रेलवे 25 हजार श्रद्धालुओं के लिए बनाएगा आश्रय स्थल

डेस्क :–सनातन आस्था के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ 2025 को लेकर प्रयागराज में तैयारियां युद्ध स्तर पर चल रही हैं। सीएम योगी की मंशा के अनुरूप महाकुंभ को दिव्य, भव्य और नव्य बनाने की कवायद जोरों पर है।

मेला प्राधिकरण इस महाकुंभ में 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान व्यक्त कर रहा है। ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु ट्रेनों के ज़रिए प्रयागराज पहुंच सकते हैं। साथ ही इस बार लगभग 10 करोड़ लोगों के ट्रेन के जरिए महाकुंभ में पहुचंने का अनुमान है। रेलवे एनसीआर के प्रयागराज मंडल ने स्टेशनों पर क्राउड मैनेजमेंट को लेकर रोडमैप तैयार कर लिया है। प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर लगभग 25,000 यात्रियों के ठहरने के लिए आश्रय स्थलों का निर्माण अंतिम दौर में है।

महाकुंभ के दौरान प्रयागराज सिटी में 9 रेलवे स्टेशनों पर श्रद्धालुओं के आवागमन की तैयारियां चल रही हैं। क्राउड मैनेजमेंट को लेकर महाकुंभ रेलवे नोडल डिविजन प्रयागराज मंडल ने रोडमैप तैयार कर लिया है। वहीं रेलवे प्रयागराज मंडल के पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि महाकुंभ के दौरान प्रति घंटे 50 हजार यात्रियों की दर से उनके गंतव्य स्टेशनों की ओर रवाना करने की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही लगभग 25,000 श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए 10 आश्रय स्थलों को भी तैयार किया जा रहा है। जिनमें से 4 आश्रय स्थल प्रयागराज जंक्शन, 3 नैनी जंक्शन, 2 छिवकी स्टेशन और 1 सूबेदारगंज स्टेशन पर बनाए जा रहे हैं।

पीआरओ अमित सिंह ने बताया कि क्राउड मैनेजमेंट के लिए अलग-अलग गंतव्य स्टेशनों के मुताबिक यात्रियों को अलग-अलग रंग के आश्रय स्थलों में ठहराया जाएगा। इन आश्रय स्थलों में उनके स्टेशनों की ओर जाने वाली गाड़ियों की घोषणा के साथ रेलवे प्रशासन उन्हें सही ट्रेन तक पहुचांने का भी प्रयास करेगा। इसके लिए आश्रय स्थलों की कलर कोडिंग, जाने वाली ट्रेनों की दिशा के मुताबिक की गई है।

लखनऊ और बनारस जाने वाले यात्रियों को लाल रंग के आश्रय स्थल, कानपुर के लिए हरे रंग का, जबकि सतना, मानिकपुर, झांसी की ओर जाने वालों को पीले रंग के आश्रय स्थलों में ठहराया जाएगा। अलग-अलग स्टेशनों पर आश्रय स्थलों की कलर कोडिंग थोड़ी अलग-अलग भी है, जिसकी जानकारी स्टेशनों पर लगी रहेगी। इसके साथ ही आरक्षित श्रेणी के यात्रियों के लिए अलग से भी अस्थाई आश्रय स्थल बनाए जा रहे हैं।
राशिद ने उमर अब्दुल्ला से  स्पष्ट करने का किया आग्रह,पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से आपकी क्या बातचीत हुई?
डेस्क :–प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ अपनी हालिया नई दिल्ली यात्रा के दौरान हुई बैठकों का ब्योरा सार्वजनिक करें। रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इंजीनियर रशीद ने कहा, लोगों को यह जानने का अधिकार है कि जब आप प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, रक्षा मंत्री और अन्य लोगों से मिले थे, तो उन बातचीत में क्या चर्चा हुई थी। राशिद ने उमर अब्दुल्ला से यह स्पष्ट करने का आग्रह किया कि क्या उनकी बैठकों के दौरान अनुच्छेद 370 की बहाली और राजनीतिक कैदियों की रिहाई पर चर्चा हुई थी।

