JMM छोड़ने वाले नेता एक बार फिर फ्लॉप, बाबूलाल सोरेन और सीता सोरेन समेत इन नेता हारे!

झारखंड विधानसभा चुनाव-2024 में JMM के कई बागी नेताओं को हार का सामना करना पड़ा. इसमें सीता सोरेन से लेकर बाबू लाल सोरेन तक शामिल हैं. शिकस्त झेलने वालों में कुल 4 नेता हैं. इन नेताओं को चुनाव से पहले JMM से इस्तीफा देना भारी पड़ा है.

बाबूलाल सोरेन- ये पूर्व सीएम चंपई सोरेन के बेटे हैं. घाटशीला सीट से बीजेपी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया था. उन्हें JMM के रामदास सोरेन के हाथों हार का सामना करना पड़ा. बाबूलाल को 75 हजार 910 वोट मिले तो रामदास को 98 हजार 356 वोट मिले. यानी बाबूलाल को 20 हजार से ज्यादा वोटों से हार का सामना करना पड़ा.

सीता सोरेन- सीएम हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन को जामताड़ा सीट पर कांग्रेस के इरफान अंसारी के हाथों हार का सामना करना पड़ा. इरफान अंसारी को 1 लाख 33 हजार 266 वोट मिले तो सीता सोरेन को 89 हजार 590 वोट मिले.

सूरज मंडल- ये कभी शिबू सोरेन का दाहिना हाथ हुए करते थे. बीजेपी में अपना सियासी भविष्य देख रहे थे, लेकिन कुछ कर नहीं पाए.

लोबिन हेम्बर्म- लोबिन JMM से बीजेपी में शामिल हुए थे. पार्टी ने उन्हें बोरियो से टिकट मिला था. लेकिन वो उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. उन्हें JMM के धनंजय सोरेन के हाथों शिकस्त मिली. लोबिन के खाते में 78 हजार 044 वोट आए तो धनंजय को 97 हजार 317 वोट मिले.

लगातार दूसरी बार सीएम बनेंगे सोरेन

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाला सत्तारूढ़ गठबंधन 81 सदस्यीय विधानसभा की 56 सीटें जीतकर लगातार दूसरी बार झारखंड की सत्ता पर काबिज हुआ. वहीं, चुनाव अभियान के दौरान एड़ी-चोटी का जोर लगाने वाला NDA महज 24 सीटें हासिल कर सका. विधानसभा चुनावों में JMM और कांग्रेस ने आदिवासी बेल्ट की 27 सीटों पर कब्जा जमाया, जबकि बीजेपी महज सरायकेला में जीत दर्ज करने में सफल रही, जहां उसने पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को मैदान में उतारा था.

चंपई विधानसभा चुनावों से पहले JMM छोड़ BJP में शामिल हो गए थे. उन्होंने हेमंत सोरेन नीत पार्टी पर उनका अपमान करने का आरोप लगाया था. हालिया विधानसभा चुनावों में आदिवासी बेल्ट की 20 सीटें अकेले JMM की झोली में गईं. राजनीतिक विश्लेषकों के मुताबिक, पार्टी को लोकलुभावन योजनाओं के अलावा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ कथित अन्याय का मुद्दा उठाने से पैदा हुई सहानुभूति लहर का फायदा मिला.

वहीं, JMM की सहयोगी कांग्रेस सात सीटों पर विजयी रही. जबकि, 2014 के विधानसभा चुनावों में पार्टी आदिवासी बेल्ट में खाता तक खोलने में नाकाम रही थी. वहीं, 2019 के लोकसभा चुनावों में उसने छह सीटों पर कब्जा जमाया था.

सपा नेताओं का डेलिगेशन आज नहीं जाएगा संभल, राहुल गांधी जल्द करेंगे दौरा

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हुई हिंसा की घटना के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी अगले एक-दो दिन के अंदर हिंसा की आग में झुलसे संभल का दौरा करने वाले हैं. हालांकि समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने अपना आज (मंगलवार) का संभल दौरा स्थगित कर दिया है.

