खराब प्रगति के लिए 03 सचिवों को मिली प्रतिकूल प्रविष्टि, डीएम के निर्देश पर सीडीओ का कड़ा रूख

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विकासपरक योजनाओं की समीक्षा हेतु विकास खण्ड मुख्यालय पयागपुर में मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। आयोजित बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने मानक से कम प्रगति पाये जाने पर ब्लाक के तीन सचिवों को प्रतिकूल प्रविष्टि तथा खण्ड विकास अधिकारी व ब्लाक मिशन मैनेजर (रा.आ.मि.) को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एक सप्ताह में अपेक्षानुरूप प्रगति में सुधार लाये जाने हेतु निर्देशित किया है।

उल्लेखनीय है कि ब्लाक मुख्यालय पर आयोजित समीक्षा बैठक के दौरान राज्य वित्त आयोग एवं केन्द्रीय वित्त आयोग, फैमिली आईडी, स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण फेज़-2 तथा राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के बैंक क्रेडिट लिंकेज आदि योजनाओं एवं कार्यक्रमों की प्रगति के संबंध में गहन समीक्षा की गई। ब्लाक के सबसे निम्न प्रगति वाले तीन सचिवों क्रमशः जगजीत पटेल, संजीत कुमार व दयानन्द को प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ ही ब्लाक मिशन मैनेजर अतुल सिंह व बीडीओ दीपेन्द्र पाण्डेय को कारण बताओ नोटिस जारी किए जाने हेतु निर्देशित किया गया है।

अधिक उत्पादन के लिए नैनो डीएपी, एनपीके एवं जिंकेटेड सुपर फास्फेट का करें प्रयोग: जिला कृषि अधिकारी

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। रबी सीजन गेहूं, चना मटर मसूर, आलू व अन्य फसलों की बुआई के लिए सभी कृषक भाई नैनों डीएपी, एनपीके 20:20:0:13 ए0पी0के0 12:32:16 एवं जिंकेटेड सिंगल सुपर फास्फेट एवं बोरोनेटेड सिंगल सुपर फास्फेट प्रयोग करें जो फसलों के लिए लाभकारी हैं। जनपद में इस समय 11684 मै.टन सिंगल सुपर फास्फेट 3861 मै.टन एनपीके एवं 2852 मै.टन डीएपी एवं 47644 बोतल नैनो डी0ए0पी 45768 बोतल नैनो यूरिया उपलब्ध है। जनपद की 18 साधन सहकारी समितियों पर डीएपी भेजी जा रही है। जिससे जनपद में पर्याप्त मात्रा में फास्फेटिक उर्वरक की पूर्ति हो जायेगी, जनपद की सभी सहकारी समिति पर नैनो डीएपी एवं नैनो यूरिया भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जा चुका है। किसान भाई सहकारी समितियों से नैनो डीएपी ही खरीद कर फसलों में प्रयोग करें। क्योकि नैनो डीएपी का प्रयोग बुआई के समय अधिक उपयोगी होता है।

उन्होनें बताया कि गेंहू के बीज को नैनो डी.ए.पी. से उपचारित करने पर फास्फेट पौधों के जडों पर प्राप्त होता है जिससे पौधों की गुणवत्ता एवं उत्पादन वृद्धि में सहायक होती है। नैनो डी.ए.पी. बोरी वाली (दानेदार) डी.ए.पी. से सस्ता भी पड़ता है जिसकी कीमत रु. 600.00 (छ: सौ मात्र) है। किसान भाइयों को यह भी सलाह दी जाती है कि रबी फसलों में वैज्ञानिक संस्तुति एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर ही उर्वरकों का प्रयोग करे। अधिक मात्रा में उर्वरकों का प्रयोग करने से मृदा उर्वरता में गिरावट हो जाती है जिससे उत्पादन भी प्रभावित हो जाता है। इसलिए किसान भाई अपनी जोत के आधार पर ही उर्वरक लें, और डी.ए.पी. व एन.पी.के. आवश्यकता से अधिक भण्डारण न करें। निजी उर्वरक विक्रेता के पास जिंकेटेड एस.एस.पी. एवं बोरोनाइटेड एस.एस.पी. पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है जिसमें फास्फोरस, सल्फर, जिंक व बोरान पाया जाता है जबकि डी.ए.पी. में केवल नाइट्रोजन एवं फास्फेट ही पाया जाता है इसलिए जिंकेटेड एसएसपी एवं बोरोनेटेड एसएसपी फसलों के लिए अधिक लाभकारी होता है।

