क्या भारत टैरिफ कटौती पर सहमत हो गया? जानें सरकार का जवाब


#india_made_no_tariff_cut_promise_to_us

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था भारत टैरिफ कटौती पर राजी हो गया है। वहीं, केंद्र सरकार ने अमेरिका राष्ट्रपति के उस दावे को खारिज कर दिया है। भारत का कहना है कि अब तक ऐसा कोई समझौता हुआ ही नहीं।सरकार ने सोमवार को एक संसदीय पैनल को बताया कि इस मुद्दे पर अमेरिका से कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई गई है। साथ ही सरकार ने इस मुद्दे को हल करने के लिए सितंबर तक का समय मांगा है, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति बार-बार उठा रहे हैं।

बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप बार-बार टैरिफ का मुद्दा उठा रहे हैं। ट्रंप ने पिछले दिनों दावा किया था कि भारत टैरिफ कटौती पर सहमत हो गया है। जब कि भारत का कहना है कि इस मुद्दे पर अमेरिका संग अब तक कोई समझौता नहीं हुआ है, दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है। ट्रंप के दावे के दो दिन बाद भारत सरकार ने सोमवार को संसदीय पैनल को ये बात बताई। सरकार ने कहा कि व्यापार शुल्क को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है। इस मुद्दे के हल के लिए सितंबर तक का समय मांगा गया है। 

कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने वाणिज्य सचिव और विदेश सचिव विक्रम मिसरी को अपने समक्ष उपस्थित होकर हाल के घटनाक्रमों के बारे में बताने को कहा था, जिसमें ट्रंप के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स शामिल हैं कि भारत अपने टैरिफ कम करने पर सहमत हो गया है। विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति के समक्ष पेश हुए, वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं। ये केवल तत्काल टैरिफ समायोजन की मांग करने के बजाय दीर्घकालिक व्यापार सहयोग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने भारत के खिलाफ टैरिफ कार्रवाइयों पर चिंताओं को दूर करने की भी कोशिश की।

वाणिज्य सचिव का तर्क था कि नई दिल्ली चीन, कनाडा और मैक्सिको के विपरीत, भारत वाशिंगटन के साथ एक व्यापार सौदे पर लगा हुआ है, जहां ट्रंप ने टैरिफ कार्रवाइयों की घोषणा की है, जिनमें से कुछ लागू भी हो गई हैं। सूत्रों ने बताया कि बर्थवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत फिलहाल पारस्परिक टैरिफ से बच सकता है, जिसकी धमकी ट्रंप ने 2 अप्रैल से दी है।

सूत्रों ने बताया कि वाणिज्य सचिव ने यह भी कहा कि व्यापार वार्ताओं के दौरान देश के हितों का ध्यान रखा जाएगा। भारत मुक्त और उदार व्यापार के पक्ष में है जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। टैरिफ वॉर से अमेरिका समेत किसी भी देश को फायदा नहीं होगा, बल्कि इससे मंदी आ सकती है।

कुछ सदस्यों ने जब सवाल किया कि कनाडा और मेक्सिको की तरह भारत शुल्कों के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद क्यों नहीं कर रहा है, तो वाणिज्य सचिव ने कहा कि दोनों देशों से कोई तुलना नहीं हो सकती क्योंकि उनके साथ अमेरिका की सुरक्षा चिंताएं एवं सीमा आव्रजन के मुद्दे हैं।

बर्थवाल ने कहा कि भारत पारस्परिक लाभ के समझौते पर हस्ताक्षर करेगा और उन उद्योगों को संरक्षित करेगा जो उसकी घरेलू अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि विकासशील देश हर चीज पर शुल्क कम नहीं कर सकते। भारत पारस्परिक व द्विपक्षीय तरीके से शुल्कों में कमी कर सकता है, लेकिन बहुपक्षीय रूप से नहीं, इसीलिए द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर वार्ता हो रही है।

तिरपाल का हिजाब पहन लें मुस्लिम मर्द...” योगी के मंत्री की ये कैसी सलाह


#upministerraghurajsinghcontroversial_statement

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्री रघुराज सिंह ने होली और नमाजियों को लेकर विवादित बयान दिया है।रघुराज सिंह ने कहा है कि होली पर सफेद टोपी वाले घर से बाहर तिरपाल का हिजाब पहनकर निकलें। योगी सरकार में श्रम एवं सेवायोजना विभाग के दर्जा प्राप्त मंत्री ने कहा है कि तिरपाल के हिजाब पहननेसे उनकी टोपी और शरीर बचा रहेगा।

दरअसल, इस बार होली का पर्व और जुमे एक ही दिन पड़ रहा है। जुमे की नाम के समय को लेकर यूपी में घमासान मचा है। रघुराज सिंह ने इसी को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है की होली में जिसको रंग से बचना है वह तिरपाल का हिजाब पहने जैसे मुस्लिम महिलाएं पहनती हैं वैसे पुरुष भी पहनें ताकि उनकी टोपी और शरीर बचा रहे अन्यथा वह घर पर रहे। उन्होंने कहा कि होली में व्यवधान उत्पन्न करने वालों की तीन जगह हैं, जेल या प्रदेश छोड़ दे अन्यथा यमराज के पास अपना नाम लिखवा दे। 

रघुराज सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने राज्य स्थित अलीगढ़ में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मंदिर बनने की मांग का समर्थन किया। रघुराज सिंह ने यह भी कहा कि एएमयू में मंदिर बनेगा इन लोगों को बहुसंख्यकों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एएमयू में राममंदिर बने इसकी मांग करता हूं. अगर बनता है तो सबसे पहली ईंट मैं रखूंगा। वहां मंदिर के लिये अपना सबकुछ न्योछावर कर सकते हैं।

अनुज चौधरी के बयान पर भी विवाद

इससे पहले यूपी पुलिस के अधिकारी अनुज चौधरी ने होली और रमजान को लेकर बयान दिया था। जिसपर काफी विवाद भी हुआ। संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज चौधरी ने कहा था कि होली एक ऐसा त्योहार है जो साल में एक बार आता है, जबकि जुमे की नमाज साल में 52 बार होती है। सीओ चौधरी ने कहा था कि अगर किसी को होली के रंगों से असहजता महसूस होती है, तो उन्हें उस दिन घर के अंदर ही रहना चाहिए, जो लोग बाहर निकलते हैं, उन्हें व्यापक सोच रखनी चाहिए, क्योंकि त्योहार एक साथ मिलकर मनाए जाने चाहिए।

Tusker Trunk: Redefining Travel with Stylish, Secure, and Durable Luggage.