कांग्रेस नेता राहुल गांधी जल्द ही संभल जाने की योजना बना रहे हैं. उत्तर प्रदेश से सहारनपुर से लोकसभा सांसद इमरान मसूद ने बताया कि वह (राहुल गांधी) कल या परसों संभल जाएंगे. इस बीच संभल जाने वाला समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल के संभल जाने का कार्यक्रम टल गया है. पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार, सपा के प्रतिनिधिमंडल को आज संभल जाना था.

अखिलेश से मुलाकात के बाद संभल की यात्रा

लेकिन प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्य अब दिल्ली के लिए रवाना होंगे. राजधानी दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से सलाह मशविरे के बाद ही प्रतिनिधिमंडल संभल जाएगा. नई तारीखों का अभी ऐलान नहीं किया गया है.

इससे पहले समाजवादी पार्टी के 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के संभल दौरे पर उत्तर प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता और समाजवादी पार्टी के नेता माता प्रसाद पांडेय ने कहा, “हम वहां पुलिस द्वारा किए गए अत्याचार को देखने जाएंगे. हम घटना में मारे गए युवाओं के परिजनों से भी मुलाकात करेंगे. क्या पुलिस कभी अपने किए की जिम्मेदारी लेती है?. आजकल पुलिस के पास अवैध हथियार और सरकारी हथियार दोनों होते हैं. पुलिस फायरिंग के लिए दूसरे (अवैध) हथियार का इस्तेमाल करती है.”

सांसद बर्क समेत कई पर केस दर्ज

दूसरी ओर, संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा को लेकर समाजवादी पार्टी के क्षेत्रीय सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल सदर सीट से सपा विधायक इकबाल महमूद के बेटे के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है. अब तक कुल 7 केस दर्ज किए जा चुके हैं जबकि 25 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है.

संभल के पुलिस अधीक्षक (SP) कृष्ण कुमार विश्नोई ने कल सोमवार को जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया के साथ बताया कि हिंसा में घायल दारोगा दीपक राठी ने करीब 800 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है जिनमें सांसद बर्क और विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल को भी नामजद किया गया है. उन्होंने बताया, “केस में इन पर ऐसे आरोप लगे हैं कि इन लोगों ने भीड़ को भड़काकर हिंसा भड़का दी.”

आज हालात में सुधार, स्कूल-दुकानें खुलीं

विश्नोई ने बताया कि संभल हिंसा मामले में पुलिस की ओर से अब तक कुल 7 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें 6 नामजद किए गए हैं जबकि 2750 अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है. अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही 5 केस कोतवाली थाने में और 2 नखासा थाने में दर्ज कराए गए हैं.

इस बीच संभल की जामा मस्जिद परिसर में 2 दिन पहले रविवार को सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद आज मंगलवार को हालात में थोड़ा सुधार दिखा. स्कूल भी खुले. रविवार की हिंसा के बाद सोमवार को संभल में बाजार बंद था लेकिन कई इलाकों में दुकानें खुली देखी गईं. आज सुबह भी स्थिति सामान्य नजर आ रही है. आज स्कूल भी खुले हैं और रोजमर्रा की जरूरतों की दुकान खुली नजर आ रही है, हालांकि जिले में इंटरनेट सेवा आज भी बंद है. इसकी वजह से लोगों की खासी दिक्कत हो रही है.

संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान स्थिति बेहद खराब हो गई, जिसमें पत्थरबाजी और आगजनी की घटना में चार लोगों की जान चली गई और करीब 20 लोग घायल हो गए.

उज्जैन के बाबा महाकाल के दरबार में 9 भारतीय क्रिकेटर ने लिया आशीर्वाद, अक्षर पटेल और रवि बिश्नोई ने की बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना!

