जनपद के विभिन्न विद्यालयों में अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान का किया गया आयोजन

अमेठी। अग्निशमन अधिकारी शिवदरस प्रसाद ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की भाँति इस वर्ष दीपावली का मुख्य पर्व 31 अक्टूबर 2024 को मनाया जायेगा व दीपावली पर्व पर प्रत्येक परिवार में दीप प्रज्जवलित कर तथा आतिशबाजी कर हर्षोल्लास से खुशियों से मनाया जाता है तथा ऐसे शुभ अवसर के समय थोड़ी सी लापरवाही माहौल को गम में परिवर्तित कर सकती है।

उन्होंने बताया कि आगामी दीपावली पर्व को दृष्टिगत रखते हुये पुलिस अधीक्षक अमेठी के आदेशानुसार अग्निशमन एवं आपात सेवा केन्द्र अमेठी द्वारा अग्नि सुरक्षा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान चलाया गया तथा जन-जागरूकता प्रशिक्षण अभियान में अग्निशमन अधिकारी अमेठी शिवदरस प्रसाद द्वारा अपनी पूरी टीम के साथ जनपद के प्राथमिक विद्यालय भैरवपुर, प्राथमिक विद्यालय टिकरिया भौसिंहपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय कंसारा, संग्रामपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय जरौटा, संग्रामपुर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, संग्रामपुर, कालिकन इंटर कॉलेज, संग्रामपुर में अभियान चलाकर छात्र-छात्राओं, अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं स्टाफ को जागरुक करते हुए आग लगने के सम्भावित कारकों के बारे में विस्तार से जानकारी देकर विभिन्न प्रकार के फायर एक्सटिंग्यूशरों को चलाने के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए घरों एवं रसोईघरों में अग्निसुरक्षा, एलपीजी से बचाव एवं सावधानियों के सम्बन्ध में प्रशिक्षण देकर जागरुक किया।

उन्होंने बताया कि आग बुझाने के अनेक तरीकों सहित इवैक्वेशन ड्रिल कराकर छात्र-छात्राओं, अध्यापक-अध्यापिकाओं एवं स्टाफ को आग लगने की स्थिति में भवन से सुरक्षित मार्ग द्वारा बाहर निकलने का अभ्यास कराया गया तथा अभियान के दौरान दीपावली पर्व को देखते हुये अग्निशमन अधिकारी द्वारा विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई। इस क्रम में उन्होंने बताया कि गैस लीक होने पर किचेन में बिजली के स्विच को आफ अथवा आन न करें एवं गैस सिलेण्डर सदैव खड़ा रखे, निर्धारित समय पर गैस में लगे रबर पाईप को बदल दें एवं रात्रि में सोने से पहले गैस सिलेण्डर का वाल्व बन्द कर दें व जलते हुये स्टोव व लालटेन में मिट्टी का तेल न भरें, भोजन बनाते समय अपने शरीर के कपड़ों का प्रयोग चूल्हे पर चढ़े बर्तनों को उतारने के लिए न करें, खाना बनाते समय ढीले-ढाले आँचल को बांध कर रखें, उसे चूल्हे व स्टोव की आग की लपटों से बचाकर रखें तथा घर में बिजली के कटे-फटे तारों को तुरन्त बदलवा दें या मरम्मत करा लें, सही ढंग का फ्यूज लगायें व एक ही प्लग पर कई यंत्र न लगाएं।

उन्होंने बताया कि कुकिंग गैस सिलेण्डर में लीकेज का आभास होते ही आस-पड़ोस की अन्य अंगीठियाँ व जलती हुई बीडी-सिगरेट को तुरन्त बुझा दें, आग लगने पर सबको बतायें व आग बुझाने का प्रयास करें, कपड़े में आग लगने पर दौड़े नहीं, बल्कि जमीन पर लेटकर लुढ़के, फ्लेम प्रूफ बिजली की व्यवस्था किया जाय, धूम्रपान, माचिस का प्रयोग अथवा अन्य कोई आग लगने वाली वस्तु का प्रयोग सुरक्षा घेरे के अन्दर न किया जाय तथा जिस सिलेण्डर में आग लगी हो उसे फायर एक्सटिंग्यूशर से बुझायें व आग लगे सिलेण्डर को गोदाम से बाहर कर दें। उन्होंने बताया कि दीया/मोमबत्ती सुरक्षित स्थान पर सजायें, बिजली की झालर आदि से बिजली के बोर्ड पर अतिरिक्त भार न दें तथा शार्ट सर्किट होने से आग लगने की ओर विशेष रूप से सतर्क रहें व झुग्गी, झोपड़ी, आरा मशीन, भूसे के ढेर से दूर पटाखों को छुड़ायें, दीपावली पर मोटे और चुस्त कपड़े पहनें तथा ढीले और लहरदार सिन्थेटिक कपड़ों को न पहनें, अपने घर में पटाखे चलाते समय अग्नि दुर्घटना से तुरन्त निपटने हेतु 2 बाल्टी पानी भर कर तैयार रखें तथा पटाखों को जलाने के लिए मोमबत्ती को डन्डे में बांधकर प्रयोग करें।

