आजमगढ़:- वंदना यादव ,अनामिका यादव और रूपम मौर्या का बिहार में  सहायक अध्यापक पर  हुआ चयन
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। फूलपुर तहसील के फदगुदिया कि बंदना यादव पुत्री श्री राजेंद्र प्रसाद यादव ग्राम फदगुदिया की निवासी है। वंदना ने हाईस्कूल 2013 में सरस्वती शिशु मंदिर अंबारी से, इंटरमीडिएट की परीक्षा2015 में एमआरडी विद्यालय अंबारी से  और स्नातक 2018 में एवं परास्नातक 2023 गया प्रसाद स्मारक राजकीय महिला पी जी कॉलेज अंबारी से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है एवं  डी.एल.एड. 2021 में सुल्तानपुर डायट से उत्तीर्ण की है। इनका चयन बिहार में हिंदी में सहायक पद पर हुआ है । 
अनामिका यादव पुत्री श्री राकेश यादव  ग्राम बहाउद्दीनपुर की निवासी हैं। अनामिका ने हाईस्कूल 2014 में एवं इंटरमीडिएट  की परीक्षा 2016 में  सरस्वती राधा कृष्ण इंटर कॉलेज अंबारी से उत्तीर्ण की है। स्नातक 2019  एवं परास्नातक (हिंदी) 2024 में गया प्रसाद स्मारक राजकीय महिला पी जी कॉलेज अंबारी से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है एवम डी.एल.एड. 2021 में सुल्तानपुर डायट से उत्तीर्ण की है

रूपम मौर्या पुत्री श्री छोटेलाल मौर्य , ग्राम पलथी, दीदारगंज की निवासी हैं। रूपम ने एम ए (हिंदी) की परीक्षा 2018 में गया प्रसाद स्मारक राजकीय महिला  महाविद्यालय ,अंबारी से प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है एवं 2023 में यूजीसी, नेट की भी परीक्षा उत्तीर्ण की है।
तीनों  छात्राएं गया प्रसाद स्मारक राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय अम्बारी की होनहार छात्राएं रहीं है , डॉ उदयभान ने तीनों को बहुत बहुत बधाई और आगे और भी प्रगति की शुभकामनाएं दी हैं। 

आजमगढ़:-फूलपुर में एक दूजे के हुए 80 जोड़े,जीवन भर साथ निभाने की खायीं कसमें, ब्लाक प्रमुख अर्चना यादव ने दोनों पक्षों से अभिभावक की भूमिका

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  मुख्यमंत्री सामूहिक शादी समारोह का आयोजन में फूलपूर ब्लाक प्रागण में किया गया। इस दौरान 6 ब्लाक के 80 जोड़ो ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच गले मे वर माला डाल कर परिणय सूत्र बध गए। मुख्य अतिथि पूर्व सांसद संगीता आजाद, पूर्व विधायक अरिमर्दन आजाद, ब्लाक प्रमुख अर्चना यादव, जिला समाज कल्याण अधिकारी मोतीलाल, शादी के साक्षी बन वर बधू का आशीर्वाद दिया। शादी विवाह के बाद समस्त जोड़ो को शादी का प्रमाण पत्र अतिथियों द्वारा वितरण किया गया। तद्पश्चात सरकार द्वारा प्रदान की जाने वाली सहायता राशि सहित उपहार के रूप में चाँदी की विछिया, पायल, ट्राली बैग, सृंगार सेट, दीवार घड़ी, डिनर सेट, प्रेसर कुकर, दिया गया । कार्यक्रम की सफलता के लिए सहायक विकास अधिकारी फुलपुर राजेन्द्र प्रसाद, चन्द्रकेश यादव, राजेन्द्र प्रसाद यादव, सर्वजीत सिंह, वीवो, रोहित कुमार एडीओ पवई हनुमान यादव, वीर बहादुर यादव ग्राम पंचायत अधिकारी अखिलेश, बृजेश, राजेश, ज्ञान सिंह, अभिमन्यू, गुलाब शर्मा, शैलेन्द्र, सुनीता, ममता श्रीवास्तव, शौरभ, सुनील, अशोक, अरविंद, विजय चंद, प्रशांत, ओमप्रकाश यादव आदि कार्यक्रम की सफलता के लिए लगे रहे। शादी समारोह में उपस्थित क्षेत्रवासी इंद्रभूषण सिंह, सतीश राय, मंगला यादव, मृगांग यादव उर्फ टाइगर, राम नयन, राजकुमार, लेखाकार रहमतुलाह, अनूप मौर्य, सन्देस अखिलेश आदि रहे।
आजमगढ़:-अधीक्षण अभियंता के फूलपुर उपकेंद्र का किया निरीक्षण, राजस्व वृद्धि पर दिया जोर