उज्जैन के बाबा महाकाल के दरबार में प्रतिदिन सुबह 4 बजे होने वाली भस्म आरती में मंगलवार सुबह एक दो नहीं बल्कि पूरे 9 भारतीय क्रिकेटर ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया. इस दौरान सभी खिलाड़ियों ने नंदी हॉल के पास बैठकर बाबा महाकाल के दर्शन किए. साथ ही उन्होंने चांदी द्वार पर बाबा महाकाल की पूजा-अर्चना की. भारतीय क्रिकेटर को देखते ही लोगों की भारी भीड़ मंदिर में उन्हें देखने के लिए पहुंच गई.

महाकालेश्वर मंदिर के पुरोहित विपुल चतुर्वेदी में जानकारी देते हुए बताया कि मंगलवार सुबह भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी अक्षर पटेल, रवि बिश्नोई, आकाश सिंह, अभिषेक देसाई, ऋषभ चौहान, चिंतन गाजा, उमंग टांडेल, विशाल जायसवाल और भानु पनिया बाबा महाकाल के दर्शन करने मंदिर पहुंचे थे. यहां उन्होंने लगभग 2 घंटे तक बाबा महाकाल की भस्म आरती के दर्शन किए. इस दौरान उन्होंने यहां बाबा महाकाल का जलाभिषेक और पूजा-अर्चना किया.

सभी ने मांगी मनोकामनाएं

इसके बाद सभी खिलाड़ियों ने नंदी जी के कानों में अपनी मनोकामनाएं मांगी. मीडिया से बात करते हुए अक्षर पटेल ने कहा कि बाबा महाकाल हमें हर साल बुलाते रहते हैं इसलिए हम यहां पर आते हैं. बाबा महाकाल जानते हैं कि हमें क्या देना है और क्या नहीं देना है. खिलाड़ी रवि बिश्नोई ने बताया कि आज बाबा महाकाल की भस्म आरती देखने के लिए दूसरी बार यहां आया हूं. बाबा महाकाल की कृपा आप और हम पर बनी रहे बस यही कामना है.

खिलाड़ियों ने की मंदिर में पूजा

बाबा महाकाल की पूजा अर्चना करने बाद सभी भारतीय क्रिकेटर मंदिर में कुंड के पास स्थापित श्री कोटेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने भगवान श्री कोटेश्वर महादेव का पूजा-अर्चना और जलाभिषेक किया. वैसे तो बाबा महाकाल की ख्याति देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी है, लेकिन महाकाल लोक के निर्माण के बाद लगातार बॉलीवुड के सितारे ही नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी भी मंदिर में प्रतिदिन होने वाली भस्म आरती और बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंच रहे हैं.

कब-कब हो सकते है आरती में शामिल

एक साल पहले विराट कोहली भी बाबा महाकाल के दर्शन करने आए थे. जिसके बाद अक्षर पटेल और रवि बिश्नोई लगभग दो से तीन बार बाबा महाकाल के दर्शन कर उनका आशीर्वाद लेना आ चुके हैं. भस्म आरती वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए सबसे पसंदीदा समय है, लेकिन अगर कोई वीआईपी इस समय नहीं आ पाता तो ,वह भोग आरती, संध्या आरती और शयन आरती तक बाबा महाकाल के दर्शन करने मंदिर में पहुंचता है.

मध्य प्रदेश के मुरैना में बड़ा हादसा: मकान में ब्लास्ट से 2 महिलाओं की मौत, 4 से 5 लोग घायल!

मध्य प्रदेश के मुरैना जिले से दिल दहलाने वाला एक मामला सामने आया है. यहां मंगलवार रात एक मकान में ब्लास्ट होने से दो महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई है. जबकि, इस पूरे हादसे में 4 से 5 लोग घायल हो गए हैं. सभी घायल लोगों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं, मृतकों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. फिलहाल धमाके के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है.