Travel is more than just moving from one place to another—it’s about ease, efficiency, and style. Tusker Trunk’s premium trolleys are designed to enhance every journey with advanced security features and hassle-free mobility. Whether you need a sleek trolley for daily use or a spacious one for long trips, the brand offers thoughtfully crafted solutions for modern travelers. With a focus on durability, functionality, and elegant design, Tusker Trunk ensures that every trip, whether for business or leisure, is smooth and stress-free.

The eco-friendly building materials at Tusker Trunk enable sustainable production while maintaining dependable product strength. The approach enhances durability, making each travelling bag for man shock-resistant with its robust shell design. The advanced anti-theft zipper system provides enhanced security, ensuring double protection for international passengers. The 360° wheels set includes 8 silent spinner wheels for smooth movement on all floor types, helping customers effortlessly manage large trolley bags. Tusker Trunk’s Exclusive Wide-Handle Trolley – unlike traditional telescopic handles – offers better weight distribution, enhanced stability, and a more ergonomic grip, reducing strain while maneuvering. The brand also provides a telescopic luggage bag trolley system.

A fundamental security element exists in Tusker Trunk’s luggage collection. Every model contains a combination lock and TSA-compliant locks, offering better safety for modern travelers. The 20-inch cabin luggage includes tech-friendly benefits like an integrated USB charging system. The premium model’s storage pouch maintains dryness with a dedicated compartment for essentials.

The company subjects each trolley bag to rigorous tests to fulfill strict performance requirements. Procedures assess bag trolley bag system jerks, shell impact, and drop maneuvers for durability. Wheels and handlebars undergo functionality tests to ensure they withstand regular use. With 3-year shell protection and 1-year accessory coverage, the brand guarantees quality for frequent travelers.

The product line offers varied options in materials, dimensions, and colors. The Sapphire and Jade series highlight polypropylene toughness, while the Microlite series focuses on ABS (acrylonitrile-butadiene-styrene) strength. The Garnet and Pearl series, made from co-extrusion polycarbonate, include TSA locks and USB charging in premium colors. Customers can choose 20-inch, 24-inch, or 28-inch luggage, with a two-piece or trolley bag set of 3 options available.

For those seeking high-end trolley bags, Tusker Trunk’s trolley bag set of 3 combines innovation with premium features, including a wide-handle trolley for enhanced comfort and control, along with a top-notch silent wheels set of 8 that ensures smooth, noise-free movement, offering cost-effective solutions for all travelers.

Tusker Trunk distinguishes itself through superior products, customer experiences, and creative advancements. The brand unites secure design with style and durability, letting travelers focus on their adventures. Explore www.tuskertrunk.com to find your ideal travel companion.

मॉरिशस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, प्रधानमंत्री-स्पीकर समेत सभी मंत्री तक पहुंचे एयरपोर्ट


#pmmodimauritius_visit

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की सुबह मॉरीशस पहुंचे। पीएम मोदी का मॉरीशस दौरा दो दिनों का है। इन दो दिनों में भारत और मॉरीशस के बीच रिश्तों का नया अध्याय शुरू होगा। पीएम मोदी 12 मार्च को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। भारतीय नौसेना के एक जहाज के साथ भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी समारोह में भाग लेगी। पीएम मोदी अपने इस दौरे के दौरान भारत और मॉरीशस क्षमता निर्माण, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मॉरिशस पहुंचने पर एयरपोर्ट पर काफी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया गया।मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम समेत शीर्ष हस्तियों ने पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम नवीन ने पीएम मोदी को माला पहनाई और गले लगाकर उनका अपने देश में अभिनंदन किया। इस दौरान पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

पीएम मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर 200 गणमान्य लोग

पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के साथ उप प्रधानमंत्री, मॉरीशस के मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के स्पीकर, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री, कैबिनेट सचिव, ग्रैंड पोर्ट डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के अध्यक्ष और कई अन्य लोग भी मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर कुल 200 गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें सांसद, विधायक, राजनयिक दल और धार्मिक नेता शामिल थे।

क्यों खास है पीएम मोदी का मॉरिशस दौरा?

पीएम मोदी का मॉरिशस का दौरा काफी ज्यादा अहम माना जा रहा है। इस दौरे के दौरान दोनों देशों के रिश्तों में और भी गहराई आने की उम्मीद है। साथ ही, पीएम मोदी और मॉरिशस के प्रधानमंत्री के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

भारत के लिए क्यों अहम है मॉरीशस

भारत मॉरीशस के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है। सिंगापुर के बाद मॉरीशस 2023-24 के लिए भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत था। यह प्रधानमंत्री मोदी की 2015 के बाद पहली मॉरीशस यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी की वर्तमान यात्रा से विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार को और अधिक मजबूत करने के लिए इस यात्रा के दौरान कई नई परियोजनाओं की शुरुआत की जा सकती है। भारत मॉरीशस में बुनियादी ढांचे, डिजिटल टेक्नोलॉजी और स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश कर रहा है, जिससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे।

रूस ने दो ब्रिटिश राजनयिकों को ‘जासूसी’ के लिए निष्कासित किया; ब्रिटेन ने आरोप को ‘निराधार’ बताया

#russia_expels_two_british_diplomats_for_spying

AP

रूस ने सोमवार को मास्को स्थित अपने दूतावास से दो ब्रिटिश राजनयिकों को जासूसी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में निष्कासित कर दिया, जिससे उसकी सुरक्षा को खतरा था। ब्रिटेन ने आरोपों को “दुर्भावनापूर्ण और निराधार” बताते हुए खारिज कर दिया। सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) के बयान का हवाला देते हुए दो ब्रिटिश राजनयिकों पर देश में प्रवेश की अनुमति मांगते समय गलत व्यक्तिगत डेटा प्रदान करने और “रूस की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाली कथित खुफिया और विध्वंसक गतिविधियों” में शामिल होने का आरोप लगाया।

