मुंगेली में बिखरेगी संस्कृति की छटा : मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने किया ‘व्यापार मेला’ के ब्रोशर का विमोचन

मुंगेली-     मुंगेली के त्यौहार के नाम से प्रसिद्ध ‘मुंगेली व्यापार मेला’ के ब्रोशर विमोचन के साथ ही आगामी आयोजन की तारीख़ का ऐलान कर दिया गया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से उनके निवास कार्यालय पहुना में स्टार्स आफ टुमारो वेलफेयर सोसायटी मुंगेली के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य मुलाकात कर आमंत्रण पत्र देकर मेले में सम्मिलित होने का न्योता दिया, जिस पर सीएम ने मेले में शामिल होने का आश्वासन दिया. साथ ही 26 नवंबर से आयोजित होने वाले बहुप्रतीक्षित मुंगेली व्यापार मेला के 9वें वर्ष के ब्रोशर का विमोचन किया।

इस अवसर पर स्टार्स ऑफ टुमॉरो के संयोजक रामपाल सिंह, सह संयोजक रामशरण यादव, अध्यक्ष महावीर सिंह, सचिव विनोद यादव और सलाहकार मंडल के सदस्य मनीष शर्मा उपस्थित रहे. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने व्यापार मेले में आमंत्रण के लिए प्रतिनिधिमंडल को धन्यवाद देते हुए व्यापार मेले के सफल आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी.

मुख्यमंत्री ने स्टार्स ऑफ टुमॉरो द्वारा पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में किये जा रहे प्रयासों की सराहना की और पिछले सालों में मुंगेली व्यापार मेला के माध्यम से व्यापार व्यवसाय के क्षेत्र में अनुकूल वातावरण के निर्माण के लिए प्रयासों की भी सराहना की. बता दें कि स्टार्स ऑफ टुमारो वेलफेयर सोसाइटी मुंगेली के तत्वाधान में छह दिवसीय मुंगेली व्यापार मेला का आयोजन 26 नवंबर से 1 दिसंबर 2024 तक किया जा रहा है. मुंगेली जिले के औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए पिछले 8 सालों से यह आयोजन किया जा रहा है, जिसकी ख्याति साल दर साल बढ़ती ही जा रही है.

विगत वर्ष की भांति इस साल भी व्यापार मेले में देश के सभी राज्यों के प्रमुख उत्पाद के साथ हस्तशिल्प, टेराकोटा, खादी ग्रामोद्योग, बस्तर आर्ट, महिला गृह उद्योग, हर्बल प्रोडक्ट, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, छत्तीसगढ़ सहित राष्ट्रीय स्तर के उपयोगी उत्पादों, शिक्षा, स्वास्थ, कृषि, आटोमोबाइल, लघु एवं कुटीर उद्योगों के साथ ही शासन के द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के स्टाल लगाए जाएंगे. साथ ही शाम से लेकर देर रात तक होने वाले विविध परिवारिक सांस्कृतिक गतिविधिया, स्वस्थ मनोरंजन के लिए अत्याधुनिक झूला घर एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आकर्षण के केंद्र होंगे.

तहसील कर्मी की आत्महत्या जांच की मांग, युवा विप्र संगठन ने गृहमंत्री विजय शर्मा को सौंपा ज्ञापन

रायपुर-   तहसील/कलेक्टर कार्यालय में पदस्थ शासकीय कर्मचारी प्रदीप उपाध्याय द्वारा आत्महत्या करने की दुखद घटना सामने आई है। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में कार्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है, जिसमें बार-बार स्थानांतरण, जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल और अपमानित करने के आरोप शामिल हैं। सुसाइड नोट में प्रदीप उपाध्याय ने कलेक्ट्रेट में पदस्थ एडीएम देवेंद्र पटेल, अपर कलेक्टर गजेंद्र ठाकुर और तत्कालीन अपर कलेक्टर वीरेंद्र बहादुर का नाम लिखा है, जिनकी प्रताड़ना से तंग आकर उन्होंने यह कठोर कदम उठाया।

सुसाइड नोट में लिखा गया है कि किस तरह बार-बार स्थानांतरण के माध्यम से उन्हें मानसिक रूप से परेशान किया गया और जातिसूचक शब्दों का उपयोग कर अपमानित किया गया। सुसाइड नोट में ‘ब्राह्मण को भगाओ’ जैसे घृणित और जातिगत टिप्पणियों का उल्लेख किया गया है, जिससे प्रदीप उपाध्याय के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाई गई।