घटना मुरैना शहर के कोतवाली थाने के तहत आने वाली टंच रोड स्थित राठौर कॉलोनी की है, जहां मंगलवार रात करीब 12 से 1 के बीच अचानक से 2 मंजिला मकान में जोरदार ब्लास्ट हुआ. इस ब्लास्ट में तीन मकान धराशायी हो गए हैं. जिस मकान में ब्लास्ट हुआ उससे चिपके हुए दो मकान भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. ब्लास्ट होते ही पूरी कॉलोनी में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में स्थानीय लोग मौके पर पहुंच गए.

2 महिला की मौत

पड़ोसियों ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने रेस्क्यू टीम और एंबुलेंस को मामले की जानकारी दी. पुलिस और रेस्क्यू टीम ने ब्लास्ट हुए मकान से 2 महिलाओं के शव और 4 से 5 घायल लोगों को बाहर निकाला. आशंका है कि मकान में रखे पटाखों में विस्फोट हुआ था. हालांकि, पुलिस ने अभी तक इस पूरे मामले में स्थिति स्पष्ट नहीं की है. मौके पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक (SP) समीर सौरभ ने बताया कि मामले की जांच की जा रहा है.

तीम मकान हुए क्षतिग्रस्त

अभी कुछ भी कहना मुश्किल है. जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी. बताया जा रहा है कि जिस मकान में ब्लास्ट हुआ है, वह राकेश राठौर नाम के व्यक्ति का है. घटना के समय उसकी पत्नी विद्या राठौर (55) मकान में अंदर फंसी रह गई. जिससे उसकी मौत हो गई है. साथ ही पूजा राठौर नाम की महिला की भी इस ब्लास्ट में मौके पर ही मौत हो गई है.ब्लास्ट होने वाले मकान के पास रहने वाले आकाश राठौर के दो मकान भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. आकाश राठौर ने बताया जैसे ही विस्फोट हुआ चारों तरफ धुआं छा गया . मलबा काफी दूर तक उछल कर गिरा.

हरियाणा सरकार ने खरीदा 80 करोड़ रुपये का नया हेलीकॉप्टर, कांग्रेस ने लगाया 4 लाख करोड़ रुपये के कर्ज का आरोप

हरियाणा सरकार ने राज्य में करीब 80 करोड़ रुपए का हेलीकॉप्टर खरीदा है. इस हेलीकॉप्टर को जर्मनी से हरियाणा में लाया गया. सरकार के मुताबिक, वो हेलीकॉप्टर 15 साल पुराना था. नया खरीदा गया हेलीकॉप्टर Airbus H145-D3 है. हेलीकॉप्टर के आने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इसकी पूजा अर्चना की है. मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पहले वाले हेलीकॉप्टर में दिक्कत हो गई थी, ऐसे में सुरक्षा कारणों की वजह से उन्हें परेशानी हो रही थी.

इस वजह से नया हेलीकॉप्टर खरीदा गया है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि हरियाणा टीम के अपने परिवार के लोगों के साथ नए हेलीकॉप्टर की पूजा की. इन नए हेलीकॉप्टर की मदद से राज्य सरकार नॉन-स्टॉप हेलीकाप्टर से हरियाणा के विकास को रफ्तार देगी. हेलीकॉप्टर के खरीदने पर कांग्रेस पार्टी ने राज्य पर 4 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा कर्ज होने का आरोप लगाया है.

क्या बोले नागरिक उड्डयन मंत्री?

कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए हरियाणा सरकार में मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि नागरिक उड्डयन विभाग की तरफ से इस हेलीकॉप्टर के लिए काफी समय पहले ही खरीदने की योजना बनाई गई थी. वर्तमान में सरकार जिस हेलीकॉप्टर को इस्तेमाल कर रही है, वो सालों पुराना है. बीजेपी सरकार में नागरिक उड्डयन विभाग के मंत्री विपुल गोयल ने कहा कि, पुराने हेलीकॉप्टर की वजह से काफी समस्या हो रही थी. ऐसे में पुराने हेलीकॉप्टर को बदलने के लिए साल भर पहले ही नए हेलीकॉप्टर के लिए ऑर्डर भेजा गया था.

