मानवता का कैंसर है पाकिस्तान, बिना आपरेशन इलाज संभव नहीं: सीएम योगी

त्रिपुरा/लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पाकिस्तान मानवता का कैंसर है, जो पूरी दुनिया के लिए नासूर बन चुका है। आजादी के समय का कांग्रेस नेतृत्व और जोगेंद्र नाथ मंडल अगर मिलकर मुस्लिम लीग की साजिश को विफल कर देते तो यह नासूर अस्तित्व में नहीं होता। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान का आॅपरेशन नहीं होगा, तब तक इलाज संभव नहीं है। पाकिस्तान का उपचार शुरू हो चुका है। अब पाक अधिकृत कश्मीर के लोग भारत में शामिल होना चाहते हैं। बलूचिस्तान भी पाकिस्तान से अलग होना चाहता है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा के साथ सिद्धेश्वरी मंदिर का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि संत ईश्वरीय सत्ता के प्रतिनिधि के रूप में इस धराधाम पर आकर कार्य कर रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में संत अगर किसी कार्य में जुड़ जाएंगे तो उसे सफल होना ही है। संतों के सानिध्य में हमें धर्म जागरण के अभियान को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है। सीएम योगी ने कहा कि हमें मिलकर कार्य करना होगा और इस बात का ध्यान रखना है कि विधर्मियों को अवसर नहीं देना है। बांग्लादेश जैसे स्थिति की पुनरावृत्ति यहां न होने पाए, इसके लिए ऐसी शक्तियों को हमें समाप्त करना है। हमें देश और धर्म को सुरक्षित रखना है।

सीएम योगी ने कहा कि यहां के राजा में शक्ति एवं सामर्थ्य था, इसलिए त्रिपुरा स्वतंत्र एवं सुरक्षित रहा। यहां के राजा ने जनता को एकजुट करके त्रिपुरा को विधर्मियों एवं विदेशी आक्रांताओं से बचाए रखा। उन्होंने कहा कि जो सामर्थ्यवान होगा और ताकत का एहसास अपने दुश्मनों को कराएगा, वो हमेशा सुरक्षित रहेगा। लेकिन जो अपनी ताकत खोकर अपने दुश्मन और मित्र को समझने में भूल करेगा, उसी प्रकार का खामियाजा भुगतेगा जैसा आज बांग्लादेश में हो रहा है। सीएम योगी ने कहा कि बांग्लादेश के हालात पर हमें चिंतन करने की आवश्यकता है कि इसके लिए कौन लोग जिम्मेदार हैं।

सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ इस बात को जानता था कि अगर हम कांग्रेस के द्वारा चलाई गई दुर्वयसंधि का शिकार होते रहेंगे तो कांग्रेस देश का विभाजन कराएगी, हिंदुओं का कत्लेआम कराएगी, उन्हें जातियों में बांटकर लड़ाएगी और भारत की परंपरा-संस्कृति को नष्ट एवं भ्रष्ट कर देगी। आरएसएस की बात सच साबित हुई और कांग्रेस ने अपने स्वार्थ के लिए देश का विभाजन कराया। उन्होंने कहा कि 1905 में बंगभंग आंदोलन के दौरान अगर बंगाल विरोध नहीं करता तो सबको पता है कि उस समय देश में क्या होता। सीएम योगी ने कहा कि आरएसएस-विश्व हिंदू परिषद अपनी सेवा का प्रोपेगेंडा और सौदेबाजी नहीं करते हैं।

सीएम योगी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयं संघ आज केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में विद्याभारती के माध्यम से हजारों शिक्षण संस्थानों एवं सेवा के प्रकल्पों का संचालन कर रहा है। विश्व हिंदू परिषद पूरे देश में जनजातीय क्षेत्रों में एक लाख से अधिक गांवों में एकल विद्यालय का संचालन कर रहा है। श्रीराम वनवासी कल्याण आश्रम के माध्यम से विश्व हिंदू परिषद ने 1984 में गोरखपुर में जनजातीय छात्रावास प्रारंभ किया था, जिसमें नॉर्थ ईस्ट के बच्चे जाकर शिक्षा प्राप्त करते थे। उन्होंने कहा कि अब भारत का समय है इसलिए आज हम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत को दुनिया की एक बड़ी ताकत बनाने की ओर अग्रसर हैं।

सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम का भव्य मंदिर बनने से पांच सदी का इंतजार समाप्त हुआ है। कुछ लोगों को मंदिर के बन जाने से बुरा लग रहा है, जिन्हें बुरा लग रहा है उनका हम क्या कर सकते हैं। हम भारत की बहुसंख्यक जनता की आस्था को सम्मान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि अयोध्या, मथुरा और काशी सनातन धर्म की आस्था के तीन प्रमुख स्तंभ हैं। ये तीनों स्थल जैसे आज पूज्य हैं, उसी रूप में आगे भी बढ़ते हुए दिखाई देंगे। इसमें कोई संदेह नहीं है। सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म सर्वे भवन्तु सुखिन: की बात करता है, लेकिन ये तभी संभव है, जब हम सुरक्षित रहेंगे।

सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी के कुशल नेतृत्व में आज पूरा देश एक भारत श्रेष्ठ भारत के लिए कार्य कर रहा है। आज त्रिपुरा में सुरक्षित और सौहार्दपूर्ण माहौल है। आज से सात-आठ वर्ष पहले यह संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि एक ओर यहां की डबल इंजन की सरकार त्रिपुरा के सर्वांगीण विकास के लिए डबल स्पीड से कार्य कर रही है तो वहीं दूसरी ओर त्रिपुरा में धार्मिक क्षेत्र में भी प्रगति हो रही है। सीएम योगी ने कहा कि त्रिपुरा और उत्तर प्रदेश में पहले पर्व और त्योहार के दौरान दंगे होते थे। आज हमने उत्तर प्रदेश में दंगाइयों के लिए बुल्डोजर और भक्तों को प्रभु श्रीराम का मंदिर दे दिया है। उन्होंने कहा कि हम सबको ध्यान रखना होगा कि धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षित: यानी अगर हम धर्म की रक्षा करेंगे तो धर्म आपकी भी रक्षा करेगा। वहीं अगर अपने स्वार्थ के लिए हम अपने धर्म का बलिदान करेंगे तो धर्म भी आपके साथ उसी प्रकार का व्यवहार करेगा। 'यतो धर्मस्ततो जय:' सनातन धर्म की यही शिक्षा है।

सीएम योगी ने कहा कि मां सिद्धेश्वरी की प्राण प्रतिष्ठा एवं मंदिर के उद्घाटन का यह कार्यक्रम हम सबके लिए महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि पूज्य संत शांतिकाली महाराज ने 1994 में आश्रम की श्रृंखला को आगे बढ़ाया था। शांतिकाली महाराज ने उस समय जो संकल्प लिए थे, उसे चितरंजन महाराज बिना रुके और बिना डिगे आगे बढ़ा रहे हैं। इसलिए भारत सरकार भी उनका सम्मान कर रही है। सीएम योगी ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के एक हाथ में मुरली और दूसरे हाथ में सुदर्शन है। सुरक्षा के लिए केवल मुरली से काम नहीं चलेगा, उसके लिए सुदर्शन आवश्यक है और जब सुदर्शन हाथ में होगा तो फिर किसी शांतिकाली महाराज को बलिदान नहीं देना पड़ेगा।

महायज्ञ में शामिल हुए सीएम योगी

सीएम योगी ने नारियल फोड़कर मंदिर का उद्घाटन किया। इसके बाद उन्होंने विधि विधान से माता सिद्धेश्वरी की पूजा अर्चना की। उसके बाद सीएम योगी ने मंदिर प्रांगण में पौधरोपण भी किया। वे मंदिर में आयोजित महायज्ञ में भी सम्मलित हुए और आहुति डाली। साथ ही लोककल्याण की कामना की।

कार्यक्रम में सीएम योगी के साथ महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा, त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद विप्लब देब, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष राजीव भट्टाचार्य, एनडीए के सहयोगी एवं त्रिपुरा राज परिवार के राजकुमार प्रमोद बिक्रम माणिक्य देब बर्मा, विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सह मंत्री सचिंद्रनाथ सिन्हा, त्रिपुरा सरकार के मंत्री, विधायक एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।

शांति काली आश्रम द्वारा प्रबंधित हैं 24 मंदिर

बरकथल स्थित यह नवनिर्मित मंदिर पूर्वोत्तर राज्य में शांति काली आश्रम द्वारा प्रबंधित 24 मंदिरों में से एक है। शांति काली आश्रम के प्रमुख महाराजा चित्त रंजन देबबर्मा हिंदू संस्कृति, परंपरा और धर्म की रक्षा के लिए काम करते रहे हैं। उन्हें पिछले साल पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

यूपी को एक और मिलने जा रहा फरेंदा नाम से नया जिला, शासन ने नया जिला बनाने के लिए गोरखपुर कमिश्नर से मांगी रिपोर्ट

लखनऊ। सब कुछ ठीक रहा तो आने वाले समय में यूपी को एक और जिला मिल सकता हैै। जिसका नाम फरेंदा होगा। अभी यूपी में 75 जिला है लेकिन एक और जिला के बढ़ जाने पर 76 जिला हो जाएगा। यह नया जिला गोरखपुर मंडल में बनाया जा रहा है। मंडल के दो जिलों की तहसीलों को काटकर नया जिला बनाने की बात की जा रही है। बताया जा रहा है कि जहां पर नया जिला बनाने की मांग की जा रही है वहां पर सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। साथ ही विकास की रफ्तार भी बहुत धीमी है। वहां के लोगों व जनप्रतिनिधियों की मांग पर ऐसा किया जा रहा है। इसी के क्रम में फरेंदा को जिला बनाने के लिए शासन स्तर से गोरखपुर कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी गई है।

