बहराइच में भेड़ियों के हमले से प्रभावित परिवारों से अखिलेश ने की मुलाकात, UP सरकार से की यह मांग
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने गुरुवार को लखनऊ स्थित सपा कार्यालय पर बहराइच में भेड़ियों के हमले से प्रभावित परिवारों से मुलाकात की। इस मौके पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की सरकार से मांग उठाई कि भेड़ियों के हमले से जिन बच्चों की मौत हुई है उनके परिजनों को 10 लाख रुपये दिए जाए।
सपा मुखिया ने कहा कि जंगली जानवरों की समस्या से निपटने के लिए एक विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि गीदड़ की समस्या का केस एसटीएफ को सौंप देना चाहिए। जानवरों के एनकाउंटर की जगह उनके रिहायशी जंगलों को अवैध कटाई से रोकने की जरुरत है। अखिलेश यादव ने कहा कि सच्चाई यह है कि जब से भाजपा सरकार आई है तब से बड़े पैमाने पर जंगल काटे जा रहे हैं।

वहीं उन्होंने मठाधीश और माफिया बयान के बाद संतों के विरोध पर कहा कि मुख्यमंत्री के बयान कुछ अलग तरह से आ रहे हैं। समाजवादियों और खासकर मैंने कभी किसी संत, महंत, सन्यासी के बारे में कुछ नहीं कहा। अगर उन्हें लगता है कि यह शब्द ऐसा है कि इसका एक खास तरह से मतलब निकाला जा रहा है, वह एक 'मठाधीश मुख्यमंत्री' हैं। मैं यही कहूंगा कि  वह हमारे मुख्यमंत्री नहीं हैं, वो हमारे प्रदेश के मठाधीश मुख्यमंत्री हैं। उनसे और क्या किस भाषा की उम्मीद करें, जब से बीजेपी हारी है तब से उनकी भाषा बदल गई है।

एक नेशन, एक इलेक्शन और वन डोनेशन - अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने वन नेशन वन इलेक्शन को लेकर भी बीजेपी को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि यह 'एक राष्ट्र, एक चुनाव' पर 18,626 पन्नों की रिपोर्ट थी। जो 191 दिनों में पूरी हुई। यानी एक दिन में लगभग 100 पेज। अब इसी से पता चलता है कि कितनी चर्चा हुई होगी। वास्तव में यह जो रिपोर्ट तैयार हुई है वह भाजपाई रिपोर्ट है। एक नेशन, एक इलेक्शन और वन डोनेशन।
मंगेश यादव एनकाउंटर से समाज के लोगों में रोष, कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर राज्यपाल को भेजा ज्ञापन
बहराइच। वीर अहीर निर्माण सेना के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट में मंगेश यादव एनकाउंटर के विरोध में नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। सभी ने कहा कि एसटीएफ ने फर्जी एनकाउंटर किया है। इसकी जांच करवा कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाए।

वीर अहीर निर्माण सेना के पदाधिकारी बृहस्पतिवार दोपहर में कलेक्ट्रेट पहुंचे। सभी ने डीएम कार्यालय के सामने नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया सभी का कहना है कि जौनपुर में मंगेश यादव का एनकाउंटर एसटीएफ की ओर से फर्जी तरीके से किया गया है। कहां की एनकाउंटर की जांच किसी न्यायिक अधिकारी द्वारा करवाया जाए, जिससे पुलिस के झूठ का खुलासा हो सके। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने कहा कि सोशल मीडिया पर भी अलग अलग बातें लिखकर वायरल किया जा रहा है।