उन्होंने कहा की अभी से हेलीकॉप्टर की कीमत को तय नहीं किया जा सकता है, जब पुराने हेलीकॉप्टर की बिक्री हो जाएगी, उसके बाद ही गणना के बाद इसकी सही लागत तय होगी. हालांकि, नए हेलीकॉप्टर को 80 करोड़ रुपये की लागत से खरीदने की बात कही गई है. पुराने हेलीकॉप्टर को 33 करोड़ रुपए की लागत से खरीदा गया था.

पेटीएम का बड़ा अपडेट, बिना पिन डाले करें 500 रुपये तक की पेमेंट!

ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) का काफी इस्तेमाल होता है. मार्केट में कई डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म यूपीआई के जरिए पेमेंट करने की सुविधा देते हैं. Paytm भी एक लोकप्रिय डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म है, जहां आप आसानी से यूपीआई पेमेंट कर सकते हैं. अगर आप पेटीएम चलाते हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खबर है. अब आप बिना पिन डाले भी पेटीएम से पेमेंट कर सकते हैं. कंपनी ने एक नया फीचर ‘ऑटो टॉप-अप’ जारी किया है, जिसकी मदद से पिना डाले ही पेमेंट हो जाएगी.

Paytm का नया फीचर

पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (OCL) ने सोमवार को यूपीआई लाइट ऑटो टॉप-अप फीचर लॉन्च करने का ऐलान किया है. इस फीचर के जरिए आप बिना पिन डाले यूपीआई लेनदेन कर सकते हैं. यह सुविधा यूपीआई यूजर्स के लिए जारी की गई है. आइए जानते हैं कि बिना पिन के पेमेंट करने वाला तरीका कैसे काम करेगा.

बिना PIN करें Paytm से पेमेंट

पेटीएम यूपीआई लाइट का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स अपना यूपीआई लाइट बैलेंस ऑटोमैटिकली रिचार्ज कर सकते हैं. इसके लिए आप एक लिमिट में अमाउंट तय कर सकते हैं. इसके बाद बिना पिन दर्ज किए 500 रुपये तक की यूपीआई पेमेंट आसानी हो जाएगी. आप एक दिन में कुल 2,000 रुपये तक की पेमेंट पेटीएम यूपीआई लाइट के जरिए कर सकेंगे.

अपने आप एड हो जाएगा बैलेंस

यूपीआई लाइट में टॉप-अप फीचर का फायदा यह है कि पेटीएम यूपीआई लाइट में बैलेंस एड करने के लिए आपको बार-बार मेहनत नहीं करनी होगी. यह फीचर ऑटोमैटिकली आपके पेटीएम यूपीआई लाइट बैलेंस में पैसे एड कर देगा. अगर आप इस फीचर को एक्टिव करते हैं, तो जब भी आपका बैलेंस कम होगा, तो आपके बैंक अकाउंट से यूपीआई लाइट में अपने आप पैसे जमा हो जाएंगे.

आपको यह ध्यान रखना होगा कि यूपीआई लाइट में 2,000 रुपये से ज्यादा की रकम जमा नहीं हो सकती है. इसके अलावा आपके केवल दिन में पांच बार ही यूपीआई लाइट में बैंक अकाउंट से पैसे जमा कर सकते हैं.

ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस में किया बड़ा फेरबदल, अभिषेक बनर्जी को मिली बड़ी जिम्मेदारी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने पार्टी पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. सोमवार को ममता बनर्जी की अध्यक्षता में हुई पार्टी की राष्ट्रीयकार्यकारिणी की बैठक में तीन अनुशासन समितियां का गठन किया गया है, तो पार्टी के महासचिव और अपने भतीजे सांसद अभिषेक बनर्जी को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है. उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी की नीति तय करने की जिम्मेदारी दी गई है. राष्ट्रीय स्तर के मुद्दे पर वह पार्टी की राय रखेंगे. वहीं,सांसद सौगत रॉय और सुखेंदु शेखर रॉय को साइड लाइन किया गया. उन्हें किसी कमेटी का सदस्य नहीं बनाया गया है.

विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी, राज्य मंत्री मानस भुइयां, पार्टी सांसद कल्याण बनर्जी, सांसद माला रॉय और जावेद खान को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है. यह पार्टी की सर्वशक्तिशाली कार्यसमिति है.

पार्टी सांसद और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी का कद पार्टी में और बढ़ा है. वह राष्ट्रीय मामलों के आधिकारिक प्रवक्ता के रूप में भी काम करेंगे. उनकी नियुक्ति पार्टी की राष्ट्रीय उपस्थिति को बढ़ाने और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी का चेहरा बनाने पर पार्टी के फोकस को उजागर करती है.

अभिषेक बनर्जी को बनाया गया राष्ट्रीय प्रवक्ता

अभिषेक बनर्जी के साथ-साथ डेरेक ओ’ब्रायन, काकुली घोष दस्तीदार, कीर्ति आजाद, सुस्मिता देव और सागरिका घोष को राष्ट्रीय प्रवक्ता बनाया गया है.

राष्ट्रीय कार्यकारी समिति की बैठक वरिष्ठ टीएमसी नेता और राज्य मंत्री चंद्रिमा भट्टाचार्य ने कहा कि बेहतर अनुशासन और प्रभावी नेतृत्व सुनिश्चित करने के लिए तीन अनुशासन समितियों का गठन किया गया है.

संसदीय अनुशासन समिति में सुदीप बंद्योपाध्याय, काकोली घोष दस्तीदार, डेरेक ओ ब्रायन, कल्याण बनर्जी और नदीमुल हक को शामिल किया गया है, जबकि राज्य विधानसभा अनुशासन समिति में शोभनदेब चट्टोपाध्याय, अरूप विश्वास, देबाशीष कुमार, निर्मल घोष और फिरहाद हकीम को शामिल किया गया है.

राज्य स्तर पर अनुशासन समिति में सुब्रत बख्शी, सुजीत बोस, फिरहाद हकीम, अरूप विश्वास और चंद्रिमा भट्टाचार्य को शामिल किया गया है.

पार्टी के पुराने नेताओं पर ममता ने जताया भरोसा

पश्चिम बंगाल में भी पार्टी प्रवक्ता की नियुक्ति की गयी है. पूर्व वित्त मंत्री अमित मित्रा वित्त मामले पर, चंद्रिमा भट्टाचार्य, शशि पांजा और पार्थ भौमिक इंडस्ट्रीज से जुड़े मामले पर, गौतम देव, उदयन गुहा, प्रकाश चिक बराई उत्तर बंगाल के मामले पर, बीरबाहा हांसदा झारग्राम और मलय घटक चाय बागान के मामले पर पार्टी की राय रखेंगे.

इसी तरह से विधानसभा में शोभनदेव चट्टोपाध्याय, चंद्रिमा भट्टाचार्य, कुणाल घोष, शशि पांजा, मलय घटक, मानस भुइयां और सुमन कांजीलाल को प्रवक्ता बनाया गया है.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, इस रणनीतिक फेरबदल को अनुभवी नेताओं को आगे लाने के कदम के रूप में देखा जा रहा है, जो वर्षों से उनके योगदान को पार्टी द्वारा मान्यता दिए जाने को दर्शाता है.

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: कांग्रेस ने रश्मि शुक्ला पर लगाया आचार संहिता उल्लंघन का आरोप, निर्वाचन आयोग से की कार्रवाई की मांग

महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी शिकस्त मिली है. हार के बाद सोमवार 25 नवंबर को कांग्रेस ने आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला पर आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है. पार्टी के प्रवक्ता अतुल लोंढे ने दावा किया है कि राज्य की पूर्व डीजीपी रश्मि शुक्ला ने राज्य के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की और ये मुलाकात उस समय हुई जब आदर्श आचार संहिता लागू थी, राज्य में मतों की गिनती हो रही थी.