उन्होंने बताया कि जलते हुए पटाखों से उचित दूरी रखें, पटाखे छोड़ते समय चुस्त और मोटे सूती कपड़े पहनें, पटाखों को सुरक्षित स्थान पर आग के स्रोत एवं ज्वलनशील पदार्थों को दूर रखें, पूजन अर्चन हेतु प्रयोग में लाये गये अगरबत्ती धूपबत्ती तथा मोमबत्ती को जलते हुए नहीं छोड़ना चाहिए, पूर्ण रूप से उक्त पूजन सामग्री के बुझ जाने का बाद ही पूजा स्थल को छोड़ना चाहिये व पटाखों को जलाते समय सिन्थेटिक अथवा सिल्क और ढीले वस्त्र को न पहनें तथा पटाखों को हाथ में पकड़कर जलाने का प्रयास न करें, जो पटाखे चलाते समय चल नहीं पाते हैं उनको उठाकर देखने का प्रयास न करे कि वह क्यों नहीं चला। उन्होंने बताया कि घरों के अन्दर/किचन के पास पटाखे किसी भी दशा में न चलायें, पटाखों को कभी भी जेब में न रखें, पटाखों के ऊपर झुककर कभी भी उनको चलाने का प्रयास न करें व जनता द्वारा प्रयोग में लाये जाने वाले सार्वजनिक स्थान यथा फुटपाथ, सड़क आदि पर आतिशबाजी न चलायें, पटाखों को मोमबत्ती या दीये के पास न चलायें तथा बच्चों को जलता हुए पटाखा किसी के ऊपर न फेकने दें। उन्होंने बताया कि प्रयोग किये गये पटाखों में बची सामग्री से पटाखा निर्मित करने का प्रयास न करें, घनी बस्तियों में अथवा पेट्रोल पम्प, तेल के भण्डार, आरा मशीन, पण्डाल जैसे स्थानों के पास पटाखें अथवा राकेट न चलायें व जल जाने पर रनिंग वाटर का प्रयोग करें तथा चिकित्सक से सलाह लें।

उन्होंने बताया कि अपने क्षेत्र के फायर स्टेशन का टेलीफोन नम्बर याद रखें व पुलिस थाने पर भी आग की सूचना दें, आग लगने पर फायर ब्रिगेड को टेलीफोन करके अवश्य बुलाये जो हर समय नि:शुल्क उपलब्ध है तथा सूचना देने समय संयमित आवाज में साफ तौर पर पूरा विवरण दें व तत्काल पहुंचने का मुख्य स्थान बता दें एवं फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक आग बुझाने का हर सम्भव प्रयास करते रहें, घी, तेल व पेट्रोलियम की आग को पानी से न बुझाए उसे फोम एक्सटिंग्यूशर या मिट्टी व बालू से बुझाने का प्रयास करें। उन्होंने बताया कि कपड़ों में आग लगने पर कम्बल का प्रयोग करें अथवा जमीन पर लेटकर लुढ़के एवं फायर ब्रिगेड आने पर बेकार भीड़ एकत्र न करें तथा आग से घिरने पर खिड़की, दरवाजा आदि से शोर लगाकर अपनी ओर ध्यान आकर्षित करें तथा भारी चीजों से रस्सी या कपड़े बांधकर उससे उतरने का प्रयास करें, छत से छलांग न लगाये व आग फैलने से रोकने हेतु दरवाजे खिड़कियॉ बंद रखें। इस दौरान जागरूकता अभियान में प्राथमिक विद्यालय भैरवपुर, प्राथमिक विद्यालय टिकरिया भौसिंहपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय कंसारा, संग्रामपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय अरौटा, संग्रामपुर, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय, संग्रामपुर, कालिकन इंटर कॉलेज, संग्रामपुर के प्रधानाचार्य एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं सहित हजारों की संख्या में छात्र-छात्राओं ने प्रशिक्षण में भाग लिया तथा अग्निशमन तथा आपात सेवा केन्द्र अमेठी के प्रशिक्षक फायर सर्विस चालक राजेन्द्र प्रसाद दूबे, फायरमैन अमित कुमार, अरविन्द कुमार, योगेश प्रताप सिंह, सौरभ व रणजीत यादव ने प्रशिक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