उपायुक्त राज्यकर ने छविगृह स्वामियों के साथ की बैठक

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उपायुक्त प्रशासन राज्यकर बहराइच चन्द्रकेश गौतम ने बताया कि बहराइच के एकल छविगृह/मल्टीप्लेक्स छविगृह स्वामियों के साथ कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान उन्हें प्रदेश सरकार द्धारा लागू की गई समेकित प्रोत्साहन योजना-2024 के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। छविगृह स्वामियों को बताया गया कि प्रदेश में बन्द सिनेमाघरों को पुन: संचालित कराने, संचालित सिनेमाघरों का पुनर्निर्माण/रिमॉडल करवाने, मल्टीप्लेक्स विहीन जनपदों में यथाशीघ्र मल्टीप्लेक्स खुलवाने तथा अन्य जनपदों में मल्टीप्लेक्स निर्माण को प्रोत्साहित करने, एकल स्क्रीन सिनेमाघरों के निर्माण को प्रोत्साहित करने एवं संचालित सिनेमाघरों के उच्चीकरण हेतु समेकित प्रोत्साहन योजना-2024 लागू की गई है।

सहायक आयुक्त अजय कुमार वर्मा द्वारा छविगृह स्वामियों को समेकित प्रोत्साहन योजना का लाभ लेने हेतु प्रोत्साहित करने पर चित्रशाला सिनेमा स्वामी यशवेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि वह इस प्रोत्साहन योजना अन्तर्गत अपने बन्द पड़े चित्रशाला थियेटर को तोड़कर उसके स्थान पर कामर्शियल कॉम्पलेक्स के साथ दो स्क्रीन मल्टीप्लेक्स का निर्माण करने के इच्छुक हैं। इसके लिए उनके द्वारा आवेदन प्रस्तुत किया जायेगा। बैठक में मौजूद सभी छविगृह स्वामियों एवं उनके प्रतिनिधियों का उपायुक्त (प्रशासन), राज्य कर, बहराइच द्धारा आभार व्यक्त करते हुए मीटिंग समाप्त की गई।

महिला पीजी कॉलेज में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने बताए नारी सुरक्षा के उपाय

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच-उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ. बबीता सिंह चौहान ने कहा है कि मिशन शक्ति का उद्देश्य तभी पूरा होगा जब महिलाएं जागरूक होकर अपने अधिकार और सुरक्षा के लिए स्वयं आगे आएंगी। उन्होंने समाज के हर वर्ग का आह्वान किया कि वह महिला सुरक्षा तथा महिला उत्थान के कार्यों में अपना योगदान दें।

राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने शहर के महिला पीजी कॉलेज में आयोजित पुरातन छात्र परिषद के सम्मेलन को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रही थी उन्होंने कहा कि हाल ही में उन्होंने दो आदेश पारित किया जिसमें महिलाओं के कपड़ों की नाप के लिए महिला टेलर तथा जिम में महिला ट्रेनर की तैनाती होना अनिवार्य बताया गया है उन्होंने कहा कि उनके पास कई ऐसे मामले आते हैं जब पुरुष ऐसे कार्यों को करते समय बैड टच की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति उत्पन्न न होने पाए इसके लिए हर वर्ग को अपनी मानसिकता में बदलाव लाकर नारी सुरक्षा के मार्ग को प्रशस्त करना होगा। उन्होंने कहा कि कई बार ऐसी परिस्थितियों उत्पन्न होती हैं जब पति-पत्नी दोनों कामकाजी होते हैं और पति कहता है कि मुझे सुबह इतने बजे नाश्ता चाहिए जबकि पत्नी को भी ऑफिस जाना होता है और वह पत्नी के काम में हाथ बटाना मुनासिब नहीं समझता है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति भी स्त्री को उनके मौलिक अधिकारों से वंचित करती है ऐसे में पति को अपनी पुरुष मानसिकता से उबरना होगा। अंत में उन्होंने समाज के सभी वर्गों का आह्वान किया कि वह नारी सुरक्षा तथा सम्मान की अपनी पुरानी परंपरा का निर्वहन करें।