इस गंभीर घटना पर छत्तीसगढ़ी युवा विप्र संगठन ने कड़ा रुख अपनाते हुए उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को ज्ञापन सौंपा। संगठन ने दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है और त्वरित जांच समिति गठित करने का अनुरोध किया है। युवा विप्र संगठन के अध्यक्ष सहित संगठन के सभी पदाधिकारी इस मौके पर मौजूद थे और उन्होंने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा।

इस घटना ने शासकीय कार्यलयों में कर्मचारियों के साथ होने वाली मानसिक प्रताड़ना और जातिगत भेदभाव के मामलों पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है। घटना की जांच जारी है, और पूरे राज्य में इसे लेकर आक्रोश का माहौल है।

कांग्रेस ने की PC, भाजपा प्रत्याशी सुनील सोनी के साथ दिख रहे शोएब ने वीडियो को बताया सही, BJP ने बताया था फेक

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में रायपुर दक्षिण उपचुनाव के बीजेपी प्रत्याशी सुनील सोनी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें सुनील सोनी मुश्लिम व्यक्ति को गले लगाकर माथा चूमते नजर आ रहे. इसे भाजपा ने फेक बताया था. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने आज प्रेसवार्ता की. वायरल वीडियो में नजर आने वाले मोहम्मद शोएब भी इस प्रेसवार्ता में मौजूद थे. वीडियो को लेकर पिछले दो दिनों से सियासत हो रही है. इस मामले में मोहम्मद शोएब ने कहा कि यह वीडियो फेक नहीं है. यह मेरे साथ हुआ था. इस वीडियो में मुझे कोई आपत्ति भी नहीं है।

मोहम्मद शोएब ने वीडियो के बारे में पूरी जानकारी देते हुए बताया कि सुनील सोनी से हमारी मुलाकात 2019 में सब्जी मार्केट में हुई थी. उसके बाद पेपर फोटो आया था. मुझे बताया गया था कि ऐसे ही कोई खींचा था तो फोटो डाल दिया होगा. मुझे आइडिया नहीं था. दो-तीन दिन से हमारा फोटो-वीडियो वायरल हो रहा है. हमारे कई लोग, रिश्तेदार लोग आकर पूछते हैं, वायरल क्यों हो रहा है, ऐसा क्या मामला है, जबकि मुझे इस मामले में कोई जानकारी नहीं है. फिर मैंने बताया कि सुनील सोनी का उससे मुलाकात करते समय सब्जी मार्केट में फोटो लिया गया था. इस दौरान सुनील सोनी गले मिले थे और माथा चूमे थे और मैंने उनको बधाई दी थी.

मोहम्मद शोएब ने बताया कि यह वीडियो फेक नहीं है. यह मेरे साथ हुआ था. इस वीडियो में मुझे कोई आपत्ति भी नहीं है. मेरा सभी से मुलाकात होती है. मुख्यमंत्री से भी मेरी मुलाकात हुई है. मैं उनके यहां भी जाता था. दिलीप सिंह जूदेव से भी मेरी मुलाकात थी. बहुत सारे नेताओं से मेरी मुलाकात है. काम करने गया हूं. उनके बेटे विजिट करके आए थे. युद्धवीर सिंह यहां गए थे. काफी दिनों से मैं इन लोगों से जुड़ा हूं और ऐसी कोई बात नहीं है.

भाजपा नेताओं ने थाने में की है शिकायत

बता दें कि वायरल वीडियो को लेकर पिछले दो दिनों से छत्तीसगढ़ में सियासत हो रही है. इसी मामले को लेकर भाजपा के वरिष्ठ विधायक अजय चंद्राकर और पूर्व विधायक शिवरतन शर्मा सहित बड़ी संख्या में नेताओं ने वीडियो को लेकर सिविल लाइन थाने में शिकायत भी की थी. शिकायत के बाद कांग्रेस मीडिया के प्रमुख के पर एफआईआर दर्ज हुई. उसके बाद आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने प्रेसवार्ता की, जिसमें वीडियो से आधारित सारी बातों का खुलासा किया गया. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे, पूर्व विधायक धनेंद्र साहू, संचार विभाग के प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला, पूर्व विधायक सत्यनारायण शर्मा सहित कई नेता मौजूद रहे.