उन्होंने कहा, "आप प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य लोगों से मिल चुके हैं; यह आपका कर्तव्य है कि आप लोगों को चर्चा किए गए मुद्दों और उनकी प्रतिक्रियाओं के बारे में बताएं। बंद दरवाजों के पीछे बातचीत नहीं होनी चाहिए; जनता को यह जानने का अधिकार है कि अनुच्छेद 370 और राज्य के दर्जे के बारे में क्या चर्चा हुई और प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया क्या रही। क्या आपने राजनीतिक कैदियों की रिहाई पर चर्चा की? यदि हाँ, तो पीएम मोदी की प्रतिक्रिया क्या थी? यदि यह सकारात्मक थी, तो हम कैदियों की रिहाई की उम्मीद कब कर सकते हैं? यदि यह सकारात्मक नहीं थी, तो आपका अगला कदम क्या होगा?" पिछले सप्ताह, जम्मू और कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने राष्ट्रीय राजधानी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की।

जम्मू और कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC)-कांग्रेस गठबंधन द्वारा विधानसभा चुनावों में बहुमत हासिल करने के बाद 16 अक्टूबर को उमर अब्दुल्ला ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के पहले मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 42 सीटें जीतीं, जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस ने केवल 6 सीटें जीतीं। भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 29 सीटें जीतीं। पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने तीन सीटें जीतीं और पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, सीपीआई-एम और आप ने एक-एक सीट जीती। सात सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीतीं। जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में हुए चुनावों के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए गए। अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला चुनाव था।
सीएम योगी ने वाराणसी में भव्य हनुमान प्रतिमा का किया उद्घाटन

डेस्क:– उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक दिवसीय वाराणसी दौरे के क्रम में रविवार को एयरपोर्ट रोड स्थित हरहुआ के काजीसराय क्षेत्र में 51 फीट ऊंची हनुमान जी की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके उपरांत उन्होंने परिक्रमा करते हुए विधि-विधान से बजरंगबली की पूजा-अर्चना।

जय हनुमान श्री पीठ ट्रस्ट द्वारा स्थापित इस भव्य प्रतिमा को राजस्थान के कारीगरों ने दो साल में तैयार किया है। सीएम योगी ने काशीवासियों के लिए आस्था के इस प्रतीक को समर्पित किया।इससे पहले मुख्यमंत्री योगी ने रविवार को एक दिवसीय वाराणसी दौरे में काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव और श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में विधि-विधान से दर्शन-पूजन कर बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। विश्वनाथ मंदिर प्रशासन ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए उन्हें अंग वस्त्र और मोमेंटो भेंट किया।

मुख्यमंत्री ने पूजा के पश्चात बाबा विश्वनाथ से प्रदेश की खुशहाली और विकास के लिए आशीर्वाद मांगा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने काल भैरव मंदिर के बाहर बच्चों को चाकलेट भी दी।वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से प्रदेश के संस्कृत विद्यार्थियों के लिए छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश के 69,195 संस्कृत विद्यार्थियों को 586 लाख रुपये की छात्रवृत्ति संवितरण की शुरुआत की। सीएम योगी ने प्रदेशभर में गुरुकुल पद्धति के आवासीय संस्कृत विद्यालयों को पुनर्स्थापित करने का भी संकल्प लिया।

उन्होंने संस्कृत भाषा को विज्ञान और तकनीकी शिक्षा की भाषा के रूप में उभरने की संभावना पर जोर दिया और छात्रों से इसे गंभीरता से अपनाने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि जो मानवता का पक्षधर है, वह संस्कृत का भी हिमायती है।सीएम योगी ने कहा कि संस्कृत न केवल देववाणी है, बल्कि यह विज्ञान की भाषा भी है, जो कंप्यूटर साइंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसी आधुनिक तकनीकों में उपयोगी है। संस्कृत की विशेषताएं इसे तकनीकी दृष्टिकोण से सरल और सहज बनाती हैं। इसलिए, हम संस्कृत के संरक्षण और संवर्धन के लिए नए प्रयासों की दिशा में कार्य कर रहे हैं।
7 वर्षीय बच्चे का शव 4 दिन बाद नाले से बरामद