जानकारी के लिए के बता दें कि यूपी को एक और जिला मिल सकता है। अगर यह जिला बनता है तो प्रदेश में जिलों की संख्या 76 हो जाएगी। प्रदेश में फरेंदा को नया जिला बनाने के लिए गोरखपुर के कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी गई है। इस संबंध में राजस्व परिषद के आयुक्त एवं सचिव की ओर से गोरखपुर के डीएम को पत्र भेजा गया है। इसमें कहा गया है कि महराजगंज की तहसील फरेंदा व नौतनवा और गोरखपुर की तहसील कैंम्पियरगंज को मिलाकर फरेंदा बनाए जाने के संबंध में अपनी रिपोर्ट स्पष्ट संस्तुति के साथ दें। डीएम को यह रिपोर्ट गोरखपुर के मंडलायुक्त के जरिये राजस्व परिषद को भेजनी है। वहीं, राजस्व परिषद के अध्यक्ष अनिल कुमार का कहना है कि सामान्य प्रक्रिया के तहत जिलों से रायशुमारी के लिए पत्र जारी हुआ है। फिलहाल शासन स्तर पर कोई नया जिला बनाने का प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है।महराजगंज जिला प्रशासन ने इस प्रस्ताव को लेकर असमहित जाहिर की है। उनका कहना है कि नया जिला बनने पर महराजगंज में सिर्फ दो तहसीलें महराजगंज सदर और निचलौल बची रहेंगी। जो कि शासन के अनुरूप नहीं होगा। एक जिले में कम से कम तीन तहसीलें होनी चाहिए।

1989 में बना था महाराजगंज

अगर ऐसा हुआ तो तीन तहसील नौतनवा, फरेंदा और कैंपियरगंज को मिलाकर नया जिला फरेंदा बना दिया जाएगा। बता दें कि 2 अक्टूबर सन 1989 को गोरखपुर जिले को तोड़कर नया जिला महाराजगंज बनाया गया था।हालांकि इस बारे में महाराजगंज के अपर जिला अधिकारी पंकज कुमार वर्मा ने आपत्ति जताते हुए कहा है कि नए जिले के गठन से महाराजगंज जिले में सिर्फ दो तहसील निचनौल और सदर बचेंगी। उन्होंने बताया कि जिले के निर्माण के लिए कम से कम तीन तहसील का होना जरूरी होता है। वर्तमान में महाराजगंज जिले में चार तहसील हैं। सदर, निचनौल, फरेंदा और नौतनवा। महाराजगंज के फरेंदा को आनंदनगर भी कहा जाता है. यह नगर पंचायत है। इस कारण यह तहसील का दर्जा भी रखता है। यह जिला नेपाल से सटा होने के कारण बेहद खास है। नेपाल से सटा होने के कारण यह कस्बा सरकार के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यहां एक रेलवे स्टेशन भी है जिसे आनंदनगर जंक्शन के नाम से जाना जाता है। यहां से एक रेलवे लाइन नौतनवा भा जाती है। यहां से दिल्ली, जयपुर समेत कई बड़े शहरों के लिए सीधी ट्रेन मिल जाती है। यह तहसील महाराजगंज की प्रमुख तहसीलों में एक है।

यूपी के पूर्व सीएम की राजनीति स्थली रहा

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीर बहादुर सिंह का यह राजनीतिक क्षेत्र है जो कि फिलहाल उत्तर प्रदेश की महाराजगंज तहसील में आता है।यहां विकास को बढ़ावा देने के लिए इसको जिला बनाए जाने की तैयारी है. उत्तर प्रदेश राजस्व आयुक्त की ओर से अपर भूमि व्यवस्था आयुक्त भीष्म लाल वर्मा ने बताया कि महाराजगंज की फरेंदा और गोरखपुर की कैंपियरगंज तहसील को मिलाकर फरेंदा जिला बनाए जाने की तैयारी की जा रही है।

बीजेपी प्रवक्ता ने क्या कुछ कहा

उत्तर प्रदेश में 76 वें जिले के तौर पर फरेंदा को विकसित करने के मामले में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने बताया कि भारतीय जनता पार्टी का हमेशा से यह एक लक्ष्य रहा है की शक्ति का विकेंद्रीकरण किया जाए।छोटी इकाइयां होने से बेहतर विकास में मदद मिलती है। ऐसे में फरेंदा के विकास को गति देने के लिए यह प्रस्ताव अभी प्राथमिक स्तर पर है। इस तरह की रिपोर्ट अधिकारी देंगे उस पर फीजिबिलिटी को देखते हुए नए जिले के गठन किया जा सकता है।

इससे पहले भी बन चुके कई नए जिले

जिस वक्त उत्तर प्रदेश का गठन हुआ था तब उत्तर प्रदेश में 65 के करीब जिले थे. इसके बाद में लगातार नए जिले विकसित किए जाते रहे।कानपुर यूपी उत्तर प्रदेश का कभी सबसे बड़ा जिला था आज भी है उसको दो भागों में विभाजित किया गया था कानपुर नगर और कानपुर देहात. इसी के साथ कानपुर देहात से बाद में औरैया एक अलग जिला विकसित किया गया।ऐसे ही संतकबीर नगर, अमेठी, हापुड़, कुशीनगर, संभल ऐसे ही कई अन्य जिले विकसित किए गए।

