*बहराइच: भाजपा राज में दर-दर भटक रहें किसान.., किसानों की समस्याओं को लेकर सपा ने दिया धरना, पूर्व विधायक ने सौंपा ज्ञापन*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच- विधानसभा कैसरगंज की बाढ़ पीड़ितों और किसानों की समस्याओं को लेकर पूर्व विधायक रामतेज यादव के नेतृत्व में धरना प्रदर्शन किया गया। सभी ने खाद और बीज की कमी से पिछड़ रही खेती पर नाराजगी जताई। प्रदर्शन के बाद राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार अभय राज पाण्डेय को सौंपा।

कैसरगंज में शनिवार को किसानों की समस्या को लेकर आयोजित प्रदर्शन में पूर्व विधायक रामतेज यादव ने कहा भाजपा राज में किसान खाद बीज के लिए दर दर भटक रहे, यह इस समय पूरे जिले की बड़ी समस्या है। इतना ही नहीं ग्यारह सौ रेती, मंझारा तौकली, गांधीगंज, गोड़हिया, बहरामपुर, तपेसिपाह, घाघरा घाट, घाघरा नदी की बाढ़ और कटान ने हजारों घरों और स्कूलों को नष्ट कर दिया है। लाखों लोग विस्थापित हो चुके हैं, लेकिन सरकार और प्रशासन की ओर से अभी तक कोई राहत नहीं दी गई है।

उन्होंने किसानों के लिए 50 किलो चावल, 50 किलो गेहूं, 25 किलो आलू, 5 किलो तेल और बच्चों के लिए बिस्किट उपलब्ध कराने की मांग की। इसके साथ ही स्कूल में पढ़ रहे बच्चों की फीस माफ करने और जिनके घर बाढ़ में नष्ट हो गए हैं, उन्हें आवास देने की मांग उठाई।

धरना प्रदर्शन में प्रदीप यादव एडवोकेट, पूर्व प्रमुख हंसराम यादव, खतीबूद्दीन प्रदेश सचिव मजदूर सभा, जिला सचिव शकील अहमद, मनोज यादव एडवोकेट, बृजेश शर्मा एडवोकेट, मनीष यादव एडवोकेट, शकील अहमद नदवी, फरीद अहमद अंसारी, यशपाल यादव एडवोकेट, अनवर खान, डा. रमेश निषाद, जगदीश यादव, नागेंद्र यादव और अकील अहमद सहित कई नेता और कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

*अपर निदेशक पशुपालन ने अस्थाई गो आश्रय स्थल का किया निरीक्षण*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच- अपर निदेशक, पशुपालन विभाग, देवीपाटन मण्डल गोण्डा डॉ. मेमपाल सिंह ने विकास खण्ड चित्तौरा अन्तर्गत अस्थाई गोआश्रय स्थल कटरा बहादुरगंज का आकस्मिक निरीक्षण कर संरक्षित गोवंशों के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। निरीक्षण के दौरान गोआश्रय स्थल में 487 गोवंश संरक्षित पाये गये जिनमें 481 गोवंश में टैग लगा हुआ पाया गया। यहां पर 03 टीन शेड व 01 शेड छप्पर का बना हैं। जिनकी क्षमता 300-350 पशुओं की है। भण्डार गृह के निरीक्षण के दौरान लगभग 200 कुण्टल भूसा तथा 01 कुण्टल पशु आहार भण्डारित मिला पाया गया।

गो आश्रय स्थल के चारों ओर लकड़ी की बैरीकेटिंग की गयी है। अपर निदेशक द्वारा निर्देष दिया गया कि गोआश्रय स्थल की मजबूत फेंसिंग कराई जाय ताकि संरक्षित गोवंश गो आश्रय स्थल से बाहर न जा सके। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि गो आश्रय स्थल की चारागाह में 1.6 हेक्टेयर क्षेत्रफल में बरसीम व चरी की बोवाई करायी गयी हैं। गो आश्रय स्थल के सभी गोवंश स्वस्थ्य पाये गये। पशुचिकित्सधिकारी कटरा बहादुरगंज को निर्देशित किया गया कि गो आश्रय स्थल का नियमित भ्रमण कर गोवंशों के स्वास्थ्य का नियमित परीक्षण करते रहें। आसन्न शरद ऋतु हेतु गोवंशों की सुरक्षा के लिए बिछावन हेतु लगभग 300 कुण्टल पराली एकत्र की गयी हैं।

