रायपुर नगर निगम में हुआ वार्डों का आरक्षण, जानिए किन वार्डों में महिलाओं को मिला मौका…

रायपुर-     छत्तीसगढ़ के रायपुर-बलौदाबाजार समेत कई जिलों में नगरीय निकाय चुनाव 2024-25 के लिए तैयारियां शुरू हो गई है. राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में रायपुर के 70 वार्डों के लिए आरक्षण सूची जारी हो गई है. प्रक्रिया का उद्देश्य आगामी चुनावों में सभी वर्गों का समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है.

देखें लिस्ट:

वहीं कलेक्ट्रेट कार्यालय सभा कक्ष में वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में आरक्षण प्रक्रिया जारी है.

जिले के विभिन्न नगरीय निकायों, नगरपालिका बलौदाबाजार, भाटापारा, नगर पंचायत सिमगा, कसडोल, टुंडरा, लवन और पलारी के वार्डों का आरक्षण किया जाएगा, जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, सामान्य और महिलाओं के लिए वार्डों का आरक्षण तय किया जाएगा.

चीन अपनी परमाणु शक्ति बढ़ा रहा, तैयार किए 600 न्यूक्लियर हथियार, भारत के लिए कितना बड़ा खतरा?

#ischinacontinuouslyincreasingitsnuclearpower

चीन अपने न्यूक्लियर पावर को लगातार बढ़ा रहा है। दावा किया रहा है कि उसने अपने लिए 600 के करीब परमाणु हथियार भी तैयार करके रखा है। ये दावा पेंटागन की रिपोर्ट में किया गया है। इस रिपोर्ट में इस दावे के साथ-साथ कई चौकाने वाले खुलासे भी किए गए हैं।इसमें कहा गया है कि 2030 के अंत तक चीन के पास 1000 से ज्यादा परमाणु बम होंगे। इनमें से कई को पूरी तरह से तैनाती के मोड पर रखे जाने की योजना है।चीन जिस तरह से अपने परमाणु बमों के भंडार को बढ़ा रहा है, वह भारत और अमेरिका के लिए बड़ा खतरा है।

पेंटागन की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन अपने परमाणु हथियारों की संख्या में लगातार इजाफा करने में जुटा है। अगर वह इसी गति से परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाता रहा तो वर्ष 2030 उसके पास 1000 परमाणु हथियार होंगे।रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की वायु सेना अपने टेक्नोलॉजी स्टैंडर्ड में सुधार कर रही है और तेजी से टेक्नोलॉजी को अमेरिकी मानकों के बराबर ला रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने अपने ड्रोन आधुनिकीकरण के प्रयास जारी रखे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ड्रोन के लिए झुंड क्षमताओं को विकसित करने में पर्याप्त प्रयास कर रहा है। अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि सुधारों के बावजूद, चीन की एयर फोर्स यूएस एयर फोर्स के बराबर या उससे आगे नहीं निकल पाई है।

इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें विकसित कर रहा चीन

पेंटागन की इस रिपोर्ट के अनुसार चीन बीते कुछ समय से अपनी सेना को और अधिक अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने में जुटा है। यही वजह है कि वह लगातार ऐसी मिसाइलें भी बना रहा है जो दुश्मनों की नींद उड़ा सके। रिपोर्ट के अनुसार चीन नई इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें विकसित करने पर जोर दे रहा है। ऐसा करने से उसकी परमाणु सक्षम मिसाइल ताकतों में इजाफा होगा। इसके साथ-साथ अनुमान लगाया जा रहा है कि चीन पारंपरिक रूप से सशस्त्र इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज मिसाइल सिस्टम विकसित करने पर विचार कर सकता है।

अमेरिका शहरों पर तक हमला करने की क्षमता

इसमें कहा गया है कि चीन एडवांस न्यूक्लियर डिलीवरी सिस्टम विकसित कर रहा है। इसे अमेरिका से दीर्घकालिक चुनौती को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। पीपल्स रिपब्लिक आर्मी की बढ़ती हुई न्यूक्लियर फोर्स इसे अमेरिकी शहरों, सैन्य सुविधाओं और नेतृत्व स्थलों को निशाना बनाने में सक्षम करेगी। चीन की योजना ऐसे हथियार तैयार करने की है जो बहुत अधिक स्तर पर नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखते हों।

वॉरशिप और सबमरीन

रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के पास 370 से अधिक प्लेटफार्मों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी नेवी है। जहाजों की संख्या 2025 तक 395 और 2030 तक 435 जहाजों तक बढ़ने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की नेवी के पास वर्तमान में छह न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन, छह न्यूक्लियर सबमरीन और 48 डीजल से चलने वाली या एयर फ्री अटैक सबमरीन हैं। 2025 तक सबमरीन बल बढ़कर 65 और 2035 तक 80 तक पहुंचने की उम्मीद है।

रूस और उत्तर कोरिया से चीन ने बनाई दूरी

इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने सार्वजनिक रूप से रूस और उत्तर कोरिया के बढ़ते रक्षा संबंधों से खुदको दूर कर लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि शायद उसे लगता है कि इन देशों से नजदीकी उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकती है।

अंबेडकर विवाद पर अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी, जानें क्या कहा

#arvind_kejriwal_wrote_a_letter_to_nitish_and_chandrababu_naidu

राज्यसभा में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को लेकर अमित शाह के दिए बयान ने देश की सियासत में उबाल ला दिया है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इसे लेकर शाह और पूरी बीजेपी पर हमलावर हैं। इस बीच दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने नया दांव खेला है। केजरीवाल ने एनडीए के साथी दलों जेडीयू और टीडीपी के मुखिया नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। केजरीवाल ने दोनों नेताओं से कहा कि लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। आप भी इसपर विचार करें।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने यह चिट्ठी गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान के संबंध में लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा है कि बाबा साहब नेता नहीं, इस देश की आत्मा हैं।हाल ही में संसद में, गृहमंत्री की ओर से दिया गया बयान न केवल अपमानजनक है बल्कि भाजपा की बाबासाहेब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है। देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ये बयान देने के बाद अमित शाह जी ने माफी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया।

