पराली एवं फसल अवशेष जलाने के नाम पर किसानों का न हो उत्पीड़न
अयोध्या। भारतीय किसान यूनियन का एक प्रतिनिधिमंडल उपनिदेशक कृषि अयोध्या डा० पीके कनौजिया से मिलकर पराली एवं फसल अवशेष जलाने के नाम पर किसानों का उत्पीड़न न करने प्रदूषण को रोकने हेतु फैक्ट्रीयों व वाहनों को प्रतिबंधित करने की मांग किया गया।
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव घनश्याम वर्मा ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि पराली एवं फसल अवशेष जलाने के नाम पर किसानों को परेशान किया गया तो परिणाम भयंकर होंगे घनश्याम वर्मा ने कहा कि एक सर्वे के अनुसार फैक्ट्रीयों से 51% वाहनों से 25% अन्य घरेलू कार्यों से 11% तथा कृषि से मात्र 8% ही प्रदूषण फैलता है ऐसी स्थिति में यदि शासन प्रशासन वास्तव में प्रदूषण को रोकना चाहता है तो सबसे पहले फैक्ट्रीयों ,खटारा रेल इंजनों व खटारा सरकारी बसों को प्रबंधित करें।
घनश्याम वर्मा ने कहा की फैक्ट्रियों तथा ईंट-भट्ठों को प्रदूषण से बाहर रखना किसी भी दशा में उचित नहीं है ऐसी दशा में प्रदूषण के नाम पर किसानों को परेशान करना अन्याय है। और अन्याय का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा, घनश्याम वर्मा ने कहां की जनपद अयोध्या के छोटे-छोटे किसान हैं जो कम क्षेत्रफल में धान की रोपाई करते हैं और जानवरों के चारा हेतु धान की कटाईअपने से हाथों से करते हैं ऐसी स्थिति में जनपद अयोध्या में पराली जलाने की समस्या ही नहीं है हां कुछ किसान खेत की सफाई करने हेतु फसल अवशेष को जलाते हैं जिनसे भी नाम मात्र का ही प्रदूषण फैलता है। यदि कृषि विभाग के अधिकारी की रिपोर्ट से शमशान, फैक्ट्रियों, ईंट-भट्ठे प्रदूषण से फ्री हो जाते हैं तो कृषि अधिकारी किसान के पक्ष में भी रिपोर्ट लगायें।
प्रतिनिधि मंडल में शंकरपाल पांडेय, देवी प्रसाद वर्मा, संतोष वर्मा, कृष्ण प्रसाद वर्मा, मंजय वर्मा, आदि लोग शामिल रहे।
Nov 13 2024, 19:13