डेस्क :–23 अक्टूबर की शाम को बच्चा फिसलकर नाले में गिर गया था। रविवार को शव बरामद होने के बाद उसके माता-पिता ने उसकी पहचान की। पुलिस ने बताया, लड़के के पिता, जो चमन पार्क, इंदिरा विहार दिल्ली के निवासी हैं, ने 24 अक्टूबर की शाम करीब 6 बजे गोकल पुरी पुलिस स्टेशन जाकर अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

शिकायत के आधार पर गोकल पुरी पुलिस स्टेशन में धारा 137 (2) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया।लड़के का पता लगाने के प्रयास किए गए और इलाके के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। लोनी और गाजियाबाद क्षेत्र के नजदीकी पुलिस थानों को भी जांच और सुराग तलाशने के लिए अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस ने बताया कि शिव विहार तिराहा के पास राजधानी पब्लिक स्कूल, बाबू नगर, मुस्तफाबाद दिल्ली के पास एक अन्य इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच करते समय, 23 अक्टूबर को शाम 5.53 बजे लड़के को फुटपाथ पर चलते हुए और नाले में गिरते हुए पाया गया। पुलिस तुरंत पीड़ित के परिवार के साथ मौके पर पहुंची और नाले की तलाशी ली। लापता लड़के का शव नाले से बरामद किया गया और बाद में पोस्टमार्टम के लिए जीटीबी अस्पताल भेज दिया गया। मामले की आगे की जांच जारी है।

भीलवाड़ा में नकली नोटों के साथ चार आरोपी गिरफ्तार

डेस्क :–पुलिस ने रविवार को बताया कि भीलवाड़ा जिले की कारोई थाना पुलिस ने शनिवार की रात नाकाबंदी के दौरान मध्यप्रदेश नंबर की एक आल्टो कार में सवार नाबालिग सहित पांच लोगों को पकड़कर उनके पास से 5400 रुपये के नकली एवं 2150 रुपए के असली नोट बरामद किए।पुलिस ने कार सवार रवि निगम, हर्षवर्धन सिंह, प्रद्युम्न सिंह तथा गौतम सिंह को गिरफ्तार कर एक नाबालिग को हिरासत में ले लिया।

भीलवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने एक बयान में बताया कि आरोपियों के पास से 200-200 रुपये के 27 नकली नोट जबकि 2150 रुपए के असली नोट मिले। इस पर उक्त रकम व कार जब्त कर चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर नाबालिग को हिरासत में ले लिया गया। इस मामले में विस्तृत जांच की जा रही है।
भजन लाल सरकार ने गायों को लेकर बड़ा फैसला, राजस्थान में गाय के लिए 'आवारा' जैसे शब्दों पर आपत्ति


डेस्क: – राजस्थान में भजन लाल सरकार ने गायों को लेकर बड़ा फैसला लिया है। यहां गायों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले शब्दों पर रोक लगाने का फैसला लिया है, अब राजस्थान में किसी भी गाय के लिए 'आवारा' जैसे शब्दों पर आपत्ति जताई है। सरकार ने आवारा जैसे शब्दों की जगह 'बेसहारा' शब्द का इस्तेमाल किया जाएगा, इस संबंध में सोमवार (28 अक्टूबर) को पशुपालन और गोपालन मंत्री जोराराम कुमावत आदेश जारी करेंगे।

दरअसल, राजस्थान की भजनलाल शर्मा सरकार के गोपालन विभाग ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें गोवंश को 'आवारा' कहना अनुचित और अपमानजनक बताया गया है। सरकार के गोपालन विभाग की ओर से कहा गया है कि खुले में घूम रही गोवंश के लिए 'आवारा' की जगह 'बेसहारा' या 'असहाय' शब्दों का इस्तेमाल किया जाना वांछनीय है।

बता दें कि महाराष्ट्र की शिंदे सरकार की ओर से राज्य में गाय को 'राज्य माता' का दर्जा दिए जाने के बाद दूसरे प्रदेशों में भी अब इसकी मांग उठ रही है। हाल ही में सीकर से बीजेपी के विधायक गोरधन वर्मा ने गाय को 'राज्य माता' का दर्जा की मांग की थी। इस संबंध में उन्होंने सीएम भजनलाल शर्मा को एक चिट्ठी भी लिखी थी।

इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार (25 अक्टूबर) को कहा कि बीजेपी की सरकार लोगों को विश्वास दिलाती है कि प्रदेश कानून के अनुसार चलेगा और किसी के साथ अन्याय नहीं होगा। उन्होंने कहा, बीजेपी सरकार ने प्रदेश की प्रमुख समस्या पानी और बिजली के लिए काम किया है। किसानों के लिए सम्मान निधि देने के साथ घुमंतू और अर्द्ध घुमंतू वर्ग के लिए आवास सुविधा दी गई है।
विधानसभा उपचुनाव से पहले कांग्रेस नेता दुर्ग सिंह चौहान भाजपा में शामिल

डेस्क:– राजस्थान में सात विधानसभा सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव से पहले, खींवसर विधानसभा क्षेत्र के पूर्व कांग्रेस स्थानीय नेता दुर्ग सिंह चौहान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर और सीएम भजन लाल शर्मा की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए।

राजस्थान में सात विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा, जिसके नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौर ने चौहान का पार्टी में स्वागत किया। इस दौरान प्रदेश महासचिव श्रवण सिंह बागड़ी और भाजपा नेता महेंद्र सिंह भाटी भी मौजूद थे। चौहान के भाजपा में शामिल होने से खींवसर विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की स्थिति मजबूत होने की उम्मीद है।

राजस्थान में झुंझुनू, दौसा, देवली-उनियारा, खींवसर, चौरासी, सलूंबर और रामगढ़ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे। खींवसर से अखेसिह जोधा, मंशाराम देवासी, अंबाराम वैष्णव, पुनाराम मेघवाल, महेंद्र सिंह राजपुरोहित, तुलसीराम सैनी, भवरराम बावरी, अभिमन्यु चौहान, महेंद्र मेघवाल, हरिराम बावरी, अलादीन खा, रिड़मल सिंह जोधा, देवी सिंह राठौड़, ओमप्रकाश मेघवाल, श्याम सुंदर शर्मा, नरेंद्र सिंह राठौड़, परशराम माली, उम्मेद सिंह चारण, बुदाराम प्रजापत और खींवसर के नवीन शर्मा का भी भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं ने स्वागत किया भाजपा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से उनके आवास पर शिष्टाचार मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान चौहान ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया कि खींवसर की जनता बीजेपी के साथ खड़ी है और पार्टी खींवसर सीट पर बड़े अंतर से जीत हासिल करेगी।

गुरुवार, 24 अक्टूबर को बीजेपी ने राजस्थान, उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी की। इससे पहले 15 अक्टूबर को भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनावों के साथ-साथ दो चरणों में होने वाले 48 विधानसभा क्षेत्रों और दो संसदीय सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा की थी। 48 निर्वाचन क्षेत्रों पर उपचुनाव 15 राज्यों - असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गुजरात, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मेघालय, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में फैले हैं। 47 विधानसभा क्षेत्रों और केरल की वायनाड संसदीय सीट को कवर करने वाले पहले चरण के लिए मतदान 13 नवंबर को होगा। दूसरे चरण में उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट और महाराष्ट्र की नांदेड़ संसदीय सीट के लिए 20 नवंबर को मतदान होगा। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।

सौजन्य ANI
इजरायली हमले में याह्या सिनवार की मौत के बाद हमास ने अपना नया नेता चुन लिया

डेस्क:–इजरायली हमले में याह्या सिनवार की मौत के बाद हमास ने अपना नया नेता चुन लिया है। खलील अल-हैय्या को हमास का चीफ बनाया गया है, जो अभी तक हमास का डिप्टी लीडर था। शुक्रवार को हमास की ओर से बयान जारी करते हुए सिनवार की मौत की पुष्टि की गई और अपने नए नेता के तौर पर खलील के नाम का ऐलान किया गया। नेता चुने जाने के बाद अपने पहले भाषण में खलील ने लड़ाई जारी रखने की बात कही है और इजरायली बंधकों को भी अपनी शर्तों पर ही छोड़ने का ऐलान किया है।