संभल हाल का सबसे नया जिला

प्रदेश में कुल 75 जिले हैं. इनमें सबसे नवीनमत जिला संभल है। इसके अतिरिक्त यहां 826 सामुदायिक विकास खंड, 200 नगर पालिका परिषद्, 17 नगर निगम, 5 विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण, 546 नगर पंचायत और 75 जिला पंचायत मौजूद हैं. वहीं, ग्राम पंचायत की बात करें, तो इनकी संख्या 58 हजार से अधिक हैं। यूपी का सबसे बड़ा जिला लखीमपुर खीरी है। इसी के साथ ही उत्तर प्रदेश का सबसे छोटा जिला भदोही है।इसके साथ ही यूपी में सबसे ज्यादा आबादी वाला जिला प्रयागराज है। इसी के साथ आपको बता दें कि यूपी का सबसे बड़ा मंडल लखनऊ मंडल है। वहीं, सबसे छोटा मंडल बस्ती मंडल है।यूपी में कुल 18 मंडल हैं।

संभल के रजपुरा थाना क्षेत्र में पिकअप ने नौ लोगों को रौंदा, 4 की मौके पर मौत

लखनऊ । जनपद संभल के रजपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम भोपतपुर के कुछ लोग सड़क किनारे बैठे थे तभी गवां की ओर से आ रही तेज रफ्तार बोलेरो पिकअप ने वहां बैठे लोगों को रौंद दिया जिससे चार लोगों की मौके पर ही मृत्यु हो गई जबकि पांच अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए जिन्हें इलाज के लिए तुरंत सीएचसी रजपुरा में भर्ती कराया गया है जहां से उन्हें अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया।

घटना सुबह करीब 6:30 बजे की है। स्थानीय लोग, जो अपने खेतों पर गए थे, सड़क पर आराम करने के लिए बैठ गए थे। अचानक एक तेज रफ्तार पिकअप ने उनकी दिशा में आते हुए उन्हें कुचल दिया। घटनास्थल पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने घायलों को रजपुरा सीएचसी में भर्ती कराया, जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया। मृतकों के शव फिलहाल सीएचसी में रखे गए हैं और स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।घटना की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी डॉ राजेंद्र पेंसिया और पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार विश्नोई मौके पर पहुंचे और घटना के विषय में जानकारी ली।कैटरीना की जानकारी देते हुए डीएम डॉ राजेंद्र पेंसिया ने बताया कि 9 लोग सड़क किनारे बैठे हुए थे जिन्हें तेज रफ्तार पिकअप ने रौंद दिया जिससे चार लोगों की मौके पर भी मृत्यु हो गई पांच लोग घायल है।

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने बोलेरो पिकअप और उसके चालक की तलाश शुरू कर दी है। रजपुरा के थाना प्रभारी निरीक्षक अमरपाल सिंह ने बताया कि पिकअप चालक ने गलत दिशा में जाकर टक्कर मारी है, जिससे यह भीषण हादसा हुआ। हादसे के बाद इलाके में गहरा शोक और आक्रोश व्याप्त है।

सपा ने जम्मू-कश्मीर में कुल 20 प्रत्याशी मैदान में उतारे

लखनऊ । समाजवादी पार्टी ने जम्मू-कश्मीर में कुल 20 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं। तीसरे चरण में उसके 15 प्रत्याशी हैं, जबकि दूसरे चरण में 5 प्रत्याशी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी स्टार प्रचारकों को निर्देश दिए हैं कि वे जम्मू-कश्मीर में स्थानीय संगठन की डिमांड के अनुसार अपने कार्यक्रम तय करें। इसी के साथ सपा ने इन चुनावों के लिए प्रचारकों की लिस्ट भी जारी कर दी है। फैजाबाद से सांसद अवधेश प्रसाद इस लिस्ट में शामिल हैं। अवधेश प्रसाद के अलावा इकरा हसन और प्रिया सरोज भी इस लिस्ट में शामिल हैं। मालूम हो कि कांग्रेस वहां नेशनल कांफ्रेंस के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है।

जाति देख अपराधियों को दी जा रही सजा या माफी : अखिलेश

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा सरकार ने यूपी को जंगलराज में बदल दिया है। बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं है। हर दिन बेटियों के साथ जघन्य अपराध हो रहे हैं। पुलिस जनता की सुरक्षा के बजाय उन्हें प्रताड़ित कर रही है। लोगों की जान ले रही है। झूठे मुकदमों में निर्दोषों को फंसाया जा रहा है। जाति देखकर अपराधियों को सजा या माफी दी जाती है।अखिलेश ने रविवार को जारी बयान में कहा कि पुलिस असली अपराधियों के बजाय गरीब और निरीह लोगों का फर्जी एनकाउंटर कर रही है। हिरासत में ही पीट-पीटकर मार रही है। लखीमपुर खीरी के फरदान में पुलिस पिटाई से एक और दलित युवक की मौत हो गई है।

भाजपा सरकार पीडीए के साथ अन्याय और अत्याचार कर रही

अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार पीडीए के साथ अन्याय और अत्याचार कर रही है। दलितों, पिछड़ों, अल्पसंख्यक समाज के युवाओं के खिलाफ पुलिस का अत्याचार थम नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार युवती का जो वीडियो सामने आया है, उससे प्रदेश में बढ़ रहे महिला उत्पीड़न और अत्याचार का मूल करण सामने आ गया है। सरकार बताए कि उसका एंटी रोमियो स्क्वायड कहां लुप्त हो गया है। पिछले दिनों हुई बरसात से कई दर्जन लोग बेमौत मारे गए। भाजपा सरकार कहीं भी जनता के प्रति जवाबदेह नहीं दिखाई दे रही है।

