संविधान को संप्रभु बताया। कहा कि संविधान भारत की वह लक्ष्मण-रेखा है, जिसका उल्लंघन कोई नहीं कर सकता है। संविधान जीवन जीने का मार्ग है।

संविधान का आशय ही है समान विधान, जिसकी दृष्टि में देश के सभी लोग समान महत्व रखते हैं। संविधान की प्रस्तावना का "हम भारत के लोग" से प्रारंभ होना ही भारत में नागरिकों को सर्वोपरि बनाता है। संविधान निर्माण के समय समाज के सभी वर्गों के प्रतिनिधित्व का अनिवार्य रूप से ध्यान रखा गया। संविधान को भारतीय नागरिकों एवं जनमानस का संबल, विश्वास, तथा चिरप्रतीक्षित सपना ठहराते हुए डॉ. पाठक ने कहा कि संविधान को पढ़ने तथा समझने से अधिक अपने दैनिक जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है। डॉ. पाठक ने न्यायपालिका को संविधान का संरक्षक, अभिभावक एवं व्याख्या करने वाला अंग बतलाया। समाज में गतिशीलता एवं परिवर्तन के अनुरूप संविधान में जनता की मांगों के अनुरूप परिवर्तन होना भी जरूरी है।

कार्यक्रम का संचालन करती हुई छात्रा श्रुति ने संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा तथा सभी ने संविधान की गरिमा अक्षुण्ण रखने हेतु शपथ ली। संविधान दिवस समारोह में छात्रा दीपशिखा मिश्रा, शैली पाठक, नैना कुमारी, मानसी, मिली राज, नंदनी कुमारी, श्रेया मिश्रा, सोनाली कुमारी, श्वेता कुमारी, गीतांजलि, अनीषा, लवली कुमारी रिशु, हर्षिता मिश्रा, अंजली, अनुराधा कुमारी, आकृति सिंह, अल्का कुमारी, जाह्नवी ने भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृतियों, वेश-भूषा, परिधान-सज्जा एवं क्षेत्रीय भाषाओं की रंग-बिरंगी झांकी प्रस्तुत करते हुए अनेकता में एकता की अनुपम झलकियाँ प्रस्तुत कीं। छात्रा रिशु, शैली पाठक, सोनाली, दीपशिखा, श्रेया, गीतांजलि आदि ने "जय संविधान" गीत पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी। डॉ प्रियंका कुमारी ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए निर्दिष्ट विषय पर एक अत्यंत सारगर्भित एवं सूचनाप्रद व्याख्यान देने हेतु समस्त महाविद्यालय परिवार की ओर से डॉ सुमित कुमार पाठक के प्रति हार्दिक आभार प्रकट किया।

पैक्स चुनाव का प्रथम चरण का मतदान, भयमुक्त, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न, डीएम ने कई मतदान केंद्रों का किया औचक निरीक्षण

गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी पैक्स सह जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एसएम के निर्देशन में पैक्स चुनाव का प्रथम चरण का मतदान, भयमुक्त, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। मतदातागण काफी उत्साह एवं उमंग के साथ शांतिपूर्ण और निर्भीक वातावरण में अपने मताधिकार का प्रयोग किया।

पैक्स चुनाव के अवसर पर आज प्रथम चरण में हो रहे मतदान कार्य का निरीक्षण करने जिलाधिकारी स्वमं बोधगया पहुंच कर अनेको मतदान केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। मतदान करवा रहे मतदान कर्मियों, स्टेटिक पदाधिकारी, जोनल एव सुपर जोनल पदाधिकारी से क्षेत्रो में हो रहे शांतिपूर्ण मतदान संबंधित जानकारी भी लेते रहे।

उन्होंने कतार में लगे अनेको मतदाताओं का मतदाता सूची एव पहचान पत्र से मिलान भी किया है। इस अवसर पर कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद बोधगया, प्रखंड विकास पदाधिकारी बोधगया, अंचलाधिकारी बोधगया सहित अन्य संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे।

चर्चित समाजसेवी सह उधोगपति वस्त्र व्यवसायी शिवराम डालमिया की 10वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन

