कोयलसा ब्लॉक के प्रधानों ने एकडंगी सरवनपुर में हुए ग्राम प्रधान के ऊपर हमले के खिलाफ सीओ को दी तहरीर, दोषियों पर कार्रवाई की मांग
बूढ़नपुर आजमगढ कोयलसा ब्लॉक के ग्राम प्रधानों ने एकडंगी सरवनपुर गांव में हाल ही में हुए ग्राम प्रधान उदयभान के ऊपर ग्राम सभा में इंटर लॉकिंग कराते समय गांव के मनबढ़ दबंग किस्म के व्यक्ति उदयभान यादव द्वारा किये गए जानलेवा हमले के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए सीओ बूढ़नपुर किरनपाल सिंह को तहरीर सौंपकर दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। इस हमले में कुछ लोगों को गंभीर चोटें आईं, जिससे गांव में तनाव का माहौल बन गया है।ग्राम प्रधानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि इस घटना ने न केवल गांव की शांति को भंग किया है, बल्कि लोगों में भय का माहौल भी पैदा किया है। प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं, जिससे स्थानीय निवासियों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई है।ग्राम प्रधानों ने तहरीर में मांग की है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। तहरीर में कहा गया है कि प्रशासन को जल्द से जल्द कदम उठाते हुए दोषियों को गिरफ्तार करना चाहिए और गांव में शांति बहाल करनी चाहिए।सीओ किरनपाल सिंह ने प्रधानों को आश्वासन दिया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द ही उचित कार्रवाई की जाएगी और गांव में सुरक्षा का माहौल बनाए रखा जाएगा। प्रधानों की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है, और सभी ने एक सुर में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस मौके पर उदयभान, अमरनाथ सिंह, अनुराग सिंह, सुरजीत कुमार, हरिलाल प्रजापति, हरिओम निषाद, गफ्फार अहमद, पप्पू गौड़, रणविजय राजभर, श्रीपति राम, दिनेश कुमार सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
थाना कप्तानगंज बनकट जगदीश गांव में 55 वर्षीय व्यक्ति ने दुप्पटे के सहारे फांसी लगाकर दी जान परिजनों में मचा कोहराम,










बूढ़नपुर तहसील कप्तानगंज थाना क्षेत्र बनकट जगदीश गांव निवासी कर्मजीत उम्र 55 वर्ष पुत्र इंद्रजीत शर्मा आज दोपहर करीब 12:30 बजे अपनी मंडई में दुपट्टे के सहारे धरन से लटक कर आत्महत्या कर ली बता दे कि बनकट जगदीश गांव निवासी कर्मजीत शर्मा गांव के सिवान में उसकी एक मंडई है जहां आज दोपहर दुपट्टे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया कर्मजीत के पास दो बेटे चार बेटियां हैं कर्मजीत देऊरपुर बाजार में दाना और भुजा की दुकान लगाता था आर्थिक स्थिति अच्छी न होने के कारण काफी दुखी रहता था जिसके कारण इसके पहले भी कई बार आत्महत्या करने का प्रयास किया लेकिन ग्रामीण और परिजनों की मदद से उसे बचा लिया गया। लेकिन आज जब परिजन धान की मड़ाई कर रहे थे उसी वक्त वह अपनी मंडई में दुपट्टे के सहारे फांसी लगा ली ।जब तक परिजन और ग्रामीण उसे बचाते उसके पहले ही उसकी मृत्यु हो चुकी थी ग्रामीणों ने इसकी सूचना स्थानी थाने पर की ।कप्तानगंज थाना के पुलिस टीम ने शव को कब्जे में लेकर के पीएम के लिए भेज दिया। थानाध्यक्ष सच्चिदानंद यादव ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों की तहरीर के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी
बूढ़नपुर अधिवक्ता संघ का गाजियाबाद की घटना पर उग्र विरोध प्रदर्शन, भ्रष्टाचार में लिप्त जज और पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग
बूढ़नपुर: गाजियाबाद में हाल ही में सामने आई भ्रष्टाचार और अन्याय की घटना को लेकर बूढ़नपुर अधिवक्ता संघ के सदस्यों ने सोमवार को बारह बजे विरोध प्रदर्शन किया। संघ के अधिवक्ताओं ने जुलूस के रूप में चक्रमण कर अपना आक्रोश जताया और न्यायपालिका व पुलिस विभाग में फैले भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलंद की।