प्रधानमंत्री ने 200 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल बिलासपुर का किया वर्चुअल लोकार्पण

रायपुर-      सेवा से समृद्धि और सुशासन की संकल्पना के साथ आगे बढ़ते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज धन्वंतरी जयंती और नौवें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर बिलासपुर (कोनी) में 200 करोड़ की लागत से निर्मित सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का वर्चुअल लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल कोनी में आयोजित लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने नई दिल्ली में आयोजित समारोह में वर्चुअल रूप से देश के विभिन्न स्थानों में 12 हजार 850 करोड़ रूपए से अधिक लागत की अनेक स्वास्थ्य परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास किया, इनमें छत्तीसगढ़ के बिलासपुर (कोनी) का सिम्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का लोकार्पण और रायपुर में बनने वाले 100 बिस्तरों वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (ब्त्प्ल्छ) का शिलान्यास शामिल है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश के लोग जितना ज्यादा स्वस्थ रहेंगे, देश की प्रगति उतनी ही तेजी से होगी। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री अरूण साव उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस अवसर पर देशवासियों को धनतेरस और भगवान धनवंतरि जयंती की शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि धनतेरस के दिन सौभाग्य और स्वास्थ्य का यह उत्सव सिर्फ एक संयोग नहीं है, यह स्वास्थ्य और समृद्धि का उत्सव है। देश के लोग जितना ज्यादा स्वस्थ रहेंगे, देश की प्रगति उतनी ही तेजी से होगी। पूरी दुनिया के लोग योग और पंचकर्म के लिए भारत आते है, आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में संवेदनशीलता के साथ काम कर रही है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज धनवंतरी और नौवां आयुर्वेद दिवस है। इस अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में न्यायधानी बिलासपुर को एक बड़ी सौगात दी हैं। बिलासपुर स्थित मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। अस्पताल से न केवल बिलासपुर के आसपास के ग्रामीणों को इलाज की बेहतर सुविधा मिलेगी बल्कि सरगुजा संभाग के भी मरीजों को बेहतर इलाज के लिए अब दूर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार मोदी की गारंटी और सुशासन के संकल्प के साथ विकास के सभी वादों को पूरा करने के लिए संकल्पित है। हमारी सरकार द्वारा मुख्यमंत्री तीर्थ यात्रा योजना फिर से शुरू की जा रही है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार सहित विकास के सभी आयामों पर हमारी सरकार पूरी संवेदनशीलता से कार्य कर रही है।

उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में 200 करोड़ की लागत से बना अस्पताल धनतेरस के पावन अवसर पर बिलासपुर वासियों के लिए एक बहुत बड़ी सौगात है। बेहतर सुविधाओं से सुसज्जित इस हॉस्पिटल के शुभारंभ से अब क्षेत्र के लोगों को इलाज के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा। विधायक सुशांत शुक्ला ने कहा कि इस अस्पताल के शुभारंभ से स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित होगा।

कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन देते हुए अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ ने 200 करोड़ के लागत से बने इस मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के शुभारंभ को बिलासपुर के लिए ऐतिहासिक क्षण बताया। छत्तीसगढ़ सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। इसी कड़ी में ढाई एकड़ में यह 11 मंजिला भव्य हॉस्पिटल बनाया गया है। अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित इस अस्पताल में बिलासपुर सहित सरगुजा संभाग के लोगों को भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी।

गौरतलब है कि दूर-दराज के क्षेत्र में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाओं की पहुंच बढ़ाने एवं चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने के लिए 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने स्वास्थ्य सुरक्षा योजना की शुरुआत की थी। छत्तीसगढ़ में प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के फेस चार के अंतर्गत दो सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल प्रारंभ किया जा रहे हैं जिसमें 200 करोड़ की लागत से बना यह सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल शामिल है। 11 मंजिला यह अस्पताल बिलासपुर का सबसे ऊंचा भवन है जिसमें सीटी स्कैन, एमआरआई, डिजिटल एक्स-रे, कलर डॉपलर टीएमटी मशीन जैसी सुविधाएं उपलब्ध है। 240 बिस्तर वाले इस अस्पताल में 70 आईसीयू एवं आईसीसीयू बेड रहेंगे। इस अस्पताल में 08 मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर का भी निर्माण किया गया है। वर्तमान में इस अस्पताल में न्यूरोलॉजी, न्यूरो सर्जरी, पल्मनोलॉजी और जनरल मेडिसिन सहित चार ओपीडी प्रारंभ किये जा रहे हैं। इस अस्पताल में ब्लड बैंक और पैथोलॉजी लैब की भी सुविधा मिलेगी।

*मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने हॉस्पिटल का किया अवलोकन-*

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने 11 मंजिला इस भव्य अस्पताल भवन में उपलब्ध सुविधाओं का अवलोकन किया। उन्होंने सीटी स्कैन, एक्स रे, ब्लड बैंक पैथोलैब आदि कक्ष का अवलोकन किया। इस दौरान स्वास्थ्य योजना अंतर्गत विभिन्न सामग्री एवं प्रमाण पत्र का भी वितरण किया। उन्होंने 37 हितग्राहियों को मोटराइज्ड ट्रायसिकल, दूरस्थ अंचलों में संचालित हेतु दो बाइक एंबुलेंस, 5 सिकल कार्ड, 5 आयुष्मान कार्ड का वितरण किया। इसी प्रकार उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र में बेहतर गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए जिले के 07 केंद्रों को एन.क्यू.ए.एस प्रमाण पत्र प्रदान किया। इनमें जिला अस्पताल सहित 03 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करगी कला, हरदी कला, नवागांव सलका तथा 03 उप स्वास्थ्य केंद्र मिट्ठू नवागांव, मझवानी, पेंडरवा शामिल है। एन.क्यू.ए.एस प्रमाण पत्र बेहतर स्वास्थ्य एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत नेशनल क्वालिटी सुपरवाइजरी कमिटी द्वारा प्रदान किया जाता है।

इस अवसर पर आयोजित भव्य कार्यक्रम में तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह, बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक, बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल, बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव, मस्तूरी विधायक दिलीप लहरिया, जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण चौहान, भूपेंद्र सवन्नी, हर्षिता पांडे सहित अन्य अतिथि जनप्रतिनिधि, अपर मुख्य सचिव मनोज पिंगुआ, कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह सहित गणमान्य नागरिक अधिकारी-कर्मचारी शामिल हुए।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने  केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (CRIYN) रायपुर  का किया वर्चुअली शिलान्यास

रायपुर-   देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर वर्चुअल माध्यम से रायपुर में बनने वाले 100 बिस्तरों वाले केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (CRIYN) का शिलान्यास किया।प्रधानमंत्री श्री मोदी अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान, नई दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से रायपुर से जुड़े थे। श्री मोदी ने कहा कि देश के लोग जितना ज्यादा स्वस्थ रहेंगे, देश की प्रगति उतनी ही तेजी से होगी। पूरी दुनिया के लोग योग और पंचकर्म के लिए भारत आते हैं और आने वाले समय में इनकी संख्या और बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में संवेदनशीलता के साथ काम रही है।

केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान रायपुर को केन्द्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान परिषद् (सीसीआरवायएन) के तहत स्थापित किया जा रहा है। 90 करोड़ रूपए की लागत से इस संस्थान का निर्माण 24 माह में पूरा होगा। राज्य सरकार ने इस संस्थान के लिए 10 एकड़ की भूमि विभाग को उपलब्ध करा दी है। यह छत्तीसगढ़ का पहला योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान केंद्र और अस्पताल होगा जो गैर संचारी रोगों जैसे मोटापा, प्रीडायबिटीज, मेटाबोलिक सिंड्रोम, व गठिया आदि के  उपचार की सुविधा प्रदान करेगा।

अनुसंधान केन्द्र में बाह्य रोगी और प्रशासनिक ब्लॉक, आंतरिक रोगी ब्लॉक, स्टाफ क्वार्टर, योग हॉल, आहार केन्द्र, मालिश और फिजियोथेरेपी अनुभाग के साथ ही अनुसंधान ब्लॉक भी स्थापित होंगे। यह केन्द्र स्पा और वेलनेस थेरेपी में प्रशिक्षण प्रमाणन पाठ्यक्रम और अनुसंधान में फेलोशिप पाठ्यक्रम संचालित करेगा।केंद्र में वेलनेस थिरेपी में प्रशिक्षण प्रमाणन पाठ्यक्रम और अनुसंधान में फेलोशिप पाठ्यक्रम का भी संचालन होगा। इस संस्थान के शुरू होने से योग और प्राकृतिक चिकित्सा के प्रभावों के बारे में नए ज्ञान का विकास होगा।

इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि भारत देश अपनी पुरानी पद्धतियों को संजोकर लगातार आगे बढ़ रहा है। श्री जायसवाल ने कहा कि आज धनतेरस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को केंद्रीय योग और प्राकृतिक चिकित्सा अनुसंधान संस्थान के रूप में जो उपहार दिया है उसे हम और हमारी आने वाली पीढ़ियां भी याद करती रहेंगी। उन्होंने कहा कि इस अनुसंधान केंद्र के स्थापित हो जाने के बाद राज्य के युवाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। युवा यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कर सक्षम बनेंगे और स्वरोजगार को बढ़ावा देंगे। उन्होंने कहा कि भारत देश योग और आयुर्वेद में सदैव अग्रणी रहा है और इस तरह के अनुसंधान केंद्रों के खुलने से इस परंपरा को और बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय छत्तीसगढ़ के चतुर्मुखी विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार ,मुख्यमंत्री की प्राथमिकताओं में शामिल है।

रायपुर के डीडीयू ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा, विधायक खुशवंत साहेब, विधायक मोती लाल साहू, आयुष विभाग के अधिकारी एवं आयुर्वेद कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित थे।

इस दिवाली, गरीब महिलाओं के हाथ नहीं रहेंगे खाली, हाथों में पैसा होने से खरीद पाएंगी जरूरी सामान

रायपुर-      वनांचल के बसाहट में रहने वाली पहाड़ी कोरवा दशरी बाई हो या फिर कोरबा जिले से लगभग 120 किलोमीटर दूर अन्तिम छोर के गाँव डोकरमना की कामता बाई...इन सभी को याद है कि आज से एक साल पहले ऐसी कई दीवाली सहित त्यौहार आई..लेकिन इन त्योहारों की खुशियों में अक्सर गरीबी का ग्रहण ऐसा लग जाता था कि वे चाहकर भी खुशियों के मौके पर खुश नहीं हो पाती थीं। हाथों में पैसा नहीं होने से वे न तो अपनी पसंद की जरूरी सामग्री खरीद पाती थी और न ही घर पर कोई पसन्द का व्यंजन बना पाती थीं। अब जबकि महतारी वंदन योजना से खाते में हर महीने एक-एक हजार रुपए जमा हो रहे हैं तो इन गरीब महिलाओं को त्यौहार जैसे खास अवसरों में मुस्कुराने के साथ ही खुद का और रिश्तेदारों के मुंह मीठा करने का मौका मिल गया है।

महतारी वंदन योजना में नाम जुड़ने के पश्चात हर महीने एक-एक हजार रुपए अपने खाते में प्राप्त करने वाली पहाड़ी कोरवा दशरी बाई की जिंदगी बहुत ही चुनौतियों तथा संघर्ष के बीच घिरी हुई है। घने जंगल में बसाहट में रहने वाली दशरी बाई के पास आमदनी का कोई साधन नहीं है। वह कुछ खास सीजन में कुछ रुपये वनोपज संग्रहण से जोड़ पाती है, इस बीच जिंदगी बहुत ही मुफलिसी से कटती है। उसके लिए घर का जरूरी सामान व राशन के इंतेजाम से और कुछ होता ही नहीं है। वह बताती है कि छत्तीसगढ़ सरकार ने एक-एक हजार रुपए जो खाते में भेजा है वह उनके लिए बहुत ही काम आती है। राशन से जुड़े सामान खरीदने के साथ ही अपनी जरूरतों के सामग्री खरीद लेती है। उन्होंने बताया कि पति पण्डाराम को कभी-कभी काम मिलता है तो करते हैं। दशरी बाई ने बताया कि आने वाले दिनों में त्यौहार है। महतारी वंदन योजना से मिली राशि उसके लिए बहुत उपयोगी साबित होगी, क्योंकि इससे पहले कई त्यौहार खाली हाथ बीता है। इस बार इस राशि से कुछ न कुछ व्यंजन घर पर जरूर बनाएगी। कोरबा ब्लॉक के अन्तिम छोर के ग्राम डोकरमना की कामता बाई को भी हर महीने एक हजार मिलता है। उन्होंने बताया कि गाँव में मजदूरी मिलना आसान नहीं है। एक हजार रुपये गाँव की महिलाओं के लिए एक बड़ी राशि होती है। यह राशि मेरे खाते में आ गई है और इस पैसे का सदुपयोग इस त्यौहार में होगा। पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड अंतर्गत अन्तिम छोर के ग्राम पतुरियाडाँड़ की पिंकी पैकरा, रामबाई बताती है कि हर महीने उनके खाते में पैसा आ जाता है। उनके लिए महतारी वंदन की राशि उनके संघर्षमय जीवन को राहत पहुचाने वाला जैसा है। वृद्धा रामबाई ने बताया कि खाते में पैसा आने का भरोसा लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे अनेक उम्मीदें भी सजने लगी है और इस बात की चिंता नहीं रहती कि त्यौहार जैसे मौके में कुछ पैसे के लिए किसी के आगे हाथ फैलाएं या उधार लें। उन्होंने बताया कि इस बार त्योहार सहित अन्य खास मौके में हाथ में पैसा रहने से अपने या किसी अन्य के लिए कुछ खरीद कर खुशियों को दुगनी कर सकते हैं। हमारे खुशियों को दुगनी करने वाले छत्तीसगढ़ सरकार को हम बहुत-बहुत धन्यवाद देते हैं।