जन शिकायतों के निस्तारण में देरी पड़ेगी भारी, मिथ्या रिपोर्ट लगाई तो अनुशासनात्मक कार्रवाई तय : मुख्यमंत्री

लखनऊ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रदेशस्तरीय बैठक में विकास कार्यों, कानून व्यवस्था और आगामी पर्व-त्योहारों के दृष्टिगत व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में समस्त मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, अपर पुलिस महानिदेशक (ज़ोन), समस्त पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक (रेंज), पुलिस उप महानिरीक्षक (परिक्षेत्र), मंडलायुक्त, जिलाधिकारियों की सहभागिता रही।

त्योहारों को देखते हुए चौबीस घंटे पुलिस प्रशासन को रहना होगा सतर्क

बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद और सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम है कि हाल के वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति और सौहार्द पूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे हैं। बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए।16 सितंबर को बरावफात के अतिरिक्त अनंत चतुदर्शी तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके उपरांत, पितृ पक्ष प्रारंभ होगा और 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र, विजयादशमी का उत्सव है। कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। पुलिस प्रशासन को 24×7 सतर्क-सावधान रहना होगा।

अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटें,बहनों और बेटियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता

सीएम योगी ने कहा कि हर पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों को देखते हुए सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता से निपटें।पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं। हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। पिछले अनुभवों को दृष्टिगत रखते हुए सुरक्षा के इंतजाम करें।

सीएम योगी ने कहा कि माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता में हैं। इससे किसी भी प्रकार समझौता नहीं किया जा सकता। लव जिहाद, चेन स्नेचिंग, ईव टीजिंग की छोटी से छोटी सूचना पर तत्काल एक्शन होना चाहिए। महिला पुलिस बीट अधिकारियों को एक्टिव रखें। पेट्रोलिंग जारी रखें। ऐसी घटनाओं पर बीट सिपाही से लेकर डिप्टी एसपी तक की जवाबदेही तय की जानी चाहिए।शासन स्तर पर प्रत्येक दिन हर जिले की समीक्षा की जा रही है।

पुलिस कमिश्नर हर दिन डीजीपी को अपने कमिश्नरेट की रिपोर्ट दें

जनपदों की हर घटना, हर अधिकारी की गतिविधि की मॉनीटरिंग हो रही है। ऐसा ही प्रयास ज़ोन और रेंज स्तर के अधिकारियों द्वारा अपने प्रभार के क्षेत्र में किया जाना चाहिए। पुलिस कमिश्नर हर दिन डीजीपी को अपने कमिश्नरेट की रिपोर्ट दें।उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने योजनाओं के लिए बजटीय आवंटन के लिए प्रदर्शन को मानक बनाया है। जो राज्य जितना अच्छा कार्य करेगा, भारत सरकार से उसे उसी प्रकार सहयोग दिया जाएगा। ऐसे में सभी अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव अपने विभागीय मंत्री के साथ भारत सरकार में संबंधित मंत्रालय में संवाद कर केंद्रीय योजनाओं में प्रदेश की सहभागिता बढाएं।सभी जिलों के लिए प्रभारी मंत्रीगणों की तैनाती की गई है।

प्रभारी मंत्रियों के दौरे के समय संबंधित अधिकारी रहे मौजूद

प्रभारी मंत्रियों का दौरा प्रत्येक माह होगा। जिलों में एक कोर कमेटी भी गठित की गई है। प्रभारी मंत्रियों के दौरे के समय सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहें, अपनी विभागीय प्रगति से मंत्री को अवगत कराएं। प्रभारी मंत्री द्वारा दिये गए निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। जिलाधिकारी/पुलिस कप्तान अपने जिले के प्रभारी मंत्री से सतत संवाद-संपर्क बनाए रखें। जिले की गतिविधियों से उन्हें अपडेट करते रहें। जिलों के लिए नोडल अधिकारियों की तैनाती भी शीघ्र कर दी जाएगी।आईजीआरएस में मिलने वाले आवेदन हों या सीएम हेल्पलाइन अथवा थाना, तहसील, विकास खंड में पहुंचने वाले शिकायतकर्ता, सबकी सुनवाई की जाए।

भ्रामक रिपोर्ट लगाने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी तय

पीड़ित, परेशान व्यक्ति की मनोदशा को समझें, उसकी भावना का सम्मान करें और पूरी संवेदनशीलता के साथ समाधान किया जाए। शिकायतकर्ता की संतुष्टि और उसका फीडबैक ही अधिकारियों के प्रदर्शन का मानक होगा। जनशिकायतों, समस्याओं से जुड़े आवेदन का संतोषप्रद निस्तारण किया जाना है। मिथ्या अथवा भ्रामक रिपोर्ट लगाने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी तय है।नामातंरण, पैमाइश, लैंड यूज चेंज, वरासत आदि आम आदमी से जुड़े मामले किसी भी दशा में लंबित नहीं रहने चाहिए। तय समय सीमा के भीतर निस्तारण होना ही चाहिए।