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  आजमगढ़ सर्किल-2 के नए अधीक्षक अभियंता ने चार्ज लेते ही फूलपुर सबस्टेशन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। 
चार्ज लेते ही नवागत अधीक्षक अभियंता छैल बिहारी  गुरुवार को फूलपुर सबस्टेशन का निरीक्षण करने पहुँच गए। उन्होंने सबस्टेशन का विधिवत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया। साथ ही बकायेदारों से राजस्व वसूली की बात भी कही। कहा कि उपभोक्ताओं से टर्न ओवर बढ़ाने तथा वाणिज्यिक उपभोक्ताओं से शत प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर अधिशासी अभियंता केके वर्मा, उपखण्ड अधिकारी एसएन सिंह अवर अभियंता मनीष कुमार आदि रहे।

आजमगढ़:-अधीक्षण अभियंता के फूलपुर उपकेंद्र का किया निरीक्षण, राजस्व वृद्धि पर दिया जोर

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।आजमगढ़ सर्किल-2 के नए अधीक्षक अभियंता ने चार्ज लेते ही फूलपुर सबस्टेशन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। 
चार्ज लेते ही नवागत अधीक्षक अभियंता छैल बिहारी  गुरुवार को फूलपुर सबस्टेशन का निरीक्षण करने पहुँच गए। उन्होंने सबस्टेशन का विधिवत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया। साथ ही बकायेदारों से राजस्व वसूली की बात भी कही। कहा कि उपभोक्ताओं से टर्न ओवर बढ़ाने तथा वाणिज्यिक उपभोक्ताओं से शत प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर अधिशासी अभियंता केके वर्मा, उपखण्ड अधिकारी एसएन सिंह अवर अभियंता मनीष कुमार आदि रहे।

आजमगढ़:-अधीक्षण अभियंता के फूलपुर उपकेंद्र का किया निरीक्षण, राजस्व वृद्धि पर दिया जोर

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  आजमगढ़ सर्किल-2 के नए अधीक्षक अभियंता ने चार्ज लेते ही फूलपुर सबस्टेशन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। 
चार्ज लेते ही नवागत अधीक्षक अभियंता छैल बिहारी  गुरुवार को फूलपुर सबस्टेशन का निरीक्षण करने पहुँच गए। उन्होंने सबस्टेशन का विधिवत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया। साथ ही बकायेदारों से राजस्व वसूली की बात भी कही। कहा कि उपभोक्ताओं से टर्न ओवर बढ़ाने तथा वाणिज्यिक उपभोक्ताओं से शत प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर अधिशासी अभियंता केके वर्मा, उपखण्ड अधिकारी एसएन सिंह अवर अभियंता मनीष कुमार आदि रहे।

आजमगढ़:-अयोध्या और काशी के मध्य स्थित दुर्वाषा धाम का है पौराणिक महत्व, कार्तिक पूर्णिमा पर उमड़ा है सैलाब

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। फूलपुर तहसील मुख्यालय से लगभग 7 किलोमीटर दूर पौराणिक दुर्वाषा धाम लोगों की आस्था और पर्यटन का बड़ा केंद्र है। यहां तमसा-मंजूषा नदियों के संगम के एक छोर पर ऋषि दुर्वाषा का मंदिर तो दूसरी छोर पर प्राचीन शिव मंदिर है। कहा जाता है कि ऋषि दुर्वाषा की तपस्या से प्रसन्न होकर शिवलिंग स्वत: प्रकट हुआ। यहां श्रावण मास के अलावा कार्तिक पूर्णिमा पर तीन दिन का बड़ा मेला लगता है। श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है, लेकिन यहां विकास के नाम पर कुछ नहीं दिखता।