जनसम्पर्क आयुक्त ने विभागीय अधिकारियों से काम-काज की जानकारी ली
रायपुर-     जनसम्पर्क संचालनालय के नव पदस्थ आयुक्त डॉ. रवि मित्तल ने आज यहां छत्तीसगढ़ संवाद के सभा कक्ष में जनसम्पर्क संचालनालय एवं संवाद के अधिकारियों की बैठक लेकर विभिन्न शाखाओं के प्रभारी अधिकारियों से विभागीय कार्यकलापों की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों से परिचय प्राप्त किया। उन्होंने अधिकारियों से शासन की योजनाओं के बेहतर प्रचार-प्रसार के लिए आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर संचालक जनसम्पर्क अजय कुमार अग्रवाल, अपर संचालक जे.एल.दरियो, उमेश मिश्रा, संजीव तिवारी, आलोक देव, हर्षा पौराणिक एवं संतोष मौर्य सहित संचालनालय के संयुक्त संचालक, उप संचालक, सहायक संचालक सहित संचालनालय एवं संवाद के अधिकारी मौजूद थे।
धान खरीदी में करोड़ों की अनियमितता : छत्तीसगढ़ के इस जिले में ढाई करोड़ से ज्यादा का धान गबन, अब तक 10 FIR

मुंगेली- जिले में धान खरीदी में गड़बड़ी करने वालों पर प्रशासन का डंडा चल रहा है, जिससे सहकारिता विभाग में हड़कंप मच गया है. दरअसल जिले में धान शॉर्टेज के नाम पर गबन का जो खेल है वो कोई नया नहीं बल्कि पुराना है. कुछ समितियों में कुछ हद तक वास्तविकता में शॉर्टेज की स्थिति निर्मित होती है, जो प्राकृतिक रूप से होता और यह भौतिक सत्यापन में क्लियर भी हो जाता है कि धान में कमी कैसे आई, लेकिन कुछ समितियों में शॉर्टेज के नाम पर जानबूझकर लाखाें-करोड़ों रुपए का धान गबन कर व्यारा न्यारा कर दिया जाता है.

जानकारों का कहना है कि जिला स्तर पर विभागीय अफसरों द्वारा जब दोषियों पर कार्रवाई की जाती है तो संभागीय कार्यालयों या फिर कोर्ट से राहत पा जाते हैं. इसके पीछे की बड़ी वजह है धान खरीदी को लेकर शासन स्तर पर बनाई गई गाइडलाइन और अनुबंध, जिसे समय और परिस्थितियों के अनुसार न सिर्फ बदलने की जरूरत है बल्कि टाइट करने की भी जरूरत है, ताकि दोषी कर्मचारियों को बचने का मौका न मिल सके.

बताते हैं कि धान खरीदी में त्रिस्तरीय अनुबंध लचीला होने के चलते शॉर्टेज की स्थिति सुधरने का नाम नहीं ले रहा है, लेकिन मुंगेली जिले में इस बार जिस तरीके से प्रशासन और पुलिस का धान खरीदी में आर्थिक रूप से अनियमितता करने वालों पर डंडा चल रहा है उससे हड़कंप मचा हुआ है. पहले एफआईआर तक ही मामला सीमित रहता था और कोर्ट के सहारे मामले शिथिल हो जाते थे, लेकिन इस बार कलेक्टर राहुल देव ने इसे बेहद गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई का डंडा इस कदर चलाया कि दोषियों को जेल भी जाना पड़ रहा है.