डॉ पाण्डेय को मिला प्रो.एस. वी.माधवराव शिखर सम्मान- 2024

अमेठी ।स्थानीय डाक बंगले में अवधी साहित्य संस्थान अमेठी की ओर से आन्ध्र विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग,विशाखा परिषद् विशाखापट्टणम एवं अवधी साहित्य संस्थान अमेठी के संयुक्त तत्वावधान में 'हिन्दी भाषा एवं साहित्य: एक विमर्श' विषयक आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी को लेकर समीक्षा बैठक का शुभारंभ मां सरस्वती जी की प्रतिमा पर पूजा अर्चना एवं माल्यार्पण से हुआ।

समीक्षा बैठक में अध्यक्ष अवधी साहित्य संस्थान अमेठी डॉ अर्जुन पाण्डेय ने विधिवत प्रकाश डालते हुए कहा कि अवधी साहित्य संस्थान अमेठी के बैनर तले आन्ध्र विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में देश-दुनिया के साहित्यकारों के बीच हिन्दी साहित्य सम्वर्द्धन हेतु सार्थक संवाद उर्जा प्रदायी रहा।आन्ध्र विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग एवं विशाखा हिन्दी परिषद विशाखापट्टणम की ओर से प्रो. जी.सुन्दर रेड्डी हिन्दी सभागार में आयोजित सारस्वत सम्मान समारोह में हिन्दी भाषा एवं साहित्य के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु डॉ अर्जुन पाण्डेय को कुलपति आन्ध्र विश्वविद्यालय प्रो शशिभूषण राव एवं पद्य भूषण प्रो वाई लक्ष्मी प्रसाद के कर कमलों से प्रो.एस.बी.माधवराव शिखर सम्मान -2024 से सम्मानित किए जाने पर समीक्षा बैठक में शामिल संस्थान के सम्मानित सदस्यों रामेश्वर सिंह निराश, सत्येन्द्र प्रकाश शुक्ल, मो शब्बीर अहमद सूरी,अमर बहादुर सिंह,कैलाश नाथ शर्मा, अनुभव मिश्र,चन्द्र प्रकाश पाण्डेय मंजुल,शिव कुमार शुक्ल,ने खुशी जाहिर करते हुए डॉ पाण्डेय को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।

समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे बरिष्ठ पत्रकार अम्बरीष मिश्र ने अवधी साहित्य संस्थान द्वारा देश के दक्षिण गैर हिन्दी भाषी क्षेत्र में सहभागिता करके सराहनीय कार्य किया है।संस्थान को साहित्यिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की जरूरत है। मुख्य अतिथि मो शब्बीर अहमद सूरी ने कहा कि अवधी साहित्य संस्थान की ओर से एक साहित्यिक पत्रिका का सम्पादन किया जाना चाहिए, जिसका सभी ने एक स्वर से समर्थन किया। समीक्षा बैठक का संचालन गीतकार समीर मिश्र ने किया। कार्यक्रम का समापन डॉ अर्जुन पाण्डेय के आभार से हुआ।

*दंपत्ति सम्मेलन में दिये गये परिवार निर्माण के सूत्र*

अमेठी । आज परिवार टूट रहे हैं, छोटे छोटे शहरों में वृद्धाश्रम खुल रहे हैं। सामाजिक मान्यताएँ, परम्परायें टूट रही हैं। चारों तरफ़ निराशा का वातावरण दिखाई देता है। ऐसी विषम परिस्थितियों में परम् पूज्य गुरुदेव वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने इक्कीसवीं सदी उज्ज्वल भविष्य का उद्घोष करते हुए युग निर्माण योजना चलाई।