निरीक्षण के समय अपर निदेशक डॉ. सिंह ने मौके पर मौजूद ग्राम प्रधान को निर्देश दिया कि खण्ड विकास अधिकारी से सम्पर्क कर गोआश्रय स्थल में अतिरिक्त शेड निर्माण कराएं। ग्राम प्रधान को निर्देश दिया गया कि संरक्षित गोवंशों को प्रतिदिन न्यूनतम 01 कि.ग्रा. पशु आहार प्रति पशु उपलब्ध कराएं तथा सर्दी के मौसम को देखते हुए पशु शेडों के चारों ओर तिरपाल लगवाने की व्यवस्था की जाय। ग्राम प्रधान द्वारा बताया गया कि 01 वर्ष से एस.एफ.सी. पूलिंग की धनराशि प्राप्त नहीं हुई हैं। इस सम्बन्ध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया गया कि सम्बन्धित अधिकारियों से समन्वय कर एस.एफ.सी. पूलिंग के माध्यम गो आश्रय स्थल को धनराशि उपलब्ध कराई जाय।

सीडीओ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिला पर्यावरण समिति की बैठक

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। विकास भवन सभागार में मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण, वृक्षारोपण एवं जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में पर्यावरण, वृक्षारोपण एवं जनपद में बहने वाली सरयू नदी के संवर्धन एवं संरक्षण हेतु निर्धारित बिंदुओं पर व्यापक चर्चा की गई। सीडीओ द्वारा सभी विभागों से वर्ष 2024-25 की भांति वर्ष 2025-26 में भी वृक्षारोपण के लक्ष्यो के सापेक्ष स्थल चयन की कार्रवाई करने हेतु निर्देशित किया गया। सीडीओ श्री चन्द्र द्वारा जिला गंगा प्लान, फाइटोरिमेडियेशन प्लान एवं डीपीओ की नियुक्ति से सम्बन्धित कार्यवाही को शीघ्र पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया।

बैठक का संचालन प्रभागीय वनाधिकारी बहराइच द्वारा किया गया। इस अवसर पर उप जिलाधिकारी कैसरगंज, डीसी मनरेगा, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, अधिशासी अभियंता सरयू नहर खंड 5, जिला विद्यालय निरीक्षक, पुलिस, पर्यावरण, नगर विकास, पंचायती राज, ऊर्जा, प्राविधिक शिक्षा सहित अन्य विभागो के जिला स्तरीय अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी व अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

बुन्देलखण्ड क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि लायेगा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। किसी भी क्षेत्र के विकास के लिए सड़के रीढ़ का काम करती है। सड़कों के निर्माण होने से सम्बन्धित क्षेत्र का विकास बड़ी तेजी के साथ होता है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र उत्तर प्रदेश का ऐसा क्षेत्र रहा है, जहाँ त्वरित आवागमन का अभाव रहा है। पथरीला क्षेत्र होने के कारण क्षेत्र वासियों को कई तरह की कठिनाई आती थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने बुन्देलखण्ड के विकास के लिए विशेष पैकेज दिये और इस क्षेत्र में सिंचाई के लिए जहाँ बाधों, नलकूपों व तालाबों का निर्माण कराया है. वहीं पेयजल परियोजनायें पूर्ण कर ग्रामवासियों को जल आपूर्ति की जा रही है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के सर्वागीण विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराना प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड वासियों को बहुत बड़ा तोहफा दिया गया है, जिसे उस क्षेत्र की आने वाली पीढ़ी सदैव याद रखेगी। यह एक्सप्रेस-वे बुन्देलखण्ड के जनपद चित्रकूट, बाँदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन से गुजरते हुए औरैया व जनपद इटावा में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे में जुड़ जाता है।

बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे विकास का पहियाः- प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड क्षेत्र के विकास के लिए कृत संकल्पित है। बुन्देलखण्ड वासियों की हर क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि और विकास करना सरकार का ध्येय है। इस क्षेत्र के विकास के लिए जितना ध्यान वर्तमान सरकार ने दिया है. उत्तना पूर्व में किसी ने नही दिया। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण का शुभारम्भ एवं लोकार्पण भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा किया गया। यह एक्सप्रेस-वे 296 किमी लम्बा है। यह जनपद चित्रकूट बाँदा, महोबा, हमीरपुर, जालौन, औरेया होते हुए इटावा जनपद में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे में मिलता है। अभी यह फोर लेन का होगा जिसे आगे चलकर 6 लेन भी बनाया जायेगा। इसमें चार रेलवे ओवर ब्रिज, 14 बडेपुल, सात रैम्प प्लाजा, 268 छोटेपुल, 18 फ्लाई ओवर और 214 अन्डरपास बनें है। इस एक्सप्रेस-वे को समयान्तर्गत पूर्ण कर लिया गया है। इस एक्सप्रेस वे के बनने से बुन्देलखण्ड के 138 ग्राम और औरेया व इटावा के 44 ग्रामों का सीधा जुड़ाव हो गया है।

किसानों का हो रहा है फायदाः- बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के बनने से बुन्देलखण्ड क्षेत्र के किसानों को लाभ मिल रहा है। किसानों को उनकी उपज की फसलें मण्डियों तक पहुँचाने में शीघ्रता हो रही है। स्थानीय फसल, फल, फूल, सब्जियों, दूध आदि जल्द खराब होने वाली फसलों को बाजारों, मण्डियों तक पहुँचने में शीघ्रता और ताजी होने पर सही मूल्य भी मिल रहा है। यदि किसान अपनी उपज को बाहर की मण्डियों, शहरों में बेचना चाहेगा तो उसका भी उसे फायदा मिलेगा। किसानों को खेती किसानी करने के लिए आवश्यक बीज, खाद आदि भी समय से मिलते रहेगें। किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य मिलने से उनकी आय में बढ़ोत्तरी हो रही है।

पर्यटन को बढ़ावाः- संास्कृतिक धरोहर को संजोये हुए बुन्देलखण्ड अपनी एकता और आपसी भाई चारे के लिए जाना जाता है। ऐतिहासिक एवं संास्कृतिक दृष्टि से बुन्देलखण्ड समृद्ध है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के बनने से पर्यटकों को देखने के लिए झाँसी का किला, ओरछा का किला, चतुर्भुज का मन्दिर, जहाँगीर महल, ओरछा वन्य जीव अभ्यारण, मध्य प्रदेश में पड़ने वाला खजुराहो आदि नजदीक पड़ते है। कालिजर का किला, चित्रकूट धाम, भरतकूप, राजापुर, कालपी, महोबा, उरई, बटेश्वर आदि ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों को देखने, दर्शन करने के लिए पर्यटक आकर्षित होगें। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से बुन्देलखण्ड पर्यटन का हब बन रहा है। पर्यटन को बढ़ावा मिलने से स्थानीय लोककला, लोकसंस्कृति, स्थानीय निर्मित वस्तुएं दस्तकारी आदि को बढ़ावा मिलेगा और लोगों की आर्थिक प्रगति के साथ ही रोजगार भी मिलेंगे।

स्थानीय उत्पाद एवं रोजगार को मिलेगा बढ़ावाः- बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से स्थानीय लोगों को आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलना शुरू हो गया है। आवागमन की अच्छी सुविधा होने पर क्षेत्रीय युवकों को स्वरोजगार के साथ-साथ स्थानीय हस्तकला, दस्तकारी, लोककला, पत्थर की मूर्तियों व खनन सामग्री आदि को बढ़ावा मिले रहा है। इस एक्सप्रेस-वे के बनने से स्थानीय लोग सड़कों के किनारे विभिन्न तरह के खान-पान के लिए दुकानें, रेस्टोरेंट, होटल, ढाबा, वाहन मरम्मत, इलेक्ट्रानिक्स सामानों, स्थानीय खाद्य वस्तुओं, कृषि उपज, स्थानीय लोककला के बर्तन-वस्त्र आदि बेचने की दुकानें खोलकर अपना धन्धा शुरू कर रहे हैं। उन्हें भविष्य में अच्छा लाभ होगा। लोगों को रोजगार के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे के किनारे एवं औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित उद्योगों, फैक्टरियों आदि में भी कुशल, अकुशल श्रमिकों, तकनीशियनों, प्राविधिक शिक्षा प्राप्त युवाओं/युवतियों को नौकरियों मिलेंगी। इससे लोगों को विभिन्न प्रकार के रोजगार का सृजन होगा।