रूस के विदेश मंत्रालय ने एक अलग बयान में कहा कि उसने ब्रिटिश दूतावास के एक अधिकारी को तलब किया है। उसने कहा, “मास्को रूसी क्षेत्र में अघोषित ब्रिटिश खुफिया अधिकारियों की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।” लंदन स्थित विदेश कार्यालय ने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब रूस ने हमारे कर्मचारियों के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण और निराधार आरोप लगाए हैं।” रूस ने दोनों राजनयिकों को दो सप्ताह के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा है, लेकिन ब्रिटेन ने यह नहीं बताया है कि क्या वह जवाबी कार्रवाई करने की योजना बना रहा है।

हाल ही में निष्कासन रूस द्वारा फरवरी 2022 में यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से राजनयिकों का आपसी निष्कासन आम बात हो गई है। रूसी समाचार आउटलेट, आरबीसी के अनुसार, 2022 की शुरुआत और अक्टूबर 2023 के बीच पश्चिमी देशों और जापान से 670 रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया गया। मॉस्को ने 346 पश्चिमी राजनयिकों को निष्कासित करके जवाब दिया। ये संख्या पिछले 20 वर्षों की संयुक्त संख्या से भी अधिक है। 

पिछले साल रूस ने सात ब्रिटिश राजनयिकों पर जासूसी करने का आरोप लगाया था, जिसे ब्रिटेन ने "निराधार" करार दिया था। सितंबर में छह निष्कासन की घोषणा की गई थी, और नवंबर में एक और निष्कासन की घोषणा की गई थी। यूक्रेन युद्ध पर ब्रिटेन के रुख और रूसी दूतावास में एक अटैची की साख को रद्द करने के उसके फैसले के कारण दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बढ़े। इसने ब्रिटेन में मास्को की राजनयिक गतिविधियों को भी सीमित कर दिया। नवंबर निष्कासन के प्रतिशोध के रूप में पिछले महीने एक रूसी राजनयिक को ब्रिटेन छोड़ने के लिए कहा गया था। मई 2024 में, ब्रिटिश सरकार ने एक रूसी राजनयिक को निष्कासित कर दिया, यह आरोप लगाते हुए कि वह एक अघोषित खुफिया अधिकारी था। रूसी दूतावास से जुड़ी कई संपत्तियों को भी जासूसी में उनके कथित उपयोग के लिए बंद कर दिया गया था। कुछ दिनों बाद, रूस ने एक ब्रिटिश रक्षा अताशे को निष्कासित करके जवाबी कार्रवाई की।

राहुल गांधी ने उठाया वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा, सदन में चर्चा की मांग

#rahul_gandhi_demands_discussion_on_voter_list

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आगे कई राज्यों में मतदाता सूचियों में कथित गड़बड़ी का मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने इस पर सदन में चर्चा की मांग की।उन्होंने कहा कि सरकार वोटर लिस्ट नहीं बनाती है, यह तो सबको पता है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं तो अच्छा होगा कि संसद में इस विषय पर चर्चा हो। बता दें कि पिछले कुछ चुनावों के बाद लगातार वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा विपक्षी दल उठा रहे हैं। महाराष्ट्र चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी ने मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप लगाया था। फिर दिल्ली विधानसभा चुनाव के वक्त आम आदमी पार्टी ने वोटर लिस्ट में फर्जी मतदाताओं को शामिल करने की मुद्दा उठाया था। बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कथित सबूत के साथ इस मुद्दे को उठाया था।

आज से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो गया है। सदन में शून्यकाल के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और कुछ दूसरे राज्यों में मतदाता सूचियों को लेकर सवाल उठे हैं। उन्होंने कहा, मैं इस बात से सहमत हूं कि मतदाता सूची सरकार नहीं बनाती, लेकिन पूरे देश में मतदाता सूची को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा, पूरा विपक्ष यह मांग कर रहा है कि मतदाता सूची पर चर्चा हो जाए।

दरअसल, उद्धव के सांसद से ठीक पहले टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने वोटर लिस्ट का मुद्दा उठाया था। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत रॉय ने कहा कि उनकी पार्टी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कागजात दिखाए हैं जिससे पता चला है कि मतदाता पहचान पत्र संख्या का दोहराव हो रहा है। उन्होंने दावा किया, कुछ गंभीर गड़बड़ी है, जिसके बारे में पहले महाराष्ट्र में बात हुई थी। हरियाणा में भी इसे लेकर बात हुई थी। तृणमूल कांग्रेस सदस्य ने पश्चिम बंगाल और असम में भी भविष्य में इस तरह की बात सामने आने की आशंका जताई।

रॉय ने कहा, पूरी मतदाता सूची में व्यापक सुधार होना चाहिए। निर्वाचन आयोग को बताना चाहिए कि यह कैसे हुआ है। रॉय के सवाल पर स्पीकर ओम बिरला ने कह दिया कि वोटर लिस्ट सरकार बनाती है क्या?

इस पर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार नहीं बनाती है, यह बात बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा, 'आपने सही बात बोली कि वोटर लिस्ट क्या सरकार बनाती है? आपने सही बोला कि सरकार वोटर लिस्ट नहीं बनाती है। मगर पूरे देश में वोटर लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष शासित हर राज्य में और खासकर महाराष्ट्र में साफ-साफ सवाल उठे हैं। पूरा विपक्ष मिलकर सिर्फ ये कह रहा है कि वोटर लिस्ट पर यहां चर्चा हो जाए। आप बनाते नहीं हैं, ये हम मानते हैं, लेकिन वोटर लिस्ट पर चर्चा तो हो जाए।

बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी वोटर लिस्ट को लेकर चुनाव आयोग को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के स्थानीय अधिकारी केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं।

SHIM CSR CLUB Students Take Part in Social Initiatives, Driving a Positive Change

A Team of dedicated management students from the prestigious Sant Hirdaram Institute of Management, BHOPAL has taken their commitment beyond the classroom by actively participating in humanitarian efforts to create a meaningful social impact. Demonstrating leadership and compassion, SHIM CSR CLUB students under the “cloth donation drive” distributed clothes to needy people.