हमास ने अपने टॉप नेता याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि इससे 'हम और मजबूत होंगे। हमास नए चीफ खलील अल-हय्या ने अपने ग्रुप के नेता याह्या सिनवार की मौत की पुष्टि की।

अल-हय्या ने बयान देते हुए दोहराया कि वे 7 अक्टूबर को इजरायल पर हुए हमले में पकड़े गए इजरायली बंधकों को तब तक रिहा नहीं करेंगे, जब तक कि घेरे हुए फिलिस्तीनी एन्क्लेव पर आक्रमण बंद नहीं हो जाता और इजरायली सेना वापस नहीं आ जाती। उन्होंने कहा, गाजा पर आक्रमण खत्म होने और गाजा से वापसी होने से पहले वे कैदी आपके पास वापस नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि मौत "कब्जा करने वालों के लिए अभिशाप" बन जाएगी।

खलील ने इजरायल के खिलाफ लड़ाई जारी रखने का एलान किया है। साथ ही इजरायली बंधकों की रिहाई पर कहा कि इसके लिए गाजा पर आक्रमण बंद करना होगा। हय्या ने कहा, 'इजरायली बंधक तब तक वापस नहीं लौटेंगे जब तक कि गाजा पर हमले बंद नहीं होते और इजरायली सैनिकों की गाजा से पूरी तरह वापसी नहीं हो जाती। साथ ही फिलिस्तीनी कैदियों की इजरायली जेलों से रिहाई भी हमारी शर्त का हिस्सा है। इजरायली बंधकों को हमारी इन शर्तों के पूरा होने पर ही छोड़ा जाएगा।
ईरान ने पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव और सुरक्षा चिंताओं के कारण अगली सूचना तक सभी उड़ानें रद्द

डेस्क:– ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रवक्ता जाफर याजरलू ने आज कहा कि अगली सूचना तक सभी मार्गों पर उड़ानें रद्द कर दी गई हैं।उनकी यह टिप्पणी इजरायली शासन द्वारा ईरान के तीन प्रांतों में कई ठिकानों पर हमला करने के कुछ घंटों बाद आई है। ईरान के वायु रक्षा बल ने कहा कि कब्जे वाले शासन ने तेहरान, खुज़ेस्तान और इलम प्रांतों में ठिकानों पर हमला किया, और कहा कि आक्रमण को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया, जैसा कि इरना के अनुसार है। ईरानी सरकारी मीडिया ने ईरान के वायु रक्षा बल का हवाला देते हुए कहा कि हमलों से कुछ स्थानों पर सीमित क्षति हुई है और घटना के आयामों की जांच की जा रही है।

तस्नीम समाचार आउटलेट ने सूचित स्रोतों का हवाला देते हुए बताया कि ईरान इजरायली आक्रमण का जवाब देने के लिए तैयार है, जैसा कि पहले कहा गया था। उन्होंने कहा कि ईरान किसी भी तरह की आक्रामकता का जवाब देने का अधिकार रखता है, और इसमें कोई संदेह नहीं है कि इजरायल को किसी भी कार्रवाई का आनुपातिक जवाब मिलेगा। इससे पहले, इजरायल रक्षा बल के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगरी ने इजरायली हमले के कुछ घंटों बाद एक वीडियो जारी किया और पुष्टि की कि इजरायल ने अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर लिया है, उन्होंने कहा कि जो लोग इजरायल को धमकी देते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। इसके अलावा, हैगरी ने चेतावनी दी कि यदि ईरान ने एक और दौर की शुरुआत की, तो इजरायल उसी के अनुसार जवाब देगा।