हर जिलाधिकारी तहसीलों की और मंडलायुक्त अपने क्षेत्र के जिलों की नियमित समीक्षा करें। कहाँ, किस विभाग में आम आदमी के कितने आवेदन लंबित हैं, क्यों लंबित हैं, इसकी समीक्षा करें और जवाबदेही तय करते हुए रिपोर्ट अपने वरिष्ठ अधिकारी को प्रेषित करें।मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत दिनों में अतिवृष्टि के कारण लखीमपुर खीरी, फर्रुखाबाद, गोंडा, जालौन, प्रयागराज, वाराणसी सहित कई जिलों में जन-धन की क्षति की सूचना मिली है। इसका आकलन कर बिना विलंब क्षतिपूर्ति की जाए। राहत कार्यों में कतई देर न हो। राहत सामग्री का वितरण जारी रखें।

बाढ़ वाले क्षेत्रों को हर संभव सहायत उपलब्ध कराई जाए

यह सुनिश्चित करें कि राहत सामग्री की क्वालिटी और क्वांटिटी मानक के अनुरूप ही हो।कुछ नदियों का जलस्तर अब भी सामान्य से ऊपर है। इनकी मॉनीटरिंग की जाए। रेनकट की मरम्मत भी समय से कराएं। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ/पीएसी तथा आपदा प्रबंधन की टीमें 24×7 एक्टिव मोड में रहें। जिलाधिकारी गण नौकाओं, राहत सामग्री आदि का पर्याप्त प्रबंध रखें।विगत कुछ सप्ताह के भीतर कुछ जिलों में मानव-वन्य जीव संघर्ष की घटनाओं में वृद्धि देखी गई है। यद्यपि सुरक्षा और बचाव के दृष्टिगत सभी जिलों में आवश्यक प्रबन्ध किए गए हैं, फिर भी जहां अतिरिक्त आवश्यकता हो, सूचित करें हर सम्भव सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।

सीएम ने कहा कि वन्य जीव के कारण जिस भी परिवार में कोई घायल अथवा असमय काल-कवलित हुआ है, संवेदना के साथ उनके परिजनों को आर्थिक सहायता दी जाए। प्रभावित क्षेत्रों में सोलर फेंसिंग के लिए आवश्यक वित्तीय सहयोग भी उपलब्ध कराया जाएगा।सीएम ने कहा पिछले कुछ दिनों में रेल पटरियों को क्षतिग्रस्त करने अथवा रेल दुर्घटना की साजिश के संकेत मिले हैं। कुछ लोग पकड़े भी गए हैं। यह अत्यंत गंभीर विषय है। ज़ोन और रेंज स्तर के पुलिस अधिकारी अपने क्षेत्र के जीआरपी और आरपीएफ बल के साथ लगातार संपर्क बनाए रखें।

हर अराजक तत्व के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए

इंटेलिजेंस बढाएं और इस बड़ी साजिश में संलग्न हर अराजक तत्व के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाए।बाढ़ अथवा जलभराव के बीच सर्पदंश अथवा कुत्ते के काटने की घटना बढ़ सकती है। ऐसे प्रभावित लोगों को समय से उपचार उपलब्ध कराया जाए। बाढ़ के बीच गोवंश की सुरक्षा का भी प्रबंध करें।प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिवस 17 सितंबर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती 02 अक्टूबर तक स्वच्छता का प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जाना है। यह अभियान जनसहभागिता से ही सफल हो सकेगा, इसके दृष्टिगत मिलकर प्रयास किया जाए। ग्रामीण व नगरीय क्षेत्र में व्यापक स्वच्छता और फॉगिंग का कार्य मिशन मोड में किया जाए।हाल के कुछ दिनों में कई स्थानों पर जर्जर भवनों के गिरने की घटना घटित हुई है। नगरीय निकाय, विकास प्राधिकरण अभियान चलाकर अपने क्षेत्र में संवेदनशील भवनों का चिन्हांकन करें और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर आवासित होने के लिए प्रेरित करें।यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी सड़क किनारे बाइक, कार, टैक्सी की पार्किंग न हो। स्ट्रीट वेंडरों का यथोचित व्यवस्थापन सुनिश्चित करें। अवैध टैक्सी स्टैंडों पर तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। हमारी कार्रवाई सद्भावनापूर्ण होनी चाहिए।

13 पीसीएस और पांच पीपीएस अधिकारियों का तबादला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आईएएस के बाद शनिवार की देर रात को 13 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए गये हैं।तबादलों के क्रम में अंजू कटियार को ओएसडी राजस्व परिषद, संजीव ओझा को एडीएम प्रयागराज मेला प्राधिकरण बनाया गया है। महेंद्र कुमार श्रीवास्तव एमडी राज्य चीनी निगम मुंडेरवा,अरुण कुमार को एडीएम बदायूं,देवेंद्र पाल सिंह को सिटी मजिस्ट्रेट बदायूं, शशि भूषण को अपर आयुक्त मुरादाबाद मंडल, सुभाष चंद्र यादव एडिशनल कमिश्नर वाराणसी मंडल बना गया है।