For this purpose, students collaborated with the local organization Bal Vikas Pariyojana Aanganwadi which addresses pressing social challenges and human welfare issues. They have distributed clothes, educational materials, and footwear to the unreserved students and their parents. They also generated awareness about the quality of education for society's development.

"As aspiring business leaders, we believe that success is not just measured in financial terms but also in the positive impact we create for society," said one participating student.

Another Student shared her experience and said "These experiences have taught us the importance of empathy, teamwork, and sustainable solutions."

The prestigious institution commended the students’ dedication to social and human welfare responsibility, emphasizing the importance of integrating ethical and social welfare programs into business education. Through such initiatives, management students are not only enhancing their personal and professional growth but also reinforcing the role of business in creating a more equitable and sustainable world.

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर ईडी की रेड, बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों पर छापा

#ed_raid_on_chattisgarh_former_cm_bhupesh_baghel

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा है। ईडी की टीम ने सोमवार तड़के भिलाई स्थित भूपेश बघेल के निवास और बेटे चैतन्य बघेल के घर पर छापेमारी की। केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्यभर में कुल 14 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित आर्थिक अनियमितताओं और धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) से जुड़े मामलों को लेकर की जा रही है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में की है। ईडी दावा कर चुकी है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ, जबकि शराब सिंडिकेट ने कथित तौर पर अपराध की आय के रूप में 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की। मामले के सिलसिले में राज्य सरकार के अधिकारियों और व्यापारियों सहित कई व्यक्तियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

इसी साल ईडी ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। उनसे हुई पूछताछ के आधार पर आज तफ्तीश का दायरा अब चैतन्य बघेल तक पहुंचता हुआ दिखाई दे रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सीआईएसएफ स्थापना दिवस की दी शुभकामनाएं

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के स्थापना दिवस के अवसर पर बल के सभी वीर जवानों, अधिकारियों तथा समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि सीआईएसएफ देश की सुरक्षा व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो राष्ट्र के औद्योगिक, संवेदनशील प्रतिष्ठानों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संकल्पित है। बल के जवान अपने अदम्य साहस, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा से हर परिस्थिति में राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहते हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सीआईएसएफ केवल औद्योगिक और रणनीतिक प्रतिष्ठानों की रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि आपदा प्रबंधन, राहत एवं बचाव कार्यों से लेकर आतंरिक सुरक्षा तक, हर चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में अपने साहस और कर्तव्यपरायणता की मिसाल पेश करता है। उन्होंने कहा कि शांतिकाल हो, संकट की घड़ी हो या युद्धकाल, सीआईएसएफ के जवान अपने पराक्रम और निष्ठा से देशवासियों को सुरक्षित रखने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। यह स्थापना दिवस उनके योगदान को नमन करने और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का अवसर है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश की सुरक्षा और विकास यात्रा में सीआईएसएफ का योगदान अमूल्य है। उन्होंने इस अवसर पर सीआईएसएफ के सभी वीर जवानों और उनके परिजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

*সেবাশ্রয় শিবিরে নারী দিবস উদ্‌যাপন*

Khabar kolkata News Desk : তৃণমূল কংগ্রেসের সর্বভারতীয় সাধারণ সম্পাদক তথা ডায়মন্ড হারবারের সাংসদ অভিষেক বন্দ্যোপাধ্যায়ের নির্দেশে, শনিবার মহেশতলার সেবাশ্রয় শিবিরে আন্তর্জাতিক নারী দিবস উদ্‌যাপনের মধ্য দিয়ে, স্বাস্থ্য পরিষেবায় নারীদের পরিশ্রম ও পরিষেবাকে সম্মানিত করা হল।

শিবিরে উপস্থিত মহিলা চিকিৎসক, স্বাস্থ্যকর্মী এবং রোগীদের পুষ্প, স্মারক ও উত্তরীয় প্রদান করা হয় তাঁদের অক্লান্ত পরিশ্রম এবং পরিষেবার জন্য। অনুষ্ঠানে একটি সংক্ষিপ্ত বক্তব্যে, যেখানে তাঁদের অমূল্য অবদানগুলির প্রতি শ্রদ্ধাজ্ঞাপন করা হয়। বক্তারা বিভিন্ন ক্ষেত্রে নারীদের গুরুত্বপূর্ণ ভূমিকার উপর জোর দেন এবং তাঁদের প্রচেষ্টার জন্য ধারাবাহিক স্বীকৃতি এবং সমর্থনের গুরুত্বও তুলে ধরেন।

সাংসদ অভিষেক বন্দ্যোপাধ্যায় এক্স-এ পোস্ট করেন:" I salute our mothers, sisters and daughters - not just from the halls of Parliament, but from classrooms, hospitals, boardrooms and homes. Your courage reshapes policies, your voices strengthen our democracy and your leadership inspires generations. Today, we honour your resilience and the countless ways you have shaped our nation's story. Your voices matter not just today, but every day."

ছবি সৌজন্যে I-PAC

क्या भारत टैरिफ कटौती पर सहमत हो गया? जानें सरकार का जवाब


#india_made_no_tariff_cut_promise_to_us

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था भारत टैरिफ कटौती पर राजी हो गया है। वहीं, केंद्र सरकार ने अमेरिका राष्ट्रपति के उस दावे को खारिज कर दिया है। भारत का कहना है कि अब तक ऐसा कोई समझौता हुआ ही नहीं।सरकार ने सोमवार को एक संसदीय पैनल को बताया कि इस मुद्दे पर अमेरिका से कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई गई है। साथ ही सरकार ने इस मुद्दे को हल करने के लिए सितंबर तक का समय मांगा है, जिसे अमेरिकी राष्ट्रपति बार-बार उठा रहे हैं।

बता दें कि, डोनाल्ड ट्रंप बार-बार टैरिफ का मुद्दा उठा रहे हैं। ट्रंप ने पिछले दिनों दावा किया था कि भारत टैरिफ कटौती पर सहमत हो गया है। जब कि भारत का कहना है कि इस मुद्दे पर अमेरिका संग अब तक कोई समझौता नहीं हुआ है, दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है। ट्रंप के दावे के दो दिन बाद भारत सरकार ने सोमवार को संसदीय पैनल को ये बात बताई। सरकार ने कहा कि व्यापार शुल्क को लेकर कोई समझौता नहीं हुआ है। इस मुद्दे के हल के लिए सितंबर तक का समय मांगा गया है। 

कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अध्यक्षता वाली संसदीय समिति ने वाणिज्य सचिव और विदेश सचिव विक्रम मिसरी को अपने समक्ष उपस्थित होकर हाल के घटनाक्रमों के बारे में बताने को कहा था, जिसमें ट्रंप के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स शामिल हैं कि भारत अपने टैरिफ कम करने पर सहमत हो गया है। विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति के समक्ष पेश हुए, वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कहा कि भारत और अमेरिका पारस्परिक रूप से लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते की दिशा में काम कर रहे हैं। ये केवल तत्काल टैरिफ समायोजन की मांग करने के बजाय दीर्घकालिक व्यापार सहयोग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। उन्होंने भारत के खिलाफ टैरिफ कार्रवाइयों पर चिंताओं को दूर करने की भी कोशिश की।

वाणिज्य सचिव का तर्क था कि नई दिल्ली चीन, कनाडा और मैक्सिको के विपरीत, भारत वाशिंगटन के साथ एक व्यापार सौदे पर लगा हुआ है, जहां ट्रंप ने टैरिफ कार्रवाइयों की घोषणा की है, जिनमें से कुछ लागू भी हो गई हैं। सूत्रों ने बताया कि बर्थवाल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत फिलहाल पारस्परिक टैरिफ से बच सकता है, जिसकी धमकी ट्रंप ने 2 अप्रैल से दी है।

सूत्रों ने बताया कि वाणिज्य सचिव ने यह भी कहा कि व्यापार वार्ताओं के दौरान देश के हितों का ध्यान रखा जाएगा। भारत मुक्त और उदार व्यापार के पक्ष में है जिससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ाने में मदद मिलेगी। टैरिफ वॉर से अमेरिका समेत किसी भी देश को फायदा नहीं होगा, बल्कि इससे मंदी आ सकती है।

कुछ सदस्यों ने जब सवाल किया कि कनाडा और मेक्सिको की तरह भारत शुल्कों के विरुद्ध अपनी आवाज बुलंद क्यों नहीं कर रहा है, तो वाणिज्य सचिव ने कहा कि दोनों देशों से कोई तुलना नहीं हो सकती क्योंकि उनके साथ अमेरिका की सुरक्षा चिंताएं एवं सीमा आव्रजन के मुद्दे हैं।

बर्थवाल ने कहा कि भारत पारस्परिक लाभ के समझौते पर हस्ताक्षर करेगा और उन उद्योगों को संरक्षित करेगा जो उसकी घरेलू अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि विकासशील देश हर चीज पर शुल्क कम नहीं कर सकते। भारत पारस्परिक व द्विपक्षीय तरीके से शुल्कों में कमी कर सकता है, लेकिन बहुपक्षीय रूप से नहीं, इसीलिए द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर वार्ता हो रही है।

तिरपाल का हिजाब पहन लें मुस्लिम मर्द...” योगी के मंत्री की ये कैसी सलाह


#upministerraghurajsinghcontroversial_statement

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के मंत्री रघुराज सिंह ने होली और नमाजियों को लेकर विवादित बयान दिया है।रघुराज सिंह ने कहा है कि होली पर सफेद टोपी वाले घर से बाहर तिरपाल का हिजाब पहनकर निकलें। योगी सरकार में श्रम एवं सेवायोजना विभाग के दर्जा प्राप्त मंत्री ने कहा है कि तिरपाल के हिजाब पहननेसे उनकी टोपी और शरीर बचा रहेगा।

दरअसल, इस बार होली का पर्व और जुमे एक ही दिन पड़ रहा है। जुमे की नाम के समय को लेकर यूपी में घमासान मचा है। रघुराज सिंह ने इसी को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है की होली में जिसको रंग से बचना है वह तिरपाल का हिजाब पहने जैसे मुस्लिम महिलाएं पहनती हैं वैसे पुरुष भी पहनें ताकि उनकी टोपी और शरीर बचा रहे अन्यथा वह घर पर रहे। उन्होंने कहा कि होली में व्यवधान उत्पन्न करने वालों की तीन जगह हैं, जेल या प्रदेश छोड़ दे अन्यथा यमराज के पास अपना नाम लिखवा दे। 

रघुराज सिंह यहीं नहीं रुके। उन्होंने राज्य स्थित अलीगढ़ में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में मंदिर बनने की मांग का समर्थन किया। रघुराज सिंह ने यह भी कहा कि एएमयू में मंदिर बनेगा इन लोगों को बहुसंख्यकों का सम्मान करना चाहिए। उन्होंने कहा कि एएमयू में राममंदिर बने इसकी मांग करता हूं. अगर बनता है तो सबसे पहली ईंट मैं रखूंगा। वहां मंदिर के लिये अपना सबकुछ न्योछावर कर सकते हैं।

अनुज चौधरी के बयान पर भी विवाद

इससे पहले यूपी पुलिस के अधिकारी अनुज चौधरी ने होली और रमजान को लेकर बयान दिया था। जिसपर काफी विवाद भी हुआ। संभल के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अनुज चौधरी ने कहा था कि होली एक ऐसा त्योहार है जो साल में एक बार आता है, जबकि जुमे की नमाज साल में 52 बार होती है। सीओ चौधरी ने कहा था कि अगर किसी को होली के रंगों से असहजता महसूस होती है, तो उन्हें उस दिन घर के अंदर ही रहना चाहिए, जो लोग बाहर निकलते हैं, उन्हें व्यापक सोच रखनी चाहिए, क्योंकि त्योहार एक साथ मिलकर मनाए जाने चाहिए।

Tusker Trunk: Redefining Travel with Stylish, Secure, and Durable Luggage.

Travel is more than just moving from one place to another—it’s about ease, efficiency, and style. Tusker Trunk’s premium trolleys are designed to enhance every journey with advanced security features and hassle-free mobility. Whether you need a sleek trolley for daily use or a spacious one for long trips, the brand offers thoughtfully crafted solutions for modern travelers. With a focus on durability, functionality, and elegant design, Tusker Trunk ensures that every trip, whether for business or leisure, is smooth and stress-free.