कॉलेज की पूर्व छात्रा, नगर विधायक तथा पूर्व राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार अनुपमा जायसवाल ने कहा कि मुझे वह दिन याद है जब मैं इस महाविद्यालय की छात्रा हुआ करती थी एनएसएस के कार्यक्रम में मैं इस विद्यालय परिसर में खुरपी लेकर घास छीलकर श्रमदान करती थी। उन्होंने कहा कि कॉलेज में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम में जिस प्रकार आज होलिया में उड़ेला गुलाल गीत गाया गया उसी प्रकार कभी मैं भी ऐसे गीत पर नृत्य करते हुए सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करती थी और रंजना मैडम तथा मोहिनी मैडम मेरा मार्ग निर्देशन करती थी। उन्होंने अपनी राजनीतिक संघर्ष तथा उपलब्धियां पर भी चर्चा की।

कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव श्यामकरन टेकरीवाल ने स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष का स्वागत किया डालते हुए जिले के एक मात्र महिला पीजी कॉलेज की विकास गाथा प्रस्तुत करते हुए कार्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डाला तथा छात्राओं, कालेज स्टाफ व आमजन से अपेक्षा की कि जिले की छात्रों के शैक्षिक व सामाजिक उत्थान में सक्रिय इस महाविद्यालय को विकसित करने में अपना योगदान दे। किसान पीजी कॉलेज प्रबंधन समिति के सचिव मेजर डॉ. एसपी सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि वैदिक युग से हमारा समाज नारी शक्ति का सम्मान करता रहा है उन्होंने कहा कि कुछ सामाजिक विसंगतियों के कारण नारी सुरक्षा तथा सम्मान पर आघात हुआ है इस जागरूकता तथा सक्रियता से दूर किया जा सकता है उन्होंने कहा कि स्त्रियों में असीम शक्ति होती है वह स्वयं तीन बेटियों के पिता है जो उच्च पदों पर आसीन होकर अपनी योग्यता तथा दृढ़ संकल्प को सार्थक सिद्ध कर रही हैं।

कॉलेज की प्राचार्य प्रोफेसर प्रिया मुखर्जी ने धन्यवाद भाषण प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर मनीष खन्ना तथा रीमा शुक्ला ने किया। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। छात्रों ने सरस्वती वंदना तथा स्वागत गीत प्रस्तुत करने के साथ-साथ अनेकता में एकता से संबंधित कार्यक्रम तथा अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि के पहुंचने पर जिलाधिकारी मोनिका रानी तथा पुलिस अधीक्षक वृंदा शुक्ला ने उनका स्वागत किया।

इस मौके पर जिला पंचायत अध्यक्ष मंजू सिंह, नगर पालिका अध्यक्ष सुधा टेकड़ीवाल, भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के जिला अध्यक्ष जितेंद्र प्रताप सिंह जीतू, लायंस क्लब के अध्यक्ष कमल शेखर गुप्ता, कॉलेज प्रबंधन समिति के सदस्य आदर्श अग्रवाल अजय अग्रवाल कॉलेज की पूर्व प्राचार्य डॉ मोहिनी गोयल, डॉ रंजन उपाध्याय, केडीसी के हिंदी विभाग प्रभारी डॉ नीरज कुमार पांडे बैडमिंटन संगठन के अध्यक्ष तथा वरिष्ठ पत्रकार मनीष अग्रवाल समेत अनेक लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ उमेश प्रताप सिंह डॉ. कलीम अहमद, डॉ संजय पाल, डॉ अमृता मिश्रा, डॉ रीता शुक्ला, डॉ.े रामदेव चातक, डॉ ज्योति त्रिपाठी डॉ. श्याम कुमार चौधरी कार्यालय अधीक्षक राजेश पाल रावत वासिफ खान आदि का सक्रिय योगदान रहा।

भारत माता गेट का महिला आयोग की अध्यक्ष ने किया लोकार्पण

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच- लायन क्लब बहराइच सिटी द्वारा श्री देवी गुल्लाबीर मन्दिर परिसर के निकट नवनिर्मित भारत माता गेट का मा. अध्यक्ष (राज्यमंत्री स्तर प्राप्त), उ.प्र. राज्य महिला आयोग डॉ. बबीता सिंह चौहान ने लोकार्पण किया। इससे पूर्व मा. अध्यक्ष ने डॉ. चौहान ने प्राचीन श्री गुल्लाबीर मन्दिर पहुंचकर विधि विधान के साथ पूजन अर्चना की तत्पश्चात भारत माता गेट के शिलालेख का अनावरण कर लोकार्पण करते हुए कहा कि गेट के निर्माण से प्राचीन मन्दिर व आस-पास के क्षेत्र की सुन्दरता में इज़ाफा होगा।