दिल्ली के पूर्व सीएम ने आगे लिखा, 'बाबासाहेब के बारे में ऐसा कहने का साहस आखिर भाजपा ने कैसे किया? प्रधान मंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से अमित शाह जी के बयान का समर्थन किया। इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया।लोगों को लगने लगा है कि बाबा साहेब को चाहने वाले अब भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते। बाबा साहेब सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं। अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा, बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते, लोग चाहते हैं आप भी इस मसले पर गहराई से विचार करें।

महाकुंभ में 'दक्ष' पुलिस करेगी 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा

डेस्क:–योगी सरकार महाकुंभ-2025 के आयोजन के लिए विभिन्न आयामों से तैयारी कर रही है। महाकुंभ-2025 की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार महाकुंभ मेला पुलिस, ड्यूटी में आए पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण और परीक्षा के जरिए दक्ष बनाने के लिए नवीन प्रयोग कर रही है। इसी क्रम में पुलिस कर्मियों की तैयारियों को परखने और उन्हें हर चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से विशेष प्रशिक्षण सत्र और परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। प्रशिक्षण सत्रों में आपदा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, श्रद्धालुओं से व्यवहार और महाकुंभ के धार्मिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं पर गहन जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण के बाद आयोजित लिखित परीक्षा में पुलिस कर्मियों की तत्परता का मूल्यांकन किया जा रहा है, ताकि महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और सेवा का सर्वोत्तम मानक सुनिश्चित किया जा सके।

वहीं, लिखित परीक्षा में प्रशिक्षण के दौरान बताए गए विभिन्न आयामों से संबंधित सवालों को पूछा जा रहा है, जिसमें आपदा से बचने, श्रद्धालुओं से व्यवहार और महाकुंभ के धार्मिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं से संबंधित प्रश्न पूछे जा रहे हैं। महाकुंभ मेला में आए पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के लिए पूरी तरह तैयार करने के लिए उनकी क्लास चलाई जा रही है और तैयारियों को परखने के लिए परीक्षा भी कराई जा रही है। एसएसपी महाकुंभ मेला राजेश कुमार द्विवेदी के अनुसार महाकुंभ मेला ड्यूटी में आने वाले सभी पुलिसकर्मियों के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण क्लास चलाई जा रही है, जो सुरक्षा, आपदा और व्यावहारिक पहलुओं जैसे विभिन्न आयामों पर आधारित है।

इसके बाद क्लास में बताई गई जानकारी के अनुसार उनकी परीक्षा कराई जा रही है, जिसमें महाकुंभ मेला में आपदा को पहचानना, आपदा की स्थिति में त्वरित समाधान, रास्तों की जानकारी, महाकुंभ की आध्यात्मिक एवं धार्मिक जानकारी और भौगोलिक स्थितियों से संबंधित सवाल पूछे जा रहे हैं। पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षण संदीप वर्मा ने बताया कि प्रश्नपत्र का प्रारूप बहुविकल्पीय है। 100 नंबर के प्रश्न पत्र में 20 सवाल पूछे जा रहे हैं। परीक्षा का समय एक घंटे निर्धारित है। परीक्षा में फेल होने पर उनको दोबारा तीन दिनों का प्रशिक्षण क्लास करने और परीक्षा देने का प्रावधान है। जिससे पुलिसकर्मी महाकुंभ में ड्यूटी करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएं।कुशीनगर से आए इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद परीक्षा देने से हम लोगों को महाकुंभ की भली-भांति जानकारी हो गई है। अब पुलिस मेले की ड्यूटी के लिए पूर्णतया तैयार है।

ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर संजय कुमार चौबे ने बताया कि यहां आने पर महाकुंभ के बारे में नई जानकारियां मिली है, जो ड्यूटी में सहायक होंगी। महिला कांस्टेबल स्वेतलाना मौर्य ने बताया कि पूरे पुलिस फ़ोर्स को इस तरह से ट्रेंड किया जा रहा है, जिससे असली परीक्षा महाकुंभ के शुरू होने पर वे डिस्टिंक्शन नंबरों से पास हो जाएं। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया, महाकुंभ के दौरान पुलिसकर्मियों के लिए सभी तरह की ड्यूटी चुनौती पूर्ण होगी। इसके लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण और परीक्षा के माध्यम से हर तरह से तैयार किया जा रहा है, जिससे वो अपनी ड्यूटी से भिज्ञ रहते हुए किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहें।
पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को लगा झटका, अमेरिका ने तीन कंपनियों पर लगाए प्रतिबंध

#usadditionalsanctionsonentitiescontributingtopakistanballisticmissileprogram

अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को बड़ा झटका दिया है।अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में योगदान देने वाली तीन संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया। इसमें पाकिस्तानी सरकार के स्वामित्व वाले राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) और उससे जुड़ी कराची स्थित तीन कंपनियों पर प्रतिबंध शामिल है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने खुलासा किया कि प्रतिबंध एक कार्यकारी आदेश के तहत जारी किए गए थे।

विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक बयान में कहा कि नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स और तीन कंपनियों पर लगाए गए ये प्रतिबंध एक कार्यकारी आदेश के तहत लगाए गए हैं। प्रतिबंधों के तहत लक्षित संस्थाओं से संबंधित किसी भी अमेरिकी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा तथा अमेरिकियों को उनके साथ व्यापार करने से रोक दिया जाएगा। इसका उद्देश्य सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार और उन्हें वितरित करने के लिए इस्तेमाल की जानी वाली टेक्नोलॉजी पर अंकुश लगाना था।

पाक ने कहा कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण

इधर, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिका की कार्रवाई “दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण” है और “सैन्य विषमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से” क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाएगी, जो परमाणु-सशस्त्र भारत के साथ देश की प्रतिद्वंद्विता का स्पष्ट संदर्भ है। विदेश विभाग के एक बयान में कहा गया है कि इस्लामाबाद स्थित एनडीसी ने देश के लंबी दूरी के बैलिस्टिक-मिसाइल कार्यक्रम और मिसाइल-परीक्षण उपकरणों के लिए कंपोनेंट्स प्राप्त करने की मांग की है।

पाकिस्तान के पास 170 परमाणु बम

बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स के शोध से पता चलता है कि पाकिस्तान के हथियार भंडार में अब लगभग 170 परमाणु बम हैं। पाकिस्तान ने 1998 में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया। पाकिस्तान परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने से जुड़े अंतरराष्ट्रीय समझौता से बाहर है। प्रतिबंधों में तीन निजी कंपनियों-एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड और रॉकसाइड एंटरप्राइज शामिल हैं। इन पर एनडीसी के मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरण हासिल करने में मदद का आरोप है।

Anmol Solanki’s Journey: A Tale of Resilience and Stardom

Anmol Solanki’s life is a powerful testament to perseverance and grit. His story, marked by tragedy, sacrifice, and ultimate success, serves as an inspiration to many.  