The eco-friendly building materials at Tusker Trunk enable sustainable production while maintaining dependable product strength. The approach enhances durability, making each travelling bag for man shock-resistant with its robust shell design. The advanced anti-theft zipper system provides enhanced security, ensuring double protection for international passengers. The 360° wheels set includes 8 silent spinner wheels for smooth movement on all floor types, helping customers effortlessly manage large trolley bags. Tusker Trunk’s Exclusive Wide-Handle Trolley – unlike traditional telescopic handles – offers better weight distribution, enhanced stability, and a more ergonomic grip, reducing strain while maneuvering. The brand also provides a telescopic luggage bag trolley system.

A fundamental security element exists in Tusker Trunk’s luggage collection. Every model contains a combination lock and TSA-compliant locks, offering better safety for modern travelers. The 20-inch cabin luggage includes tech-friendly benefits like an integrated USB charging system. The premium model’s storage pouch maintains dryness with a dedicated compartment for essentials.

The company subjects each trolley bag to rigorous tests to fulfill strict performance requirements. Procedures assess bag trolley bag system jerks, shell impact, and drop maneuvers for durability. Wheels and handlebars undergo functionality tests to ensure they withstand regular use. With 3-year shell protection and 1-year accessory coverage, the brand guarantees quality for frequent travelers.

The product line offers varied options in materials, dimensions, and colors. The Sapphire and Jade series highlight polypropylene toughness, while the Microlite series focuses on ABS (acrylonitrile-butadiene-styrene) strength. The Garnet and Pearl series, made from co-extrusion polycarbonate, include TSA locks and USB charging in premium colors. Customers can choose 20-inch, 24-inch, or 28-inch luggage, with a two-piece or trolley bag set of 3 options available.

For those seeking high-end trolley bags, Tusker Trunk’s trolley bag set of 3 combines innovation with premium features, including a wide-handle trolley for enhanced comfort and control, along with a top-notch silent wheels set of 8 that ensures smooth, noise-free movement, offering cost-effective solutions for all travelers.

Tusker Trunk distinguishes itself through superior products, customer experiences, and creative advancements. The brand unites secure design with style and durability, letting travelers focus on their adventures. Explore www.tuskertrunk.com to find your ideal travel companion.

मॉरिशस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत, प्रधानमंत्री-स्पीकर समेत सभी मंत्री तक पहुंचे एयरपोर्ट


#pmmodimauritius_visit

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की सुबह मॉरीशस पहुंचे। पीएम मोदी का मॉरीशस दौरा दो दिनों का है। इन दो दिनों में भारत और मॉरीशस के बीच रिश्तों का नया अध्याय शुरू होगा। पीएम मोदी 12 मार्च को मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। भारतीय नौसेना के एक जहाज के साथ भारतीय रक्षा बलों की एक टुकड़ी समारोह में भाग लेगी। पीएम मोदी अपने इस दौरे के दौरान भारत और मॉरीशस क्षमता निर्माण, व्यापार और सीमा पार वित्तीय अपराधों से निपटने के क्षेत्रों में सहयोग के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मॉरिशस पहुंचने पर एयरपोर्ट पर काफी गर्मजोशी के साथ उनका स्वागत किया गया।मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम समेत शीर्ष हस्तियों ने पीएम मोदी का स्वागत किया। पीएम नवीन ने पीएम मोदी को माला पहनाई और गले लगाकर उनका अपने देश में अभिनंदन किया। इस दौरान पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।

पीएम मोदी के स्वागत के लिए एयरपोर्ट पर 200 गणमान्य लोग

पीएम मोदी का स्वागत करने के लिए प्रधानमंत्री नवीन रामगुलाम के साथ उप प्रधानमंत्री, मॉरीशस के मुख्य न्यायाधीश, नेशनल असेंबली के स्पीकर, विपक्ष के नेता, विदेश मंत्री, कैबिनेट सचिव, ग्रैंड पोर्ट डिस्ट्रिक्ट काउंसिल के अध्यक्ष और कई अन्य लोग भी मौजूद थे। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर कुल 200 गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे, जिनमें सांसद, विधायक, राजनयिक दल और धार्मिक नेता शामिल थे।

क्यों खास है पीएम मोदी का मॉरिशस दौरा?

पीएम मोदी का मॉरिशस का दौरा काफी ज्यादा अहम माना जा रहा है। इस दौरे के दौरान दोनों देशों के रिश्तों में और भी गहराई आने की उम्मीद है। साथ ही, पीएम मोदी और मॉरिशस के प्रधानमंत्री के बीच कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।

भारत के लिए क्यों अहम है मॉरीशस

भारत मॉरीशस के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है। सिंगापुर के बाद मॉरीशस 2023-24 के लिए भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का दूसरा सबसे बड़ा स्रोत था। यह प्रधानमंत्री मोदी की 2015 के बाद पहली मॉरीशस यात्रा है। प्रधानमंत्री मोदी की वर्तमान यात्रा से विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूती मिलने की उम्मीद है। भारत और मॉरीशस के बीच व्यापार को और अधिक मजबूत करने के लिए इस यात्रा के दौरान कई नई परियोजनाओं की शुरुआत की जा सकती है। भारत मॉरीशस में बुनियादी ढांचे, डिजिटल टेक्नोलॉजी और स्वास्थ्य सेवाओं में निवेश कर रहा है, जिससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे।

रूस ने दो ब्रिटिश राजनयिकों को ‘जासूसी’ के लिए निष्कासित किया; ब्रिटेन ने आरोप को ‘निराधार’ बताया

#russia_expels_two_british_diplomats_for_spying

AP

रूस ने सोमवार को मास्को स्थित अपने दूतावास से दो ब्रिटिश राजनयिकों को जासूसी गतिविधियों में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में निष्कासित कर दिया, जिससे उसकी सुरक्षा को खतरा था। ब्रिटेन ने आरोपों को “दुर्भावनापूर्ण और निराधार” बताते हुए खारिज कर दिया। सरकारी समाचार एजेंसी आरआईए नोवोस्ती ने रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) के बयान का हवाला देते हुए दो ब्रिटिश राजनयिकों पर देश में प्रवेश की अनुमति मांगते समय गलत व्यक्तिगत डेटा प्रदान करने और “रूस की सुरक्षा को खतरा पहुंचाने वाली कथित खुफिया और विध्वंसक गतिविधियों” में शामिल होने का आरोप लगाया।