ईंधन की कम खपत व प्रदूषण में कमीः- बुन्देलखंड एक्सप्रेस के बनने से वाहनों की गति में तेजी आ रही है और वाहन घूमकर ज्यादा रास्ता तय कर अपनी मंजिल पर पहुँचने के बजाय एक्सप्रेस-वे से उनकी मंजिल कम हो रही है और शीघ्र ही अपने गन्तव्य तक पहुँच रहे है। इससे वाहनों के ईधन में कमी आ रही है और वाहनों के ईधन में कमी से पैसा भी बच रहा है। अच्छी और गुणवत्तायुक्त सड़क से चलने पर ईधन की खपत कम होती है। ज्यादा दूरी तक वाहन चलाने व जाम की समस्या होने पर वाहनों से ज्यादा धुआ निकलता है. इससे प्रदूषण बढ़ता है। किन्तु एक्सप्रेस-वे से कहीं जाम व गति में धीमापन न होने से प्रदूषण कम होगा। साथ ही सड़क किनारे वृक्षारोपण भी हो रहा है। इससे प्रदूषण और कम होगा।

देश व प्रदेश के अन्य एक्सप्रेस-वे से कनेक्टिविटीः- बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से पूरा बुन्देलखंड क्षेत्र देश व प्रदेश की राजधानियों सहित अन्य प्रदेशों से भी सीधे जुड़ गया है। दिल्ली की दूरी जो चित्रकूट से 10 से 12 घन्टे पहुंचने का समय लगता था वह कम होकर, 5-6 घंटे हो गया है। बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे में मिला है, फिर यह पूर्वाचल एक्सप्रेस-वे आगरा-नोएडा यमुना एक्सप्रेस-वे व बन रहे गंगा एक्सप्रेस-वे में तथा कानपुर, लखनऊ, वाराणसी, आगरा प्रयागराज जेवर आदि एयरपोर्ट सहित प्रदेश व देश के समस्त एक्सप्रेस-वे से सीधे जुड़ गया है। इससे आवागमन एवं आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में शीघ्रता हो रही है।

उद्योगों, प्रौद्योगिकी, तकनीकी, मेडिकल आदि शिक्षण संस्थाओं का निर्माणः- बुन्देलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से प्रदेश और देश की कनेक्टिविटी सीधे हो गई है। एक्सप्रेस-वे के किनारों पर उद्योगों, फैक्टरियों की स्थापना हो रही है। उनकी स्थापना के लिए भूमि की उपलब्धता है। उद्योगों की स्थापना से क्षेत्र का विकास होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा इससे उनकी आर्थिक प्रगति होगी। प्रदेश सरकार द्वारा बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के साथ डिफेन्स इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर परियोजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के किनारो पर विभिन्न प्रौद्योगिकी, तकनीकी एवं मेडिकल एवं स्वास्थ्य सेवाओं आदि के शिक्षण संस्थानों की स्थापना होगी। इन शिक्षण संस्थानों की स्थापना से छात्र/छात्राओं को शिक्षा ग्रहण करने में आसानी होगी, उन्हें दूर नहीं जाना होगा, और अभिभावकों की आर्थिक बचत होगी। साथ ही स्थानीय लोगों को नौकरियों व रोजगार मिलेंगे। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा बुन्देलखण्ड क्षेत्र एवं वहाँ के लोगों के विकास के लिए शुरू कराये गये बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे के निर्माण से निश्चय ही क्षेत्र में आर्थिक समृद्धि आयेगी।