यदि ईरान में शासन ने एक नए दौर की शुरुआत करने की गलती की, तो हम जवाब देने के लिए बाध्य होंगे। उन्होंने कहा, हमारा संदेश स्पष्ट है: जो लोग इजरायल राज्य को धमकी देते हैं और क्षेत्र को व्यापक रूप से उग्र बनाने की कोशिश करते हैं, उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। हैगरी ने इजरायल की सैन्य क्षमताओं और दृढ़ संकल्प की पुष्टि की। आज, हमने दिखाया कि हमारे पास निर्णायक रूप से कार्य करने की क्षमता और संकल्प दोनों हैं, और हम इजरायल राज्य और इजरायल के लोगों की रक्षा के लिए आक्रमण और रक्षा दोनों के लिए तैयार हैं। इसके बाद, इजरायल के विदेश मंत्रालय ने भी एक्स पर एक बयान जारी किया, जिसमें हमलों की पुष्टि की गई और लिखा गया, हमारे विमान सुरक्षित रूप से घर लौट आए हैं। यह हमला ईरानी शासन द्वारा हाल के महीनों में इजरायल राज्य और उसके नागरिकों के खिलाफ किए गए हमलों के जवाब में किया गया था।

जवाबी हमला पूरा हो गया है और मिशन पूरा हो गया है। लक्ष्यों में पिछले साल इजरायल पर दागी गई मिसाइलों का उत्पादन करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली मिसाइल निर्माण सुविधाएं शामिल थीं, जो इजरायली नागरिकों के लिए एक सीधा और तत्काल खतरा पैदा करती हैं। उल्लेखनीय है कि ईरान पर यह इजरायली हमला 7 अक्टूबर से ईरान और उसके सहयोगियों द्वारा किए जा रहे लगातार हमलों के जवाब में है।
मिट्टी के दीयों की खूबसूरती बढ़ाकर चार-चांद लगा देंगे पिस्ते के छिलके

डेस्क:–दिवाली पर लोगों की ख्वाहिश सबसे बेहतर सजावट करने की होती है। धनतेरस से पहले ही लोग कैंडल, लाइट्स के अलावा मिट्टी के दीये से अपने घरों को सजाते हैं। ऐसे में अगर आप मिट्टी के दीयों को खूबसूरत बनाना चाहती हैं, तो पिस्ता के छिलकों का इस्तेमाल कर सकती हैं। वैसे को पिस्ते के छिलकों को लोग बेकार समझकर फेंक देते हैं। मगर, इनका सही तरीके से यूज कर आपको शानदार डिजाइन मिल सकती है।

हालांकि कुछ फेंकने वाली चीजों से भी बहुत अच्छा डेकोरशन कर सकते हैं, बस आपको सही तरीके पता होना चाहिए। ऐसे में हम आपको पिस्ते के छिलके की मदद से दीया डेकोरेट करने की टिप्स दे रहे हैं। पिस्ते के छिलकों को अलग-अलग कलर में रंग कर आप सुंदर दीया बना सकते हैं।

डेकोरेशन के लिए सामग्री
मिट्टी का दीया
पिस्ता के छिलके
गोंद या फेविकोल
पेंट और ब्रश
स्पार्कल

*पिस्ता के छिलकों का इस्तेमाल*

मिट्टी के दीपक को सजाने के लिए सबसे पहले पिस्ता के छिलके को अच्छी तरह धोकर सुखा लीजिए। इसके अलावा दीये को धोकर भी रख दें। अब आपको एक कार्टन लेकर उसे गोल काट लेना है साइज उतना ही बड़ा रखें जितना बड़ा आप दीया बनाना चाहते हैं। अब बॉर्डर पर पिस्ता के छिलके फेविफोल की मदद से लगा दिए। इससे आपकी एक आउटलाइन बन जाएगी। आपको इसके अंदर की लेयर पर ही पिस्ता लगाकर सजाना है। इस तरह आप 4-5 लेयर बनाकर बीच में दिया रखने की जगह छोड़ दें।

जब कार्टन पर लगा पिस्ता सूख जाए तो अपनी मन पसंद स्पार्कल कलर से उसे रंग दीजिए। इन्हें और भी ज्यादा सुंदर दिखाने के लिए आप ऊपरी हिस्सों पर गोल्डन कलर करके टीजिंग फेक्टर एड कर सकते हैं। इसके अलावा आप दिये पर भी कलर कर लें। और फिर मिट्टी के दीये को पिस्ता के बीच में फिट कर दें। आप चाहें तो लाइट वाला दिया या कैंडल भी रख सकते हैं। इस तरह से आपका खूबसूरत दिया तैयार हो जाएगा।