इससे समाज के लोगों की छवि धूमिल हो रही है। इस पर सरकार रोक लगवाए। मंगेश यादव एनकाउंटर की जांच और परिवार को न्याय दिलाने के लिए सभी ने प्रदर्शन कर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। इस दौरान काफी संख्या में वीर अहीर निर्माण सेना के लोग मौजूद रहे। सभी ने जय यादव जय माधव का नारा भी लगाया।
बहराइच के महसी तहसील के मैगला गांव में दिखा भेड़ियों का नया झुंड, इलाके में दहशत
बहराइच। उत्तर प्रदेश के बहराइच में आखिरी आदमखोर भेड़िये की तलाश के बीच महसी तहसील के मैगला गांव में एक फार्म हाउस के पास चार भेड़ियों का झुंड देखा गया। स्थानीय लोग भेड़ियों के इस नए झुंड में एक लंगड़ा भेड़िया होने का भी दावा कर रहे हैं, जिसके बारे में माना जा रहा है कि वह आदमखोर झुंड का वही भेड़िया है जिसकी वन विभाग को तलाश है।हालांकि प्रभागीय वन अधिकारी अजीत प्रताप सिंह का कहना है कि ऐसा नहीं लगता कि इस नये झुंड में आदमखोर भेड़िया शामिल होगा। उन्होंने आशंका जताई कि भेड़ियों का यह झुंड अगर नरभक्षी नहीं है, फिर भी इसे पकड़ने की कवायद हुई तो इसके सदस्य भेड़िये भी बदले की भावना से इंसानों पर हमलावर होकर एक नयी समस्या खड़ी कर सकते हैं।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान परिषद सदस्य पदमसेन चौधरी के फार्म हाउस पर बुधवार शाम चार भेड़ियों का एक झुंड देखा गया, जिनमें से एक भेड़िया लंगड़ा बताया जा रहा है। जिस स्थान पर भेड़ियों का नया झुंड दिखाई दिया वह भेड़ियों के आतंक को लेकर सर्वाधिक संवेदनशील सिसैया चूरामनि गांव से मात्र पांच किलोमीटर दूरी पर स्थित है।

चौधरी ने बृहस्पतिवार को एक न्यूज एजेंसी को बताया, ‘‘बुधवार शाम चार बजे ग्रामीणों को चार भेड़ियों का एक झुंड हमारे आम के बगीचे में दिखाई दिया है, इनमें एक भेड़िया लंगड़ा है। ग्रामीणों ने भेड़ियों को घेरना शुरू किया तो वे हमारे मक्के के खेत से होते हुए पड़ोसी के खेत में चले गये। अब संभवतः किसी खेत में ही भेड़िए छिपे हैं। थोड़ी देर बाद अंधेरा होने पर भेड़िए दिखना बंद हो गये थे।’’

उन्होंने बताया, ‘‘इसी स्थान के नजदीक भेड़ियों की एक मांद भी है। बारिश के कारण व नदियों का जलस्तर बढ़ने से अक्सर जंगली जानवर बाहर निकल आते हैं।’’ इस संबंध में प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) अजीत प्रताप सिंह ने बताया, ‘‘महसी तहसील के रामगांव थाना क्षेत्र के कुछ गांवों में भेड़िये दिखने की सूचना मिली है। जिस अधिकारी को घटनास्थल पर भेजा गया था उनके अनुसार भेड़ियों के पैरों के निशान जरूर मिले हैं, लेकिन उनकी गतिविधियों से ऐसा नहीं लगता कि इस झुंड में उपद्रवी आदमखोर भेड़िया शामिल होगा।’’

डीएफओ ने कहा, ‘‘भेड़ियों का यह झुंड अगर नरभक्षी नहीं है, फिर भी इसे पकड़ने की कवायद हुई तो इसके सदस्य भेड़िए भी पहले वाले झुंड की तरह बदले की भावना से इंसानों पर हमलावर होकर एक नयी समस्या खड़ी कर सकते हैं। तब स्थितियां और भी खराब हो सकती हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘पिछले दिनों छह भेड़ियों का एक झुंड आदमखोर हो चुका था जिसके पांच सदस्य पकड़े जा चुके हैं और आखिरी बचे भेड़िये की तलाश की जा रही है। वो भी कुछ आरंभिक गलतियों के कारण ही नरभक्षी हुए होंगे। आमतौर पर भेड़िए नरभक्षी नहीं होते और अब यह शोध का विषय है कि भेड़ियों का वह झुंड किस गलती की वजह से आदमखोर हुआ था।’’

डीएफओ ने कहा, ‘‘फिलहाल हम बुधवार को दिखे भेड़ियों वाले इलाके पर भी पूरी नजर रखकर इसकी जांच करा रहे हैं। जांच के बाद ही निश्चित तौर पर कहा जा सकता है कि ये किस प्रकृति के भेड़िए हैं।’’ गौरतलब है कि बहराइच के महसी तहसील अंतर्गत घाघरा नदी के कछार में स्थित 50 गांवों के हजारों नागरिक भेड़ियों के हमलों से दहशत में हैं। पिछली 17 जुलाई से इन जानवरों के हमले में सात बच्चों सहित आठ लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 36 लोग भेड़िए अथवा अन्य जानवरों के हमलों से घायल हुए हैं।