राजकीय स्वर्ण जयन्ती पौधशाला, बभनी पर उपलब्ध हैं सब्जी बेहन पौध

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि जनपद बहराइच के कृषकों को सब्जी बेहन पौध सुगमतापूर्वक उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, उ.प्र., लखनऊ द्वारा राजकीय स्वर्ण जयन्ती पौधशाला, बभनी, बहराइच स्थित ‘‘मिनी सेन्टर ऑफ एक्सीलेन्स’’ पर रोगमुक्त व स्वस्थ्य शाकभाजी पौध उपलब्ध हैं। इच्छुक कृषक उत्पादित बेहन पौध रू. 2/प्रति पौध की दर से प्राप्त कर बेमौसम शाकभाजी उत्पादित कर कृषि को अपनी मुख्य आय का साधन बना सकते हैं।

जिला उद्यान अधिकारी ने बताया कि क्सीलेन्स नर्सरी में किसान अपना बीज देकर रू.-1/प्रति पौधा शुल्क जमा कर पौध भी उत्पादित करा सकते हैं। यह पौधे राजकीय स्वर्ण जयन्ती पौधशाला, बभनी, बहराइच पर कभी भी प्राप्त किये जा सकते है। किसी प्रकार की जानकारी के लिए पौधशाला प्रभारी, मंजीत सिंह के मो.न. 7388046768 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

15 दिवसीय प्रशिक्षण के लिए आवेदन की अन्तिम तिथि 29 नवम्बर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उपायुक्त उद्योग केशव राम वर्मा ने बताया कि उद्योग एवं उद्यम प्रोत्साहन निदेशालय उ.प्र, कानपुर द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी उपलब्ध कराने तथा शिक्षित बेरोजगारों को स्वरोजगार स्थापित करने में उचित मार्गदर्शन प्रदान करने के उद्देश्य से वर्ष 2024-25 अन्तर्गत उद्यमिता विकास संस्थान, सरोजनी नगर, लखनऊ द्वारा आयोजित 15 दिवसीय उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए इच्छुक पुरूष एवं महिला अभ्यर्थी 29 नवम्बर 2024 तक आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं।

उपायुक्त उद्योग ने बताया कि अभ्यर्थी की शैक्षिक योग्यता हाईस्कूल उत्तीर्ण तथा आयु सीमा 18 से 40 वर्ष के बीच होना आवश्यक है। प्रशिक्षणार्थियों का चयन साक्षात्कार के आधार पर किया जायेगा। चयन हेतु 30 नवम्बर 2024 को जिला उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केन्द्र, बहराइच में साक्षात्कार आयोजित किया जायेगा। साक्षात्कार हेतु आवेदक को अपनी शैक्षिक योग्यता एवं अन्य प्रपत्रों के साथ पूर्वान्ह 11.00 बजे उपस्थित होना होगा। श्री वर्मा ने बताया कि आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों को जाति प्रमाण-पत्र प्रस्तुत करने पर चयन में वरीयता प्रदान की जायेगी। आवेदन पत्र किसी भी दिन कार्यालय कार्य दिवस में प्रस्तुत किये जा सकते है।

28 नवम्बर को महिला महाविद्यालय में आयोजित होगा युवा उत्सव

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिला युवा कल्याण एवं प्रान्तीय विकास दल अधिकारी प्राची पंवार ने बताया कि युवा कल्याण एंव प्रान्तीय रक्षक दल/विकास दल उ.प्र. के महानिदेशक एवं मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र के निर्देश पर युवा कल्याण विभाग द्वारा 28 नवम्बर 2024 को महिला महाविद्यालय में जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम (युवा उत्सव) एवं विज्ञान मेले का आयोजन किया जायेगा। जिसमें संस्कृति सत्र अन्तर्गत लोक नृत्य, समूह लोकगीत, एकल लोक नृत्य एवं एकल लोक गीत तथा जीशन कौशल सत्र अन्तर्गत कविता, कहानी लेखन, चित्रकारी एवं भाषण विधाओं में इच्छुक कलाकार जिनकी आयु 15 से 29 वर्ष के बीच है, प्रतिभाग कर सकते हैं।