इसी तरह अजय कुमार तिवारी को सीआरओ वाराणसी,भगवान शरण को एडिशनल कमिश्नर चित्रकूट धाम मंडल,रमेश यादव को अपर आयुक्त सहारनपुर मंडल,प्रियंका को अपर आयुक्त झांसी मंडल, शमशाद हुसैन अपर आयुक्त आजमगढ़ मंडल,राकेश कुमार गुप्ता आयुक्त वाराणसी मंडल बनाया गया है। इससे पहले बीते दो दिन पहले कई जिलों के जिलाधिकारी सहित 29 आईएएस अधिकारी बदले गए हैं।

पांच पीपीएस अधिकारियों का तबादला

उत्तर प्रदेश में लगातार प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के तबादले हो रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार की शाम को प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग (पीपीएस) के पांच अफसरों का स्थानांतरण हुआ है।तबादलों के क्रम में अमित सक्सेना को पुलिस उपाधीक्षक ईओडब्ल्यू लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक कुशीनगर बनाया गया है। राजवीर सिंह गौर को पुलिस उपाधीक्षक एएनटीएफ मुख्यालय लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक बांदा, युवराज सिंह को पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या से पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर भेजा गया है। इसी तरह योगेन्द्र कुमार को पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम के पद से हटाते हुए पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या बनाया गया है। वहीं, दिलीप सिंह प्रथम को पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर से पुलिस उपाधीक्षक एलआईयू अलीगढ़ की जिम्मेदारी दी।

अखिलेश यादव बोले, बदलाव ला सकता था सपा-बसपा गठबंधन, बसपा सुप्रीमों मायावती ने किया पलटवार

लखनऊ । समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि सपा-बसपा का गठबंधन राजनीति में बड़ा बदलाव ला सकता था, पर हमें धोखा मिला। गठबंधन धर्म निभाने के लिए समाजवादी हमेशा त्याग करने को तैयार हैं। ये बात उन्होंने पार्टी मुख्यालय में हिंदी दिवस पर दानवीर कर्ण पर लिखित पुस्तक के विमोचन समारोह के दौरान कही। इस दौरान उन्होंने साहित्यकारों को सम्मानित किया और हिंदी समेत सभी भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

तब बसपा के एक नेता ने भी कहा था कि उन्हें भी इसी तरह से धोखा मिला था

अखिलेश ने कहा कि दानवीर कर्ण जानता था कि वह युद्ध हारेगा, फिर भी अपने मित्रों का साथ नहीं छोड़ा। यह पूछने पर क्या गठबंधन की राजनीति में भी ऐसी मित्रता संभव है? अखिलेश बोले, राजनीति में अगर विचार, कार्यक्रम और सिद्धांत के लिए त्याग करना पड़ेगा, तो हम तैयार रहेंगे। सपा और बसपा का गठबंधन एक ऐसा सपना था, जो भीमराव आंबेडकर और राममनोहर लोहिया ने देखा था। हमें भरोसा था कि सपा-बसपा का गठबंधन देश की राजनीति को बदलेगा, लेकिन परिस्थितियां कुछ ऐसी रहीं कि गठबंधन नहीं चला। यह बात छोटी है कि किसने-किसका फोन नहीं उठाया। तब बसपा के एक नेता ने भी कहा था कि उन्हें भी इसी तरह से धोखा मिला था।

पुलिस साजिश में जुटी, कहां से रुकेंगे अपराध,आपत्तिजनक नारे लगने पर कहां थे ये संत

अखिलेश यादव ने वाराणसी की एक घटना पर कहा कि यूपी पुलिस साजिश में लगी है। वारदातें नहीं रुक रही हैं। फर्जी एनकाउंटर में तार से तार जोड़ने के लिए पुलिस अफसर घंटों साथ बैठते हैं। मंगेश यादव के एनकाउंटर के दो घंटे के भीतर ही मीडिया को प्रेस नोट पहुंचना बहुत कुछ स्पष्ट कर देता है। पुलिस के डर से सब कह देते हैं कि माल की बरामदगी हो गई है।मठाधीश वाले सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन संतों को बुरा लग रहा है, उन्हें बताना चाहिए जब एक नारा चला ... इनको मारो जूते चार। तब वे कहां थे।

जम्मू जाएंगे, पर हरियाणा पर चुप्पी,सबसे बड़ी भू माफिया पार्टी है भाजपा

अखिलेश ने कहा कि जम्मू-कश्मीर का पार्टी संगठन चुनाव प्रचार के लिए बुलाएगा तो वहां जाएंगे। लेकिन, हरियाणा में चुनाव प्रचार के लिए जाने के सवाल पर कुछ नहीं बोले। राहुल गांधी पर मानहानि का मुकदमा दर्ज होने पर अखिलेश ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारे ऊपर भी मानहानि का मुकदमा दर्ज होने वाला है।अखिलेश ने कहा कि भाजपा नेताओं ने अयोध्या समेत कई जिलों में जमीन कब्जाई है। ये भू माफिया पार्टी है। लखनऊ तक में तालाबों पर कब्जा किया है। यह भारतीय जमीन पार्टी बन गई है।