रूस के विदेश मंत्रालय ने एक अलग बयान में कहा कि उसने ब्रिटिश दूतावास के एक अधिकारी को तलब किया है। उसने कहा, “मास्को रूसी क्षेत्र में अघोषित ब्रिटिश खुफिया अधिकारियों की गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं करेगा।” लंदन स्थित विदेश कार्यालय ने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब रूस ने हमारे कर्मचारियों के खिलाफ दुर्भावनापूर्ण और निराधार आरोप लगाए हैं।” रूस ने दोनों राजनयिकों को दो सप्ताह के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा है, लेकिन ब्रिटेन ने यह नहीं बताया है कि क्या वह जवाबी कार्रवाई करने की योजना बना रहा है।

हाल ही में निष्कासन रूस द्वारा फरवरी 2022 में यूक्रेन पर पूर्ण पैमाने पर आक्रमण शुरू करने के बाद से राजनयिकों का आपसी निष्कासन आम बात हो गई है। रूसी समाचार आउटलेट, आरबीसी के अनुसार, 2022 की शुरुआत और अक्टूबर 2023 के बीच पश्चिमी देशों और जापान से 670 रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया गया। मॉस्को ने 346 पश्चिमी राजनयिकों को निष्कासित करके जवाब दिया। ये संख्या पिछले 20 वर्षों की संयुक्त संख्या से भी अधिक है। 

पिछले साल रूस ने सात ब्रिटिश राजनयिकों पर जासूसी करने का आरोप लगाया था, जिसे ब्रिटेन ने "निराधार" करार दिया था। सितंबर में छह निष्कासन की घोषणा की गई थी, और नवंबर में एक और निष्कासन की घोषणा की गई थी। यूक्रेन युद्ध पर ब्रिटेन के रुख और रूसी दूतावास में एक अटैची की साख को रद्द करने के उसके फैसले के कारण दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध बढ़े। इसने ब्रिटेन में मास्को की राजनयिक गतिविधियों को भी सीमित कर दिया। नवंबर निष्कासन के प्रतिशोध के रूप में पिछले महीने एक रूसी राजनयिक को ब्रिटेन छोड़ने के लिए कहा गया था। मई 2024 में, ब्रिटिश सरकार ने एक रूसी राजनयिक को निष्कासित कर दिया, यह आरोप लगाते हुए कि वह एक अघोषित खुफिया अधिकारी था। रूसी दूतावास से जुड़ी कई संपत्तियों को भी जासूसी में उनके कथित उपयोग के लिए बंद कर दिया गया था। कुछ दिनों बाद, रूस ने एक ब्रिटिश रक्षा अताशे को निष्कासित करके जवाबी कार्रवाई की।

राहुल गांधी ने उठाया वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा, सदन में चर्चा की मांग

#rahul_gandhi_demands_discussion_on_voter_list

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आगे कई राज्यों में मतदाता सूचियों में कथित गड़बड़ी का मुद्दा सदन में उठाया। उन्होंने इस पर सदन में चर्चा की मांग की।उन्होंने कहा कि सरकार वोटर लिस्ट नहीं बनाती है, यह तो सबको पता है, लेकिन सवाल उठ रहे हैं तो अच्छा होगा कि संसद में इस विषय पर चर्चा हो। बता दें कि पिछले कुछ चुनावों के बाद लगातार वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मुद्दा विपक्षी दल उठा रहे हैं। महाराष्ट्र चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी ने मतदाता सूची में हेराफेरी का आरोप लगाया था। फिर दिल्ली विधानसभा चुनाव के वक्त आम आदमी पार्टी ने वोटर लिस्ट में फर्जी मतदाताओं को शामिल करने की मुद्दा उठाया था। बीते दिनों पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कथित सबूत के साथ इस मुद्दे को उठाया था।

आज से संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू हो गया है। सदन में शून्यकाल के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और कुछ दूसरे राज्यों में मतदाता सूचियों को लेकर सवाल उठे हैं। उन्होंने कहा, मैं इस बात से सहमत हूं कि मतदाता सूची सरकार नहीं बनाती, लेकिन पूरे देश में मतदाता सूची को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा, पूरा विपक्ष यह मांग कर रहा है कि मतदाता सूची पर चर्चा हो जाए।

दरअसल, उद्धव के सांसद से ठीक पहले टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने वोटर लिस्ट का मुद्दा उठाया था। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य सौगत रॉय ने कहा कि उनकी पार्टी की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कागजात दिखाए हैं जिससे पता चला है कि मतदाता पहचान पत्र संख्या का दोहराव हो रहा है। उन्होंने दावा किया, कुछ गंभीर गड़बड़ी है, जिसके बारे में पहले महाराष्ट्र में बात हुई थी। हरियाणा में भी इसे लेकर बात हुई थी। तृणमूल कांग्रेस सदस्य ने पश्चिम बंगाल और असम में भी भविष्य में इस तरह की बात सामने आने की आशंका जताई।

रॉय ने कहा, पूरी मतदाता सूची में व्यापक सुधार होना चाहिए। निर्वाचन आयोग को बताना चाहिए कि यह कैसे हुआ है। रॉय के सवाल पर स्पीकर ओम बिरला ने कह दिया कि वोटर लिस्ट सरकार बनाती है क्या?

इस पर राहुल गांधी ने कहा कि सरकार नहीं बनाती है, यह बात बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा, 'आपने सही बात बोली कि वोटर लिस्ट क्या सरकार बनाती है? आपने सही बोला कि सरकार वोटर लिस्ट नहीं बनाती है। मगर पूरे देश में वोटर लिस्ट पर सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष शासित हर राज्य में और खासकर महाराष्ट्र में साफ-साफ सवाल उठे हैं। पूरा विपक्ष मिलकर सिर्फ ये कह रहा है कि वोटर लिस्ट पर यहां चर्चा हो जाए। आप बनाते नहीं हैं, ये हम मानते हैं, लेकिन वोटर लिस्ट पर चर्चा तो हो जाए।

बता दें कि हाल ही में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी वोटर लिस्ट को लेकर चुनाव आयोग को निशाने पर लिया था। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के स्थानीय अधिकारी केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं।

SHIM CSR CLUB Students Take Part in Social Initiatives, Driving a Positive Change

A Team of dedicated management students from the prestigious Sant Hirdaram Institute of Management, BHOPAL has taken their commitment beyond the classroom by actively participating in humanitarian efforts to create a meaningful social impact. Demonstrating leadership and compassion, SHIM CSR CLUB students under the “cloth donation drive” distributed clothes to needy people.