अधिवक्ता संघ के सदस्यों का कहना है कि गाजियाबाद की घटना में न्यायपालिका और पुलिस विभाग के कुछ अधिकारी भ्रष्ट गतिविधियों में शामिल पाए गए हैं, जिसके कारण आम जनता का न्याय व्यवस्था से भरोसा उठ रहा है। उनका मानना है कि न्यायपालिका और पुलिस विभाग को साफ-सुथरा रखने के लिए ऐसे दोषी अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने नारेबाजी करते हुए मांग की कि गाजियाबाद की घटना में शामिल जज और पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। अधिवक्ता संघ ने सरकार से मामले की गहराई से जांच कराने और दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की मांग की। उनका कहना है कि अगर प्रशासन ने इनकी मांगों को अनसुना किया तो उनका आंदोलन और भी उग्र रूप ले सकता है।संघ के अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह, व मंत्री राम विनय यादव ने कहा कि इस घटना ने कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं और इससे न्याय प्रक्रिया पर भी लोगों का भरोसा कमजोर हुआ है। उन्होंने कहा कि जब न्याय के रखवाले ही भ्रष्टाचार में लिप्त होंगे तो समाज में न्याय की आशा कैसे की जा सकती है।बूढ़नपुर अधिवक्ता संघ ने सरकार और न्यायपालिका से अपील की है कि इस घटना में लिप्त सभी दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा किया जाए और उन्हें उनके पदों से बर्खास्त कर भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मिसाल कायम की जाए। इस मौके पर अधिवक्ता संघ अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह, मंत्री राम विनय यादव, दिनेश पांडेय, उमाशंकर पांडेय, जय प्रकाश पाण्डे, सुभाष चंद पांडेय, विजय प्रताप सिंह, योगेंद्र प्रताप यादव, सूर्य प्रकाश यादव, इंद्र प्रसाद मौर्य, जयराम वर्मा, आदि लोग मौजूद रहे।
डिलीवरी के बाद महिला की हुई मौत, परिजनों ने किया अस्पताल पर हंगामा











बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के अतरौलिया थाना के बड़ा गांव निवासी लालचंद प्रजापति की पुत्री मुद्रिका प्रजापति उम्र 26 वर्ष बता दे कि मुद्रिका की शादी बाराबंकी जिले के रामनगर थाना के बहलोलपुर गांव में हुई थी पिछले 6 माह पूर्व मुद्रिका अपने मायके में बहन की शादी में शामिल होने आई थी तभी से वह मायके में थी कल दोपहर 2:00 बजे के करीब उसे प्रसव पीड़ा हुई परिजनों ने उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीपुर में भर्ती किया जहां उसे नॉर्मल डिलीवरी से बच्ची पैदा हुई मुद्रिका की हालत ठीक देख आज सुबह डॉक्टर ने छुट्टी दे दिया। मुद्रिका जब घर पहुंची 2 घंटे बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ने लगी परिजनों ने तुरंत पीड़िता को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीपुर में भर्ती कराया जहां इलाज के अभाव में मरीज की मौत हो गई परिजनों का आरोप है कि जब हम लोग अपने मरीज को अस्पताल में भर्ती कराए तो किसी भी वार्ड में कोई डॉक्टर मौजूद नहीं था। 1 घंटे बाद जब तक हाथ लगाते उसके पहले ही मरीज मर चुका था मरीज का ऑक्सीजन लेवल काफी डाउन हो गया था इलाज के अभाव में मरीज ने दम तोड़ दिया हालत गंभीर बताकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने रेफर कर दिया ।जब हम परिजनो ने सो सैयाअस्पताल ले गए तो वहां पर डॉक्टरों ने हमारे मरीज को मृतक घोषित कर दिया । परिजन मरीज को लेकर के घर आए आक्रोशित ग्रामीण और परिजनों ने पुन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर विरोध प्रदर्शन किया लगभग आधे घंटे तक अस्पताल परिसर में परिजन कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े रहे ।ग्राम प्रधान प्रमोद यादव उर्फ मुन्ना के समझाने पर परिजनों ने प्रदर्शन समाप्त किया और अपने घर चले गए।
पिकअप की चपेट में आने से 62 वर्षीय महिला की मौत, परिजनों में शोक की लहर

आजमगढ़ जिले के अतरौलिया थाना क्षेत्र में सोमवार को एक दर्दनाक हादसा हुआ, जिसमें 62 वर्षीय महिला की जान चली गई। कोयलसा बाजार में पिकअप वाहन की चपेट में आने से थाना कप्तानगंज क्षेत्र के एकडंगी बिहारपुर गांव निवासी राजपति देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। स्थानीय लोगों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दी गई, जिसके बाद बूढ़नपुर चौकी पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर वाहन और उसके चालक को हिरासत में ले लिया।