इन गांवों में दहशत का आलम यह है कि महिलाएं अपने छोटे बच्चों को अपने शरीर के साथ साड़ी से बांधकर सो रही हैं, वहीं पुरुष रात रात भर जागकर पहरा दे रहे हैं। वन विभाग के 165 लोग, 18 शार्प शूटर, सैकड़ों की संख्या में पुलिस व पीएसी जवान, राजस्व तथा अन्य विभागों के कर्मी, ग्रामीणों की टीम दिन रात मुस्तैद रहकर भेड़िए को पकड़ने के अभियान में जुटी हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि अगर आखरी आदमखोर भेड़िया पकड़ा ना जा सके और वह हमलावर होता दिखे तो अंतिम विकल्प के तौर पर उसे ‘‘गोली मार दी जाए’’। उन्होंने समस्या के समाधान तक अभियान जारी रखने के आदेश दिए थे।
बहराइच: जमीनी विवाद में मारपीट, एक ही परिवार के 6 सदस्य घायल
बहराइच शहर के मोहल्ला नाजिरपुरा में एक व्यक्ति ने जमीन खरीदी थी, जिसका एग्रीमेंट करा रखा था। बताया जा रहा है कि इस जमीन का दूसरे व्यक्ति ने बैनामा करा लिया। इसको लेकर मारपीट हो गई। जिसमें एक ही परिवार के छह लोग घायल हो गए। घायलों का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा है। कोतवाली नगर के मोहल्ला नाजिरपुरा निवासी मोहम्मद अली पुत्र मंगल ने एक जमीन खरीदी थी। उन्होंने जमीन का बैनामा न कराकर एग्रीमेंट करा लिया था। इस जमीन को मोहल्ला निवासी समसुल हक ने अपने नाम से रजिस्ट्री कर ली। इसकी जानकारी होने पर मोहम्मद अली ने विरोध किया।

जिससे नाराज समसुल हक ने 15 से 20 लोगों के साथ घर में घुसकर मोहम्मद अली, बेटे मंजूर अली, राजा, अहमद अली, आसिया बेगम और उम्मेहनी पर हमला कर दिया। जिसमें सभी घायल हो गए, परिवार के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायलों को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भेजा, जहां पर सभी का इलाज हो रहा है। मोहम्मद अली की हालत गंभीर बताई जा रही है, इंस्पेक्टर नगर मनोज कुमार पांडे ने बताया कि तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
बहराइच: बाढ़ व कटान प्रभावित क्षेत्रों में हुआ 6908 खाद्यान्न किट का वितरण
बहराइच। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि जनपद बहराइच अन्तर्गत बाढ़ व कटान से प्रभावित तहसील नानपारा, मिहींपुरवा (मोतीपुर), महसी एवं कैसरगंज में प्रभावित लोगों को राहत पहुंचाये जाये ने के उद्देश्य से मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी व शासन के निर्देश पर अब तक 10381 लंच पैकेट, 6908 खाद्यान्न किट तथा 7564 अदद त्रिपाल का वितरण किया गया है। प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1470 डिग्निटिकिट, 13130 ओ.आर.एस. तथा 48131 क्लोरीन टैबलेट का वितरण किया गया है।
तहसीलवार बात की जाय तो तहसील नानपारा में 386 लंच पैकेट, 211 खाद्यान्न किट व 88 अदद त्रिपाल, मिहींपुरवा (मोतीपुर) में 9875 लंच पैकेट, 4036 खाद्यान्न किट व 3936 अदद त्रिपाल, महसी में 120 लंच पैकेट, 1040 खाद्यान्न किट व 3540 अदद त्रिपाल तथा तहसील कैसरगंज में 1621 लोगों को खाद्यान्न किट का वितरण किया गया है। इसके अलावा प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग द्वारा 1470 डिग्निटिकिट, 13130 ओ.आर.एस. तथा 48131 क्लोरीन टैबलेट का वितरण किया गया है।
                    