For this purpose, students collaborated with the local organization Bal Vikas Pariyojana Aanganwadi which addresses pressing social challenges and human welfare issues. They have distributed clothes, educational materials, and footwear to the unreserved students and their parents. They also generated awareness about the quality of education for society's development.

"As aspiring business leaders, we believe that success is not just measured in financial terms but also in the positive impact we create for society," said one participating student.

Another Student shared her experience and said "These experiences have taught us the importance of empathy, teamwork, and sustainable solutions."

The prestigious institution commended the students’ dedication to social and human welfare responsibility, emphasizing the importance of integrating ethical and social welfare programs into business education. Through such initiatives, management students are not only enhancing their personal and professional growth but also reinforcing the role of business in creating a more equitable and sustainable world.

छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम भूपेश बघेल के घर ईडी की रेड, बेटे चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों पर छापा

#ed_raid_on_chattisgarh_former_cm_bhupesh_baghel

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर प्रवर्तन निदेशालय का छापा पड़ा है। ईडी की टीम ने सोमवार तड़के भिलाई स्थित भूपेश बघेल के निवास और बेटे चैतन्य बघेल के घर पर छापेमारी की। केंद्रीय जांच एजेंसी ने राज्यभर में कुल 14 स्थानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई कथित आर्थिक अनियमितताओं और धन शोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) से जुड़े मामलों को लेकर की जा रही है।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने यह छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग मामले से जुड़े कथित शराब घोटाले के सिलसिले में की है। ईडी दावा कर चुकी है कि छत्तीसगढ़ शराब घोटाले से राज्य के खजाने को भारी नुकसान हुआ, जबकि शराब सिंडिकेट ने कथित तौर पर अपराध की आय के रूप में 2,100 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की। मामले के सिलसिले में राज्य सरकार के अधिकारियों और व्यापारियों सहित कई व्यक्तियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

इसी साल ईडी ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। उनसे हुई पूछताछ के आधार पर आज तफ्तीश का दायरा अब चैतन्य बघेल तक पहुंचता हुआ दिखाई दे रहा है।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने सीआईएसएफ स्थापना दिवस की दी शुभकामनाएं

रायपुर-  मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के स्थापना दिवस के अवसर पर बल के सभी वीर जवानों, अधिकारियों तथा समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि सीआईएसएफ देश की सुरक्षा व्यवस्था का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है, जो राष्ट्र के औद्योगिक, संवेदनशील प्रतिष्ठानों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संकल्पित है। बल के जवान अपने अदम्य साहस, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा से हर परिस्थिति में राष्ट्र की सेवा में समर्पित रहते हैं।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि सीआईएसएफ केवल औद्योगिक और रणनीतिक प्रतिष्ठानों की रक्षा तक सीमित नहीं है, बल्कि आपदा प्रबंधन, राहत एवं बचाव कार्यों से लेकर आतंरिक सुरक्षा तक, हर चुनौतीपूर्ण परिस्थिति में अपने साहस और कर्तव्यपरायणता की मिसाल पेश करता है। उन्होंने कहा कि शांतिकाल हो, संकट की घड़ी हो या युद्धकाल, सीआईएसएफ के जवान अपने पराक्रम और निष्ठा से देशवासियों को सुरक्षित रखने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। यह स्थापना दिवस उनके योगदान को नमन करने और उनके प्रति सम्मान प्रकट करने का अवसर है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि देश की सुरक्षा और विकास यात्रा में सीआईएसएफ का योगदान अमूल्य है। उन्होंने इस अवसर पर सीआईएसएफ के सभी वीर जवानों और उनके परिजनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।

*সেবাশ্রয় শিবিরে নারী দিবস উদ্‌যাপন*

Khabar kolkata News Desk : তৃণমূল কংগ্রেসের সর্বভারতীয় সাধারণ সম্পাদক তথা ডায়মন্ড হারবারের সাংসদ অভিষেক বন্দ্যোপাধ্যায়ের নির্দেশে, শনিবার মহেশতলার সেবাশ্রয় শিবিরে আন্তর্জাতিক নারী দিবস উদ্‌যাপনের মধ্য দিয়ে, স্বাস্থ্য পরিষেবায় নারীদের পরিশ্রম ও পরিষেবাকে সম্মানিত করা হল।

শিবিরে উপস্থিত মহিলা চিকিৎসক, স্বাস্থ্যকর্মী এবং রোগীদের পুষ্প, স্মারক ও উত্তরীয় প্রদান করা হয় তাঁদের অক্লান্ত পরিশ্রম এবং পরিষেবার জন্য। অনুষ্ঠানে একটি সংক্ষিপ্ত বক্তব্যে, যেখানে তাঁদের অমূল্য অবদানগুলির প্রতি শ্রদ্ধাজ্ঞাপন করা হয়। বক্তারা বিভিন্ন ক্ষেত্রে নারীদের গুরুত্বপূর্ণ ভূমিকার উপর জোর দেন এবং তাঁদের প্রচেষ্টার জন্য ধারাবাহিক স্বীকৃতি এবং সমর্থনের গুরুত্বও তুলে ধরেন।

সাংসদ অভিষেক বন্দ্যোপাধ্যায় এক্স-এ পোস্ট করেন:" I salute our mothers, sisters and daughters - not just from the halls of Parliament, but from classrooms, hospitals, boardrooms and homes. Your courage reshapes policies, your voices strengthen our democracy and your leadership inspires generations. Today, we honour your resilience and the countless ways you have shaped our nation's story. Your voices matter not just today, but every day."

ছবি সৌজন্যে I-PAC