आत्मा व परमात्मा का संयोग ही शिवत्व: स्वामी चिदंबरानंद

लखनऊ,15 सितंबर।आत्मा का परमात्मा से विलय ही शिवत्व की प्राप्ति है। अर्धनारीश्वर भगवान शिव 'शक्ति' के बिना अधूरे हैं। दोनों का संयोग ही उन्हें पूर्ण परब्रह्म बनाता है। इसी पूर्णत्व के लिए कभी सती तो कभी माता पार्वती के रूप में शक्ति भगवान शिव से जुड़कर सच्चे अर्थों में शिव तत्व का निर्माण करती है। शिव परिवार हमें सफल जीवन जीने की कला सिखाता है।

यह बात यहां जानकीपुरम विस्तार में चल रही श्री शिव महापुराण कथा के चौथे दिन कथा व्यास महामंडलेश्वर स्वामी चिदंबरानंद सरस्वती ने कही। उन्होंने कहा कि शिव शक्ति का संयोजन शिव के ग्रहस्थ जीवन का प्रतीक है।वह ग्रहस्थ आश्रम में रहकर भी वैराग्य और योग कैसे निभाया जा सकता है इसके समर्थ उदाहरण हैं। शिव का संपूर्ण चरित्र परिवार और समाज में तमाम विपरीत विचारधाराओं में सामंजस्य स्थापित करने का सोदाहरण संदेश देने वाला है। स्वामी जी ने कहा कि यह कम विलक्षण नहीं है कि शिव परिवार में स्वयं शिव का वाहन नंदी (बैल) है तो शिवा का वाहन सिंह है। पुत्र कार्त्तिकेय जहां मोर की सवारी करते हैं वहीं गणेश जी मूषकारूढ हैं।

सामान्य संसार में इन्हें परस्पर एक दूसरे का शत्रु माना जाता है परन्तु शिव परिवार में कुशल नेतृत्व के परिणामस्वरूप सभी का सहजीवन सहजता से चलता है। स्वामी जी ने कहा कि हमारे धर्मशास्त्रों में संस्कार व मल्य आधारित जीवन जीने की कला का संदेश दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रत्येक धर्मशास्त्र टूटने का नहीं जुड़ने का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने जाति,वर्ग और वर्ण भेदों को भूलकर 'हिन्दुत्व' के मूल मंत्र को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि स्वयं भगवान राम ने निषाद राज को गले लगाया तो दंडकारण्य में तमाम ऋषियों के आश्रम में न जाकर माता शबरी की कुटिया में पहुंच कर सामाजिक एकता की चेतना को बल दिया।

कथा से पूर्व भगवान शिव की भव्य बारात निकाली गई जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने गाजे बाजे के साथ 'हर हर बम बम' हर हर महादेव आदि के उद्घोष के साथ मस्ती के साथ भक्ति का अवगाहन किया। आज की कथा में अन्य दिनों की भांति तमाम विशिष्ट जनों व ख्यातिलब्ध संतों ने उपस्थित होकर कथा श्रवण का लाभ उठाया। आरती व प्रसाद वितरण के उपरांत कथा का समापन हुआ।

उप्र में पांच पीपीएस अधिकारियों का तबादला

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में लगातार प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के तबादले हो रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार की शाम को प्रान्तीय पुलिस सेवा संवर्ग (पीपीएस) के पांच अफसरों का स्थानांतरण हुआ है।

तबादलों के क्रम में अमित सक्सेना को पुलिस उपाधीक्षक ईओडब्ल्यू लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक कुशीनगर बनाया गया है। राजवीर सिंह गौर को पुलिस उपाधीक्षक एएनटीएफ मुख्यालय लखनऊ से पुलिस उपाधीक्षक बांदा, युवराज सिंह को पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या से पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर भेजा गया है। इसी तरह योगेन्द्र कुमार को पुलिस उपाधीक्षक साइबर क्राइम के पद से हटाते हुए पुलिस उपाधीक्षक अयोध्या बनाया गया है। वहीं, दिलीप सिंह प्रथम को पुलिस उपाधीक्षक बुलंदशहर से पुलिस उपाधीक्षक एलआईयू अलीगढ़ की जिम्मेदारी दी।

लखनऊ में 13 नवम्बर तक लागू रहेगी बीएनएसएस की धारा 163

लखनऊ। आगामी त्योहार व जयंती को देखते हुए लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ने शनिवार को भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 (पूर्व धारा 144 सीआरपीसी) लागू करने के आदेश दिए है। यह धारा 15 सितम्बर से लागू की जाएगी है, जो 13 नवम्बर तक रहेगी।

पुलिस कमिश्नरेट की ओर से यह जानकारी दी गई कि आगामी बारवफात,विश्वकर्मा पूजा, अन्नत चतुर्दशी, महात्मा गांधी, शारदीय नवरात्रि, दशहरा पर्व, दीपावली और छठ पर्व, राजनीतिक गतिविधियों समेत अन्य महापुरूषों की जयंती को ध्यान में रखते हुए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 लागू की गयी है। इस दौरान बिना अनुमति के धरना प्रदर्शन, पैदल मार्च, सार्वजनिक स्थान पर पुतला दहन, अफवाह फैलाना, सोशल मीडिया के माध्यम से गलत प्रचार करना आदि पर प्रतिबंध रहेगा। नवीन निषेधाज्ञा धारा 163 का उल्लंघन करना धारा 223 भारतीय न्याय सहिंता व अन्य सुसंगत धाराओं के तहत दंडनीय अपराध माना जाएगा।