इस अवसर पर लायन क्लब के पदाधिकारी श्यामकरन टेकड़ीवाल, कमल शेखर गुप्ता, कुलदीप सिंह, संतोष अग्रवाल, राकेश मित्तल, राकेश श्रीवास्तव, रूपेश जायसवाल, सुनील टेकड़ीवाल, अरूण बंसल, महेश अग्रवाल, अनिल मातनहेलिया, जिला प्रोबेशन अधिकारी विनोद राय सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

*फील्ड स्टडी एण्ड रिसर्च प्रोग्राम के तहत जनपद भ्रमण पर पहुंचा प्रशासनिक अधिकारियों का दल*

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच- फील्ड स्टडी एण्ड रिसर्च प्रोग्राम के तहत 09 दिवसीय भ्रमण हेतु भारतीय प्रशानिक सेवा के वर्ष 2024 में चयनित 12 अधिकारियों का दल बहराइच पहुंचा। भ्रमण पर अधिकारियों के दल में महाराष्ट कैडर के आईएफएस रामानन्द किशनराव खांडरे व आईआरएस सूरज प्रभाकर निकम, यूपी कैडर की आईआरएस सुरम्या शर्मा, छत्तीसगढ़ कैडर की आईआरएस रश्मि पाइक्रा, झारखण्ड कैडर के आईएएस नाज़िश उमर अंसारी, जम्मू कश्मीर कैडर की आईएएस अनमोल राठौर, केरल कैडर के आईएफएस धीनो पुरूषोथमन, यूपी कैडर की आईएएस आकांक्षा सिंह, मध्यप्रदेश कैडर के आईआरएस प्रज्ज्वल चौरसिया, गुजरात कैडर के आईआरएस झा समीक्षा सत्येन्द्र, महाराष्ट्र कैडर के आईएफएस शिरिन संजय पंडित व मध्यप्रदेश कैडर के आईएएस तेजस अग्निहोत्री शामिल हैं। 

फील्ड स्टडी एण्ड रिसर्च प्रोग्राम के तहत जनपद भ्रमण पर अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट सभागार पहुंचकर जिलाधिकारी मोनिका रानी के नेतृत्व में जिले के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने आकांक्षात्मक जनपद की भौगोलिक परिस्थिति, दर्शनीय एवं पर्यटन स्थलों तथा नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांकों शिक्षा, स्वास्थ्य एवं पोषण, वित्तीय समायोजन, कौशल विकास, इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं कृषि सेक्टर में अर्जित की गई उपलब्धियों के बारे में जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि नीति आयोग की ओर से अब तक जनपद को 14 करोड़ रूपये की धनराशि इनसेंटिव के रूप में प्राप्त हो चुका है। 

डीएम ने बताया कि जनपद में नेपाल से आने वाले पानी तथा घाघरा एवं सरयू जैसी नदियों के कारण जनपद को प्रत्येक वर्ष बाढ़ जैसी विभीषिका से दो-चार होना पड़ता है। डीएम ने बताया कि जनपद में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार देश-विदेश के पर्यटकों की पहली पसन्द बना हुआ है। उन्होंने बताया कि जनपद में महाराजा सुहेलदेव स्मारक स्थल भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करेगा। जनपद में पर्यटन के विकास से यहां की हस्तशिल्प को भी बढ़ावा मिलने से लोगों के लिए रोज़गार के अवसर पैदा होंगे। डीएम ने बताया कि कृषि क्षेत्र में भी जनपद द्वारा उल्लेखनीय उपलब्धि अर्जित की है। केला उत्पादन जनपद की पहचान बनता जा रहा है।

डीएम ने बताया कि 02 अक्टूबर 2023 को गांधी जयन्ती के अवसर महिला सशक्तिकरण के उद्देश्य से राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत स्वः रोज़गार कार्यक्रम (एस.ई.पी.आई.) अन्तर्गत चयनित तलाकशुदा निराश्रित 05 महिलाओं बिट्टा, सायरा, मेघा, शिव कुमारी व आरती को बैंकों से ऋण दिलाकर स्वावलम्बी बनाने के लिए उन्हें पिंक रिक्शा उपलब्ध कराकर अभिनव पहल की गई थी। उन्हीं महिलाओं में रिसिया ब्लॉक की पिंक रिक्शा चालक आरती को 22 मई 2024 को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर लंदन में आयोजित कार्यक्रम में प्रिंस ट्रस्ट के द्वारा यू.के. रॉयल अवार्ड से नवाज़ा गया है। जिससे जिले की महिलाओं में स्वावलम्बन की प्रेरणा बलवती हुई है। 

बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र ने ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज विभाग अन्तर्गत संचालित योजनाओं, डीएफओ कतर्नियाघाट बी. शिव शंकर ने कतर्नियाघाट वन्य जीव विहार की जैव विविधता तथा विकास खण्ड महसी में हिंसक वन्य जीव भेड़िया व मानव संघर्ष की केस स्टडी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, डीसी एनआरएलएम सतीश पाण्डेय ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजकपूर ने आईसीडीएस अन्तर्गत संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। बैठक के अन्त में टीम लीडर रामानन्द किशनराव खांडरे व सहायक टीम लीडर झा समीक्षा सत्येन्द ने जिलाधिकारी को स्मृति चिन्ह के रूप में पुस्तक भेंट की।

इस अवसर पर नगर मजिस्ट्रेट शालिनी प्रभाकर, उप जिलाधिकारी सदर राकेश कुमार मौर्या, डिप्टी कलेक्टर पूजा यादव सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, लाईजन अधिकारी सहायक श्रमायुक्त सिद्धार्थ मोदियानी व सहायक अभियन्ता चन्द्र प्रकाश त्रिवेदी मौजूद रहे।

विधिक सेवा दिवस पर संजीवनी कालेज में आयोजित हुआ जागरुकता एवं साक्षरता शिविर

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। उ.प्र. राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बहराइच के अध्यक्ष/जनपद न्यायाधीश उत्कर्ष चतुर्वेदी के निर्देशानुसार विधिक सेवा दिवस के अवसर पर संजीवनी लॉ कालेज कीर्तनपुर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव/अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विराट शिरोमणि की अध्यक्षता में विधिक जागरुकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कालेज के प्राचार्य डॉ. रोहित प्रकाश सिंह, असिस्टेन्ट, लीगल एड डिफेंस काउन्सिल प्रशान्त कुमार शुक्ला एवं ऋषभ पंत सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन कालेज के आचार्य डॉ. सुधाकर त्रिपाठी द्वारा किया गया।

जागरूकता शिविर में सर्वप्रथम उपस्थित छात्र-छात्राओं द्वारा अपने विचार व्यक्त किये गये तत्पश्चात असिस्टेन्ट, लीगल एड डिफेंस काउन्सिल द्वारा विस्तारपूर्वक विधिक जानकारी प्रदान की गई। शिविर को सम्बोधित करते हुए सचिव श्री शिरोमणि ने बताया कि न्यायपालिका किसी भी जनतंत्र के तीन प्रमुख अंगों में से एक है। न्यायपालिका संविधान और कानून की रक्षक है। भारत में विधिक सेवा प्राधिकरण अधिनियम,1987 के अंतर्गत राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण का गठन किया गया है। इसी के अंतर्गत प्रत्येक जिलों में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कार्यरत है, जो समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त कानूनी सेवाएं प्रदान करती है। आर्थिक रुप से कमजोर व्यक्ति, जो न्यायालय अथवा तहसील में अपने मुकदमे की पैरवी करने में असमर्थ है, वह जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से निःशुल्क अधिवक्ता की सेवा प्राप्त कर सकते हैं। सचिव द्वारा राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली के टॉल् फ्री नम्बर 15100 के बारे में भी जानकारी दी गयी।

उल्लेखनीय है कि 09 नवम्बर विधिक दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव विराट शिरोमणि के निर्देशन में तारा महिला इण्टर कालेज, बहराइच की छात्राओं द्वारा जागरूकता रैली निकाली गयी। श्री शिरोमणि ने बताया कि विधिक सेवा दिवस के अवसर पर जिले के परिषदीय विद्यालयों के छात्र-छा़त्राओं द्वारा जागरूकता रैलियां निकाली गई तथा प्रत्येक तहसीलों में विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं आशा बहुओं एवं पराविधिक स्वयं सेवकों द्वारा अपने-अपने पदेन स्थानीय कार्यक्षेत्र में विधिक अधिकारों एवं जन कल्याणकारी योजना के प्रति आमजन को जागरूक किया गया।