गायत्री परिवार इन विषम परिस्थितियों में परिवार निर्माण से राष्ट्र निर्माण की कड़ी जोड़ने के लिए गाँव-गाँव, घर-घर पहुँच रहा है।

उक्त बातें शांतिकुंज हरिद्वार के प्रतिनिधि प्रज्ञा पुत्र दिनेश पटेल ने नव दम्पति सम्मेलन में कहीं।

रविवार को गायत्री शक्तिपीठ अमेठी पर आयोजित नव दंपत्ति सम्मेलन में सैकड़ों दंपत्तियों ने प्रतिभाग किया। 18 से 22 मार्च 2025 को आयोजित राष्ट्र जागरण 251 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ अमेठी के प्रयाज के क्रम में आयोजित कार्यक्रम में परिवार की कड़ी को मजबूत करने के लिए सूत्र दिये गये ।

कार्यक्रम की शुरुआत देव पूजन के साथ हुई। युवा समन्वयक डॉ० प्रवीण सिंह दीपक ने शांतिकुंज प्रतिनिधियों सहित सभी अतिथियों का स्वागत किया।

मुख्य वक्ता दिनेश पटेल ने कहा कि परिवार एक तपोवन है । इस तपोवन के पाँच सूत्र हैं- संयम, सेवा, सहिष्णुता, सहकार व स्नेह । इन सूत्रों को अपनाकर की परिवार में सुख और समृद्धि आयेगी।

परिवार की ज़िम्मेदारियों के पाँच सूत्र देते हुए उन्होंने कहा कि पति पत्नी एक दूसरे का सहयोग करते हुए परिवार में सुव्यवस्था, श्रमशीलता, सहकारिता, मितव्ययता एवं शालीनता सुनिश्चित करे।

संगीत टोली नायक हरि प्रसाद चौधरी, वादक अभय व अरविंद ने प्रज्ञा गीत “हमें सद्गुणों का खजाना मिला है,मगर व्यर्थ में ही लुटाना मना है” एवं ‘’भारत की परिवार व्यवस्था ही रत्नों की खान है” के माध्यम से मानव जीवन एवं परिवार निर्माण की महत्ता पर प्रकाश डाला।

कार्यक्रम में उप जोन समन्वयक कैलाश नाथ तिवारी ने पति- पत्नी द्वारा विवाह के समय लिये गये 7 वचनों की प्रतिज्ञा कराई गई तथा सभी को गायत्री परिवार की तरफ से 7 वचनों का शपथ पत्र अपने-अपने घरों में स्थापित करने हेतु उपहार स्वरूप दिया गया। साथ में गायत्री मंत्र लेखन एवं परम् पूज्य गुरुदेव का साहित्य भी दिया गया। इस अवसर पर मेडिटेशन के साथ पति - पत्नी को एक दूसरे की बुराई एक पर्ची में लिखने को कहा गया, जिसे यज्ञ कुण्ड में बुराई की तरफ़ न देखने के भाव के साथ जला दिया गया।

कार्यक्रम को प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि प्रभाकर सक्सेना व जिला समन्वयक डॉ० त्रिवेणी सिंह ने भी संबोधित किया।

कार्यक्रम में शामिल हुए दंपत्तियों ने इस कार्यक्रम की भूरि-भूरि सराहना की।

*दो दिवसीय मेले का आयोजन, जन-जन तक पहुंचायी जाएगी पीएम सूर्य घर-बिजली मुफ्त योजना की जानकारी*

अमेठी- पीएम सूर्य घर-बिजली मुफ्त योजना से संबंधित जानकारियों के लिए अमेठी रामलीला मैदान में दो दिवसीय मेला का आयोजन किया गया है। दो दिनों तक चलने वाले मेले का उद्घाटन भाजपा नेता दिनेश तिवारी (राष्ट्रीय अध्यक्ष ब्राह्मण स्वाभिमान एकता मंच) द्वारा किया गया।

इस मौके पर दिनेश तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के इस ड्रीम प्रोजेक्ट से शहर के साथ-साथ गांव में रहने वाले नागरिकों को निर्वाध रूप से बिजली मिलने के साथ सोलर प्लांट लगाने से बिजली का बिल जीरो हो जाएगा और अधिक उत्पादन करने पर सरकार उपभोक्ता को मीटर रीडिंग के अनुसार बिजली खरीद कर धन का भुगतान भी करेगी।