बहराइच: विधायक बलहा ने बाढ़ प्रभावित लोगों का वितरित किया खाद्यान्न किट

बहराइच। तहसील महसी अन्तर्गत बाढ़ व कटान से प्रभावित लोगों को राहत पहंचाये जाने के उद्देश्य से शासन व जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर प्रभावित परिवारों को खाद्यान्न किट, पशुओं के लिए भूसा वितरण किये जाने के साथ-साथ सामुदायिक रसोई के माध्यम से तैयार भोजन का वितरण किया जा रहा है। विधायक बलहा श्रीमती सरोज सोनकर ने उप जिलाधिकारी मोतीपुर संजय कुमार व तहसीलदार अम्बिका प्रसाद चौधरी व अन्य के साथ ग्राम गिरगिट्टी के बाढ़ प्रभावित लोगों को खाद्यान्न किट का वितरण किया। उल्लेखनीय है कि एसडीएम मोतीपुर के नेतृत्व में तहसील प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित ग्राम जंगल गुलरिया पशुओं के चारे की व्यवस्था के तहत भूसे का वितरण किया गया। जबकि बाढ़ प्रभावित ग्राम में सामुदायिक रसोई का संचालन कर प्रभावित लोगों को लंच पैकेट का वितरण किया जा रहा है।
                           