65 व्यक्तियों के बैंक खातों में भेजी गई रू. 41.375 लाख की सहायता राशि

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि विभिन्न आपदाओं अन्तर्गत जिले के 65 व्यक्तियों के बैंक खातों में रू. 41 लाख 37 हज़ार 500 की धनराशि सम्बन्धित के बैंक खातों में 08 नवम्बर 2024 को हस्तान्तरित की गई है। तहसील सदर बहराइच अन्तर्गत अन्य आपदा से प्रभावित 14 व्यक्तियों के बैंक खातों में अहैतुक सहायता/गृह अनुदान सहायता के रूप में रू. 08 लाख 48 हज़ार, तहसील नानपारा एवं पयागपुर अन्तर्गत अन्य आपदा से प्रभावित 01-01 व्यक्ति के बैंक खाते में अहैतुक सहायता के रूप में रू. 04-04 लाख तथा तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) प्रभावित 01 व्यक्ति के बैंक खाते में गृह अनुदान सहायता के रूप में रू. 08 हज़ार की धनराशि अन्तरित की गई है।

इसी प्रकार तहसील महसी अन्तर्गत बाढ़ आपदा के सम्बन्ध में नदी की कटान से हुयी क्षति के सापेक्ष प्रभावित 11 व्यक्तियों के बैंक खातों में गृह अनुदान के रूप में रू. 07 लाख 60 हज़ार, तहसील कैसरगंज अन्तर्गत बाढ़ आपदा के सम्बन्ध में नदी की कटान से हुयी क्षति के सापेक्ष 26 व्यक्तियों के बैंक खातों में गृह अनुदान/अहैतुक/पशु सहायता के रूप में रू. 09 लाख 67 हज़ार 500, तहसील मिहींपुरवा (मोतीपुर) अन्तर्गत नदी की कटान से हुयी क्षति के सापेक्ष 04 व्यक्तियों के बैंक खातों में गृह अनुदान/अहैतुक सहायता के रूप में रू. 01 लाख 38 हज़ार तथा तहसील नानपारा अन्तर्गत नदी की कटान से हुयी क्षति के सापेक्ष 07 व्यक्तियों के बैंक खातों में गृह अनुदान के रूप में रू. 06 लाख 16 हज़ार कुल 65 व्यक्तियों के बैंक खातों में रू. 41 लाख 37 हज़ार 500 की सहायता राशि अन्तरित की गई है।

नगरीय निकायों में स्वच्छ वातावरण, सफाई को किया जा रहा है मजबूत

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। देश एवं प्रदेश में तीव्र गति से शहरीकरण के परिणामस्वरूप शहर की योजना और निर्माण में पर्यावरणीय दृष्टिकोण की कमी के कारण, प्राकृतिक जल निकासी प्रणाली अवरुद्ध होने और शहरों में पारिस्थितिक तंत्र का क्षरण हो रहा है। प्रदेश में जलवायु परिवर्तन के कारण एकाएक होने वाली अतिवृष्टि तथा बारिश के समय अति जलप्लावन की समस्याएं दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। जलवायु परिवर्तन के कारण शहरी बाढ़ एक नई सामान्य समस्या बन गई है। इसके लिए कई कारक जिम्मेदार हैं, जैसे निम्न स्थलाकृति, भारी वर्षा अनियोजित शहरीकरण और अनुचित जल निकासी व्यवस्था। इनमें से, अनुचित जल निकासी प्रणालियों शहरी बाढ़/जलभराव की स्थिति पैदा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। ऐसी नगरीय समस्याओं के लिए प्रदेश सरकार ने ह्णह्णस्टार्म वाटर डेज्नेज योजनाह्णह्ण संचालित की है।

पिछले 5 वर्षों में उत्तर प्रदेश को भारी वर्षा के कारण आयी शहरी बाढ़ से काफी नुकसान हुआ है। वर्ष 2023 में वर्षा काल के दौरान कम अवधि में अचानक से उच्च तीव्रता वाली अतिवृष्टि होने से जनपद-लखनऊ सहित प्रदेश के विभिन्न शहरों/कस्बों में विस्तृत/बड़े पैमाने पर समुचित जल निकासी की व्यवस्था न होने के कारण जल भराव की गम्भीर समस्या उत्पन्न हो गयी थी, जिसके कारण आम जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था एवं विभिन्न प्रकार की शासकीय/व्यवसायिक गतिविधियों में अवरोध उत्पन्न हो गया था।

