राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पहुंची जगन्नाथ मंदिर, देशवासियों के सुख-समृद्धि और निरंतर प्रगति के लिए आशीर्वाद मांगा

रायपुर-   राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ प्रवास के दूसरे दिन आज राजधानी रायपुर के गायत्री नगर स्थित महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर में पूजा-अर्चना कर देशवासियों के सुख-समृद्धि और निरंतर प्रगति के लिए आशीर्वाद मांगा। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु इस दौरान जगन्नाथ सेवा समिति के सदस्यों से मिलकर उनका हाल-चाल जाना। उन्होंने इस मौके पर मंदिर पहुंचे प्रदेश के जनप्रतिनिधियों एवं वरिष्टजनों से भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल रामेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, केंद्रीय राज्यमंत्री तोखन साहू, सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक पुरंदर मिश्रा सहित मंदिर समिति के पदाधिकारी उपस्थित थे।

गौरतलब है कि ओड़िसा के जगन्नाथ पुरी स्थित महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ के पांव छत्तीसगढ़ के सोंढूर, पैरी और महानदी के त्रिवेणी संगम के तट पर स्थित प्रयाग नगरी राजिम में पड़े थे, जिसे वर्तमान में भगवान कुलेश्वर मंदिर के रूप में आज लाखों श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं। इसी की याद में गायत्री नगर में भी महाप्रभु भगवान श्री जगन्नाथ मंदिर का निर्माण कराया गया है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ के आदिवासियों के साथ लिया सामुहिक छायाचित्र

रायपुर-     राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपनी जीवन-पद्धति, खान-पान, लोक-नृत्य, लोक-संगीत, लोकवाद्यों, कलाओं रीति-रिवाजों, तीज-त्यौहारों, अस्थाओं और अन्य आदिम परंपराओं से काफी प्रभावित हुईं। छत्तीसगढ के पारंपरिक वेषभूषा में सजे आदिवासियों के साथ सामुहिक छायाचित्र लिया गया।

इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक खुशवंत साहेब एवं रोहित साहू उपस्थित थे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपने बीच पाकर अभिभूत हो गए। छत्तीसगढ़ के गौरवशाली “पुरखौती मुक्तांगन“ में भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने छत्तीसगढ के जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को बढाने और उन्हे सम्मान देते हुए छत्तीसगढ के सरगुजा, बस्तर और दंतेवाडा जिले के नर्तक दलों के साथ छायाचित्र कराया गया। सरगुजा, बस्तर और दंतेवाडा जिले के नर्तक दलों में शमिल महिला और पुरूषों में पांरपरिक वेषभूषा में संज-संवरकर तैयार थे।

इस अवसर पर मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।

राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु को राज्यपाल श्री डेका ने स्मृति चिन्ह किये भेंट
रायपुर-    राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के छत्तीसगढ़ के प्रवास के अंतिम दिन राजभवन में उन्हें ससम्मान बिदाई दी गई। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु को राज्यपाल रमेन डेका द्वारा छत्तीसगढ़ की पहचान, बेल मेटल से निर्मित स्मृति चिन्ह और विश्व प्रसिद्ध कोसा की साड़ी भेंट की गई। राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मु ने भी राष्ट्रपति भवन की काष्ठ से निर्मित प्रतिकृति उन्हें भेंट की। इस अवसर पर राज्य की प्रथम महिला रानी डेका काकोटी भी उपस्थित थी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु के समक्ष आदिवासियों ने पारंपरिक वेशभूषा में प्रसिद्ध लोकनृत्य का किया प्रदर्शन

रायपुर-     भारत के राष्ट्रपति द्रौपदी मृर्मु को अपने बीच पाकर छत्तीसगढ़ के लोग हमेशा गौरवान्वित होते हैं, विशेष रूप से यहां के जनजातीय समाज स्वयं को बहुत प्रतिष्ठित महसूस कर रहा है।

छत्तीसगढ़ के गौरवशाली ‘पुरखौती मुक्तांगन‘ में आयोजित सरगुजा प्रखण्ड के लोकार्पण और महतारी वंदन की 9 वीं किस्त की राशि के अंतरण के अवसर पर छत्तीसगढ के आदिवासी समुदाय के लोगों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदायों के लोग अपनी जीवन-पद्धति, खान-पान, लोक-नृत्य, लोक-संगीत, लोकवाद्यों, कलाओं रीति-रिवाजों, तीज-त्यौहारों, अस्थाओं और अन्य आदिम परंपराओं को सहेज कर रखा है। नर्तक दलों ने अपने नृत्य के माध्यम से बताया कि जनजातीय समाज के गौरव और आत्मसम्मान को बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। जनजातीय समाज का कल्याण करने सरकार प्रतिबद्ध है।