  काशी और अयोध्या की दूरी समान

यहां स्थित शिव मंदिर से जितनी दूरी अयोध्या की उतनी ही दूरी काशी की है। दो तीर्थस्थलों के बीच होने से इसका महत्व और बढ़ जाता है। काशी और अयोध्या दोनों की दूरी ट्रेन से 91 और 97 किमी है।

  दो भागों में बंटा है धाम

फूलपुर तहसील के बनहर मय चक गजड़ी गांव में मंजूषा के एक छोर पर मंदिर में ऋषि दुर्वाषा की प्रतिमा स्थापित है, तो दूसरे छोर पर निजामाबाद तहसील के दुर्वाषा गांव मेें प्राचीन शिव मंदिर है, जहां मेला लगता है। मेलार्थी स्नान के बाद ऋषि की प्रतिमा का दर्शन-पूजन करते फिर मेले का आनंद लेते हैं।


मान्यता :::: -फूलपुर तहसील मुख्यालय से सात किमी दूर स्थित धाम के बारे में पुराणों में वर्णित मान्यताओं के अनुसार महर्षि दुर्वाषा तमसा-मंजूषा नदियों के संगम पर तपस्या के बाद धरती में समाहित हो गए थे। सृष्टि के निर्माण के समय ही अत्रि मुनि और अनुसुइया के तीन पुत्र दुर्वाषा, दत्तात्रेय और चंद्रमा का जन्म हुआ था। भगवान राम जनकपुर जाते समय दुर्वाषा होकर गए थे।

  ऐसे पहुंंचे धाम तक::: -वाराणसी से आने वाले जिला मुख्यालय से 18 किमी पहले मुहम्मदपुर उतरकर निजी साधन से फरिहां, सरायमीर, फूलपुर होते हुए जा सकते हैं। अयोध्या से आने वाले निजी साधन से कप्तानगंज उतरकर अहरौला होते हुए धाम तक पहुंचेंगे।

-पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के साथ ही ट्रेनों से की जा सकती है यात्रा

अयोध्या से दुर्वाषा धाम पहुँचने के लिए सड़क मार्ग से पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का सहारा लिया जा सकता है। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से फुलवरिया उतरकर माहुल होते हुए 6 किमी फूलपुर पहुँचकर दुर्वाषा धाम पहुँच सकते हैं। वहीं ट्रेन से 97 किमी जौनपुर जनपद के शाहगंज जंक्शन पर उतरकर 14 किमी फूलपुर पहुँचकर दुर्वाषा धाम जाया जा सकता है। जनपद मुख्यालय से एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ ही सवारी गाड़ी का प्रयोग फूलपुर तक के लिए उपलब्ध है। कुल दूरी लगभग 40 किमी है। फूलपुर से आटो रिक्सा से दुर्वाषा धाम पहुँच सकते हैं। काशी से ट्रेनों के साथ ही रोडवेज बसों से फूलपुर पहुँचकर दुर्वाषा धाम जाया जा सकता है। काशी से कई ट्रेनें शाहगंज जंक्शन तक आती हैं। काशी से शाहगंज जंक्शन की दूरी 91 किमी है। ट्रेन से यात्रा करने के लिए अयोध्या और काशी से लगभग समान दूरी तय करनी होगी।

-युवक युवतियों से लेकर बुजुर्ग तक पहुँचते हैं दुर्वाषा धाम

दुर्वाषा धाम की महत्त्ता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां पर दुर्वाषा ऋषि के साथ ही शिवजी का दर्शन करने युवक युवतियों से लेकर बुजुर्ग तक पहुँचते हैं। कार्तिक पूर्णिमा पर लगने वाले तीन दिवसीय मेले में एक लाख के करीब श्रद्धालु पहुँचते हैं। बाकी समय में भी दिन भर लोग पूजा पाठ के साथ ही कड़ाही चढ़ाते हैं। इस साल 14 नवंबर को बटोर, 15 नवंबर को मुख्य नहान जबकि 16 नवंबर को स्थानीय मेला है।
आजमगढ़:- महर्षि दुर्वाषा की तपोस्थली पर उमड़ा आस्था का सैलाब, तमसा और मंजूषा के संगम पर डुबकी लगाकर सुख संवृद्धि की श्रद्धालुओं ने की कामना

वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। महर्षि दुर्वाषा की तपोस्थली दुर्वाषा धाम पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर अपने और परिवार की सुख संवृद्धि की कामना की। मेले में लोगों ने अपनी जरूरतों के हिसाब से खरीदारी किया। मेला परिसर में जरूरत के सामानों के साथ ही मनोरंज की भी व्यवस्था है।

पुलिस प्रशासन मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए लगा रहा। इस पौराणिक स्थली पर महर्षि दुर्वाषा ने 88 हजार ऋषियों के साथ कठोर तपस्या की थी। लगभग 7 हजार साल तक चली कठोर तपस्या के बाद भगवान शिवजी प्रकट हुए थे। उनकी इसी तपोस्थली पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारों श्रद्धालुओं डुबकी लगाने पहुँचे।

महिलाओं और बच्चों ने अपनी जरूरत के सामानों की खरीदारी किया। बच्चों और युवाओं के लिए मेला में लगाये गए झूले आकर्षण का केंद्र बने रहे। वहीं घरेलू समानों की जनकर खरीदारी भी हुई। गुब्बारे, चोटहिया जलेबी, पिपिहिरी, हाथा, फावड़ा, कुदार, शृंगार की वस्तुओं की भी खरीददारी हुई। तमसा मंजूषा के संगम पर महिलाओं के लिए समुचित व्यवस्था का अभाव दिखाई दिया। श्रद्धालुओं द्वारा महर्षि दुर्वाषा और शिवजी के दर्शन पूजन किए गए। मंदिरों में बज रहे घंटा घड़ियाल और भक्ति गीतों से पूरा परिसर भक्तिमय हो गया। सुरक्षा की दृष्टि से मेला परिसर से पहले ही पुलिस प्रशासन द्वारा वाहनों को रोका गया। फूलपुर, निजामाबाद की टीम मेले की सुरक्षा में लगे रहे। मंगलवार को मेले का आयोजन किया जाएगा। कई जगहों पर लोगों को भीड़ और जाम का भी सामना करना पड़ा।