किसानों की समस्याओं का समयबद्धत्ता के साथ करें निस्तारण: डीएम मोनिका रानी

बहराइच। कृषकों की समस्याओं के निराकरण हेतु विकास भवन सभागार में आयोजित किसान दिवस एवं कृषक उत्पादक संगठनों द्वारा कराये जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी मोनिका रानी ने एफपीओ संतृप्तिकरण अभियान के अन्तर्गत एफपीओ को विभिन्न प्रकार के लाइसेंस देकर उन्हें व्यवसाय से जोड़ने का निर्देश दिया। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेश उपाध्याय एवं उपायुक्त एनआरएलएम दीपक सिंह को निर्देश दिया कि समूह की महिलाओं केे माध्यम से आगामी त्यौहारों को दृष्टिगत रखते हुए गोबर से दीया बनाकर दीपावली, दशहरा आदि त्यौहारों में समूह की महिलाओं से बिक्री कराकर उनकी आय वृद्धि कराये। अधिशाषी अभियन्ता नलकूप को निर्देश दिया कि पयागपुर स्थित त्रिकोलिया में 127 बीजी नलकूप तथा 288 बीजी कुलाबे की मरम्मत आदि का कार्य प्राथमिकता पर कराना सुनिश्चित करें जिससे उस क्षेत्र के किसानों को सिचाई की सुविधा सही से मिल सके। जहां-जहां जल भराव है या साईफनों की सफाई नहीं हुई है उसकी सफाई तत्काल कराना सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि गौ सरंक्षण समिति का पुर्नगठन कर उसकी प्रति माह एजेण्डा निर्धारित कर बैठक कराया जाय जिससे जनपद में गौशाला/पशुपालन सम्बंधी समस्याओं का निराकरण किया जा सके। डीएम ने किसानों से शासन की नीति के अनुसार गौशालाओं में संरक्षित पशुओं को इच्छुक किसानों को गोद दिलाया जाय। जिससे गौशालाओं में पशुओं की देखभाल करने में आसानी हो। उन्होनें मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को गौशालाओं के अतिरिक्त सहभागिता से सम्बन्धित पशु पालकों को नियमित धनराशि उनके खाते में डीबीटी के माध्यम से प्रेषित की जाय। डीएम ने महसी एवं शिवपुर में जहां कटान क्षेत्र है उसका निरीक्षण कराकर किसानों को नुकसान की भरपाई कराये जाने के निर्देश दिये। किसान दिवस को सम्बोधित करते हुए डीएम मोनिका रानी ने निर्देश दिया कि कृषकों की समस्याओं का समाधान कराते हुए आगामी बैठक में सम्बन्धित अधिकारी निस्तारण आख्या के साथ उपस्थित होंगे। उद्यान विभाग को निर्देश दिया गया कि जिले में जरबेरा की खेती को बढ़ावा दिया जाय। आगामी बैठक में जरबेरा की खेती करने वाले किसानों सहित प्रतिभागिता सुनिश्चित करें। बैठक के दौरान कृषकों द्वारा पेयजल योजनाओं के संचालन तथा परिसम्पत्तियों की मरम्मत के सम्बन्ध में उठायी गई समस्या के सम्बन्ध में डीएम द्वारा निर्देश दिये गये कि नोडल अधिकारी नामित कर पेयजल योजनाओं का सत्यापन कराकर आगामी बैठक में आख्या पटल पर प्रस्तुत की जाय। जल भराव की समस्या के समाधान हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया। अधिशाषी अभियन्ता जल निगम को निर्देश दिया कि जनपद में हर घर जल योजना के अन्तर्गत ग्राम पंचायतों को हस्तान्तरित/अहस्तान्तरित दोनों तरह की सत्यापन रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक के दौरान उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही ने किसानों को विभाग की योजनाओं की जानकारी प्रदान करते हुए बताया कि विभाग की योजनाओं का लाभ उठाकर अपनी आय वृद्धि करें। रसायनिक खादों का प्रयोग कम से कम करें इससे भूमि की उर्वरा शक्ति क्षीण होती है प्राकृतिक खेती के तरफ विशेष ध्यान दे। जैविक खेती से जैविक उपज की बाजार में दो से चार गुने मूल्य प्राप्त होता है। उन्होनें किसानो को सलाह दी कि अपनी फसल अवशेष को जलाये नही बल्कि कम्पोस्ट खाद बनाकर अपने खेतो में डाले इससे खेत की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। आप सभी अपने आस-पास के किसानों को पराली जलाने से रोकें।
बैठक के दौरान सीडीओ महेश चन्द ने उपस्थित सभी किसानों से कहा कि किसानों की समस्याओं का निस्तारण करना उनकी प्राथमिकता में है उन्होने जिले के अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसान दिवस में आयी समस्त समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता से सुनिश्चित करें तथा आगामी किसान दिवस में विवरण सहित उपस्थित रहे। बैठक के दौरान सीडीओ ने जिलाधिकारी महोदय की अनुमति से उपस्थित अधिकारियों को अपने-अपने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी उपस्थित किसानों को देने हेतु कहा। प्रभारी अधिकारी कृषि विज्ञान केन्द्र बहराइच डॉ शैलेन्द्र सिंह ने वर्तमान खरीफ फसलों में कीट रोग नियंत्रण की जानकारी उपस्थित किसानों को दी।
बैठक में उपस्थित जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी रूपेश कुमार सिंह ने उपस्थित किसानों को अवगत कराया कि वर्तमान खरीफ में फसल खरीद का कार्यक्रम पहले से ही तैयार कर लिया गया है किसी भी समस्या के निस्तारण हेतु हमारे दूरभाष पर वार्ता कर सकते है। सहायक निदेशक मत्स्य जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने बताया कि मत्स्य विभाग की योजनाओं का लाभ प्राप्त कर अपनी आय वृद्धि करें। उन्होनें बताया कि यदि कोई किसान या व्यक्ति मत्स्य पालन, विपणन आदि का कार्य करता है तो उसे मत्स्य विभाग की बीमा योजनाओं से रूपये 25 हजार से 05 लाख तक की धनराशि शासन द्वारा उपलब्ध करायी जा रही है अभी शीघ्र ही एक मत्स्य पालन महिला की मृत्यु होने पर रूपये 05 लाख की धनराशि बीमा कवर के रूप में शासन द्वारा प्रदान की गयी है।
जिला कृषि अधिकारी डॉ सूबेदार यादव ने जिले में खाद व बीज की उपलब्धता की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में पर्याप्त मात्रा में खाद व बीज उपलब्ध है। उन्होनें डीएपी के स्थान पर एनपीके फर्टिलाइजर/नैनो यूरिया का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी। उर्वरक सम्बंधी किसी भी समस्या के सम्बंध में मुझे सीधे अवगत करा सकते है। बैठक में उपस्थित किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष एवं पदाधिकारियों द्वारा कतिपय किसानों की कृषि यंत्र की टोकन मनी वापस कराने, नहरों के साईफन की सफाई, जलभराव व वर्षा के कारण जगह-जगह कटान एवं पानी निकासी न होने से आम जनमानस को हो रही परेशानी को दूर कराने की बात रखी। बैठक में उपस्थित किसान मोर्चा के अध्यक्ष ने अवगत कराया कि जिले के किसानों को पशुपालन से होने वाले लाभ के बारे में जागरूक किया जाय। चारागाह की भूमि का लेखपाल व कानूनगो के माध्यम से अवैध कब्जो को मुक्त कराया जाय। गौ सेन्चूरी बनाया जाय जिसमें जिले के अधिक से अधिक पशुओं को स्वछन्दता से रहने की सहूलियत मिल सके।
इस अवसर पर सचिव मण्डी धनन्जय सिंह, अधिशाषी अभियन्ता विद्युत बहराइच शैलेन्द्र कुमार, नानपारा रंजीत कुमार व विष्णु कुमार, जिला गन्ना अधिकारी आनन्द शुक्ला, सहायक अभियन्ता सरयू नहर खण्ड ए.के. गुप्ता, मनीष कुमार, एआर कोआपरेटिव संजीव कुमार तिवारी, जिला कृषि रक्षा अधिकारी डॉ प्रिया नन्दा, जिला कार्यक्रम अधिकारी राजकपूर, फसल बीमा कम्पनी के अमन मौर्या, प्रगतिशील कृषक शशांक सिंह, बब्बन सिंह, रामफेरन पाण्डेय, ओंकार नाथ पाण्डेय, सुनील कुमार, जितेन्द्र कुमार सिंह, लालता प्रसाद गुप्ता, विष्णु पाण्डेय सहित बड़ी संख्या में कृषक मौजूद रहे।
बहराइच: 20 सितम्बर को सेवायोजन कार्यालय पर आयोजित होगा रोज़गार मेला