At just one year old, Anmol lost his father, a devastating loss that placed the burden of raising him and his sister solely on his mother’s shoulders. A hardworking Anganwadi worker, she instilled in him the values of strength and determination. However, life dealt another cruel blow in 2014, when his mother suffered a brain hemorrhage. For six months, Anmol cared for her during dialysis treatments, but in May 2016, he lost her too.  

Left to support himself and his sister, Anmol faced harsh realities. To make ends meet, he dropped out of school and took on work as a waiter, earning just ₹500 per day. Despite the financial struggles, his resilience never wavered. The turning point came when his sister secured a job, enabling him to complete his education.  

As life began to stabilize, the COVID-19 pandemic struck, bringing further uncertainty. Yet Anmol refused to let adversity define him. Instead, he saw it as an opportunity to chase his dreams. He stepped into the entertainment industry and landed his breakthrough role in Netflix's Jamtara, a crime drama that put him on the map.  

The success of Jamtara paved the way for more opportunities, including a significant role in Shakti 2 on Colors TV. Sharing the screen with established actors like Rubina Dilaik, Kamya Punjabi, and Sudesh Berry, Anmol proved his talent and cemented his place in the entertainment world.  

Capitalizing on his growing popularity, Anmol entered the realm of social media influencing. With an authentic voice and a compelling personal story, he quickly struck a chord with audiences. Partnering with leading brands, he successfully built his image as a lifestyle influencer, inspiring countless individuals who see in him the embodiment of resilience and determination.  

Now, at just 25 years old, Anmol Solanki’s journey stands as a shining example of how hard work and an unyielding spirit can overcome even the greatest challenges. From working as a waiter to becoming a celebrated actor and influencer, his story is proof that dreams can indeed come true—if one has the courage to pursue them relentlessly.

हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जजों को मिल रही कितनी पेंशन? सुप्रीम कोर्ट ने बताया बेहद दयनीय

#supreme_court_pension_issue_retired_high_court_judges

सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों को मिलने वाली पेंशन को लेकर निराशा जाहिर की है। जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि हाईकोर्ट के कुछ रिटायर्ड जजों को 10,000 रुपये से 15,000 रुपये के बीच पेंशन दिए जा रहे हैं। यह दयनीय है।न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि हर मामले में कानूनी दृष्टिकोण अपनाना ठीक नहीं है। कुछ मामलों में मानवीय दृष्टिकोण भी अपनाया जाए।

उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की पेंशन से जुड़े मुद्दे वाली याचिका पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की। इस दौरान सरकार की ओर पेश हुए अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने पीठ से अनुरोध किया कि मामले की सुनवाई जनवरी में की जाए। सरकार इस मुद़्दे को सुलझाने का प्रयास करेगी।

पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह अच्छा होगा कि आप उन्हें पूरी स्थिति के बारे में समझाएं कि हमारे हस्तक्षेप से भी बचा जाना चाहिए।पीठ ने कहा कि इस मामले पर कोई भी निर्णय अलग-अलग मामलों के आधार पर नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो भी निर्णय लिया जाएगा। यह निर्णय सभी उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों पर समान रूप से लागू होगा। पीठ ने कहा कि अब इस मामले की 8 जनवरी को सुनवाई होगी।

उच्च न्यायालय के एक रिटायर्ड जज ने पीठ के समक्ष याचिका दायर की थी. पीठ उस पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें केवल 15,000 रुपये की ही पेंशन मिल रही है। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में 13 साल तक न्यायिक अधिकारी के रूप में सेवा दी थी। उसके बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किए गये थे।

यह मामला पहली बार नहीं है जब न्यायालय ने इस तरह की समस्या पर चिंता जताई है। मार्च में, शीर्ष अदालत ने कहा था कि पेंशन लाभ की गणना में यह भेदभाव नहीं किया जा सकता कि न्यायाधीश बार से आए हैं या जिला न्यायपालिका से पदोन्नत हुए हैं. अदालत ने यह भी कहा कि पेंशन का निर्धारण अंतिम वेतन के आधार पर होना चाहिए। अदालत ने पूर्व में यह भी बताया कि कुछ न्यायाधीशों को केवल 6,000 रुपये तक की पेंशन दी जा रही थी, जो कि उनके पद और सेवा के मानदंडों के खिलाफ है।

बलिया:भिखारी ठाकुर की धूमधाम से मनाई गयी 137वीं जयन्ती
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। महान कलाकार की वजह से भोजपुरी भाषा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली. भिखारी ठाकुर की 137वीं जयंती:  18 दिसंबर 1887  को शाहाबाद प्रेसीडेंसी अर्थात सारण जिले के दियारा इलाका स्थित कुतुबपुर गांव में जन्मे भिखारी ठाकुर संघर्ष की उपज थे. भिखारी ठाकुर हासिए पर खड़े लोगों की आवाज थे। भिखारी ठाकुर इनका जन्म 1887 ई को छपरा बिहार में हुआ था। वह पहले नाई का काम करते थे। वे रोजी-रोटी है तलाश में खड़कपुर गए। वहां उन्होंने रामलीला मंचन देकर घर लौटे तो कला का प्रतिउनकी रुचि जगी और स्वयं रामलीला मंजन करने लगे। 1917 में अपनी नाच मंडली का गठन किया। लोक नृत्य के माध्यम से वे समाज में व्याप्त कुरितयों पर भी वार किया करते थे। विदेशिया, बेटी- बेचवा उनकी उल्लेखनीय रचना है।अखिल भारतीय नाई महासभा के द्वारा बुधवार को नगरा के प्राचीन दुर्गा मंदिर पर ब्लॉक के स्वजातीय बन्धुओ ने भोजपुरी के जनक एवम् भोजपुरी के शेक्सपियर दादा भीखारी ठाकुर जी की 137वीं जयंती मनाई गई। इस जयंती समारोह में लल्लन ठाकुर जी (पूर्व जिलाध्यक्ष) दिनेश ठाकुर जी (पूर्व एडिटर) अजित ठाकुर (पूर्व सूचना मंत्री) लालबहदुर ठाकुर, उत्तम ठाकुर (पूर्व संगठन मंत्री) जयशंकर ठाकुर ,युवा गायक राहुल ठाकुर 'विक्की' सहित नगरा ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष रामू ठाकुर मौजूद रहे।
कांग्रेस पर बरसे अमित शाह, बोले मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया, वे भ्रम फैला रहे