अत्रि मुनि की तपस्या से शिवजी दुर्वाषा के रूप में हुए थे अवतरित


भागवत पुराण के अनुसार अत्रि मुनि ने पुत्र की प्राप्ति के लिए ब्रह्मा, विष्णु और शिवजी की कठोर तपस्या की थी। जिसके चलते शिवजी दुर्वाषा के रूप में, ब्रह्मा जी चन्द्रमा के रूप में और विष्णु जी दत्तात्रेय के रूप में अत्रि मुनि और अनुसुइया के पुत्र के रूप में अवतरित हुए थे। वहीं ब्रह्मानन्द पुराण के अनुसार ब्रह्मा और शिवजी के बीच की गरमा गरम बहस देख पार्वती ने शिवजी के साथ रहने से मना कर दिया था। इस दौरान शिवजी ने अपना क्रोध अनुसुइया में समाहित कर दिया था। जिसके चलते सनुसूइया को पुत्र के रूप में दुर्वाषा की प्राप्ति हुई थी।
आजमगढ़:- महर्षि दुर्वाषा की तपोस्थली पर उमड़ा आस्था का सैलाब, तमसा और मंजूषा के संगम पर डुबकी लगाकर सुख संवृद्धि की  श्रद्धालुओं ने की कामना
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़। महर्षि दुर्वाषा की तपोस्थली दुर्वाषा धाम पर कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर शनिवार को हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना कर अपने और परिवार की सुख संवृद्धि की कामना की। मेले में लोगों ने अपनी जरूरतों के हिसाब से खरीदारी किया। मेला परिसर में जरूरत के सामानों के साथ ही मनोरंज की भी व्यवस्था है। पुलिस प्रशासन मेला सकुशल संपन्न कराने के लिए लगा रहा। 
इस पौराणिक स्थली पर महर्षि दुर्वाषा ने 88 हजार ऋषियों के साथ कठोर तपस्या की थी। लगभग 7 हजार साल तक चली कठोर तपस्या के बाद भगवान शिवजी प्रकट हुए थे। उनकी इसी तपोस्थली पर प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी हजारों श्रद्धालुओं डुबकी लगाने पहुँचे। महिलाओं और बच्चों ने अपनी जरूरत के सामानों की खरीदारी किया। बच्चों और युवाओं के लिए मेला में लगाये गए झूले आकर्षण का केंद्र बने रहे। वहीं घरेलू समानों की जनकर खरीदारी भी हुई। गुब्बारे, चोटहिया जलेबी, पिपिहिरी, हाथा, फावड़ा, कुदार, शृंगार की वस्तुओं की भी खरीददारी हुई। तमसा मंजूषा के संगम पर महिलाओं के लिए समुचित व्यवस्था का अभाव दिखाई दिया। श्रद्धालुओं द्वारा महर्षि दुर्वाषा और शिवजी के दर्शन पूजन किए गए। मंदिरों में बज रहे घंटा घड़ियाल और भक्ति गीतों से पूरा परिसर भक्तिमय हो गया। सुरक्षा की दृष्टि से मेला परिसर से पहले ही पुलिस प्रशासन द्वारा वाहनों को रोका गया। फूलपुर, निजामाबाद की टीम  मेले की सुरक्षा में लगे रहे। मंगलवार को मेले का आयोजन किया जाएगा। कई जगहों पर लोगों को भीड़ और जाम का भी सामना करना पड़ा।
अत्रि मुनि की तपस्या से शिवजी दुर्वाषा के रूप में हुए थे अवतरित
भागवत पुराण के अनुसार अत्रि मुनि ने पुत्र की प्राप्ति के लिए ब्रह्मा, विष्णु और शिवजी की कठोर तपस्या की थी। जिसके चलते शिवजी दुर्वाषा के रूप में, ब्रह्मा जी चन्द्रमा के रूप में और विष्णु जी दत्तात्रेय के रूप में अत्रि मुनि और अनुसुइया के पुत्र के रूप में अवतरित हुए थे। वहीं ब्रह्मानन्द पुराण के अनुसार ब्रह्मा और शिवजी के बीच की गरमा गरम बहस देख पार्वती ने शिवजी के साथ रहने से मना कर दिया था। इस दौरान शिवजी ने अपना क्रोध अनुसुइया में समाहित कर दिया था। जिसके चलते सनुसूइया को पुत्र के रूप में दुर्वाषा की प्राप्ति हुई थी।
आजमगढ़:-अधीक्षण अभियंता के फूलपुर उपकेंद्र का किया निरीक्षण, राजस्व वृद्धि पर दिया जोर
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  आजमगढ़ सर्किल-2 के नए अधीक्षक अभियंता ने चार्ज लेते ही फूलपुर सबस्टेशन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। 
चार्ज लेते ही नवागत अधीक्षक अभियंता छैल बिहारी  गुरुवार को फूलपुर सबस्टेशन का निरीक्षण करने पहुँच गए। उन्होंने सबस्टेशन का विधिवत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया। साथ ही बकायेदारों से राजस्व वसूली की बात भी कही। कहा कि उपभोक्ताओं से टर्न ओवर बढ़ाने तथा वाणिज्यिक उपभोक्ताओं से शत प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर अधिशासी अभियंता केके वर्मा, उपखण्ड अधिकारी एसएन सिंह अवर अभियंता मनीष कुमार आदि रहे।

आजमगढ़:-अधीक्षण अभियंता के फूलपुर उपकेंद्र का किया निरीक्षण, राजस्व वृद्धि पर दिया जोर
वी कुमार यदुवंशी
आजमगढ़।  आजमगढ़ सर्किल-2 के नए अधीक्षक अभियंता ने चार्ज लेते ही फूलपुर सबस्टेशन का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। 
चार्ज लेते ही नवागत अधीक्षक अभियंता छैल बिहारी  गुरुवार को फूलपुर सबस्टेशन का निरीक्षण करने पहुँच गए। उन्होंने सबस्टेशन का विधिवत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विद्युत आपूर्ति से संबंधित शिकायतों के त्वरित एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण का निर्देश दिया। साथ ही बकायेदारों से राजस्व वसूली की बात भी कही। कहा कि उपभोक्ताओं से टर्न ओवर बढ़ाने तथा वाणिज्यिक उपभोक्ताओं से शत प्रतिशत वसूली सुनिश्चित की जाए। इस मौके पर अधिशासी अभियंता केके वर्मा, उपखण्ड अधिकारी एसएन सिंह अवर अभियंता मनीष कुमार आदि रहे।