राजपति देवी, जो अपने मायके हैदरपुर आई थीं, हादसे के समय वहां से अपने घर लौट रही थीं। घटना के तुरंत बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोयलसा ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। हालांकि, तमाम प्रयासों के बावजूद इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। राजपति देवी के पति रघु का निधन 8 वर्ष पहले ही हो गया था और उनके कोई संतान नहीं है। घटना के बाद से परिवार के सदस्य शोकाकुल हैं। इस दुखद हादसे से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।अतरौलिया थानाध्यक्ष बीरेंद्र सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और जल्द ही आवश्यक कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
बूढ़नपुर में श्रद्धालुओं ने डूबते सूर्य को दिया पहला अर्घ्य, शुक्रवार को उगते सूर्य को देंगे दूसरा अर्घ्य
बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र में छठ महापर्व की धूमधाम से शुरुआत हो चुकी है। गुरुवार को श्रद्धालु महिलाओं ने पूरे विधि-विधान के साथ डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य अर्पित किया। आस्था और समर्पण के इस पर्व पर चारों ओर भक्तिमय माहौल देखने को मिला। अब शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को दूसरा और अंतिम अर्घ्य देने के साथ छठ पूजा का समापन होगा। छठ महापर्व में छठ मैया और सूर्य देवता की आराधना की जाती है। मान्यता है कि छठ माता मनोकामना पूरी करने वाली देवी हैं, इसलिए जिनकी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं वे श्रद्धालु पूरे विधि-विधान के साथ इस व्रत को करते हैं। यह तीन दिनों का कठिन व्रत माना जाता है, जिसमें व्रती बिना अन्न और जल ग्रहण किए उपवास करते हैं। पर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है, जिसमें श्रद्धालु स्नान कर शुद्धता का संकल्प लेते हैं। दूसरे दिन खरना के अवसर पर संध्या समय प्रसाद बनाकर सूर्य को अर्पित किया जाता है। इसके बाद व्रती निर्जला उपवास रखते हैं और तीसरे दिन शाम को डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य देते हैं। शुक्रवार सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के बाद इस कठिन व्रत का समापन होता है। इस अवसर पर व्रती महिलाएं पारंपरिक परिधान पहनकर पूजा करती हैं और विशेष छठ गीत गाती हैं, जिससे पूरा वातावरण भक्तिमय हो उठता है। बूढ़नपुर के घाटों पर छठ पूजा के लिए प्रशासन ने विशेष व्यवस्था की है ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से इस महापर्व को मना सकें।
बूढ़नपुर तहसील में अधिवक्ता संघ ने किया विरोध प्रदर्शन, घायल अधिवक्ता के लिए मुआवजा और जज की बर्खास्तगी की मांग
बूढ़नपुर तहसील में अधिवक्ता संघ ने गाजियाबाद में हुए लाठीचार्ज की घटना के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में सैकड़ों अधिवक्ताओं ने हिस्सा लिया और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। अधिवक्ता संघ ने इस घटना में घायल हुए अपने साथी अधिवक्ता के लिए पांच लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की है, साथ हीआरोपित जज को तत्काल बर्खास्त करने की मांग भी की है।अधिवक्ता संघ के प्रमुख मिथिलेश कुमार सिंह ने कहा कि "यह घटना अधिवक्ताओं की गरिमा पर हमला है, और इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि प्रशासन हमारी मांगों पर गौर नहीं करता है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।"प्रदर्शन में शामिल अन्य अधिवक्ताओं ने कहा कि वे न्याय व्यवस्था के अंदर किसी भी प्रकार की अनदेखी या अन्याय के खिलाफ खड़े रहेंगे। इस घटना को लेकर अधिवक्ता संघ ने प्रशासन को कड़ी चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो राज्यव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी।प्रशासन की तरफ से इस मामले पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।इस मौके पर अधिवक्ता संघ अध्यक्ष मिथिलेश कुमार सिंह, राम विनय यादव मंत्री, उमा शंकर पांडेय, ओम प्रकाश लाल,राम निवास सिंह, जय प्रकाश पांडे, सुभास पांडेय, दिनेश सिंह,जगत तिवारी, सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