#union_minister_amit_shah_press_conference

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान डॉ. बीआर आंबेडकर को लेकर दिए बयान पर सियासत गरमा गई है। विपक्ष लगातार शाह से इस्तीफा मांग रहा है। अब गृह मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटवार किया। अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने संसद में हुई चर्चा के तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। यह कांग्रेस ने इसलिए किया क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने फैक्ट के साथ विषय रखे, इससे ये तय हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी, आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है।

शाह ने कहा, विगत सप्ताह में संसद में लोकसभा और राज्यसभा में संविधान को स्वीकार किए हुए 75 साल के मौके पर संविधान की रचना, संविधान निर्माताओं के योगदान और संविधान में प्रस्थापित किए गए आदर्शों पर एक गौरवमयी चर्चा का आयोजन हुआ। इस चर्चा में 75 साल की देश की गौरव यात्रा, विकास यात्रा और उपलब्धियों की भी चर्चा होनी थी। उन्होंने कहा कि 'ये तो स्वाभाविक है कि जब लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष-विपक्ष होते हैं, तो हर मुद्दे पर लोगों का, दलों का और वक्ताओं का नजरिया अलग-अलग होता है। मगर संसद जैसे देश के सर्वोच्च लोकतांत्रिक फोरम में जब चर्चा होती है, तब इसमें एक बात कॉमन होती है कि बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए।

गृहमंत्री ने कहा, कल से कांग्रेस ने जिस प्रकार तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर रखने का प्रयास किया है वो निंदनीय है। मैं इसकी निंदा करना चाहता हूं। ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने संविधान पर, संविधान की रचना के मूल्यों पर और जब-जब कांग्रेस या भाजपा का शासन रहा, तब शासन ने संविधान के मूल्यों का किस तरह से मूल्यांकन, संरक्षण और संवर्धन किया, इस पर तथ्यों और अनेक उदाहरण के साथ भाजपा के वक्ताओं ने विषय रखे।

कांग्रेस आंबेडकर जी की विरोधी पार्टी-शाह

अमित शाह ने कहा, इससे तय हो गया कि कांग्रेस आंबेडकर जी की विरोधी पार्टी है, कांग्रेस आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया, कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के सारे मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी, नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कांग्रेस के शासन में हुई।

कांग्रेस ने बाबासाहेब को हाशिये पर धकेलने का काम किया-शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है। संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था। बाबा साहेब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कांग्रेस ने उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया।

मेरे बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया-अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि मैं उस पार्टी से आता हूं जो अंबेडकर का कभी अपमान नहीं कर सकती। राज्यसभा में मैंने जो कहा है कांग्रेस ने उसे तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। कांग्रेस ने सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर भ्रांति फैलाई है। कांग्रेस आरक्षण का भी विरोध करती रही है। 31 दिसंबर 1980 को मंडल आयोग की रिपोर्ट आई, उसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया, 1990 में जब गैर कांग्रेसी सरकार आई तब मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू हुई। उस वक्त राजीव गांधी विपक्ष के नेता थे, जिन्होंने ओबीसी आरक्षण के विरोध में लंबा भाषण दिया था।

बेगूसराय में गड्ढे में पलटी पुलिस की गाड़ी, चार घायल
बेगूसराय के मां शैल पेट्रोल पंप असुरारी के समीप तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से पुलिस वाहन पलटने से चार लोग घायल गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना में पुलिस अवर निरीक्षक रुबी कुमारी, आरक्षी सोनू कुमार, स्वामी विवेकानंद भाटी एवं पुलिस वाहन का निजी चालक अमरजीत कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए।

जानकारी मिलते ही बरौनी थानाध्यक्ष रंजन कुमार ठाकुर मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया। जहां इलाज कराया गया है। घायल कर्मियों ने बताया कि रात करीब 12:00 बजे वह लोग पेट्रोल पंप के समीप NH किनारे गाड़ी लगाए हुए थे। इसी दौरान तेज रफ्तार से आए पिकअप ने पीछे से ठोकर मार दिया। जिसमें हमारी गश्ती गाड़ी भीषण रूप से पलट कर गड्ढे में चली गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि सूचना मिलते ही हम लोग तुरंत पहुंचे। सभी घायल को नजदीक के अस्पताल में लाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी ठीक हैं। धक्का मारने वाले वाहन की पहचान की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट
रायपुर नगर निगम में हुआ वार्डों का आरक्षण, जानिए किन वार्डों में महिलाओं को मिला मौका…

रायपुर-     छत्तीसगढ़ के रायपुर-बलौदाबाजार समेत कई जिलों में नगरीय निकाय चुनाव 2024-25 के लिए तैयारियां शुरू हो गई है. राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक भवन में रायपुर के 70 वार्डों के लिए आरक्षण सूची जारी हो गई है. प्रक्रिया का उद्देश्य आगामी चुनावों में सभी वर्गों का समान प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करना है.

देखें लिस्ट:

वहीं कलेक्ट्रेट कार्यालय सभा कक्ष में वार्डों के आरक्षण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में आरक्षण प्रक्रिया जारी है.

जिले के विभिन्न नगरीय निकायों, नगरपालिका बलौदाबाजार, भाटापारा, नगर पंचायत सिमगा, कसडोल, टुंडरा, लवन और पलारी के वार्डों का आरक्षण किया जाएगा, जिसमें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग, सामान्य और महिलाओं के लिए वार्डों का आरक्षण तय किया जाएगा.

चीन अपनी परमाणु शक्ति बढ़ा रहा, तैयार किए 600 न्यूक्लियर हथियार, भारत के लिए कितना बड़ा खतरा?