जिला युवा कल्याण अधिकारी ने बताया कि 28 नवम्बर 2024 को महिला महाविद्यालय में आयोजित जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम (युवा उत्सव) के अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचार विषय पर विज्ञान मेले का आयोजन किया गया है। सुश्री पंवार ने बताया कि युवा उत्सव में प्रतिभाग करने हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक तथा शैक्षणिक संस्थाओं एवं विद्यालयों से पत्राचार किया गया है। सुश्री पंवार ने बताया कि युवा उत्सव में प्रतिभाग करने हेतु इच्छुक प्रतिभागी विकास भवन स्थित जिला युवा कल्याण एवं प्रान्तीय विकास दल अधिकारी बहराइच के कार्यालय से सम्पर्क 26 नवम्बर 2024 तक पंजीकरण करा सकते हैं। जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम (युवा उत्सव) एवं विज्ञान मेले के सम्बन्ध में अधिक जानकारी के लिए मो.न. 7376654480, 8218364551, 9554604798 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

लेजर रिजॉर्ट में संगोष्ठी का हुआ आयोजन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। गत दिवस लेज़र रिसोर्ट बहराइच में निवारक सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें कॉरपोरेट कार्यालय चेन्नई के मुख्य सतर्कता अधिकारी विशेष कुमार श्रीवास्तव द्वारा इण्डियन बैंक के सभी शाखा प्रबंधक और अंचल कार्यालय के अधिकारी/कर्मचारी को संबोधित किया गया। श्री श्रीवास्तव जी इण्डियन बैंक में मई 2022 से मुख्य सतर्कता अधिकारी है इससे पूर्व वह ग्रुप चीफ कंप्लायंस ऑफिसर थे। उन्होने उक्त कार्यक्रम में प्रतिभाग करने वाले समस्त अधिकारियों/कर्मचारियों को बैंक में कार्य करते समय सर्तक रहने को बताया। बैंक का धन, लोकधन है और बैंकर की जिम्मेदारी है कि इसकी सुरक्षा सदैव करें तथा जनता का विश्वास अवश्य बनाए रखें तथा किस-किस तरह की फॉड हो सकता है उस पर चर्चा की और बचने के तरीके बताते हुए सतर्कता से कार्य करने हेतु समझाया। बैंकों में घटने वाली फॉड से बचने के तरीके बताए तथा कार्य का सम्पादन निष्पक्ष एवं नियमानुसार करने का गुण बताया।

इण्डियन बैंक के अंचल प्रमुख कृष्ण कुमार साहू ने भी बैंक में होने वाले फॉड, जो ज्यादातर खाता खुलाना, एटीएम जारी करना, मोबाइल नं. अपडेट करने से संबंधित रहता है आदि पर चर्चा करते हुए सभी को सर्तक रहने के लिए बताया। अन्त में उप अंचल प्रमुख निरंजन कुमार ने मुख्य सतर्कता अधिकारी विशेष कुमार श्रीवास्तव, अंचल प्रमुख कृष्ण कुमार साहू एवं सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए गोष्ठी में प्राप्त जानकारी का सदुपयोग करने का आहवान किया।

निवारक सतर्कता जागरूकता कार्यक्रम का हुआ समापन

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिला युवा कल्याण एवं प्रान्तीय विकास दल अधिकारी प्राची पंवार ने बताया कि युवा कल्याण एंव प्रान्तीय रक्षक दल/विकास दल उ.प्र. के महानिदेशक एवं मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र के निर्देश पर युवा कल्याण विभाग द्वारा 28 नवम्बर 2024 को महिला महाविद्यालय में जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम (युवा उत्सव) एवं विज्ञान मेले का आयोजन किया जायेगा। जिसमें संस्कृति सत्र अन्तर्गत लोक नृत्य, समूह लोकगीत, एकल लोक नृत्य एवं एकल लोक गीत तथा जीशन कौशल सत्र अन्तर्गत कविता, कहानी लेखन, चित्रकारी एवं भाषण विधाओं में इच्छुक कलाकार जिनकी आयु 15 से 29 वर्ष के बीच है, प्रतिभाग कर सकते हैं।