मेले का आयोजन प्रशांत सोलर पावर फर्म द्वारा किया जा रहा है। फर्म के डायरेक्टर प्रशांत मिश्रा ने बताया कि 26 और 27 अक्टूबर शाम तक मेले में जो भी सोलर लगवाने के लिए अप्लाई की जाएगी सरकारी सब्सिडी के साथ-साथ संस्था द्वारा₹5000 से लेकर ₹20000 तक का कूपन वाउचर भी दिया जाएगा। इस दो दिवसीय आयोजित मेले में आ रहे लोग योजनाओं की विस्तृत जानकारी को लेकर बहुत ही उत्साहित हैं।

रोजाना रूरल कॉमर्स स्टार्ट अप सुपर स्टोर का प्रमुख सचिव ने किया उद्घाटन, ग्रामीण क्षेत्रों में आसान होगी ऑनलाइन शॉपिंग

अमेठी- प्रमुख सचिव आलोक कुमार अमेठी पहुंचे, जहां पुलिस कर्मियों ने उन्हें pwd गेस्ट हाउस में गॉड ऑफ ऑनर दिया। जिसके बाद प्रमुख सचिव आलोक कुमार खेल, युवा कल्याण, MSME सार्वजनिक उद्यम में रोजाना सुपर बाजार का फीता काटकर व द्वीप प्रज्वलित कर उद्घाटन किया।

रोजाना के निदेशक अद्वैत विक्रम सिंह द्वारा बताया गया कि रोजाना भारत की सबसे तेजी से बढ़ती ग्रामीण ई-कॉमर्स कंपनी है, जो ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाली 70-80% आबादी को ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा देने के लिए समर्पित है। रोजाना वर्तमान में मुख्यतः उत्तर प्रदेश एवं हरियाणा में परिचालित है। उत्तर प्रदेश के 10 जनपदो के 100 विकासखंडों के 15,000 से अधिक गांवों में परिचालन के साथ दिन प्रति दिन अपने आयामों को बढ़ा रहा है। इसी क्रम में रोजाना का सुपर बाजार अमेठी में खोला गया है जिसमे किराने के सामान, फुटवेयर, घरेलू सभी समान से लेकर इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों की एक विस्तृत श्रृंखला उपलब्ध है। जहां कस्टमर आकार अपनी पसंद का समान क्रय कर सकते है साथ ही रोजाना इन एप के माध्यम से घर से ऑर्डर बुक कर अपने उत्पादो को फ्री डिलिवरी के साथ मांगा सकते है।

प्रमुख सचिव आलोक कुमार द्वारा कहा गया कि रोजाना अब ग्रामीण यूपी में 1000 से अधिक लोगों को रोजगार देता है और 15000 से अधिक ग्रामीण स्तर के उद्यमियों के साथ काम करता है, जिनमें ज्यादातर महिलाएं हैं, ताकि 10 लाख से अधिक परिवारों को उत्पाद पहुंचाए जा सकें। रोजाना जैसी कंपनियों को समर्थन देना यूपी सरकार का प्राथमिक फोकस है। ऐसी कंपनियां ग्रामीण भारत में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में मदद करेंगी। रोजाना द्वारा ग्रामीण क्षेत्र के स्थानीय विक्रेताओं कारीगरों और उद्यमियों को एक मंच प्रदान करने का कार्य कर रहा है साथ ही स्वयं सहता समूह कि महिलाओ की महिलाओ को रोजगार एवं उनके उत्पादो को बाज़ार उपलब्ध कराता है यह एक सराहनीय प्रयास है इससे अमेठी क्षेत्र का आर्थिक विकास होगा एवं रोजगार के नये अवसर युवाओ को मिलेगे।

मुख्य विकास अधिकारी सूरज पटेल ने रोजाना द्वारा स्वयं सहायता समूह के उत्पादो को बाज़ार उपलब्ध कराने के कार्य एवं स्वयं सहायता समूह की महिलाओ को प्रेरक पार्टनर के रूप मे रोजगार उपलब्ध कराने के कार्य की प्रशंसा की।

"एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत किया गया वृक्षरोपण

छोड़ो सारे जग के काम

लगाओ एक पेड़ मां के नाम।

इससे जरूरी नहीं कोई काम

लगाओ एक पेड़ धरती मां के नाम।

बचाना है अगर अपने प्राण,

लगाओ एक पेड़ धरती मां के नाम

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विश्व पर्यावरण दिवस के पुनीत अवसर पर 5 जून को बुद्ध जयंती पार्क में एक पौधा लगाकर "एक पेड़ मां के नाम" अभियान की शुरुआत की थी। इस अभियान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रत्येक देशवासी से अपनी मां के प्रति सम्मान स्वरूप कम से कम एक पौधा अवश्य लगाने की मार्मिक अपील की थी।

“एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत शुक्रवार को एचएएल के उड़ान लेडीज क्लब के नेतृत्व में महिलाओं ने अपनी माँ के नाम एक एक पेड़ लगाया पेड़ लगाकर पर्यावरण बचाने का एक सन्देश दिया हैं

"एक पेड़ माँ के नाम" कार्यक्रम को लेकर आज एच ए एल परिसर में उड़ान लेडीज क्लब की महिलाओं ने मिलकर अपनी माँ को मोबाइल से वीडियो फोन किया जिसमे उड़ान लेडीज क्लब की महिलाओं ने मिलकर अपनी अपनी माँ के नाम एक एक पेड़ लगाया और उस पेड़ का नाम अपनी माँ के नाम पर रखा।इस कार्यक्रम में उड़ान लेडीज क्लब की अध्यक्षा लीना राय,उपाध्यक्षा बबीता अग्रवाल व जया श्रीवास्तव व अन्य सदस्य प्रज्ञा मिश्रा, विभा यादव,अभिलाषा, पुष्पांजलि, राखी, अंकिता, शिवांगी आदि महिलाएं शामिल हुई

जगदीशपुर में भव्य प्रदर्शनी का दूसरा दिन: सरकार की योजनाओं के महोत्सव में जागरूकता और समृद्धि का संदेश

अमेठी/जगदीशपुर, 25 अक्टूबर। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग द्वारा जगदीशपुर के बूबूपुर मंगौली में जारी तीन दिवसीय भव्य प्रदर्शनी के दूसरे दिन, जागरूकता और समृद्धि का संदेश लेकर सैकड़ों लोगों का उत्साह उमड़ा।

ध्वनि फाउंडेशन, बाबा हरिदास लक्ष्मी नारायण जूनियर हाई स्कूल, और आर के अकैडमी के सहयोग से आयोजित इस प्रदर्शनी और भंडारे में क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया और सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी प्राप्त की।

इस महाआयोजन का उद्घाटन ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि राकेश विक्रम सिंह ने किया, जबकि इसके सफल संचालन में विकास तिवारी, रिचा तिवारी, शिवकरण तिवारी, और आदित्य नारायण तिवारी के विशेष प्रयास और समर्पण का महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके सहयोग और प्रतिबद्धता के कारण यह प्रदर्शनी सरकार की योजनाओं को जन-जन तक पहुँचाने में एक सशक्त माध्यम बन गई है।

प्रदर्शनी में विशेष रूप से कृषि, महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य, और स्वच्छता जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में चलाई जा रही योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया है। प्रत्येक योजना का उद्देश्य जनता को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें विकास की मुख्यधारा में शामिल करना है। किसानों के लिए फसल बीमा योजना, महिला सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति अभियान, शिक्षा में सुधार के लिए निःशुल्क शिक्षा योजनाएं, और स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए आयुष्मान भारत योजना जैसे कार्यक्रम इस प्रदर्शनी के मुख्य आकर्षण हैं।

इस प्रदर्शनी के दूसरे दिन, जागरण के कार्यक्रम के साथ भंडारे का आयोजन भी किया गया, जिसमें लोगों ने आध्यात्मिक और सामाजिक एकता का अनुभव किया। जागरण में भाग लेकर लोगों ने न केवल आध्यात्मिक सुख प्राप्त किया बल्कि सरकार की योजनाओं के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई। भंडारे में शामिल होकर लोगों ने सामूहिक भोजन का आनंद लिया और आपसी स्नेह और सौहार्द को और भी मजबूत किया।