#ischinacontinuouslyincreasingitsnuclearpower

चीन अपने न्यूक्लियर पावर को लगातार बढ़ा रहा है। दावा किया रहा है कि उसने अपने लिए 600 के करीब परमाणु हथियार भी तैयार करके रखा है। ये दावा पेंटागन की रिपोर्ट में किया गया है। इस रिपोर्ट में इस दावे के साथ-साथ कई चौकाने वाले खुलासे भी किए गए हैं।इसमें कहा गया है कि 2030 के अंत तक चीन के पास 1000 से ज्यादा परमाणु बम होंगे। इनमें से कई को पूरी तरह से तैनाती के मोड पर रखे जाने की योजना है।चीन जिस तरह से अपने परमाणु बमों के भंडार को बढ़ा रहा है, वह भारत और अमेरिका के लिए बड़ा खतरा है।

पेंटागन की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन अपने परमाणु हथियारों की संख्या में लगातार इजाफा करने में जुटा है। अगर वह इसी गति से परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ाता रहा तो वर्ष 2030 उसके पास 1000 परमाणु हथियार होंगे।रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की वायु सेना अपने टेक्नोलॉजी स्टैंडर्ड में सुधार कर रही है और तेजी से टेक्नोलॉजी को अमेरिकी मानकों के बराबर ला रही है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ने अपने ड्रोन आधुनिकीकरण के प्रयास जारी रखे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन ड्रोन के लिए झुंड क्षमताओं को विकसित करने में पर्याप्त प्रयास कर रहा है। अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि सुधारों के बावजूद, चीन की एयर फोर्स यूएस एयर फोर्स के बराबर या उससे आगे नहीं निकल पाई है।

इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें विकसित कर रहा चीन

पेंटागन की इस रिपोर्ट के अनुसार चीन बीते कुछ समय से अपनी सेना को और अधिक अत्याधुनिक हथियारों से लैस करने में जुटा है। यही वजह है कि वह लगातार ऐसी मिसाइलें भी बना रहा है जो दुश्मनों की नींद उड़ा सके। रिपोर्ट के अनुसार चीन नई इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें विकसित करने पर जोर दे रहा है। ऐसा करने से उसकी परमाणु सक्षम मिसाइल ताकतों में इजाफा होगा। इसके साथ-साथ अनुमान लगाया जा रहा है कि चीन पारंपरिक रूप से सशस्त्र इंटरकॉन्टिनेंटल रेंज मिसाइल सिस्टम विकसित करने पर विचार कर सकता है।

अमेरिका शहरों पर तक हमला करने की क्षमता

इसमें कहा गया है कि चीन एडवांस न्यूक्लियर डिलीवरी सिस्टम विकसित कर रहा है। इसे अमेरिका से दीर्घकालिक चुनौती को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। पीपल्स रिपब्लिक आर्मी की बढ़ती हुई न्यूक्लियर फोर्स इसे अमेरिकी शहरों, सैन्य सुविधाओं और नेतृत्व स्थलों को निशाना बनाने में सक्षम करेगी। चीन की योजना ऐसे हथियार तैयार करने की है जो बहुत अधिक स्तर पर नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखते हों।

वॉरशिप और सबमरीन

रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन के पास 370 से अधिक प्लेटफार्मों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी नेवी है। जहाजों की संख्या 2025 तक 395 और 2030 तक 435 जहाजों तक बढ़ने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की नेवी के पास वर्तमान में छह न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन, छह न्यूक्लियर सबमरीन और 48 डीजल से चलने वाली या एयर फ्री अटैक सबमरीन हैं। 2025 तक सबमरीन बल बढ़कर 65 और 2035 तक 80 तक पहुंचने की उम्मीद है।

रूस और उत्तर कोरिया से चीन ने बनाई दूरी

इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीन ने सार्वजनिक रूप से रूस और उत्तर कोरिया के बढ़ते रक्षा संबंधों से खुदको दूर कर लिया है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि शायद उसे लगता है कि इन देशों से नजदीकी उसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचा सकती है।

अंबेडकर विवाद पर अरविंद केजरीवाल ने नीतीश कुमार-चंद्रबाबू नायडू को लिखी चिट्ठी, जानें क्या कहा

#arvind_kejriwal_wrote_a_letter_to_nitish_and_chandrababu_naidu

राज्यसभा में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर को लेकर अमित शाह के दिए बयान ने देश की सियासत में उबाल ला दिया है। कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी दल इसे लेकर शाह और पूरी बीजेपी पर हमलावर हैं। इस बीच दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने नया दांव खेला है। केजरीवाल ने एनडीए के साथी दलों जेडीयू और टीडीपी के मुखिया नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। केजरीवाल ने दोनों नेताओं से कहा कि लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। आप भी इसपर विचार करें।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू को चिट्ठी लिखी है। उन्होंने यह चिट्ठी गृह मंत्री अमित शाह की ओर से बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर पर दिए गए बयान के संबंध में लिखी है। इसमें उन्होंने लिखा है कि बाबा साहब नेता नहीं, इस देश की आत्मा हैं।हाल ही में संसद में, गृहमंत्री की ओर से दिया गया बयान न केवल अपमानजनक है बल्कि भाजपा की बाबासाहेब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है। देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ये बयान देने के बाद अमित शाह जी ने माफी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया।

दिल्ली के पूर्व सीएम ने आगे लिखा, 'बाबासाहेब के बारे में ऐसा कहने का साहस आखिर भाजपा ने कैसे किया? प्रधान मंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से अमित शाह जी के बयान का समर्थन किया। इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया।लोगों को लगने लगा है कि बाबा साहेब को चाहने वाले अब भाजपा का समर्थन नहीं कर सकते। बाबा साहेब सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं। अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा, बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते, लोग चाहते हैं आप भी इस मसले पर गहराई से विचार करें।

महाकुंभ में 'दक्ष' पुलिस करेगी 45 करोड़ श्रद्धालुओं की सुरक्षा

डेस्क:–योगी सरकार महाकुंभ-2025 के आयोजन के लिए विभिन्न आयामों से तैयारी कर रही है। महाकुंभ-2025 की सुरक्षा और सफलता सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार महाकुंभ मेला पुलिस, ड्यूटी में आए पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षण और परीक्षा के जरिए दक्ष बनाने के लिए नवीन प्रयोग कर रही है। इसी क्रम में पुलिस कर्मियों की तैयारियों को परखने और उन्हें हर चुनौती का सामना करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से विशेष प्रशिक्षण सत्र और परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। प्रशिक्षण सत्रों में आपदा प्रबंधन, यातायात व्यवस्था, श्रद्धालुओं से व्यवहार और महाकुंभ के धार्मिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं पर गहन जानकारी दी जा रही है। प्रशिक्षण के बाद आयोजित लिखित परीक्षा में पुलिस कर्मियों की तत्परता का मूल्यांकन किया जा रहा है, ताकि महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और सेवा का सर्वोत्तम मानक सुनिश्चित किया जा सके।