बहराइच। प्रदेश के अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार से जोड़ने के उद्देश्य से जिला सेवायोजन कार्यालय के सभागार में 20 सितम्बर 2024 को पूर्वान्ह 11ः00 बजे से एक दिवसीय रोज़गार मेले का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें स्थानीय नियोजको के साथ-साथ निजी क्षेत्र के 03 प्रतिष्ठित नियोजकों/कम्पनियों द्वारा स्थानीय स्तर पर रोजगार प्रदान किये जाने हेतु प्रतिभाग किया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए जिला सेवायोजन अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि रोज़गार मेले में ब्राइट फयूचर हर्बल, आयुर्वेदिक प्रा.लि. द्वारा फील्ड आफिसर एवं ब्लाक आफिसर के 45 पदों पर 18 से 45 वर्ष आयु वर्ग के स्नातक उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मासिक रू. 15,500=00, पशुपति नाथ बायोटेक्नालजी प्रा.लि. द्वारा एस.आर. के 40 पदों पर 18 से 25 वर्ष आयु वर्ग के हाईस्कूल उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को मासिक रू. 9,500=00 तथा युनाइटेड यंग इण्डिया द्वारा विभिन्न पदों पर 18 से 40 वर्ष आय वर्ग के हाईस्कूल/इण्टर उत्तीर्ण अभ्यर्थियों मासिक रू. 12,500=00 वेतन हेतु साक्षात्कार के माध्यम से चयनित किया जायेगा।
जिला सेवायोजन अधिकारी ने बताया कि रोजगार संगम पोर्टल पर पंजीकृत उ.प्र. कौशल विकास मिशन व आईटीआई प्रशिक्षित अभ्यर्थी रोज़गार मेले में प्रतिभाग कर सकते है। अभ्यर्थियों को अपने साथ बॉयोडाटा सहित समस्त शैक्षिक योग्यता के अंकपत्र, प्रभाण पत्र, आधार कार्ड मूलरूप में एवं उनका एक-एक छायाप्रति तथा दो पासपोर्ट साइज फोटो के साथ 20 सितम्बर 2024 को पूर्वान्ह 11ः00 बजे जिला सेवायोजन कार्यालय पर उपस्थित होना होगा।
                      