रश्मि शुक्ला ने बीते 23 नवंबर की शाम को फडणवीस से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की थी, इसी दिन मतों की गिनती हो रही थी. अतुल लोंढे ने इस मुलाकात को आचार संहिता का उल्लंघन बताया है और रश्मि शुक्ला पर कार्रवाई की मांग की है. पिछले काफी समय से रश्मि शुक्ला लगातार सुर्खियों में बनी हुई हैं. इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों ने उनके खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत की थी.

रश्मि शुक्ला पर कार्रवाई करे निर्वाचन आयोग

राजनीतिक दलों की शिकायत के बाद निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र सरकार को पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला का तत्काल प्रभाव से तबादला करने का निर्देश दिया था. निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को शुक्ला का प्रभार कैडर के अगले सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया था. कांग्रेस प्रवक्ता ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि रश्मि शुक्ला ने आचार संहिता का उल्लंघन किया है ऐसे में निर्वाचन आयोग को इस पर ध्यान देना चाहिए और उनके खिलाफ फौरन कार्रवाई करनी चाहिए.

अतुल लोंढे ने उठाए सवाल

इस दौरान अतुल लोंढे ने तेलंगाना में इसी तरह की एक घटना का हवाला दिया, जहां एक डीजीपी और एक वरिष्ठ अधिकारी ने चुनाव के दौरान एक मंत्री से मुलाकात की थी और निर्वाचन आयोग ने उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की थी. उन्होंने सवाल किया कि निर्वाचन आयोग गैर-बीजेपी राज्यों में कार्रवाई करने में तो क्यों तेज है लेकिन बीजेपी शासित राज्यों में इस तरह के उल्लंघनों के मामले में आंखें बंद करे प्रतीत क्यों होता है. यह गंभीर सवाल खड़े करता है.

रश्मि शुक्ला पर हैं कई आरोप

अतुल लोंढे ने शुक्ला के खिलाफ पिछले आरोपों का जिक्र करते हुए कहा कि रश्मि शुक्ला पर विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने समेत कई गंभीर आरोप हैं. कांग्रेस ने चुनाव के दौरान उन्हें डीजीपी के पद से हटाने की मांग की थी और उन्हें हटा दिया गया था. उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग को जवाबदेही सुनिश्चित करनी चाहिए और आचार संहिता के उल्लंघन के लिए शुक्ला के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए.

मेरठ में महिला से छेड़छाड़ पर बवाल, 2 पक्षों के लोग आमने-सामने; भारी पुलिस बल तैनात, कई लोग घायल!

उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक युवती से छेड़छाड़ और मारपीट के मामला थमने के बजाय और गहराता जा रहा है. सरधना थाना क्षेत्र के मेहरमति गणेशपुर गांव में रविवार को इसी मामले में दूसरे समुदाय के लोगों ने एक हिंदू महिल के घर पर हमला किया था. इस दौरान महिला समेत परिवार के चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने लाठियां फटकारते हुए आरोपियों को खदेड़ा. इस संबंध में पुलिस ने डेढ़ दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.

पीड़ित महिला ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि रविवार सुबह वह गोबर के उपले बना रही थी. इसी दौरान दूसरे समुदाय के युवक ने उसके छेड़छाड़ की. वहीं जब उसने विरोध किया तो आरोपी ने उसके साथ गाली गलौज किया. विवाद बढ़ने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को समझा बुझाकर शांत करा दिया. आरोप है कि पुलिस के वापस लौटने के कुछ देर बाद आरोपी युवक ने कुछ बाहरी लोगों को बुलाकर महिला के घर पर हमला बोल दिया.

19 लोगों पर दर्ज हुई एफआईआर

आरोपियों ने लाठी डंडे भांजे और आरोप है कि इस दौरान फायरिंग भी की. इस घटना में युवती के अलावा उसके भाई और पिता समेत चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इस हमले के कई वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हुए हैं. इसमें साफ तौर पर लोग फायरिंग करते और एक दूसरे से मारपीट करते नजर आ रहे हैं. फिलहाल हालात को देखते हुए पुलिस ने पीड़ित पक्ष की तहरीर पर 19 लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है.