तीसरे और अंतिम दिन के लिए प्रदर्शनी का समापन समारोह आयोजित होगा, जिसमें और भी अधिक नागरिकों के भाग लेने की उम्मीद है ताकि सभी नागरिक इस महाअभियान का हिस्सा बन सकें और सरकार की योजनाओं का लाभ उठाकर सशक्त और आत्मनिर्भर बन सकें।

विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की निर्वाचक नामावलियों का विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम 29 अक्टूबर से 28 नवंबर 2024 तक

अमेठी। अपर जिलाधिकारी/उप जिला निर्वाचन अधिकारी अर्पित गुप्ता ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश के क्रम में 29 अक्टूबर 2024 को मतदाता सूची का आलेख्य प्रकाशन जनपद के समस्त मतदेय स्थलों एवं तहसीलों पर किया जायेगा तथा दावे और आपत्ति प्राप्त करने की अवधि 29 अक्टूबर 2024 से 28 नवम्बर 2024 तक निर्धारित है। उन्होंने बताया कि उक्त निर्धारित अवधि में सम्बन्धित बी0एल0ओ0, तहसील स्तर पर स्थापित मतदाता पंजीकरण केन्द्र में अथवा जिला निर्वाचन कार्यालय अमेठी से फार्म प्राप्त अथवा जमा कर सकते है ।

इस अवधि में 09 व 10 नवम्बर 2024 एवं 23 व 24 नवम्बर 2024 को विशेष अभियान की तिथियॉ भी निर्धारित है तथा मतदाता सूची का अन्तिम प्रकाशन 06 जनवरी 2024 को किया जायेगा। इस सम्बन्ध में उन्होंने बताया कि भावी मतदाताओं के साथ-साथ विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण 2025 का पूर्ण लाभ वर्तमान मतदाताओं को प्राप्त हो, इसके लिए आवश्यक है कि वर्तमान मतदाता, मतदाता सूची में ससमय अपना नाम चेक कर लें तथा तदानुसार अग्रिम अपेक्षित कार्यवाही करें।

इस हेतु मतदाताओं द्वारा अपना नाम मतदाता सूची में देखने के लिए विभिन्न व्यवस्थायें की गयी है। उन्होंने बताया कि मतदाता सूची 29 अक्टूबर 2024 से 28 नवम्बर 2024 के मध्य सभी मतदान केन्द्रों पर देखने के लिए उपलब्ध रहेगी तथा वेबसाइट www.ceouttarpradesh.nic.in पर Search Your Name Electoral Roll बटन पर क्लिक करके मतदाताओं द्वारा अपने से सम्बन्धित विवरण की पुष्टि की जा सकती है। उन्होंने बताया कि मतदाता https://electoralsearch.in एवं https://voters.eci.gov.in पर भी अपना नाम मतदाता सूची में देख सकते है तथा अपने मोबाइल में वोटर हेल्पलाइन ऐप डाउनलोड करके भी उक्त सेवाओं को प्राप्त कर सकते है।

कलश यात्रा के साथ ही श्रीमद्भागवत कथा का हुआ शुभारंभ


भेटुआ अमेठी|विकास खंड भेटुआ की ग्राम पंचायत शिवगढ़ जलालपुर के संड़िला गांव में बुधवार को भगवान की लीलाओं पर आधारित,पापनाशिनी श्रीमद्भागवत कथा का विधि-विधान पूर्वक आरंभ हो गया है|

भागवत कथा शुरू होने से पहले सैकड़ों की संख्या में नारी शक्ति ने सिर पर कलश उठा दैव स्थलों की परिक्रमा की जिसके बाद कलश स्थापना पश्चात व्यासपीठ से श्रीधाम अयोध्या से पधारे आचार्य रोहित मिश्र ने श्रीमद्भागवत कथा का शुभारंभ किया|

बता दें संड़िला गांव निवासी पंडित जवाहरलाल शर्मा ने सपत्नीक चारों धाम की यात्रा के उपरांत इस श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया है जिसका समापन 30 अक्टूबर को भगवान जगन्नाथ के भंडारे के साथ हो जायेगा|

बुधवार को कथा के प्रथम दिवस आचार्य रोहित मिश्र जी ने कथा रसिकों को श्रीमद्भागवत कथा के महात्म्य से अवगत कराया |