वहीं, लिखित परीक्षा में प्रशिक्षण के दौरान बताए गए विभिन्न आयामों से संबंधित सवालों को पूछा जा रहा है, जिसमें आपदा से बचने, श्रद्धालुओं से व्यवहार और महाकुंभ के धार्मिक एवं आध्यात्मिक पहलुओं से संबंधित प्रश्न पूछे जा रहे हैं। महाकुंभ मेला में आए पुलिसकर्मियों को ड्यूटी के लिए पूरी तरह तैयार करने के लिए उनकी क्लास चलाई जा रही है और तैयारियों को परखने के लिए परीक्षा भी कराई जा रही है। एसएसपी महाकुंभ मेला राजेश कुमार द्विवेदी के अनुसार महाकुंभ मेला ड्यूटी में आने वाले सभी पुलिसकर्मियों के लिए अनिवार्य प्रशिक्षण क्लास चलाई जा रही है, जो सुरक्षा, आपदा और व्यावहारिक पहलुओं जैसे विभिन्न आयामों पर आधारित है।

इसके बाद क्लास में बताई गई जानकारी के अनुसार उनकी परीक्षा कराई जा रही है, जिसमें महाकुंभ मेला में आपदा को पहचानना, आपदा की स्थिति में त्वरित समाधान, रास्तों की जानकारी, महाकुंभ की आध्यात्मिक एवं धार्मिक जानकारी और भौगोलिक स्थितियों से संबंधित सवाल पूछे जा रहे हैं। पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षण संदीप वर्मा ने बताया कि प्रश्नपत्र का प्रारूप बहुविकल्पीय है। 100 नंबर के प्रश्न पत्र में 20 सवाल पूछे जा रहे हैं। परीक्षा का समय एक घंटे निर्धारित है। परीक्षा में फेल होने पर उनको दोबारा तीन दिनों का प्रशिक्षण क्लास करने और परीक्षा देने का प्रावधान है। जिससे पुलिसकर्मी महाकुंभ में ड्यूटी करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएं।कुशीनगर से आए इंस्पेक्टर विनय कुमार सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद परीक्षा देने से हम लोगों को महाकुंभ की भली-भांति जानकारी हो गई है। अब पुलिस मेले की ड्यूटी के लिए पूर्णतया तैयार है।

ट्रैफिक सब इंस्पेक्टर संजय कुमार चौबे ने बताया कि यहां आने पर महाकुंभ के बारे में नई जानकारियां मिली है, जो ड्यूटी में सहायक होंगी। महिला कांस्टेबल स्वेतलाना मौर्य ने बताया कि पूरे पुलिस फ़ोर्स को इस तरह से ट्रेंड किया जा रहा है, जिससे असली परीक्षा महाकुंभ के शुरू होने पर वे डिस्टिंक्शन नंबरों से पास हो जाएं। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने बताया, महाकुंभ के दौरान पुलिसकर्मियों के लिए सभी तरह की ड्यूटी चुनौती पूर्ण होगी। इसके लिए पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण और परीक्षा के माध्यम से हर तरह से तैयार किया जा रहा है, जिससे वो अपनी ड्यूटी से भिज्ञ रहते हुए किसी भी परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार रहें।
पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को लगा झटका, अमेरिका ने तीन कंपनियों पर लगाए प्रतिबंध

#usadditionalsanctionsonentitiescontributingtopakistanballisticmissileprogram

अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को बड़ा झटका दिया है।अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में योगदान देने वाली तीन संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया। इसमें पाकिस्तानी सरकार के स्वामित्व वाले राष्ट्रीय विकास परिसर (एनडीसी) और उससे जुड़ी कराची स्थित तीन कंपनियों पर प्रतिबंध शामिल है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने खुलासा किया कि प्रतिबंध एक कार्यकारी आदेश के तहत जारी किए गए थे।

विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने एक बयान में कहा कि नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स और तीन कंपनियों पर लगाए गए ये प्रतिबंध एक कार्यकारी आदेश के तहत लगाए गए हैं। प्रतिबंधों के तहत लक्षित संस्थाओं से संबंधित किसी भी अमेरिकी संपत्ति को जब्त कर लिया जाएगा तथा अमेरिकियों को उनके साथ व्यापार करने से रोक दिया जाएगा। इसका उद्देश्य सामूहिक विनाश के हथियारों के प्रसार और उन्हें वितरित करने के लिए इस्तेमाल की जानी वाली टेक्नोलॉजी पर अंकुश लगाना था।

पाक ने कहा कार्रवाई दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण

इधर, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि अमेरिका की कार्रवाई “दुर्भाग्यपूर्ण और पक्षपातपूर्ण” है और “सैन्य विषमताओं को बढ़ाने के उद्देश्य से” क्षेत्रीय स्थिरता को नुकसान पहुंचाएगी, जो परमाणु-सशस्त्र भारत के साथ देश की प्रतिद्वंद्विता का स्पष्ट संदर्भ है। विदेश विभाग के एक बयान में कहा गया है कि इस्लामाबाद स्थित एनडीसी ने देश के लंबी दूरी के बैलिस्टिक-मिसाइल कार्यक्रम और मिसाइल-परीक्षण उपकरणों के लिए कंपोनेंट्स प्राप्त करने की मांग की है।

पाकिस्तान के पास 170 परमाणु बम

बुलेटिन ऑफ द एटॉमिक साइंटिस्ट्स के शोध से पता चलता है कि पाकिस्तान के हथियार भंडार में अब लगभग 170 परमाणु बम हैं। पाकिस्तान ने 1998 में अपना पहला परमाणु परीक्षण किया। पाकिस्तान परमाणु हथियारों के प्रसार को रोकने से जुड़े अंतरराष्ट्रीय समझौता से बाहर है। प्रतिबंधों में तीन निजी कंपनियों-एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड और रॉकसाइड एंटरप्राइज शामिल हैं। इन पर एनडीसी के मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरण हासिल करने में मदद का आरोप है।

Anmol Solanki’s Journey: A Tale of Resilience and Stardom

Anmol Solanki’s life is a powerful testament to perseverance and grit. His story, marked by tragedy, sacrifice, and ultimate success, serves as an inspiration to many.  