प्रदेश सरकार ने विभिन्न समस्याओं के निराकरण हेतु ह्णह्णस्टार्म वॉटर ड्रेनेज योजनाह्णह्ण एक अतिआवश्यक व अनिवार्य मूल-भूत सुविधा संचालित की है। तेजी से बढ़ते हुये नगरीय जनसंख्या व नगरीय क्षेत्र के विस्तार के कारण नगरीय परिदृश्य में पक्की सड़कें व फुटपाथ इत्यादि मूलभूत सुविधाओं का विकास प्राथमिकता पर कराये जाने के उपरान्त भी यह सेक्टर उपेक्षित है व अचानक से अतिवृष्टि की स्थिति में बाढ़/जलभराव के समय ही इस समस्या पर ध्यान आकृष्ट होता है। प्रदेश के नगरीय निकायों में अर्बन फ्लड/जलप्लावन की समस्या के निराकरण हेतु एक रणनीति के तहत कार्यवाही की जा रही है। राज्य सेक्टर के अन्तर्गत नगरीय जल निकासी योजना के अन्तर्गत नगरीय निकायों में जल निकासी हेतु नाला निर्माण हेतु धनराशि अवमुक्त की जा रही है, जिससे छोटे-छोटे नाले/नालियों का निर्माण किया जा रहा है।

उत्तर प्रदेश मातृभूमि अर्पण योजना

उत्तर प्रदेश से बड़ी संख्या में लोग देश के विभिन्न शहरों में व विदेशों में कार्यरत हैं। देश के विभिन्न नगरों में निवासरत एवं देश से बाहर गए सुविधा सम्पन्न जो लोग अपने नगर के विकास में अपना योगदान देना चाहते हैं, लेकिन कोई व्यवस्थित प्लेटफार्म उपलब्ध न होने की वजह से वांछित स्तर का सहयोग व योगदान प्रदान नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे लोगों के लिए उ0प्र0 मातृभूमि अर्पण योजना लागू की गई है।

यदि कोई व्यक्ति, निजी संस्था किसी नगरीय निकाय में विकास कार्य, अवस्थापना सुविधा का विकास के कार्यों को कराना चाहते हैं/करना चाहते हैं. और कार्य की लागत का 60 प्रतिशत की धनराशि वहन करने के इच्छुक है, तो शेष 40 प्रतिशत धनराशि की व्यवस्था राज्य सरकार द्वारा निर्धारित आकार व प्रकार का शिलापट्ट/प्लेट सहयोग करने वाले व्यक्ति/संस्था के प्रस्तावानुसार उस भवन अथवा अवस्थापना सुविधा के ऊपर यथोचित स्थान पर प्रदर्शित किया जाएगा।

नगरीय सेवायें और अवस्थापना विकास परियोजनाएं (मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना)

प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश के सभी नगरीय स्थानीय निकायों में समरूप एवं समान सार्वजनिक और अर्द्ध सार्वजनिक बुनियादी सुविधायें यथा-कौशल विकास केन्द्र, कार्यालय भवन, बारात घर, टाउन हॉल, पुस्तकालय/डिजिटल पुस्तकालय/स्टडी सेन्टर, वर्किंग वूमेन हास्टल, निराश्रित गृह/रैन बसेरा, सी०सी० रोड नाली सहित, सोलर पार्क, चिल्ड्रेन पार्क, सीनियर केयर सेन्टर, अर्बन प्लाजा, घाट संरक्षण/कायाकल्प शहरी वेट लैण्ड इत्यादि अवसंरचनाओं का विकास सुनिश्चित कर प्रदेश के नागरिकों के लिए रोजगार के नवीन अवसर उपलब्ध करते हुए नागरिकों के जीवन स्तर में गुणात्मक वृद्धि की रही है। प्रदेश सरकार की नगरीय सेवायें और अवस्थापना विकास परियोजनाओं/मुख्यमंत्री वैश्विक नगरोदय योजना से राज्य के समस्त नगरों में रहने की क्षमता में वृद्धि कर आर्थिक अवसरों एवं विकास को बढ़ावा देकर राज्य की 01 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने में सहयोग मिलेगा।