अतरौलिया नगर पंचायत में महिलाओं और छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिशन शक्ति अभियान, हेल्पलाइन नंबर जारी
अतरौलिया नगर पंचायत में महिलाओं और छात्राओं को आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से मिशन शक्ति अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य महिलाओं और छात्राओं को सशक्त बनाना और उन्हें सुरक्षा, शिक्षा तथा आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना है।इस अभियान के तहत विभिन्न कार्यशालाओं, जागरूकता कार्यक्रमों और ट्रेनिंग सत्रों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए जा रहे हैं और रोजगार के विभिन्न अवसरों के बारे में भी जानकारी दी जा रही है। इसके साथ ही, आत्मनिर्भर बनने के लिए उन्हें छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए मार्गदर्शन और प्रोत्साहन दिया जा रहा है।महिलाओं की सुरक्षा और मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं, जिनमें 1090 (वीमेन पावर लाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन) और 1098 (चाइल्ड हेल्पलाइन) शामिल हैं। इन हेल्पलाइन नंबरों के माध्यम से महिलाएं किसी भी प्रकार की समस्या या उत्पीड़न की स्थिति में त्वरित सहायता प्राप्त कर सकती हैं।अभियान के दौरान नगर पंचायत के विभिन्न क्षेत्रों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें छात्राओं और महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया जा रहा है और उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए आवश्यक कदमों की जानकारी दी जा रही है। अतरौलिया नगर पंचायत प्रशासन का यह प्रयास है कि इस अभियान के माध्यम से महिलाओं और छात्राओं को एक सुरक्षित और समर्थ वातावरण प्रदान किया जाए, जिससे वे आत्मविश्वास के साथ अपने जीवन की दिशा में आगे बढ़ सकें।इस दौरान थानाध्यक्ष अतरौलिया बीरेंद्र सिंह, उप निरीक्षक राम निहाल वर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
आज से शुरू हुआ नहाय-खाय, छठ महापर्व की रौनक से गुलजार हुए बाजार
आजमगढ़ जिले के बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र में छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है। नहाय-खाय के साथ ही बाजारों में भारी रौनक देखने को मिल रही है। श्रद्धालुओं ने व्रत की शुरुआत कर दी है, जो कि शुक्रवार सुबह तक चलेगा। इस पवित्र पर्व के दौरान गुरुवार शाम को डूबते सूर्य को पहला अर्घ्य दिया जाएगा और शुक्रवार की सुबह उगते सूर्य को दूसरा अर्घ्य देकर व्रत संपन्न होगा।बाजारों में छठ पूजा के आवश्यक सामग्रियों की खरीदारी के लिए भीड़ उमड़ पड़ी है। विशेषतौर पर गन्ना, सूप, नारियल, फल और पूजा के अन्य सामानों की खरीदारी में उत्साह देखा जा रहा है। पूरे क्षेत्र में छठ महापर्व का उल्लास छाया हुआ है, जिससे भक्तों के साथ स्थानीय दुकानदारों में भी खुशी है।
आजमगढ़: बूढ़नपुर तहसील के हिस्सामुद्दीनपुर-मिश्रौलिया खड़ंजा मार्ग पर आवागमन में कठिनाई, शिकायतों पर प्रशासन मौन
आजमगढ़ जिले के बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के विकास खंड कोयलसा में हिस्सामुद्दीनपुर से मिश्रौलिया को जोड़ने वाला खड़ंजा मार्ग बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, जिससे ग्रामीणों और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यह मार्ग पिछले कई महीनों से टूट-फूट का शिकार है, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इसे ठीक कराने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।ग्रामीणों ने बताया कि उन्होंने इस समस्या की शिकायत कई बार स्थानीय अधिकारियों, क्षेत्रीय विधायक और सांसद से भी की है, लेकिन अब तक किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। बरसात के समय इस मार्ग पर जलजमाव की स्थिति भी बन जाती है, जिससे लोगों का गुजरना और मुश्किल हो जाता है। स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को भी रोजाना इस खस्ता हाल मार्ग से होकर गुजरने में परेशानी होती है।ग्रामीणों का कहना है कि अगर जल्द ही इस मार्ग की मरम्मत नहीं की गई तो वे आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।