गया शहर के केपी रोड स्थित डालमिया सदन में चर्चित समाजसेवी सह उधोगपति वस्त्र व्यवसायी रहे बैकुंठ वासी शिवराम डालमिया जी की दसवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया।

वैदिक मंत्रालय पाठशाला के आचार्य श्री रामाचार्य एवं जगद्गुरु वेंकटेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर श्रद्धांजलि सभा की शुरुआत की। उन्होंने स्वर्गीय शिवराम डालमिया के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और मंत्रोंच्चारण के साथ उनके दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। वही सभा में जगद्गुरु वेंकटेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज ने कहा कि शिवराम डालमिया ने पूरे जीवन समाज की हर वर्ग के लोगों के निस्वार्थ से परे होकर सेवा की।

धर्म आचरण के साथ पितृपक्ष मेले में तीर्थ यात्रियों की सेवा में हमेशा आगे रहे। सामाजिक, धार्मिक पुरुष और शिवराम बाबू करुणा, मृदुभाषी और मानवता की संरक्षक थे। वे समाज के सभी वर्गों के चहेते थे। उन्होंने पूरी जिंदगी जरूरतमंदों की सेवा की। वे अब भले ही नहीं हो लेकिन उनके पंचभौतिक शरीर के रूप में किए गए कार्य हमेशा याद किये जाएंगे। अन्य वक्ताओं ने भी व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए उनके विचारों और आदर्शों पर चलने का संकल्प संकल्प दोहराया।

मणिलाल बारिक ने कहा की बोधगया के जगन्नाथ मंदिर का जीर्णोद्धार,पिंडवेदियो की मरम्मत, ठंड के दिनों में गरीबों के बीच ऊनी वस्त्र एवं अलाव की व्यवस्था करना सुपर 30 के संचालन के लिए आर्थिक सहयोग जैसे कई अन्य सामाजिक हित के लिए कार्य किये। धर्मपत्नी उषा डालमिया ने कहा की उनके सामाजिक जीवन से प्रेरणा लेने की जरूरत है।

दिनेश महुआर और उनकी टीम में शामिल कुमार रजनीश, शालिनी सिंह, राम गोपाल जी ने मोक्षदायिनी भूमि को गया धाम कहते हैं, जन- जन हृदय में बसे उसे शिवराम कहते हैं भजन कीर्तन से उन्हें स्वरांजलि दी। सभा का संचालन डॉ सच्चिदानंद प्रेमी ने की।

वैदिक पाठशाला के रामाचार्य,रामानुजाचार्य मठ के महंत स्वामी वेंकटेश प्रपन्नाचार्य जी महाराज, मगध विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डॉ कुसुम कुमारी,श्री विष्णुपद प्रबंधकारिणी समिति के अध्यक्ष शंभू लाल विट्ठल, सचिव गजाधर लाल पाठक, शिव कैलाश डालमिया, बादशाह डालमिया, रेणु देवी डालमिया, अर्चना डालमिया,पूर्व सांसद रामजी मांझी, बलिराम शर्मा, पूर्व प्रशासक राय मदन किशोर, डॉ वीरेंद्र कुमार, डॉ अभय सिम्बा, डॉ कौशलेंद्र प्रताप, विपेंद्र अग्रवाल,अनूप केडिया,भाजपा नेता अनिल स्वामी, धनराज शर्मा, जद(यू) नेता जितेंद्र कुमार, डॉ सच्चिदानंद प्रेमी, हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ विनोद कुमार सिंंह,राजन सिजवार, मणिलाल बारिक, गोपाल पटवा, हरिप्रकाश केजरीवाल, डॉ रामकृष्ण, प्राण मित्तल, मोहन झुनझुनवाला, धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ टिब्लू, नवीन कुमार गुप्ता, लालजी प्रसाद,अजय मोहन दास, अमित कुमार, रामप्रवेश सिंह, अर्पणा मिश्रा समेत विभिन्न धर्म संप्रदाय के लोग उपस्थित थे।

रिपोर्ट: मनीष कुमार