दरअसल जिले के 60 से ज्यादा धान उपार्जन केंद्रों में करीब 60 हजार क्विंटल धान अब भी रिकॉर्ड में धान उपार्जन केंद्रों में रखा हुआ है, जो भौतिक सत्यापन में नजर नहीं आ रहा है. यह धान खरीदी कार्य में अनियमितता की पराकाष्ठा पार है. इधर 15 नवम्बर से धान खरीदी शुरू होने को है. ऐसे में प्रशासनिक एक्शन की रफ़्तार काफी तेज हो गई है. अब पढ़िए सिलसिलेवार धान अनियमितता का मामला और उस पर हुई कार्रवाई.

55 लाख रुपए का धान गबन

धान उपार्जन केन्द्र विचारपुर, जुनवानी और सिंघनपुरी धान खरीदी केंद्र में 55 लाख रुपए से अधिक राशि के गबन के मामले में कलेक्टर राहुल देव एवं पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल के निर्देश पर प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. संबंधित केन्द्र प्रभारी के विरूद्ध आईपीसी की धारा 420 और 409 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार किया गया है. कलेक्टर ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि शासन को वित्तीय क्षति पहुंचाने वालों के विरूद्ध जिला प्रशासन सख्त है. नियमानुसार वसूली की कार्रवाई भी की जाएगी. वहीं पुलिस अधीक्षक ने कहा कि धान खरीदी में गबन के मामले में संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

भौतिक सत्यापन में क्या मिल रहा ?

गौरतलब है कि शासन के निर्देशानुसार धान खरीदी में किसी तरह की अनियमितता होने से रोकने के लिए कलेक्टर द्वारा जिला स्तर पर नोडल अधिकारी नियुक्त कर खरीदी केंद्रों की समय-समय पर जांच/भौतिक सत्यापन कराया गया, जिसमें विचारपुर धान उपार्जन केंद्र में केंद्र प्रभारी वेदप्रसाद गबेल द्वारा 18 लाख 72 हजार रुपए से अधिक राशि के लगभग 604 क्विंटल मोटा धान का गबन किया गया. इसी तरह पथरिया विकासखंड के धान खरीदी केंद्र जुनवानी में खरीदी वर्ष 2023-24 में किसानों से कुल 69,797 क्विंटल धान खरीदी की गई, जिसमें से 52,331 क्विंटल धान का परिदान हुआ. भौतिक सत्यापन करने पर उपार्जन केंद्र में केवल 17,109 क्विंटल धान बचा हुआ था, शेष लगभग 356 क्विंटल धान का केन्द्र प्रभारी भीखम वर्मा द्वारा हेराफेरी करते हुए गबन किया गया, जिसकी कीमत 11 लाख रुपए से अधिक है.

लालपुर थाना अंतर्गत उपार्जन केंद्र सिंघनपुरी में खरीदी केंद्र प्रभारी होरीलाल जायसवाल के द्वारा 25 लाख 37 हजार रूपए से अधिक की राशि के लगभग 818 क्विंटल से अधिक धान का गबन किया गया. सहायक आयुक्त सहकारिता विभाग हितेश श्रीवास ने बताया कि कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के मैनेजर और सुपरवाइजर द्वारा धान खरीदी में गबन के मामले पर तीनों केन्द्र प्रभारी के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराया गया है. उन्होंने बताया कि जिले के विभिन्न उपार्जन केंद्रों में अब तक ढ़ाई करोड़ से अधिक की राशि का धान के गबन के मामले पर कार्रवाई की जा चुकी है.

अब तक ढाई करोड़ से ज्यादा का धान गबन, 10 एफआईआर

धान खरीदी में अनियमितता के मामले में पिछले वर्ष और इस वर्ष मिलाकर अब तक कुल 10 एफआईआर कराया जा चुका है. छटन और गुरूवाईनडबरी में भी धान खरीदी में गबन मामले में कार्रवाई हुई थी. बता दें कि एक माह के भीतर लोरमी विकासखण्ड के धान खरीदी केन्द्र गुरूवाइनडबरी एवं मुंगेली विकासखण्ड के छटन में भी अनियमितता के मामले में भी बड़ी कार्रवाई की गई थी. गुरूवाईडबरी में आरोपी रामदास बंजारे ने धान खरीदी केंद्र प्रभारी रहते हुए फर्जीवाड़ा कर शासन को लगभग 91 लाख 68 हजार से अधिक का आर्थिक नुकसान पहुंचाने पर गिरफ्तार किया गया. रामदास बंजारे द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में धान खरीदी के दौरान बेईमानीपूर्वक 25 सौ क्विंटल से अधिक धान का गबन किया गया था.

