नगर रुदौली में दो स्थानों पर हो रही श्रीमद् भागवत से श्रोता हुए पुलकित
रुदौली अयोध्या । श्री कृष्ण जी का जन्म रक्ष सो का बध करने के लिए ही हुआ था बाल्यावस्था में उन्होंने अनेक बलशाली राक्षसो का बध किया पूतना बध की रोचक कथा की कहते हुए स्टेशन मार्ग स्थित पूरे काजी रुदौली में राम कुमार कसौधन द्वारा आयोजित श्री मद भागवत कथा में कथा ब्यास रोहित मिश्र जी महाराज ने कहा जब कृष्ण की आयु कुछ सप्ताह की ही थी कंस ने मायावी राक्षसी पूतना को आसपास के सभी गांवों के नवजात शिशुओं का अंत करने का आदेश दिया। पूतना जब गोकुल में आई तब उसने कृष्ण को अपना विषभरा दूध पिलाकर मारने की योजना बनाई।
पूतना एक सुंदर स्त्री का रूप लेकर नंद जी के घर पहुंची थी और यशोदा से उसके नवजात शिशु को अपना दुध पिलाने का आग्रह करने लगी पूतना एक मायावी राक्षसी हैं और वो शिशु की हत्या की योजना बनाकर पहुंची है इस बात से माता यशोदा अनजान थी और यशोदा ने पूतना का आग्रह स्वीकार कर लिया और श्री कृष्ण को उनको दे दिया पूतना विकराल रूप में आकर स्तन पान करने लगी तभी श्री कृष्ण ने विकराल पूतना का बध कर दिया सारे गोकुल वासी हतप्रभ रह गए इसी प्रकार से श्री कृष्ण जी ने कंस द्वारा भेजे गए बकासुर शकरासुर,त्रिनावत ,अघासुर ,धेनुकासुर प्रलंबासुर, अरिष्टासुर,केशी आदि राक्षस का बध किया ।श्री कृष्ण जी के बाल लीला का बहुत ही मनोहारी रूप से चित्रण किया ।
डाक बंगला रुदौली में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के सप्तम दिवस ( विराम दिवस) में श्री अयोध्याधाम से पधारे कथाप्रवक्ता सनातन संवाहक आलोकानंद व्यास जी महाराज श्री ने भगवान श्रीकृष्ण के अन्य विवाह, भगवान कृष्ण के संतति का वर्णन,जरासंध वध, नृग उपख्यान, श्री सुदामा चरित्र, व परीक्षित मोक्ष की कथा का वर्णन करके श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया,पूज्य व्यास जी ने कहा की संसारिक वस्तुवें नाश्वान हैँ,ईश्वर ही हमारे लिए सब कुछ हैँ,इसीलिए हमें निरंतर प्रभू की भक्ति करते रहना चाहिए। कथा का श्रवण करने के लिए रुदौली विधायक रामचंद्र यादव भी पहुंचे ।
कथा के मुख्य यजमान घनश्याम यादव ,राजेश यादव,श्रीमती राजकुमारी यादव, श्रीमती जायत्री देवी, श्रीमती रायत्री देवी, आशीष शर्मा ,पंकज शर्मा , विंध्यवासिनी प्रसाद मिश्र , नीरज मिश्रा व हजारों श्रोताओं की उपस्थिति रही। मोहल्ला मलिकजादा में श्रीमती कांति देवी एवं संतोष कुमार कसौधन के आयोजन में सप्त दिवसीय श्री मद भागवत पुराण कथा के समापन के बाद जगन्नाथ जी भंडारा आयोजित किया गया जिसमे हजारों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया विधायक राम चंद्र यादव ने कहा की ऐसे आयोजन से सामाजिक सम रस ता बढ़ती है एक साथ बैठकर प्रसाद ग्रहण करने से सद भाव की भावना जागृत होती है धार्मिक परिचर्चा से ज्ञान की वृद्धि होती है सदाचरण बढ़ता है ।कार्यक्रम का संचालन शतींद्र प्रकाश शास्त्री ने किया।
Nov 21 2024, 18:40