जिला युवा कल्याण अधिकारी ने बताया कि 28 नवम्बर 2024 को महिला महाविद्यालय में आयोजित जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम (युवा उत्सव) के अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचार विषय पर विज्ञान मेले का आयोजन किया गया है। सुश्री पंवार ने बताया कि युवा उत्सव में प्रतिभाग करने हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक तथा शैक्षणिक संस्थाओं एवं विद्यालयों से पत्राचार किया गया है। सुश्री पंवार ने बताया कि युवा उत्सव में प्रतिभाग करने हेतु इच्छुक प्रतिभागी विकास भवन स्थित जिला युवा कल्याण एवं प्रान्तीय विकास दल अधिकारी बहराइच के कार्यालय से सम्पर्क 26 नवम्बर 2024 तक पंजीकरण करा सकते हैं। जनपद स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम (युवा उत्सव) एवं विज्ञान मेले के सम्बन्ध में अधिक जानकारी के लिए मो.न. 7376654480, 8218364551, 9554604798 पर सम्पर्क किया जा सकता है।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित क्षेत्रीय सम्मेलन को डीएम मोनिका रानी ने किया सम्बोधित

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। कार्मिक, लोक शिकायत तथा पेंशन मंत्रालय, प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग, भारत सरकार तथा छत्तीसगढ राज्य सरकार ़के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में गुड गवर्नेन्स थीम पर आयोजित 02 दिवसीय क्षेत्रीय सम्मेलन में एडिशनल चीफ सेक्रेटरी, फारेस्ट एण्ड फूड, छत्तीसगढ़ श्रीमती ऋचा शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित वूमेन लीडरशित इन डिस्ट्रिक्ट एडमिस्ट्रेशन सेशन के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी द्वारा वूमेन लीडरशिप इन डिस्ट्रिक्ट एडमिस्ट्रेशन विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।

क्षेत्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने आकांक्षात्मक जनपद बहराइच को पिंक सिटी की संज्ञा देते हुए प्रशासनिक ढांचे की जानकारी देते हुए बताया कि जिस जनपद बहराइच से वह आयी हैं वहां की वह स्वयं जिलाधिकारी है तथा पुलिस अधीक्षक, जिला पंचायत अध्यक्ष, एम.एल.सी., विधायक सदर, विधायक बलहा, नगर पालिका परिषद बहराइच की अध्यक्ष, नगर मजिस्ट्रेट, अधिशासी अधिकारी के साथ-साथ कई अन्य महत्वूपर्ण पदों पर महिलाएं विराजमान हैं, और अपने पदेन उत्तरदायित्वों को बखूबी अंजाम दे रही हैं।

डीएम मोनिका रानी ने अभिनव पहल के रूप में जनपद में संचालित किये गये सेवा से संतृप्तिकरण अभियान की सफलता का ज़िक्र करते हुए अभियान के दौरान सोशल वेलफेयर, कृषि, पोषण एवं स्वास्थ्य, शिक्षा, ग्राम्य विकास, कौशल विकास, विद्युत, पेयजल, सिंचाई इत्यादि के क्षेत्र में अर्जित की गई उपलब्धियों का विवरण प्रस्तुत किया।

जिलाधिकारी ने आकांक्षात्मक जनपद की भौगोलिक परिस्थिति, दर्शनीय एवं पर्यटन स्थलों तथा नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, वित्तीय समायोजन, कौशल विकास, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं कृषि सेक्टर में अर्जित की गई उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि नीति आयोग की ओर से अब तक जनपद को 14 करोड़ रूपये की धनराशि इनसेंटिव के रूप में प्राप्त हो चुका है।

महिला स्वावलम्बन तथा नारी सशक्तिकरण पर प्रकाश डालते हुए डीएम मोनिका रानी ने बताया कि 02 अक्टूबर 2023 को गांधी जयन्ती के अवसर महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वः रोज़गार कार्यक्रम (एस.ई.पी.आई.) अन्तर्गत चयनित तलाकशुदा निराश्रित 05 महिलाओं बिट्टा, सायरा, मेघा, शिव कुमारी व आरती को बैंकों से ऋण दिलाकर स्वावलम्बी बनाने के लिए उन्हें पिंक रिक्शा उपलब्ध कराकर अभिनव पहल की गई थी। उन्हीं महिलाओं में पिंक रिक्शा चालक आरती को 22 मई 2024 को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लंदन में आयोजित कार्यक्रम में प्रिंस ट्रस्ट के द्वारा यू.के. रॉयल अवार्ड से नवाज़ा गया है। जिससे जिले की महिलाओं में स्वावलम्बन की प्रेरणा बलवती हुई है।