इस दौरान आयोजक परिवार के राम सुन्दर शर्मा,रामराज शर्मा, अनिल शर्मा, सुनील शर्मा, कार्तिकेय शर्मा,अलंकृत शर्मा,अथर्व शर्मा के साथ पूरा संड़िला गांव, कथा श्रवण के लिए कथा पांडाल पहुंचे कथा रसिकों की सेवा में जुटा नजर आया|

भाषाई समन्वय से ही हो सकता है हिन्दी का सम्वर्द्धन

अमेठी। विशाखापट्टनम आन्ध्र विश्व विद्यालय हिन्दी विभाग, हिन्दी विशाखा परिषद् विशाखापट्टनम एवं अवधी साहित्य संस्थान अमेठी (उ. प्र.) के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का समापन एवं हिन्दी साहित्य मनीषियों का सारस्वत सम्मान, अंगवस्त्र एवं मोमेन्टो भेंट करके किया गया।शुभारंभ अतिथियों द्वारा मां सरस्वती जी की पूजा, अर्चना एवं माल्यार्पण से हुआ ।

समापन अवसर के अन्तिम सत्र की अध्यक्षता करते हुए अध्यक्ष अवधी साहित्य संस्थान डॉ. अर्जुन पाण्डेय ने बोली,भाषा एवं साहित्य पर डालते हुए कहा कि बोली मौखिक के साथ लिपि एवं व्याकरण विहीन होती है।भाषा लिखित के साथ लिपि एवं व्याकरण युक्त होती है। बोली का व्यापक रूप भाषा होती है।भाषा समाज को जोड़ती है। देश की तमिल,तेलगु मलयालम, कन्नड़, अवधी, बघेली, ब्रजी, भोजपुरी,

छत्तीसगढ़ी एवं मैथिली आदि के मिलने से हिन्दी बनती है।सही मायने में साहित्य समाज का दर्पण है।भाषाई समन्वय से ही हिन्दी का संवर्धन सम्भव है।हमें निज भाषा,निज देश पर गर्व होना चाहिए।

समापन समारोह में अवधी साहित्य संस्थान अमेठी की ओर से दक्षिण के जाने-माने साहित्यकारों प्रो. एस एम इकबाल सहित प्रो. एस शेषारत्नम, डॉ. के शान्ति,आरुणि त्रिवेदी, प्रो.जे विजया भारती, डॉ पी के जय लक्ष्मी,डॉ दीपा गुप्ता,आदि को 'पं सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला' सम्मान से सम्मानित किया गया। आन्ध्र विश्वविद्यालय हिन्दी विभाग एवं हिन्दी विशाखा परिषद् विशाखापट्टनम की ओर से नॉर्वे के प्रवासी साहित्यकार डॉ. सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' सहित साहित्य भूषण प्रो. महेश 'दिवाकर', डॉ. अर्जुन पाण्डेय, डॉ. शिवम् तिवारी, राही राज, प्रीती राज, महेश शर्मा, हरिनाथ शुक्ल 'हरि', प्रयास जोशी, डॉ जय प्रकाश सिंह एवं डॉ संतोष गुड्डाआदि को 'डॉ कर्ण राजशेखर गिरि राव' सम्मान से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर डॉ. सुरेशचन्द्र शुक्ल 'शरद आलोक' की पुस्तक 'मिट्टी के देवता' एवं डॉ.अर्जुन पाण्डेय की पुस्तक 'माटी का चंदन' का लोकार्पण हुआ।साथ ही निबंध लेखन एवं वाक् प्रतियोगिता में प्रतिभाग किए गए विद्यार्थियों माधुरी नरबाहून सिंह, ई विकास कुमार, सी एच विधात्री सहित कुल 6 को पुरस्कृत किया गया। समापन एवं सारस्वत सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि पद्मभूषण प्रोफेसर वाई लक्ष्मी प्रसाद रहे।अध्यक्षता प्राचार्य प्रोफेसर नरसिंहराव ने की। संगोष्ठी का सफल संचालन प्रख्यात साहित्यकार डॉ. शिवम् तिवारी ने किया।इस अवसर पर अतिथियों एवं सैकड़ों छात्र- छात्राओं के साथ साहित्यकारों का जमावड़ा रहा।संगोष्ठी का समापन राष्ट्रगान से हुआ।