चार वयस्क युवतियों के साथ सात सदस्यों वाले परिवार ने भूखे पेट खुले आसमान के नीचे बिताई रात
मिल्कीपुर अयोध्या। खंडासा थाना क्षेत्र के जोरिया भीखी का पुरवा गांव निवासी रश्मिकांत पांडे पुत्र रामचंद्र पांडे अपनी चार बेटियों पत्नी और एक बेटे के साथ रात भर अपने ही घर में ताला बंद होने के कारण खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर रहे। दिनभर पुलिस की पंचायत से कोई हल निकलने पर पूरी रात भूख प्यास परिवार खुले आसमान के नीचे रात बिताने पर मजबूर हुआ। रश्मिकांत पांडे की पत्नी की आंखों से बह रहे आंसू देख कर भी स्थानीय पुलिस और प्रशासन का दिल नहीं पसीजा जबकि उनकी बड़ी बेटी चांदनी जिसकी शादी पड़ोसी जनपद बाराबंकी के भिटरिया थाना क्षेत्र से तय है को भी मारा पीटा गया।
बताते चलें कि रामचंद्र पांडे की दो शादियां हुई थी जो भारत संचार निगम लिमिटेड में गुजरात के राजकोट में सेवारत थे उनकी मृत्यु के बाद उनकी दूसरी पत्नी ने पहली पत्नी के नाम पर ही पेंशन लेना प्रारंभ कर दिया जबकि दूसरी पत्नी की बेटे रविकांत को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी भी मिल चुकी है पहली पत्नी के संतान रश्मि कांत पांडे राजकोट में रहकर अपने परिवार की रोजी-रोटी की व्यवस्था करते हैं जहां उनके चार बेटियां और एक बेटे तथा पत्नी साथ में ही रहते हैं बीच-बीच में वह अपने पैतृक गांव आते रहते हैं भारतीय कानून के अनुसार उन्हें अपनी पैतृक संपत्ति में आधे हिस्से का हकदार बताया जाता है जबकि उनके पैतृक घर में उनके चार सौतेले भाइयों और उनकी सौतेली मां ने जबरन ताला बंद कर लिया है जिसे लेकर हुई कहा सुनी में उनके सौतेले भाइयों मां और परिजनों ने रश्मिकांत पांडे के परिवार में उनकी लड़कियों और पत्नी की पिटाई भी कर दी इसके बाद डायल 112 आई और सभी पक्षों को लेकर खंडासा चौकी चली गई जहां दिनभर पंचायत होने के बाद भी मामले का कोई हल नहीं निकल सका और परिवार भूखा प्यासा खुले आसमान के नीचे सड़क पर रहने को मजबूर हो गया।
14नवंबर को घर पहुंच रश्मिकांत पांडे का परिवार शादी की तैयारी में लगा हुआ था और शादी के सामान की व्यवस्था कर घर में रख रहा था इसी बीच जब वह लोग खरीदारी के लिए गए थे और घर में बच्चियों मौजूद थी तभी सौतेली मां और भाइयों ने हमला कर बच्चियों से मारपीट शुरू कर दी और घर के अंदर ताला बंद कर दिया यह घटना शनिवार 16 नवंबर की बताई गई है इसके बाद खांडसा चौकी के पुलिस में पूरे दिन मामले में पंचायत की और देर रात परिजनों को घर वापस भेज दिया इस बात को लेकर ग्रामीणों में भी साफ-साफ आक्रोश दिखाई पड़ा ग्राम वासियों का कहना था कि रश्मिकांत पांडे को उनके ही घर में नहीं रहने दिया जा रहा है जबकि बेटी के शादी के लिए ग्रामीण भी चिंता में दिखाई दिए ।
ग्रामीणों का कहना था कि बेटी की शादी के लिए वे अपना घर उपलब्ध कराने से पीछे नहीं हटेगें वहीं ग्रामीण स्थानीय पुलिस के रवैया से भी आहत दिखे और उनका कहना था कि प्रशासन को इस मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए रश्मिकांत पांडे को उनके घर में रहने का अवसर उपलब्ध कराना चाहिए क्योंकि रजनीकांत पांडे बचपन से ही अपने घर में रहते आ रहे हैं और वह उनका पैतृक घर भी है वहीं दूसरी ओर खंडासा पुलिस की कार्यशाली से क्षेत्र में तरह-तरह की चचार्एं प्रारंभ हो गई हैं क्षेत्राधिकार मिल्कीपुर ने पत्रकारों को बताया कि दोषी पुलिस कर्मियों के ऊपर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी और खुले आसमान के नीचे रह रहे परिवार को आज ही उसके घर में प्रवेश दिलाया जाएगा अब देखने वाली बात होगी कि प्रशासन इस मामले में आज क्या कार्रवाई कर पता है। जबकि पीड़ित परिवार आज पुलिस और प्रशासन के आला अधिकारियों से मिलकर अपनी आपबीती बताने की तैयारी कर रहा है ।
Nov 17 2024, 19:25