बहराइच: बीती रात उपद्रवी भेड़िया द्वारा कारित घटना रही शून्य: डीएफओ
बहराइच। प्रभागीय वनाधिकारी, बहराइच ने बताया कि 17/18 सितम्बर 2024 की रात्रि में उपद्रवी भेड़िया द्वारा किसी को घायल करने/जनहानि की घटना कारित नहीं की गई है। महसी तहसील अन्तर्गत घाघरा नदी के कछारी क्षेत्रों में उपद्रवी भेड़िया के सक्रियता प्रभावित क्षेत्र को निगरानी की दृष्टि से 03 सेक्टरों में बॉटकर सेक्टर प्रभारियों के नेतृत्व में उपद्रवी भेड़िया को रेस्क्यू करने हेतु कार्यवाहियों की जा रही है। सर्च आपरेशन में शामिल टीमों द्वारा 02 थर्मल ड्रोनों व कैमरा ट्रैपस तथा गश्ती टीमों द्वारा पैदल चलकर उपद्रवी भेड़िया के पगमार्क खोजने की कार्यवाही की गयी। डीएफओ ने बताया कि सक्रियता प्रभावित क्षेत्रों में जन जागरूता टीमों द्वारा गाँवों में पोस्टर व बैनर लगाकर संगोष्ठी/बैठकों के माध्यम से ग्रामीणजनों को उपद्रवी भेड़िया से बचाव हेतु जागरूक करने के साथ-साथ ग्रामवासियों को रात्रि में अपने घरों के अन्दर दरवाजा बन्द करके सुरक्षित सोने हेतु प्रेरित किया जा रहा है। प्रभाग स्तर पर स्थापित कमांड सेंटर द्वारा दिवारात्रि में टीमों द्वारा गश्ती दलों से सूचनाओं को प्राप्त कर वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए उनसे प्राप्त दिशा निर्देशों को गश्ती टीमों को अनुपालनार्थ प्रेषण की कार्यवाही की जा रही है। डीएफओ ने बताया कि गश्ती टीमों द्वारा अति संवेदनशील प्रभावित ग्रामों के बाहरी क्षेत्रों में पटाखों को दगाकर उपद्रवी भेड़िया के गांवों में प्रवेश को रोकने की कार्यवाही की जा रही है।
                     
बहराइच: वर्षा व जलस्तर में बढ़ोत्तरी के दृष्टिगत सम्बन्धित विभागों को सर्तक रहने के दिये निर्देश
बहराइच। वर्तमान में हो रही वर्षा के दृष्टिगत जिले की नदियों के जल स्तर में बढ़ोत्तरी को देखते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि क्षेत्र का भ्रमण कर स्थिति का जायज़ा लेते रहें। स्थापित की गयी बाढ़ चौकियों पर स्वच्छ पेयजल, सोलर लाईट एवं बैठने इत्यादि की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाय। तटबन्ध क्षेत्र से सम्बन्धित उप जिलाधिकारियों एवं बाढ़ खण्ड के अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि बेलहा-बेहरौली एवं रेवली आदमपुर तटबन्धों की निगरानी पूरी सतर्कता के साथ करते रहें और सुदृढ़ीकरण के कार्य में लगे हुए ठेकेदारों तथा कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के मोबाइल नम्बर की सूची हर समय अपने पास रखें। डीएम द्वारा समस्त एसडीएम को निर्देशित किया गया है कि कटान व जल भराव के कारण होने वाले आवासों एवं फसलों इत्यादि की क्षति का आंकलन समय से प्रेषित किया जाय ताकि मा. मुख्यमंत्री जी के निर्देशों का अनुपालन करते हुए प्रभावित लोगों को तत्काल अनुदान का वितरण कराया जा सके। डीएम ने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया है कि बाढ़ की संभावना को देखते हुए पशुओं के चारे-पानी एवं उपचार के माकूल बन्दोबस्त रखें जाए। 
डीएम द्वारा स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिया गया है कि संभावित बाढ़ के समय उपयोग में आने वाली दवाओं इत्यादि की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली जाय। बाढ़ व जलभराव की स्थिति में आमजनमानस द्वारा अपनायी जाने वाली सावधानियों इत्यादि के बारे में भी व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाये ताकि लोगों को इस बात की जानकारी रहे कि उन्हें क्या करना है और क्या नहीं करना है। यदि कहीं पर संक्रामक रोग फैलने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल स्वास्थ्य टीम को भेजकर उपचार इत्यादि की कार्यवाही की जाय। डीपीआरओ को निर्देश दिये गये है कि बाढ़ जैसे स्थिति व जलभराव वाले क्षेत्रों में व्यापक साफ-सफाई, फागिंग, एन्टीलार्वा का छिड़काव कराया जाय ताकि संक्रामक रोग न फैलने को पाये। डीएम ने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सम्पर्क मार्गों का निरीक्षण कर आवश्यकतानुसार मरम्मत कार्य करा दिया जाय ताकि राहत कार्यों के संचालन में कोई बाधा न आये। डीएम ने बताया कि सम्बन्धित तहसीलों द्वारा कटान व जलभराव से प्रभावित परिवारों को शासन द्वारा अनुमन्य राहत सामग्री का वितरण किया जा रहा है।