प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में पार्क व ओपन स्पेस के माध्यम से हरित क्षेत्र बढ़ाये जाने हेतु ह्यउपवन योजना-प्रदेश की नगरीय निकायों में तेजी से बढ़ रही जनसंख्या व क्षेत्रफल में निरन्तर वृद्धि हो रही है. परन्तु उसके अनुपात में हरित क्षेत्र विकसित न हो पाने के कारण वायुमण्डल के तापमान में वृद्धि हो रही है साथ ही नगरो में पार्को व खुले स्थान विकसित किये जाने हेतु निकायों के नागरिको/जनप्रतिनिधियों द्वारा निरन्तर मांग की जा रही हैं। नगरों में हरित आवरण की कमी को दूर करने तथा पर्यावरण संतुलन को सुधारने के लिए विभाग द्वारा प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में पार्क व ओपन स्पेस के माध्यम से हरित क्षेत्र बढ़ाने जाने हेतु ह्णह्णउपवन योजनाह्णह्ण प्रारम्भ की गई है।

योजना का मुख्य उद्देश्य नगरीय क्षेत्रों में पर्यावरण गुणवत्ता को बढ़ाना, ध्वनि प्रदूषण कम करना, स्थानीय जैव विविधता में वृद्धि, शहरी हरित क्षेत्र का विस्तार, जल संरक्षण को बढ़ावा देना, शहरी तापमान में कमी लाना है। इसके अन्तर्गत नगरों में मियाँवाकी फॉरेस्ट को भी विकसित किया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत वृक्षारोपण तकनीक, जलापूर्ति, प्रकाश व्यवस्था तथा अन्य मूलभूत यथावश्यक अवस्थापना सुविधाओं का विकास किया जा रहा है।

इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी ह्णह्णउपवन योजनाह्णह्ण लागू की गई है तथा योजना की गाईडलाइन, जिसके अन्तर्गत पात्रता योजना का प्रावधान व नियोजन, योजना का मूल्यांकन, योजना की रिपोर्ट व डी०पी०आर०, प्रस्ताव के चयन की प्रकिया, योजना की निगरानी, क्षमता संवर्धन तथा योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए आवश्यक कार्य सभी नगर निकायों द्वारा किये जा रहे हैं।

पीएम आवास के 21 पात्र लाभार्थियों के खातों में पहुंची किश्तों की धनराशि

महेश चंद्र गुप्ता

बहराइच। परियोजना निदेशक डीआरडीए अरूण कुमार सिंह ने बताया कि विकास खण्ड कैसरगंज अन्तर्गत ग्राम पंचायत गोड़हिया नं0 03 में वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) अन्तर्गत चयनित 21 लाभार्थियों के आवास की प्रथम/द्वितीय किश्त की धनराशि दूसरे व्यक्तियों के खातों में भेजकर निकाल ली गई थी। पीडी श्री सिंह ने बताया कि इस इस स्थिति का कड़ा संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी मुकेश चन्द्र द्वारा खण्ड विकास अधिकारी, कैसरगंज को निर्देशित किया गया था कि अपात्र व्यक्तियों के खातों में भेजी गई धनराशि की वसूली कर पात्र लाभार्थियों के खातों में धनराशि का हस्तान्तण किया जाय।

पीडी श्री सिंह ने बताया कि खण्ड विकास अधिकारी कैसरगंज द्वारा अवगत कराया गया है कि ग्राम पंचायत गोड़हिया नं0 03 अन्तर्गत जिन 21 लाभार्थियों की धनराशि त्रुटिवश गलत खाते में अन्तरित हो गई थी उसे तत्कालीन सचिव गुलाब सिंह एवं अंकुर श्रीवास्तव के द्वारा वास्तविक लाभार्थियों के खाते में अन्तरित करा दी गयी है तथा अपात्र का यू.टी.आर. कराते हुए धनराशि पूल खाता में वापस करा दी गई है।

श्री सिंह ने बताया कि ग्राम पंचायत गोड़हिया नं0 03 के सभी 21 पात्र लाभार्थी मथुरा प्रसाद, राधादेवी, रामादेवी, राकेश कुमार, राधेश्याम, अवधराम, राममनोरथ, अमेरिका, रामबाहदुर, अमित यादव, सोबिया, राधिका, कमलेश कुमार, रवि, अशोक कुमार, नीलम, धर्मेन्द्र, शान्ता, सुनील, मीना देवी व रेनू के खातों में धनराशि पहुंच गई है सभी के आवास निर्माण का कार्य प्रगति पर है।