छत्तीसगढ़ के गौरवशाली ‘पुरखौती मुक्तांगन‘ में भारत की माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु को अपने बीच पाकर हमारे छत्तीसगढ के आदिवासी समुदाय के लोगों ने अपनी पहचान नृत्य के माध्यम में प्रस्तुत की। जिला सरगुजा, विकासखण्ड मैनपाट के ग्रमा डांगबुड़ा के नर्तक दल ने सरगुजा संभाग के आदिवासियों के प्रसिद्ध लोकनृत्य करमा का पुरूष पारंपरिक वेशभूषा में धोती, कुर्ता, पगड़ी, मयूरपंख सहित और महिलाएं साड़ी- ब्लाउज के साथ पैर में घुंघरू पहनकर मांदर और झांझ बजाते हुए नृत्य का प्रदर्शन किए। करमा नृत्य लगभग हर खुशी के अवसर पर किया जाता है।

इसी प्रकार दंतेवाडा जिला के विपकासखण्ड गीदम के ग्राम जोड़तराई के नर्तकदल ने गौर नृत्य कर पारंपरिक बस्तर के विभिन्न त्यौहारों के जैसे- अमुस तिहार, नवाखाई आमा पण्डुम, शादी-विवाह आदि में महिलाओं और पुरूषों के द्वारा मिलकर सामुहिक रूप से पांरपरिक तरीके से नृत्य का प्रदर्शन किए।

जिला जशपुर के विकासखण्ड कांसाबेल के ग्राम टाटीडांड के नर्तकों ने करमा अपने नृत्य के माध्यम से बताया कि करमा दशहरा के चार दिन बाद गाड़ते हैं, शाम को करम डगाल काटकर गाड़तें हैं और रातभर करमा नृत्य करते हैं । यही राजी करमा के नाम से भी जाना जाता है। इस करमा को बड़े घुमघाम से मनाया जाता है। इसी प्राकर दीपावली करमा दीपावली के दिन शाम को करम पेड से डगाल काटकर गाडते हैं और और रातभर करमा नृत्य करते हुए सुबह विसर्जन करते हैं। इस करमा में गोवर्धन पूजा, लक्ष्मी पूजा भी करते हैं।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।

सदस्यता अभियान को लेकर BJP की वर्चुअल बैठक: सीएम साय और प्रदेश अध्यक्ष सिंहदेव समेत संगठन के तमाम बड़े चेहरे हुए शामिल

रायपुर-   छत्तीसगढ़ में सदस्यता अभियान को लेकर एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में मुख्यमंत्री विष्णुदेव, प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव समेत सत्ता और संगठन के तमाम बड़े चेहरे शामिल हुए। सदस्यता अभियान को लेकर विधायकों और सांसदों को दिए गए टारगेट कितने पूरे हुए, इसकी समीक्षा की गई। साथ ही सक्रिय सदस्यता अभियान में विधायकों और सांसदों को जिम्मेदारी सौंपने को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। बीजेपी प्रदेश में सक्रिय सदस्यता अभियान शुरू कर चुकी है, जिसमें मंत्री, विधायक समेत सैकड़ों लोगों को पार्टी की सक्रिय सदस्यता दी जा चुकी है।

भाजपा मनाएगी संगठन पर्व:

भारतीय जनता पार्टी आगामी 26, 27 और 28 अक्टूबर को सर्वश्रेष्ठ सर्वाधिक सदस्यता अभियान (संगठन पर्व) मनाने वाली है। इस अभियान में पार्टी का एक-एक कार्यकर्ता और पदाधिकारी तीन दिनों तक महिलाओं, पुजारियों, थर्ड जेंडर समेत अन्य कई क्षेत्रों के लोगों तक पहुँचकर भाजपा की सदस्यता दिलाएगा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव ने आज जानकारी देते हुए कहा, “ये दिवाली सदस्यता वाली, दिल से जुड़े, दल से जुड़े कमल से” का नारा दिया। किरण सिंहदेव ने बताया कि भाजपा ने केवल 46 दिनों में 50 लाख से ज्यादा सदस्य बनाकर प्रदेश में इतिहास रचा है।

सुदूर अंचलों तक जुड़े हजारों सदस्य:

भाजपा सदस्यता अभियान के संयोजक अनुराग सिंहदेव ने बताया कि प्रदेश के कोने-कोने से बीजेपी के सदस्य बनाए जा रहे हैं। सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा तक ऑनलाइन एवं ऑफलाइन सदस्य बनाए जा रहे हैं। हमारे कार्यकर्ता सुकमा में अब तक 11 हजार से अधिक ऑनलाइन सदस्य बना चुके हैं। इसी तरह दंतेवाड़ा में 10 हजार से अधिक सदस्यों को जोड़ा जा चुका है। हम एक-एक गाँव तक पहुँचकर जहाँ नेटवर्क नहीं पहुँचता है, वहाँ के ग्रामीणों को एकत्रित कर नेटवर्क वाले स्थान में पहुँचाकर सदस्य बना रहे हैं।

राजभवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलने पहुंचे विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह, पुष्पगुच्छ देकर किया स्वागत
रायपुर-  राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु दो दिनों के छत्तीसगढ़ दौरे पर रायपुर पहुंची। इस दौरान रायपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में राष्ट्रपति मुर्मू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई। इस बीच छत्तीसगसढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने आज राजभवन में राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की, जिसकी तस्वीर उन्होंने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर साझा की है।

विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने आज राजभवन में राष्ट्रपति मुर्मू से मुलाकात की तस्वीर अपने आधिकारिक सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर साझा करते हुए लिखा- ”आज राजभवन में माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु जी को पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका छत्तीसगढ़ की पुण्य धरती पर स्वागत किया।

अब जबकि जल्द ही हमारा छत्तीसगढ़ अपने 25 वर्ष पूरे करने जा रहा है तब इस आत्मीय मुलाकात के दौरान आदरणीय द्रौपदी मुर्मु जी को हमारे प्रदेश के विधानसभा प्रांगण और आदिवासी संस्कृति से रचे-बसे बस्तर में माता दंतेश्वरी के दर्शन के लिए आमंत्रित भी किया।”

मुख्यमंत्री ने श्री गणेश शंकर विद्यार्थी की जयंती पर उन्हें किया नमन
रायपुर-      मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने निर्भीक पत्रकार,प्रबुद्ध लेखक और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री गणेश शंकर विद्यार्थी की 26 अक्टूबर को जयंती पर उन्हें नमन किया है। राष्ट्र के लिए उनके अतुलनीय योगदान को याद करते हुए श्री साय ने कहा कि भारत के स्वाधीनता संग्राम में विद्यार्थी जी का महत्त्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से लोगों में राष्ट्रीय चेतना को जागृत करने का प्रयास किया। उन्होंने कई पत्रिकाओं में लेखन,संपादन करने के साथ स्वयं का हिंदी साप्ताहिक समाचार पत्र प्रताप भी शुरू किया। उन्होंने अपनी कलम की ताकत से अंग्रेज़ी शासन की नींव हिला दी। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि विद्यार्थी जी को उनकी देशभक्ति और स्वतंत्रता संग्राम में योगदान के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने राजभवन में मुख्यमंत्री साय समेत BJP नेताओं से की मुलाकात
रायपुर-       राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दो दिवसीय प्रवास पर आज छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंची। प्रवास के पहले दिन राष्ट्रपति मुर्मू रायपुर में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुई। इस बीच राष्ट्रपति मुर्मू ने राजभवन में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण देव समेत छत्तीसगढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं और मंत्रियों से भी मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के दौरान सभी नेताओं ने राष्ट्रपति मुर्मू के साथ ग्रुप फोटो भी ली।

बता दें कि छत्तीगसढ़ प्रवास के पहले दिन राष्ट्रपति रायपुर एम्स और एनआईटी रायपुर के दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुई और छात्रों को डिग्री और मेडल का वितरण किया। इसके बाद उन्होंने नवा रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन परिसर में सरगुजा प्रखण्ड का लोकार्पण किया और साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार की महतारी वंदन योजना के तहत 70 लाख महिलाओं को 9वीं किस्त की राशि भी जारी की। वहीं कार्यक्रम के दौरान उन्होंने आदिवासी समुदाय के लोगों से भी चर्चा। राष्ट्रपति मुर्मू राजभवन में रात्रि भोज और फिर विश्राम करेंगी।

भ्रष्टाचार के खिलाफ ACB की बड़ी कार्रवाई, फाइल आगे बढ़ाने के लिए रिश्वत लेते RTE प्रभारी गिरफ्तार

सारंगढ़-बिलाईगढ़-   भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार एसीबी की कार्रवाई जारी है. सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में एसीबी की टीम ने शुक्रवार को फिर बड़ी कार्रवाई की. RTE प्रभारी अरुण दुबे ने निजी स्कूलों से काम करवाने के बदले पैसे मांगे थे. एसीबी की टीम ने प्लान बनाकर अरुण दुबे को 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

दरअसल RTE प्रभारी अरुण दुबे ने निजी स्कूल संचालकों से RTE की फाइल को आगे बढ़ाने के लिए मोटी रकम की मांग की थी. एक लाख से नीचे की फाइल पर 3 हजार और एक लाख से उपर की फाइल पर 5 हजार कुल 44 फाइल की 2 लाख 16 हजार रुपए की मांग स्कूल संचालकों से की जा रही थी.