इसके साथ ही किसानों से खरीदे गए धान में से 600 बोरी धान को बेईमानीपूर्वक बिक्री करने के लिए श्याम राईस प्रोडक्ट बरेला के ट्रक क्रमांक सीजी 12 एस 2108 में लोड कराया गया था. इसी तरह धान उपार्जन केंद्र छटन में 49 लाख 04 हजार रुपए से अधिक कीमत का कुल 1582 क्विंटल धान कम पाया गया था. जांच में खरीदी प्रभारी पूर्णेंद्र यादव द्वारा गबन एवं धोखाधड़ी करते हुए शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का दोषी पाया गया, जिसके बाद फरार चल रहा था, जिसे गिरफ्तार करने की कार्रवाई की गई.

शराब घोटाला मामला : छत्तीसगढ़ और झारखंड में ईडी की दबिश, रायपुर में बार संचालक के ठिकानों पर चल रही जांच

रायपुर-    शराब घोटाला मामले में ईडी ने आज छत्तीसगढ़ के साथ झारखंड में छापा मारा है. जानकारी के मुताबिक, रायपुर मिनार बार के मालिक अनिल राठौर के घर और ठिकानों पर टीम ने दबिश दी है. अशोका रतन स्थित घर, मिनार बार और सूर्या अपार्टमेंट में कार्रवाई जारी है.

झारखंड और छत्तीसगढ़ प्रवर्तन निदेशालय (ED) के आधा दर्जन अफसर राठौर के ठिकानों पर जांच में जुटे हैं. वहीं झारखंड में आईएएस विनय चौबे, उत्पाद विभाग के संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह और शराब कारोबार से जुड़ी अलग–अलग कंपनियों और उनके संचालकों के यहां ईडी की टीम ने दबिश दी है.

गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ईओडब्ल्यू ने पहले ही इस मामले में उत्पाद विभाग के तत्कालीन सचिव विनय कुमार चौबे और संयुक्त सचिव गजेंद्र सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. रांची के विकास कुमार ने एफआईआर दर्ज कराने को लेकर आवेदन दिया था. इसके बाद रायपुर में प्राथमिकी दर्ज हुई. आवेदन में कहा गया था कि शराब घोटाले की पूरी साजिश रायपुर में ही रची गई थी और आबकारी नीति में फेरबदल कराया. छत्तीसगढ़ की तर्ज पर झारखंड में शराब बेचने की तैयारी थी, जिसमें मुख्य कर्ताधर्ता अनवर और एपी त्रिपाठी को बताया गया था.

ब्लेस बस्तर प्रार्थना महोत्सव को लेकर बढ़ा विवाद, हिन्दूवादी संगठनों ने लगाया धर्मान्तरण का आरोप

जगदलपुर-     शहर में 8 से 10 नवंबर के बीच आयोजित ब्लेस बस्तर प्रार्थना महोत्सव को लेकर विवाद पैदा हो गया है. हिंदूवादी संगठनों ने धर्मान्तरण का आरोप लगाते हुए आयोजन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 

ब्लेस बस्तर प्रार्थना महोत्सव आयोजन समिति के द्वारा आयोजित इस प्रार्थना सभा में पॉल दिनाकरन और उनका परिवार हिस्सा लेगा. हिंदूवादी संगठनों का आरोप है कि आयोजन समिति द्वारा धर्मांतरण के उद्देश्य से प्रार्थना महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम में भोले-भाले आदिवासियों का धर्मांतरण कराया जाएगा.

इस कार्यक्रम का बड़े स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जा रहा है, लेकिन धर्मांतरण के आरोपों के बीच आयोजन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. हिंदूवादी संगठनों ने प्रशासन को कार्यक्रम की अनुमति निरस्त करने की मांग की है.

ईसाई प्रचारक हैं पॉल दिनाकरन

बता दें कि पॉल दिनाकरन एक प्रसिद्ध भारतीय ईसाई प्रचारक और शिक्षक हैं. वे जीसस कॉल्स (Jesus Calls) नामक एक अंतरराष्ट्रीय प्रार्थना मंत्रालय के अध्यक्ष हैं, जो लोगों के लिए प्रार्थना और आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्रदान करता है.