At just one year old, Anmol lost his father, a devastating loss that placed the burden of raising him and his sister solely on his mother’s shoulders. A hardworking Anganwadi worker, she instilled in him the values of strength and determination. However, life dealt another cruel blow in 2014, when his mother suffered a brain hemorrhage. For six months, Anmol cared for her during dialysis treatments, but in May 2016, he lost her too.  

Left to support himself and his sister, Anmol faced harsh realities. To make ends meet, he dropped out of school and took on work as a waiter, earning just ₹500 per day. Despite the financial struggles, his resilience never wavered. The turning point came when his sister secured a job, enabling him to complete his education.  

As life began to stabilize, the COVID-19 pandemic struck, bringing further uncertainty. Yet Anmol refused to let adversity define him. Instead, he saw it as an opportunity to chase his dreams. He stepped into the entertainment industry and landed his breakthrough role in Netflix's Jamtara, a crime drama that put him on the map.  

The success of Jamtara paved the way for more opportunities, including a significant role in Shakti 2 on Colors TV. Sharing the screen with established actors like Rubina Dilaik, Kamya Punjabi, and Sudesh Berry, Anmol proved his talent and cemented his place in the entertainment world.  

Capitalizing on his growing popularity, Anmol entered the realm of social media influencing. With an authentic voice and a compelling personal story, he quickly struck a chord with audiences. Partnering with leading brands, he successfully built his image as a lifestyle influencer, inspiring countless individuals who see in him the embodiment of resilience and determination.  

Now, at just 25 years old, Anmol Solanki’s journey stands as a shining example of how hard work and an unyielding spirit can overcome even the greatest challenges. From working as a waiter to becoming a celebrated actor and influencer, his story is proof that dreams can indeed come true—if one has the courage to pursue them relentlessly.

हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जजों को मिल रही कितनी पेंशन? सुप्रीम कोर्ट ने बताया बेहद दयनीय

#supreme_court_pension_issue_retired_high_court_judges

सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जजों को मिलने वाली पेंशन को लेकर निराशा जाहिर की है। जस्टिस बीआर गवई और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि हाईकोर्ट के कुछ रिटायर्ड जजों को 10,000 रुपये से 15,000 रुपये के बीच पेंशन दिए जा रहे हैं। यह दयनीय है।न्यायमूर्ति बीआर गवई और न्यायमर्ति केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि हर मामले में कानूनी दृष्टिकोण अपनाना ठीक नहीं है। कुछ मामलों में मानवीय दृष्टिकोण भी अपनाया जाए।

उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों की पेंशन से जुड़े मुद्दे वाली याचिका पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई की। इस दौरान सरकार की ओर पेश हुए अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी ने पीठ से अनुरोध किया कि मामले की सुनवाई जनवरी में की जाए। सरकार इस मुद़्दे को सुलझाने का प्रयास करेगी।

पीठ ने सुनवाई के दौरान कहा कि यह अच्छा होगा कि आप उन्हें पूरी स्थिति के बारे में समझाएं कि हमारे हस्तक्षेप से भी बचा जाना चाहिए।पीठ ने कहा कि इस मामले पर कोई भी निर्णय अलग-अलग मामलों के आधार पर नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट की ओर से जो भी निर्णय लिया जाएगा। यह निर्णय सभी उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों पर समान रूप से लागू होगा। पीठ ने कहा कि अब इस मामले की 8 जनवरी को सुनवाई होगी।

उच्च न्यायालय के एक रिटायर्ड जज ने पीठ के समक्ष याचिका दायर की थी. पीठ उस पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें केवल 15,000 रुपये की ही पेंशन मिल रही है। डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में 13 साल तक न्यायिक अधिकारी के रूप में सेवा दी थी। उसके बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में पदोन्नत किए गये थे।

यह मामला पहली बार नहीं है जब न्यायालय ने इस तरह की समस्या पर चिंता जताई है। मार्च में, शीर्ष अदालत ने कहा था कि पेंशन लाभ की गणना में यह भेदभाव नहीं किया जा सकता कि न्यायाधीश बार से आए हैं या जिला न्यायपालिका से पदोन्नत हुए हैं. अदालत ने यह भी कहा कि पेंशन का निर्धारण अंतिम वेतन के आधार पर होना चाहिए। अदालत ने पूर्व में यह भी बताया कि कुछ न्यायाधीशों को केवल 6,000 रुपये तक की पेंशन दी जा रही थी, जो कि उनके पद और सेवा के मानदंडों के खिलाफ है।

बलिया:भिखारी ठाकुर की धूमधाम से मनाई गयी 137वीं जयन्ती
ओमप्रकाश वर्मा नगरा(बलिया)। महान कलाकार की वजह से भोजपुरी भाषा को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पहचान मिली. भिखारी ठाकुर की 137वीं जयंती:  18 दिसंबर 1887  को शाहाबाद प्रेसीडेंसी अर्थात सारण जिले के दियारा इलाका स्थित कुतुबपुर गांव में जन्मे भिखारी ठाकुर संघर्ष की उपज थे. भिखारी ठाकुर हासिए पर खड़े लोगों की आवाज थे। भिखारी ठाकुर इनका जन्म 1887 ई को छपरा बिहार में हुआ था। वह पहले नाई का काम करते थे। वे रोजी-रोटी है तलाश में खड़कपुर गए। वहां उन्होंने रामलीला मंचन देकर घर लौटे तो कला का प्रतिउनकी रुचि जगी और स्वयं रामलीला मंजन करने लगे। 1917 में अपनी नाच मंडली का गठन किया। लोक नृत्य के माध्यम से वे समाज में व्याप्त कुरितयों पर भी वार किया करते थे। विदेशिया, बेटी- बेचवा उनकी उल्लेखनीय रचना है।अखिल भारतीय नाई महासभा के द्वारा बुधवार को नगरा के प्राचीन दुर्गा मंदिर पर ब्लॉक के स्वजातीय बन्धुओ ने भोजपुरी के जनक एवम् भोजपुरी के शेक्सपियर दादा भीखारी ठाकुर जी की 137वीं जयंती मनाई गई। इस जयंती समारोह में लल्लन ठाकुर जी (पूर्व जिलाध्यक्ष) दिनेश ठाकुर जी (पूर्व एडिटर) अजित ठाकुर (पूर्व सूचना मंत्री) लालबहदुर ठाकुर, उत्तम ठाकुर (पूर्व संगठन मंत्री) जयशंकर ठाकुर ,युवा गायक राहुल ठाकुर 'विक्की' सहित नगरा ब्लॉक के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष रामू ठाकुर मौजूद रहे।
कांग्रेस पर बरसे अमित शाह, बोले मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया, वे भ्रम फैला रहे