प्लॉट को लेकर हुआ विवाद

पुलिस के मुताबिक आरोपियों में से एक को अरेस्ट भी कर लिया गया है. वहीं बाकियों की तलाश में पुलिस लगातार दबिश दे रही है. एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा के मुताबिक गांव में फिलहाल हालात अंडर कंट्रोल है और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करते हुए गांव में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. उन्होंने बताया कि दोनों पक्षों के प्लॉट आसपास है और इन्हीं प्लॉट की बाउंड्री को लेकर इनके बीच झगड़ा हुआ था. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है.

माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए प्रस्तावित रोपवे परियोजना का विरोध: हितधारकों को बेरोजगारी का डर, रोका गया काम

जम्मू-कश्मीर में त्रिकुटा की पहाड़ियों पर विराजमान माता वैष्णो देवी मंदिर के लिए प्रस्तावित रोपवे परियोजना का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा.सोमवार लगातार चौथे दिन इस योजना के हितधारकों ने उग्र प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस के नेता भी हितधारकों के प्रदर्शन में शामिल रहे. हालात को देखते हुए ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 250 करोड़ रुपये लागत वाले इस प्रस्तावित रोपवे का काम रोक दिया गया है. बड़ा सवाल यह कि लोग इस रोपवे का विरोध क्यों क रहे हैं? इस सवाल का जवाब योजना के उद्देश्य में ही छिपा है.

दरअसल अभी माता वैष्णो देवी की चढ़ाई में कम से कम 7 घंटे लगते हैं. इसके लिए श्रद्धालुओं को 13 किमी की दूरी या तो पैदल चलकर पूरी करनी होती है या फिर टट्टू या पालकी से जाना होता है. ऐसे हालात में कई बार श्रद्धालु ना तो पैदल चलने में समर्थ होते हैं और ना ही वह पालकी या टट्टू पर सवारी में ही सहज होते हैं. इसी समस्या के समाधान के तौर पर श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इस रोपवे प्रस्ताव पर आगे बढ़ने की योजना बनाई थी. बोर्ड का दावा है कि रोपवे प्रोजेक्ट पूरा होने से माता मंदिर की दूरी महज एक घंटे की रह जाएगी.

श्रद्धालुओं को मिलेगी बेहतर सुविधा

श्रीमाता श्राइन बोर्ड के मुताबिक अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस रोपवे में यात्रा करने से किसी श्रद्धालु को कोई दिक्कत भी नहीं होगी. बड़ी बात यह कि इस सुविधा से लोगों का समय और पैसा तो बचेगा ही, उन्हें किसी तरह की मानसिक या शारीरिक परेशानी से भी नहीं जूझना होगा. बोर्ड के मुताबिक इस सुविधा से माता मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं और पर्यटकों की संख्या बढ़ेगी और इससे यहां पर्यटन का दायरा भी बढ़ेगा. बावजूद इसके, योजना के हित धारक विरोध में हैं. इसलिए जरूरी है कि उनका भी दर्द समझ लिया जाए.

हितधारकों को सता रहा बेरोजगारी का डर

दरअसल योजना का विरोध करने वाले सभी हितधारक टट्टू वाले और पालकी वाले हैं. उन्हें डर है कि रोपवे प्रोजेक्ट आते ही वह बेरोजगार भी हो जाएंगे. उनका डर जायज भी है. अभी वह श्रद्धालुओं से मनमानी रकम वसूल करते हैं और यहां उनकी मोनोपॉली चलती है. वहीं जब रोपवे बन जाएगा तो लोग इनसे उलझने के बजाय रोपवे की सेवाएं लेना ज्यादा पसंद करेंगे. हितधारकों को संबोधित करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र सिंह जामवाल ने भी इस आशंका को दोहराया. कहा कि रोपवे का काम दो साल में पूरा हो जाएगा. इसके बाद यहां सेवा देने वाले बेरोजगार हो जाएंगे.