निजी स्कूल संघ ने मामले की शिकायत एसीबी की टीम से की थी. शिकायत के बाद टीम ने प्लान बनाकर कार्यवाही की और RTE प्रभारी अरुण दुबे को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया. आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच की जा रही है.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने पुरखौती मुक्तांगन में सरगुजा प्रखंड का किया लोकार्पण

रायपुर-   राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने आज नवा रायपुर स्थित पुरखौती मुक्तांगन में सरगुजा प्रखंड का लोकार्पण किया। लगभग 5 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित सरगुजा प्रखंड में छत्तीसगढ़ राज्य के विशेष रूप से सरगुजा अंचल के आदिवासी समुदाय की जीवनशैली और उनकी सांस्कृतिक व पुरातात्विक धरोहरों को प्रदर्शित किया गया है।

इस अवसर पर राज्यपाल रमेन डेका, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, उप मुख्यमंत्री अरुण साव, केन्द्रीय आवास एवं शहरी विकास राज्य मंत्री तोखन साहू, कृषि मंत्री राम विचार नेताम, श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन, खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा, लोकसभा क्षेत्र रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल, विधायक खुशवंत साहेब एवं श्री रोहित साहू उपस्थित थे।

सरगुजा प्रखंड में सरगुजा अंचल के जनजातियों की अनुठी संस्कृति, सांस्कृतिक विरासत और पुरावैभव को प्रदर्शित किया गया है। सरगुजा अंचल के विभिन्न जनजातियों के निवास स्थल व उनकी जीवनशैली को सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जिससे हम एक ही स्थल में विभिन्न आदिवासी समुदायों के रहन-सहन, संस्कृति से बेहतर तरीके से रूबरू हो सकते हैं।

सरगुजा प्रखंड में पण्डो जनजाति के पारंपरिक जीवन शैली को दर्शाते बांस और छिंद के पत्तों से बने घर को प्रदर्शित किया गया है। इन घरों में देवताओं के पूजा का विशेष स्थान होता है। इसी तरह पहाड़ी कोरवा जनजाति का आवास लकड़ी से बना होता है, जिसमें देवी-देवताओं की आकृतियां नक्काशी की जाती है। यह उनकी धार्मिक आस्था का प्रतीक है। प्रखंड में निर्मित सामत सरना शिव मंदिर डीपाडीह में प्राचीन मंदिरों के भग्नावेश की प्रतिकृति हैं, जो 7वीं-13वीं शताब्दी के हैं। यह स्थल पुरातात्विक और धार्मिक महत्व रखता है। इसी तरह कोरिया का बैकुण्ठपुर महल भारतीय वास्तुकला का उदाहरण है। यह महल 1946 में पूर्ण हुआ है, इसकी अपनी ऐतिहासिक महत्ता है, जिसको पुरखौती मुक्तांगन के सरगुजा प्रखंड में प्रतिकृति के रूप में निर्मित किया गया है।

इसी प्रखंड में प्रदर्शित मड़िया खंबा आदिवासियों के सामुदायिक समारोह में उपयोग होता है। यह मड़िया जनजाति की पहचान का प्रतीक है, इसे पूजा स्थल के रूप में उपयोग किया जाता है। इसी तरह रामगढ़ की पहाड़ी पर सीताबेंगरा गुफा के प्राचीन नाट्यशाला के अवशेष को प्रदर्शित किया गया है। यह भरत मुनि का नाट्यशाला माना जाता है। रामगढ़ की पहाड़ी में महाकवि कालीदास ने मेघदूतम् की रचना की है।

कार्यक्रम में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा, प्रमुख सचिव आदिम जाति एवं कल्याण विभाग सोनमणि बोरा एवं प्रमुख सचिव संस्कृति अन्बलगन पी., मुख्यमंत्री के सचिव पी. दयानन्द, आयुक्त आदिवासी विकास नरेंद्र दुग्गा, संचालक पुरातत्व एवं संस्कृति विवेक आचार्य भी उपस्थित थे।