#union_minister_amit_shah_press_conference

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के राज्यसभा में संविधान पर चर्चा के दौरान डॉ. बीआर आंबेडकर को लेकर दिए बयान पर सियासत गरमा गई है। विपक्ष लगातार शाह से इस्तीफा मांग रहा है। अब गृह मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटवार किया। अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस ने संसद में हुई चर्चा के तथ्यों को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। यह कांग्रेस ने इसलिए किया क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने फैक्ट के साथ विषय रखे, इससे ये तय हो गया कि कांग्रेस अंबेडकर विरोधी, आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है।

शाह ने कहा, विगत सप्ताह में संसद में लोकसभा और राज्यसभा में संविधान को स्वीकार किए हुए 75 साल के मौके पर संविधान की रचना, संविधान निर्माताओं के योगदान और संविधान में प्रस्थापित किए गए आदर्शों पर एक गौरवमयी चर्चा का आयोजन हुआ। इस चर्चा में 75 साल की देश की गौरव यात्रा, विकास यात्रा और उपलब्धियों की भी चर्चा होनी थी। उन्होंने कहा कि 'ये तो स्वाभाविक है कि जब लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष-विपक्ष होते हैं, तो हर मुद्दे पर लोगों का, दलों का और वक्ताओं का नजरिया अलग-अलग होता है। मगर संसद जैसे देश के सर्वोच्च लोकतांत्रिक फोरम में जब चर्चा होती है, तब इसमें एक बात कॉमन होती है कि बात तथ्य और सत्य के आधार पर होनी चाहिए।

गृहमंत्री ने कहा, कल से कांग्रेस ने जिस प्रकार तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर रखने का प्रयास किया है वो निंदनीय है। मैं इसकी निंदा करना चाहता हूं। ये इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा के वक्ताओं ने संविधान पर, संविधान की रचना के मूल्यों पर और जब-जब कांग्रेस या भाजपा का शासन रहा, तब शासन ने संविधान के मूल्यों का किस तरह से मूल्यांकन, संरक्षण और संवर्धन किया, इस पर तथ्यों और अनेक उदाहरण के साथ भाजपा के वक्ताओं ने विषय रखे।

कांग्रेस आंबेडकर जी की विरोधी पार्टी-शाह

अमित शाह ने कहा, इससे तय हो गया कि कांग्रेस आंबेडकर जी की विरोधी पार्टी है, कांग्रेस आरक्षण विरोधी और संविधान विरोधी पार्टी है। कांग्रेस ने सावरकर जी का भी अपमान किया, कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर संविधान के सारे मूल्यों की धज्जियां उड़ा दी, नारी सम्मान को भी वर्षों तक दरकिनार किया, न्यायपालिका का हमेशा अपमान किया, सेना के शहीदों का अपमान किया और भारत की भूमि तक को संविधान तोड़कर दूसरे देशों को देने की हिमाकत कांग्रेस के शासन में हुई।

कांग्रेस ने बाबासाहेब को हाशिये पर धकेलने का काम किया-शाह

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, कांग्रेस ने फिर एक बार अपनी पुरानी पद्धति को अपनाकर, बातों को तोड़-मरोड़कर और सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर समाज में भ्रांति फैलाने का एक कुत्सित प्रयास किया है। संसद में चर्चा के दौरान ये सिद्ध हो गया कि बाबा साहेब अंबेडकर का कांग्रेस ने किस तरह से पुरजोर विरोध किया था। बाबा साहेब के न रहने के बाद भी किस प्रकार से कांग्रेस ने उन्हें हाशिये पर धकेलने का प्रयास किया।

मेरे बयान को तोड़ा-मरोड़ा गया-अमित शाह

अमित शाह ने कहा कि मैं उस पार्टी से आता हूं जो अंबेडकर का कभी अपमान नहीं कर सकती। राज्यसभा में मैंने जो कहा है कांग्रेस ने उसे तोड़ मरोड़ कर पेश किया है। कांग्रेस ने सत्य को असत्य के कपड़े पहनाकर भ्रांति फैलाई है। कांग्रेस आरक्षण का भी विरोध करती रही है। 31 दिसंबर 1980 को मंडल आयोग की रिपोर्ट आई, उसे भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया, 1990 में जब गैर कांग्रेसी सरकार आई तब मंडल आयोग की रिपोर्ट लागू हुई। उस वक्त राजीव गांधी विपक्ष के नेता थे, जिन्होंने ओबीसी आरक्षण के विरोध में लंबा भाषण दिया था।

बेगूसराय में गड्ढे में पलटी पुलिस की गाड़ी, चार घायल
बेगूसराय के मां शैल पेट्रोल पंप असुरारी के समीप तेज रफ्तार वाहन की टक्कर से पुलिस वाहन पलटने से चार लोग घायल गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना में पुलिस अवर निरीक्षक रुबी कुमारी, आरक्षी सोनू कुमार, स्वामी विवेकानंद भाटी एवं पुलिस वाहन का निजी चालक अमरजीत कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए।

जानकारी मिलते ही बरौनी थानाध्यक्ष रंजन कुमार ठाकुर मौके पर पहुंचे और सभी घायलों को समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया। जहां इलाज कराया गया है। घायल कर्मियों ने बताया कि रात करीब 12:00 बजे वह लोग पेट्रोल पंप के समीप NH किनारे गाड़ी लगाए हुए थे। इसी दौरान तेज रफ्तार से आए पिकअप ने पीछे से ठोकर मार दिया। जिसमें हमारी गश्ती गाड़ी भीषण रूप से पलट कर गड्ढे में चली गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि सूचना मिलते ही हम लोग तुरंत पहुंचे। सभी घायल को नजदीक के अस्पताल में लाया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद सभी ठीक हैं। धक्का मारने वाले वाहन की पहचान की जा रही है।

बेगूसराय से नोमानुल हक की रिपोर्ट